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फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

Essay on Football in Hindi :  दोस्तों आज हमने  फुटबॉल पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए है.

खेल हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए हमें सभी खेलों को रुचि लेकर खेलना चाहिए. वर्तमान में सभी लोग अपने अपने कामों में लगे रहते हैं जिस कारण खेल नहीं पाते है.

जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है इसलिए में फुटबॉल जैसे खेल खेलते रहना चाहिए.

Essay on Football in Hindi

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Best Essay on Football in Hindi 150 Words

हमारे देश में कई प्रकार के खेल खेले जाते हैं उनमें से एक फुटबॉल भी है जो कि पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है . भारत में खेल इसलिए लोकप्रिय हुआ क्योंकि इसको खेलना बहुत सस्ता पड़ता है. यह मैदान में खेले जाने वाला खेल है.

फुटबॉल को दो टीम के मध्य खेला जाता है प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है. यह खेल घास के मैदान या फिर कृत्रिम घास के आयताकार मैदान में खेला जाता है.

मैदान की लंबाई 110 मीटर होती है और चौड़ाई मीटर होती है. दो टीम के मध्य एक मैच 90 मिनट तक चलता है जिसमें 15 मिनट का ब्रेक किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें –  क्रिकेट पर निबंध – Essay on Cricket in Hindi

इस खेल में फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में गोल करना होता है जिस टीम के भी ज्यादा गोल होते है वही टीम विजयी घोषित की जाती है.

हर 4 साल में फीफा द्वारा फुटबॉल का सबसे बड़ा आयोजन किया जाता है.

Mera Priya Khel Football in Hindi Nibandh 400 Words

परिचय –

हमारे देश में आम तौर पर हॉकी क्रिकेट खो खो जैसे खेल लोकप्रिय हैं लेकिन वर्तमान में फुटबॉल के प्रति बच्चों और युवा वर्ग के लोगों का काफी रुझान है.

इसी कारण भारत में भी यह खेल बहुत लोकप्रिय हो गया है आजकल मैदानों में बच्चों द्वारा फुटबॉल खेल खेलते हुए देखा जा सकता है.

फुटबॉल खेलने के लिए दो टीम की आवश्यकता होती है जिनमें प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है, प्रत्येक खिलाड़ी का टीम में एक अहम रोल होता है.

इसमें दोनों टीमों में मैदान में एक गोल कीपर, एक बांया (लेफ्ट) आउट, एक दांया (राइट) आउट, दो हॉफ बैक, चार बैक और दो केन्द्रीय (सेंटर) फॉरवर्ड होते है.

इसका मैदान घास से ढका हुआ 110 मीटर लंबा और 75 मीटर चौड़ा होता है जिसको चिन्हित लाइनों द्वारा बराबर बराबर दो भागों में विभाजित कर दिया जाता है. एक मैच 90 मिनट का होता है जिसमें 15 मिनट का अंतराल होता है.

इसमें हॉकी खेल की तरह ही फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाना होता है जिसे गोल भी कहा जाता है.

फुटबॉल खेल का महत्व –

फुटबॉल खेल खेलने में कितना मजा आता है उतना ही मजा इसे उत्साह पूर्वक देखने में भी आता है. फुटबॉल खेलने से शारीरिक और मानसिक विकास होता है शरीर स्वस्थ रहता है और मन एकाग्र रहता है.

जिससे बच्चों को यह खेल खेलने से बहुत लाभ होता है. फुटबॉल खेल खेलने से संपूर्ण शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है जिससे पाचन शक्ति मजबूत होती है.

फुटबॉल खुले मैदान में दौड़कर खेले जाने वाला खेल है इसलिए दौड़ने से अधिक मात्रा में पसीना आता है जिससे शरीर की सभी कीटाणु पसीने के साथ बाहर निकल जाते है.

यह बहुत ही रोचक खेल है इसे खेलने के लिए दिमाग को एकाग्र रखना बहुत जरूरी होता है इसलिए जो भी बच्चे खेल को खेलते है उनका दिमाग दिन प्रतिदिन बेहतर और कुशल होता जाता है.

फुटबॉल खेल शरीर को तो स्वच्छ बनाता ही है साथ ही अगर कोई इसे कैरियर के रूप में लेना चाहे तो इसमें अच्छा वित्तीय वेतन भी मिलता है.

निष्कर्ष –

किसी ने सच ही कहा है कि खेल ही जीवन है इसलिए में फुटबॉल के साथ-साथ अन्य खेल में खेलने चाहिए. खेल खेलने से हमारा शरीर तो स्वस्थ रहता ही है साथ ही मन भी खुश रहता है.

भागदौड़ भरे जीवन में हम खेलों को भूलाने लगे है इसलिए जरूरत है कि हम फिर से अपने बच्चों को आउटडोर गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करें.

Full Essay on Football in Hindi 1100 Words

जिस प्रकार मानव मस्तिक को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान और शिक्षा की आवश्यकता होती है उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल खेलना बहुत आवश्यक है, इसीलिए मानव जीवन में खेलों का विशिष्ट महत्व है.

खेल हमारे जीवन का हिस्सा है इनके बिना जीवन नीरस सा हो जाता है. इसीलिए हमारे देश में प्रत्येक प्रकार के खेल को महत्व दिया जाता है. फुटबॉल खेल भी इन्ही खेलों में से एक है जिसको पूरे विश्व में खेला जाता है.

भारत में भी यह खेल बहुत लोकप्रिय है लेकिन बंगाल में फुटबॉल को सबसे अधिक खेला जाता है. फुटबॉल रूस का राष्ट्रीय खेल है.

फुटबॉल खेल का इतिहास –

फुटबॉल खेल की उत्पति बहुत पुरानी है फीफा के अनुसार खेल की प्रारंभिक शैली की उत्पत्ति चाइना में हुई थी इसके अलावा रोमन द्वारा खेले जाने वाला खेल “हर्पस्तम” फुटबॉल का दूसरा पूर्वज कहा जा सकता है.

19वीं शताब्दी के मध्य तक इंग्लैंड की पब्लिक स्कूलों में इस खेल को कई रूपों में खेला जाने लगा. सबसे पहले इस खेल के रूल कैंब्रिज विश्वविद्यालय में तैयार किए गए थे इस नियम बनाने की प्रणाली में फुटबॉल संस्थान भी शामिल थी.

आधुनिक फुटबॉल के नियम इंग्लैंड में द फुटबॉल एसोसिएशन (फुटबॉल संघ) के गठन के द्वारा बनाई गई जिसके 1863 में बने लॉज़ ऑफ द गेम (खेल के कानून) के आधार पर ही आज फुटबॉल खेल खेला जाता है.

फुटबॉल खेल को लोकप्रिय करने के लिए फेडरेशन इंटरनेशनल द फुटबॉल असोसिएशन (फीफा), अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संस्था का गठन 1904 में पेरिस में किया गया.

फुटबॉल खेलने की प्रक्रिया –

इस खेल को खेलने के लिए फुटबॉल की आवश्यकता होती है जो कि गेद जैसी गोलाकार होती है लेकिन यह चमड़े बनी होती है जिसके मध्य में हवा भरी हुई होती है. अक्टूबर को एक आयताकार मैदान जो की घास से ढका हुआ हो या फिर कृत्रिम घास से बनाया हुआ हो उसके अंदर खेला जाता है.

मैदान को दो टीम के लिए चिन्हित लाइनों द्वारा बराबर बराबर हिस्सों में बांट दिया जाता है फिर दोनों टीम मध्य टॉस किया जाता है जो टीम टॉस जीतती है वही सबसे पहले खेल चालू करती है.

इसमें दोनों टीमों में मैदान में एक गोल कीपर, दो हॉफ बैक, चार बैक, एक बांया (लेफ्ट) आउट, एक दांया (राइट) आउट और दो केन्द्रीय (सेंटर) फॉरवर्ड होते है.

मैच शुरू होने से पहले फुटबॉल को मैदान के बीचो-बीच रखकर टॉस जीतने वाली टीम का एक खिलाड़ी प्रतिद्वंदी टीम वाले बहुत की तरफ “किक” मारता है

फिर अन्य खिलाड़ियों को फुटबॉल को पैर से ढकेलते हुए एक दूसरे को फुटबॉल पास करते हुए दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाना होता है.

जैसे ही फुटबॉल दूसरी टीम के गोलपोस्ट में पहुंचाता है तो एक गोल मान लिया जाता है इसी तरह जो टीम ज्यादा गोल करती है वही टीम विजयी घोषित कर दी जाती है.

फुटबॉल खेलते समय इसके नियमों का भी ध्यान रखना पड़ता है इसके नियम हमने नीचे लिखे हैं.

फुटबॉल खेल के नियम –

(1) इस खेल में मैदान की लंबाई कम से कम 100 गज और 130 से अधिक नहीं होती है और मैदान की चौड़ाई कम से कम 50 गज और 100 गज से अधिक नहीं होती है.

(2) अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच के दौरान मैदान की लंबाई 120 गज से अधिक और 110 गज से कम नहीं हो सकती है और मैदान की चौड़ाई 80 गज से अधिक किंतु 70 गज से कम नहीं होती है.

(3) फुटबॉल का मैदान 2 लंबी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी साइड (गोल लाइन) चेक तैयार किया जाता है.

(4) ‘डी’ (अर्ध-चंद्राकार) गोल पोस्ट से 6 गज की दूरी पर होता है.

(5) फुटबॉल का आकार 27 इंच से अधिक नहीं होता है.

(6) फुटबॉल का वजन 14 औस से कम और 16 औस से अधिक नहीं होता है.

(7) इस खेल में दो निर्णायक और दो कप्तान होते है.

(8) फुटबॉल खेलने के लिए प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है किंतु एक टीम में सात खिलाड़ी होने आवश्यक होते हैं नहीं तो यह खेल नहीं खेला जा सकता है.

(9) इस खेल में 45-45 मिनट के दो राउंड होते है जिनके मध्य 15 मिनट का ब्रेक होता है.

(10) फुटबॉल को गोलकीपर के अलावा कोई भी खिलाड़ी हाथ नहीं लगा सकता है.

(11) एक गोल हो जाने के बाद दोबारा से फुटबॉल को मैदान के मध्य में रखकर “किक” किया जाता है.

(12) इस खेल में दोनों टीम के खिलाड़ियों की यूनिफॉर्म अलग अलग होती है जिससे खिलाड़ियों को पहचानने में दिक्कत नहीं होती लेकिन गोलकीपर की यूनिफॉर्म सबसे भिन्न होती है.

(13) स्कूप, पेनल्टी, किक, थ्रो-इन, ऑफ साइड, टच डाउन, स्ट्रापर, ड्रापकिक यह फुटबॉल खेल की शब्दावलीयां है जिनको फुटबॉल खेलने वाले खिलाड़ी अच्छी तरह से जानते है.

फुटबॉल खेलने के लाभ –

खेल हमारे जीवन में अहम स्थान रखते है खेलों के कारण ही हमारा शारीरिक और मानसिक विकास हो पाता है सभी खेलों को खेलने से कुछ ना कुछ लाभ होता है इसी प्रकार फुटबॉल खेलने से भी बहुत लाभ होता है जो कि निम्नलिखित है –

(1) फुटबॉल खेलने वाले खिलाड़ी से मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक और वित्तीय रूप से मजबूत होते है.

(2) इस खेल को खेलने से शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है जिसके कारण संपूर्ण शरीर में चुस्ती स्फूर्ति बनी रहती है.

(3) फुटबॉल खेलने के लिए हमेशा दिमाग को अलर्ट रखना पड़ता है जिसके कारण दिमाग की एकाग्रता की शक्ति बढ़ जाती है.

(4) खेल खेलने से हाथ और पैरों की मांसपेशियां हष्ट पुष्ट हो जाती है.

(5) फुटबॉल खेलने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है जिससे उन्हें कम बीमारियां होती है.

(6) इस खेल में अगर खिलाड़ी हार भी जाते है तो उन्हें सम्मान के साथ गले लगाया जाता है जिसके कारण बच्चों में एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना जागृत होती है.

(7) फुटबॉल खेलने से दृढ़ इच्छा का निर्माण होता है.

(8) इस खेल को खेलने वाले बच्चे उत्सुक और जिज्ञासु बनते है जो कि उनको कैरियर बनाने में बहुत काम आता है

(9) फुटबॉल खेलने से मोटापे और आलस्य से छुटकारा मिल जाता है.

(10) इस खेल को खेलने से व्यक्ति साहसी और कर्मठ बनता है.

फुटबॉल के प्रसिद्ध खिलाड़ी –

फुटबॉल खेलने वाले बहुत से प्रसिद्ध खिलाड़ी हुए है जिनमें से कुछ के नाम इस प्रकार है –

अरुण घोष, मेवालाल, मनजीत सिंह, वाइचिंग भूटिया, पी.के. बनर्जी, श्याम थापा, प्रशांत बैनर्जी, शाबिर अली, पेले, चुन्नी गोस्वामी, चन्दन सिंह, इंद्र सिंह, जरनैल सिंह इत्यादि है.

उपसंहार –

खेल चाहे किसी भी प्रकार का हो हमें हमेशा अपने बच्चों को और स्वयं खेलना चाहिए, यह हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते है साथ ही हमारी शरीर के लिए भी लाभदायक होते है.

वर्तमान में लोग ज्यादातर कंप्यूटर और मोबाइल में खेल खेलने में बिताते है जिसका हमारे स्वास्थ्य पर बहुत अधिक बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए हमें मैदान में खेले जाने वाले खेलों की ओर ध्यान देना चाहिए इनमें सबसे अच्छा फुटबॉल खेल है जिसको बड़े और बच्चे साथ मिलकर खेल सकते है.

My Favourite Game Essay on Football in Hindi

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हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Football in Hindi  पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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Essay on Football in Hindi : जानिए फुटबॉल पर निबंध 200 से 600 शब्दों में

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  • Updated on  
  • जुलाई 20, 2023

Essay on Football in Hindi

खेल मानव का शारीरिक विकास तो करते ही हैं, साथ ही खेल इंसान को आत्मिक सुकून देने का भी काम करते हैं। Essay on Football in Hindi के माध्यम से आप खेल की महिमा और फुटबॉल के बारे में गहराई से जान पाएंगे। फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है, जिसके प्रति लोगों में क्रेज़ देखा जा सकता है। इस ब्लॉग में फुटबॉल पर 200 शब्दों, 400 शब्दों, 600 शब्दों में निबंध, फुटबॉल के कुछ खास नियम और फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स दिए गए हैं जो आपको परीक्षा में, स्कूल प्रोजेक्ट्स में या नेशनल फुटबॉल दिवस के दिन एक्टिविटीज में लिखवाया जाता है।

This Blog Includes:

फुटबॉल पर 200 शब्दों में निबंध, फुटबॉल से आम जन पर पड़ने वाला प्रभाव, फुटबॉल खेलने के लाभ, फुटबॉल की उत्पत्ति से जुड़ी रोचक बातें, फुटबॉल के कुछ खास नियम, फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स.

Essay on Football in Hindi का उद्देश्य आपको खेल के प्रति जागरूक करना और फुटबॉल पर 200 शब्दों के निबंध को आपको सामने एक इंट्रस्टिंग वे में प्रस्तुत करने का है।

फुटबॉल को विश्व के प्रसिद्ध खेलों में से एक माना जाता है। इस खेल के लिए यूरोप से लेकर एशियन देश सभी उत्साहित रहते हैं, यह खेल बेहद ही रोमांचकारी और चुनौतीपूर्ण खेल माना जाता है। इस खेल को खेलने के लिए दो टीमों के खिलाड़ी आमने सामने आते हैं, आमतौर पर इस खेल के माध्यम से मनोरंजन और प्रेरणा की लहर से समाज को खेलों के प्रति जागरूक किया जाता है। फुटबॉल को युवाओं के आनंद और मनोरंजन के लिए भी खेला जाता है, जिसके लिए यह कहना अनुचित नहीं होगा कि यह खेल मनोरंजन का एक महान स्रोत है।

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो कि आपके शरीर और मन को तरोताजा तो करता ही है, साथ ही आप को हर प्रकार के रोगों से दूर रखता है और आपके व्यक्तित्व का निर्माण करता है। यह खेल आपको जीवन जीने का एक मकसद देता है और आपको सपने देखने के साथ-साथ, उन्हें पूरा करने के लिए आपको कर्मठ भी बनाता है। इस प्रसिद्ध खेल को विश्व में फुटबॉल के अलावा सॉसर के नाम से भी जाना जाता है, जिसको खेलने के एक गोलाकार गेंद का प्रयोग किया जाता है। इस खेल ने वर्तमान में करोड़ों लोगों को जोड़कर रखा हुआ है, जो कि सरहदों के बंधनों पूरी तरह मुक्त होता है।

फुटबॉल पर 400 शब्दों में निबंध

Essay on Football in Hindi में आप फुटबॉल से होने वाले लाभों के बारे में भी जान सकते हैं। इस लोकप्रिय खेल का आम जन पर क्या प्रभाव है, यह आपको फुटबॉल पर लिखे 400 शब्दों के इस निबंध से सीखने को मिलेगा।

खेल चाहे कोई भी क्यों न हो, उसका लक्ष्य केवल मानव को एकता प्रदान करना होता है। इस तरह हमें हर खेल और खिलाड़ी का सम्मान करना चाहिए, फिर चाहे खेल क्रिकेट हो, हॉकी हो या फुटबॉल ही क्यों न हो। ऐसा ही एक खेल फुटबॉल है, जिसकी महानता यही है कि इस खेल से जुड़ा व्यक्ति कभी अपने पथ से भ्रमित नहीं हो सकता है। इस खेल का आम जन पर बेहद गंभीर प्रभाव है, जिसके लिए आप इससे होने वाले लाभों के बारे में जान सकते हैं। जिस से आप इस खेल से न केवल जुड़ें बल्कि इस खेल से प्रेरणा पा कर समाज का कल्याण कर सकें।

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो आपको टीम स्प्रीट भावना से सरावोर कर देता है, यह खेल आपको सबका सम्मान करना और सबको साथ लेकर चलना सिखाता है। इस खेल से प्रेरित होकर मानव इस बात को गहराई से समझ सकता है कि समस्याएं जीवन भर आती है, हमें उनसे घबराए बिना अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर कार्यरत रहना चाहिए। साथ ही यह खेल जीवन को कामयाबी के लिए अवसर तलाशने का एक शानदार माध्यम समझता है और इसी कारण यह समाज को सदा से ही जागरूक करता है।

फुटबॉल से मिलने वाले लाभ यूँ तो कई प्रकार के हैं पर देखा जाए तो फुटबॉल खेल एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। इस खेल के माध्यम से बच्चों और युवाओं के साथ ही, अन्य आयु वर्ग के लोग भी स्वस्थ रहते हैं और जीवन भर सकारात्मकता को स्वीकार करते हैं। पूरी दुनिया में यह खेल आमतौर पर स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए खेला जाता है। यह विद्यार्थियों के विद्यार्थी जीवन में कौशल, एकाग्रता का स्तर और स्मरण शक्ति को सुधारने में सहायक साबित होता है। फुटबॉल खेल ही है, जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रुप से स्वस्थ रखने के साथ-साथ एक अच्छा जीवन प्रदान करता है।

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो जीवन के हर मोड़ साकारात्मक रहना और टीम स्प्रिट की भावनाओं को सिखाता है। इस निबंध में फुटबॉल से आम जन के जीवन पर पड़ने वाले और फुटबॉल खेलने के लाभों के बारे में विस्तार से समझाया गया है।

फुटबॉल पर 600 शब्दों में निबंध

Essay on Football in Hindi में आपको फुटबॉल की उत्पत्ति, फुटबॉल के नियमों और फुटबॉल के फायदों के बारे में भी जान पाएंगे। यह जानकारी आपको एक सुखद जीवन जीने में आपकी सहायता करेंगी।

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसको यदि नियमित रूप से खेला जाए अथवा यदि इसको अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए तो यह खेल विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है, साथ ही जीवन के लिए बहुत उपयोगी होता है। देखा जाए तो यह खेल कई मायनों में लाभकारी होता है। यह खेल 11-11 खिलाड़ियों के साथ दो दो टीमों के बीच खेला जाने वाला आउटडोर खेल है। इस खेल को एक अच्छा शारीरिक व्यायाम कहना गलत नहीं, क्योंकि यह खेल मानव को सद्भाव, अनुशासन और खेल भावना के लिए खिलाड़ियों को समर्पण भाव सिखाता है। यह दुनिया के लोकप्रिय खेलों में एक है और कई देशों के विभिन्न शहरों और कस्बों में एक लंबे कालखंड से यह खेल खेला जा रहा है।

फुटबॉल के इतिहास पर अगर एक नज़र डाली जाए तो हमें पता लगता है कि ऐतिहासिक रुप से फुटबॉल खेल 700-800 साल पुराना है। हालांकि, इस खेल को विश्व का पसंदीदा खेल के रूप में बीते 100 वर्षों से भी अधिक समय से मान्यता प्राप्त है। देखा जाए तो यह खेल रोम के लोगों द्वारा ब्रिटेन के लिए लाया गया था। इसे खेलने की शुरुआत लगभग वर्ष 1863 में इंग्लैंड में हुई थी। इस खेल को नियंत्रित करने के लिए फुटबॉल एसोसिएशन का इंग्लैंड में ही गठन किया गया था। जब यह खेल शुरू हुआ तब शुरुआती दिनों में लोग इसे सामान्य रुप से गेंद को पैर से ठोकर मारकर खेलते थे। जो बाद में धीरे-धीरे बहुत ही रुचिपूर्ण खेल बन गया।

देखा जाए तो इस खेल ने जब अधिक लोकप्रियता प्राप्त कर ली तब इस खेल को कुछ कड़े नियमों के साथ, बाउंडरी लाइन और सेंटर लाइनों से चिह्नित एक आयताकार मैदान में खेला जाना शुरु हो गया। इस खेल को सॉसर के नाम से भी जाना जाता है। इस खेल के नियमों को मूल रूप से व्यवस्थित कोड के रुप में फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा संचालित किया जाता था। बाद में इस खेल को वर्ष 1863 में अन्तर्राष्ट्रीय फीफा के अधीन कर लिया गया और तभी से आज तक फीफा ही इसको संचालित करता आ रहा है। इसी कड़ी में हर चार साल बाद फीफा वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाता है।

फुटबॉल जितना पुराना खेल है, समय-समय पर उतने ही उसके नियमों में भी सुधार होता रहा है। यूँ तो इस खेल को खेलने के लिए मूल रूप से लगभग 17 नियम है, जिनमें से कुछ विशेष नियम निम्नलिखित हैं-

  • यह खेल दो लम्बी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी साइड (गोल लाइन) वाले आयताकार मैदान में खेला जाता है। इस मैदान को दो बराबर भागों में विभाजित करती लाइनों में यह खेल खेला जाता है।
  • इस खेल में खेली जाने वाली फुटबॉल का आकार 68 से 70 सेमी. होता है, जो कि चमड़े से बनी एक गोलाकार गेंद होती है।
  • इस खेल को खेलने के लिए दोनों टीमों में लगभग 11-11 खिलाड़ी होते हैं। यदि किसी टीम में 7 खिलाड़ी से कम खिलाड़ी हैं, तो इस खेल को किसी भी सूरत में शुरु नहीं किया जा सकता है।
  • इस खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होने अनिवार्य हैं।
  • इस खेल की कुल अवधि 90 मिनट की होती है, जिसमें 45-45 मिनट के दो हॉफ होते हैं। साथ ही मध्यान 15 मिनट से ज्यादा का नहीं हो सकता है।
  • खेल के दौरान हर समय एक गेंद रहती है हालांकि, यह खेल के बाहर तभी होती है, जब टीम के खिलाड़ी गोल का स्कोर करते हैं या रेफरी खेल को रोकता है।
  • एक गोल के स्कोर के बाद खेल को दुबारा शुरु करने के लिए हमेशा एक गोल किक की जाती है।

इस निबंध का उद्देश्य फुटबॉल खेल के इतिहास से जुड़ी रोचक बातों और फुटबॉल के नियमों की जानकारी को आप तक पहुंचाने का था। खेलों की उत्पत्ति मानव को समस्यों के समाधानों तक पहुंचाने और समाज को सशक्त बनाने के लिए हुई है। इस निबंध में इसी बात पर अधिक ध्यान दिया गया है।

Essay on Football in Hindi में फुटबॉल पर इंट्रस्टिंग निबंध लिखने की टिप्स निम्नलिखित हैं-

  • सबसे पहले फुटबॉल खेल के इतिहास के बारे में अच्छे से जान लें।
  • आपके निबंध की प्रस्तावना ऐसी होनी चाहिए कि आप निबंध लिखने का उद्देश्य प्रस्तुत कर पाएं।
  • इस खेल के नियमों को अच्छे से पढ़ें।
  • इस खेल से संबंधित अन्य आर्टिकल और ब्लॉग्स भी पढ़ें तांकि आप और ज्ञान अर्जित कर पाएं।
  • अपनी भवनमाओं को उचित शब्दों से व्यक्त करें।
  • निबंध में लिखने वाली भाषा कठिन और जटिल न हो।
  • निबंध में उठ रहे बिंदुओं पर अच्छे से विस्तृत जानकारी देने का प्रयास करें।
  • अपने निबंध का निष्कर्ष अवश्य लिखें।

आशा है कि आपको Essay on Football in Hindi का यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा। निबंध पर आधारित अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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मयंक विश्नोई

जन्मभूमि: देवभूमि उत्तराखंड। पहचान: भारतीय लेखक । प्रकाश परिवर्तन का, संस्कार समर्पण का। -✍🏻मयंक विश्नोई

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फुटबॉल पर निबंध हिंदी में | Essay on Football in Hindi

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Essay on Football in Hindi | फुटबॉल निबंध हिंदी में

Essay on Football in Hindi

Hindi Essay: आज हम Essay on Football in Hindi | फुटबॉल निबंध हिंदी में पढ़ेंगे । फुटबॉल पर लिखा यह निबंध (Football ) बच्चों (kids) जो class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, के विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसे Paragraph और Nibandh के रूप में भी प्रस्तुत कर सकते हैं. आओ पढ़ते हैं Football पर निबंध Essay of Football in Hindi is Important for all classes 1st to 10th.

फ़ुटबॉल पर निबंध: फ़ुटबॉल एक प्रसिद्ध टीम खेल है जिसका उद्देश्य गेंद को विपक्षी नेट के अंदर डालकर गोल करना है। खेल 45 मिनट के दो हिस्सों में खेला जाता है। खेल रोमांच और नसों से भरा है। खिलाड़ियों को मैच के दिन शीर्ष आकार में होना चाहिए और गेंद पर उत्कृष्ट नियंत्रण रखना चाहिए। गेंद के नियंत्रण में महारत हासिल करने के लिए वर्षों की कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, और कई पेशेवर खिलाड़ी बचपन में ही शुरू हो जाते हैं और फिर अपने शिल्प के स्वामी बन जाते हैं।

फुटबॉल पर निबंध 150 शब्दों में हिंदी में | Essay on Football in Hindi in 150 words

फुटबॉल पर निबंध आमतौर पर Class 1, 2, 3, 4, 5 और 6 को दिया जाता है।

फ़ुटबॉल ग्रह पर सबसे लोकप्रिय खेल है जिसमें लगभग हर देश इसे खेलता है। दुनिया भर में 2018 फीफा विश्व कप की कुल दर्शकों की संख्या 3.57 बिलियन थी। फ़ुटबॉल की लोकप्रियता इसकी सादगी और फ़ुटबॉल से ज्यादा कुछ नहीं की आवश्यकताओं के कारण है। इसे लगभग किसी भी गली, सड़क, पार्क, खेल के मैदान या स्टेडियम में खेला जा सकता है।

एक फुटबॉल मैच की अवधि 90 मिनट की होती है जिसे 45 मिनट के दो हिस्सों में विभाजित किया जाता है। फुटबॉल को विपक्ष के जाल में डालने के लिए दोनों पक्षों के कुल 11 खिलाड़ी खेल खेलते हैं। मूल नियम यह है कि गेंद को हाथों या हाथों से नहीं संभालना है। खेल खेलने के लिए खिलाड़ी हाथ या हाथ को छोड़कर शरीर के किसी भी हिस्से का उपयोग कर सकते हैं। केवल गोलकीपर को हाथों से गेंद को छूने की अनुमति है। गोलकीपर रक्षा की अंतिम पंक्ति है जिसकी एकमात्र जिम्मेदारी गेंद को अपने जाल में नहीं जाने देना है। फ़ुटबॉल का आधुनिक खेल विपक्ष पर फ़ायदा उठाने के लिए संरचनाओं और रणनीतियों द्वारा शासित होता है। मूल रूप से, टीम अटैक, मिडफील्ड और डिफेंस से बनी होती है।

खेल सहनशक्ति, कौशल और सभी टीम वर्क से ऊपर की परीक्षा है। लक्ष्य अधिक से अधिक गोल करना है। विनियमन समय के अंत में सबसे अधिक गोल करने वाली टीम विजेता होती है। खेल देखने में मजेदार है और दर्शकों को उनकी सीटों के अंत में रखता है क्योंकि खेल भावना और जुनून से भरा है।

फ़ुटबॉल एक टीम खेल है जो एक आयताकार मैदान पर खेला जाता है जिसके प्रत्येक छोर पर गोलपोस्ट होते हैं। उद्देश्य गेंद को विपक्षी नेट के अंदर डालना है। अधिकतम गोल करने वाली टीम खेल जीतती है। फुटबॉल के पहले नियम और नियम 19वीं सदी के अंत में इंग्लैंड में बनाए गए थे। तब से खेल विकसित हुआ है। खेल शैली बहुत अधिक जटिल हो गई, और खेल के साथ तालमेल रखने के लिए और अधिक नियम जोड़े गए। आज फुटबॉल दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल है।

प्रत्येक पक्ष पर कुल 11 खिलाड़ी मैच खेलते हैं। प्रत्येक टीम में एक गोलकीपर होता है जिसे हाथों या बाहों का उपयोग करके गेंद को छूने की अनुमति होती है। गोलकीपर रक्षा की अंतिम पंक्ति है, और उसकी जिम्मेदारी लक्ष्य की रक्षा करना और हमलों के निर्माण में मदद करना है। फुटबॉल के आधुनिक खेल में हमलावर होते हैं, जो पूरी टीम का नेतृत्व करते हैं, मिडफील्डर, जो टीम के मूल होते हैं और फॉरवर्ड और डिफेंडर के बीच की कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। रक्षक, लक्ष्य की रक्षा करते हैं और विपक्षी हमलों से बचाव करते हैं। समय के साथ, विभिन्न गठन, रणनीतियाँ, रणनीतियाँ और तकनीकें सामने आईं, जिन्होंने खेल को और अधिक मज़ेदार और दिलचस्प बना दिया है।

पूरी टीम का प्रबंधन करना कोच/प्रबंधक की जिम्मेदारी है। 90 मिनट के खेल के दौरान, प्रत्येक दो हिस्सों में खेला जाता है, कोच को तीन प्रतिस्थापन करने की अनुमति होती है। कुल चार रेफरी पूरी कार्यवाही को देखते हैं, जिसमें एक रेफरी, दो लाइनमैन और एक चौथा अधिकारी शामिल है। खेल के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करना रेफरी की जिम्मेदारी है और रेफरी का निर्णय किसी भी मामले में अंतिम फैसला होता है।

फुटबॉल को पूरे विश्व में पसंद किया जाता है क्योंकि जिस जुनून और धैर्य के साथ खिलाड़ी खेल खेलते हैं। कुल 90 मिनट तक फुटबॉल का खेल खेलना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए बहुत अधिक सहनशक्ति और विश्व स्तरीय गेंद नियंत्रण और महारत की आवश्यकता होती है। पिच पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खेल की अच्छी समझ की भी जरूरत होती है।

फुटबॉल पर निबंध 500 शब्दों हिंदी में | Essay on Football 500 words in Hindi

फुटबॉल पर निबंध आमतौर पर Class 7, 8, 9 और 10 को दिया जाता है।

फुटबॉल जुनून, दृढ़ता, कौशल, सहनशक्ति और टीम वर्क का खेल है। उद्देश्य गेंद को विपक्षी नेट में डालकर अधिक से अधिक गोल करना है। 19वीं सदी के अंत में इंग्लैंड में खेल की शुरुआत के बाद से, खेल में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। जिस स्तर पर पेशेवर रूप से फ़ुटबॉल खेला जाता है, वह बहुत ऊँचा होता है, और केवल कुछ चुनिंदा लोग ही उस स्तर तक पहुँच पाते हैं। क्रीम की क्रीम को ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है।

कुल 22 खिलाड़ी, प्रत्येक पक्ष के 11 खिलाड़ी 90 मिनट के लिए खेल खेलते हैं, प्रत्येक को 45 मिनट के दो हिस्सों में विभाजित किया जाता है। खिलाड़ियों को अपनी ऊर्जा और समीक्षा रणनीतियों को फिर से भरने के लिए पहले हाफ के बाद एक छोटा ब्रेक मिलता है। प्रत्येक टीम को कुल 3 प्रतिस्थापन की अनुमति है, और यह प्रतिस्थापन करना या नहीं करना कोच या प्रबंधक का निर्णय है। आधुनिक खेल फ़ुटबॉल में बहुत सारी रणनीतियाँ, संरचनाएँ और रणनीतियाँ शामिल हैं। कोच इनका उपयोग अपनी टीम को खेल के नियंत्रण में रखने के लिए करता है। दस्ते में हमलावर, मिडफील्डर और डिफेंडर शामिल हैं।

पेशेवर फ़ुटबॉल खिलाड़ी बेहद समर्पित एथलीट होते हैं जो बचपन में ही फ़ुटबॉल खेलना शुरू कर देते हैं और बड़े क्लबों द्वारा उनकी खोज की जाती है जो उन्हें उनकी विश्व स्तरीय सुविधाओं में प्रशिक्षित करते हैं। खिलाड़ियों को विश्व स्तर पर प्रदर्शन करने में सक्षम होने के लिए गेंद की महारत और एक शानदार फुटबॉल दिमाग की आवश्यकता होती है। ये कोई आसान कौशल नहीं हैं और इसके लिए निरंतर समर्पण और अभ्यास के वर्षों की आवश्यकता होती है। अतीत के कुछ महान फुटबॉल खिलाड़ी पेले, माराडोना, जोहान क्रायफ और रोनाल्डिन्हो हैं। वर्तमान फुटबॉल युग खेल के दो महान खिलाड़ियों, लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो द्वारा नियंत्रित है। कौन बेहतर है, इसे लेकर अक्सर कई गरमागरम बहसें होती हैं, लेकिन एक बात तो तय है कि ये दोनों पेशेवर एथलीट हैं जिनमें बड़ी इच्छा और अनुशासन है।

सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट फीफा विश्व कप है, जो हर चार साल में आयोजित किया जाता है। फाइनल इवेंट में कुल 32 देश हिस्सा लेते हैं जो इसके लिए क्वालिफाई करते हैं। प्रतियोगिता के अंत में, केवल एक टीम को विश्व चैंपियन का ताज पहनाया जाता है। विश्व कप के 2018 संस्करण में फ्रांस ने कोच डिडिएर डेसचैम्प्स के नेतृत्व में विश्व कप जीता। एंटोनी ग्रिज़मैन, पॉल पोग्बा, कियान म्बाप्पे, ह्यूगो लोरिस, राफेल वराने, ओलिवियर गिरौद और नोगोलो कांटे की पसंद के साथ, फ्रांस को प्रतियोगिता जीतने के लिए पसंदीदा करार दिया जा रहा था।

विश्व कप के अलावा, दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसक एक और टूर्नामेंट के लिए पागल हैं, यूईएफए चैंपियंस लीग जिसमें यूरोप भर में शीर्ष क्लब हैं, जो सबसे प्रसिद्ध फुटबॉल महाद्वीप में से एक है। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को चैंपियंस ऑफ यूरोप का ताज पहनाया जाता है।

फुटबॉल का खेल दो हिस्सों में विभाजित 90 मिनट की अवधि में खेला जाता है। यह जोश और धैर्य से भरा हुआ है और एकाग्रता, कौशल, टीम वर्क और दिल की परीक्षा है। यह ग्रह पर सबसे ज्यादा फॉलो किया जाने वाला और देखा जाने वाला खेल है। खेल लोगों का खेल है जो एक मजेदार बाहरी गतिविधि भी है। फ़ुटबॉल को किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है, लेकिन केवल एक गेंद और कुछ लोगों के साथ इसका आनंद लेने के लिए। खेल की सादगी ही एकमात्र कारण है कि खेल इतना लोकप्रिय है। फ़ुटबॉल के खेल का आनंद लेने के लिए आपको समर्पित फ़ील्ड या विश्व स्तरीय स्टेडियम की आवश्यकता नहीं है।

यूनानियों के समय में फ़ुटबॉल अपनी ऐतिहासिक उपस्थिति का पता लगाता है, लेकिन फ़ुटबॉल के आधुनिक खेल का आविष्कार 19वीं शताब्दी के अंत में इंग्लैंड में हुआ था। तब से यह खेल सबसे अधिक दर्शकों के साथ एक खेल के रूप में विकसित हुआ है। अकेले 2018 फीफा विश्व कप में दुनिया भर में 3.572 बिलियन दर्शकों की संख्या थी। फीफा विश्व कप हर चार साल में आयोजित होने वाला सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है जिसमें पूरे विश्व का लगभग हर देश भाग लेता है। केवल 32 देश टूर्नामेंट के अंतिम चरण के लिए अर्हता प्राप्त करते हैं, जहां वे प्रत्येक महाद्वीप की सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

फीफा विश्व कप के अलावा, प्रत्येक महाद्वीप का अपना टूर्नामेंट होता है। एशिया में एशियन कप है, अफ्रीका में अफ्रीकन कप ऑफ नेशंस हैं, दक्षिण अमेरिका कोपा अमेरिका की मेजबानी करता है, उत्तरी अमेरिका में गोल्ड कप का आयोजन होता है और यूरोप में यूईएफए चैंपियंस लीग की मेजबानी होती है। ओशिनिया क्षेत्र नेशन कप की मेजबानी करता है। यूईएफए चैंपियंस लीग सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फुटबॉल लीग में से एक है जिसमें यूरोप के शीर्ष क्लब यूरोप के चैंपियन बनने के लिए भाग लेते हैं। वर्तमान चैंपियन बायर्न म्यूनिख हैं जिन्होंने 2020 के फाइनल में पेरिस-सेंट जर्मेन को हराकर टूर्नामेंट जीता था। रियल मैड्रिड, जो एक स्पेनिश क्लब है, यूईएफए चैंपियंस लीग में 13 बार जीतने वाला सबसे सफल क्लब है।

पेशेवर रूप से फुटबॉल खेलने के लिए बहुत समर्पण और अनुशासन की आवश्यकता होती है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके बचपन में स्काउट किया जाता है, और उन्हें अकादमियों में प्रशिक्षित किया जाता है जहां उन्हें प्रदर्शन के आधार पर बड़े क्लबों द्वारा स्काउट किए जाने से पहले कई वर्षों तक उचित प्रशिक्षण प्राप्त होता है। दुनिया के शीर्ष क्लब रियल मैड्रिड, मैनचेस्टर यूनाइटेड, बार्सिलोना, जुवेंटस, बायर्न म्यूनिख, लिवरपूल, एसी मिलान और कई अन्य हैं। शीर्ष 5 फुटबॉल राष्ट्रों के रूप में वे अपनी लीग की लोकप्रियता के कारण तथाकथित हैं- स्पेन, इंग्लैंड, फ्रांस, इटली और जर्मनी, और उनके संबंधित लीग लालिगा, प्रीमियर लीग, फ्रांस लीग 1, सीरी ए और बुंडेसलिगा हैं।

फुटबॉल एक टीम खेल है, और खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत और खेल के लिए एक सच्चे जुनून के साथ बहुत सारे कौशल और प्रतिभा की आवश्यकता होती है। टीम के खिलाड़ियों को उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने में सक्षम होने के लिए एक-दूसरे को वास्तव में अच्छी तरह से जानना होगा। कौशल और मानसिकता में श्रेष्ठता के कारण शीर्ष खिलाड़ी अनुकूलन में महान हैं। हर युवा फुटबॉलर का सपना होता है कि वह बड़े स्टेडियम में बड़ी भीड़ के सामने खेल सके और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व कर सके। फ़ुटबॉल हमें सिखाता है कि टी-शर्ट के आगे का नाम पीछे वाले की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है। एक साथ वास्तव में अच्छा खेलने में सक्षम होने के लिए, प्रत्येक खिलाड़ी को अपने साथियों पर बहुत भरोसा और विश्वास होना चाहिए।

फ़ुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे बहुत जोश के साथ खेला जाता है। गेंद पर महारत नियमित अभ्यास के साथ आती है। खेल केवल गेंद के साथ आपके कौशल के बारे में नहीं है; यह इस बारे में भी है कि आप गेंद के बिना कैसा प्रदर्शन करते हैं। यह एक सच्चा टीम खेल है जहाँ आप अपनी टीम को अपने सामने रखते हैं। इस लेख में दिए गए निबंध आपको खेल के अंदर और बाहर के बारे में अधिक जानने में मदद करेंगे और आपको आवश्यक फ़ुटबॉल ज्ञान प्रदान करेंगे।

हमें उम्मीद है आपको इस पोस्ट में फ़ुटबॉल पर निबंध (Essay on Football in Hindi) हिन्दी में अच्छा लगा होगा। यह फ़ुटबॉल पर निबंध Essay on Football in Hindi Class 1, 2, 3, 4, 5, 6 , 7, 8, 9, 10 मे  पूछा जा सकता है।

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फुटबॉल पर निबंध 100, 200, 300, 500, शब्दों मे (10 lines Essay On Football in Hindi)

essay on football in hindi for class 3

Essay On Football in Hindi – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए ताकत, फिटनेस और चतुराई की आवश्यकता होती है। यह 90 मिनट का खेल है। दो दल हैं। Essay On Football प्रत्येक टीम में अधिकतम 11 खिलाड़ी और न्यूनतम 7 खिलाड़ी हो सकते हैं। दो गोलपोस्ट हैं। प्रत्येक टीम के गोलकीपर गेंद को गोल क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकते हैं। अन्य खिलाड़ी गेंद को लात मारकर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। वे गोल करने के लिए विरोधियों को पास करने की कोशिश करते हैं। यह उत्तेजना, भावना, खून और पसीने के साथ अत्यधिक तीव्र खेल है।

फुटबॉल पर निबंध 10 लाइन्स (Essay on  Football 10 Lines in Hindi) 100-150 words

  • 1) फुटबॉल एक बाहरी खेल है जो दुनिया में सबसे लोकप्रिय है।
  • 2) फुटबॉल को उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में “सॉकर” भी कहा जाता है।
  • 3) फुटबॉल नाम दो शब्दों, “फुट” और “बॉल” से मिलकर बना है, जहां खिलाड़ी दौड़ते हैं और अपने पैर से एक बड़ी गेंद को किक मारते हैं।
  • 4) फुटबॉल दो टीमों के बीच खेला जाता है और प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं और उनमें से एक खिलाड़ी गोलकीपर होता है।
  • 5) एक बड़े मैदान के दोनों सिरों पर “गोल पोस्ट” बना होता है जहाँ उस गोलपोस्ट के साथ एक बड़ा सा जाल बंधा होता है।
  • 6) प्रत्येक खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ प्रतिस्पर्धा करता है और गेंद को प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में मारने की कोशिश करता है जिसे “गोल” कहा जाता है।
  • 7) गोल को बचाने के लिए दो गोलकीपर अपनी टीम के गोल पोस्ट के सामने खड़े होते हैं ताकि गेंद को उनके गोल पोस्ट में प्रवेश करने से रोका जा सके।
  • 8) फुटबॉल के खेल में एक रेफरी होता है जो एक खिलाड़ी द्वारा किए गए गोल का न्याय करता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि खेल ईमानदारी से खेला जाए।
  • 9) फुटबॉल का खेल 90 मिनट का होता है जिसमें 10 मिनट के ब्रेक के साथ 45-45 मिनट के दो सत्र होते हैं।
  • 10) कोई गोल नहीं होने या समान गोल होने की स्थिति में, प्रत्येक टीम को 30 मिनट का अतिरिक्त समय और अंत में 5 प्रयासों का “पेनाल्टी शूटआउट” दिया जाता है।

फुटबॉल पर निबंध 200 शब्द (Essay on Football 200 words in Hindi)

फुटबॉल आधुनिक समय में भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह युवाओं के मनोरंजन और आनंद के लिए आम तौर पर दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है। यह जजों के सामने पुरस्कार जीतने के लिए प्रतियोगिता के आधार पर भी खेला जाता है।

मूल रूप से, यह ग्रामीणों (इटली में रग्बी कहा जाता है) द्वारा खेला जाता था। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार इसकी उत्पत्ति चीन में होने की बात कही जाती है। यह दो टीमों (प्रत्येक में ग्यारह सदस्य) द्वारा एक दूसरे द्वारा अधिकतम लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से खेला जाता है। इस खेल की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को 90 मिनट की अवधि में खेला जाता है (प्रत्येक 45 मिनट के दो भागों में विभाजित किया जाता है। खिलाड़ी खेल के दो हिस्सों के बीच कुछ ब्रेक (15 मिनट से अधिक नहीं) लेते हैं। इस खेल में एक रेफरी और दो द्वारा सहायता की जाती है। लाइनमैन (खेल का आयोजन)।

फुटबॉल खेलने के फायदे

फुटबॉल खेलना एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। यह अन्य आयु वर्ग के लोगों सहित बच्चों, बच्चों और युवाओं को कई अन्य लाभ भी प्रदान करता है। यह आमतौर पर छात्रों के स्वास्थ्य लाभ के लिए स्कूलों और कॉलेजों में खेला जाता है। यह छात्र के कौशल, एकाग्रता स्तर और स्मरण शक्ति में सुधार करने में मदद करता है। यह एक ऐसा खेल है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ और तंदरुस्त बनाता है। यह मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है जो दिमाग और शरीर को तरोताजा कर देता है। यह एक व्यक्ति को दैनिक जीवन की सभी सामान्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है।

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फुटबॉल पर निबंध 250 शब्द (Essay on Football 250 words in Hindi)

फुटबॉल दुनिया के सबसे मनोरंजक खेलों में से एक है। यह विभिन्न देशों में युवाओं द्वारा पूरी रुचि के साथ खेला जाता है। इसके दो बड़े पहलू हैं, एक स्वास्थ्य और दूसरा वित्तीय। यह एक व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है क्योंकि इस खेल के अच्छे करियर के साथ बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। पहले यह पश्चिमी देशों में खेला जाता था, लेकिन बाद में यह पूरी दुनिया में फैल गया। फुटबॉल एक गोल आकार का रबर ब्लैडर (चमड़े के साथ अंदर बना हुआ) होता है जो हवा से कसकर भरा होता है।

यह दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिनमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह 110 मीटर लंबे और 75 मीटर चौड़े एक आयताकार मैदान में खेला जाता है, जिस पर ठीक से रेखाएँ अंकित होती हैं। प्रत्येक टीम का लक्ष्य प्रत्येक टीम के पीछे के छोर पर विपरीत गोल-पोस्ट में गेंद डालकर अधिक से अधिक गोल करना होता है। प्रत्येक टीम के लिए मैदान में एक गोलकीपर, दो हाफ-बैक, चार बैक, एक लेफ्ट आउट, एक राइट आउट और दो सेंटर-फॉरवर्ड होते हैं। इसके कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिनका खेल खेलते समय प्रत्येक खिलाड़ी को पालन करना चाहिए। इसे केंद्र से खेला जाना शुरू किया जाता है और गोलकीपर के अलावा किसी भी खिलाड़ी को गेंद को हाथों से छूने की अनुमति नहीं होती है।

भारत में फुटबॉल खेल का महत्व

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है जो खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह भारत में विशेष रूप से बंगाल में बहुत महत्व का खेल है। पागल फुटबॉल खिलाड़ी फुटबॉल मैच जीतने की पूरी कोशिश करते हैं। इस खेल को देखने वालों और खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रेरित करती है। यह लोगों को खेल खेलने और देखने के लिए और अधिक उत्साही और इच्छुक बनाता है। एक फुटबॉल मैच आस-पास के क्षेत्रों से उत्सुक और जिज्ञासु दर्शकों की भारी भीड़ को आकर्षित करता है। यह एक टीम गेम है जो सभी खिलाड़ियों को टीम भावना सिखाता है।

यह 90 मिनट का खेल है जिसे 45 मिनट के दो भागों में थोड़े से ब्रेक के साथ खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनाता है। इस खेल का वित्तीय करियर अच्छा है इसलिए कोई भी छात्र (जो ज्यादा दिलचस्पी रखता है) इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल करियर बना सकता है। इस खेल को नियमित रूप से खेलने से व्यक्ति हमेशा स्वस्थ और फिट रहता है।

फुटबॉल पर निबंध 300 शब्द (Essay on Football 300 words in Hindi)

अगर नियमित रूप से खेला जाए तो फुटबॉल का खेल हम सभी के लिए बहुत उपयोगी है। यह हमें कई तरह से फायदा पहुंचाता है। यह एक दिलचस्प आउटडोर खेल है जो दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ी होते हैं। यह अच्छे शारीरिक व्यायाम का खेल है जो खिलाड़ियों को सद्भाव, अनुशासन और खेल भावना के बारे में सिखाता है। यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय खेल है और कई देशों के विभिन्न शहरों और कस्बों में वर्षों से खेला जाता है।

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति

ऐतिहासिक रूप से फुटबॉल का खेल 700-800 साल पुराना है लेकिन 100 साल से भी ज्यादा समय तक दुनिया का पसंदीदा खेल बना रहा। इसे रोमनों द्वारा ब्रिटेन लाया गया था। इसे पहली बार 1863 में इंग्लैंड में खेलना शुरू किया गया था। इस खेल को संचालित करने वाले पहले शासी निकाय के रूप में इंग्लैंड में फुटबॉल एसोसिएशन का गठन किया गया था। पहले लोग गेंद को अपने पैर से लात मार कर इसे खेल रहे थे जो बाद में एक दिलचस्प खेल बन गया।

धीरे-धीरे, इस खेल को बहुत लोकप्रियता मिली और एक आयताकार मैदान पर नियमों के साथ खेला जाने लगा जो सीमा रेखाओं और एक केंद्र रेखा से चिह्नित था। यह महंगा नहीं है और इसे सॉकर भी कहा जाता है। इस खेल के नियमों को मूल रूप से 1863 में फुटबॉल एसोसिएशन, इंग्लैंड द्वारा एक व्यवस्थित कोड में व्यवस्थित किया गया था जो फीफा द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शासित है। यह हर चार साल के बाद फीफा विश्व कप का आयोजन करता है।

फुटबॉल खेलने के नियम

फुटबॉल खेल खेलने के नियमों को आधिकारिक तौर पर खेल के नियम कहा जाता है। इस खेल को दो टीमों के अंतर्गत खेलने के लगभग 17 नियम हैं:

  • यह एक आयताकार मैदान में खेला जाता है जिसमें दो लंबी भुजाएँ (स्पर्श रेखाएँ) और दो छोटी भुजाएँ (गोल रेखाएँ) होती हैं। यह आधी रेखा से विभाजित मैदान में खेला जाता है।
  • फ़ुटबॉल आकार में (चमड़े से बना) 68-70 सेमी परिधि में और हवा से भरा होना चाहिए।
  • इसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। अगर किसी टीम में 7 से कम खिलाड़ी हैं तो एक बार इस खेल को शुरू नहीं किया जा सकता है।
  • खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और 2 सहायक रेफरी होने चाहिए। सहायक रेफरी।
  • यह खेल 90 मिनट की अवधि का है जिसमें प्रत्येक 45 मिनट के 2 भाग हैं। अंतराल 15 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • एक गेंद हर समय खेल में रहती है लेकिन खेल से बाहर हो जाती है जब भी किसी टीम ने गोल किया हो या रेफरी ने खेल को रोक दिया हो।
  • गोल होने के बाद खेल को फिर से शुरू करने के लिए गोल किक होती है।

फुटबॉल पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेल है। यह एक सस्ता खेल है, जो लगभग सभी देशों में बहुत रुचि के साथ खेला जाता है। इसका नियमित अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को कई तरह से लाभ मिलता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है।

फुटबॉल पर निबंध 500 शब्द (Essay on Football 500 words in Hindi)

Essay on Football – फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दुनिया भर में लाखों लोग खेलते हैं और प्यार करते हैं। इसे एक सार्वभौमिक खेल कहा जा सकता है क्योंकि हर छोटा और बड़ा राष्ट्र इसे खेलता है।

इसके अलावा, यह एक महान आराम करने वाला, तनाव से राहत देने वाला, अनुशासन और टीम वर्क का शिक्षक है। इसके अलावा यह शरीर और दिमाग को फिट और स्वस्थ रखता है। यह एक टीम गेम है जो इसे और अधिक मनोरंजक गेम बनाता है क्योंकि यह लोगों को खेल कौशल के महत्व को सिखाता है। नेतृत्व, और एकता।

फुटबॉल का इतिहास

फ़ुटबॉल का इतिहास यूनानियों के प्राचीन काल में देखा जा सकता है। सभी जानते हैं कि यूनानी महान खिलाड़ी थे और उन्होंने कई खेलों का आविष्कार किया।

फुटबॉल उनमें से एक के साथ होता है। फ़ुटबॉल जैसा एक समान खेल कई देशों में खेला जाता है लेकिन फ़ुटबॉल का नवीनतम संस्करण जिसे हम जानते हैं, इंग्लैंड में उत्पन्न हुआ है। इसी तरह इंग्लैंड ने खेल का पहला नियम बनाया। उस दिन के बाद से फुटबॉल ने ऐसी प्रगति की है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।

फुटबॉल का महत्व

फुटबाल दर्शक के साथ-साथ खिलाड़ी की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण खेल है। 90 मिनट का यह खेल उत्साह और रोमांच से भरपूर है।

इसके अलावा, यह खिलाड़ी को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और अनुशासित रखता है। और यह नब्बे मिनट का खेल उनके खेल कौशल, धैर्य और सहनशीलता का परीक्षण करता है।

इसके अलावा, यह सब आप नए दोस्त बनाते हैं और अपनी प्रतिभा का विकास करते हैं। इन सबसे ऊपर, यह एक वैश्विक खेल है जो देशों के बीच शांति को बढ़ावा देता है।

फुटबॉल कैसे सीखें

कोई भी खेल सीखना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए समर्पण और मेहनत की ज़रूरत है। इसके अलावा, यह सब खेल आपके धैर्य और इसके प्रति आग्रह की परीक्षा लेते हैं। इसके अलावा, हर नए कौशल के साथ जो आप सीखते हैं, आपका खेल भी बेहतर होता है। इन सबसे ऊपर, सीखना एक कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है इसलिए फुटबॉल सीखने के लिए आपको हर मिनट के विवरण पर ध्यान देना होगा जिसे आप गिनना या याद करना भूल जाते हैं।

भारत में फुटबॉल

यदि हम कुछ वर्ष पहले के परिदृश्य पर नजर डालें तो हम कह सकते हैं कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर अन्य राज्यों में फुटबॉल लोकप्रिय खेल नहीं था। साथ ही, भारतीय फुटबॉल खेलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते हैं। इसी तरह, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के पास कुछ सीमित संसाधन हैं और सरकार से सीमित समर्थन है।

लेकिन, अब परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है। इस समय फुटबॉल देश में क्रिकेट के स्तर से मेल खाता है। इसके अलावा, देश हर साल विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित करता है।

सबसे बढ़कर, फुटबॉल की अलोकप्रियता के कारण लोगों को पता ही नहीं चलता कि हमारे पास अंडर-17 और अंडर-23 है, साथ ही एक फुटबॉल टीम भी है।

फुटबॉल टूर्नामेंट

फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट फीफा वर्ल्ड कप है जो हर 4 साल में होता है। इसके अलावा, यूईएफए कप, एशियाई कप (एएफसी), अफ्रीकी समापन (सीएएफ) और कई अन्य जैसे कई अन्य टूर्नामेंट हैं।

निष्कर्ष निकालने के लिए, हम कह सकते हैं कि फुटबॉल बहुत दिलचस्प है कि हर मिनट के साथ दर्शक की सांसे थम जाती है। इसके अलावा, आप अनुमान नहीं लगा सकते कि फुटबॉल में अगले सेकंड या मिनट में क्या होने वाला है। इन सबके अलावा फुटबॉल खेलने वाले को फिट और स्वस्थ रखता है। इन सबसे ऊपर, यह दुनिया में शांति का संदेश फैलाने का एक माध्यम हो सकता है क्योंकि यह एक वैश्विक खेल है।

फुटबॉल निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1. फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट कौन सा आयोजित किया जाता है .

उत्तर: फीफा एसोसिएशन फुटबॉल के इंटरनेशनल फेडरेशन द्वारा आयोजित सर्वोच्च फुटबॉल टूर्नामेंट है।

प्रश्न 2. विद्यालयों में फुटबॉल को प्राथमिकता क्यों दी जाती है ?

उत्तर फुटबॉल सामाजिक और मनोवैज्ञानिक लाभों के संकेत दिखाता है जो आत्म-सम्मान में सुधार करता है और अच्छी खेल भावना और अनुशासन प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाता है।

प्रश्न 3. फुटबॉल के अन्य नाम क्या हैं ?

उत्तर: फुटबॉल को आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया में सॉकर के रूप में जाना जाता है, और दक्षिण अफ्रीका और रग्बी फुटबॉल के अमेरिकी संस्करण हैं।

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Football पर निबंध, कहानी, जानकारी | Football essay in hindi

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यहां, हमने फुटबॉल (Football) निबंध प्रदान किया है। और परीक्षा के दौरान फुटबॉल (Football) पर निबंध कैसे लिखना है, इस बारे में एक विचार प्राप्त करने के लिए छात्र इस फुटबॉल (Football) निबंध के माध्यम से जा सकते हैं। और फिर, वे अपने शब्दों में भी एक निबंध लिखने का प्रयास कर सकते हैं।

Table of Contents

फुटबॉल  पर एस्से (Essay on Football)

Football दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। यह लगभग हर देश में बच्चों से लेकर पेशेवर खिलाड़ियों तक सभी द्वारा खेला जाता है। पेशेवर फ़ुटबॉल को दुनिया भर में अरबों लोग देखते हैं। और इसे कुछ देशों में “सॉकर” भी कहा जाता है। यह एक बाहरी खेल है, जिसमें पूर्ण एथलेटिकवाद (athleticism) की आवश्यकता होती है, क्योंकि खिलाड़ियों को पूरे खेल में पूरे मैदान में दौड़ना और भागना पड़ता है। 

फुटबॉल पर यह निबंध इस खेल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। और यह छात्रों को विभिन्न फुटबॉल टूर्नामेंटों और यह खेल कैसे खेला जाता है, यह जानने में भी काफी मदद करेगा।

फुटबॉल कैसे खेला जाता है? (How Football is Played)

Football दो टीमों द्वारा खेला जाता है। प्रत्येक टीम में ग्यारह (11) खिलाड़ी होते हैं। खेल एक बड़े आयताकार आकार के घास के मैदान पर खेला जाता है। मैदान की चौड़ाई के दोनों सिरों पर दो गोलपोस्ट मौजूद होते हैं। खिलाड़ी गेंद को किक करके या प्रतिद्वंद्वी के गोल पोस्ट में हेड करके एक-दूसरे को पास करते हैं। खिलाड़ियों को गेंद को लात मारकर और टीम के साथियों के भीतर पास करके खेल खेलना होता है।

केवल गोलकीपर ही गोल पोस्ट के आसपास के प्रतिबंधित क्षेत्र में हाथों से गेंद को रोक सकता है। टीम का उद्देश्य अपनी विरोधी टीम की तुलना में अधिक गोल करना होता है। जब गेंद गोल रेखा से गुजरती है तो टीम एक गोल करती है। यह खेल 45 मिनट के दो हिस्सों के लिए खेला जाता है, और जो टीम सबसे अधिक गोल करती है वह इसे जीत जाती है।

फुटबॉल एक टीम स्पोर्ट है। गोल करने के लिए खिलाड़ी की प्रतिभा उनकी टीम को जीतने में मदद करती है। गोलपोस्ट से आगे बढ़ना, attack करना, शूट करना और स्कोर करना चैंपियन खिलाड़ियों के सामूहिक कौशल सेट हैं। इस खेल ने दशकों से कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों को देखा है। उनमे से कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ी पेले, डिएगो माराडोना, जॉर्ज बेस्ट, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी, आदि हैं।

फुटबॉल टूर्नामेंट (Football Tournaments)

विश्व कप फुटबॉल का सबसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। यह सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट है, जो फीफा ( FIFA ) द्वारा आयोजित किया जाता है। यह प्रतियोगिता हर चार साल में एक बार होती है। इस टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने के लिए लगभग 190 से 200 राष्ट्रीय टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। फाइनल विभिन्न देशों की 32 टीमों के बीच आयोजित किया जाता है, जो 4 सप्ताह से अधिक की अवधि के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

विश्व कप के अलावा, अन्य सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट Continental Championships हैं। ये हैं यूरोपीय चैंपियनशिप (UEFA): द एशियन कप (AFC), द कोपा अमेरिका (CONMEBOL), अफ्रीकन कप ऑफ नेशंस (CAF), द ओएफसी नेशंस कप (OFC), द CONCACAF गोल्ड कप। 

इन टूर्नामेंटों के अलावा भी, फुटबॉल क्लबों के बीच कई तरह के चैंपियंस लीग टूर्नामेंट भी आयोजित किए जाते हैं।

भारत में फुटबॉल (Football in India)

भारत में विभिन्न खेल खेले जाते हैं। Football उनमें से ही एक है। हालांकि इसे अन्य खेलों की तरह लोकप्रियता नहीं मिली है, लेकिन अब लोग इसमें भी काफी दिलचस्पी लेने लगे हैं। अब केरल, गोवा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और अन्य राज्यों के लोगों ने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया है। 

अंग्रेजों ने भारत में फुटबॉल खेल की शुरुआत की। शुरुआत में यह खेल सेना की टीमों के बीच खेला जाता था। यह खेल तब प्रसिद्ध हुआ जब 1911 में भारतीय फुटबॉलरों ने IFA-शील्ड ट्रॉफी जीती। यह पहली बार है जब किसी भारतीय टीम ने टूर्नामेंट मैच जीता, इससे पहले केवल ब्रिटिश टीमें ही खेल जीतती थीं।

भारत एक एकल खेल राष्ट्र से एक बहु-खेल राष्ट्र के रूप में विकसित हुआ है। हालांकि, Football जैसे खेलों में लोगों की भागीदारी में सुधार के लिए और अधिक संसाधन और खेल के बुनियादी ढांचे को उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। लोगों को उचित प्रशिक्षण, परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करके उन्हें Football में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। 

साथ ही सरकार को राज्य स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सुरक्षित नौकरी देकर या उनकी आर्थिक मदद करके भी उन्हें बढ़ावा देना चाहिए, ताकि वे खेलों पर अधिक ध्यान दें।

FAQ (Frequently Asked Questions)

फुटबॉल के एक खेल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

फुटबॉल का खेल में (प्रत्येक टीम में) कुल 11 खिलाड़ी खेलते हैं।

फुटबॉल की उत्पत्ति क्या है?

आधुनिक फुटबॉल की शुरुआत 19वीं सदी में ब्रिटेन में हुई थी।

फुटबॉल के खेल में रेफरी की मुख्य भूमिका क्या होती है?

रेफरी किसी मैच के दौरान यह देखता है कि खिलाड़ियों द्वारा सभी नियमों का पालन किया जाता है या नहीं।

निबंध लिखते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए?

1. यह व्याकरणिक के रूप से सही हो।  2. इसमें पूर्ण वाक्य का इस्तेमाल करे। 3. इसमें किसी भी तरह का abbreviations का उपयोग नहीं करे।

आशा करता हूं कि आज आपलोंगों को कुछ नया सीखने को ज़रूर मिला होगा। अगर आज आपने कुछ नया सीखा तो हमारे बाकी के आर्टिकल्स को भी ज़रूर पढ़ें ताकि आपको ऱोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिले, और इस articleको अपने दोस्तों और जान पहचान वालो के साथ ज़रूर share करे जिन्हें इसकी जरूरत हो। धन्यवाद।

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फुटबॉल खेल पर निबंध (Football Essay In Hindi)

फुटबॉल पर निबंध (Football Essay In Hindi Language)

आज के इस लेख में हम फुटबॉल पर निबंध (Essay On Football In Hindi) लिखेंगे। फुटबॉल पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

फुटबॉल पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Football In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कही विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे , जिन्हे आप पढ़ सकते है।

देश में बहुत से खेल खेले जाते हैं, जिसमें से क्रिकेट , वोलिबोल, बैडमिंटन, आदि है। इसके अतिरिक्त देश में एक बहुत लोकप्रिय खेल खेला जाता है और वह खेल फुटबॉल है। जोकि धीरे-धीरे देश में लोकप्रियता हासिल करता जा रहा है।

यह खेल लोगों को रोमांचित करता है। यह चुनौतीपूर्ण खेल लगता है जो आमतौर से दो टीमों द्वारा खेला जाता है। जिसके अंदर 11-11 खिलाड़ी होते हैं। फुटबॉल खेल को ग्रामीणों द्वारा खेला जाता था, जो कि इटली में रग्बी के नाम से जाना जाता है। वर्तमान के समय में रूस, इटली, जापान, इंडिया, अमेरिका बहुत से देशों द्वारा इस खेल को खेला जाता है। इस खेल को देखने के लिए लाखों लोग स्टेडियम में जाते हैं और इस खेल का आनंद लेते हैं।

फुटबॉल का मैच दो टीमों के बीच में खेला जाता है। यह एक आउटडोर खेल होता है। इसके अंदर दोनों फुटबॉल टीम के अंदर 11 खिलाड़ी होते हैं। मैच में कुल खिलाड़ी 22 होते हैं।  इस मैच के अंदर रन नहीं बनाने होते, बल्कि यहां पर गोल बनाने होते हैं और सबसे अधिक गोल बनाने वाली टीम को विजय हासिल होती है।

फुटबॉल का मैच किसी भी तरह के उपकरण द्वारा नहीं खेला जाता, बल्कि यह व्यक्ति द्वारा पैरों से खेला जाता है। इसमें गेंद को ठोकर मार कर विरोधियो के गोल वाले क्षेत्र तक पहुंचाना होता है। इस गेम को बहुत से देशों में सोसर के नाम से जाना जाता है।

फुटबॉल अलग-अलग रूप मे जाना जाता है, जैसा कि फुटबॉल एसोसिएशन, अमेरिकन फुटबॉल, फुटबॉल ऑस्ट्रेलियन, फुटबॉल आदि अलग-अलग देशों द्वारा खेला जाता है। फुटबॉल को अलग-अलग कोड्स के अनुसार जानते हैं।

हालांकि फुटबॉल बहुत से देशों में लोकप्रिय है। इसे देखने के लिए बहुत से लोग जाते हैं। यह धीरे-धीरे लोगों की पसंद बनता जा रहा है। आज देश में बहुत से बेहतरीन फुटबॉल प्लेयर्स है, जिन्होंने अपने फुटबॉल के क्षेत्र में रिकॉर्ड बनाए हैं।

इस खेल को खेलने के लिए बहुत दमखम और जोश और ऊर्जा की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसमें फुटबॉल को लात मारते हुए भागना होता है। परंतु बहुत से विद्रोही टीम के खिलाड़ी आपको गिराने की कोशिश करते हैं।

इस मैच में बहुत से खिलाड़ियों को लगने की संभावना रहती है, क्योंकि बॉल को पाने के लिए खिलाड़ी एक दूसरे को धक्का तक दे देते हैं, जिसमें हाथ पांव पर चोट आने की संभावना  रहती है।

फुटबॉल का इतिहास

फुटबॉल का मैच 1 प्राचीन मैच है, जोकि ग्रीक खेल के रूप में जाना जाता है। इस मैच के अंदर खिलाड़ी द्वारा अपने पैर से गेंद को ठोकर मारी जाती है और गोल वाले क्षेत्र तक पहुंचाया जाता है। यह खेल बहुत ही खतरनाक और भद्दा भी है, क्योंकि इसके अंदर पहुंचे खिलाड़ियों को चोट आने की संभावना रहती है।

इस मैच को खेलने के लिए खिलाड़ी एक दूसरे से धक्का-मुक्की तक कर लेते हैं, जिसके कारण खिलाड़ी के गिरने पर हाथ पांव को चोट आ सकती हैं। फुटबॉल का मैच एक सीमा के अंदर खेला जाता है जो आयताकार मैदान होता है। दोनों टीमों के 11-11 खिलाड़ी मैदान में रखे जाते हैं।

इस खेल की उत्पत्ति 12 वीं सदी में हुई थी, जो कि चीन और इंग्लैंड का एक लोकप्रिय खेल बनता गया। धीरे-धीरे इस खेल को खेलने के लिए नियमों को बनाया गया था, ताकि खिलाड़ी द्वारा इस खेल को नियम के साथ खेला जाए। सन 1800 के अंदर यह खेल एक अग्रिण खेल बन गया।

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति

फुटबॉल की शुरुआत कई वर्षों पूर्व हो चुकी थी। इसकी उत्पत्ति चीन से हुई थी। इसके अंदर दो टीमों को निर्धारित किया गया। टीम के अंदर 11 खिलाड़ियों को चुना गया। इसके अंदर तय किया गया कि जो अधिक से अधिक गोल बनाएगा वह टीम विजेता साबित होगी।

इसमें एक टीम दूसरी टीम के खिलाफ खेलती है। यह खेल अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के अनुसार 90 मिनट की होती है। जिसे दो भागों में बांटा गया है और इन दोनों को 45-45  मिनट में विभाजित किया गया है। फुटबॉल मैच के अंदर खिलाड़ी को समय-समय पर और बीच-बीच में अंतराल दिया जाता है। यह अंतराल 15 मिनट से अधिक का नहीं होता है।

जब खिलाड़ी को 15 मिनट का अंतराल दिया जाता है, तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी मैदान में उतार दिया जाता है। इस खेल के अंदर गोलकीपर रखे जाते हैं, ताकि वे अपने अपनी टीम के गोल को बचा सके। जिसे क्षेत्र रक्षक के नाम से जाना जाता है।

फुटबॉल के लाभ

देश में बहुत से खेल खेले जाते हैं। यह सभी खेल शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। यह एक तरह का शारीरिक व्यायाम होता है। इस खेल के अंदर खिलाड़ी द्वारा दौड़ा जाता है। जिससे खिलाड़ी का शरीर पूर्ण रूप से खुल जाता है और ऊर्जा से भरा हुआ रहता है।

इस खेल को खेलने से एकाग्रता का स्तर और स्मरण शक्ति आदि में बहुत सुधार आता है। फुटबॉल का खेल मानसिकता और  शारीरिक सुधार के लिए बहुत ही अच्छा खेल है। फुटबॉल का मैच एक मनोरंजन वाला खेल है। इसके अंदर व्यक्ति का मन तरोताजा और शक्ति से भरा रहता है।

फुटबॉल के मैच को खेलने के लिए खिलाड़ियों को पहले बहुत से शारीरिक व्यायाम कराए जाते हैं, जिससे खिलाड़ी खेलने के लिए सक्षम महसूस करता है।

फुटबॉल खेल के नियम

किसी भी खेल को खेलने के लिए उसके नियम का पालन करना जरूरी होता है। सभी खेल नियमों के आधार पर खेले जाते हैं। फुटबॉल मैच क्रिकेट मैच सभी के अंदर अलग-अलग नियम रखे जाते हैं। यह नियम दोनों टीमों को बांधे रखता है, जिससे खेल को सही से और नियमों के आधार पर किया जा सके।

  • इस मैच के अंदर दो स्पर्श लाइन होती है और दो छोटी लाइन होती है। यह एक आयताकार मैदान के अंदर खेला जाता है। फुटबॉल के मैदान को बराबर भागों में बांटा जाता है और लाइन कर दी जाती है।
  • फुटबॉल के मैच के अंदर फुटबॉल का आकार 68 सेंटीमीटर से 70 सेंटीमीटर का होता है। फुटबॉल एक चमड़े की बनी होती है और गोल होती है।
  • फुटबॉल के मैच के अंदर दोनों टीमों के अंदर 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस मैच को शुरू करने के लिए कम से कम 7 खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है, यदि खिलाड़ी नही होते हैं तो यह खेल शुरू नहीं किया जा सकता।
  • खेल खेलने के लिए एक रेफरी और दो सहायक रेफरी रखें जाते हैं। जो कि खिलाड़ियों को गलत खेलने पर रोकते हैं और गोल होने और सभी गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हैं।
  • फुटबॉल के मैच के अंदर खेल को 90 मिनट का रखा जाता है। खेल को दो भागों में बांट दिया जाता है, जो कि 45  45 मिनट के होते हैं। इसके अंदर फुटबॉल खिलाड़ी को 15 मिनट से ज्यादा का अंतराल नहीं दिया जाता है।
  • फुटबॉल हर समय मैदान के अंदर ही रहती है, जब तक खिलाड़ी मैदान के अंदर है। इस खेल के अंदर गेंद बाहर तब निकाली जाती है, जब रैफरी द्वारा खेल को रोक दिया  जाता है।
  • जब खिलाड़ी द्वारा एक गोल बना लिया जाता है, तो वापिस इस खेल को शुरू गेंद को किक मारकर किया जाता है।
  • इस खेल के अंदर खिलाड़ी द्वारा गेंद को सिर्फ पैरों से ही किक मारना होता है।
  • फुटबॉल को गोल करने के लिए हाथों का इस्तेमाल नहीं कर सकते है।
  • फुटबॉल मैच को खेलने के लिए खिलाड़ी को जूतों और संपूर्ण तोड़ से टीम के कपड़ों का पहने हुए होना जरूरी होता है, जो कि खिलाड़ी को टीम का खिलाड़ी घोषित करता है।

भारत में फुटबॉल का महत्व

भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेल क्रिकेट है, परंतु फुटबॉल ने भी धीरे-धीरे अपनी लोकप्रियता हासिल कर ली है। बहुत से भारतीय लोगों को फुटबॉल मैच खेलना अच्छा लगता है  साथ ही साथ खेल को देखने के लिए वे जाते हैं। फुटबॉल एक आउटडोर गेम होता है।

भारत के अंदर फुटबॉल का खेल सबसे ज्यादा बंगाल में खेला जाता है। यह बंगाल के लोगों का एक लोकप्रिय खेल है और वे इस खेल को बहुत ही महत्व देते हैं। यह खेल जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए लोगों को ज्यादा प्रोत्साहित करता है। इस खेल को खेलने के लिए खिलाड़ियों के अंदर बहुत इच्छा होती है।

फुटबॉल का मैच भारत के लोगों को उत्साहित और रुचिपूर्ण बनाता है। भारत में फुटबॉल का मैच दर्शकों को जिज्ञासु और बहुत से भीड़ को अपनी और आकर्षित करता है। यह मैच 2 टीमों द्वारा खेला जाने वाला है।

यह लोगों को एक दूसरे के प्रति भावना सिखाता है। 90 मिनट का यह लंबा खेल 45-45 मिनट के अंतराल के अंदर खेला जाता है। यह खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक,  बौद्धिक रूप से मजबूत बनाए रखता है।

भारत में आज इस खेल के अंदर बहुत से विद्यार्थी अपना करियर बना सकते हैं। आज भारत में बहुत से लोगों द्वारा फुटबॉल का मैच खेला जाता है। यह व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ बनाता है और तंदुरुस्त रखता है।

देश में बहुत से खेल लोकप्रिय हैं। आज बहुत से देशों द्वारा फुटबॉल को महत्व दिया जाने लगा है। आज बहुत से देश के अंदर फुटबॉल के बड़े-बड़े मैच आयोजित किए जाते हैं। यह मैच धीरे-धीरे बहुत से देशों में महत्व पूर्ण खेल जाना जाने लगा है। यह खेल खिलाड़ियों को स्वस्थ बनाए रखता है और मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत बनाए रखता है।

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तो यह था फुटबॉल पर निबंध , आशा करता हूं कि फुटबॉल पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Football) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है , तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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फुटबॉल विश्व में सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है। यह विश्व के सभी देशों में प्रचलित है। लोकप्रियता के मामले में फुटबॉल, क्रिकेट से भी आगे है। 200 से ज्यादा देशों में फुटबॉल खेला जाता है। अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, बेल्जियम, इंग्लैंड, रूस, कोलंबिया, पेरू, उरूग्वे, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, सेनेगल, कोस्टा रिका जैसे देशों में फुटबॉल बहुत लोकप्रिय खेल है।

इस खेल में सिर्फ 90 मिनट का समय लगता है, इसलिए यह क्रिकेट की तुलना में अधिक लोकप्रिय है। दर्शक इसे देखने के लिए उत्साहित रहते हैं। उन्हें बहुत अधिक समय भी नहीं देना पड़ता है जबकि क्रिकेट खेलने के लिए कम से कम 3 घंटे का समय देना पड़ता है।

Table of Content

फुटबॉल खेलने से ना सिर्फ मनोरंजन होता है बल्कि स्वास्थ्य भी अच्छा हो रहता है। इस खेल में शरीर के सभी अंगो का भरपूर व्यायाम हो जाता है। इस तरह मनोरंजन के साथ-साथ स्वास्थ्य भी उत्तम बनता है। फुटबॉल के खेल को बच्चे से लेकर बूढ़े तक खेलना पसंद करते हैं। इसमें बड़ी सी गेंद जिसे फुटबॉल कहते हैं, उसे पैर से किक मार के विपक्षी टीम के नेट में डालना होता है।

उस नेट को गोल कहते हैं। गेंद को पैर से किक मारते हैं। फुटबॉल हवा में बड़ी तेजी से आगे बढ़ती है जिसे देखकर सभी लोग रोमांचित हो उठते हैं। युवाओं के बीच यह खेल बहुत प्रसिद्ध है। इसे खेलने से चुस्ती फुर्ती बढ़ती है और एक अच्छा व्यायाम होता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल है। हर 4 साल पर फुटबॉल वर्ल्ड कप होता है। 2018 का फीफा वर्ल्ड कप का विजेता फ्रांस बना था।

फुटबॉल का इतिहास HISTORY OF FOOTBALL

अंग्रेजी में फुटबॉल को Football कहते हैं जिसका अर्थ है Ball को Foot से मारना। यानी गेंद को पैर से मारना। ऐसा माना जाता है कि फुटबॉल एक चीनी खेल सूजु से विकसित हुआ। इस खेल को चीन में ह्याँ वंश ने विकसित किया था। जापान में इसी खेल को असुका वंश के लोग खेलते थे।

1409 में ब्रिटेन के राजकुमार हेनरी चतुर्थ ने फुटबॉल को अंग्रेजी में Football कहकर संबोधित किया था। इसे 1586 में डेविस नाम के समुद्री जहाज के कप्तान ने अपने साथियों के साथ ग्रीनलैंड में खेला था। 1878 में रॉबर्ट ब्राउन स्मिथ ने फुटबॉल के विकास पर एक पुस्तक लिखी थी।

21 मई 1984  को FIFA फीफा फेडरेशन इंटरनेशनल ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन की स्थापना की गई। इसके अध्यक्ष रॉबर्ट गुएरिन थे। यूरोप के सात बड़े देश फ्रांस, बेल्जियम, डेनमार्क, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड इसमें पहली बार शामिल हुए थे।

फुटबॉल खेलने के नियम RULES OF FOOTBALL

इस खेल में खिलाड़ी शर्ट्स, शोर्ट्स, मोजे, जूते पहनते है। घड़ी, गहने या कोई दूसरी चीज पहनने की मनाई होती है जिससे दूसरे खिलाड़ियों को चोट पहुँच सके। गोल कीपर ऐसे कपड़े  पहनता है जिससे विपक्षी टीम के खिलाड़ी उसे आसानी से पहचान सके। फुटबाल के अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति होती है। घायल हो जाने या कोई और समस्या होने पर खिलाड़ी को बदलने की अनुमति होती है।

यह खेल 120  गज लंबा और 90 गज चौड़े मैदान पर खेला जाता है।  यह खेल कुल 90 मिनट का होता है। इसे दो भागों में बंटा हैं- 45 मिनट और 15 मिनट के अंतराल में। इसमें 2 टीमें होती हैं। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। खिलाड़ियों को अपनी विरोधी टीम के गोल पोस्ट में गेंद को मारकर गोल करना होता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल को रोकने का प्रयास करता है।

वह हाथ पैरों और पूरे शरीर की मदद से गोल रोक सकता है परंतु बाकी किसी खिलाड़ी को हाथ का इस्तेमाल करने की परमिशन नहीं होती है। अन्य खिलाड़ी सिर्फ पैर से ही यह खेल खेल सकते हैं। कोई फुटबॉल को हाथ से नहीं छू सकता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गोल रोकने का भरपूर प्रयास करता हैं। जो टीम अधिक गोल करती है, वह विजय मानी जाती है। फुटबॉल के खेल को सही तरह से संचालित करने के लिए एक रेफरी और दो लाइन मैन होते हैं।

रेफरी इस बात का ध्यान रखता है कि दोनों टीमों के सभी खिलाड़ी खेल के नियमों का पालन करें। खेल का मैदान 2 लंबी रेखाओं (स्पर्श लाइन) और दो छोटी लाइन (साइट गोल लाइन) में बंटा हुआ आयताकार मैदान होता है। फुटबॉल की गेंद का आकार लगभग 70 सेंटीमीटर का होता है। 1 गोल होने पर खेल को दोबारा शुरू करने के लिए फ़ुटबाल पर किक लगाकर खेल दोबारा शुरू किया जाता है।

फुटबॉल खेलने से लाभ ADVANTAGES OF PLAYING FOOTBALL

फुटबॉल का खेल खेलने से अनेक लाभ है। इसे खेलने से टीम भावना का विकास होता है। विभिन्न देशों के बीच जब फुटबॉल का मैच होता है तो इससे आपसी भाईचारा और प्रेम बढ़ता है। यह खेल खेलने से ह्रदय स्वस्थ बनता है। यह एक अच्छा व्यायाम साबित होता है।

इस खेल को खेलने में बहुत अधिक ऊर्जा नष्ट होती है, जिससे खिलाड़ियों की अतिरिक्त कैलोरी बर्न हो जाती है और उनको उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है। फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और कोई भी रोग नहीं होता है। यह मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करता है। जो लोग डिप्रेशन, अवसाद, तनाव जैसे रोगों से ग्रस्त हैं उन्हें फुटबॉल खेलना चाहिए।

अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल का संचालन ORGANISING INTERNATIONAL FOOTBALL GAMES

वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबाल के खेलों का संचालन फीफा FIFA Fédération Internationale de Football Association (फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन) करती है।

फुटबॉल के प्रसिद्ध खिलाड़ी FAMOUS FOOTBALL PLAYERS

क्रिस्टियानो रोनाल्डो, रोनाल्डिन्हो, नेमर, लियोन मेसी, लुईस सुआरेज़, मैनुएल नॉयर,  गेराथ बेल, ज़्लाटन इब्राहिमोविक, जेरोम बोटेंग, रॉबर्ट लेवानडॉस्की, डेविड डे गिया दुनिया के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी हैं।

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essay on football in hindi for class 3

दा इंडियन वायर

फुटबॉल पर निबंध

essay on football in hindi for class 3

By विकास सिंह

essay on football in hindi

फुटबॉल एक बाहरी खेल है जिसमें दो विरोधी टीमों के बीच फुटबॉल का उपयोग करके गोल करने के क्रम में गेंद को पैर से मारना होता है इस खेल में दो पक्ष होते हैं और दोनों पक्ष में 11 खिलाडी होते हैं।

फुटबॉल पर निबंध, short essay on football in hindi (100 शब्द)

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दो टीमों द्वारा आउटडोर खेला जाता है। फुटबॉल टीम में से प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं, फुटबॉल मैच में कुल खिलाड़ी 22 हो जाते हैं। इस खेल का उद्देश्य प्रत्येक टीम द्वारा अधिकतम गोल करना है। अधिकतम गोल वाली टीम को विजेता टीम के रूप में करार दिया जाता है, कम गोलों वाली टीम हारने वाली बन जाती है।

यह एक ऐसा खेल है जो एक गेंद को पैर से मारकर खेला जाता है। इस खेल को कुछ देशों में फुटबॉल भी कहा जाता है। फुटबॉल के विभिन्न रूप हैं जैसे कि एसोसिएशन फुटबॉल (यूके में), ग्रिडिरोन फुटबॉल, अमेरिकन फुटबॉल या कनाडाई फुटबॉल (यूएस और कनाडा में), ऑस्ट्रेलियाई नियम फुटबॉल या रग्बी लीग (ऑस्ट्रेलिया में), गेलिक फुटबॉल (आयरलैंड में), रग्बी फुटबॉल (न्यूजीलैंड में), आदि फुटबॉल के विभिन्न रूपों को फुटबॉल कोड के रूप में जाना जाता है।

फुटबॉल पर निबंध, essay on football in hindi (150 शब्द)

फुटबॉल एक बाहरी खेल है जो दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह खेल फुटबॉल के रूप में भी जाना जाता है और एक गोलाकार गेंद के साथ खेला जाता है। यह अनुमान लगाया गया है कि यह 150 देशों के लगभग 250 मिलियन खिलाड़ियों द्वारा खेला जाता है जो इसे दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल बनाता है। यह एक आयताकार क्षेत्र पर खेला जाता है, जिसके प्रत्येक छोर पर एक गोल-पोस्ट होता है।

यह आमतौर पर किसी भी टीम द्वारा या मनोरंजन और आनंद के लिए खेल जीतने के लिए खेला जाने वाला एक प्रतिस्पर्धी खेल है। यह कई मायनों में खिलाड़ियों को शारीरिक लाभ प्रदान करता है क्योंकि यह एक सर्वोत्तम व्यायाम है। यह एक सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है जो आमतौर पर हर किसी को विशेष रूप से बच्चों और बच्चों द्वारा पसंद किया जाता है।

यह दो टीमों के बीच खेला जाने वाला एक टीम स्पोर्ट है, जिसका लक्ष्य प्रत्येक टीम द्वारा दूसरी टीम की तुलना में अधिक गोल करने का होता है। एक टीम विजेता बन जाती है जो मैच के अंत में अधिकतम गोल करती है।

फुटबॉल का महत्व पर निबंध, essay on football in hindi (200 शब्द)

फुटबॉल आधुनिक समय में भी दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह आमतौर पर युवाओं के मनोरंजन और आनंद के लिए दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला एक सबसे रोमांचक और चुनौतीपूर्ण खेल है। यह न्यायाधीशों के सामने पुरस्कार जीतने के लिए प्रतियोगिता के आधार पर भी खेला जाता है। मूल रूप से, यह ग्रामीणों (इटली में रग्बी के रूप में कहा जाता है) द्वारा खेला जाता था।

कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, यह कहा जाता है कि इसकी उत्पत्ति चीन में हुई है। यह दो टीमों (प्रत्येक में ग्यारह सदस्य) द्वारा खेला जाता है, जिसका लक्ष्य एक दूसरे द्वारा अधिकतम लक्ष्य प्राप्त करना है। इस खेल के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को 90 मिनट की अवधि में खेला जाता है (प्रत्येक के 45 मिनट के दो भागों में विभाजित किया जाता है। खिलाड़ी खेल के दो हिस्सों के बीच कुछ ब्रेक (15 मिनट से अधिक नहीं) लेते हैं। इस खेल को एक रेफरी और दो लाइनमैन (खेल का संचालन) द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।

फुटबॉल खेलने के फायदे

फुटबॉल का खेल खेलना एक अच्छा शारीरिक व्यायाम है। यह बच्चों, बच्चों और युवाओं को अन्य आयु वर्ग के लोगों सहित कई अन्य लाभ प्रदान करता है। यह आम तौर पर स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के स्वास्थ्य लाभ के लिए खेला जाता है। यह छात्र के कौशल, एकाग्रता स्तर और मेमोरी पावर को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह एक ऐसा खेल है जो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ और स्वस्थ बनाता है। यह मनोरंजन का एक बड़ा स्रोत है जो मन और शरीर को तरोताजा करता है। यह एक व्यक्ति को दैनिक जीवन की सभी सामान्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है।

फुटबॉल पर निबंध, paragraph on football in hindi (250 शब्द)

फुटबॉल दुनिया के सबसे मनोरंजक खेलों में से एक है। यह विभिन्न देशों में युवाओं द्वारा पूरी रुचि के साथ खेला जाता है। इसके दो बड़े पहलू हैं, एक स्वास्थ्य है और दूसरा वित्तीय है। यह एक व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है क्योंकि इस खेल में एक अच्छे कैरियर के साथ बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। पहले यह पश्चिमी देशों में खेला जाता था, लेकिन बाद में यह पूरी दुनिया में फैल गया। फुटबॉल एक गोल आकार का रबर ब्लैडर है (चमड़े के साथ अंदर बनाया गया है) कसकर हवा से भरा होता है।

यह दो टीमों द्वारा खेला जाता है जिसमें प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। यह 110 मीटर लंबे और 75 मीटर चौड़े एक आयताकार क्षेत्र में खेला जाता है, जिसे ठीक से लाइनों के साथ चिह्नित किया गया है। प्रत्येक टीम का लक्ष्य प्रत्येक टीम के पीछे के छोर पर गेंद को विपरीत गोल-पोस्ट में डालकर अधिकतम गोल बनाना है।

प्रत्येक टीम के लिए एक गोल कीपर, दो हाफ बैक, चार बैक, एक लेफ्ट आउट, एक राइट आउट और दो सेंटर फॉरवर्ड हैं। इसके कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिनका प्रत्येक खिलाड़ी को खेल खेलते समय पालन करना चाहिए। इसे केंद्र से खेलना शुरू किया जाता है और किसी भी खिलाड़ी को गोल-कीपर को छोड़कर हाथों से गेंद को छूने की अनुमति नहीं है।

भारत में फुटबॉल खेल का महत्व:

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है जिसे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह भारत में विशेष रूप से बंगाल में बहुत अधिक महत्व का खेल है। फुटबॉल मैच जीतने के लिए क्रेजी फुटबॉल खिलाड़ी पूरी कोशिश करते हैं। इस खेल के दर्शकों और खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति उन्हें जीवन में सफलता हासिल करने के लिए बहुत प्रेरित करती है।

यह लोगों को खेल खेलने और देखने के लिए अधिक उत्साही और इच्छुक बनाता है। एक फुटबॉल मैच आस-पास के क्षेत्रों से उत्सुक और उत्सुक दर्शकों की भारी भीड़ को आकर्षित करता है। यह एक टीम गेम है जो सभी खिलाड़ियों को टीम भावना सिखाता है।

यह 90 मिनट लंबा खेल है, जो 45 मिनट के दो भागों में थोड़ा ब्रेक के साथ खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनाता है। इस खेल में अच्छा वित्तीय करियर है, इसलिए कोई भी छात्र (ज्यादा दिलचस्पी वाला) इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल करियर बना सकता है। इस खेल को नियमित रूप से खेलने से व्यक्ति हर समय स्वस्थ और फिट रहता है।

फुटबॉल पर निबंध, 300 शब्द:

प्रस्तावना:.

अगर हम नियमित रूप से खेले तो फुटबॉल खेल हम सभी के लिए बहुत उपयोगी है। यह हमें कई तरह से फायदा पहुंचाता है। यह दो टीमों द्वारा खेला जाने वाला एक दिलचस्प आउटडोर गेम है जिसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ी हैं। यह अच्छे शारीरिक व्यायाम का खेल है जो खिलाड़ियों को सामंजस्य, अनुशासन और खेल कौशल के बारे में सिखाता है। यह दुनिया भर में एक लोकप्रिय खेल है और कई देशों के शहरों और कस्बों में सालों तक खेला जाता है।

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति:

ऐतिहासिक रूप से, फुटबॉल का खेल 700-800 साल पुराना है, लेकिन 100 से अधिक वर्षों के लिए दुनिया का पसंदीदा खेल बन गया है। इसे रोमन द्वारा ब्रिटेन में लाया गया था। यह पहली बार 1863 में इंग्लैंड में खेलना शुरू किया गया था। इंग्लैंड में फुटबॉल एसोसिएशन का गठन इस खेल को संचालित करने वाला पहला शासी निकाय था। पहले, लोग गेंद को केवल अपने पैर से मारकर इसे खेल रहे थे जो बाद में एक दिलचस्प खेल बन गया।

धीरे-धीरे, इस खेल को बहुत लोकप्रियता मिली और एक आयताकार क्षेत्र पर नियमों के साथ खेला जाने लगा जो कि सीमा रेखाओं और एक केंद्र रेखा द्वारा चिह्नित था। यह महंगा नहीं है और इसे फुटबॉल भी कहा जाता है। इस खेल के कानून मूल रूप से फुटबॉल एसोसिएशन, इंग्लैंड द्वारा 1863 में एक व्यवस्थित कोड में व्यवस्थित किए गए थे जो फीफा द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शासित है। यह हर चार साल के बाद फीफा विश्व कप का आयोजन करता है।

फुटबॉल खेलने के नियम:

फुटबॉल खेल खेलने के नियमों को आधिकारिक तौर पर खेल के नियम कहा जाता है। दो टीमों के तहत इस खेल को खेलने के लगभग 17 नियम हैं:

  • यह एक आयताकार क्षेत्र में दो लंबी भुजाओं (स्पर्श रेखाओं) और दो छोटी भुजाओं (गोल रेखाओं) के साथ खेला जाता है। यह आधी लाइन से विभाजित क्षेत्र में खेला जाता है।
  • फुटबॉल को परिधि में 68-70 सेमी (आकार में चमड़े से बना) और हवा से भरा होना चाहिए।
  • इसमें प्रत्येक में 11 खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। एक बार इस गेम को शुरू नहीं किया जा सकता है अगर किसी भी टीम में 7 से कम खिलाड़ी हैं।
  • खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए एक रेफरी और 2 सहायक रेफरी होने चाहिए।
  • यह गेम 90 मिनट की अवधि का है, जिसमें 45 मिनट के 2 भाग हैं। अंतराल 15 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए। जब भी कोई टीम गोल करती है या रेफरी ने खेल रोक दिया होता है, तो गेंद हर समय खेलने से बाहर हो जाती है।
  • एक गोल होने के बाद नाटक को पुनः आरंभ करने के लिए एक गोल किक है।

निष्कर्ष:

फुटबॉल पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेल है। यह एक सस्ता खेल है, जो लगभग सभी देशों में बहुत रुचि के साथ खेला जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों को कई तरह से लाभ मिलता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बहुत सारे लाभ प्रदान करता है।

फुटबॉल पर निबंध, long essay on football in hindi (400 शब्द)

फुटबॉल एक बहुत प्रसिद्ध खेल है जो दुनिया भर में लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। यह लोगों को तनाव से राहत दिलाने में मदद करता है, अनुशासन और टीम वर्क सिखाता है और साथ ही खिलाड़ियों और प्रशंसकों को फिटनेस भी देता है। यह बहुत रुचि, खुशी और आश्चर्य का खेल है। यह एक गेंद को पैर से मारकर खेला जाता है, जिसे फुटबॉल खेल कहा जाता है।

फुटबॉल का इतिहास

फुटबॉल को एक प्राचीन यूनानी खेल माना जाता है जिसे हार्पस्टोन कहा जाता है। यह दो टीमों द्वारा एक गेंद को पैर से मारकर इसी तरह खेला गया था। यह एक मोटा और क्रूर खेल था जिसका लक्ष्य गोल लाइन के पिछले हिस्से पर गेंद को चलाना या किक मारकर गोल करना था। यह बिना किसी विशिष्ट सीमा के दायर किए गए आकार, खिलाड़ियों की संख्या, साइड बाउंड्री, आदि के साथ खेला गया था।

यह पहले इंग्लैंड में लोकप्रिय हुआ और फिर इसके नियम तब लागू हुए जब यह 1800 के दशक में स्कूलों में एक अग्रणी खेल बन गया। बाद में, यह अमेरिका में फैल गया था। बीच में, विशेष रूप से बढ़ती क्रूरता के कारण स्कूलों में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालाँकि, इसे 1905 में समिति द्वारा वैध कर दिया गया था, लेकिन फिर भी इसे किसी भी तरह के खेलने के लिए प्रतिबंधित किया गया जैसे हथियार बंद करना आदि।

फुटबॉल खेल कैसे खेलें

फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है जो खिलाड़ियों को स्वस्थ और अनुशासित रखता है। यह उनके मन और टीम की भावना और उनके बीच सहनशीलता की भावना विकसित करता है। यह नब्बे मिनट (45 मिनट और दो मिनट के ब्रेक के दो हिस्सों में) के लिए खेला जाने वाला खेल है। इस गेम में प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ियों की दो टीमें हैं। खिलाड़ियों को अपने पैर से गेंद को मारना होता है और प्रतिद्वंद्वी टीम के गोलपोस्ट में गेंद डालकर गोल करना होता है।

प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ियों द्वारा किए गए लक्ष्य का विरोध करने के लिए, प्रत्येक तरफ एक गोलकीपर है। गोल कीपर को छोड़कर किसी भी खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की अनुमति नहीं है। अधिक गोल करने वाली टीम को विजेता और अन्य को हारे हुए घोषित किया गया। खेल एक रेफरी और दो लाइनमैन (प्रत्येक पक्ष पर एक) द्वारा आयोजित किया जाता है। सभी खिलाड़ियों को इस खेल को खेलते समय नियमों का कड़ाई से पालन करने की चेतावनी दी जाती है। यह एक अंतरराष्ट्रीय खेल रहा है और विश्व के विभिन्न देशों में हर चार साल में विश्व कप टूर्नामेंट के रूप में खेला जाता है।

फुटबॉल के लाभ और महत्व

नियमित रूप से फुटबॉल खेलने से खिलाड़ी को कई फायदे मिलते हैं जैसे एरोबिक और एनारोबिक फिटनेस, मनोसामाजिक लाभ, एकाग्रता स्तर को बढ़ाता है, फिटनेस कौशल में सुधार करता है, आदि। यह सभी उम्र के लोगों को लाभ पहुंचाता है। इसके महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं:

  • यह एक व्यक्ति को अधिक अनुशासित, शांत और समयनिष्ठ बनाता है।
  • यह हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है क्योंकि इसमें दौड़ लगाना शामिल होता है जो हृदय प्रणाली को काफी प्रभावित करता है।
  • यह टीम वर्क के लिए खिलाड़ियों को प्रेरित करता है।
  • यह फिटनेस कौशल के स्तर में सुधार करता है। यह अधिक शरीर में वसा खोने, दुबला मांसपेशियों, मांसपेशियों की ताकत हासिल करने और जीवन भर स्वस्थ आदतों में सुधार करने में मदद करता है।
  • यह शारीरिक और मानसिक शक्ति में सुधार करता है।
  • यह खिलाड़ियों को निराशा से निपटने, अच्छे खेल कौशल का अभ्यास करने आदि में मदद करके मनोवैज्ञानिक और सामाजिक लाभ भी प्रदान करता है।
  • यह खिलाड़ियों में अनुकूलन क्षमता और त्वरित सोच विकसित करके आत्मविश्वास स्तर और आत्म-सम्मान में सुधार करता है।
  • फुटबॉल खेलना सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करके अवसाद को कम करता है।

फुटबॉल एक अच्छा खेल है, जो शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से विभिन्न पहलुओं में एक खिलाड़ी को लाभ देता है। यह खिलाड़ी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाज में एक अद्वितीय प्रतिष्ठा बनाने में मदद करता है। बच्चों और बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होने के लिए घर और स्कूलों में फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में | Essay on Football in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आए हैं फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हम सभी जानते हैं कि फुटबॉल बहुत ही लोकप्रिय खेल है। हर साल फुटबॉल के टूर्नामेंट का आयोजन दुनिया भर में किया जाता है। इतना ही नहीं बच्चों को भी स्कूलों में फुटबॉल खेलना सिखाया जाता है और बच्चे भी अब चाहते हैं कि वो इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाएं। ऐसे में कई बार विद्यार्थियों को फुटबॉल पर निबंध लिखने के लिए परीक्षा में कहा जाता है। तो अगर आप भी एक विद्यार्थी हैं और फुटबॉल के ऊपर अलग-अलग शब्दों में निबंध ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूर पढ़ें। 

फुटबॉल पर निबंध

फुटबाल पर निबंध 100 शब्दों में

फुटबॉल एक बहुत ही प्रसिद्ध और रोमांचक खेल है जिसे पूरी दुनिया के लोग पसंद करते हैं। यह एक बहुत ही पुराना खेल है जिसे पुराने जमाने से ही लोग खेलते चले आ रहे हैं। यह खेल 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच में खेला जाता है। जब भी किसी खिलाड़ी को गेंद पास करनी होती है तो वह इसके लिए अपने हाथों का उपयोग नहीं कर सकता। फुटबॉल का पूरा खेल पैरों से ही खेला जाता है। यह एक ऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए किसी भी इंसान के शरीर में बहुत ज्यादा ऊर्जा होनी चाहिए। 

फुटबाल पर निबंध 150 शब्दों में

पूरे विश्व में सैकड़ों तरह के खेल खेले जाते हैं और फुटबॉल भी उन्हीं खेलों में से एक है। यह एक बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध और लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल खेलने के लिए पूरी दुनिया के हर देश की अपनी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम बनी हुई है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई तरह के फुटबॉल टूर्नामेंट खेले जाते हैं जिसमें जो टीम जीतती है उसे पुरस्कार दिया जाता है। 

जब भी फुटबॉल के मैच का आयोजन होता है तो तब उसे देखने के लिए दर्शक भारी मात्रा में जाते हैं। लोगों के इस लोकप्रिय खेल का आविष्कार लगभग 19वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लैंड देश में हुआ था। लेकिन इसमें अभी भी कुछ विवाद है क्योंकि चीन इस बात का दावा करता है कि उसने सबसे पहले फुटबॉल का आविष्कार किया था। 

जो भी टीम फुटबॉल खेलती है उसे बहुत सारे नियमों के समूह का पालन करना होता है। यह नियम इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड के द्वारा बनाए जाते हैं। वैसे तो फुटबॉल के मैच साल भर होते रहते हैं लेकिन फीफा मतलब की फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन हर 4 साल बाद फुटबॉल विश्व कप खेल को आयोजित करवाता है। इस फुटबॉल विश्व कप मैच को देखने के लिए दुनिया भर के दर्शक बहुत ही ज्यादा उत्सुक और उत्साहित रहते हैं। 

फुटबाल पर निबंध 250 शब्दों में

फुटबॉल दुनियाभर में मशहूर खेल है जिसे सभी लोग बड़े चाव से देखते हैं। ‌इस खेल का आविष्कार सदियों पहले हो गया था और फिर इसे फुटबॉल का नाम दिया गया। जिस समय इस खेल का आविष्कार हुआ था उस समय कुलीन अंग्रेजों के शाही घरानों में यह खेल बहुत शौक से खेला जाता था। 

धीरे-धीरे इस खेल में बहुत से सुधार हुए और आधुनिक फुटबॉल की अगर बात करें तो इसमें अब दो टीमें एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करतीं हैं। जो भी टीम अच्छा प्रदर्शन करती है उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। हर टीम में 11 खिलाड़ी होना जरूरी होता है। आज फुटबॉल को पूरे विश्व में ना सिर्फ देखा जाता है बल्कि खेला भी जाता है और यही कारण है कि यह खेल आज बहुत ज्यादा प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है। ऐसे बहुत सारे फुटबॉल प्रेमी हैं जो लाइव मैच देखने के लिए हजारों रुपए खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते। ‌

जब भी किसी देश में फुटबॉल टूर्नामेंट होता है तो वहां पर दर्शक अपनी फेवरेट टीम को हौसला देते हैं। अपने दर्शकों की तरफ से हौसला मिलने पर फुटबॉल के खिलाड़ियों में भी उत्साह भर जाता है और इस वजह से वो खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं। 

हर गुजरते दिन लोगों के बीच फुटबॉल के लिए उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। युवा वर्ग के लोग ही नहीं बल्कि सभी उम्र के लोग इस खेल का भरपूर आनंद लेते हैं। मौजूदा समय में फुटबॉल को क्रिस्प और शार्ट कर दिया गया है और यही वजह है कि आज की पीढ़ी इस गेम को इतना ज्यादा पसंद करती है।

फुटबाल पर निबंध 500 शब्दों में

फुटबॉल इस पूरी दुनिया में खेला जाने वाला एक बहुत ही मनोरंजक खेल है। हमारे देश भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फुटबॉल युवाओं के बीच बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। फुटबॉल खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और इसमें युवा वर्ग अपना एक बेहतरीन कैरियर भी बना सकते हैं। पहले फुटबॉल पश्चिमी देशों में अधिकतर खेला जाता था। लेकिन धीरे-धीरे यह खेल पूरी दुनिया के लोगों द्वारा पसंद किया जाएगा और खेला जाने लगा। 

फुटबॉल का खेल दो टीमों के बीच में खेला जाता है और हर टीम में 11-11 खिलाड़ी शामिल होते हैं। फुटबॉल एक आयताकार मैदान में खेला जाने वाला खेल है। दोनों टीमों में से जो भी टीम सबसे ज्यादा गोल करती है उनको ही विजेता घोषित किया जाता है। पर फुटबॉल खेलने के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं और उन नियमों का सभी खिलाड़ियों के द्वारा मानना जरूरी होता है। ‌

फुटबॉल खेल के नियम

फुटबॉल के खेल को खेलने के लिए बहुत से नियम भी होते हैं जोकि निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –

  • फुटबॉल चौरस मैदान में खेला जाता है जिसके अंदर 2 लंबी स्पर्श रेखाएं होती हैं और दो छोटी गोल रेखाएं बनी हुई होती है। इस खेल को आधी रेखा से विभाजित किए गए मैदान में खेला जाता है। 
  • इस खेल को खेलने के लिए जिस फुटबॉल का उपयोग किया जाता है वह चमड़े से बनी होनी चाहिए और उसका आकार 60-70 सेंटीमीटर परिधि में होना चाहिए। 
  • फुटबॉल के अंदर हवा भरी होनी चाहिए।
  • इस खेल को दो टीमों के बीच में खेला जाना चाहिए और हर टीम में 11-11 प्लेयर्स होना जरूरी है।
  • इस खेल की अवधि 90 मिनट तक की होती है जिसे दो भागों में विभाजित किया जाता है और हर भाग 45 मिनट का होता है। 
  • जब कोई टीम गोल कर देती है तो उसके बाद खेल की दोबारा से शुरूआत करने के लिए गोल किक होती है।

फुटबॉल खेल का महत्व 

दुनिया भर के देशों में फुटबॉल का बहुत ज्यादा महत्व है। हमारे देश भारत में भी फुटबॉल को बहुत से लोगों का प्रिय खेल माना जाता है। इसलिए भारत के बहुत से शहरों और राज्यों में विशेष तौर से बंगाल में फुटबॉल को काफी महत्व दिया जाता है। आज के युवा भी फुटबॉल खेलने में बहुत ज्यादा रुचि लेते हैं क्योंकि इस खेल को खेलने से जहां एक और स्वास्थ्य अच्छा रहता है तो वहीं दूसरी ओर एक शानदार कैरियर भी इस फील्ड में बनाया जा सकता है। 

फुटबॉल खेलने के लाभ

जो खिलाड़ी नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उससे उन्हें बहुत सारे लाभ मिलते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • फुटबॉल खेलने से हृदय का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
  • जो व्यक्ति फुटबॉल खेलता है वह बहुत अनुशासन में रहता है और समय का पाबंद भी बनता है।
  • फुटबॉल का खेल किसी भी इंसान को टीम वर्क करने के लिए प्रेरणा देता है।
  • इस खेल को खेल कर व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। 
  • जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उनके शरीर से फैट कम हो जाता है।
  • फुटबॉल खेलने से मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
  • जो लोग नियमित रूप से फुटबॉल खेलते हैं उनका शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनता है। 

Essay on Football in Hindi – FAQ

Q. फुटबॉल में कितने खिलाड़ी होते हैं.

Ans. फुटबॉल के प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।

Q. फुटबॉल मैच की अवधि कितनी होती है?

Ans. फुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है। जिसे 45-45 मिनट के दो भागों में खेला जाता है जिसके बीच कुछ समय का ब्रेक भी होता है।

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दोस्तों यह था हमारा आज का लेख फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में। हमने अपने इस आर्टिकल में आपको आसान भाषा में फुटबॉल पर निबंध अलग-अलग भाषाओं में बताया है। हमें पूरी उम्मीद है कि फुटबॉल पर निबंध का यह आर्टिकल आपको जरूर हेल्पफुल लगा होगा। अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो फुटबाल पर निबंध 100, 150, 250, 500 शब्दों में ढूंढ रहें हैं। 

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फुटबॉल पर निबंध | Essay on Football in Hindi

फुटबॉल पर निबंध – हमारे दैनिक जीवन के खेलों का बहुत बड़ा महत्त्व होता है। फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है जो काफी मनोरंजक होता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ के लिहाज से भी फुटबॉल एक अच्छा खेल है। इसे खेलने से आपका शारीरिक व्यायाम हो जाता है।

फुटबॉल एक आउटडोर खेल है। इसे खेलने के लिए दो टीमों की आवश्यकता पड़ती है जिसमे 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस खेल में एक गेंद होती है जिसे पैर से ठोकर मारकर खेला जाता है और सबसे ज्यादा गोल बनाने वाली टीम को विजेता माना जाता है।

फूटबाल दुनिया के तकरीबन 200 से अधिक देशों में खेला जाता है। भारत, अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, बेल्जियम, इंग्लैंड, रूस, कोलंबिया, पेरू, उरूग्वे, अर्जेंटीना, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, नाइजीरिया, सेनेगल, कोस्टा रिका जैसे अन्य देशों में फुटबॉल खेला जाता है।

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फुटबॉल खेल की जानकारी

फुटबॉल एक ऐसा खेल जितना खेलने में मजा आता है उतना ही मजा इसे देखने में भी आता है। फुटबॉल खेल बहुत पुराना खेल है और इसकी उत्पति चीन में हुई थी। चूँकि इस खेल में गेंद को पैर से मारा जाता है इसलिए इसका नाम फुटबॉल रखा गया है।

फुटबॉल का मैदान आयताकार होता है इसकी लंबाई 90 से लेकर 120 मीटर होती है जिसे साइड लाइन कहा जाता हैं। और मैदान की चौड़ाई 45 से लेकर 90 मीटर तक होती है जिसे खोल लाइन कहा जाता है। मैदान के बीच में एक रेखा खीचकर उसके दो भाग कर दिए जाते है।

फुटबॉल खेल को दो टीम मिलकर खेलती है जिसमे 11-11 खिलाड़ी शामिल होते है। इस खेल में एक टीम अपने सामने वाले विपक्ष टीम के भाग में गोल करने का प्रयास करती है। एक टीम गोल करती हैं तो विपक्ष टीम उसे गोल करने से रोकती है। फूटबाल टीम में गोल को रोकने के लिए एक गोलकीपर तैनात किया जाता हैं, जो विपक्ष टीम के गोल करने से रोकने में मदद करता हैं। इस खेल में गोलकीपर को छोड़कर टीम के अन्य किसी भी अन्य खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की इजाजत नहीं होती।

फुटबॉल का खेल 90 मिनट चलता है, जिसमे दोनों टीमों को 45-45 मिनट तक का समय दिया जाता है। फुटबॉल को पैरो की मदद से विरोधी टीम के गोल पोस्ट तक ले जाना पड़ता है। अगर टीम गोल करने में सफल होती है तो उसे एक पॉइंट मिलता है।

खेल का को संचालित करने के लिए एक निर्णायक होता है जिसे रेफरी कहा जाता है। रेफरी खिलाडिओं को सीटी के संकेत पर टोकता है और हार-जीत का निर्णय करता हैं। सभी खिलाड़ियों को रेफरी द्वारा लिए गए निर्णयों को मानना पड़ता है।

आज के समय में फुटबॉल एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन गया हैं। जिसका आयोजन हर 4 साल बाद वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के रूप में किया जाता है। फीफा वर्ल्ड कप में हुए अब तक की चार विजेता टीमें है 2002 में ब्राजील, 2006 में इटली, 2010 में स्पेन और 2014 में जर्मनी हैं।

फुटबॉल खेल के नियम

किसी भी खेल को खेलने के लिए उसके लिए कुछ नियम बनाये जाते हैं ताकि खेल को अच्छी तरह से खेला जा सके। फुटबॉल कुछ नियम बनाये गए है और इन्ही नियमों के तहत खिलाडियों को खेलना होता है। तो चलिए जानते हैं कि फुटबॉल खेल के नियम कौन-कौन से हैं।

  • फुटबॉल मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें 11-11 खिलाड़ी शामिल होते हैं।
  • टीम का मुख्य कार्य गोल मारना होता है।
  • विरोधी टीम के सदस्यों को गोल स्कोर करने से रोकने का काम होता है।
  • फुटबॉल का आकार 68 सेंटीमीटर से 70 सेंटीमीटर का होता है।
  • फुटबॉल के नियमों का पालन करवाने के लिए और खेल का निर्णय लेने के लिए रेफरी तैनात होते हैं।
  • यह खेल 90 मिनट तक चलता है, जिसमें दोनों टीमों को 45-45 मिनट का समय मिलता है।
  • गोलकीपर को छोड़कर टीम के अन्य खिलाड़ी हाथ से गेंद को नहीं छू सकते है।
  • अगर खिलाड़ी खेल के नियमों को तोड़ता है तो रेफ़री उसकी गलती के अनुसार लाल या पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर कर सकता है।
  • लाल कार्ड दिखाने का मतलब खिलाड़ी को खेल से बाहर करना होता है और उसकी जगह कोई नया खिलाड़ी भी नहीं आ सकता है।
  • पीला कार्ड दिखाने का मतलब नियम तोड़ने वाले खिलाड़ी को खेल से बाहर करना लेकिन इस खिलाड़ी की जगह नया खिलाड़ी आ सकता है।

फुटबॉल खेल पर 10 लाइन

  • फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल है।
  • फुटबॉल एक आउटडोर खेल है।
  • फुटबॉल को पैर से ठोकर मारकर खेला जाता है।
  • फुटबॉल का मैदान आयताकार होता है जिसमे पिच की लंबाई 100-110 मीटर और ड़ाई 64-75 मीटर होती है।
  • फुटबॉल का आकार 68-70 सेमी और एक वृत्ताकार के रूप में होती है।।
  • फुटबॉल मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें 11-11 खिलाड़ी सम्लित होते हैं।
  • इस खेल की अवधि 90 मिनट की होती है, जिसमें दोनों टीमों को 45-45 मिनट का समय मिलता हैं।
  • खेल का संचालक और निर्णाय लेने के लिए रेफरी तैनात रहता है।
  • खेल में स्ट्राइकर का मुख्य कार्य गोल मारना होता है।
  • खेल में गोलकीपर का मुख्य कार्य गोल होने से रोकना है।

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  • बैडमिंटन पर निबंध
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फुटबॉल पर निबंध

Essay on Football in Hindi : रोनाल्डो और मेसी का नाम तो आपने सुना होगा। यह दोनों इसी खेल से सम्बंधित खिलाड़ी हैं। फुटबॉल क्रिकेट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेल हैं।

Essay on Football in Hindi

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में फुटबॉल पर निबंध (Essay on Football in hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।

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फुटबॉल पर निबंध | Essay on Football in hindi

फुटबॉल पर निबंध (250 शब्द) .

फुटबॉल खेल भी क्रिकेट के समान ही 2 टीमों के बीच में खेला जाता हैं और प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस खेल को खेलने वाले 11 खिलाड़ियों में से एक 1 गोलकीपर होता हैं जो सामने वाली टीम के गोल होने से बचाता हैं। इस खेल में जो टीम ज्यादा गोल बनती हैं, वो टीम अंत में जीत जाती हैं और वो विजयी रहती हैं।

इस खेल को खेलने के लिए मैदान में 2 टीम आपस में खेलती हैं और वे दोनों खिलाड़ी बिना फुटबॉल हाथ लगाये टांगो से बोल को गोल पॉइंट तक पहुचाते हैं। इस में जो टीम ज्यादा पॉइंट बनती हैं, वो टीम जीत जाती हैं।

वर्तमान में फूटबाल काफी पसंद किया जाने वाला गेम हैं। यह एक आधुनिक गेम जिसमें कई देश की टीम आप खेलती हैं। वर्तमान में भी इस खेल के कई आयोजन करवाए जा रहे हैं और फुटबॉल प्रेमी उनका आनंद ले रहे हैं।

इस खेल को खेलने के लिए 90 का समय निश्चित होता हैं जो कि 45-45 मिनट मे बंटा हुआ होता हैं। इन 45 मिनट के बीच में 15 मिनट का एक ब्रेक होता हैं। इस खेल में खिलाड़ी होते हैं, उनके साथ कुछ सब खिलाड़ी भी होते हैं, जिसमें अगर किसी खिलाड़ी को चोट लग जाए तो वो खिलाड़ी दूसरे खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकते हैं।

इस गेम को विश्व में काफी खेला जाता हैं हालाँकि इस खेल को भारत में इतनी प्रशिधि प्राप्त नहीं हैं क्योंकि भारत में क्रिकेट के लोग काफी दीवाने हैं। इस खेल को विश्व में काफी खेला जाता है।

फुटबॉल पर निबंध (800 शब्द) 

प्रस्तावना .

दो टीमों के बीच खेला जाने वाला यह खेल फुटबॉल के नाम से जाना जाता हैं। इस खेल में दोनों टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं जो एक दूसरी टीम के लिए खेलते हैं। इस टीम में जो प्लेयर होते हैं, उनमें 1 खिलाड़ी गोलकीपर होता हैं। इस खेल को खलने वाले खिलाड़ी अपने पैरों से बल को मारते हैं और सामने वाली टीम के पाले में फेंकते हैं और गोल करते हैं।

उन सभी टीम में जो मुख्य 11 खिलाड़ी होते हैं वो एक दूसरे की टीम के सामने वाली टीम में बाल फेकते हैं और एक दूसरे को सपोर्ट करते हैं, जो उसी टीम का होता है। इस खेल में जो टीम ज्यादा पॉइंट बनाती हैं वो टीम जीत जाती हैं।

2 टीमों के बीच खेला जाता हैं मुकाबला

क्रिकेट के बाद सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला यह खेल भले ही क्रिकेट से काफी अलग हैं। परन्तु इस खेल को क्रिकेट के बाद सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं। इस खेल में भी 2 टीमों के बीच में मैच खेला जाता हैं और इस खेल में दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। इस खेल में भी खिलाड़ी आपस मे एक दूसरे खिलाड़ी को हराने के प्रयास में रहता हैं।

मैच के दोहरान जो भी खिलाड़ी बोल को पैर से एक दूसरे की और उछालते हैं और वो प्रयास करते हैं कि उनकी टीम का पॉइंट हो जाए। फुटबॉल मैच के दोहरान सभी खिलाड़ी अगर नियम के अनुसार नहीं खेलते हैं तो उनको कार्ड दिए जाते है यानी पेनल्टी कार्ड इत्यादि। 

फुटबॉल के बारे में संक्षिप्त जानकारी

फुटबॉल खेल की उत्पत्ति चीन से मानी जाती हैं। इस खेल का विकास चीन में हुआ हैं। खेलने के लिए के एक बड़े मैदान की जरुरत होती हैं और उस मैदान के दोनों तरफ बड़े नेट की ही आवश्यकता होती हैं, जिसमें बॉल जाती हैं। फुटबॉल खेल को खेलने के लिए निश्चित 90 मिनट का समय होता हैं। इस समयावधि में 15 मिनट का एक ब्रेक होता हैं। इस 90 मिनट में जो टीम ज्यादा गोल बनाती हैं, वो जीत जाती हैं।

फुटबॉल मैच का निर्णय देने के लिए एक रेफ़री और दो लाईनमेन होते हैं, जो मैच के नतीजों को निर्धारित करते है। फुटबॉल की टीम में एक गोलकीपर होता हैं, जो सामने वाली टीम के गोल करने से बचाने में मुख्य भूमिका निभाता हैं।

फुटबॉल खेलने से लाभ

फुटबॉल हो या अन्य कोई खेल, इन्हें खेलने से हमारे शरीर की शारीरिक फुर्ती बढती हैं और शरीर का शारीरिक विकास होता हैं। युवाओं को यह खेल खेलने से काफी शारीरिक लाभ होता हैं। फुटबॉल खेलने से युवाओं के कौशल, एकाग्रता और उनके मानसिक शक्ति का विकास होता हैं।

फुटबॉल का खेल हम अक्सर देखते हैं स्कूल और कॉलेज में काफी ज्यादा खेला जाने वाला खेल हैं। यह खेल बाहर के मैदान में खेला जाता हैं, जिसे आउटडोर गेम कहते हैं। फुटबॉल भी क्रिकेट की भांति ही 11 खिलाड़ियों के बीच में खेला जाता हैं।

क्रिकेट खेलने से हमें कई लाभ होते हैं, वैसे ही फुटबॉल खेलने से भी हम खुद के शारीरिक विकास को मजबूती देने से रोक नहीं सकते हैं। फुटबॉल खेलने से हमारे शरीर की फुर्ती बढती हैं। यही वजह हैं कि फुटबॉल खेलने से हम बीमार नहीं होते क्योंकि यह खेल पूर्णरूप से शारीरिक क्रियाओं वाला खेल हैं।

भारत में फुटबॉल का महत्त्व

भारत में भी फूटबाल का काफी महत्त्व हैं। देश में कई ऐसे राज्य हैं, जहां फुटबॉल को एक प्रिय खेल माना जाता हैं और उन राज्यों में यह खेल खेला जाता हैं ख़ास कर बंगाल राज्य में। भारत म फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोग्राम चलाये जाते हैं ताकि देश में फुटबॉल जैसे खेलों की स्तिथि सुधर सके।

फुटबॉल खेल के बारे में और इस खेल के महत्त्व के बारे में भी युवाओं को बताया जाता हैं ताकि वे एक अच्छा गेम खेल सके और उनका सरंक्षण कर सके। देश में क्रिकेट के बाद यह एक ही ऐसा खेल है, जिसे हर कोई खेलना पसंद करता हैं।

फुटबॉल खेल के नियम

फुटबॉल का मैच एक बड़े चोकार मैदान में होता हैं। इस खेल में 2 टीम आपस में खेलती हैं और दोनों टीमो में 11-11 खिलाड़ी होते हैं। दोनों टीम के बीच मैदान के बीचों बीच एक लाइन खिंची जाती हैं। इस खेल में दोनों टीम के खिलाड़ी गोल करने के प्रयास में रहते हैं और दोनों टीम यह कोशिश करती हैं कि उनके टीम में गोल ज्यादा बने। जो भी टीम ज्यादा दोल बनती हैं, वो जीत जाती हैं।

फुटबॉल देश में क्रिकेट के बाद सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला एक खेल हैं। इस खेल को खेलने वाली टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं, जो इस मैच को खेलते हैं। फूटबाल खेल को देश में बढ़ावा देने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही हैं।

अंतिम शब्द 

हमने यहां पर “फुटबॉल पर निबंध (Essay on Football in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar

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Short essay on football in hindi फुटबॉल पर निबंध.

Today we added Essay on Football in Hindi language/ Mera priya khel football in Hindi. After reading this article you will get football information in Hindi. Now you can write a short essay on Football in Hindi and send it through the comment box section. An essay about football is my favourite sport. School going kids may get an essay on football for class 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Hindiinhindi Essay on Football in Hindi

Short Essay on Football in Hindi 300 Words

फुटबॉल पूरे विश्व में खेले जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल लोगो के ध्यान को राहत पाने के लिए मदद करता है और सभी खिलाड़ियों को अपनी टीम के साथ कार्य करना सिखाता है। यह पेरो द्वारा खेले जाने वाला खेल खिलाड़ियों और प्रन्शंसको में तंदरुस्ती लाता है। इस खेल को पेरो के साथ गेंद को ठोकर मार कर खेला जाता है, इसलिए इसका नाम फुट (पैर) बाल (गेंद), यानि की फूटबाल है। फुटबॉल खिलाड़ियों को स्वस्थ और अनुशाषित रखता है।

फुटबॉल खेल नियमित रूप से खेलने पर यह खिलाड़ियों को बहुत लाभ प्रदान करता है। फुटबॉल सभी आयु वर्ग के लिए लाभदायक है। फुटबॉल के कुछ महत्वपूर्ण लाभ कुछ इस प्रकार है – मानसिक और शारीरिक ताकत प्रदान करना, खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरना, समयनिष्चित और अनुशाषित बनाना, हृदय के स्वास्थ्य में सुधार, टीम में काम करने को प्रेरित करना और तंदरुस्ती के कौशल सत्तर को सुधरता है।

फुटबॉल को एक प्राचीन ग्रीक खेल हर्पास्टॉन के रुप में माना जाता है। जिसे रोम के लोग ब्रिटैन ले गए और फुटबॉल खेल की उत्पत्ति बाहरवीं सदी के बाद इंग्लैंड देश में हुई। इंग्लैंड में इसकी शुरुआत 1863 में हुई थी। फूटबाल खेल सन् 1800 में अग्रणी खेल बन गया, जिसके बाद इसे स्कूल और कॉलेजो में खेला जाने लगा।

फुटबॉल के 90 मिनट गेम में 45-45 मिनट के दो अंतराल होते है। दो टीमों में 11-11 खिलाडी होते है, जो पेरो से फुटबॉल को ठोकर मरते हुए गोआल करने की कोशिश करते है। यदि किसी टीम में 7 खिलाड़ी से कम खिलाड़ी है तो इस खेल को शुरु नहीं कर सकते हैं। दोनों टीमों में 1-1 गोलकीपर होता हे, जो फुटबॉल को अपने हाथो से रोक सकता है। जो टीम 90 मिनट में ज्यादा गोआल करती है, वह जीत जाती है। फुटबॉल को दो लम्बी रेखाओ – स्पर्श लाइन और गोल लाइन में खेला जाता है। खेल के नियमों को सुनिश्चित करने के लिए फुटबॉल गेम में एक रेफरी और दो सहायक रेफरी होते है।

अंत : फुटबॉल पूरी दुनिया में खेले जाने वाला लोकप्रिय खेल है। यह खेल आसानी से एक फुटबॉल और कुछ दोस्तों के साथ कही भी खेला जा सकता है। फुटबॉल का भारत में विशेषरुप से बंगाल में बहुत महत्व है।

Essay on Football in Hindi 1000 Words

रूपरेखा : फुटबॉल एक लोकप्रिय खेल, फुटबॉल के मैदान का आकार, दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में हुए डूरंड फाइनल का वर्णन, दोनों टीमों का आकर्षक प्रदर्शन, उपसंहार।

हॉकी, क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल आजकल के प्रमुख खेल हैं। इनमें फुटबॉल का खेल सबसे सस्ता और लोकप्रिय है। इसके लिए केवल एक गेंद और समतल मैदान चाहिए। गाँव के छोटे-छोटे विदयालयों से लेकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक इस खेल की प्रतियोगिताएँ चलती रहती हैं।

फटबॉल के लिए 103.5 मीटर लंबा और 67.5 मीटर चौड़ा समतल और आयताकार मैदान आवश्यक होता है। मैदान के दोनों सिरों पर बीचो-बीच दो खंभे गाड़कर दोनों ओर गोल बना दिए जाते हैं। गेंद को पैर से ठोकर लगाकर गोल के बीच से निकालना ही खिलाड़ियों का उददेश रहता है। इसी को गोल करना कहते हैं। हर टीम में एक खिलाड़ी गोल-रक्षक होता है।

भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित डूरंड फुटबॉल प्रतियोगिता एक महत्त्वपूर्ण प्रतियोगिता मानी जाती है। एक दिन हम डूरंड प्रतियोगिता के अंतर्गत फुटबॉल का मैच देखने गए। डूरंड कप के फाइनल में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल की टीमें दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में खेल थीं। हज़ारों की संख्या में दर्शक बैठे थे। दोनों टीमों के कप्तान मैदान के बीच खड़े थे। इधर रेफरी ने सीटी बजाई और उधर एक खिलाड़ी ने गेंद में किक लगाई। देखते-ही-देखते खेल में गति आ गई। खिलाड़ियों के पैर से लगकर गेंद कभी इस ओर उछलती थी, कभी उस ओर। कभी खिलाड़ियों के पैरों के बीच चक्कर काटती तो कभी आकाश चूमने लगती। जब एक ओर की अग्रिम पंक्ति लहर की तरह तीव्रगति से आगे बढ़ती तो दूसरी टीम की रक्षा पंक्ति चट्टान की तरह आगे आकर प्रवाह को रोक देती। दिसंबर का महीना होने पर भी सभी खिलाड़ी पसीने से तर थे। दोनों टीमों के खेल को देखकर सभी दर्शक मंत्रमुग्ध थे।

खेल अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुका था। तभी मोहन बागान के एक खिलाड़ी का हाथ गेंद से छू गया। रेफ़री ने सीटी बजा दी। फुटबॉल के खेल में हाथ से गेंद छूना, किसी खिलाड़ी को धक्का देना, पकड़ना, ठोकर मारना या खेल में किसी प्रकार का व्यवधान पहुँचाना नियम-विरुद्ध माना जाता है। खेल क्षण भर के लिए रुक गया। रेफ़री ने गेंद को एक स्थान पर रखा और ईस्ट बंगाल को किक मारने का आदेश दिया। ईस्ट बंगाल के एक खिलाड़ी ने ज़ोर से किक लगाई कि गेंद दूसरी ओर गोलरक्षक सीमा के पास जा गिरी। सभी खिलाड़ी जी जान से गोल करने पर तुल पड़े। लेकिन गोलरक्षक इतना सतर्क था कि खिलाड़ियों के सभी प्रयत्न विफल रहे। इसी बीच रेफ़री ने सीटी बजाकर मध्यावकाश की घोषणा कर दी। खेल रुक गया। सभी खिलाड़ी मैदान से बाहर आ गए।

मध्यावकाश के बाद खेल फिर आरंभ हुआ। गेंद बीच में रखी गई। इस बार ईस्ट बंगाल के अंतिम पंक्ति के खिलाड़ी जान की बाज़ी लगाकर खेलने लगे। पाँच मिनट के अंदर ही वे मोहन बागान की रक्षापंक्ति को चीर कर आगे बढ़े और गोलरक्षक के सभी प्रयत्न विफल करते हुए वे गोल करने में सफल हो गए। हज़ारों की संख्या में बैठे दर्शकों ने एक साथ खड़े होकर खिलाड़ियों का अभिनंदन किया। ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी खुशी से नाच उठे। कई वर्षों के बाद उन्हें मोहन बागान पर पहले गोल करने का अवसर प्राप्त हुआ था।

खेल फिर आरंभ हुआ। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी उत्साहित और मोहन बागान के खिलाड़ी आवेश से भरे हुए थे। मोहन बागान की अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी बड़ी तेज़ी के साथ बॉल को आगे ले जाने का प्रयत्न कर रहे थे। ईस्ट बंगाल के खिलाड़ी अब सुरक्षात्मक ढंग से खेल रहे थे। लेकिन वे मोहन बागान के आक्रामक खेल का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। इसी समय मोहन बागान के एक खिलाड़ी ने सिर से गेंद मारकर गोल में डालने का प्रयत्न किया, किंतु ईस्ट बंगाल के गोलरक्षक ने बड़ी फुरती से उछलकर गेंद को लपक लिया और उसे दूर फेक दिया। रेफ़री के आदेश पर गेंद पैनल्टी पर रखी गई। गोलरक्षक के अतिरिक्त ईस्ट बंगाल के सभी खिलाड़ी वहाँ से हट गए। मोहन बागान के खिलाड़ी ने इतने ज़ोर से किक मारी कि गेंद गोलरक्षक के हाथ से लगती हुई जाल में जा लगी। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस विजय का स्वागत किया। मोहन बागान के खिलाड़ी इस बराबरी पर आनंद से उछलने कूदने लगे।

खेल का समय समाप्त हो चुका था। रेफ़री ने लंबी सीटी बजाकर खेल समाप्त होने की घोषणा की। दोनों टीमें जहाँ अपने-अपने खेलों पर प्रसन्न थीं, वहीं दर्शक दोनों टीमों के उत्साह पूर्ण कोशल-प्रदर्शन की प्रशंसा कर रहे थे।

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essay on football in hindi for class 3

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Essay on Football in Hindi Language – फुटबॉल पर निबंध

October 16, 2017 by essaykiduniya

Get information about Football in Hindi Language. Here You Will Get Paragraph and Short Essay on Football in Hindi Language, Football Essay in Hindi Language for Kids of all Classes in 100, 200, 300, 400 and 500 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में फुटबॉल पर निबंध मिलेगा।

Essay on Football in Hindi – फुटबॉल पर निबंध

Essay on Football in Hindi Language

फुटबॉल पर निबंध – Short Essay on Football in Hindi 100 words 

फूटबाल एक आउटडोर खेल है जो कि खुले मैदान में दो टीमों के मध्य खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं और दोनों टीम की अलग अलग युनिफोर्म होती है। फूटबाल के लिए आयातकार मैदान, बोल और दो गोल पोस्ट की आवश्यकता होती है। इस खेल में बोल को पैरों से ठोकर मारते मारते दूसरी टीम के गोल पोस्ट के अंदर डालना होता है जिससे गोल होता है। सीमित समय में अधिक गोल करने वाली टीम जीत जाती है। फूटबाल के खेल में गोलकीपर के अलावा किसी को भी बोल हाथ से छुने की अनुमति नहीं होती है। फूटबाल लोगों के बीच एक प्रिय खेल है।

फुटबॉल पर निबंध –  Essay on Football in Hindi 200 words

आधुनिक युग में भी फूटबाल सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेल है। फूटबाल दो टीमों के बीच खेले जाना वाला आउटडोर खेल है जिसमें प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं। फूटबाल खेलने के लिए एक बाल, दोनों छौर पर गोल पोस्ट और आयातकार मैदान की आवश्यकता होती है। फूटबाल के खेल में प्रत्येक टीम अपने पैरों से ठोकर मारकर बोल एक खिलाड़ी से दूसरे खिलाड़ी को देते हैं और दूसरी टीम के गोल पोस्ट में गोल करते हैं। सीमित समय में अधिक गोल करने वाली टीम जीत जाती है। अंतराष्ट्रीय फूटबाल का मैच 90 मिनट का होता है जिसमें 45-45 मिनट के दो अंतराल होते हैं। इसमें बीच में 15 मिनट का ब्रेक लिया जाता है।

फूटबाल के खेल में केवल गोलकीपर को ही बोल हाथ से छुने की अनुमति होती है। फूटबाल के मैदान की लंबाई 110 मीटर और चौड़ाई 75 मीटर होती है। फूटबाल की बाल का औसत वजन 14 औस से कम होता है। फूटबाल के खेल की देखरेख करने के लिए फेडरेशन इंटरनेशनल दी फूटबाल एशोसिएशन ( फीफा ) की स्थापना 1904 में पेरिस में की गई थी। हर 4 साल बाद फीफा द्वारा फूटबाल प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया जाता है। फूटबाल सेहत के लिए भी बहुत ही लाभदायक है। इसे खेलने से सभी रोग दूर हो जाते हैं और व्यक्ति चुस्त रहता है।

Essay on Football in Hindi Language – फुटबॉल पर निबंध ( 300 words )

भूमिका- फूटबाल लोगों के बीच प्रिय खेल है जिसे खुले मैदान में खेला जाता है। फूटबाल खेलने के लिए एक बाल, आयातकार मैदान और दो गोल पोस्ट की आवश्यकता होती है। यह खेल दो टीम के बीच खेला जाता है जिसमें प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं।

इतिहास और देखरेख-

वैसे तो फूटबाल का इतिहास 700-800 साल पुराना माना जाता है लेकिन यह लोगों के बीच प्रसिद्ध 100 साल से ही हुआ है। माना जाता है कि इसकी शुरुआत 1863 में इंग्लैंड से हुई थी। पहले इस खेल को बोल को केवल पैर से ठोकर मार मार कर खेला जाता था लेकिन अब धीरे धीरे इसमें नियम बनते चले गए और इसने एक अंतर्राष्ट्रीय खेल का रुप ले लिया। वर्तमान में फूटबाल की देखरेख फेडरेशन ओफ इंटरनेशनल फूटबाल कोंसिल ( फीफा) के द्वारा की जाती है और वह चार साल बाद फूटबाल की प्रतियोगिता का भव्य आयोजन करते हैं।

फूटबाल के नियम-

इस खेल में मैदान के दोनों छोर पर गोल पोस्ट लगे हुए होते है और टीम के खिलाड़ियों को पैर से एक दुसरे को बोल पास करते हुए दूसरी टीम के गोल पोस्ट में बोल डालना होता है। इस तरह से खेल के अंत में अधिक गोल करने वाली टीम जीत जाती है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह खेल 90 मिनट का होता है जिसमें 45-45 मिनट के दो अंतराल होते हैं और 15 मिनट का ब्रेक भी होता है। फूटबाल के खेल में गोलकीपर के अलावा किसी भी खिलाड़ी को बोल हाथ से छुने की अनुमति नहीं होती है।

फूटबाल का खेल मनोरंजन का बेहतरीन साधन है और साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही लाभदायक है। स्कूलों और कोलेजों में विद्यार्थियों के शारीरिक विकास के लिए उनके द्वारा यह खेल खेला जाता है। फूटबाल बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सबके द्वारा पसंद किया जाता है।

Short Essay on Football in Hindi Language – फुटबॉल पर निबंध (400 words)

भारत में अनेक खेल खेले जाते हैं, लेकिन इन सब खेलों में मुझे हाकी और फुटबाल के खेल अच्छे लगते हैं। जहां भी इनमें से कोई खेल हो मैं उसे देखने अवश्य जाता हूं। कल हमारे शहर में पाकिस्तान और भारत की फुटबाल की टीमों का मैच था। प्रवेश टिकटों पर था। मैंने 10 रुपए की टिकट लेकर अग्रिम पंक्ति में स्थान प्राप्त किया। मैच ठीक चार बजे आरम्भ हो गया। पाकिस्तान की टीम ने टास जीत कर सबसे पहले गेंद को किक किया। दोनों ओर की टीमों के खिलाड़ी बड़ा सुन्दर चेलते थे। गेंद मैदान के लगभग  बीच ही रहा। ऐसा लगता था कि दोनों ओर के गोल कीपर आराम करने के लिए आए हैं। आधे घण्टे तक लगभग यही स्थिति रही। लेकिन देखते ही देखते भारत की टीम का सैण्टर फार्वर्ड गिर पड़ा।

अतः पाकिस्तान को मौका मिल गया । पाकिस्तान का कप्तान गेंद को सीधा भारत की डी में ले गया। यहाँ भारतीय खिलाड़ियों के जमाव में से गेंद को निकाल कर ले जाना उसके लिए बड़ा कठिन था परन्तु दुर्भाग्य से भारत के एक खिलाड़ी को हाथ फुटबाल को लग गया। इससे भारत के विरुद्ध पैनल्टी स्ट्रोक का दण्ड दिया गया । पाकिस्तान के कप्तान ने इसे भारत के विरुद्ध गोल, में बदल दिया। गोल होते ही आधा समय व्यतीत हो गया ।  आधे समय के बाद खेल पुन: आरम्भ हुआ। इस बार भारत के खिलाड़ी पाकिस्तान के विरुद्ध गोल करने के लिए बड़ा जोर लगा रहे थे । पाकिस्तान के खिलाड़ी अब गोल करने के नहीं, गोल बचाने के प्रयत्न में थे। समय तेज़ी से बीत रहा था लेकिन भारत को सफलता प्राप्त होती दिखाई नहीं देती थी। खेल के अन्तिम समय में एक फ्री किक में भारत ने गेंद को पाकिस्तान की डी तक पहुंचा दिया।

वायु की गति से भागने वाला भारत का कप्तान वहां पहुंच गया। उसी समय पाकिस्तानी गोल कीपर ने फुटबाल को किक लगा कर बाहर किया, परन्तु उसके किक मारते ही भारत के कप्तान ने सिर से फुटबाल को ऐसे पाकिस्तान के गोल में सरका दिया कि सब देखते रह गए। इस प्रकार गोल बराबर हो गया। पाकिस्तानी हक्के-बक्के रह गए और भारतीयों का साहस खूब बढ़ गया। इसी जोश में एक बार गेंद पुनः पाकिस्तान की ओर लुढ़क गया और सीधा गोल में चला गया। गेंद इतना तेज़ था कि पाकिस्तान के गोल कीपर के हाथों से निकल गया। इस प्रकार भारत एक गोल से विजयी हुआ। साथ ही खेल का समय समाप्त हो गया।

फुटबॉल पर निबंध –  Essay on Football in Hindi for Kids  500 Words

फुटबॉल मेरा पसंदीदा गेम है क्योंकि यह काफी चुनौतीपूर्ण और दिलचस्प खेल है मैं 6 साल का था जब मैं फुटबॉल खेलना शुरू किया था। तब से यह मेरा जुनून बन गया है इसे “राजा खेल” भी कहा जाता है और यह पूरी दुनिया में सबसे प्रसिद्ध खेल है। दैनिक हमारे स्कूल में 30 मिनट की खेल अवधि है मैं हर दिन अपने स्कूल के मित्रों के साथ खेल अवधि में फुटबॉल खेलता हूं। भारत में भी फुटबॉल व्यापक लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है यह शहरों, गांवों और कस्बों के बीच भी खेला जाता है इस खेल में इस्तेमाल की जाने वाली गेंद चमड़े की सामग्री से बाहर और डाकू मूत्राशय के अंदर से बनती है।

जब भी गेंद को लात मारने के कारण अपनी हवा कम हो जाती है तो उसे मूत्राशय में एक हवाई पंप से पंप किया जा सकता है और फिर से भराव किया जा सकता है। प्रत्येक स्तर पर लक्ष्य वाले आयताकार घास वाले मैदान का उपयोग फुटबॉल खेलने के लिए किया जाता है। मैदान का आकार 100 यार्ड लंबाई और 55 यार्ड चौड़ाई होना चाहिए ताकि फुटबॉल खेलना आवश्यक हो। जबकि मैच 2 टीमों के बीच खेला जाता है, ग्राउंड प्रत्येक पक्ष पर लक्ष्य पोस्ट वाले 2 समान पक्षों में विभाजित होता है। खेल प्रत्येक टीम में छह, सात या ग्यारह खिलाड़ियों वाले दो टीमों के बीच खेला जाता है। प्रत्येक टीम का लक्ष्य है कि विपरीत टीम के लक्ष्य के अंदर गेंद को लात मार कर अंक हासिल करना।

यदि प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ियों का कुल योग है तो कुल में 1 गोलरक्षक, 2 पूर्ण बैक, 5 फ़ॉरवर्ड और 3 आधे पीठ हैं। कम खिलाड़ियों वाले टीम को तदनुसार समायोजित किया जाता है। आगे वाले खिलाड़ियों ने उनके विपरीत पक्ष में स्थित लक्ष्य पोस्ट के अंदर फुटबॉल को किक करने का प्रयास किया। लक्ष्य कीपर और पीठ लक्ष्यों को बचाने की कोशिश करते हैं। एक रेफरी जो लाइनों की मदद करती है, वह पूरे गेम को देखरेख करते हैं। इस खेल की कुल अवधि 90 मिनट है। दस मिनट के लिए समय समाप्त हो गया है जो टीम सफलतापूर्वक अधिक गोल करती है वह जीत टीम के रूप में घोषित की जाती है। कभी-कभी टीम में से कोई भी गोल नहीं करता है, या स्कोर के बराबर गोल नहीं है ऐसे मामलों में मैच खींचा गया मैच के रूप में घोषित किया जाता है।

जब मेरी टीम जीतती है तो मैं अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पा रहा हूं मैं आक्रामक रूप से चिल्लाता हूं। मैं दीवाना हो गया। फुटबॉल खेल मुझे फिट, स्वस्थ रखती है और मेरी प्रतिरक्षा शक्ति को भी बढ़ाती है| मैं अपने स्कूल और साथ ही शहर में फुटबॉल प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लेता हूं। फुटबॉल खेलने से मुझे ऊर्जावान बनाने और परीक्षाओं और अध्ययनों के कारण तनाव दूर करने में मदद मिलती है।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Essay on Football in Hindi Language – फुटबॉल पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

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मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध | Essay On Football In Hindi Language

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल Essay On Football In Hindi Language:  हेलो दोस्तों आज आपके साथ  मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध लेकर हाजिर हूँ .  सभी के अपने अपने पसंदीदा खेल होते हैं कोई क्रिकेट, कोई हॉकी तो किन्ही को बैडमिंटन टेनिस आदि प्रिय खेल होते हैं.

मैं फुटबाल  को अपना प्रिय खेल (My Favorite Sports) मानता हूँ, मेरा प्रिय खेल पर बच्चों को हिंदी अंग्रेजी भाषा में निबंध लिखने को कहा जाता हैं. 

Football Essay In Hindi के द्वारा आप अपने पसंदीदा खेल फुटबॉल पर छोटा बड़ा 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए निबंध तैयार कर सकते हैं , माय फवरेट स्पोर्ट्स फुटबॉल एस्से की रूपरेखा यहाँ दी गई हैं.

प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध Essay On Football In Hindi

Football Match Essay: modern world many famous games cricket, hockey, and football of them.

these games are also too old but help to maintain our body and health. football improves our strength and stamina also.

this is played all over the world. Essay on Football Match in Hindi in this article my view on one football game that was played at my school.

school essay writing on football giving in the English language after that this Hindi translation gave the blow.

फुटबॉल मैच पर निबंध Essay on Football Match in Hindi & English

games and sports are an essential part of education. without playground activities, education is incomplete. physical fitness is as important as mental development.

our principal is good enough to encourage games and sports. an interclass tournament is organized every year.

a football match was played between class viii-a versus viii-b. the referee gave a whistle. the caption went near the referee.

our caption of class viii-a won the toss, he selected the goal and fixed the duties of players. on the next whistle, the match started. the team of viii-b scored 2 goals.

efforts were made by viii-a players to equate the goals, but it was not possible to do so. refreshment was given to teams during the interval.

the team of viii-b was declared the winning team. there was a big crowd of spectators. it was an interesting football match.

खेल कूद शिक्षा का एक अनिवार्य अंग हैं। खेल के मैदान की गतिविधियों के बिना, शिक्षा अधूरी सी लगती है। शारीरिक फिटनेस मानसिक विकास के लिए खेल अति महत्वपूर्ण है।

हमारे प्रिंसिपल स्कूल में खेल कूद को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करते है। हमारे विद्यालय में एक इंटरक्लास टूर्नामेंट हर वर्ष आयोजित किया जाता है।

एक फुटबॉल मैच कक्षा viii- A बनाम viii-b के बीच खेला गया था। रेफरी ने एक सीटी बजाई, खेल शुरू हुआ। दोनों टीम के कप्तान रेफरी के पास पहुचे।

क्लास viii-B के हमारे कप्तान ने टॉस जीता, उन्होंने खिलाड़ियों निश्चित स्थानों पर खड़ा किया। अगली विसल बजने के साथ ही खेल शुरू हो गया. गेम के पहले हाफ में टीम VIII B ने दो शानदार गोल किये।

viii A द्वारा स्कोर लेवल करने के हर संभव प्रयास किये गये. अंतराल के बाद शानदार खेल हुआ । मगर VIII बी  अपनी बढत बनाए रखने में कामयाब रही।

अंत में viii-b मैच की टीम विजेता टीम घोषित की गई । दर्शकों की भीड़ ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सराहा. मेरे लिए  यह एक दिलचस्प फुटबॉल मैच था।

300 शब्दों में फुटबॉल पर निबंध

खेल दो प्रकार के होते है स्वदेशी जैसे गिल्ली डंडा कब्बडी और विदेशी खेल जैसे वालीवाल, फुटबॉल क्रिकेट आदि, इन खेलों में फुटबॉल मुझे विशेष पसंद हैं. यह एक सीधा सादा और सस्ता खेल हैं तथा इसमें शरीर का अच्छा व्यायाम भी हो जाता हैं.

खेल का स्वरूप – फुटबॉल का खेल एक बड़े चौरस मैदान में खेला जाता हैं. इसके खिलाड़ी दो दल में बंट जाते हैं. आमतौर पर 11-11 खिलाड़ियों की दो टोलियाँ बना ली जाती हैं. मैदान के बीचोबीच एक रेखा खीचकर दो भाग कर दिए जाते हैं.

प्रत्येक दल को अपने सामने वालेभाग में गोल करना होता हैं. एक दल गोल करने का प्रयत्न करता हैं और दूसरा उसे रोकता हैं. एक खिलाड़ी गोल के निकट रहता हैं. उसका कार्य केवल गोल की रक्षा करना होता हैं, इसे गोल रक्षक या गोल कीपर कहते हैं.

गोल के अन्य खिलाड़ी अपने अपने स्थान से गेंद को अंदर आने से रोकते हैं और दुसरे उसे गोल में ले जाने का प्रयत्न करते हैं. इस खेल का निर्णायक रेफरी कहलाता हैं.

वही खेल को आरम्भ करता हैं तथा वही गलती करने वाले खिलाड़ी को टोकता व हार जीत का निर्णय करता हैं. सारे कार्य उसकी सीटी के संकेत पर होते हैं.

खेल का महत्व- स्वास्थ्य के लिए खेल बहुत आवश्यक हैं. खेलने से भोजन पचता हैं और भूख अच्छी लगती हैं. मेरी दृष्टि में फुटबॉल का खेल विशेष महत्वपूर्ण हैं. इस खेल में शरीर को अधिक चोट लगने का भय नही रहता हैं.

फुटबॉल से शरीर का अच्छा व्यायाम भी हो जाता हैं. खेल के दो दलों में से एक जीतता हैं और दूसरा हारता हैं, किन्तु इस जीत हार से आपसी प्रेम घटने की बजाय बढ़ता हैं.

उपसंहार- हम बच्चों के लिए खेलों का विशेष महत्व होता हैं. खेल हमारे शरीर को स्वस्थ एवं सुंदर बनाते हैं. हम लोग आपस में तथा दूसरे विद्यालयों की टीमों से भी खेल खेलते हैं. फुटबॉल के खेल में हमारा उत्साह दिन दिन बढ़ता जा रहा हैं.

फुटबॉल पर निबंध – Short Essay on Football in Hindi

फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिससे आपका शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य उत्तम रहता हैं. यह एक प्रसिद्ध खेल हैं. इस खेल को पैर के साथ एक गेंद को ठोकर मारकर खेला जाता हैं. इसलिए इसे फुटबॉल कहा जाता हैं. फुटबॉल एक आउटडोर खेल हैं. यह खेल दो टीमों के मध्य खेला जाता हैं.

इसमें दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते है. हर टीम का लक्ष्य एक दूसरे के खिलाफ अधिकतम गोल करना होता हैं. इस खेल की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 90 मिनट की होती हैं. जिसे 45-45 मिनट के दो भागों में बांटा जाता हैं.

प्रतिद्वन्दी टीम के गोल को रोकने के लिए दोनों पक्षों में एक एक गोलकीपर होता हैं. इस खेल में गोलकीपर को छोड़कर किसी भी अन्य खिलाड़ी को गेंद को हाथ से छूने की अनुमति नहीं होती हैं.

जो टीम दूसरी टीम के खिलाफ अधिक गोल बनाती है, वह टीम जीत जाती हैं. फुटबॉल के खेल को खिलाड़ी उचित ढंग से खेले, खेल के नियमों का पालन करे इसके लिए एक रेफरी और दो लाइनमैन होते हैं. फुटबॉल के नियमों का सख्ती से पालन करना होता हैं.

अब फुटबॉल एक अंतर्राष्ट्रीय खेल बन चुका हैं. हर चार साल बाद वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के रूप में विश्व की श्रेष्ठ टीमों इस वर्ल्ड कप में भाग लेती हैं. फीफा वर्ल्ड कप की पिछली चार विजेता टीम 2002 में ब्राजील, 2006 में इटली, 2010 में स्पेन और 2014 में जर्मनी हैं.

नियमित रूप से फुटबॉल खेलने से एकाग्रता बढ़ती हैं, शरीर मजबूत और चुस्त रहता है. इस खेल को लगभग सभी आयुवर्ग के लोग खेल सकते हैं.

विशेषकर विद्यार्थियों को फुटबॉल का खेल जरुर खेलना चाहिए, क्योंकि इससे आपका शारीरिक और मानसिक विकास होता हैं.

फुटबॉल पर निबंध- Essay On Football In Hindi Language 500 In Words

छात्रों के लिए जितना अध्ययन आवश्यक हैं, उतना ही खेलना भी. इससे शारीरिक शक्ति की ही वृद्धि नही होती हैं, अपितु छात्रों की मानसिक शक्ति का भी विकास होता हैं. उनमें संकल्प की द्रढ़ता, संगठन की क्षमता तथा अनुशासनप्रियता बढ़ती हैं.

खेलों के प्रचार और खेलों के प्रति अभिरुचि जाग्रत करने के लिए फुटबॉल मैचों का आयोजन किया जाता हैं. प्रतिवर्ष इंटर स्कूल टूर्नामेंट किये जाते हैं. जिसमें फुटबॉल क्रिकेट आदि के मैच होते हैं.

विद्यार्थी इसमें अपनी अपनी अभिरुचि के अनुसार भाग लेते हैं. विजेता टीम को पुरस्कार के रूप में ट्राफी दी जाती हैं. अन्य अच्छे खिलाड़ियों को भी पुरस्कार मिलता हैं.

मैंने जो मैच देखा वह इंटर कॉलेज टूर्नामेंट का अंतिम मैच था, वह सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में हुआ. यह गवर्नमेंट इंटर कॉलेज बुलन्दशहर तथा अग्रवाल इंटर कॉलेज सिकन्दराबाद के बिच हुआ था. यह मैच रविवार की शाम चार बजे रखा गया था.

शनिवार को ही प्रधानाचार्य को ने कॉलेज में यह सूचना प्रचारित करवा दी थी कि प्रत्येक छात्र को मैच देखने आना हैं. मेरा घर कॉलेज के निकट ही था, अतः मुझे वहां पहुचने में कोई कठिनाई नही हुई.

जो छात्र दूर रहते थे उन्हें भी प्रधानाचार्य जी की आज्ञा से विवश होकर आना पड़ा. 3 बजे हमारे कॉलेज के खिलाड़ियों की टीम कॉलेज के छात्रावास में एकत्रित हुई.

क्रीडाअध्यक्ष जी ने 10-12 मिनट तक खिलाड़ियों को मैच के विषय में कुछ आवश्यक निर्देश दिए. खिलाड़ियों ने अपने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और कॉलेज के खेल की पौशाक पहननी आरम्भ कर दी.

धीरे धीरे सभी खिलाड़ी एक से परिवेश में सुसज्जित हो गये, कोई अपनी जाँघों पर हाथ फेर रहा था, कोई अपनी भुजाओं पर. सभी खिलाड़ियों ने खेल के जुते पहन रखे थे.

कई बिना जूते ही खेलना चाह रहे थे. किन्तु क्रीडाअध्यक्ष की इच्छा थी कि वे भी जूते पहनकर ही खेले. अंत में उन्होंने क्रीडाअध्यक्ष की आज्ञा मान ली. अब सभी खिलाड़ी खेलने को पूर्ण रूप से तैयार थे.

सभी खिलाड़ी मैदान की ओर चल दिए, अभी साढ़े तीन ही बजे थी. हमारी टीम से पहले सिकंदराबाद की टीम आ पहुची थी. मैदान के चारों ओर दर्शक जमा होते जा रहे थे. गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक ओर कुर्सियां बिछी हुई थी. दो मेजों पर पुरस्कार सजा कर रखे गये थे.

ठीक पौने चार बजे रेफरी ने सिटी बजाई और खेल आरम्भ करवा दिया. दोनों टीम के कैप्टन टॉस करने के लिए रेफरी के पास आ गये. टॉस में सिकन्दराबाद की टीम जीत गई.

इस पर उनके साथ आए हुए कुछ विद्यार्थियों ने ताली बजाकर ख़ुशी प्रकट की. इसके पश्चात दोनों टीम के कैप्टनों ने अपने अपने खिलाड़ियों को यथास्थान पर खड़ा किया.

ठीक चार बजे रेफरी ने फिर एक बार सिटी बजाई और खेल शुरू करवा दिया. उस समय का द्रश्य बड़ा ही मनमोहक था. खेल के मैदान के चारो ओर कोनो कोनो पर रंग बिरंगी झंडियाँ लगी हुई थी. गोल के दोनों स्थली पर जाली और बल्लियों का चौड़ा सा द्वार बना दिया गया था.

मैदान के चारो ओर लाइनों के पीछे विद्यार्थियों की और फुटबॉल के खेल में रूचि रखने वाले नागरिकों की भीड़ लगी हुई थी. आज के पुरस्कार वितरण के लिए सुप्रिड़ेंटेड पुलिस की धर्मपत्नी को आमंत्रित किया गया था.

वे दोनों पति पत्नी आए थे और अन्य गणमान्य दर्शकों के मध्य सौफे पर बैठे हुए खेल का आनन्द ले रहे थे. कॉलेज के गेट के बाहर कई मोटरगाड़ियाँ खड़ी हुई थी. खेल पूरे उत्साह और जोश के साथ हो रहा था. सिकन्दराबाद का गोलकीपर बहुत चुस्त और फुर्तीला था.

इस पर उसके समर्थन में विद्यार्थियों ने बड़ी शिष्टता से करतल ध्वनि की. विपक्ष टीम ने हमारी टीम को दबाना शुरू कर दिया. अब हमारी टीम जी तोड़कर खेल रही थी. लोग कह रहे थे.

अब खेल में जान पड़ी हैं. कुछ क्षणों के पश्चात खेल का आधा समय समाओर हो गया, रेफरी की सिटी सुनकर खेल समाप्त कर दिया गया. खिलाड़ी विश्राम के लिए चल दिए.

सिकंदराबाद के विद्यार्थी गोल करने वाले विद्यार्थी से लिपट गये. उसे गोदी में भरकर उठा लिया. उसने भी अपने खिलाड़ियों को खूब प्रोत्साहित किया. दोनों ओर के खिलाड़ियों को मौसमी और संतरे दिए.

पुरस्कार वितरण से पूर्व एस पी महोदय की धर्मपत्नी ने खेलों के महत्व और उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला. फिर इस टूर्नामेंट के अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए हमारे कैप्टन को ट्रॉफी प्रदान की.

सभी छात्रों ने हर्ष से करतल की ध्वनि की. लगभग 6 बजे हम लोग अपने अपने घर लौटे. दूसरे दिन हमने प्रधानाचार्य जी से मैच जीतने के उपलक्ष्य में एक दिन की छुट्टी प्राप्त की.

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध हिंदी भाषा में

हमारा फुटबॉल मैच हीरालाल जैन सैकंडरी स्कूल में हुआ. हमारी टीम के खिलाड़ी भी किसी से कम नही थे. खेल के मैदान ने अपना नया स्वरूप धारण कर रखा था.

रंग बिरंगी झंडियों द्वारा खेल का मैदान सजाया गया था. जगह जगह पर चूने की लाइनें खीची हुई थी. दर्शकों की भीड़ पहले से ही मैदान को घेरे हुए थी. हमारे साथी भी हमें उत्साह दिलाने के लिए वहां पहुचें थे.

टॉस हम लोगों के विरुद्ध पड़ा और हमें सूर्य के सामने की ओर जाना पड़ा. साढ़े पांच बजते ही सीटी बजी और फुटबॉल बिच में रखी गई. हमारे सेंटर फॉरवर्ड ने फुटबॉल को उछालकर किक मारी और खेल आरम्भ हो गया.

जैन स्कूल के खिलाड़ियों ने भरसक प्रयत्न किया, किन्तु आधे समय हाफ टाइम तक कोई भी गोल न हो सका. फिर क्या था स्थान बदलने के बाद ज्यों ही खेल आरम्भ हुआ कि धक्का मुक्की होने लगी. दोनों ओर से खूब तालियाँ पीटी गई.

रेफरी साहब ने कितने ही फाउल दिए, किन्तु धक्केबाजी बंद न हुई, क्रोध में आकर रेफरी ने जैन स्कूल के एक लड़के को आउट दिया. अब तो सब चुप हो गये. समय समाप्त हो गया और दोनों टीमें बराबर रही.

पांच मिनट और बढाए गये, संयोगवश उनके एक खिलाड़ी से पेलंटी हो गई और हमारी किक होते ही गोल हो गया. हमारे आनन्द का पारावार न रहा. हम लोगों ने एक दुसरे को प्रसन्नता से गले गला लिया, नारे लगाए और परस्पर बैठकर नाश्ता किया.

ओलंपिक खेलों में फुटबॉल को कब शामिल किया गया?

फुटबॉल मैदान माप कितना होता हैं, भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान कौन हैं.

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Mera Priya Khel Football “मेरा प्रिय खेल फुटबॉल” Hindi Essay 300 Words, Best Essay, Paragraph, Anuched for Class 8, 9, 10, 12 Students.

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल, mera priya khel football.

खेलों का महत्त्व सर्वविदित है। खेलों के प्रति बच्चों एवं किशोरों का विशेष आकर्षण होता है। हमारे देश में अनेक खेल लोकप्रिय हैं। जैसे-क्रिकेट, हॉकी, कबड्डी एवं फुटबॉल। मुझे इन खेलों में फुटबॉल विशेष प्रिय है, क्योंकि मैं इस विद्यालय में कई वर्षों से इसे खेल रहा हूँ। इस खेल से शरीर में स्फूर्ति और उत्साह आता है। इससे शारीरिक कसरत होती है।

इस खेल में दो टीमें होती हैं। प्रत्येक टीम में खिलाड़ी होते हैं। जो अपनी-अपनी वर्दी पहनकर 15 मिनट पहले मैदान में आ डटते हैं। इस खेल के आरम्भ होने से पहले मैदान के चारों ओर दर्शक बैठ जाते हैं। पहले दोनों टीमों के कप्तान मैदान में पहुँच जाते हैं, सिक्का उछाला जाता है और कोई भी टीम टॉस जीतती है। टीमें अपनी पसन्द का गोल सम्भालती हैं और उसके बाद निर्णायक की सीटी के साथ खेल आरम्भ होता है। कुछ समय खेलने के बाद पैनल्टी किक मिलती है तथा इसे गोल में परिवर्तित करने का प्रयास किया जाता है। इसमें मध्यान्तर के बाद खेल में तेजी आती है, क्योंकि दोनों टीमें अधिक-से-अधिक गोल करने का प्रयास करती हैं। खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए तालियाँ बजाई जाती हैं। इस प्रकार एक टीम विजयी होती है तथा दूसरी पराजित, परन्तु खेल के अन्त के पश्चात् दोनों टीमें आपस में हाथ मिलाती हैं। ।

इस प्रकार यह खेल हमारा मनोरंजन करने के साथ-साथ, आपसी मेल-मिलाप बनाए रखने, संकटों को हँसते-हँसते झेलने की प्रेरणा देता है। इससे निरन्तर काम में या पढ़ाई में लगे रहने से उत्पन्न ऊब तथा खीज मिट जाती है। यह खेल हमें हार और जीत दोनों को समान भाव से लेने तथा शिष्टाचार की सीख देता है।

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मेरा प्रिय खेल पर निबंध- Mera Priya Khel Nibandh | Essay in Hindi

In this article, we are providing 6 essays on Mera Priya Khel Par Nibandh | Essay on My Favourite Game in Hindi मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी | Nibandh in 100, 200, 250, 300, 500 words For Students & Children.

दोस्तों आज हमने Mera Priya Khel Essay in Hindi | Mera Priya Khel Nibandh in Hindi Essay लिखा है मेरा प्रिय खेल पर निबंध हिंदी में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, और 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है।

मेरा प्रिय खेल पर निबंध- Mera Priya Khel Nibandh

( Essay-1 ) Mera Priya Khel in Hindi Short Essay

Mera Priya Khel Cricket

हमारे देश में अनेक खेल खेले जाते हैं। इनमें से मुझे क्रिकेट का खेल अत्यंत प्रिय है। क्रिकेट का खेल यद्यपि विश्व के कुछ ही देशों में खेला जाता है तथापि यह विश्व का लोकप्रिय खेल है। इस खेल के तीन रूप हैं-टैस्ट मैच, जो पाँच दिनों तक चलता है; एकदिवसीय (50-50 ओवर का), जिसका निर्णय एक ही दिन में हो जाता है और ट्वेंटी-ट्वेंटी जिसमें पाँच-छह घंटों में ही खेल का निर्णय हो जाता है। इन तीनों रूपों में मुझे ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट ही अधिक पसंद है। इस खेल में दोनों टीमों को खेलने के लिए 20-20 ओवर मिलते हैं। टॉस के द्वारा निर्णय होता है कि कौन-सी टीम पहले बल्लेबाजी करेगी। यह निर्णय टॉस जीतने वाले कप्तान पर निर्भर करता है। जो टीम अधिक रन बना लेती है वही टीम विजेता घोषित की जाती है। परंतु इस मैच में जो उतार-चढ़ाव आते हैं, वही रोमांच उत्पन्न करते हैं। एक-एक गेंद के साथ दर्शकों के दिल की धड़कन बढ़ती जाती है। दर्शकों की उत्तेजना देखते ही बनती है। खेल को देखकर लाखों लोगों का मनोरंजन होता है। यह खेल दिन-पर-दिन युवाओं के हृदय की धड़कन बनता जा रहा है।

( Essay-2 ) Short Essay on My Favourite Game in Hindi | मेरा प्रिय खेल पर निबंध 150 words

Mera Priya Khel Football

परिचय- आधुनिक खेलों में फुटबॉल सबसे लोकप्रिय खेल है। आजकल हमारे देश में इसका प्रचल अधिक हो गया है। गाँव हो या शहर, लड़के इस खेल को बड़े चाव से खेलते हैं।

वर्णन- इस खेल में दो दल होते हैं। प्रत्येक दल में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। मैदान के आमने-सामने दोनों सीमाओं पर गोल पोस्ट या लकड़ी गाड़ दी जाती है। गोल पोस्ट के भीतर बॉल को निकाल देना या गोल करना इस खेल का उद्देश्य है। प्रत्येक दल में एकएक गोल-रक्षक होता है। केवल गोल-रक्षक ही बॉल को हाथ से पकड़ सकता है। गोलरक्षक के सामने दाहिने बायें दो बैक रहते हैं। छः रक्षक भाग के खिलाड़ी कहलाते हैं। शेष पाँच आक्रामक भाग के खिलाड़ी कहलाते हैं। रेफरी सीटी बजाकर खेल शुरू करता है। वही फिल्ड में खेल का संचालन करता है।

समय- यह खेल 1 घं० 30 मिनटों का होता है। हाफ टाइम 10 मिनट का होता है।

लाभ- यह खेल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इस खेल से अनुशासन और नियम पालन की शिक्षा मिलती है।

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Mera Priya Khel Badminton in Hindi

Mera Priya Khel Par Nibandh

( Essay-3 ) मेरा प्रिय खेल पर निबंध- Mera Priya Khel Par Nibandh ( 180 words )

Mera Priya Khel Kabaddi

मेरा प्रिये खेल कबड़्डी है। यह एक प्राचीन खेल है। गॉंवो में यह अधिक लोकप्रिय खेल है। यह खेल खेलने में ना मात्र का खर्चा होता है।

खेल के मैदान के बीच में एक रेखा खींची जाती है। खिलाडियों की दो टुकड़ियाँ बनती हैं। दोनों टुकड़ियों में खिलाडियों की समान संख्या होती है।

एक टुकड़ी का खिलाड़ी कबड्डी-कबड्डी बोलता हुआ दूसरी तरफ़ जाता है। दूसरे दल के खिलाड़ी उसे पकड़ने का प्रयत्न करते हैं। अगर वह पकड़ा जाता है तो उसका दल एक पाइंट खोता है। ‘कबड्डी’ के उच्चारण को बंद किये बिना अपने पक्ष की ओर आयेगा तो एक पाइंट प्राप्त होता है। निशिचत अवधि में जिस पक्ष को ज्यादा पाइंट मिलते हैं, उसकी जीत होती है।

कबड्डी खेलने के लिए चतुरता के साथ शारीरिक बल की आवश्यकता भी है । इस खेल से हृदय की गति सुधर जाती है। साँस का चलन तीव्र होता है। रक्त का प्रसार बढ़ता है। इससे वह साफ़ होता है। उसमें ताजगी आती है।

( Essay-4 ) मेरा प्रिय खेल पर निबंध Badminton | My Favourite Game in Hindi Essay ( 200 words )

Mera Priya Khel Badminton in Hindi- मैं खेलकूद में बड़ी रुचि रखता हूँ। उनमें सक्रिय भाग लेता हूँ। मैं फुटबाल, क्रिकेट और बेडमिंटन खेलता हूँ। बैडमिंटन मेरा प्रिय खेल है। इसे मैं बड़े चाव और लगन से खेलता हूँ। शायद ही कोई ऐसा दिन हो जब मैं बेडमिंटन नहीं खेलता।

अभी मेरी उम्र 11 वर्ष की है। मैं जब 8 वर्ष का था तभी से यह खेल खेल रहा हूँ। बेडमिंटन दो टीमों के बीच खेला जाता है। एक पार्टी में एक या दो सदस्य होते हैं। वे एक-दूसरे के आमने-सामने खड़े होकर खेलते हैं। दोनों टीमों के बीच में चौड़ा फैला हुआ नैट (जाल) होता है। यह खेल रैकेट (जालीदार बल्लों) और शटल कॉक्स (चिड़िया) से खेला जाता है। इसे हम अपनी भाषा में चिड़ी-छक्का भी कहते हैं।

बैडमिंटन खेलने में चुस्ती-फुर्ती और कौशल की आवश्यकता होती है। बैडमिंटन खिलाड़ी की टाँगे और हाथ सशक्त होने चाहिए। उसे बड़ा चुस्त और चौकन्ना होना चाहिए। उसे दौड़ने-भागने, ऊँचा कूदने और एक क्षण में सही निर्णय लेने जैसे कार्यों में निपुण होना चाहिए।

मैं बेडमिंटन का एक कुशल खिलाड़ी हूँ। स्कूल की बेडमिंटन टीम का मैं कप्तान हूँ। हमारी टीम ने कई पुरस्कार और शील्डस जीती हैं।

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( Essay-5 ) मेरा प्रिय खेल पर निबंध- Mera Priya Khel Essay in Hindi ( 400 words )

Mera Priya Khel Hockey

खेलों का मानव जीवन में विशेष महत्त्व है। वह स्वभाव से दी खेलों में रुचि रखता है। भारत में प्राचीन काल से ही खेलों की परम्परा रही है। आजकल तो. भारतवर्ष में अनेक खेल राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाते हैं, जैसे-क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, वालीबाल, कवड्डी, टेनिस आदि। मुझे इन सबमें से हॉकी का खेल बहुत प्रिय है।

राष्ट्रीय खेल

हॉकी का खेल भारत का राष्ट्रीय खेल है। इस समय विश्व में जर्मनी, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और भारत को हॉकी जगत में विशेष स्थान प्राप्त है। इस खेल का जन्म आज से 4000 वर्ष पूर्व ईरान में हुआ था। इसके बाद कितने ही देशों में इसका श्रीगणेश हुआ परन्तु इसे उचित सम्मान तो भारत में ही मिला। भारतीय संरक्षण में रहकर यह खेल खूब पनपा तथा विश्व में लोकप्रिय भी हुआ।

भारतवर्ष में हॉकी का विकास

भारत में हॉकी का चलन सन् 1885 में प्रारम्भ हुआ था। सन् 1895 में बेटनकप टूर्नामेंट आरम्भ हुआ जिसमें देश की सभी प्रसिद्ध टीमों ने भाग लिया था। सन् 1928 में सर्वप्रथम भारत की | राष्ट्रीय टीम ओलम्पिक खेलों में खेलने गई और स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उसके बाद तो हॉकी के जादूगर ध्यानचन्द तथा रूपसिंह के अथक परिश्रम से भारत ने हॉकी जगत में अपनी धाक बैठा ली थी। सन् 1932, 1935, 1948, 1952 तथा 1956 के ओलम्पिक खेलों में भारतीय टीम ने निरन्तर स्वर्ण पदक प्राप्त किए। इसके बाद सन् 1968 व 1972 में केवल कांस्य पदक पाकर ही संतोष करना पड़ा। सन् 1980 में फिर से स्वर्ण पदक प्राप्त करके भारतीय खिलाड़ियों ने अपने देश का नाम संसार में रोशन कर दिया।2020 ओलंपिक में भारत ने इतिहास रच दिया। भारत ने पुरुष हॉकी में 4 दशक बाद कांस्य पदक जीता।

हॉकी का आधुनिक रूप

पहले यह खेल देश के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता था। पंजाब के देहातों में बच्चे इसे ‘खिछीखुण्डी’ नाम से खेलते थे। विभिन्न रूपों में खेले जाने के कारण इसके नियम भी प्रत्येक स्थान पर भिन्न-भिन्न थे। पहले इस खेल के खिलाड़ियों पर किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नहीं था। किन्तु आधुनिक खेल को बिल्कुल ही नियमों में जकड़ दिया है। नियमों के अनुसार आजकल एक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं और गोल के सामने अर्द्ध-गोलाकार रेखा-सी खींची जाने लगी है और गेंद को उसमें से जाकर, चोट करके गोल किया जाने लगा। इसके साथ ही यह नियम भी है कि किसी कोने से चोट के बाद गोल में पहुँचाने से पहले किसी भी एक पक्ष द्वारा गेंद को स्पर्श करना आवश्यक है।

इस प्रकार नियमों में बँधा हॉकी का यह खेल खिलाड़ियों की शारीरिक चुस्ती, मानसिक स्फूर्ति उनके विकास की सीढ़ी बन गया है। इसमें किसी तरह का कोई डर नहीं है अपितु आनन्द की प्राप्ति होती है। यह एक ऐसा खेल है जो आत्मानुशासन और पारस्परिक रूप में कार्य करने की प्रेरणा देता है। इससे परस्पर सहयोग की भावना को बल मिलता है। अतः भारत के इस खेल को विश्व में लोकप्रिय बनाने के लिए हमें अथक प्रयास करना होगा।

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( Essay-6 ) Mera Priya Khel Cricket Par Nibandh- Hindi Essay My Favourite Game Cricket ( 400 )

क्रिकेट दिन भर की थकान के बाद मनुष्य कुछ समय के लिए अपना मनोरंजन करना चाहता है। खेल मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन है। खेल से मनोरंजन के साथ-साथ व्यायाम भी होता है तथा शरीर स्वस्थ रहता है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है। आज अनेक प्रकार के खेल प्रचलित हैं, जैसे हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल, बालीबॉल बास्केटबॉल, बैडमिन्टन, टेनिस आदि। परन्तु आज का सर्वाधिक प्रिय खेल है-क्रिकेट। और यही मेरा भी प्रिय खेल है।।

क्रिकेट का जन्म इंग्लैण्ड में हुआ था। पहले केवल राजा, नवाब, लॉर्डस ही इस खेल को खेलते थे, परन्तु आज अमीर-गरीब सभी श्रेणियों के लोग क्रिकेट खेलते हैं तथा यह उनका प्रिय खेल है। क्रिकेट मैच के अवसर पर जगह-जगह टी. वी. पर मैच देखनेवालों की अपार भीड़ तथा ट्रांजिस्टर पर सीधा प्रसारण सुनना इस खेल की लोकप्रियता के प्रमाण हैं।

आज क्रिकेट संसार के प्रायः सभी देशों में खेला जाता है। यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का खेल है। सभी देशों की टीमें एक दूसरे के देश में जाकर मैच खेलती हैं। हमारे देश की टीम भी विदेशों में जाकर मैच खेलती है तथा विदेशी टीमें भी हमारे देश में मैंच खेलने आती हैं। इस प्रकार क्रिकेट प्रेमी एक दूसरे के निकट आ रहे हैं। इस खेल के द्वारा विश्व के लोगों में सद्भावना बढ़ रही

पहले क्रिकेट मैच पाँच दिन तक खेला जाता था। दोनों टीमों को दो पारी खेलनी होती थी। पाँच दिन पूरे हो जाते थे परन्तु दोनों टीमें दो-दो पारी नहीं खेल पाती थी, इस कारण हार-जीत का फैसला नहीं हो पाता था। आजकल जब से सीमित ओवरों के एक दिवसीय मैचों और टी-20- का प्रचलन हुआ है तब से इस खेल के प्रति लोगों का रुझान पागलपन की हद तक बढ़ गया है। मैंने भी सभी मैच टी. वी० पर देखे हैं। मैं क्रिकेट अच्छा खेल भी लेता हूँ। मैं अपने विद्यालय की क्रिकेट टीम का कप्तान भी हूँ।

क्रिकेट के मैच में दो टीमें होती हैं प्रत्येक टीम में ग्यारह-ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। जो टीम टॉस जीतती है, वह पहले बल्लेबाजी करेगी या गेंदबाजी इसका फैसला करती है। जब एक टीम बल्लेबाजी करती है, तब दूसरी टीम गेंदबाजी करती है। बॉल के किल्ली पर लग जाने या- कैच हो जाने पर बल्लेबाज आउट माना जाता है। एक दिवसीय मैच पचास ओवरों का होता है और टी-20 मैच 20 ओवर का होता है। एक ओवर में छह गेंदें फेंकी जाती हैं। प्रत्येक टीम को एक दिवसीय मैच पचास ओवर और टी-20 मैच 20 ओवर खेलने को मिलते हैं। जो टीम अधिक रन बना लेती है, उसे विजयी घोषित किया जाता है। विराट कोहली मेरा सबसे प्रिय खिलाड़ी है।

जरूर पढ़े- 10 lines on Cricket in Hindi

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इस लेख के माध्यम से हमने Mera Priya Khel Par Nibandh | Essay on My Favourite Game in Hindi  का वर्णन किया है और आप यह निबंध नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

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essay on football in hindi for class 3

essay on football in hindi for class 3

मेरा प्रिय खेल फुटबॉल पर निबंध – Essay on Football in Hindi

फुटबॉल पर निबंध नंबर 3 (450 शब्द) – essay on football 3 (450 words).

इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बना चुका फुटबॉल का गेम 150 देशों के करीब 2500 लाख खिलाड़ियों के द्धारा खेला जाता है। आपको बता दें कि फुटबॉल बेहद रोमांचक और चैलेंजिंग गेम है। सिर्फ 90 मिनट की समयावधि में खेले जाने वाले फुटबॉल की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोग इस खेल की तरफ आर्कषित हो रहे हैं।

वहीं फीफा वर्ल्ड कप के दौरान जिस तरह इसकी चर्चा दुनिया के कोने-कोने में होती है, उससे इस गेम के प्रति लोगों की दीवानगी का अंदाजा लगाया जा सकता है शायद यही वजह है कि इसकी गिनती दुनिया के मशहूर खेलों में होती है। फिलहाल यह आउटडोर खेल बेहद मनोरंजक और स्वास्थ्य लाभ देने वाला गेम है।

एक रिपोर्ट के अनुसार फुटबॉल करीब 150 देशों के 2500 लंबा और 90 गज चौड़े आयताकार मैदान पर 90 मिनट में खेला जाता है, जिसके दोनों छोरों के आखिरी में गोल-पोस्ट होते हैं। इस खेल के समय को 45 मिनट और 45 मिनट के दो अलग-अलग समय अंतराल में बांटा गया है।

यह काफी मनोरंजक और रोमांचित गेम होता है, जिसमें दो अलग-अलग टीमों के सभी 22 खिलाड़ी अपनी विरोधी टीम से ज्यादा गोल बनाकर जीतने की कोशिश करते हैं। यह काफी चैलेंजिंग गेम है, क्योंकि इसमें खिलाड़ियों को अपनी विपक्षी टीम के गोल पोस्ट में गेंद को मारकर गोल करना होता है, जबकि विरोधी टीम का गोलकीपर गोल को रोकने की कोशिश करता है।

इस खेल के नियम के मुताबिक विरोधी टीम का गोलकीपर हाथ-पैरों और पूरे शरीर की मद्द से गोल रोक सकता है, लेकिन इस गेम में गोलकीपर के अलावा अन्य किसी भी खिलाड़ी को अपने हाथ का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती है, अन्य खिलाड़ी इस गेम को सिर्फ अपने पैरों की मद्द से ही खेल सकते हैं, कोई फुटबॉल को हाथ से नहीं छू सकता है।

इस रोमांचित खेल के दौरान विरोधी टीम का गोलकीपर गोल रोकने की पूरी कोशिश करता है, वहीं जो टीम इस खेल के दौरान ज्यादा गोल बनाती है, वह टीम इस खेल में जीत हासिल करती है।

आपको बता दें कि फुटबॉल के गेम में किसी भी तरह की कोई चीटिंग नहीं हो और यह सभी खिलाड़ी अच्छे तरीके से पूरे नियमों का पालन करते हुए इस गेम की गरिमा को बनाए रखते हुए खेलें इसलिए इसमें दो लाइन मैन और एक रेफरी भी होते हैं।

अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेले जाने वाले फुटबॉल मैच के दौरान रेफरी इस बात का खास ख्याल रखता है कि दोनों टीमों के सभी खिलाड़ी पूरी ईमानदारी से खेल के नियमों का पालन करें। आपको बता दें कि फुटबॉल का साइज करीब 70 सेंटीमीटर का होता है।

गेम में 1 गोल होने पर फुटबॉल को फिर से शुरु करने के लिए फुटबॉल पर किक लगाकर इस खेल को दोबारा शुरु किया जाता है। इस खेल को खेलने से बेहद फायदे हैं इसलिए इस खेल को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए सभी को आगे बढ़ना चाहिए और सहयोग करना चाहिए।

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Essay on Football for Class 3

Football is an outdoor game played by two teams. Each team has 11 players. In total, the number of players playing together is 22. The team that has the highest number of goals, in the end, wins the match. Football is one of the most popular sports in the world. In America, football is known as soccer.

We are providing two essay samples for students of class 1 on the topic ‘Football’ for reference.

Short Essay on Football of 100 Words

Football is a very famous sport. Everyone calls the game football, but USA calls it soccer because the USA has a different game that they call football.

Football is a game that is always played between two teams. The total number of players is 22 as each team has 11 players. There is a referee who observes the whole match and makes sure everyone follows the rules. At the end of the time of the game, the team that has the highest goals wins the game.

Sometimes there is a draw, so the time allotted for the match has to be increased to play the tiebreaker round.

Engage your kid into diverse thoughts and motivate them to improve their English with our  Essay for Class 3  and avail the Simple Essays suitable for them.

Long Essay on Football of 150 Words

There are many games all over the world that everyone loves, but football is a very famous sport. Everyone knows what football is and how the game takes place.

Football is a sport that is played outside between two teams. Each team will have eleven players. That is why the total number of players on the football field is twenty-two.

There is also a referee watching the whole match, just like an umpire in cricket to make sure no one cheats and all the rules are followed. Sometimes the umpire shows some coloured cards, called penalty cards to warn the players.

Each team has to goal against the other. The team that has the highest number of goals at the end of the match wins the match. The other team loses. Sometimes both the teams have the same number of goals, which is known as a draw match. A tiebreaker round takes place only when a game result is draw.

10 Lines on Football in English

  • Football is a trendy sport.
  • Football is played outside, on the football field.
  • A football match takes place between two teams.
  • Each football team has eleven players.
  • The total number of players on the football field are twenty-two.
  • There is a referee who makes sure the game goes on without any problems.
  • The referee shows penalty cards to players, with different colours to warn them.
  • The cards are used because a player might not know the language.
  • The team that gets the highest number of goals wins the match.
  • When there is a tie, a tiebreaker round also takes place.

Frequently Asked Questions on Football Essay

Question: What is football?

Answer:  Football is a sport that is played outside on the field between two teams. Each team has eleven players, and they have to make goals against the other. The team that ends with the highest number of goals wins the match at the end.

Question: Who is a referee?

Answer:  In football, a referee is the one who looks over the match. He makes sure that no problems take place. The referee is like an umpire and makes sure the players follow all the rules. The referee also sees that no one cheats when playing. He cannot support any team.

Question: What are penalty cards?

Answer:  the referees use penalty cards to keep the players in order. If he sees that a player is not following the rules, he can show the card to him. The cards are like a warning and each colour shows how strict the alarm is.

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खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi)

खेल का महत्व

हम यहाँ दैनिक जीवन में खेल के महत्व पर विभिन्न शब्द सीमाओं में विद्यार्थियों के लिए बहुत से निबंध उपलब्ध करा रहे हैं। आजकल, शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों को आमतौर पर निबंध लेखन और पैराग्राफ लेखन का कार्य दिया जाता है। निबंध लेखन किसी भी विषय के बारे में विद्यार्थियों में लेखन क्षमता, कौशल और ज्ञान को बढ़ावा देता है। यहाँ दिए गए खेल के महत्व पर सभी निबंध सरल और आसान वाक्यों का प्रयोग करके लिखे गए हैं। इसलिए, विद्यार्थी इनमें से कोई भी निबंध अपनी जरुरत और आवश्यकता के अनुसार चुन सकते हैं:

खेल का महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Sports in Hindi, Khel ka Mahatva par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द) – खेल का महत्व.

यदि हम कुछ पलों के लिए इतिहास की ओर देखें या किसी सफल व्यक्ति के जीवन पर प्रकाश डालें तो हम देखते हैं कि, नाम, प्रसिद्धी और धन आसानी से नहीं आते हैं। इसके लिए लगन, नियमितता, धैर्य, और सबसे अधिक महत्वपूर्ण कुछ शारीरिक क्रियाओं अर्थात् स्वस्थ जीवन और सफलता के लिए एक व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है। नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है। किसी भी व्यक्ति की सफलता मानसिक और शारीरिक ऊर्जा पर निर्भर करती है। इतिहास बताता है कि, केवल वर्चस्व (प्रसिद्धी) ही राष्ट्र या व्यक्ति पर शासन करने की शक्ति है।

खेल का महत्व

शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है, जो बहुत लाभदायक है। बहुत से देशों में खेलों को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि वे एक व्यक्ति के जीवन में खेल के वास्तविक लाभ और व्यक्तिगत व पेशेवर जीवन में इसकी आवश्यकता को जानते हैं। किसी धावक (एथिलीट) या पेशेवर खिलाड़ी के लिए शारीरिक गतिविधियाँ बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। यह उनके और उनके जीवन के लिए बहुत मायने रखती है। खेल खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा अवसर रखता है। कुछ देशों में, कुछ अवसरों कार्यक्रमों और त्योहारों के आयोजन पर स्पोर्ट्स और खेल गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, उदाहरण के लिए; प्राचीन यूनान के ओलम्पियाड को सम्मान प्रदर्शित करने के लिए ओलम्पिक खेलों का आयोजन किया जाता है।

खेल सभी के व्यस्त जीवन में विशेष रुप से विद्यार्थियों के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। यहाँ तक कि, पूरे दिन में से, कम से कम थोड़े से समय के लिए सभी को खेलों में सक्रिय रुप से भाग लेना चाहिए। खेल बहुत ही आवश्यक है क्योंकि, खेलों में नियमित रुप से शामिल होने वाले व्यक्ति में यह शारीरिक और मानसिक तंदरुस्ती लाता है। जिन व्यक्तियों की व्यस्त दिनचर्या होती है, वे बहुत ही आसानी व शीघ्रता से थक जाते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, एक सूकून और आराम का जीवन जीने के लिए हम सभी को स्वस्थ मस्तिष्क और स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है।

नाम, प्रसिद्धी, और पैसा प्राप्त करने के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। इसी तरह से, स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क प्राप्त करने के लिए, सभी को किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि में अवश्य शामिल होना चाहिए, जिसके लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है।

निबंध 2 (400 शब्द) – स्पोर्ट्स के मूल्य व लाभ

खेल बहुत ही अच्छी शारीरिक गतिविधि है जो तनाव और चिन्ता से मुक्ति प्रदान करता है। यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा भविष्य और पेशेवर जीवन का क्षेत्र प्रदान करता है। यह खिलाड़ियों को उनके आवश्यक नाम, प्रसिद्धी और धन देने की क्षमता रखता है। इसलिए, हम कह सकते हैं कि, व्यक्तिगत लाभ के साथ ही पेशेवर लाभ के लिए भी खेल सकते हैं। दोनों ही तरीकों से, यह हमारे शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को लाभ पहुँचाता है।

स्पोर्ट्स का मूल्य

कुछ लोग अपने शरीर और मस्तिष्क की तंदरुस्ती, आनंद आदि के लिए नियमित रुप से खेलते हैं हालांकि, कुछ अपने जीवन में बहुमूल्य दर्जा पाने के लिए खेलते हैं। कोई भी निजी और पेशेवर जीवन में इसके मूल्य को अनदेखा नहीं कर सकता है। पहले ओलम्पिक खेल 1896 में एथेंस में आयोजित हुए थे, जो अब नियमित रुप से हर चार साल बाद विभिन्न देशों में आयोजित होते हैं। इसमें इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के खेल शामिल होते हैं, जिसमें विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं।

कुछ आउटडोर या मैदान में खेले जाने वाले खेल फुटबॉल, हॉकी, वालीबॉल, बेसबॉल, क्रिकेट, टेनिस, खो-खो, कबड्डी आदि है, जिन्हें खेलने के लिए मैदान की आवश्यकता होती है। इनडोर खेल कैरम, ताश खेलना, शतरंज, टेबिल टेनिस, पहेली, आदि हैं, जो घर में बिना किसी मैदान के खेले जा सकते हैं। कुछ खेल इनडोर और आउटडोर दोनों होते हैं जैसे – बैडमिंटन और टेबिल टेनिस।

स्पोर्ट्स के लाभ

खेल और स्पोर्ट्स हमारे लिए बहुत ही लाभदायक हैं क्योंकि वे हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन, समूह में कार्य करना और लगन सिखाते हैं। खेलना हमें, आत्मविश्वास के स्तर का निर्माण करना और सुधार करना सिखाता है। यदि हम खेल का नियमित अभ्यास करें, तो हम अधिक सक्रिय और स्वस्थ रह सकते हैं।

खेल गतिविधियों में शामिल होना, हमें बहुत से रोगों से सुरक्षित करने में मदद करता है; जैसे – गठिया, मोटापा, हृदय की समस्याओं, मधुमेह, आदि। यह हमें जीवन में अधिक अनुशासित, धैर्यवान, समयबद्ध और विनम्र बनाता है। यह हमें जीवन में सभी कमजोरियों को हटाकर आगे बढ़ना सिखाता है। यह हमें बहादुर बनाता है, और चिड़चिड़ेपन व गुस्से को हटाकर खुशी का अहसास देता है। यह हमें शारीरिक रुप से तंदरुस्त और मानसिक आराम प्रदान करता है, जिससे कि हम सभी समस्याओं से आसानी से निपट सकें।

खेल गतिविधियों में शामिल होना एक व्यक्ति के लिए बहुत से तरीकों से लाभदायक होता है। यह न केवल शारीरिक ताकत प्रदान करता है बल्कि, यह मानसिक शक्ति को भी बढ़ाता है। बाहर खेले जाने वाले खेल फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी, दौड़ आदि शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक तंदरुस्ती को सुधारने में मदद करते हैं। यद्यपि, कुछ घर के अन्दर खेले जाने वाले खेल जैसे; दिमागी खेल, शतरंज, सुडोकु आदि हमारी मानसिक शक्ति और मन एकाग्र करने की क्षमता के स्तर को बढ़ाते हैं।

निबंध 3 (500 शब्द) – स्वास्थ्य, धन और राष्ट्र के निर्माण में खेल की भूमिका

खेल और स्पोर्ट्स शारीरिक गतिविधि हैं, जो प्रतियोगी स्वभाव के कौशल विकास में मदद करती हैं। आमतौर पर, दो या अधिक समूह एक दूसरे के साथ मनोरंजन या इनाम प्राप्त करने के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, क्योंकि यह एक व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय स्थिति को बढ़ावा देता है। यह नागरिकों के चरित्र और स्वास्थ्य के निर्माण के द्वारा राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने में महान भूमिक निभाता है। खेल मनुष्य के कार्य करने के तरीकों में गति और सक्रियता लाता है।

स्वास्थ्य, धन और राष्ट्र के निर्माण में खेल की भूमिका

खेल के महत्व और भूमिका को किसी के भी द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण विषय है। लोग अपने व्यक्तिगत विकास के साथ ही पेशेवर विकास के लिए खेल गतिवधियों में शामिल हो सकते हैं। यह लड़के और लड़कियों दोनों के लिए अच्छे शरीर का निर्माण करने के लिए बहुत अच्छा है। यह लोगों को मानसिक रुप से सतर्क, शारीरिक रुप से सक्रिय और मजबूत बनाता है।

खेल के दो सबसे अधिक महत्वपूर्ण लाभ; अच्छा स्वास्थ्य और शान्त मस्तिष्क हैं। विद्यार्थी देश के युवा हैं, और वे खेले गतिविधियों के द्वारा और अधिक लाभान्वित हो सकते हैं। वे और अधिक अनुशासित, स्वस्थ, सक्रिय, समयनिष्ठ हो सकते हैं और आसानी से व्यक्तिगत व पेशेवर जीवन में किसी भी कठिन स्थिति के साथ सामना कर सकते हैं। खेलों में नियमित रुप से शामिल होना आसानी से चिंता, तनाव और घबराहट से उबरने में मदद करता है।

यह शरीर के अंगों के शारीरिक कार्यों को बेहतर बनाता है और इस तरह, पूरे शरीर के कार्यों को सकारात्मक रुप से नियंत्रित करता है। यह शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है और इस प्रकार मन या दिमाग शांतिपूर्ण, तेज, और बेहतर एकाग्रता के साथ सक्रिय रहता है। यह शरीर व मन की शक्ति और ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है। यह हर किसी को नीरस जीवन से एक अच्छा अन्तराल (ब्रेक) देता है।

खेल उज्ज्वल पेशेवर कैरियर रखता है इसलिए, इसमें रुचि रखने वाले युवाओं को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है, और उन्हें तो केवल पूरी लगने के साथ अपनी इस रुचि को नियमित रखना है। यह टीम में सहयोग और टीम निर्माण की भावना के विकास के द्वारा सभी को टीम में कार्य करना सिखाता है। खेलों के प्रति अधिक झुकाव एक व्यक्ति और एक राष्ट्र दोनों को स्वस्थ और वित्तीय रुप से अधिक मजबूत बनाता है। इसलिए, इसे अभिभावकों, शिक्षकों और देश की सरकार के द्वारा अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

निष्कर्ष: प्रख्यात खेल हस्तियों की भूमिका

अधिक प्रसिद्ध खेल हस्तियों को रखने वाला राष्ट्र कम समय में बहुत आसानी से दुनिया भर में अपनापन प्राप्त कर लेता है। देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। वे बहुत आसानी से पहले से ही प्रसिद्ध खेल हस्तियों को देखकर प्रेरित होते रहते हैं। इस तरह के देश के युवाओं को खेल के क्षेत्र में कैरियर बनाने में अधिक मौके मिलते हैं। सर्वविदित खिलाड़ी भी अपने देश के आगामी युवकों प्रोत्साहित करते हैं।

Importance of Sports Essay

निबंध 4 (600 शब्द) – खेल: चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण

लोगों द्वारा आकस्मिक या संगठित भागीदारी के माध्यम से की जाने वाली प्रतिस्पर्धी खेल गतिविधियों को हम खेल कह सकते हैं। यह सभी की शारीरिक क्षमता और कौशल को सुधारने और बनाए रखने में मदद करता है। यह प्रतिभागियों के लिए मनोरंजन का एक तरीका है। खेल वास्तव में सभी के द्वारा विशेषरुप से बच्चों द्वारा पसंद किए जाते हैं हालांकि, ये उनके लिए विभिन्न तरीकों से हानि भी पहुँचा सकते हैं। यह बच्चों को आसानी से घायल कर सकता है या अध्ययन से भटका सकता है। फिर भी, बच्चे अपने मित्रों के साथ खेलने के लिए बाहर जाना पसंद करते हैं।

यदि हम इतिहास पर नजर डालें तो हम देखते हैं कि, खेलों को प्राचीन समय से ही बहुत अधिक महत्व दिया जा रहा है। आधुनिक समय में, अन्य मनोरंजन बढ़ाने वाली चीजों, जैसे- विडियो गेम, टीवी आदि की वृद्धी और प्रसिद्धी के कारण जीवन में खेलों की माँग कम हो रही है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, खेल बहुत से देशों के द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों की तरह माने जाते हैं, इसलिए हम कह सकते हैं कि, भविष्य में खेल और स्पोर्ट्स का प्रचलन कभी खत्म नहीं होगा।

खेल गतिविधियों को स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों के अच्छे शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और पेशेवर भविष्य के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। खेल उन सभी के लिए, जो इनमें पूरी लगन के साथ शामिल होता के लिए भविष्य में अच्छा कैरियर रखते हैं। यह विशेषरुप से विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभदायक है क्योंकि, यह शारीरिक और मानसिक विकास को सहायता प्रदान करता है। वे लोग जो खेलों में अधिक रुचि रखते हैं और खेलने में अच्छे हैं, वे अधिक सक्रिय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। वे कार्यस्थल पर बेहतर अनुशासन के साथ ही नेतृत्व के गुणों को विकसित कर सकते हैं।

शारीरिक समन्वय और ताकत

यह माना जाता है कि, खेल और ताकत एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। यह सत्य है कि, खेल में भागीदारी करने वाले एक व्यक्ति के पास सामान्य व्यक्ति (जो व्यायाम नहीं करता हो) से अधिक ताकत होती है। खेलों में रुचि रखने वाला व्यक्ति महान शारीरिक ताकत विकसित कर सकता है और किसी भी राष्ट्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खेल में भागीदारी करने के द्वारा अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकता है। खेल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, शारीरिक समन्वय बनाए रखने, शरीर की ताकत को बढ़ाने और मानसिक शक्ति में सुधार करने में मदद करता है।

चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण

नियमित आधार पर खेल खेलना एक व्यक्ति के चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण में मदद करता है। यह आमतौर पर देखा जा सकता है कि, युवा अवस्था से ही खेल में शामिल रहने वाला एक व्यक्ति, बहुत ही साफ और मजबूत चरित्र के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य को विकसित करता है। खिलाड़ी बहुत अधिक समय के पाबंद और अनुशासित होते हैं, इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि, खेल राष्ट्र और समाज के लिए विभिन्न मजबूत और अच्छे नागरिक प्रदान करता है।

खेल आमतौर पर, एक दूसरे पर विजय प्राप्त करने की कोशिश के साथ दो प्रतिस्पर्धी टीमों के बीच एक प्रतियोगिता के रूप में खेला जाता है।खेल और स्पोर्ट्स के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिन्हें हम घर के बाहर खेलते हैं उन्हें आउटडोर (मैदानी खेल) खेल कहते हैं, वहीं जो घर के अन्दर खेले जाते हैं उन्हें इनडोर खेल कहा जाता है। दोनों में से एक प्रतिभागी विजेता होता है, वहीं दूसरा हारता है। खेल वास्तव में सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण गतिविधि है, विशेषरुप से बच्चों और युवाओं के लिए क्योंकि यह शरीर को स्वस्थ और तंदरुस्त रखता है।

सम्बंधित जानकारी:

खेल पर निबंध

खेल पर स्लोगन

FAQs: Frequently Asked Questions on Importance of Sports (खेल के महत्व पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- पियरे डी कुबर्तिन को

उत्तर- मुक्केबाजी के लिए

उत्तर- चीन ने

उत्तर- मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस को

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बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

  • Essay On Football

Essay on Football

500+ words essay on football.

Football is one of the world’s most popular games. It is played in nearly every country, by everyone from kids to professional players. Professional football is watched by billions of people all over the world. It is also called “soccer” in some countries. It is an outdoor game that requires absolute athleticism as players have to hustle and run across the field throughout the game. This essay on football will provide important information related to this sport. It will also help students to know about different football tournaments and how these games are played. We have also compiled essays on various topics to help students improve their writing section. They can go through these essays and boost their essay-writing skills.

How Football is Played

Football is played by two teams. Each team has eleven players. The game is played on a large rectangular-shaped grass field. There are two goalposts on both ends of the breadth of the field. Players pass the ball to each other by kicking or heading it into the opponent’s goalpost. The players have to play the game by kicking the ball and passing it to teammates. Only the goalkeeper can stop the ball with hands within a restricted area around the goalpost. The objective of the team is to score more goals than their opponent team. The team scores a goal when the ball passes the goal line. The game is played for two 45-minute halves, and the team which makes the most goals wins.

Football is a team sport. The player’s brilliance to score the goal helps their team to win. Tackle, attack, shoot, and score past the goalpost are collective skill sets of champion players. The sport has seen some of the best players over decades. Some famous players are Pele, Diego Maradona, George Best, Cristiano Ronaldo, and Lionel Messi.

Football Tournaments

The World Cup is the most famous international tournament of football. It is the biggest football tournament which is organised by FIFA. This competition takes place once every four years. There are approximately 190 to 200 national teams competing to qualify in this tournament. The final is conducted between 32 teams of different nations which compete with one another for over 4 week period. Other than the World Cup, the other most famous and prestigious tournaments are the Continental Championships. These are the European Championships (UEFA): The Asian Cup (AFC), The Copa America (CONMEBOL), the African Cup of Nations (CAF), The OFC Nations Cup (OFC), The CONCACAF Gold Cup. Irrespective of these tournaments, there are many champions league tournaments conducted between football clubs.

Football in India

In India, various sports are played. Football is one of them. Although it has not got as much popularity as the other sports, now people have started taking interest in it. The people of Kerala, Goa, West Bengal, Manipur, Mizoram, Sikkim and other states have started playing football. Britishers introduced the football game in India. Initially, the game was played between the army teams. The game became famous when Indian footballers won the IFA-Shield Trophy in 1911. This is for the first time an Indian team won a tournament match before that only the British teams used to win the game.

India has evolved from a single sport nation to a multisport nation. However, to improve the participation of people in sports like football, there is a need to provide more resources and sports infrastructure. People should be encouraged to participate in football by providing them with proper training, mentorship and guidance. Government should promote the players who perform well at the state level by giving them a secured job or helping them financially, so they focus more on sports.

We hope students must have found this easy-on football helpful for improving their essay-writing skills. They can access more study material for CBSE/ICSE/State Board/Competitive Exam, at BYJU’S.

Frequently asked Questions on Football Essay

What is the origin of football.

Modern football originated in the 19th century in Britain.

How many players are there in a game of football?

A total of 11 players (in each team) play the game of football.

What is the main role of the referee in the game of football?

The referee enforces and sees it that all the rules are followed by the players during the match.

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Here are the Title IX athletic coordinators appointed as a result of Sam Gordon’s football lawsuit — and what they’re doing

The three district officials started their jobs at the beginning of the 2023-24 school year..

(Rick Bowmer | AP) Sam Gordon catches a football, Oct. 20, 2020, in Herriman, Utah. Gordon was the only girl in a tackle football league when she started playing the game at age 9. Now, Gordon is taking a leadership position in a new women's football league.

Three Utah school districts now have people whose job it is to more closely monitor Title IX compliance as it relates specifically to athletics.

Granite, Jordan and Canyons districts appointed a Title IX Athletic Coordinator to oversee how the districts are faring when it comes to complying with the law, and what if anything needs to be addressed going forward. The appointments came as a result of a lawsuit that was settled last year.

Sam Gordon, who went viral at 9 in a YouTube video showing her football skills, was one of several plaintiffs in a 2017 lawsuit that accused the districts and the Utah High School Activities Association of discrimination for not providing sanctioned tackle football teams for girls. A federal judge ruled against the girls in 2021 . They appealed, and the case was revived in January 2023 .

The parties reached a settlement in October. One of the terms of the settlement calls for each district to appoint a Title IX Athletic Coordinator. That person can already be working as the district’s athletic director, and may have other duties.

Here are the three people in each district appointed to the role, and what they’ve been doing so far.

Tom Sherwood, Canyons

(Courtesy of Granite School District) Tom Sherwood, director of high schools at Canyons School District, speaks at a ribbon-cutting event for when Brighton High was rebuilt.

One of the first things Sherwood did when he got the appointment was compile a Title IX report and present it the school board in January. HB420 , passed by the state legislature in 2022, requires every school district to do so annually.

What he found was a situation largely compliant with the law. But, there were some issues.

“We have a couple areas where we found some ways that we could improve, and we’re addressing those right now,” Sherwood said. “I think all of the projects that needed attention are currently being handled and constructed. So I feel like we’ve been very responsive to the Title IX requirements.”

One example of that comes from Jordan High, where the baseball team has a concession stand and clubhouse, while the softball team does not. Sherwood said that project is currently in the planning stages and construction should start “within the next year.”

Sherwood, a former principal at Brighton, also said there could be changes coming regarding certain sports clubs for girls, but wasn’t prepared to expand on that.

“We’re being intentional about looking at opportunities to expand girls athletics, and we’re doing that,” Sherwood said. “I don’t want to get into any specifics, but we are looking at some of our local club sports that specifically involve female athletes and how we can support them and encourage them, and maybe eventually bring them under our umbrella as a district to help expand the opportunities for females.”

The lawsuit put the onus on school districts, not the UHSAA, to comply with Title IX. Sherwood said there are advantages and disadvantages to that, but it does allow districts to offer opportunities in sports for girls that go outside the realm of an officially sanctioned UHSAA sport, which is helpful.

“I think we are very proactive in trying to meet the tenants of Title IX not just because of Title IX, but because it’s the right thing to do to make sure that we’re addressing the needs of all of our students in a meaningful way,” Sherwood said.

Bryan Veazie, Jordan

(Jordan School District) Bryan Veazie, center, postes for a photo with the Bingham High softball team. He is the district's Title IX athletic coordinator, appointed as a result of the girls' football lawsuit settlement.

Veazie has experience as an assistant principal at Copper Hills and Bingham, and was also the principal at Copper Hills for six years before getting appointed as the district’s director of athletics and activities. Part of his role is serving as the Title IX Athletic Coordinator.

In less than a calendar year, Veazie has set up monthly meetings with the district’s athletic directors and asked each of them to submit a “comprehensive Title IX assessment” for their schools in June. He’s also in the process of creating an audit checklist he’ll use to make sure the schools are in compliance with the law.

“We’ll take that assessment that they provided, along with my audit, and we’ll combine those to determine our level of compliance and success, and to determine where we can do better and what we’re going to do to make that happen,” Veazie said.

In his meetings, Veazie said he’s seen a theme from some schools in the district when it comes to Title IX compliance challenges — inherited facilities and space.

In the last several years, the UHSAA has sanctioned multiple sports: competitive cheer, boys’ volleyball, girls’ wrestling, and boys’ and girls’ lacrosse are some examples. Space at the schools was already tight before the sports became available statewide, Veazie said.

“I think it becomes a real big challenge for our administration and our athletic directors to find a space for everyone that meets their needs — and that not only meets their needs, but that demonstrates that effort to provide the equitable opportunity between the men’s and the women’s sports,” Veazie said.

Aaron Whitehead, Granite

Whitehead technically isn’t the first employee in the district to focus on Title IX compliance in athletics. The district has had someone in a position like that for almost a decade, predating the Gordon’s lawsuit, a district spokesperson told The Salt Lake Tribune. It was previously filled by Dave Vande Veegaete, who testified during the bench trial.

The district has two committees related to Title IX. Whitehead serves on one, and oversees another that deals specifically with athletics. The others on the latter committee are Emily Grunig, Hunter Jr. High principal; Erin Tanner, Olympus High assistant principal; Pam Olson, Hunter High athletic director; Doug Larson, general counsel; and Craig Stauffer, Secondary School Supervisor.

“This committee monitors the vision and mission of Title IX athletics in our district including ensuring equitable access to comparable facilities,” the spokesperson said. “In addition to many other components, they also monitor and complete annual reporting requirements to the board, state and federal government on these efforts.”

The spokesperson added that school administrators and athletic directors have participated “fairly successfully” in a data collection process that calls for the schools to “objectively assess” their Title IX compliance and generate solutions to address any inequities. No other specifics were given.

Whitehead declined to be interviewed.

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