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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)

स्वच्छ भारत अभियान

प्रधानमंत्री की क्रांतिकारी अभियानों में से एक ‘स्वच्छ भारत अभियान’ अपने आप में अनूठा है। भारत सरकार की यह पहल प्रशंसनीय है। आजकल इस मुद्दे पर आए-दिन चर्चा होती है। स्कूल-कॉलेजों में भी विभिन्न प्रतियोगिताओं और परीक्षाओं में यह विषय दिया जाने लगा है। चूंकि यह प्रधानमंत्री की विकास योजनाओं में से एक है। इसलिए यह अपेक्षा की जाती है कि शैक्षणिक स्तर पर सबको इसकी जानकारी रहे।

स्वच्छ भारत अभियान पर छोटे तथा बड़े निबंध (Swachh Bharat Abhiyan par Nibandh)

हम यहाँ कुछ छोटे-बड़े निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। जो कि विभिन्न पक्षों पर आपकी मदद करेगें।

स्वच्छ भारत अभियान पर 10 पंक्तियों का निबंध

  • स्वच्छ भारत अभियान, 2014 में शुरू किया गया, यह एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान है।
  • इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण को बढ़ावा देकर भारत को खुले में शौच से मुक्त बनाना है।
  • मशीनीकृत विकल्पों और सख्त कानूनी उपायों पर जोर देते हुए हाथ से मैला ढोने की प्रथा का उन्मूलन एक प्रमुख उद्देश्य है।
  • स्वच्छ भारत अभियान उचित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर जोर देता है, बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे को अलग करने की बात करता है।
  • व्यवहार परिवर्तन एक केंद्र बिंदु है, जो जागरूकता अभियानों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव को प्रोत्साहित करता है।
  • शौचालय निर्माण को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है, प्रोत्साहन और भागीदारी से इस प्रक्रिया में तेजी आ रही है।
  • स्वच्छता पर जोर दिया जाता है, शौचालयों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है और स्वास्थ्यकर आदतें अपनाई जाती हैं।
  • स्थानीय निकाय स्थानीय आवश्यकताओं के साथ लक्ष्यों को ध्यान देते हुए, जमीनी स्तर पर अभियान को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • गैर-सरकारी संगठन और कॉर्पोरेट संस्थाएँ वित्तीय सहायता और स्वयंसेवी प्रयासों के माध्यम से योगदान करते हैं।
  • स्वच्छ भारत अभियान ने शौचालय निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति की है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (100 – 200 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान, जिसे स्वच्छ भारत मिशन भी कहा जाता है, भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी के 150वीं जयंती तक भारत को पूर्ण रूप से स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान की शुरुआत की और इसे जन आंदोलन का रूप दिया। इस अभियान के अंतर्गत स्कूलों, सरकारी ऑफिसेस, अस्पतालों, सार्वजनिक स्थानों और सड़कों की सफाई पर जोर दिया गया। लेकिन शौचालयों का निर्माण और खुले में शौच को समाप्त करना इस अभियान के प्रमुख उद्देश्यों में से एक था।

इस अभियान के कारण हमारे आसपास की सफाई में काफी सुधार हुआ है, लोग अब अधिक जिम्मेदार हो गए हैं और गंदगी फैलाने से बचते हैं। कई जगहों पर कूड़ेदान लगाए गए हैं और कचरा प्रबंधन के लिए नई योजनाएँ भी बनाई गई हैं। हम सभी को इस अभियान में अपना योगदान देना चाहिए। स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी है बल्कि यह पर्यावरण की रक्षा भी करती है। अगर हम सब मिलकर कोशिश करें तो हम महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार कर सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान से न केवल हमारा भारत साफ और स्वच्छ होगा बल्कि हम सभी स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकेंगे।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – 2 (300 – 400 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान, भारत को स्वच्छ रखने के लिए एक मुहीम है जिसे भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था, यह अभियान गांधी जी के जन्मदिन पर 2 अक्टूबर 2014 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजघाट, नई दिल्ली में बापू के समाधि स्थल पर सफाई करके की गयी थी। इस सफाई अभियान का उद्देश्य 2019 तक मतलब महात्मा गांधी के 150वीं जयंती तक पूरे भारत को खुले में शौच से मुक्त व स्वच्छ बनाने का था।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य

यह अभियान दो मुख्य घटकों (ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन और शहरी क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन) के अंतर्गत लांच किया गया था। इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए जैसे बड़े पैमाने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण तथा ग्रामीण इलाकों में लोगों को शौचालयों के उपयोग और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना। साथ ही साथ सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सड़कों की सफाई पर भी जोर दिया गया। बच्चों और युवाओं में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का भी आयोजन किया गया।

समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करने के लिए स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया गया। इस अभियान में न केवल सरकारी संस्थानों बल्कि निजी संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और आम जनता ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

स्वच्छ भारत मिशन के आंकड़े और होने वाले लाभ

स्वच्छ भारत मिशन के लिए बजट आवंटन लगभग ₹62,009 करोड़ (यानी 8.7 बिलियन डॉलर) था। 2014 से 2019 तक ग्रामीण क्षेत्रों में 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया। जिससे शौचालय वाले ग्रामीण घरों का प्रतिशत 2014 में 39% से बढ़कर 2019 तक लगभग 100% हो गया।

वहीं शहरी क्षेत्रों में लगभग 6.3 मिलियन घरेलू शौचालय और 600,000 सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय बनाए गए और शहरी क्षेत्रों के 97% वार्डों में घर-घर जाकर कचरा संग्रहण लागू किया गया। जिससे सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग 2014 में 18% से बढ़कर 2020 तक लगभग 60% हो गया। बेहतर स्वच्छता और सफाई के कारण डायरिया संबंधी बीमारियां, मिट्टी से फैलने वाले कृमि और कुपोषण में कमी आई है। बेहतर स्वच्छता के कारण उत्पादकता में वृद्धि हुई है और स्वास्थ्य सेवा लागत में कमी भी आई है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2014 की तुलना में 2019 में डायरिया से लगभग 300,000 कम मौतें हुईं, जिसकी वजह है बेहतर स्वच्छता। खुले में शौच से मुक्त होने वाले गांवों के परिवारों को स्वास्थ्य लागत पर लगभग 50,000 रुपये वार्षिक बचत हुई। ओडीएफ की वजह से उन क्षेत्रों में भूजल प्रदूषण में भी कमी हुई है। और स्वच्छता सुविधाओं की वजह से लगभग 93% महिलाएं घर पर सुरक्षित महसूस करती हैं।

शुरुवात में इस अभियान ने गजब का सामाजिक क्रांति लाया लेकिन समय बीतते इस अभियान को लेकर लोगों में ज्यादा क्रेज नहीं रह गया है। हालांकि, काफी हद तक देशभर में स्वच्छता की सोच और व्यवहार की दिशा में परिवर्तन हुआ है। लोग पहले से कहीं ज्यादा स्वच्छता के महत्व को समझने लगे हैं और अपने आस-पास के क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने का प्रयास कर रहे हैं।

स्वच्छता को लेकर लोगों में जो उदासीनता थी, अब वह बदल गई है। लोग समझ चुके हैं कि स्वच्छता केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। लेकिन इस अभियान को, स्वच्छता की सोच को लोगों में जिन्दा रखने के लिए सरकार को समय समय पर प्रयत्न करते रहना पड़ेगा ताकि लोग स्वच्छता के महत्व को समझते रहें और अपने देश को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने का प्रयास करते रहें।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (600 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत सरकार ने देश में स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाने के लिये की है। हम ऐसे तो अपना घर साफ रखते हैं, तो क्या यह हमारी जिम्मेदारी नहीं बनती कि हम अपने देश को भी साफ रखें। कूड़े को यहां-वहां न फेक कर कूड़ेदान में डालें। महात्मा गाँधी जी ने स्वच्छ भारत का सपना देखा था, जिसके संदर्भ में गाँधीजी ने कहा कि, ”स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरुरी है” वे उस समय देश में व्याप्त गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे, इसी वजह से उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिये कई प्रयास भी किये, लेकिन सफल नहीं हो पाए।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है ?

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्वच्छता मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, इसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते है। ये एक बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूर्णंत: स्वच्छ बनाने की बात कही गयी थी। इस मिशन को 2 अक्टूबर 2014 (145वीं जन्म दिवस) को बापू के जन्म दिन के शुभ अवसर पर आरंभ किया गया था और 2 अक्टूबर 2019 (बापू के 150वीं जन्म दिवस ) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भारत के शहरी विकास तथा पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत

इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिये। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है, जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ नीचे कुछ बिंदु उल्लिखित किये जा रहे है जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते है।

  • ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हों, साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
  • नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
  • खुद के स्वास्थ्य के प्रति भारत के लोगों की सोच और स्वभाव में परिवर्तन लाना और साफ-सफाई की प्रक्रियों का पालन करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता लाने करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
  • इसमें काम करने वाले लोगों को स्थानीय स्तर पर कचरे के निष्पादन का नियंत्रण करना, खाका तैयार करने के लिये मदद करना।
  • पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी को बढ़ाना।
  • भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।
  • स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को निरंतर साफ-सफाई के प्रति जागरुक करना।

स्वच्छ भारत – स्वच्छ विद्यालय अभियान

ये अभियान केन्द्रिय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया और इसका उद्देश्य भी स्कूलों में स्वच्छता लाना है। इस कार्यक्रम के तहत 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक केंद्रिय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ कई सारे स्वच्छता क्रिया-कलाप आयोजित किये गए जैसे विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के विभिन्न पहलूओं पर चर्चा, इससे संबंधित महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वाथ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रिया-कलाप(कक्षा में, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, मैदान, बागीचा, किचन, शेड दुकान, खानपान की जगह इत्यादि)। स्कूल क्षेत्र में सफाई, महान व्यक्तियों के योगदान पर भाषण, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कला, फिल्म, चर्चा, चित्रकारी, तथा स्वाथ्य और स्वच्छता पर नाटक मंचन आदि। इसके अलावा सप्ताह में दो बार साफ-सफाई अभियान चलाया जाना जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी, और माता-पिता सभी हिस्सा लेंगे।

हम कह सकते है कि इस वर्ष के हमारे लक्षय में हम काफी हद तक सफल हो गये हैं। जैसा कि हम सभी ने कहावत में सुना है ‘स्वच्छता भगवान की ओर अगला कदम है’। हम विश्वास के साथ कह सकते है कि, अगर भारत की जनता प्रभावी रुप से इसका अनुसरण करे तो आने वाले समय में, स्वच्छ भारत अभियान से पूरा देश भगवान का निवास स्थल सा बन जाएगा। एक सच्चे नागरिक होने का हमारा कर्तव्य है कि, न गंदगी फैलाएं न फैलाने दें। देश को अपने घर कि तरह चमकाएं ताकि आप भी गर्व से कह सकें की आप भारतवासी हैं।

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions on Swachh Bharat Abhiyan (स्वच्छ भारत अभियान पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- महात्मा गांधी व नरेंद्र मोदी को।

उत्तर- घर-घर में शौचालय का निर्माण।

उत्तर- समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना, बड़े पैमाने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण तथा ग्रामीण इलाकों में लोगों को शौचालयों के उपयोग और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक करना। साथ ही साथ सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सड़कों की सफाई पर भी जोर देना। स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य है।

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स्वच्छ भारत मिशन: लक्ष्य प्राप्ति में कितना सफ़ल

  • 27 Mar 2019

स्वच्छ भारत मिशन क्या है?

घर, समाज और देश में स्वच्छता को जीवनशैली का अंग बनाने के लिये, सार्वभौमिक साफ-सफाई का यह अभियान 2014 में शुरू किया गया। जिसे 2 अक्तूबर, 2019 (बापू की 150 वीं जयंती) तक पूरा कर लेना है।

यह 1986 के केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम, 1999 के टोटल सेनिटेशन कैंपेन एवं 2012 के निर्मल भारत अभियान से परिवर्द्धित एवं सुस्पष्ट कार्यक्रम है।

यह मिशन क्यों ज़रूरी है?

  • साफ-सफाई की बुनियादी सुविधा से वंचित, खुले में शौच करने वाले विश्व के लगभग 60 प्रतिशत लोग सिर्फ भारत में हैं। अन्य बीमारियों के साथ ही इस अस्वच्छता के कारण भारत उन देशों की श्रेणी में भी है, जहाँ पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की सबसे ज्यादा मौतें होती हैं।
  • केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आँकड़े बताते हैं कि देश के शहरों और कस्बों में प्रतिदिन उत्पादित होने वाला एक-तिहाई कचरा सड़कों पर ही सड़ता है। केवल चार बड़े महानगरों (दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता) में प्रतिदिन 16 बिलियन लीटर गंदा पानी पैदा होता है।

इस मिशन का उद्देश्य

  • भारत में खुले में शौच की समस्या को समाप्त करना अर्थात् संपूर्ण देश को खुले में शौच करने से मुक्त (ओ.डी.एफ.) घोषित करना, हर घर में शौचालय का निर्माण, जल की आपूर्ति और ठोस व तरल कचरे का उचित तरीके से प्रबंधन करना है।
  • इस अभियान में सड़कों और फुटपाथों की सफाई, अनधिकृत क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाना, मैला ढोने की प्रथा का उन्मूलन करना तथा स्वच्छता से जुड़ी प्रथाओं के बारे में लोगों के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना शामिल हैं।

इस मिशन की संरचना

  • इस अभियान में दो उप-अभियान स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) तथा स्वच्छ भारत अभियान (शहरी) सम्मिलित हैं। इसमें जहाँ ग्रामीण इलाकों के लिये ‘पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय’ व ‘ग्रामीण विकास मंत्रालय’ जुड़े हुए हैं, वहीं शहरों के लिये शहरी विकास मंत्रालय जिम्मेदार है।
  • 2 अक्तूबर, 2019 तक देशभर में 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण करना है, जिसमें व्यक्तिगत शौचालय की लागत 12000रुपए रखी गई है।

मिशन की कार्यशैली

  • ठोस एवं तरल अपशिष्टों के बेहतर प्रबंधन में तेजी लाने के लिये प्रतिबद्धता। शौचालयों के निर्माण के साथ-साथ उनके उपयोग पर विशेष बल दिया जाना।
  • इसका नेतृत्व व निरीक्षण स्वयं प्रधानमंत्री कर रहे हैं, अतः यह मिशन राष्ट्रीय प्राथमिकताओं में शुमार है।
  • अंशदान एवं CSR निधियों की प्राप्ति को सुविधाजनक बनाने के लिये प्रधानमंत्री ने ‘स्वच्छ भारत कोष’ की शुरुआत की।
  • कुछ गाँवों ने अपना स्वच्छता दिवस भी घोषित किया, वहीं व्यवहार बदलने का जिम्मा युवाओं, शिक्षकों व महिलाओं ने लिया है।
  • स्वच्छ भारत मिशन में हर व्यक्ति व संस्था की भागीदारी जन-आंदोलन का रूप ले रही है।

मिशन का महत्त्व

  • शौचालयों की उपलब्धता के कारण ‘स्वच्छ भारत अभियान’ देश में बालिका शिक्षा के स्तर को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है।
  • स्वच्छता के ‘राज्य विषय’ होने के बावजूद, केंद्र सरकार द्वारा तैयार व संचालित इस कार्यक्रम से संघीय ढाँचा सशक्त हो रहा है।
  • इस अभियान से सिर पर ‘मैला ढोने की प्रथा’ के उन्मूलन का वृहद् प्रयास मील का पत्थर साबित हो रहा है।
  • यह अभियान हजारों सालों से चली आ रही खुले में शौच की आदत में परिवर्तन व स्वच्छता को जीवनशैली का अंग बना रहा है।
  • 12 करोड़ शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य, विनिर्माण क्षेत्र में रोज़गार का बड़ा अवसर साबित हुआ है।
  • इस योजना को मनरेगा से जोड़कर, मनरेगा कार्यक्रम की जीर्ण-शीर्ण दशा को भी सुधारा गया है।
  • ग्रामीण सेनेटरी मार्ट (RSM) का क्षेत्र व्यापक हुआ है।
  • सुलभ शौचालयों में अभी 50,000 से अधिक लोग कार्यरत हैं। यह एक बड़ा रोज़गार बन सकता है।
  • सैनिटरी पैड (महिलाओं, बच्चों से संबंधित) का बाजार भी व्यापक हो सकता है।

इस मिशन के समक्ष चुनौतियाँ

  • भारतीय जनमानस के एक बड़े वर्ग के लिये स्वच्छता सुविधाएँ वास्तव में ‘स्वयं महसूस की गई जरूरत’ नहीं है।
  • कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित शौचालयों के समुचित उपयोग की स्वीकार्यता न होने की समस्या चुनौतीपूर्ण है।
  • जागरूकता ही सहभागिता का सरल मार्ग है। अतः दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को पूरी तरह जागरूक बनाने का अभियान निरंतर चलाते रहना चाहिये।
  • बी.पी.एल परिवारों को निःशुल्क शौचालय उपलब्ध कराया जाए।
  • समाज के प्रबुद्ध, प्रसिद्ध लोगों से सहयोग लेकर, स्थानीय भाषा-संस्कृति को वाहक बनाकर लोगों में ‘स्वच्छता संस्कृति’ को बढ़ावा देना होगा।

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

दा इंडियन वायर

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

By विकास सिंह

SWACHH BHARAT ABHIYAN

विषय-सूचि

स्वच्छ भारत अभियान निबंध, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 1 in hindi (100 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान जिसे क्लीन इंडिया मिशन या स्वच्छ भारत कैंपेन भी कहा जाता है इसे भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि 2 अक्टूबर, 2014 को शुरू किया गया था एवं इसके तहत देशवासियों ने भारत को अगले चार सालों में यानी 2 अक्टूबर, 2019 तक जोकि गाँधीजी की 150वीं जन्मतिथि है, भारत को एक पूर्ण स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया है।

इस अभियान के तहत सरकार द्वारा पिछड़े इलाकों में घरों में शौचालय बनवाये जायेंगे तथा ग्रामीण इलाकों में सफाई अभियान चलाकर उन्हें साफ़ एवं स्वच्छ बनाने के प्रयास किये जायेंगे। इस अभियान को भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2014 में गाँधी जी की 145वीं जन्मतिथि पर राजघाट, नई दिल्ली से शुरू किया गया था।

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 2 (150 शब्द)

स्वच्छ भारत अभियान जिसे क्लीन इंडिया मिशन के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा की गयी के अनोखी पहल है जिसके अंतर्गत भारत को एक साफ़ एवं स्वच्छ देश बनाने का फैसला लिया गया है। यह अभियान भारत के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि, 2 अक्टूबर 2014 को उनकी समाधी राजघाट, नई दिल्ली से शुरू किया गया था। इस पहल का लक्ष्य भारत को महात्मा गाँधी की 150वीं पुण्यतिथि जोकि 2 अक्टूबर 2019 हैं, तक पूर्णतया स्वच्छ बनाना है।

सरकार ने देश को साफ़ रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी बतायी है और इसी वजह से देश केविभिन्न हिस्सों में लोग बाद चढ़ कर इसमें भाग ले रहे है। इसी अभियान के तहत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी के वांछित कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों एवं कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि निशेष कर दिए हैं। ऐसे प्रयासों से जल्द ही भारत एक स्वच्छ एवं सुन्दर देश बन जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 3 (200 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत मिशन पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने का प्रयास है। यह हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जन्मतिथि पर ही शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भी भारत को एक साफ़ देश बनाना था। हालांकि महात्मा गाँधी ने अपने जीवनकाल में विभिन्न नारों एवं अभियानों के तहत देश को स्वच्छ बनाने के कई प्रयास किये थे लेकिन उस समय में उन्हें लोगों का बड़ी संख्या में सहयोग नहीं मिल पाया।

अतः उनके इसी सपने को पूरे करने एवं भारत को स्वच्छ बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और इसके तहत सरकार ने भारत की 2019 जोकि महात्मा गाँधी की 150 वीं जन्मतिथि है, तक भारत को स्वच्छ बनाने का निश्चय किया है। हालांकि यह केवल सरकारी कर्मचारियों के प्रयासों से ही सफल नहीं हो पायेगा बल्कि इस अभियान की सफलता के लिए इस पूरे के नागरिकों को मिलकर लगातार प्रयास करने होंगे।

इस मिशन को शुरू से ही भारत की बड़ी हस्तियों का समर्थन मिला रहा है जोकि अपने स्तर पर इस अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। इनमे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ठोस कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तर और कार्यालयों में गुटका, पान, तम्बाकू आदि पर रोक लगा दी है।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 4 (250 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

प्रस्तावना (Introduction)

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक जन आन्दोलन है जिसके अंतर्गत भारत को 5 सालों में एक स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया गया है। यह मिशन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भारत को एक साफ़ देश बनाना था।

अभियान का महत्त्व (Importance)

हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का भी भारत को एक स्वच्छ एवं सुंदर देश बनाने का था और उन्होंने जीवं भर इस दिशा में प्रयास किये थे तथा कई सफाई अभियान भी चलाये थे। इसी वजह से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके ही नक्शेकदम पर चलते हुए स्वच्छ भारत अभियान को महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि जोकि 2 अक्टूबर, 2014 है, पर शुरू किया है और इस अभियान का लक्ष्य 2019 तक भारत को एक साफ़ देश में बदलना है। यह अभियान महात्मा गाँधी के सपने को साकार करने का एवं भारत को एक स्वच्छ देश बनाने का प्रयास है।

इस अभियान के मुख्य लक्ष्य खुले में शौच को खत्म करना, इन्सानिट्री टॉयलेट्स को में परिवर्तित करना, मैनुअल मैला ढोना, पूर्ण निपटान और ठोस और तरल कचरे का पुन: उपयोग करना आदि है। इस तरह देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाया जाएगा। अभियान के तहत उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी वांछित कदम उठाते हुए उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों एवं कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि निशेष कर दिए हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

स्वच्छता अभियान से भारत सरकार नागरिकों को स्वच्छता प्रेमी बनान चाहती है और पिछड़े से पिछड़े इलाकों को भी साफ़ बनाना चाहती है। ऐसा करने से देश को प्रगति मिलेगी और विश्व में हमारा देश एक आदर्श देश बनकर उभरेगा। इसमें अभी तक लोगों ने बढचढ कर भाग लिया है और उनकी मेहनत रंग लायी है।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 5 (300 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत अभियान या क्लीन इंडिया मिशन भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक सफाई अभियान है जोकि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर उनके स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था।

इस कैंपेन के तहत सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने देश की नागरिको को अपना पूरा योगदान देने को कहा है ताकि भारत जल्द से जल्द एक स्वच्छ देश बन सके। इस कैंपेन के शुरुआत में खुद प्रधानमंत्री ने रोड साफ़ कर इस अभियान का आगाज़ किया था।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है? (What is Swachh Bharat Abhiyan in hindi)

स्वच्छ भारत अभियान आज तक का सबसे बड़ा अभियान है जिसमे करीब 30 लाख सरकारी सरकारी कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया है। अभी भी यह लगातार चल रहा है एवं दिन प्रतिदिन लोग अपने स्तर पर देश को स्वच्छ बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस अभियान के आगाज़ के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने 9 प्रसिद्द हस्तियों को इस अभियान में अपना योगदान देने को एवं आगे 9 लोगों को इसमें भाग लेने के लिए उत्साहित करने को कहा था। उन्होंने इस श्रृंखला को तब तक जारी रखने को कहा था जब तक यह सन्देश देश के हर एक नागरिक तक नहीं पहुँच जाए। इसके परिणामस्वरूप बॉलीवुड जगत के बड़े सितारों ने इसमें भाग लिया और आम लोगों को भी इसमें जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया था।

स्वच्छता अभियान का असर (How it is Observed)

स्वच्छता अभियान के इस तर्ज पर लोकप्रिय होने पर अब आम लोग भी अपने घर एवं आस पड़ोस में सफाई रखने लगे हैं और यदि कहीं कचरा होता है तो उसे कर्मचारियों से शिकायत करने लगे हैं जिससे देश कुछ हद तक स्वच्छ हुआ है। हमारे प्रधानमंत्री ने कई बार देश की आम जनता को इस अभियान में जुड़ने को कहा है और अपने द्वारा की गयी सफाई को फेसबुक, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डालने के लिए कहा है ताकि और लोग भी इस तरह प्रेरित होकर अपना योगदान दे सके।

इनके अलावा इसी अभियान के समर्थन में मार्च 2017 में, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकारी आधिकारिक भवनों में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए पूरे यूपी में पान, गुटखा और अन्य तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

स्वच्छता अभियान से भारतीय नागरिकों में शौच, सफाई आदि की जागरूकता फैलने के साथ साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार देखने को मिला है। इस अभियान का यह असर हुआ है की देश के हर कोने से हर व्यक्ति इसमें भाग ले रहा है जिससे देश पहले की तुलना में साफ़ होने लगा है। यदि सभी नागरिक ऐसे ही प्रयास करते रहे तो पूर्ण स्वच्छ भारत का लक्ष्य जल्द ही हासिल होगा।

स्वच्छ भारत अभियान, paragraph on swachh bharat abhiyan in hindi (400 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया एक जन आन्दोलन है जिसके अंतर्गत भारत को 5 सालों में एक स्वच्छ देश बनाने का निश्चय किया गया है। यह मिशन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर शुरू किया गया था क्योंकि बापू का सपना भारत को एक साफ़ देश बनाना था।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ (Launch of Swachh Bharat Campaign)

महात्मा गाँधी के इस सपने को साकार करने की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री ने ठानी है और इसी के तहत उन्होंने बापू की 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया जोकि राष्ट्रीय स्तर अभियान है जिसके अंतर्गत अगले पांच वर्षों में भारत को पूरी तरह स्वच्छ बनाने के निश्चय किया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्त्व (Importance of Swachh Bharat Campaign in hindi)

स्वच्छ भारत अभियान के फायदे (benefits of swachh bharat campaign in hindi).

भारत देश यदि पूर्णतया स्वच्छ बन जाता है तो इससे कई फायदे होंगे। इससे सबसे ज्यादा निजी निवेशक हमारे देश में निवेश करेंगे जिससे भारत की जीडीपी बढ़ेगी इसके अलावा यहाँ पर्यटकों की संख्या मे भी इजाफा होगा, रोजगार बढेगा आदि फायदे होंगे। इसके तहत नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को साल में 100 घंटे स्वच्छता को सुपुर्द करने को कहे हैं ताकि देश को साफ़ एवं सुन्दर बनाया जा सके।

इसके साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं पर 0.5% स्वच्छता सेस लगाया गया है ताकि देश की स्वच्छता में सभी नागरिक योगदान दे सकें और इसमें अधिक खर्च हो सकें और 2019 तक भारत के पूर्णतया स्वच्छ देश बन सके। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना एक बड़ा योगदान देते हुए पूरे उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गुठका, पान, तम्बाकू आदि बंद कर दिया है।

हालंकि यह अभियान सरकार द्वारा शुरू किया गया है लेकिन इसमें देश के प्रत्येक नागरिक के योगदान के बिना यह सफल नहीं हो पायेगा अतः हमें हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे और साथ ही अपने आस पास के लोगों को भी प्रेरित करना होगा ताकि देश के हर एक नागरिक तक इसकी जागरूकता पहुँच सके और निश्चित समय में निश्चित लक्ष्य हासिल हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 7 (500 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने कहा था की इंसान के लिए स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण सफाई है और इसी दिशा में उन्होंने अपने जीवनकाल में कई अभियान के तहत लोगों में सफाई के लिए जागरूकता फैलाई थी। उन्होंने लोगों को अपने वातावरण में सफाई रखें के लिए पूरे जीवन भर प्रेरित किया था इसके साथ उन्होंने अपने इन प्रयासों से कई लोगों की जिंदगियां बदली थी। हालंकि उस समय लोगों ने बड़ी संख्या में इसमें भाग नहीं लिया था जिससे इसे सफलता नहीं मिल पायी।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ (Who Launched this Initiative)

महात्मा गाँधी के इस सपने को साकार करने की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री ने ठानी है और इसी के तहत उन्होंने बापू की 145वीं जन्मतिथि पर स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया जोकि राष्ट्रीय स्तर अभियान है जिसके अंतर्गत अगले पांच वर्षों में भारत को पूरी तरह स्वच्छ बनाने के निश्चय किया गया है। प्रधानमंत्री हमारे राष्ट्रपिता की 150वीं जन्मतिथि तक भारत को पूर्णतया स्वच्छ बनाना चाहते हैं और उन्हें स्वच्छ भारत का तोहफा देना चाहते हैं और इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने भारत के प्रत्येक नागरिक का समर्थन माँगा है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्त्व (Objectives of Swachh Bharat Mission)

स्वच्छ भारत अभियान से भारत सरकार केवल सामान्य सफाई का लक्ष्य ही नहीं पूरा करना चाहती बल्कि साथ में वह अपशिष्ट प्रबंधन समस्याओं का समाधान एवं खुले में शौच की समस्याओं का भी समाधान करना चाहती है कोय्नकी ये समस्याएँ देश को आगे बढ़ने से रो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान के फायदे (benefits)

स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है जिससे पूरे विश्व में भारत नयी उचाईयों तक पहुंचेगा। लेकिन ऐसा संभव हो पाने के लिए देश के हर के नागरिक का इसमें साथ होना जरूरी होगा। यदि हम अपने देश को इस विश्व में नयी उपलब्धियां दिलाना चाहते हैं हैं तो हमें सफाई की और खुद तो भरसक प्रयास करने ही होंगे साथ में दोस्स्रों को भी प्रेरित करने होगा। ऐसा यदि हुआ तो जल्द ही हमारा देश विश्व के सबसे साफ़ देशों में शुमार होगा।

स्वच्छ भारत अभियान निबंध, SWACHH BHARAT ABHIYAN ESSAY 8 (1400 शब्द)

SWACHH BHARAT ABHIYAN

स्वच्छ भारत अभियान या क्लीन इंडिया मिशन भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रीय स्तर का एक सफाई अभियान है जिससे की भारत को साफ़ बनाने का लक्ष्य साधा गया है। एक स्वच्छ भारत हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का भी सपना था। अपने जीवनकाल में उन्होंने कहा था की स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक जरूरी है। वे उस समय भारत की स्थिति के जानकार थे अतः उन्होंने इसे स्वच्छ बनाने के जीवनभर प्रयत्न किये लेकिन उन्हें लोगों का वांछित समर्थन नहीं मिला और वे अपने इस सपने को साकार नहीं कर पाए।

महात्मा गाँधी स्वतंत्रता से पहले भारत को साफ़ सुथरा बनान चाहते थे लेकिन भारत को स्वतंत्र हुए आज 71 साल हो गए हैं और आंकड़े दर्शाते हैं की आज भी कुल जनसँख्या में से लगभग 30 प्रतिशत लोगों के पास शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके चलते उन्हें खुले में शौच करने की असुविधा उठानी पड़ती है। इसके साथ ही देश में कचरा प्रबंधन की समस्या भी लगातार बढती जा रही है जिससे हमारा देश वांछित दर से प्रगति नहीं कर पर रहा है।

हमारे राष्ट्रपिता के इसी सपने को पूरा करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है और पांच सालो में इस अभियान से सरकार देश को पूरी तरह साफ़ सुथरा बनाना चाहती है और कचरा प्रबंधन और शौचालय की अनुपलब्धि की समस्याओं से निजात पाना चाहती है। हालांकि यह केवल सरकार से किया जाना संभव नहीं है जिसके कारण यह देश के हरेक नागरिक से इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ताकि जल्द से जल्द स्वच्छ भारत का सपना साकार हो सके और भारत विश्व स्तर पर साफ़ सुथरे देशों की सूचि में शुमार हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का सफाई अभियान है जोकि भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है। यह अभियान 4041 कस्बों की सफाई का लक्ष्य कर रहा है और इसके लिए इस अभियान को पांच साल का निर्धारित समय दिया गया है। इसके तहत 2019 तक निर्धारित कस्बों की सफाई की जायेगी एवं यह महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वूर्ण कदम है।

यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 जोकि बापू की 145 वीं जयंती है, पर शुरू किया गया तह और  2019 में बापू की 150 वीं जयंती पर इसकी पूर्णता को लक्षित किया गया है। इस अभियान का मुख्या लक्ष्य केवल सामान्य सफाई ही नहीं बल्कि लोगों की नियमित कचरा प्रबंधन समस्याएँ दूर करने के साथ ही शौचालय आदि समस्याओं का भी समाधान करना इस अभियान का लक्ष्य है। इस मिशन का पहला स्वच्छता अभियान (25 सितंबर 2014 को) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत (Need of Swachh Bharat Abhiyan)

भारत में जब तक स्वच्छ भारत अभियान का लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता, नागरिकों को लगातार सफाई रखने के प्रयास जारी रखने होंगे क्योंकि यदि हमारा वातावरण साफ़ होता है तो हम स्वस्थ रहते हैं और एक स्वस्थ व्यक्ति देश के लिए बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि यह विकास में एक अस्वस्थ व्यक्ति की तुलना में कहीं अधिक योगदान दे सकता है। नीचे दिए गए कुछ कारण हैं जोकि इस अभियान को ज़रूरी बनाते हैं :

  • भारत में बहुत लोग खुले में शौच करते हैं अतः इस समस्या से छुटकारा पाना होगा और सभी को घर में शौचालय की सुविधा प्रदान करने के लिए इस अभियान का चलना ज़रूरी है।
  • भारत में इन्सैनीटरी टॉयलेट को फ्लश टॉयलेट में बदलने के लिए इस अभियान की ज़रुरत है।
  • नगरपालिका के ठोस कचरे का वैज्ञानिक प्रक्रियाओं, स्वच्छ निपटान, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण के माध्यम से उचित अपशिष्ट प्रबंधन को लागू करने के लिए यह आवश्यक है।
  • भारतीय लोगों के बीच व्यवहारिक परिवर्तन लेन के लिए इस अभियान का चलना ज़रूरी है।
  • भारत को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए इस अभियान की आवश्यकता है।
  • ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए यह आवश्यक है।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान की पहुँच (Swachh Bharat Mission in Urban Areas)

शहरी क्षेत्रों के स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य लगभग 1.04 करोड़ घरों को स्वच्छ बनाना है, ताकि उन्हें हर शहर में 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराए जा सकें। सामुदायिक शौचालयों का निर्माण उन आवासीय क्षेत्रों में करने की योजना बनाई गई है जहां व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों की उपलब्धता मुश्किल है और बस स्टेशनों, पर्यटन स्थलों, रेलवे स्टेशनों, बाजारों, आदि सहित निर्दिष्ट स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय हैं।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रम को 2019 तक पांच वर्षों में पूरा करने की योजना बनाई गई। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने इसके लिए कुल 14000 करोड़ रुपयों का आवंटन किया जोकि इन 5 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों मिने खर्च होगा।

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन (Gramin Swachh Bharat Mission)

ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को लागू करने वाला एक मिशन है। इससे पहले निर्मल भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 1999 में ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए स्थापित किया गया था, लेकिन अब इसे स्वच्छ भारत मिशन में पुनर्गठित किया गया है। हालांकि दोनों अभियानों का एक ही लक्ष्य है लेकिन इस बार इस अभियान लोगों से अधिक तरजीह मिल रही है।

इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों को 2019 तक खुले में शौच से मुक्त बनाना है, जिसके लिए लागत का निम्न अनुमान लगाया गया है कि देश में लगभग 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों के निर्माण के लिए एक लाख चौंतीस हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। कचरे को जैव-उर्वरक और उपयोगी ऊर्जा रूपों में परिवर्तित करने की एक बड़ी योजना है। इस मिशन में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की भागीदारी शामिल है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
  • 2019 तक स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए लोगों को प्रेरित करना।
  • कर्मचारियों को गाँवों में वांछित सुविधाएँ उपलब्ध करने के लिए अनुबंध करना।

स्वच्छ भारत सेस (Swachh Bharat Cess)

स्वच्छ भारत सेस हर  सर्विस पर लगाया गया 0.5 प्रतिशत अतिरक्त कर है जोकि वित्त मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए हर नागरिक से कुछ राशि लेने के लिए लगाया है ताकि इस अभियान को सफलता मिल सके। इसके अंतर्गत हर रूपए पर नागरिक को 50 पैसे सर्विस टैक्स के रूप में अतिरिक्त देने होंगे।

जिस तरह भारत के नागरिक भारत की स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा के रहे हैं यह कहा जा सकता है की जल्द ही पूरा भारत साफ़-स्वच्छ एवं हरा-भरा हो जाएगा। हालांकि अब भी हमें सफाई अभियान में योगदान देने के लिए लगातार प्रयत्न करते रहना होगा ताकि हम खुद तो सफाई रखे ही साथ ही दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सके।

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बाहरी लिंक:

स्वच्छ भारत वेबसाइट

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Please write essay on barpeerit Kshetra ko kaise bachaya Jaaye

Very good essay

आपके द्वारा लिखे हुए सभी पोस्ट बहुत ही काम के और हेल्पफुल होते है और आपके लेख को पढ़कर समझना भी बहुत आसान होता है. में अक्सर आपके ब्लॉग को पढ़ती हूँ और आपके द्वारा लिखा हुआ पोस्ट मेरी समझ में आसानी से आता है जिसे में अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करती हु

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

सरकार समय समय पर देशहित में कई योजनाएं लाती है। यह योजनाएं देश को हर तरह से मजबूती देती है। इन्हीं योजनाओं में से एक स्वच्छ भारत अभियान है।

यह सरकार की सफल योजनाओं में से एक महत्वपूर्ण और चर्चित योजना है। इसके बारे में हर बार स्कूल और कॉलेज के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिया जाता है।

Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

इस लेख में हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) जानने वाले है। यह निबन्ध बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये है। इस निबन्ध को पीडीऍफ़ (PDF) रूप में भी उपलब्ध किया है।

वर्तमान विषयों पर हिंदी में निबंध संग्रह तथा हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध पढ़ने के लिए यहां  क्लिक करें।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)

स्वच्छता अभियान पर निबंध 150 शब्दों में.

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा की गयी अनोखी पहल है, जिसके अंतर्गत भारत देश को एक साफ एवं स्वच्छ देश बनाने का निर्णय लिया गया है। इसे क्लीन इंडिया मिशन भी कहा जाता है।

इस अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के 145वें जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 पर उनकी समाधि राजघाट, नई दिल्ली से की गई थी। इस पहल का लक्षय भारत को महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती, जो कि 2 अक्टूबर 2019 तक पूर्णतया स्वच्छ बनाना था।

इस अभियान के तहत सरकार द्वारा पिछड़े इलाक़ो में सफाई अभियान चलाकर उन्हें साफ एवं स्वच्छ बनाने के प्रयास किए गये। सरकार ने अभियान की शुरुआत में कहा था कि देश को साफ रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है, इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों नें बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश की सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि खाने पर प्रतिबंध लगा दिया।

स्वच्छता अभियान पर निबंध 200 शब्दों में

स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू किया गया एक ऐसा अभियान है, जिसके तहत सफाई को अत्यधिक महत्व दिया गया है। यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली में शुरू किया गया था।

इस अभियान को दो और अलग नाम दिए गए थे, जो भारत मिशन और स्वच्छता अभियान थे। भारत को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार ने बहुत से कदम उठाए।

कई प्रतियोगिताएं आयोजित की, घर घर पर कचरा पात्र रखवाया, शौचालय निर्माण के लिए राशि वितरित की, स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारत को 2019 तक स्वच्छ बनाना था।

सरकार का यह अभियान था कि भारत के हर घर में सुलभ शौचालय हो। बाहर शौचालय जाना बिल्कुल खत्म हो। सबसे जरूरी यह अभियान ग्रामीण लोगों के लिए चलाया गया क्योंकि वहां के लोग खुले में शौच जाना पसंद करते हैं।

भारत के द्वारा यह काम बहुत जरूरी था क्योंकि जितनी गंदगी देश में रहती है, उतनी ही बीमारियां पनपती हैं, इसीलिए इस कदम को उठाया गया और स्वच्छ भारत अभियान का मिशन शुरू किया गया।

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स्वच्छता अभियान पर निबंध 300 शब्दों में

स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छ भारत कैम्पेन भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक सफाई अभियान है, जो कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर उनके स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था।

इस कैंपेन के तहत सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नागरिको को अपना पूरा योगदान देने को कहा है ताकि भारत जल्द से जल्द एक स्वच्छ देश बन सके। इस कैंपेन के शुरुआत में खुद प्रधानमंत्री ने रोड साफ़ कर इस अभियान का आगाज़ किया था।

स्वच्छ भारत अभियान क्यों बनाया गया?

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा, जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी। इसी सिद्धान्त के तहत भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की नींव रखी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा, इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।

स्वच्छ भारत अभियान का असर

स्वच्छ भारत अभियान का जब आगाज किया गया और उसमें प्रसिद्ध हस्तियों को जोड़ा गया तब से देश की जनता ने साफ सफाई पर ज़ोर दिया।

जहाँ गंदगी दिखाई देती तो तुरंत सोशल मीडिया के जरिये उस गंदगी का रूबरू उनसे संबंधित कर्मचारी को भेज देते है, जिससे वो कर्मचारी वहाँ की सफाई तुरंत प्रभाव से कर सके।

स्वच्छ भारत अभियान से भारतीय नागरिकों में शौच, सफाई आदि की जागरूकता फैलने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार देखने को भी मिला है।

इस अभियान का यह असर हुआ कि देश के कोने-कोने से हर व्यक्ति इसमें भाग लेने लगा, जिससे देश पहले की तुलना में साफ होने लगा। यदि सभी नागरिक ऐसे ही प्रयत्न करते रहे तो जो सपना देखा गया है, वो पूर्ण होते देर नहीं लगेगी।

swachh bharat abhiyan essay in hindi

यह भी पढ़े: आत्मनिर्भर भारत पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में

देश की विडम्बना देखिये कि देश को स्वच्छ बनाने के लिए हमारी सरकार को एक अभियान चलाना पड़ रहा है। खुद का घर आँगन साफ करने के लिए भी सरकार की तरफ मुँह देखते है।

महात्मा गाँधी के विजन को पूरा करने के लिए वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान का आगाज किया।

स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ कैसे हुआ?

खुले में शौच की प्रवृति से भारत को मुक्ति दिलाना ही इसका प्रथम ध्येय है। इसके तहत सरकार ने गाँव-गाँव में शौचालयों का निर्माण कराया। इसी वजह से 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और 5 साल बाद यानि 150वीं जयंती पर स्वच्छ भारत का लक्ष्य दिया।

इसमें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री ने 9 प्रसिद्ध हस्तियों का चयन किया, जो लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैला सके।

गाँवों में लोगो के लिए शौचालय बनवाकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यमों से शौचालय के लाभ से परिचित भी करवाया गया। ग्राम पंचायतों की मदद से सभी घरों में उचित अपशिष्ट का सही से निस्तारण का कार्य भी समझाया गया।

हर घर में पानी की पाइपलाईन भी बिछाई गई है और 2012-13 में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा कराये गये सर्वेक्षण के अनुसार 40% ग्रामीण घरों में शौचालय है।

5 वर्षों के लिए अनुमानित राशि 62,009 करोड़ रुपयों की है और इसमें लगभग 14,623 करोड़ रूपये की सहायता केंद्र सरकार की ओर से हुई है।

भारत देश यदि पूर्णतया स्वच्छ बन जाता है तो इससे कई फायदे होंगे। इससे सबसे ज्यादा निजी निवेशक हमारे देश में निवेश करेंगे, जिससे भारत की जीडीपी बढ़ेगी। इसके अलावा यहाँ पर्यटकों की संख्या मे भी इजाफा होगा, रोजगार बढेगा आदि फायदे होंगे।

इसके तहत नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को साल में 100 घंटे स्वच्छता को सुपुर्द करने को कहे हैं ताकि देश को साफ़ एवं सुन्दर बनाया जा सके।

इसके साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं पर 0.5% स्वच्छता सेस लगाया गया है ताकि देश की स्वच्छता में सभी नागरिक योगदान दे सके और इसमें अधिक खर्च हो सकें और भारत पूर्णतया स्वच्छ देश बन सके।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना एक बड़ा योगदान देते हुए पूरे उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गुठका, पान, तम्बाकू आदि बंद कर दिया।

“यदि हम अपने घरों के पीछे सफाई नहीं रख सकते तो स्वराज की बात बेईमानी होगी। हर किसी को स्वयं अपना सफाईकर्मी होना चाहिए” – महात्मा गाँधी

स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है, जिससे पूरे विश्व में भारत नयी ऊँचाईयों तक पहुंचेगा। लेकिन ऐसा संभव हो पाने के लिए देश के हर नागरिक का इसमें साथ होना जरूरी होगा।

यदि हम अपने देश को इस विश्व में नयी उपलब्धियां दिलाना चाहते हैं तो हमें सफाई की और खुद तो भरसक प्रयास करने ही होंगे। साथ में दोस्तो को भी प्रेरित करने होगा।

ऐसा यदि हुआ तो जल्द ही हमारा देश विश्व के सबसे साफ़ देशों में शुमार होगा। हमारे देश के सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपना-अपना योगदान दिया है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 850 शब्दों में

आज के समय में साफ सफाई के साथ रहना किस को पसंद नहीं आता क्योंकि स्वछता हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी होती है। साफ-सफाई रखना ना केवल घर के लिए ही जरूरी होता है बल्कि वह घर से बाहर के लिए भी उतना ही जरूरी होता है।

इससे हमारे घर के आस पास के वातावरण के साथ- साथ पूरा देश भी स्वच्छ होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने एक अभियान को चलाया जिसका नाम है ‘स्वच्छ भारत मिशन’।

यह अभियान को हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा चलाया गया। इस अभियान की शुरूआत देश के प्रत्येक गांव और शहर से की गई थी।

हमारे देश के हर गांव और शहरों में सड़कों से लेकर शौचालय तक का इस अभियान के अंतर्गत निर्माण किया गया। क्योंकि इस अभियान से देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य रहा था।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?

हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को इस अभियान को चलाने की घोषणा की। इस मिशन का नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ रखा था।

इस अभियान को ‘भारत मिशन’ और ‘स्वच्छता अभियान’ भी कहा गया। हमारे प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की थी।

माननीय प्रधानमंत्री ने राजपथ पर बहुत बड़े जन समूह को संबोधित करते हुए सभी लोगों से इस अभियान में जुड़ने की अपील भी की और इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोगों को जागरूक होने की अपील की। क्योंकि यह अभियान साफ सफाई के संदर्भ में अब तक का सबसे बड़ा अभियान है।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए महात्मा गांधी का सपना

स्वच्छ भारत अभियान का सपना गांधी ने देखा था और इसको सपने को पूर्ण हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने किया।

महात्मा गांधी ने अपने सपने के संदर्भ में कहा था कि ‘स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी होती है’, क्योंकि जब हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारे आसपास का वातावरण भी स्वच्छ रहेगा, इससे हमारा शरीर निरोगी होगा।

स्वच्छता शांतिपूर्ण जीवन का यह एक अनिवार्य हिस्सा भी है। महात्मा गांधी जी अपने समय में देश में हो रही गरीबी और गंदगी से भली भांति परिचित है। फिर भी उन्होंने अपने सपना पूरा करने के बहुत प्रयास किए लेकिन वह सफल नहीं हो पाए।

उन्हीं के इन प्रयासों को हमारे प्रधानमंत्री जी ने पूरा किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कर दी थी।

भारत में स्वच्छता अभियान की ज्यादा जरूरत क्यों है?

अक्सर देखा गया है कि गांव में लोग खुले में शौच करने के लिए जाते हैं। इसीलिए इस अभियान का उद्देश्य यह रहा था कि भारत के हर घर में शौचालय का निर्माण होना बहुत जरूरी है ताकि लोग खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें। इससे बाहर गंदगी भी नहीं होगी और बीमारियों का फैलने का खतरा भी नहीं होगा।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गांव-गांव, गली-गली, नुक्कड़ नाटकों के द्वारा भी लोगों को समझाया गया कि खुले में शौच करना उनके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है।

ग्राम पंचायतों को इसके लिए भारत सरकार के द्वारा गांव के हर व्यक्ति के घर में शौचालय का निर्माण हो, इसके लिए उन्होंने निर्माण राशि के रूप में लोगो को पैसे भी दिए गए ताकि लोग शौचालय का निर्माण कर, खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें।

स्वच्छ भारत अभियान के क्या-क्या उद्देश्य है?

हमारे माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया। इसके अंतर्गत संपूर्ण भारत को स्वच्छ रखने के प्रयास से इस अभियान को चलाया गया।

इसके अंतर्गत गांव और शहरों में हो रही गंदगी पर विशेष तौर से ध्यान दिए हैं। इस अभियान के कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार से हैं:

  • भारत में जो खुले में शौच करने की प्रवृत्ति लोगों में है, उनकी इस प्रवर्ती को जड़ से खत्म करना है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य रहा।
  • हाथों से मल की सफाई करने की व्यवस्था को खत्म करना।
  • अच्छे स्वास्थ्य के विषय में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करना।
  • जन-जागरुकता पैदा करने के लिये सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई के कार्यक्रम से लोगों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ना।
  • साफ-सफाई से संबंधित सभी व्यवस्था को नियंत्रित करना तथा डिज़ाइन और संचालन करने के लिये शहरी स्थानीय निकाय को मजबूत बनाना भी इसका उद्देश्य था।

हमारे देश को साफ और स्वच्छ कैसे बनाया जाये?

हमारे देश को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। इसकी शुरुआत हमें अपने घर के आस-पास हो रही गंदगी को साफ करके करनी होगी।

क्योंकि हमारे आसपास का वातावरण और गंदगी जब नहीं होगी तो इससे हमारा गांव, शहर या कस्बा एकदम साफ सुथरा और स्वच्छ हो पाएंगे।

आइए जानते हैं अपने आसपास के वातावरण को साफ और स्वच्छ किस तरह से किया जाए:

  • भारत को एक हरा भरा और स्वच्छता से भरपूर देश बनाया जा सकता है। इसकी शुरुआत लोगों द्वारा ही की जा सकती है क्योंकि यदि लोग जागरूक होंगे तो हमारा देश एकदम साफ और स्वच्छ भारत देश बन जाएगा।
  • देश को स्वच्छ बनाने के लिए देश के हर घर में शौचालय जरूरी होने चाहिए ताकि गांव में जो-जो लोग खुले में शौच करते हैं, उनकी इस प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
  • देश के अंदर हर गांव तथा शहर मे जगह जगह पर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना बहुत जरूरी है। इससे लोग शहर में भी इधर उधर गंदगी ना करें।
  • देश में लोगों को साफ सफाई और स्वच्छता के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यदि लोग इन सब के बारे में जागरूक रहेंगे तो वह अपने आसपास कभी गंदगी नहीं होने देंगे। आसपास के वातावरण को हमेशा साफ स्वच्छ और निर्मल बनाकर रखेंगे।
  • अभी सार्वजनिक जगहों पर बड़े-बड़े कूड़ा दानों का होना जरूरी है, इसके साथ ही हर गली मोहल्ले मैं छोटे-छोटे कूड़ेदान का रखना बहुत जरूरी होता है ताकि लोग अपने घरों की गंदगी उन कूड़ेदान में डाल सके।
  • हमारे देश में बच्चों की शिक्षा में स्वच्छता के पाठ को पढ़ाया जाना चाहिए। क्योंकि इससे बच्चों के साथ-साथ बड़े भी समझ पाएंगे कि देश में स्वच्छता रखना उनके लिए कितना जरूरी होता है।

स्वच्छ भारत अभियान बहुत ही अच्छा कदम है। स्वच्छता की ओर इस अभियान के तहत जितनी सफाई होगी, उतना ही अच्छा है क्योंकि गंदगी रहने से कई जानलेवा बीमारियां पनपती है।

मलेरिया, हैजा जैसी बहुत खतरनाक बीमारियां हो जाती हैं, जिसका हमें इलाज करना बहुत ही आवश्यक है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम अपने भारत को स्वच्छ रखें।

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा।

इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में प्रारम्भ की गई है।

जो देश के प्रत्येक गली गाँव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत

मोहनदास कर्मचन्द गाँधी जी की 145वीं जयंती 2 अक्टूबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की, इसे भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है।

साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए नरेंद्र मोदी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की।

2 अक्टूबर 2014 को नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा। फिर उन्होने वाल्मीकि बस्ती जाकर झाड़ू लगाया।

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य

  • खुले में शौच बंद करवाना, जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना, जिसमें 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
  • शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
  • गांवो को साफ रखना।
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।

स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता

सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है, जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहां कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं, जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं:

  • हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है, जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
  • हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं, जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
  • हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
  • इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
  • इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
  • ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
  • नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
  • पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
  • भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।

देश के स्वच्छ न होने के कारण

हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है। क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। इसके अलावा प्रमुख कारण निम्नलिखित है:

  • शिक्षा का अभाव
  • खराब मानसिकता
  • घरों में शौचालयों का नहीं होना
  • अत्यधिक जनसंख्या
  • सार्वजनिक शौचालय का अभाव
  • कचरे का सही से निस्तारण का अभाव
  • उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ

देश को स्वच्छ रखने के उपाय

हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी। क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।

कुछ उपाय निम्नलिखित है:

  • हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान

प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी व्यक्तियों को चुना था और उन्हें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोत्साहित करें।

उन्हें स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड अंबसेडर कहा गया। उन लोगों के नाम निम्नलिखित है:

  • सचिन तेंदुलकर
  • महेन्द्र सिंह धोनी
  • विराट कोहली
  • बाबा रामदेव
  • तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
  • ईआर दिलकेश्वर कुमार
  • अनिल अंबानी
  • प्रियंका चोपड़ा
  • मृदुला सिन्हा

स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होनी चाहिए। इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं। स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है बल्कि हमारा मन भी साफ रहता है।

स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है, जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi PDF)

हमने  स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध PDF  में भी उपलब्ध किया है, जिसे आप प्रिंट करके अपने प्रोजेक्ट या फिर किसी अन्य काम में उपयोग में ले सकेंगे।

हम उम्मीद करते हैं आपके लिए यह  स्वच्छ भारत अभियान निबंध (Essay on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi)  मददगार साबित होंगे। आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar

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Comments (12).

सीधी एवं सरल भाषा का उपयोग ,,,बहुत बढ़िया !

Nice essay ????

Nice ??? essay

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Thank you it’s excellent

Nice essays

Bahut achhi hoti hai sochachhtabhiyan asie hi ap shabhi apane sahar ya village me sabh rakhe. Thanks people. I love my country. I love❤ sochh abhiyan

Yaa very helpful

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 2023 | Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 2023 Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi: हर भारतीय का है सपना स्वच्छ हो भारत अपना.

Essay On Swachata & Swachh Bharat Swasth Bharat in Hindi Pdf में आज हम स्वच्छता के लिए शुरू किये गये स्वच्छ भारत अभियान पर हिंदी निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay) पढ़ेगे.

क्लीन इंडिया मिशन पर यहाँ दिया गया छोटा बड़ा निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए हैं.

वे छोटा भाषण 5 लाइन, 10 लाइन 100, 150, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में स्वच्छ भारत अभियान निबंध को परिक्षा के दृष्टिकोण से याद भी कर सकते हैं.

Essay on Swachh Bharat Abhiyan In Hindi 2023

Swachh Bharat Abhiyan in eassy Speech Paragraph Hindi language (स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और भाषण) :

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन चलाकर देश को गुलामी से मुक्त करवाया. परन्तु क्लीन इण्डिया का उनका सपना पूरा नही हुआ.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की द्रष्टि से भारत में स्वच्छता की कमी है.इन्ही बातों का चिन्तन कर देश की वर्तमान स्थति को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर किया.

इस अभियान से पूरे देश में सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करवाने का संदेश दिया गया

स्वच्छ भारत अभियान निबंध 300 शब्दों में

हमारे देश में नगरों के आस-पास, बस्तियों में गाँवों एवं ढाणियों में शौचालय नही है विद्यालयों में भी पेयजल एवं शौचालयों का नितांत अभाव है. इससे खुले में शौच जाने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी दूषित होता है.

गंदगी के कारण स्वास्थ्य खराब रहता है और अनेक बीमारियाँ फैलती है. वर्तमान में देश में लगभग 12 करोड़ शौचालयों की आवश्यकता है. एक सर्वेक्षण के अनुसार 1.56 लाख सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में शौचालयों की व्यवस्था नही है.

अतः स्वच्छता अभियान का पहला उद्देश्य शौचालयों का निर्माण करना तथा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करना है. इस तरह देश को गंदगी से मुक्त करवाना इस अभियान का मुख्य लक्ष्य है.

स्वच्छ भारत अभियान का क्षेत्र

भारत सरकार ने इस अभियान को आर्थिक स्थति से जोड़ा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गंदगी के कारण प्रत्येक नागरिक को बीमारियों पर औसतन सालाना बारह तेरह हजार रूपये खर्च करना पड़ता है. यह आंकड़ा गरीब परिवारों का बताया गया है.

यदि स्वच्छता रहेगी तो बीमारियों के कारण अनावश्यक आर्थिक बोझ भी नही बढ़ेगा. इस द्रष्टि से सरकार ने बीपीएल एवं लक्षित, लघु सीमांत किसान, भूमिहीन श्रमिक, एवं गरीब परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में बारह हजार रूपये ‘ स्वच्छ ग्रामीण मिशन ‘ हेतु देने का निर्णय लिया है.

इसके साथ ही स्वच्छ पेयजल, शिशु मल निस्तारण, कूड़ा कचरा एवं गंदा जल निवारण तथा विद्यालयों में शौचालयों के साथ ही साबुन के प्रयोग कर जोर दिया गया है.

स्वच्छ भारत अभियान आरम्भ होने के बाद इस व्यय वर्ष में लगभग चार सौ साठ करोड़ रूपये इस योजना पर खर्च किये जा चुके है. अभी तक विद्यालयों में साठ हजार शौचालय बन पाए है.

ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है. गंगा यमुना नदियों की स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. इस कार्य में सभी प्रदेशो की सरकारे, बड़े कार्पोरेट सेक्टर व समाज के प्रतिष्टित लोग सक्रिय सहयोग कर रहे है.

स्वच्छ भारत अभियान 2023 निबंध 400 शब्दों में

प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आवहान पर स्वच्छता अभियान के प्रति लोगों में काफी जूनून देखा जा रहा है. इस अभियान की शुरुआत के बाद मुख्य रूप से सरकारी कर्मचारियों पर व्यापक असर पड़ा है,

जिन्होंने सफाई का काम दूसरों पर टालने की बजाय इसे स्वयं करने की दिशा में कदम बढाए है, जो इस कार्यक्रम के सकारात्मक परिणामों की तरफ संकेत करता है.

स्वच्छ भारत अभियान से लाभ- राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान से सबसे बड़ा लाभ स्वास्थ्य के क्षेत्र में रहेगा. आम नागरिकों को अस्वच्छता जनित बीमारियों से छुटकारा मिल सकेगा. इससे दवाओं पर व्यर्थ में पैसा बहाने की आवश्यकता भी नही रहेगी.

इसके साथ ही हमारा पूरा भारत स्वच्छ हो सकेगा जिससे भारत की दूसरें देशों में भी अच्छी छवि जाएगी. यदि हम अपने वातावरण को पूर्णत स्वच्छ बनाने में कामयाब हो पाए तो इससे प्रदूषण का स्तर भी गिरेगा.

जल मल की गंदगी का समुचित निस्तारण होने से हमारा पेयजल भी शुद्ध होगा. गंगा और यमुना जैसी नदियों का जल पूर्व स्थति के अनुसार अमृत जैसा हो पाएगा.

सिचित कृषि उपजों में भी स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा.  स्वच्छ भारत अभियान से हमारे देश का वातावरण हर दिशा में स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त हो सकेगा.

उपसंहार-   स्वच्छ भारत अभियान अभी तक अपने शुरूआती चरणों में है. इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक चलाकर देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाकर प्रस्तुत करना है. भारत सरकार के इस अभियान में जनता के सक्रिय योगदान की महत्वपूर्ण आवश्यकता है.

अभी तक  स्वच्छ भारत अभियान के परिणाम अच्छे सामने आ रहे है. उम्मीद है इसी तरह सरकार का यह कार्यक्रम सफलता प्राप्त करेगा.

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी निबंध 500 शब्दों में

प्रस्तावना: स्वच्छता का अर्थ है साफ़ सफाई. साफ़ सफाई से रहना मनुष्य जीवन के लिए अति आवश्यक हैं. यदि इस बात पर हम दृष्टि डाले तो हमारी माताएं सुबह सोकर उठने के बाद सबसे पहले हमारे घर को झाड़ती बुहारती हैं.

और घर के सभी सदस्य नहाने धोने का काम करते हैं. यह स्वच्छता या साफ़ सफाई का काम हमारे दैनिक जीवन में एक सहज प्रक्रिया हैं, क्योंकि इसके पीछे हमारी निरोगी काया बनाये रखने की अवधारणा ही तो हैं.

स्वच्छ भारत अभियान क्या है – स्वच्छता का भाव हमारे मन से जुड़ा हुआ हैं. इसी भाव के प्रति जागरूकता सृजित करने के लिए तथा देश को साफ़ सुथरा व गंदगी से मुक्त बनाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान का औपचारिक शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के शुभ अवसर पर नई दिल्ली में वाल्मीकि बसती में झाड़ू लगाकर किया.

सुंदर भारत, स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा – स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान की घोषणा वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में की थी.

इसके तहत उन्होंने कहा था कि 2019 में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक देश को एक स्वच्छ भारत के रूप में प्रस्तुत करना हैं.

उनके अनुसार यही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी, क्योंकि गांधीजी ने ही देशवासियों को क्यूट इंडिया क्लीन इंडिया का संदेश दिया था.

स्वच्छता आंदोलन का आव्हान – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता आंदोलन का आव्हान करते हुए संदेश के रूप में कहा था कि हम मातृभूमि की स्वच्छता के लिए अपने आप को समर्पित कर दे. इसके लिए प्रत्येक सप्ताह दो घंटे अर्थात सभी देशवासी प्रतिवर्ष सौ घंटे का योगदान करे.

इसके साथ ही धार्मिक और राजनितिक नेताओं, महापौरों, सरपंचों, उद्योगपतियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे शहरों, आसपास के क्षेत्रों, गाँवों, कार्य स्थलों तथा घरों की स्वच्छता की कार्य योजना बनाकर उसे क्रियान्वित करने में जुट जाए.

इसके लिए उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायत को 20-20 लाख रूपये सालाना अनुदान देने की घोषणा की और ग्रामीण क्षेत्रों में 11.11 करोड़ शौचालयों का निर्माण के लिए 1.34 लाख करोड़ रूपये की मंजूरी प्रदान की गई हैं.

उपसंहार – स्वच्छता ही जीवन है स्वच्छ रहना, हमारा अनिवार्य कर्म और धर्म है. इस सामाजिक और राष्ट्रीय दृष्टि से स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान एक महत्वपूर्ण उद्देश्य प्रदान अभियान हैं. इसमें हम सबकी भागीदारी वांछनीय हैं.

स्वच्छ भारत अभियान का निबंध 700 शब्दों में 202 3

स्वच्छता क्या है – निरंतर प्रयोग में आने पर या वातावरण के प्रभाव से वस्तु या स्थान मलित होता रहा हैं. धूल कण धुप कूड़ा करकट की परत को साफ़ करना, धोना, मैल और गंदगी को हटाना ही स्वच्छता कही जाती हैं.

अपने शरीर वस्त्रों, घरों, नालियों, यहाँ तक कि अपने मोहल्लों और नगरों को स्वच्छ रखना हम सबका दायित्व हैं.

.स्वच्छता के प्रकार – स्वच्छता को मोटे रूप में दो प्रकार से देखा जा सकता हैं. व्यक्तिगत स्वच्छता और सार्वजनिक स्वच्छता. व्यक्तिगत स्वच्छता में अपने शरीर को स्नान आदि से स्वच्छ बनाना, घरों में झाड़ू पौछा लगाना, स्नानगृह तथा शौचालयों को विसंक्रमक पदार्थों द्वारा स्वच्छ रखना.

घर और घर के सामने से बहने वाली नालियों की सफाई ये सभी स्वच्छता के अंतर्गत आते हैं. सार्वजनिक स्वच्छता में मोहल्ले और नगर की स्वच्छता आती है

जो प्रायः नगर पालिकाओं और ग्राम पंचायतों पर निर्भर रहती हैं. सार्वजनिक स्वच्छता भी व्यक्तिगत सहयोग के बिना पूर्ण नही हो सकती.

.स्वच्छता के लाभ – कहा गया है कि स्वच्छता इश्वर को प्रिय है ईश्वर का कृपापात्र बनने की दृष्टि से ही नही अपितु मानव जीवन को सुखी, सुरक्षित और तनावमुक्त बनाए रखने के लिए स्वच्छता आवश्यक ही नही अनिवार्य हैं.

मलिनता या गंदगी न केवल आँखों को बुरी लगती हैं. बल्कि इसका हमारे स्वास्थ्य से भी सीधा सम्बन्ध हैं. गंदगी रोगों को जन्म देती हैं.

प्रदूषण की जननी हैं और हमारी असभ्यता की निशानी हैं, अतः व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता बनाए रखने में योगदान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य हैं.

स्वच्छता के उपर्युक्त प्रत्यक्ष लाभों के अतिरिक्त कुछ अप्रत्यक्ष और दूरगामी लाभ भी हैं. सार्वजनिक स्वच्छता से व्यक्ति और शासन दोनों लाभान्वित होते हैं. बीमारियों पर होने वाले खर्च में कमी आती हैं. इस बचत को अन्य सेवाओं में उपयोग किया जा सकता हैं.

स्वच्छ भारत अभियान में हमारा योगदान – स्वच्छता केवल प्रशासनिक उपायों के बलबूते नही चल सकती. इसमें प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी परम आवश्यक होती हैं. हम अनेक प्रकार से स्वच्छता में योगदान कर सकते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं.

घर का कूड़ा करकट गली या सड़क पर न फेके. उसे सफाई कर्मी के आने पर उसकी ठेल या वाहन में ही डाले. कूड़े कचरे को नालियों में न बहाए. इससे नालियाँ अवरुद्ध हो जाती हैं गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता हैं.

पोलीथिन का बिलकुल प्रयोग न करे, यह गंदगी बढ़ाने वाली वस्तु तो हैं ही पशुओं के लिए भी बहुत घातक हैं. घरों के शौचालयों की गंदगी नालियों में न बहाएं.

खुले में शौच न करे तथा बच्चों को नालियों या गलियों में शौच न कराएं. नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों का सहयोग करे.

उपसंहार : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया हैं. इसका प्रचार प्रसार मिडिया के माध्यमों से निरंतर किया जा रहा हैं. अनेक जन प्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, प्रसिद्ध सेलिब्रेटी इसमें भाग ले रहे हैं.

जनता को इसमें अपने स्तर से पूरा सहयोग देना चाहिए. इसके साथ ही गाँवों में खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करने के लिए लोगों को घरों में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं.

उसके लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही हैं. इन अभियानों में समाज के प्रत्येक वर्ग को पूरा सहयोग करना चाहिए.

स्वच्छ भारत मिशन पर निबंध 1000 शब्दों में

प्रस्तावना – स्वच्छता मनुष्य की पहचान हैं. अपने शरीर, वस्त्रों और परिवेश को वह साफ़ सुथरा रखना चाहता हैं. मनुष्य ही नहीं पशु पक्षी भी स्वच्छता का ध्यान रखते हैं.

चिड़ियाँ अपने घोंसले में बीट नहीं करती कुत्ता भी बैठता हैं तो अपने स्थान को अपनी पूंछ से बुहार लेता हैं.

स्वच्छता और पवित्रता – भारतीय संस्कृति में पवित्रता स्वच्छता का ही पर्याय हैं धर्म व संस्कृति में लोगों को पवित्रता अपनाने का उपदेश दिया गया हैं.

तन की पवित्रता तो शरीर की स्वच्छता हैं ही, मन की पवित्रता भी मन से बुरे विचारों को हटाकर उसे स्वच्छ बनाना हैं. मन्दिर मस्जिदों को पवित्र बनाए रखने का अर्थ उनको अंदर बाहर की गंदगी से मुक्त करके स्वच्छ बनाना ही हैं.

सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता – भारत में सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के प्रति उपेक्षा देखी जाती हैं. इसका कारण कुछ तो लोगों की निर्धनता है और कुछ उसका अज्ञान.

हम अपने घर को झाड़कर कूड़ा सड़क पर फेकना बुरा नहीं समझते. घर का पानी हम नालियों में बहा देते हैं पर गली और सड़क को साफ़ करना तो शायद ही कोई सोचता हो, हम समझते हैं कि यह काम हमारा नहीं, नगरपालिका आदि संस्थाओं का हैं.

विदेशों में स्वच्छता – स्वच्छता प्रेम के सम्बन्ध में विदेशी हमसे आगे हैं. वे अपने नगरों को गंदा नहीं करते हैं, कूड़ा करकट इधर उधर नहीं फेकते, उन्हें स्वयं साफ़ करने में संकोच नहीं करते. अपने घर के सामने की सड़क की सफाई करना अनुचित नहीं मानते.

मैंने एक विदेशी को देखा. उसने केले खरीदे, वह पैदल केले खाते हुए चल रहा था परन्तु छिलके अपने कंधे पर लटके थैले में डाल रहा था. आगे कूड़ेदान मिलने पर उसने छिलकों को उसमें डाला. इसके विपरीत भारत में हम केले के छिलकों को सड़क पर फेकना बुरा नहीं मानते.

राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान- हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को स्वच्छ रखने का बीड़ा उठाया हैं. उन्होंने अपने हाथ में झाड़ू पकड़कर सार्वजनिक स्थानों की सफाई करके स्वच्छता अभियान का आरम्भ किया हैं.

आवश्यकता है इस अभियान को जनता के जीवन में उतारने की, यदि ऐसा नहीं होता है तो यह अखबारों में छपने वाली तथा टीवी पर दिखाई जाने वाली खबर बनकर ही रह जाएगा.

स्वच्छता अभियान से पूर्व भी भारत के कई महान पुरुष अपने आचरण से स्वच्छता के उदहारण प्रस्तुत कर चुके हैं. महात्मा गांधी स्वयं अपने आश्रम की सफाई करते थे. प्रसिद्ध कहानीकार मुंशी प्रेमचन्द अपने घर में स्वयं झाड़ू लगाते थे.

स्वच्छता की प्रेरणा – राष्ट्रीय स्वच्छता का अभियान लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाया गया हैं. किसी कार्य की प्रेरणा दो प्रकार से दी जाती हैं एक पुरस्कार देकर तथा दो अवहेलना के लिए दंड देकर.

भारत का जनसंख्या नियंत्रण अभियान भी पुरस्कृत करने पर आधारित होने के कारण सफल न हो सका हैं. स्वच्छता अभियान को  अधिक सफलता मिलना संदिग्ध हैं.

इन दोनों आंदोलनों की सफलता के लिए उन्हें कठोर दंड की व्यवस्था से जोड़ना भी जरुरी हैं. सड़क पर कूड़ा फेकने, गंदा करने, थूकने, मल मूत्र आदि पर कठोर दंड की व्यवस्था किया जाना आवश्यक हैं.

स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक भी करना चाहिए. उनको समझाया जाना चाहिए कि उनको स्वास्थ्य का स्वच्छता से गहरा सम्बन्ध हैं. स्वच्छता का उदहारण प्रस्तुत करने वालों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए तथा उनको प्रचारित करना भी आवश्यक हैं.

उपसंहार – स्वच्छता का हमारे जीवन से अभिन्न सम्बन्ध हैं. स्वच्छ तन, स्वच्छ मन, स्वच्छ परिवेश, स्वच्छ स्वदेश हमारा संकल्प होना चाहिए.

स्वच्छता रखने से ही देशवासी स्वस्थ रह सकेगे और आनन्दपूर्ण जीवन जी सकेगे. अतः अंतर बाह्य स्वच्छता को जीवन का लक्ष्य बनाने की महत्ती आवश्यकता हैं.

स्वच्छ भारत निबंध 2023

विश्व स्वास्थ्य संगठन की दृष्टि में भारत में स्वच्छता की कमी है, अनेक क्षेत्रों में गंदगी का फैलाव दिखाई देता है. राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी भी क्लीन इंडिया का सपना देखते थे.

उन्ही के सपने को संदेश रूप में लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छ भारत अभियान का औपचारिक शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गाँधी जयंती के अवसर पर किया.

इस अभियान से सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करने का संदेश दिया गया हैं.

स्वच्छता अभियान का उद्देश्य

हमारे देश में शहरों के आसपास की कच्ची बस्तियों में, गाँवों एवं ढाणियों में शौचालय नहीं है. विद्यालयों में भी पेयजल एवं शौचालयों की कमी है.

इससे खुले में शौच करने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी दूषित होता है. गंदगी के कारण स्वास्थ्य खराब रहता है और अनेक बीमारियों पर नागरिकों को खर्चा करना पड़ता हैं.

वर्तमान में देश में सवा ग्यारह करोड़ शौचालयों की जरुरत हैं. लगभग 1.56 लाख विद्यालयों में शौचालय नहीं हैं. अतः स्वच्छता अभियान का पहला उद्देश्य शौचालयों का निर्माण करना एवं स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करना है और देश को गंदगी मुक्त कराना हैं.

स्वच्छता अभियान का व्यापक क्षेत्र

केन्द्रीय सरकार ने इस स्वच्छता अभियान को आर्थिक स्थिति से जोड़ा हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गंदगी के कारण प्रत्येक नागरिक को बीमारियों पर सालाना बारह तेरह हजार रूपये का बोझ पड़ता हैं.

यदि स्वच्छता रहेगी तो बीमारियाँ नहीं होंगी और गरीब लोगों को अनावश्यक व्यय बोझ नहीं झेलना पड़ेगा.

इस द्रष्टि से शौचालय निर्माण के लिए पंचायत स्तर पर अनुदान देना प्रारम्भ कर दिया हैं. इस व्यय वर्ष तक विद्यालयों में साठ हजार शौचालय बन गये है और चार सौ करोड़ रूपये स्वच्छता अभियान पर खर्च किये जा रहे हैं.

इसके साथ ही गाँवों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा हैं. गंगा यमुना नदियों की स्वच्छता का अभियान चलाया जा रहा हैं. इस कार्य में देश के अनेक प्रतिष्ठित लोग सक्रिय सहयोग कर रहे हैं.

स्वच्छता अभियान से लाभ

इस अभियान से सबसे बड़ा लाभ स्वास्थ्य के क्षेत्र में रहेगा. लोगों को बीमारियों से मुक्ति मिलेगी, दवाइयों पर अपव्यय नहीं करना पड़ेगा.

सारा भारत स्वच्छ बन जाएगा तो देशों में भारत की स्वच्छ छवि उभरेगी. प्रदूषण का स्तर एकदम घट जाएगा और जल मल के उचित निस्तारण से पेयजल भी शुद्ध बना रहेगा, साथ ही कृषि उपजों में भी स्वच्छता बनी रहेगी.

स्वच्छ भारत अभियान अभी प्रारम्भिक चरण में हैं. इसे गांधीजी की 150 वीं जयंती तक चलाकर देश को स्वच्छ भारत के रूप में प्रस्तुत करना हैं.

सरकार के इस अभियान में जनता का सक्रिय सहयोग नितांत अपेक्षित हैं. प्रतिबद्धता रहेगी तो सफलता अवश्य मिलेगी.

स्वच्छता अभियान स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य पर निबंध  Essay On aim of swachh bharat abhiyan in hindi

स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य सभी ग्रामीण परिवारों को शौचालय की सुविधा प्रदान करके और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में ठोस और द्रवित अपशिष्ट प्रबंध क्रियाकलापों के माध्यम से 2 अक्टूबरः 2019 तक देश को खुले में शौच से मुक्त करना हैं.

आज हम swachh bharat abhiyan aim स्वच्छता अभियान के उद्देश्य आपकों इस लेख में बता रहे हैं.

ग्रामीण स्वच्छता को राज्य सरकार का विषय माना जाता है. किन्तु केंद्र सरकार ने राज्य के प्रयासों को सहयोग देने के उद्देश्य से वर्ष 1986 में केन्द्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम लागू किया. 1 अप्रैल 1999 से इस कार्यक्रम में संशोधन कर इसे पूर्ण स्वच्छता अभियान के रूप में बदल दिया गया.

इसका नाम भी बाद में निर्मल भारत अभियान कर दिया गया. इस अभियान का उद्देश्य सामुदायिक संतुष्टि दृष्टिकोण अपनाकर ग्रामीण भारत को निर्मल भारत मे परिवर्तित करना और 2022 तक सभी ग्रामीण परिवारों को शत प्रतिशत स्वच्छ करना था.

वर्ष 2014 में 2 अक्टूबरः को निर्मल भारत अभियान का नाम बदलकर पुनः स्वच्छ भारत मिशन कर दिया गया हैं. इसका लक्ष्य सभी ग्रामीण परिवारों को शौचालय की सुविधा प्रदान करके और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों को 2 अक्टूबरः 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करना हैं.

इस कार्यक्रम के तहत शौचालय निर्माण हेतु प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 12000 रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही हैं. इस प्रकार एक लम्बे समय के पश्चात स्वच्छ भारत मिशन का वर्तमान स्वरूप सामने आया हैं.

स्वच्छ भारत मिशन के मुख्य उद्देश्य

स्वच्छता बनाए रखने या स्वच्छता प्रबंधन के लिए निम्न प्रयास किये जाने चाहिए.

  • प्रतिष्ठान प्रबंधक को प्रदूषण के स्रोतों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, प्रदूषण के स्रोतों में घरेलू जानवर, दूषित पानी, रासायनिक पदार्थ और अन्य प्रदूषक पदार्थ शामिल है.
  • प्रबंधक को चाहिए कि खराब बदबू हानिकारक गैसों तेज गंध युक्त धुआ और भाप निकासी के लिए अच्छे रोशनदान या निकास की व्यवस्था हो.
  • कार्यस्थल को गंदगी से अच्छी तरह अलग रखा जाए, दीवारों फर्श और छत को गंदा ना होने दिया जाए.
  • कच्चे माल का प्रोसेसिंग रूम, उत्पादन प्रक्रिया रूम और पैकिंग रूम अलग अलग होने चाहिए.
  • फर्श दीवार छत को वाटरप्रूफ पदार्थों से साफ़ रखना चाहिए.
  • प्रवेश द्वार खिड़की रोशनदान नालियों पर चूहों, धूल व हानिकारक जीवाणुओं को रोकने के उपकरण लगाने चाहिए.
  • खाद्य पदार्थों को बनाते समय पैकिंग करते समय स्वच्छ रोगाणु रहित तथा कीटाणु रहित स्टील के उपकरणों का प्रयोग करना चाहिए.
  • पदार्थों को ठंडा करने व पुनः अधिक ठंडा एवं गर्म करने के स्थानों पर थर्मामीटर लगे होने चाहिए.
  • गंदे पानी को शुद्ध करने व अन्य गंदगी व्यवस्था को रोकने के लिए सयंत्र लगाए जाने चाहिए.
  • आराम कक्ष में फलश टायलेट तथा गंदगी रोकने के उपकरण लगे हो, वाटरप्रूफ सेप्टिक टैंक होना चाहिए.
  • रेस्ट रूम में हाथ धोने व पौछ्ने के लिए वाशिंग स्टैंड होना चाहिए.
  • मैटल डिटेक्टर का प्रयोग किया जाए.
  • भोजन सम्बन्धी भंडार कक्ष उत्पादन कक्ष तथा पैकिंग कक्ष को स्वच्छतापूर्ण तरीके से प्रबंधित किया जाए.

स्वच्छ भारत अभियान भाषण स्पीच इन हिंदी 2023

आज से सौ साल पहले भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने एक सपना देखा था, स्वच्छ भारत का. उसे अब साकार करने का कदम भारत सरकार ने उठाया हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस मिशन के बागडोर संभाली हैं. गांधी का मानना था, कि स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण स्वच्छता हैं. देश में गंदगी के हालात से वों वाकिफ थे,

स्वयं झाड़ू उठाकर सफाई के अभियान गांधीजी ने भी चलाए थे. मगर उनका वों सपना सफल नही हो सका, जिन्हें अब पूरा करने का बीड़ा नरेंद्र मोदी ने उठाया हैं. मैं क्लीन इण्डिया मिशन पर संक्षिप्त भाषण व निबंध प्रस्तुत कर रहा हूँ.

2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन हमारे प्रधानमंत्री ने भारत छोडो आंदोलन की तर्ज पर स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इण्डिया मूवमेंट) की शुरुआत की. भारत के सवा सौ करोड़ लोगों को आंदोलन का हिस्सा बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने खुद हाथ में झाड़ू थामी.

अभियान को राजनीति से दूर रखने का ऐलान कर हर नागरिक से आशा जताई कि वह अपने आस-पास स्वच्छता रखेगे. सफाई को सरकारी अभियान के बजाय जनता के आंदोलन के रूप में स्थापित करने का उन्होंने प्रयास किया.

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा हैं. इस कार्यक्रम के साथ देश के सभी विद्यालयों, कॉलेज तथा महाविद्यालयों को जोड़ा गया.

विद्यालय के शिक्षकों व स्टूडेंट्स को प्रतिदिन आधा घंटा निकालकर सफाई करने का सुझाव दिया गया. गांधी जयंती के अवसर पर इन विद्यालयों में स्वच्छ भारत स्लोगन, स्वच्छ भारत अभियान निबंध, क्लीन इंडिया मिशन एस्से लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवाया जाता हैं.

आज के स्वच्छ भारत अभियान   में मै आपकों इस अभियान से जुड़े कुछ तथ्यों से अगवत कराना चाहुगा. भारत सरकार के इस अभियान के चार साल पूरे होने को हैं.

अक्टूबर 2019 में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया हैं. सरकार की ओर से इन वर्षों में घर घर शौचालय देकर व्यक्तिगत तथा सामुदायिक स्वच्छता को बढ़ावा देने के प्रयत्न किए हैं.

सरकार ने आम जन पर इस खर्चे के वसूल के लिए ५ प्रतिशत अतिरिक्त कर भी लगाया हैं. पिछले तीन वर्षों के आकंड़ो के अनुसार अब तक 20 हजार करोड़ रूपये राजकोष में इस मिशन के नाम पर जमा हो चुके हैं.

मगर स्वच्छ भारत अभियान कहाँ तक सफल हो पाया हैं, इसका अंदाजा आप इस तथ्यों के आधार पर लगा सकते हैं.

  • एक सरकारी वेबसाइट ने स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े कुछ डाटा हाल में ही प्रकाशित किए हैं, जिनके अनुसार अब तक 1,58,957 गाँवों को खुले में शौच मुक्त शौचालय आवंटन हुए हैं, जबकि 2,57,259 गाँवों तक इस स्कीम को जोड़ने का दावा किया गया जो भारत के कुल गाँवों का मात्र चालीस प्रतिशत ही हैं.
  • सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार मात्र 51 फीसदी ही भारतीय शौचालयों का उपयोग करते हैं. शेष ४० फीसदी लोग अभी भी खुले में शौच करना पसंद करते हैं.
  • स्वच्छ भारत अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए बजट का समय पर पहुचना आवश्यक हैं. मगर सरकार द्वारा तय राशि का 5 से 50 प्रतिशत तक ही राज्यों को भुगतान हो पाता हैं, जिससे निर्माणधीन कार्य अधूरे ही रह जाते हैं.
  • अभी तक शहरी जीवन व्यतीत करने वाले सभी लोगों तक कचरा उठाने वाली गाड़ी नही पहुचती अथवा उनके घर के कूड़े करकट के निपटान का कोई ठोस उपाय नही निकल पाया हैं.
  • भारत में उपयोग हो रहे शौचालयों के साथ सबसे बड़ी दिक्कत पानी किल्लत हैं. पानी की आपूर्ति नही होने के कारण कई बार सफाई कर्मचारियों को हाथ से मैला ढ़ोना पड़ता हैं.

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी में 2023 Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

निबंध, कविता और Slogen स्वच्छ भारत अभियान पर स्वच्छता का महत्व पर लेख हिन्दी में  नमस्कार दोस्तों आज हम मोदीजी के स्वच्छ भारत मिशन पर आपके लिए स्वच्छ भारत अभियान पर नारे ,स्लोगन और स्वच्छ भारत के महत्व पर बात करने जा रहे हैं.

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रिय स्तर का अभियान हैं स्वच्छ भारत का मुख्य उद्देश्य भारत की गलियों ,सडको को स्वव्छ भारत का निर्माण करना हैं.

स्वच्छता भारत मिशन – swachh bharat Mission

स्वच्छ भारत अभियान, भारत सरकार द्वारा किया गया है जिसका उद्देश्य देश की गलियों, सड़कों तथा नालियो को पूरी तरह साफ-सुथरा बनाना है।

स्वच्छता भारत मिशन अभियान रास्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 को आरम्भ किया गया था ।

गांधी जी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता रखने की शिक्षा प्रदान कर देश को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था | इसी बात को मध्यनजर रखते हुए प्रधानमन्त्री श्री मोदी जी की सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया | सरकार के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ,साफ सुथरा,और सुंदर भारत की कल्पना को साकार करना हैं ..

हमारे देश के सभी नवयुवको और बहिनों से – हमारी तरफ से विनती हैं की हम अपने आस पास का माहोल साफ सुथरा रखे, गंदजी न फेलाए और न ही फेलाने दे |

इससे हम और हमारा परिवार और बच्चे और हमारा सम्पूर्ण देश स्वस्थ रहेगा और बीमारीयो से मुक्ति मिल सकती हैं |

और हम सभी एक स्वस्थ जीवन जी सकेगे और अपनी पीढियों को एक स्वस्थ भारत दे पायेगे और यही हमारी सरकार का नारा (स्लोगन )हैं,और इस अभियान को हमे जारी रखना हैं और अपने देश को साफ सुथरा बनाना हैं.

स्वच्छ भारत योजना का उद्देश्य – Swachh Bhart Plan Mission

  • देहाती क्षेत्रों में सामान्य जीवन स्तर में सुधार करना।
  •  भारत के सभी ग्राम पंचायतों द्वारा स्वच्छ स्थिति प्राप्त करने के साथ 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता के कार्य में तेजी लाना।
  • लोंगो में जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्थायी स्वच्छता सुविधाओं को बढ़ावा देने वाले समुदायों और पंचायती राज संस्थाओं को प्रेरित करना।
  • व्यवाहरिक रूप से सुरक्षित और स्थायी स्वच्छता के लिएसस्ती तथा उपयुक्त प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना।
  •  ग्रामीण भागो में पूर्ण स्वच्छता के लिए ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हुए, समुदाय प्रबंधित पर्यावरणीय स्वच्छता पद्धति को अपनाना

स्वच्छ भारत स्वच्छ स्कूल मिशन (clean india School Mission)

आज स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान सभी राजकीय विद्यालयों और केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संगठन में चलाया जा रहा है। इस अभियान में शामिल हैं ये गतिविधियों निम्न हैं –

1 कक्षाकक्ष एव प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की साफ सफाई करना। 2 . विद्यालय में लगाई जाने वाली किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के बारे में बात करना और इस मूर्तियों की साफ सफाई करना। 3 . स्कूल के शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की साफ़ सफाई करना। 4 . रसोईघर और स्टोर रूम की सफाई करना। 5 . खेल के मैदान की साफ़ सफाई करना 6 . बगीचों का रखरखाव और सफाई करना। 7 . विद्यालय के सभी भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ। 8 . निबंध प्रतियोगिता ,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करना । 9 . प्रारम्भिक शालाओ के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर SBAविशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं को समझाना और व्यवहार में उतरने के लिए प्रेरित करना

10. बाल मंत्रिमंडलों का चुनाव करवाना व निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना। इसके अलावा, किसी फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध / पेंटिंग और अन्य प्रतियोगिताएं, नाटकों आदि का आयोजन करवाके स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य का massage देना ।

शिक्षा विभाग ने इसके अलावा स्कूल के छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हुए 7 दिनों में कम से कम दो बार आधे घंटे तक साफ़ सफाई अभियान शुरू करने का प्रस्ताव रखा है

स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत clean india Healthy india

स्वच्छ भारत अभियान देश का राष्ट्रव्यापी साफ़ सफाई अभियान है जिसके शुभारम्भ में तकरीबन 30 लाख स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों और सरकारी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था ।

इस कार्यक्रम के शुभारंभ के दिन प्रधानमंत्री ने नौ हस्तियों के नामो की घोषणा की और उनसे अपने क्षेत्र में सफाई अभियान को बढाने और आम जनता को उससे जुड़ने के लिए प्रेरित करने को कहा|

मोदीजी ने यह भी बताया कि इन सितारों को अगले 9 लोगो को इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करना है और ये सीरिज तब तक चले जब तक कीसम्पूर्ण देश तक इसका सन्देश न पहुंच जाये|

मोदी जी कहा कि हर एक भारतीय इसे एक चुनौती के रूप में ले और इसे सफल अभियान बनाने के लिए अपना पूरा प्रयास करे। नौ लोगों की सीरिज उस पेड़ पेड़ की एक शाखाओं की तरह है।

मोदी ने देश की आम जनता को इससे जुड़ने के लिए निवेदन किया और कहा की वे सफाई की फोटो सोशल साईट जैसे की फेसबुक, ट्विटर व अन्य वेबसाइट पर भी डालें और अन्य लोगो को भी इस कार्यकर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित करे। इस तरह हमारा भारत एक स्वच्छ देश हो सकता है।

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Swachh Bharat निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध .

Swachh Bharat abhiyan essay in Hindi , स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध हिंदी में – स्वच्छता कि ओर एक कदम। स्वच्छता पर आधारित सम्पूर्ण हिंदी निबंध परीक्षा तैयारियों और विध्याथियो के लिए Swachh Bharat mission essay Hindi

Swachh Bharat abhiyan

Swachh Bharat abhiyan Essay

भारतवर्ष जो कभी किसी जमाने में सोने की चिड़िया कहलाता था, जो कि अपने वैभव और संस्कृति के लिए जाना जाता था। उस समय भारत में हर तरह की सुविधा उपलब्ध थी और उस समय हमारा देश विकसित देशों की श्रेणी में आता था। लेकिन समयचक्र के बदलाव के चलते हमारे देश पर कई विदेशी ताकतों ने अपना सम्राज्य स्थापित किया जिससे हमारी देश की हालत खराब हो गई।

हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है। आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो वहां पर भी आपको कूड़ा-करकट मिलेगा।

जिसके कारण हमारे देश में अनेक बीमारियां फैल रही हैं और साथ ही हम हमारी जिंदगी गंदगी में जीने को मजबूर हैं। अब तो ऐसा लगता है मानो गंदगी हमारे जीवन का एक भाग हो गया है।

हमारे देश के विकास में रोङा बनने वाली समस्याओं में एक मुख्य कारण गंदगी भी है, क्योंकि इसके कारण विदेशी लोग हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं और जिससे हमारे देश को इतनी ख्याति नहीं मिलती है।  

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का सपना:

हमारे पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता से पहले स्वच्छ रहना और इसके तहत स्वच्छता को उन्होंने ईश्वर भक्ति के बराबर माना, स्वच्छता की शिक्षा को उन्होंने सभी को प्रदान करी उनका सपना था कि (स्वच्छ भारत) इसके तहत वह सभी नागरिकों को एक साथ मिलकर भारत को साफ रखने के बारे में सोचते थे इसी के तहत जिस आश्रम में वो रहते थे। वहां रोजाना प्रात: 4:00 बजे उठकर स्वयं सफाई करते थे। उन्होंने वर्धा आश्रम में अपना स्वयं का शौचालय बनवाया था जिसको प्रतिदिन शुबह – शाम साफ भी करते थे। गांधी जी की यही स्वच्छ भारत अभियान को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करी।

स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था। अपने सपने के संदर्भ में गाँधी ने कहा कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। महात्मा गाँधी जी अपने समय में देश की गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे, इसीलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत से प्रयास किये लेकिन वो अपने प्रयासों में सफल न हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ करने के उद्देश्य से चलाया गया है। इस अभियान से हमारा देश साफ सुथरा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास को भी सहारा मिलेगा हर तरफ खुशहाली होगी।

इस अभियान को 2 अक्टूबर 2014 को माननीय प्रधानमंत्री ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सफाई करके इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान के अंतर्गत भारत देश के सभी शहरों ग्रामीण इलाकों मोहल्लों और गलियों में साफ सफाई करना है।

स्वच्छ भारत अभियान में प्रमुख रुप से खुले में शौच मुक्त भारत बनाने पर जोर दिया गया है क्योंकि आज भी हमारे गांव में अधिकतर घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है जिसके कारण लोग बाहर शौच करने जाते हैं। जिससे वातावरण प्रदूषित होता है और साथ ही नई बीमारियां भी जन्म लेती हैं। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वे अपने आस-पास की और दूसरी जगहों की सफाई के लिए साल में केवल 100 घंटों के लिए अपना योगदान दे।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत:

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की , स्वच्छ भारत अभियान को भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है ।महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की 2 अक्टूबर 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादीओं से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। साफ-सफाई को लेकर भारत की स्थापित छवि को बदलने के लिए श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन के रूप में इसकी शुरुआत की ।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान को पूरा करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा था और उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी जी के 150 वीं जयंती तक पूरे भारत को स्वच्छ करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उन्होंने प्रत्येक भारतवासी से आग्रह किया था कि वे इस अभियान से जुड़ें और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई करें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने देश के 11 महत्वपूर्ण एवं प्रभावी लोगों कोई इसका प्रचार प्रसार करने के लिए चुना है।

जिनमें कुछ क्रिकेटर, कुछ फिल्मकार, और कुछ महान लोग हैं, जिनको लोग सुनना पसंद करते हैं और उनकी बातों पर अमल भी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि हर एक व्यक्ति को इस अभियान में 9 लोगों को जोड़ना है और फिर वह दूसरा व्यक्ति भी 9 लोगों को जोड़ेगा इससे अभियान का प्रचार प्रसार भी होगा और लोगों में उत्साह भी होगा कि अपने आसपास सफाई रखनी आवश्यक है।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री मोदी जी और देश के गणमान्य लोगों ने सड़कों पर साफ सफाई की थी। इसको देखकर लोगों में साफ सफाई के प्रति नया उत्साह पैदा हो गया और लोगों ने साफ सफाई भी करना चालू कर दिया है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य है कि 2019 तक पूरा भारत स्वच्छ एवं साफ सुथरा हो।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।  

भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध एवं स्वच्छ रहेगा जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी।

स्वच्छ भारत अभियान से हमारा पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से उन्नति करेगा क्योंकि आज देश में हर जगह कूड़ा-करकट और गंदगी फैल होने के कारण विदेशी पर्यटक हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जैसे ही हमारा देश साफ सुथरा हो जाएगा तो विदेशी पर्यटक भी हमारे देश में आने के लिए आकर्षित होंगे।

स्वच्छ भारत अभियान को तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया था। उन्होंने कहा था कि अगर देश में विकास चाहिए तो सबसे पहले देश को स्वच्छ करना होगा। इस अभियान के अंतर्गत है शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई गई है।

जिनमें शहरों में सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, पोस्ट ऑफिस, बैंक, मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और साथ ही जिन आवासीय कॉलोनियों में घरों में शौचालय बनाने की जगह नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है।

ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर लोग आज भी घरों से बाहर शौच करने जाते हैं इसकी मुख्य वजह उनके घर में शौचालय नहीं होना है और शौचालय बनाने के लिए उनके पास इतनी धनराशि भी नहीं है। इसलिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर को 12000 रुपए देने की योजना बनाई है। जिससे वहां के लोग शौचालय का निर्माण करवा सकें और भारत को स्वच्छ करने में अपना योगदान दें सके।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान  जैसे गंदगी फैलाने उत्पादों पर रोक लगा दी।

अब सरकारी कार्यालयों में लोग पान-गुटखा खाकर कहीं भी थूक नहीं सकते है। क्योंकि लोग पान-गुटखा खाकर सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर थूकते हैं जिससे दीवारें खराब हो जाती हैं। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता अभियान मैं लोगों की रुचि बढ़ाने के लिए सड़कों की साफ सफाई भी की थी। जिससे लोगों मैं साफ सफाई के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश के प्रत्येक घर में पक्के शौचालय का निर्माण हो और लोग इसका उपयोग करके भारत को स्वच्छता की ओर बढ़ाने में सहयोग करें।

गांधी जी का मानना था कि लोग जब तक स्वच्छता के प्रति सचेत नहीं होंगे तब तक हमारा देश स्वच्छ एवं साफ सुथरा नहीं हो सकता है। इस अभियान को महात्मा गांधी जी के 145 वी जयंती पर आरंभ किया गया था। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2014 माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली की वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर सफाई करके किया था।

स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान का आरंभ किया था। इसके अंतर्गत उन्होंने स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को विद्यालय की साफ-सफाई करने का लक्ष्य रखा था।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य केवल स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इस अभियान के अंतर्गत है हमारे वातावरण का भी ध्यान रखा गया है इसमें नए पेड़ पौधे लगाने, जंगलों को बचाने, पानी बचाने जैसे मुख्य मुद्दे भी शामिल हैं।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे के निस्तारण के लिए सरकार ने तरल एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थों और अन्य कूड़ा-करकट के लिए वेस्ट मैनेजमेंट की नई तकनीकों को बढ़ाने पर जोर दिया है। जिससे गंदगी भी कम होगी और कचरे का सदुपयोग भी हो जाएगा।

इसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय बनाने की योजना है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में शौचालय बनाने की योजना है। स्वच्छ भारत अभियान में गरीब लोगों एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को शौचालय बनवाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है, जो कि 2019 में पूरी होगी इसके अंतर्गत पूरे भारत को खुले में शौच मुक्त करना है। अगर लोग इसी प्रकार श्रमदान करते रहे तो यह लक्ष्य भी पा लिया जाएगा।

स्वच्छ भारत अभियान का एक और मुख्य उद्देश्य है कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। क्योंकि लोग स्वच्छता के प्रति आज भी लापरवाह है, इसी लापरवाही के कारण आए दिन में नई बीमारी से जूझते रहते हैं। इसलिए जब लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होंगे तो वह समय साफ सफाई की ओर ध्यान देंगे और देश स्वच्छता की ओर अग्रसर होगा।  इसकी शुरुआत हमें खुद से ही करनी होगी क्योंकि जब तक हम हैं समय साफ-सफाई नहीं करेंगे तब तक भारत के स्वच्छ होने का सपना नहीं देखा जा सकता है।

इसलिए हमें स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए और कुछ नहीं तो हमें कम से कम रोज हमारे घर के सामने की गली को ही साफ कर लेना चाहिए। आप भी इस अभियान से जुड़ सकते हैं। इस अभियान से जुड़ने के लिए सिर्फ आपको अपने आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई रखनी होगी और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करना होगा।

स्वच्छ भारत अभियान –

Swachh Bharat Mission

Swachh Bharat Mission Essay

स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती है, इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में पराम्भ की गई है। जो देश के प्रत्येक गली गांव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।

हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो इसके लिए कई महापुरुषों ने जिसके सपने देखे थे और इनको साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए, जिन्होंने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था।

वे चाहते थे कि विदेशों की तरह हमारा देश भी साफ सुथरा दिखे इसके लिए उन्होंने लोगों को जागरूक भी करना चालू किया था। लेकिन उस समय देश की आजादी का आंदोलन भी जोरों पर था, जिसके कारण लोगों ने स्वच्छ भारत योजना पर ध्यान नहीं दिया था।

लेकिन आजादी के इतने सालों के बाद भी हमारा देश सोच नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा कूड़े-करकट और गंदगी से भर गया है। क्योंकि हमारे देश के किसी भी सरकार ने स्वच्छ भारत की ओर ध्यान नहीं दिया। और अगर उन्होंने ध्यान भी दिया तो उस पर पूरी तरह से अमल नहीं हो पाया जिसके कारण आज हमारा देश गंदगी के ढेर पर बैठा है।

आज भी हमारे देश के कुछ ही घरों में शौचालय की सुविधा है, गाँवो में तो लोग आज भी शौच करने बाहर ही जाते हैं जिसके कारण गाँवो में भी गंदगी फैल जाती है। और शहरों की बात करें तो शहरों में शौचालय तो है लेकिन वहां पर अन्य गंदगी यहां बहुत ज्यादा है जैसे की फैक्ट्रियों का अपशिष्ट कूड़ा करकट, गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जो कि सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है कि हमारे देश की सड़कें दिखाई नहीं देती हैं सिर्फ और सिर्फ कूड़ा-करकट दिखाई देता है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य:

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है। :-

  • इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि देश का कोना-कोना साफ सुथरा हो।
  • भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए।
  • शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो।
  • हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए।
  • खुले में शौच बंद करवाना जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। 
  • लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत,सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे। 
  • लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके। 
  • शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना। 
  • गांवो को साफ रखना। 
  • 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गांवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे। 
  • ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना। 
  • सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना। 
  • साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना। 

स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत क्यों पड़ी –

आपने देखा होगा कि हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा-करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है। जिसके कारण लोग आए दिन बीमार पड़ रहे हैं और नई-नई बीमारियां जन्म ले रही हैं, आर्थिक रूप से भी गरीब बना रही है। जिसके कारण हमारे देश आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है।

हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है। और गाँवो में अच्छी चिकित्सा सुविधा नहीं होने के कारण कई बार तो लोगों को मौत का मुंह भी देखना पड़ जाता है।  

आपने देखा होगा कि हर शहर के नुक्कड़ पर सड़कों पर गंदगी इतनी फैली होती है कि वहां पर लगा कचरा पत्थर भी कचरे से भरा होता है और उसके आसपास बहुत ज्यादा कूड़ा-करकट और गंदगी रहती है। जिसके कारण हर समय बीमारियां होने का खतरा रहता है। हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।

इस कूड़ा-करकट और गंदगी कारण लोग हमारे देश में खाना कम ही पसंद करते हैं जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है। इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।

पृथ्वी के प्रदूषित होने के कारण हमें हवा, जल और अन्न भी प्रदूषित ही मिलता है। गंदगी हमारे वातावरण के लिए हर तरह से खतरनाक है। यह कहीं महामारी का रूप धारण कर ले, इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई है।

इस गंदगी और कूड़े-करकट का जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है।

यह गंदगी और कूड़ा करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत देश के सभी घरों में शौचालय बनवाए जाएंगे और सभी लोग इसमें श्रमदान करके अपने गली मोहल्ले की रोज सफाई रखेंगे जिससे कि हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।

हमारे देश में स्वच्छता नहीं होने के कारण –

हमारे देश की सोच नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है क्योंकि गंदगी और कूड़ा-करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। आप और हम कहीं भी कूड़ा-करकट फेंक देते हैं और हर तरफ गंदगी फैला देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं लेकिन हम कभी अपने आप को नहीं देखते हैं कि हम क्या कर रहे हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के कई कारण है जिनमें से है प्रमुख कारण यहां पर लिख रहे हैं।

  • शिक्षा का अभाव:

हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है हालांकि शिक्षा के क्षेत्र में धीरे-धीरे क्रांति आई है लेकिन अभी भी शिक्षा का घर घर पहुंचना बाकी है। क्योंकि अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है।

  • खराब मानसिकता:

हमारे देश का गंदगी से अटे रहने का एक और कारण लोगों की खराब मानसिकता भी है क्योंकि ऐसी मानसिकता वाले लोग मानते हैं कि हमारी थोड़े से कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा।  इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है और हमारे देश की सभी सड़कें गलियां इस कचरे की भेंट चढ़ जाती हैं। ऐसे लोग सरकार को दोष देते हैं कि वह सफाई नहीं करती लेकिन वह खुद के फैलाए कचरे के बारे में कभी ध्यान नहीं देते हैं।

  • घरों में शौचालयो का नहीं होना:

आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं पाए जाते हैं जिसके कारण लोग सोच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है। जो कि सिर्फ मनुष्य जाति के लिए ही नहीं पृथ्वी की हर जीव जंतु के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। इससे गंदगी तो फैलती है और साथ में वायु प्रदूषण भी होता है। जिससे लोगों को गंभीर बीमारियां होने का खतरा पैदा हो जाता है इसलिए हर घर में शौचालय बनवाना आवश्यक है।

  • अत्यधिक जनसंख्या:

हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में  जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा। अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है जिसका निस्तारण करना बहुत ही मुश्किल होता है। गंदगी अधिक अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है। इसलिए मैं जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने चाहिए सरकार ने इसके लिए प्रयास भी किए हैं और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए स्लोगन भी लिखे हैं जैसे की हम दो हमारे दो।

  • सार्वजनिक शौचालय का अभाव:

हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर सोच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। हमें देश में हर मुख्य स्थान पर सार्वजनिक शौचालय बनाने की अत्यधिक जरूरत है। अगर सार्वजनिक शौचालय होंगे तो लोग उनका इस्तेमाल करेंगे और बाहर सड़कों पर गंदगी कम फैलेगी।

  • कचरे की सही निस्तारण का अभाव:

हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं, जिसके कारण वह कचरा हमें सड़कों और गली मोहल्लों में दिखाई देता है। कभी-कभी तो कचरा और गंदगी कारण लोगों में इंशा भी हो जाती है जिससे जान माल की हानि होती है। इसलिए कचरे के सही निस्तारण के  लिए जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाएंगे तब तक कचरे के कारण फैली गंदगी हमारे जीवन को प्रभावित करती रहेगी।

  • उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ:

हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है  जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं। इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ का निस्तारण करने का सही उपाय नहीं खोजते हैं और पास ही बहरे नदी नालों में इसको बहा देते हैं जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है क्योंकि अगर नदियां ही प्रदूषित हो जाएंगे तो उनसे मिलने वाला जल भी प्रदूषित होगा और उनका जल पीने वाला हर प्राणी इसका शिकार हो जाएगा।

अगर इस पर जल्द ही कोई कार्यवाही नहीं होती है तो एक दिन हमारी सभी नदियों का जल जहर बन जाएगा।  इसलिए सरकार को इसके खिलाफ ठोस कदम उठाकर नए कानून बनाने चाहिए और उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी जानी चाहिए कि वह अपना अपशिष्ट पदार्थ किसी भी नदी नाले नहीं फेकेंगे।

हमारे भारत देश को स्वच्छ रखने के उपाय:

स्वच्छता अभियान निबंध

स्वच्छता अभियान पर निबंध

  • हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है। इसलिए हमें अपने घरों के साथ-साथ अपने गली-मोहल्लों को भी खुद ही साफ रखना होगा वहां पर किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं फैलानी होगी जो भी कचरा होगा सदैव कचरा पात्र में ही डालें।
  • हमें  देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
  • हर शहर हर हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
  • लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
  • हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
  • शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
  • लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव गांव तक पहुंचाना होगा।
  • लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा जिससे की  उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
  • हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
  • हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
  • हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
  • हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति –

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था जिनका काम अपने अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं-

  • सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) 
  • अनिल अंबानी (उद्योगपति)
  • कमल हसन (अभिनेता) 
  • विराट कोहली (क्रिकेटर) 
  • महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) 
  • ईआर दिलकेश्वर कुमार 
  • मृदुला सिन्हा 
  • बाबा रामदेव
  • प्रियंका चोपड़ा 
  • और तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम जैसी नामचीन हस्तियों भी इस अभियान से जुड़ी हैं और सभी को स्वच्छ भारत अभियान में शामिल करने को आमंत्रित कर रही है।

स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय –

  • शहरी विकास मंत्रालय 
  • राज्य सरकार 
  • ग्रामीण विकास मंत्रालय 
  • गैर सरकारी संगठन 
  • पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय 
  • सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम 

इस प्रकार स्वच्छता अभियान में इन मंत्रालयों का महत्वपूर्ण योगदान है।

स्वच्छ भारत अभियान हिंदी निबंध

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हमारे भारत के शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए एक अलग से रणनीति बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य है कि देश के विभिन्न शहरों के 1।4 लाख करोड लोगों को शामिल करते हुए 2.5 लाख सामुदायिक और 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। क्योंकि हमारे देश में शौचालयों की बहुत कमी है इस कमी के कारण लोग शौच करने बाहर जाते हैं जिससे कि गंदगी बहुत अधिक मात्रा में फैलती है। इस अभियान के तहत जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे।

स्वच्छ भारत अभियान का प्रथम चरण 2 अक्टूबर 2019 को पूरा होगा, इस 5 साल की अवधि में 4401 शहरों को शामिल किया जाएगा। इसमें शहरों के प्रमुख स्थान जैसे कि सार्वजनिक अस्पताल, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि के पास  सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे। 

क्योंकि लोग इन्हीं प्रमुख स्थलों पर बहुत ज्यादा आते हैं, और अगर उनको इन्हीं प्रमुख स्थलों पर शौचालय नहीं मिलता है तो वे इधर उधर कहीं भी शोच करते है। जिसका परिणाम आपने देखा होगा कि हर सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा करकट और गंदगी का अंबार लगा रहता है।

स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा इस  अभियान में लगाए जाएंगे। हमारे देश में ठोस अपशिष्ट पदार्थ का कचरा बहुत ज्यादा उत्पन्न होता है उसके स्थाई समाधान के लिए 7,366 करोड़ लगाए जाएंगे।

चूँकि हमारे देश में घरों में शौचालय की बहुत कमी है इसलिए सरकार ने इसको भी मध्य नजर रखते हुए 4,165 करोड़ रुपये व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनवाने का बजट रखा है। इसके साथ ही 1,828 करोड़ रुपये स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार प्रसार में खर्च किए जाएंगे और 655 करोड़ रुपये सामुदायिक शौचालयका बजट रखा गया है।

स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य लक्ष्य है कि लोगों में जितना हो सके स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए और खुले में शौच की रोकथाम, गंदगी से भरे शौचालयों को स्वचालित फ्लश शौचालय  में बदलना, ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना।

इसके साथ ही लोगों को स्वच्छता के लाभ बताना और उनको व्यापार में कैसे लाया जाए यह भी लोगों को बताया जाएगा। जिससे लोग खुद साफ सफाई की ओर ध्यान देने लगे।  और देश को स्वच्छ करने के इस अभियान में अपना समर्थन दें।

आपने देखा होगा कि जितनी तेजी से हमारे शहरों का विकास हुआ है ग्रामीण क्षेत्र उतना ही पिछड़ा हुआ है  हालांकि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुख सुविधा पूर्ण बनाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उन योजनाओं का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला है। 

जिस कारण आज भी ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं पाए जाते है। जिस कारण वहां के लोग आज भी  खुले में शौच करने को मजबूर है, इसलिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत है ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है।

गाँवो में यह अभियान 1999 से निर्मल भारत अभियान योजना के नाम से चलता आ रहा है। और 24 सितंबर 2014 में इस कार्यक्रम का पुनर्गठन किया गया जिसमें इसका नाम स्वच्छ भारत अभियान रख दिया गया।

ग्रामीण इलाकों में कचरे के प्रबंधन के लिए ग्रामीण लोगों को कचरे से खाद कैसे बनाई जाए इसके बारे में बताया जाएगा और इस कचरे से बनी खाद के क्या लाभ हैं यह भी बताया जाएगा ताकि लोग अपने खेतों में इस तरह की खाद का उपयोग करें।

इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालय निर्मित करने की योजना है। इस अभियान को गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूल के शिक्षको, स्कूली छात्र छात्राओं  और पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत को भी इस से जोड़ा जाएगा ताकि जल्द से जल्द लोगों में स्वच्छता के प्रति चेतना उत्पन्न हो।

इस अभियान के तहत है ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर पर 10000 रुपए आवंटित किए गए थे। लेकिन इन सालों में महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि 10000 से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दी गई है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में यह कार्य किए जाएंगे –

  • ग्रामीण इलाकों को खुला शौच मुक्त करना।
  • ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण करवाना।
  • कूड़े-करकट और कचरे  को उपयोगी बनाकर उसे खाद का निर्माण करना।
  • गंदे पानी के निकास के लिए नालियां बनवाना।
  • ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर कचरा पात्र का निर्माण करवाना।
  • लोगों में स्वच्छता के प्रति  चेतना जगाना।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान भारत की तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 25 सितंबर 2014 में इसका उद्घाटन किया था। इस अभियान को शिक्षकों और स्कूली छात्र छात्राओं के लिए बनाया गया था और इस अभियान में माननीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी भाग लिया था। इस अभियान के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में साफ सफाई रखनी थी।

इस अभियान को 25 सितंबर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक चलाया गया,इसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की गई जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं :-

  • स्कूलों के हर एक कक्षा में कचरा पात्र रखवाए गए।
  • स्कूलों के मैदानों और बगीचों को साफ किया गया।
  • कक्षा पुस्तकालय सभा स्थल एंव प्रयोगशाला में साफ सफाई की गई।
  • स्कूलों का वार्षिक रखरखाव करना जिनमें टूटी-फूटी देना कि फिर से मरमत करना और  स्कूल की दीवारों पर रंग रोगन करना।
  • स्कूल  की पानी की टंकियों की सफाई करना।
  • स्वच्छता के प्रति चेतना के लिए वाद विवाद एवं नाटकों की प्रतियोगिता करना।
  • चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करना जिसमें स्वच्छता से संबंधित चित्रों का चित्रण करना।
  • स्कूलों में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाना।
  • सभी बच्चों को बताया गया कि खाना खाने से पहले हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथ धोना चाहिए।
  • सभी बच्चों की साफ-सुथरी वेशभूषा रखने के लिए प्रेरित करना।

स्वच्छ भारत अभियान उपसंहार:

महात्मा गांधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है । हमारा मन भी साथ रहता है। स्वच्छ भारत अभियान की मशालआज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है जिसके तहत कई. कार्य किये जा रहे है।

हमारे भारत में जहां स्वच्छता होती है वहां पर ईश्वर निवास करते हैं इस प्रथा को माना जाता है इसलिए हमें भी सोचता को अपनाना चाहिए। इसकी शुरुआत हमें और आपको मिलकर करनी होगी।

जिससे कि हमारा पूरा देश साफ सुथरा हो जाए। स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ करने के लिए एक कड़ी का काम कर रहा है। लोग इसके उद्देश्य से उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सचेत हो रहे हैं। यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है। 

स्वच्छ भारत अभियान से हमारे आने वाला कल बहुत ही सुंदर एवं अकल्पनीय होगा। अगर आप और हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश विदेशों की तरह पूरी तरह से साफ सुथरा दिखाई देगा।

स्वच्छ भारत अभियान में आप भी भागीदार बनें, लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक बनाएं।

यह भी पढ़े:–

  • भारत में जल संकट निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • महात्मा गाँधी पर हिंदी निबंध
  • भ्रष्टाचार पर हिंदी निबंध
  • हिंदी भाषा पर निबंध
  • शिक्षा पर हिंदी निबंध
  • महिला सशक्तीकरण पर निबंध
  • भारतीय समाज में नारी निबंध
  • समान नागरिक संहिता
  • सूचना का अधिकार निबंध

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स्वच्छ भारत अभियान
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Swachh Bharat Abhiyan Essay: स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और 10 लाइनें लिखने की तैयारी करें यहां से

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Short Essay in Hindi)

"स्वच्छता ही सेवा" नारे के साथ भारत सरकार ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह अभियान महात्मा गांधी के स्वच्छता के महत्वपूर्ण संदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास है और भारतीय समाज को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का हिस्सा है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay: स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और 10 लाइनें लिखने की तैयारी करें यहां से

स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई महत्वपूर्ण उपक्रम और कदम उठाए गए हैं, जिनमें स्वच्छता की बढ़ोतरी, सार्वजनिक स्वच्छता अभियान, शौचालय निर्माण, जल संरक्षण, और जनजागरूकता को बढ़ावा देना शामिल है।

इस अभियान के तहत, लोगों को सार्वजनिक स्थलों और अपने घरों को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी समझाई जाती है। स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत, स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए स्कूल, कॉलेज, समुदायों, और सरकारी संगठनों के साथ मिलकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

इस अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है स्वच्छता के लिए जल संरक्षण। जल ही जीवन है, और इसका संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत, लोगों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में शिक्षा दी जाती है और उन्हें यह सिखाया जाता है कि हमें पानी का बर्बादी नहीं करना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से सार्वजनिक स्वच्छता को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे रोग प्रबंधन में सुधार हो रहा है और लोगों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान ने समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम किया है और लोगों को स्वच्छता के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाया है। यह अभियान हम सभी की जिम्मेदारी है और हम सभी को इसमें भाग लेना चाहिए ताकि हम एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की ओर बढ़ सकें।

स्वच्छ भारत अभियान ने हमें यह सिखाया है कि हमारे सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के लिए स्वच्छता का महत्व क्या है, और हमें इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए।

इस प्रकार, स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे समाज को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया है और हमें अपने देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए सक्रिय भागीदार बनाया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हमें अपने घरों से लेकर समुदाय तक हर स्तर पर योगदान करने की आवश्यकता है और स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा।

इस अभियान के माध्यम से हम एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, और भारत को एक सशक्त और समृद्ध देश बनाने के लिए हम सभी का सहयोग आवश्यक है। स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश का गर्व और हमारे आने वाले पीढ़ियों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण पहल है और हमें इसे पूरे समर्पण और आस्था के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay for Students in Hindi)

प्रस्तावना "स्वच्छ भारत अभियान" भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया एक महत्वपूर्ण मुहिम है जो भारत को स्वच्छता, स्वस्थता, और जनसहभागिता की ओर प्रवृत्त करने का प्रयास कर रहा है। इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के दिन किया गया था, और इसका उद्देश्य है कि हम सभी भारतीय नागरिक स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। यहाँ हम "स्वच्छ भारत अभियान" पर एक विस्तार से निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं:

स्वच्छ भारत अभियान: एक परिचय "स्वच्छ भारत अभियान" भारत सरकार द्वारा शौचालय मुक्त भारत का आदर्श पुरस्कार और स्वच्छता को महत्वपूर्ण बनाने के लिए आरंभ किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ बनाना है, जिससे जनस्वास्थ्य में सुधार हो सके और देश का विकास हो सके।

स्वच्छ भारत अभियान का आदर्श "स्वच्छ भारत अभियान" का आदर्श महात्मा गांधी थे, जो हमें स्वच्छता के महत्व को समझाते थे। वे एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत के सपने को पूरा करने के लिए काम करते थे, और उनके द्वारा किए गए सत्याग्रह और स्वच्छता के प्रति उनकी महान संकल्पना को याद दिलाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया।

Swachh Bharat Abhiyan Essay: स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध और 10 लाइनें लिखने की तैयारी करें यहां से

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य

  • शौचालय मुक्त भारत: इस अभियान का पहला उद्देश्य है कि हर गाँव और शहर में हर किसी के लिए शौचालय होना चाहिए, ताकि लोग खुले में पेशाब और मल करने की अपशिष्टता से मुक्त हो सकें।
  • स्वच्छ जल: इस अभियान का दूसरा महत्वपूर्ण उद्देश्य है स्वच्छ और सुरक्षित पीने का पानी प्रदान करना, जिससे जल संकट को रोका जा सके।
  • स्वच्छता की जागरूकता: अभियान का तीसरा उद्देश्य है लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वच्छता को अपनाने की प्रेरणा देना।
  • स्वच्छ शिक्षा: यह उद्देश्य शिक्षा संस्थानों में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका देने को है, ताकि बच्चे स्वच्छता के महत्व को समझें और अपनाएं।
  • स्वच्छता के लिए जनसहभागिता: इस अभियान में जनसहभागिता को बढ़ावा देना भी महत्वपूर्ण है, ताकि लोग इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करें।

स्वच्छ भारत अभियान के उपाय

  • शौचालय निर्माण: सरकार ने शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी है और गाँवों और शहरों में शौचालय बनाने का काम किया जा रहा है।
  • सफाई अभियान: लोगों को अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  • जल संरक्षण: जल संकट को रोकने के लिए जल संरक्षण के उपायों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
  • जनसहभागिता: लोगों को स्वच्छता मिशन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और वे स्वयं स्वच्छता के लिए काम करते हैं।
  • जागरूकता: स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से लोगों में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका को समझाने का प्रयास किया जाता है।

स्वच्छ भारत अभियान के फायदे "स्वच्छ भारत अभियान" के प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:

  • स्वच्छता के माध्यम से जनस्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे बीमारियों की भारी मात्रा में कमी होती है।
  • जल संरक्षण के द्वारा पानी की भारी कमी को रोका जा सकता है।
  • स्वच्छता और सफाई के माध्यम से बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में भी अधिक अच्छे प्रदर्शन करते हैं।
  • यह अभियान गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान करता है, जैसे कि शौचालय निर्माण काम।
  • यह अभियान भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बनाता है और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करता है।

समापन: "स्वच्छ भारत अभियान" भारतीय समाज को स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका को समझने और अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। यह अभियान हम सभी के लिए स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, और हमें इसमें भाग लेना चाहिए ताकि हम एक स्वच्छ और सुन्दर भारत का निर्माण कर सकें।

"स्वच्छ भारत अभियान" पर 10 लाइनें (10 Lines on Swachh Bharat Abhiyan)

  • "स्वच्छ भारत अभियान" भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर की गई थी।
  • इस अभियान के अंतर्गत लोगों को अपने आस-पास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने का संकल्प लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत सड़कों, जलमार्गों, स्कूलों, और अस्पतालों को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया जाता है।
  • यह अभियान लोगों को स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका समझाता है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत जनसहभागिता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाता है।
  • यह अभियान महात्मा गांधी के स्वच्छता के महत्वपूर्ण संदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
  • "स्वच्छ भारत" के तहत लाखों लोगों ने स्वच्छता अभियानों में भाग लिया है।
  • इस अभियान के माध्यम से हम सभी को अपने देश को स्वच्छ और सुंदर बनाने में सहयोग करने का अवसर मिलता है।

Swachh Bharat Abhiyan Quiz 2023: सवच्छ भारत अभियान क्विज में लें हिस्सा और दें इन आसान से सवालों के जवाब

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Swachh Bharat Abhiyan Essay : स्टूडेंट्स के लिए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ पर निबंध

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

  • Updated on  
  • जुलाई 2, 2024

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन भी कहा जाता है। यह भारत सरकार द्वारा चलाया जाने वाला एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जिसका उद्देश्य सभी शहरों को स्वच्छ बनाना है। यह एक सामान्य विषय है जिसे आम तौर पर छात्रों को उनके स्कूलों में स्वच्छ भारत या स्वच्छ भारत अभियान पर कुछ लिखने या कहने के लिए दिया जाता है। यहां हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) दे रहे हैं जिससे स्टूडेंट्स स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं।

This Blog Includes:

Swachh bharat abhiyan पर निबंध 100 शब्दों में, swachh bharat abhiyan पर निबंध 200 शब्दों में  , स्वच्छ भारत अभियान क्या है, स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य, स्वच्छ भारत अभियान की उपलब्धियां, स्वच्छ भारत मिशन पर 10 लाइन्स , स्वच्छ भारत मिशन पर कोट्स (swachh bharat abhiyan quotes in hindi), स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े कुछ तथ्य .

100 शब्दों में Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi इस प्रकार हैः

स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन भी कहा जाता है। यह भारत सरकार द्वारा चलाया जाने वाला एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जिसका उद्देश्य सभी शहरों को स्वच्छ बनाना है। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, गलियों और सड़कों की सफाई करना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है, ताकि देश को आगे बढ़ाया जा सके। इस अभियान की आधिकारिक शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर राजघाट, नई दिल्ली में की थी। स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से, हम एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

200 शब्दों में Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi इस प्रकार हैः

‘स्वच्छ भारत अभियान’ या ‘स्वच्छ भारत मिशन’ भारत सरकार द्वारा भारत को स्वच्छ बनाने के लिए शुरू की गई एक पहल है। स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में शिक्षा दी जाती है, और उन्हें अपने घरों, स्कूलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अंतर्गत, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित करने के साथ-साथ जल, हवा, और भूमि की रक्षा भी की जाती है। यह अभियान भारत के स्वास्थ्य और पर्यावरण को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और भारत को एक स्वच्छ और हरित भूगोल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, जैसे कि “स्वच्छता ही सेवा” अभियान और “स्वच्छ ग्रामीण भारत” कार्यक्रम। यह अभियान सामाजिक सांस्कृतिक बदलाव को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे भारतीय समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार होता है। स्वच्छ भारत अभियान ने दुनिया भर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाई है।   

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi (1)

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में

Swachh Bharat Abhiyan पर निबंध 500 शब्दों में इस प्रकार है:

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के दिन शुरू हुई थी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। यह भारतीय समाज को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करने का प्रयास है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 

इस अभियान के तहत, स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लोगों को अपने घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके अलावा, शौचालय निर्माण, स्वच्छता अभियान, और जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 

स्वच्छ भारत अभियान भारत में अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसके शुभारंभ के दौरान लगभग 30 लाख सरकारी कर्मचारियों और स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने भाग लिया। शुभारंभ के दिन, प्रधानमंत्री ने भारत की नौ प्रसिद्ध हस्तियों के नाम नामित किए कि वे अपने क्षेत्रों में तय तिथियों पर अभियान की शुरुआत करें और आम जनता के बीच अभियान का प्रचार करें। उन्होंने सभी नौ हस्तियों से अनुरोध किया कि वे अपने क्षेत्र से नौ अन्य लोगों को व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित करें और नौ लोगों को आमंत्रित करने का यह सिलसिला तब तक जारी रखें जब तक कि यह संदेश हर भारतीय नागरिक तक न पहुंच जाए।

स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  • स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना: इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य लोगों को स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूक करना है और उन्हें स्वच्छता के मामूले में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
  • सार्वजनिक स्वच्छता सुनिश्चित करना: अभियान के तहत लोगों को उनके घरों, स्कूलों, कामकाजी स्थलों, और सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे सार्वजनिक स्वच्छता को सुनिश्चित किया जाता है।
  • स्वास्थ्य में सुधार: यह अभियान स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद करता है और भारतीय समुदाय के स्वास्थ्य को सुधारता है।
  • जल, हवा, और भूमि की रक्षा: इस अभियान के माध्यम से जल, हवा, और भूमि की रक्षा की जाती है, जिससे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
  •   सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों की सजगता और सामाजिक सामर्थ्य को बढ़ावा दिया है और समाज में स्वच्छता के मामूले में सुधार लाने में मदद की है।

स्वच्छ भारत अभियान के कई महत्वपूर्ण इस प्रकार हैं:

  • सार्वजनिक स्वच्छता में सुधार: अभियान के शुरू होते ही सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता में सुधार हुआ है, जैसे कि रेलवे स्थानक, बस डिपो, और अन्य सार्वजनिक स्थल।
  • देश में शौचालय निर्माण : अभियान के तहत देशभर में लाखों शौचालय बनाए गए हैं, जिससे जनमानस को स्वच्छ जीवनस्तर मिला है।
  • स्वच्छता ही सेवा: हर साल 2 अक्टूबर को स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जाता है, जिसमें लोग स्वच्छता के लिए सेवा करने का प्रतिबद्ध रहते हैं।
  • स्वच्छ ग्रामीण भारत: अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता को प्रमोट करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जैसे कि ग्रामीण शौचालय निर्माण योजना।
  • स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत: इस अभियान ने भारत को स्वस्थ भारत के रूप में प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध होता है।
  • जन-जागरूकता: स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई है और समुदाय के सदस्यों को इसके लिए सजग बनाया है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: अभियान के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम चलाया जाता है जिसके तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य लोगों में व्यवहार परिवर्तन लाना और स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों को प्रेरित करना, लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना और सभी क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को मजबूत करना है। यह भारत में स्वच्छता बनाए रखने के लिए निवेश करने में रुचि रखने वाले सभी निजी क्षेत्रों के लिए उपयोगकर्ता के अनुकूल वातावरण बनाने में मदद करता है। रिपोर्ट्स और सर्वे के मुताबिक, इस अभियान का असर लगभग सभी हिस्सों में दिखने लगा है और सभी क्षेत्रों के लोगों की सक्रिय भागीदारी है।

स्वच्छ भारत अभियान के बारे में 10 लाइन्स इस प्रकार हैंः

  • स्वच्छ भारत अभियान भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ बनाना और सफाई के अच्छे प्रथाओं को प्रमोट करना है।
  • यह अभियान लोगों के बीच स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
  • इसके तहत, नागरिकों से अपने आस-पास की स्वच्छता बनाए रखने का आग्रह किया जाता है।
  • इस अभियान के तहत शौचालय निर्माण और सफाई अभियान जैसे कई पहल हैं।
  • स्वच्छ भारत अभियान ने सार्वजनिक स्वच्छता में दृश्यमान सुधार किया है।
  • यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण को बढ़ावा दिया है।
  • अभियान में स्वच्छता निरीक्षण शामिल है, जिसका उद्देश्य स्वच्छता मानकों का पालन सुनिश्चित करना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ और स्वच्छ भारत की ओर एक कदम बढ़ा रहा है।
  • यह अभियान सड़कों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना डालने में सफल रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन के लिए कोट्स यहां दिए जा रहे हैं जो आपको स्वच्छता का महत्व बताएंगेः

“स्वच्छता ने ही स्वास्थ्य को मिलाने की कुंजी है।” – महात्मा गांधी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छ भारत ही समृद्ध भारत हो सकता है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है, और यह नागरिकों की दायित्व है।” – एपीजे अब्दुल कलाम 
“स्वच्छता से जुड़ी शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत अभियान एक सपना नहीं, एक प्रतिबद्धता है।” – नरेंद्र मोदी

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

“स्वच्छता का पालन करना न सिर्फ हमारी देशभक्ति है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छता का मतलब है, हमारे आस-पास की सब कुछ सुखद और शुद्ध हो।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छता एक अच्छे जीवन का पहला कदम है।” – महात्मा गांधी
“स्वच्छ भारत की ओर हमारा कदम बढ़ाएं, क्योंकि यह हमारी जिम्मेदारी है।” – नरेंद्र मोदी
“स्वच्छ भारत अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक समाज की पहल भी है।” – एपीजे अब्दुल कलाम

यह भी पढ़ें: शिक्षक दिवस पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) से जुड़े कुछ तथ्य यहां दिए गए हैं:

  • अभियान की शुरुआत: “स्वच्छ भारत अभियान” का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को किया गया था, महात्मा गांधी की जयंती के दिन।
  • मुख्य उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है, साथ ही स्वच्छता की महत्वपूर्णता के प्रति जागरूकता फैलाना है।
  • शौचालय निर्माण: इस अभियान के तहत लाखों शौचालय निर्मित किए गए हैं, जिससे सार्वजनिक जगहों पर शौच मुक्ति मिली है।
  • स्वच्छता सर्वेक्षण: स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत स्वच्छता के प्रति लोगों के समुदायों की जांच की जाती है और स्वच्छता मानकों का पालन मापता जाता है।
  • स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत: इस अभियान ने स्वस्थ भारत को स्वच्छ भारत के साथ जोड़कर प्रमोट किया है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य में गहरा संबंध होता है।
  • स्वच्छ भारत अभियान का संदेश: “स्वच्छता ही सेवा” और “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” जैसे संदेशों के माध्यम से इस अभियान का प्रचार किया जाता है।

संबंधित ब्लाॅग्स 

स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण, पेयजल सार्वभौमिक स्वच्छता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने हेतु भारत के प्रधान मंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन का आरंभ किया था।

भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की नई दिल्ली, राजपथ पर शुरूआत करते हुए कहा था कि “एक स्वच्छ भारत के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं।” 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन देश भर में व्यापक तौर पर राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखने के लिए आपको इसे बारे मे आवश्यक जानकारी प्राप्त करनी होगी। उसके बाद सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को मिलाकर निबंध लिखें। निबंध को एक ठोस संरचना दें, जैसे कि प्रस्तावना, मुख्य भाग, और निष्कर्षण। साफ, सुविधाजनक भाषा का प्रयोग करें और संयुक्ताक्षरों या विचारों को स्पष्टत: रूप से व्यक्त करें। अपने निबंध को समर्थन के लिए उपयुक्त स्रोतों से समर्थित करें। अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करें, लेकिन दूसरों के खिलाफ वाद-विवाद से बचें। अपने निबंध को लिखने के बाद, इसे पुनः पढ़ें और सुधारें।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी. यह महत्वाकांक्षी योजना दरअसल पहले की सरकार के केंद्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम (1986-1999) और संपूर्ण स्वच्छता अभियान (1999) का बदला हुआ रूप है. संपूर्ण स्वच्छता अभियान का नाम 2012 में बदल कर निर्मल भारत अभियान कर दिया गया था। 

उम्मीद है कि आपको Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। निबंध लेखन के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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By: savita mittal

स्वच्छ भारत : एक कदम स्वच्छता की ओर | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

यह सर्वविदित है कि 2 अक्टूबर भारतवासियों के लिए कितने महत्त्व का दिवस है। इस दिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। इस युग पुरुष ने भारत सहित पूरे विश्व को मानवता की नई राह दिखाई। हमारे देश में प्रत्येक वर्ष गाँधीजी का जन्मदिवस एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है और इसमें कोई सन्देह नहीं है कि उनके प्रति हमारी श्रद्धा प्रतिवर्ष बढ़ती जाती है। वर्ष 2014 में भी 2 अक्टूबर को ससम्मान गाँधीजी को याद किया गया, लेकिन ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत के कारण इस बार यह दिन और भी विशिष्ट रहा।’स्वच्छ भारत अभियान’ एक राष्ट्र स्तरीय अभियान है। 

गाँधीजी की 145वीं जयन्ती के अवसर पर माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अभियान के आरम्भ की घोषणा की। यह अभियान प्रधानमन्त्री जी की महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। 2 अक्टूबर, 2014 को उन्होंने राजपथ पर जनसमूह को सम्बोधित करते हुए सभी राष्ट्रवासियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने की अपील की। साफ़-सफ़ाई के सन्दर्भ में यह अभियान अब तक का सबसे बड़ा स्वच्छता अभियान है, जिसकी प्रशंसा अन्तर्राष्ट्रीय स्तरों पर की गई है, क्योंकि यह अभियान अपने आस-पास की सफाई के साथ व्यक्ति चरित्र की शुद्धि और पवित्रता पर भी बल देता है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

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प्रधानमन्त्री की घोषणा के साथ स्वच्छ भारत अभियान प्रारम्भ

2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गाँधी के स्वच्छता के स्वप्न को साकार करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम गाँधीजी को राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर नई दिल्ली स्थित वाल्मीकि बस्ती में जाकर झाड़ू लगाई। कहा जाता है कि वाल्मीकि बस्ती दिल्ली में गाँधीजी का सबसे प्रिय स्थान था, वे अकसर यहाँ आकर ठहरते थे।इसके बाद, मोदी जी ने जनपथ जाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। 

अपने भाषण के दौरान उन्होंने महात्मा गाँधी और लालबहादूर शास्त्री का जिक्र करते हुए बड़ी ही खूबसूरती से इन दोनों महापुरुषों को इस अभियान से जोड़ दिया, उन्होंने कहा-“गांधीजी ने आजादी से पहले नारा दिया था ‘क्विट इण्डिया क्लीन इण्डिया’ आजादी की लड़ाई में उनका साथ देकर देशवासियों ने क्विट इण्डिया’ के सपने को तो साकार कर दिया, लेकिन अभी उनका ‘क्लीन इण्डिया’ का सपना अधूरा ही है।” इसके लिए उन्होंने 2 अक्टूबर, 2019 तक का लक्ष्य निर्धारित किया।

प्रधानमन्त्री जी ने पाँच साल में देश को साफ-सुथरा बनाने के लिए लोगों को शपथ दिलाई कि न मैं गन्दगी करूंगा और न ही गन्दगी करने दूंगा। अपने अतिरिक्त में सौ अन्य लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करूंगा और उन्हें सफाई की शपथ दिलवाऊंगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति साल में 100 घण्टे का श्रमदान करने की शपथ ले और सप्ताह में कम-से-कम दो घण्टे सफाई के लिए निकाले। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री ने स्कूलों और गाँवों में शौचालय निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस प्रकार से अनेक उद्देश्यों को इसमें शामिल किया गया।

स्वच्छ भारत के उद्देश्य

  • स्वच्छ भारत के लिए स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए प्रमुख उद्देश्यों को चिह्नित किया गया है ।
  • स्वच्छता साफ-सफाई तथा खुले में शौच के अन्मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्य गुणवत्ता को बढ़ावा देना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देकर 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करना।
  • जागरूकता लाकर तथा स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से समुदायों को प्रेरित करना। 
  • ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पूर्ण स्वच्छता हेतु वैज्ञानिक ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ प्रबन्धन पर बस देते हुए स्वच्छता को प्रोत्साहित करना। 
  • जेण्डर पर सकारात्मक प्रभाव डालना तथा समाज से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना।

स्वच्छता हेतु कार्यनीतियाँ

स्वच्छता को बढ़ावा देने हेतु व्यवहारगत परिवर्तन पर बल दिया गया। संस्थागत क्षमता को बढ़ावा दिया गया। इसके अन्तर्गत ‘क्लीन इंण्डिया’ नाम से एक नई बेबसाइट की शुरुआत की गई और फेसबुक जैसी प्रसिद्ध सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम से भी लोगों को इससे जोड़ा गया। ट्विटर पर भी Mycleanindin के नाम से एक हैण्डल का शुभारम्भ किया गया। 

प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमन्त्री जी ने सभी से अपील की कि लोग पहले गन्दगी वाली जगह के फोटो नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड करें और फिर उस स्थान को साफ करके उसकी वीडियो तथा फोटो भी अपलोड करें। इस अभियान में प्रधानमन्त्री जी ने मशहूर हस्तियों को भी शामिल किया, उन्होंने इसके लिए, नौ लोगों को नॉमिनेट किया। इतना ही नहीं समाचार-पत्रों, विज्ञापनों ने इसे बढ़ाया दिया है, जो वर्तमान में जारी है। इसके लिए अन्तःकरण की स्वच्छता पर भी बल दिया गया।

यह सत्य है कि चरित्र की शुद्धि और पवित्रता बहुत आवश्यक है, लेकिन बाहर की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है। यदि हमारे आस-पास का परिवेश ही स्वच्छ नहीं होगा, तो मन भला किस प्रकार शुद्ध रह सकेगा? अस्वच्छ परिवेश का प्रतिकूल प्रभाव हमारे मन पर भी पड़ता है। जिस प्रकार एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, उसी प्रकार एक स्वस्थ और शुद्ध व्यक्तित्व का विकास भी स्वच्छ और पवित्र परिवेश में ही सम्भव है।

अतः अन्तःकरण की शुद्धि का मार्ग बाहरी जगत की शुद्धि और स्वच्छता से होकर ही गुजरता है। साफ-सफाई के अभाव से हमारे आध्यात्मिक लक्ष्य तो प्रभावित होते ही हैं, साथ ही हमारी आर्थिक प्रगति भी बाधित होती है। अपने भाषण में प्रधानमन्त्री जी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक आकलन का संकेत देते हुए कहा है कि गन्दगी के कारण औसत इसमें शामिल न किया जाए, तो यह आंकड़ा 12 से 15 हजार तक पहुँच सकता है। इस प्रकार, देखा जाए तो हम स्वच्छ रूप से प्रत्येक भारतीय को प्रतिवर्ष लगभग 6,500 का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है। 

स्वच्छ भारत की उपलब्धियाँ 

स्वच्छता की ओर बढ़ते हुए भारत को 2 अक्टूबर, 2019 को खुले में शौच १ मुक्त किया गया। प्रधानमन्त्री ने किं देशभर में 60 करोड़ से अधिक लोगों को खुले में शौच मुक्त कराया गया है। साथ ही जनभागीदारी के महत्व पर वा देते हुए जल जीवन मिशन तथा वर्ष 2022 तक प्लास्टिक के प्रयोग की समाप्ति का सामूहिक प्रयास का आदान दिया गया। इस प्रकार स्वच्छ भारत का लक्ष्य समय से पूरा किया गया। इसके अन्तर्गत 11 करोड नए शौचालय का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं देश के अनेक राज्य ‘खुले में शौच मुक्त’ भी घोषित कर दिए हैं, जैसे- सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, केरल, उत्तराखण्ड एवं हरियाणा आदि। 

इतना ही नहीं स्वच्छता को बनाए रखने हेतु स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण की घोषणा फरवरी, 2010 में की गई है। इसके अन्तर्गत वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक की अवधि के लिए ₹ 1,40,581 करोड़ रपय लक्ष्य है। वहीं ग्रामीण स्वच्छता को बनाए रखने हेतु 10 वर्षीय ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 की घोषणा भी की गई है, जिसके अन्तर्गत कई प्रावधान शामिल किए गए हैं, जो इस प्रकार है,

 देश के ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबन्धन पर ध्यान केन्द्रित करने तथा उसे अधिक समय बनाने के लिए यह रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति के अन्तर्गत सभी घरों में शौचालय को प्राथमिकता प्रदान की गई है। शौचालय निर्माण सम्बन्धी सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर बल दिया गया है। इसमें खुले में शौच मुक्त (ODF) से आगे की योजनाओं के लिए रूपरेखा तैयार करने पर बल दिया गया है। इसे | ODF नाम दिया गया है। ODF + के अन्तर्गत भी अनेक मानदण्ड रखे गए हैं। ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-20 में विकास के भागीदारी, राज्य सरकारों, सिविल सोसायटी तथा अन्य सहयोगी समूहों को साथ लेने को महत्त्व दिया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध/Swachh Bharat Abhiyan par nibandh/Essay on swachh bharat abhiyan video

निष्कर्ष 

इस प्रकार, स्वच्छता समान रूप से हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। हर समय कोई सरकारी संस्था या बाहरी बल हमारे पीछे नहीं लगा रह सकता। हमें अपनी आदतों में सुधार करना होगा और स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा • बनाना होगा, हालांकि आदतों में बदलाव करना आसान नहीं होगा, लेकिन यह इतना कठिन भी नहीं है। प्रधानमन्त्री ने ठीक ही कहा है कि यदि हम कम-से-कम खर्च में अपनी पहली ही कोशिश में मंगल ग्रह पर पहुँच गए तो हम स्वच्छ भारत को भी क्यों नहीं बनाए रख सकते हैं। 

इसके लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए स्वच्छता से स्वच्छ तन, स्वच्छ मन, स्वच्छ खाद्य, स्वच्छ विचार व स्वच्छ पर्यावरण को भी बना सकते हैं। सहयोगात्मक रूप में व्यवहार में बदलाव लाकर ग्रामीण स्वच्छता रणनीति 2019-29 को पूरा करना आवश्यक है, तभी ग्रामीणों में स्वास्थ्य सुधार लाकर गाँवों के देश भारत को स्वच्छ रखा जा सकेगा।

reference Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

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मेरा नाम सविता मित्तल है। मैं एक लेखक (content writer) हूँ। मेैं हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे लिखने के साथ-साथ एक एसईओ (SEO) के पद पर भी काम करती हूँ। मैंने अभी तक कई विषयों पर आर्टिकल लिखे हैं जैसे- स्किन केयर, हेयर केयर, योगा । मुझे लिखना बहुत पसंद हैं।

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केंद्र एव राज्य की सरकारी योजनाओं की जानकारी in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध | Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi:- स्वच्छ भारत अभियान को स्वच्छ भारत मिशन,यह सभी पिछड़े वैधानिक कस्बों को साफ करने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, देश को आगे ले जाने के लिए गलियों, सड़कों की सफाई और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना शामिल है। यह अभिया न 2 अक्टूबर 2014 को राजघाट, नई दिल्ली में महात्मा गांधी की 145 वीं जयंती पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधिकारिक तौर पर शुरू किया गया था। इस लेख में हम आपको स्वच्छ भारत अभियान निबंध प्रस्तुत करेंगे जिसके जरिए आपको इस मिशन की सारी जानकारियां मुहैया कराई जाएगी।स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध , Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi , स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 100 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 300 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 250 शब्दों में,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 150 शब्द,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf download,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 10 लाइन,स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखें।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi 

टाइटलस्वच्छ भारत अभियान निबंध
लेख प्रकारनिबंध
स्वच्छ भारत अभियान शुरुआत2 अक्टूबर 2014
स्वच्छ भारत अभियान कौन सी सरकार पहल हैकेंद्रीय सरकार
स्वच्छ भारत अभियान भारत की कौन सी सीटी में शुरु किया गयादिल्ली
स्वच्छ भारत अभियान किसके द्वारा लॉंच किया गयाप्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी
साल2023
देश का सबसे स्वच्छ शहरइंदौर

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द

मनुष्य की पहचान स्वच्छता से ही होती है। हर मनुष्य अपने शरीर को, कपड़ों को और घर के आसपास के माहौल को साफ सुथरा रखना चाहता है। मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी सफाई का ध्यान रखते हैं। चिड़िया अपने घोसले में बीट नहीं करती है और कुत्ता भी अपने स्थान पर बैठता है, तो वह भी उस जगह को अपनी पूंछ से बुहार लेता है। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी क्लीन इंडिया का सपना देखते थे। उन्हीं के सपने को संदेश रूप में लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर में स्वच्छ भारत अभियान का शुभारम्भ 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर किया था। प्रधानमंत्री ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को गंदगी से मुक्त करने का संदेश दिया गया है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध लिखें

पवित्रता- भारतीय संस्कृति में पवित्रता ही स्वच्छता का पर्याय बताया गया है। धर्म व संस्कृति में लोगों को पवित्रता अपनाने का उपदेश दिया गया है। तन की पवित्रता तो जरूरी है ही इसके साथ ही मन की स्वच्छता का भी हमें खयाल रखना चाहिए। मन में उठ रहे बुरे विचारों को हटाकर उन्हें स्वच्छ बनाना चाहिए। मंदिर-मस्जिदों को पवित्र बनाए रखने का अर्थ उनको अंदर और बाहर की गंदगी से मुक्त करके साफ बनाना है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 100 शब्दों में

  • सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता 

अक्सर देखा जाता है कि भारत में सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के प्रति उपेक्षा देखी जाती है। इसकी एक वजह तो लोगों की निर्धनता है और कुछ लोगों का अज्ञान है। कई लोग घर का कूड़ा बाहर रोड पर फेक देते हैं। हमारे मन में यही सोच रहती है कि यह काम तो नगरनिगम या पालिका का है। विदेशों में स्वच्छता – स्वच्छता प्रेम के संबंध में विदेशी हमसे आगे हैं। वे अपने नगर और शहरों को गंदा नहीं करते हैं। कूड़े को कूड़ेदान में ही फेकते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf

  • राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान 

हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत को स्वच्छ रखने का जिम्मा उठाया है। उन्होंने अपने हाथों से झाड़ू पकड़कर सार्वजनिक जगहों की सफाई करके स्वच्छता अभियान की शुरुआत की । इस अभियान को जनता के जीवन में उतारने की जरूरत होती है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह सिर्फ अखबारों में छपने वाली खबर ही रह जाएगी। हमारे देश में पहले भी कई महान पुरुषों ने अपने आचरण से स्वच्छा के उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। महात्मा गांधी स्वयं अपने आश्रम की सफाई करते थे। प्रसिध्द कहानीकार मुंशी प्रेमचंद्र भी घर की सफाई करते थे। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 300 शब्द

  • स्वच्छता की प्रेरणा 
  • राष्ट्रीय स्वच्छता का अभियान लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाया गया है। किसी काम की प्रेरणा दो प्रकार से दी जाती है, एक पुरस्कार देकर और दूसरी अवहेलना के लिए दंड देकर। भारत का जनसंख्या नियंत्रण अभियान भी पुरस्कार पर आधारित होने की वजह से सफल नहीं हो सका है। स्वच्छता अभियान को अधिक सफलता मिलना संदिग्ध है। इन दोनों आंदोलनों की सफलता के लिए उन्हें दंड की व्यवस्था से जोड़ना भी जरूरी है। सड़क पर कूड़ा फेकने, गंदा करने, थूकने, मल-मूत्र आदि पर दंड का प्रावधान करना जरूरी है। स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक भी करना चाहिए। उनको समझाया जाना चाहिए कि उनको स्वास्थ्य का स्वच्छता से गहरा संबंध है। स्वच्छता को बढ़ावा देने वालों का सम्मान किया जाना चाहिए।  

स्वच्छ अभियान का उद्देश्य हमारे देश में शहरों के आसपास की कच्ची बस्तियों में, गांवों में आज भी कई पुरुष-महिलाओं को घर के बाहर शौंच के लिए जाना पड़ता है। आज भी कई लोगों के घर पर शौचालय नहीं बनी है, जबकि पीए ने हर घर शौचालय के लिए एक योजना भई चलाई थी। इसके अलावा स्कूलों में भी पेयजल और शौचालयों की कमी है। इससे खुले में शौच करने से गंदगी बढ़ती है तथा पेयजल के साथ ही वातावरण भी गंदा होता है। गंदगी की वजह से लोगों की सेहत खराब होती है और कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ता है। वर्तमान में देश को लगभग ग्यारह करोड़ शौचालयों की आवश्यकता है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 250 शब्दों में

  • स्वच्छ भारत अभियान रैंकिंग 

 स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार शहरों को रैंकिंग प्रदान करती है। इसके लिए सरकार ने कुछ नियम भी निर्धारित किए हैं। जैसे – सूखा कचड़ा अलग और गीले कचड़े को अलग कूड़ेदान में डालना, दोनों तरह के कचरे का निष्पादन भी अलग करना । इस प्रतियोगिता में जो शहर सबसे साफ सुथरा होता है, उसे नंबर वन की पोजीशन पर रखा जाता है। नंबर वन की रेस हर शहर की लगी रहती है। जो यह स्थान पा लेता है, उस शहर की वाहवाही और सम्मान तो होता ही है, साथ ही उचित राशि इनाम के तौर पर भी दी जाती है। मध्यप्रदेश का इंदौर शहर लगातार चौथी साल साफ-सफाई में नंबर वन की पोजीशन पर बना हुआ है। अब देखना होगा कि पांचवी बार कौन यह बाजी मारता है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में

  • स्वच्छता अभियान एप 

 स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक स्वच्छता ऐप जारी किया गया है। इस ऐप को आप प्ले स्टोर से आसानी से इंस्टॉल करके अपने आस-पास की जगह को स्वच्छ बनाए रखने में सहायता कर सकते हैं। अगर आपको किसी जगह पर गंदगी दिखती है तो इस ऐप के जरिए आप गंदे स्थान की फोटो अधिकारियों के पास भेज सकते हैं। जीपीएस सिस्टम लगे होने से संदर्भ अधिकारियों तक लोकेशन खुद ही पहुंच जाएगा और वे नियत समय में आकर उस जगह की सफाई कर देंगे। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 150 शब्द

  • जागरुकता में वृध्दि 

 स्वच्छ भारत अभियान अपने उद्देश्य में अभी तक पूरी तरह से सफल तो नहीं हुआ है, लेकिन लोगों में सफाई के लिए एक जागरुकता की लहर पैदा जरूर कर दी है। मध्यप्रदेश का इंदौर शहर इस मामले में काफी आगे निकल गया है। इंदौर लगातार चौथी साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना हुआ है। 2014 से इस अभियान की शुरुआत हुई और 2019 तक पूरे भारत को स्वच्छ बनाना था, लेकिन अभी भी काफी प्रयास की जरूरत है। सिर्फ सरकारी प्रयास से यह काम मुमकिन नहीं, बल्कि इसके लिए लोगों की तरफ से पहल करना जरूरी है। हर वर्ग को सफाई के इस अभियान में साथ आना होगा, तभी यह कारगार सिध्द होगा। इस अभियान की सराहना पूरे विश्व भर में हुई है, इससे भारत का सर भी गर्व से ऊंचा हुआ है। 

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf download

इस अभियान से सबसे बड़ा फायदा स्वास्थ्य के क्षेत्रों में होगा। लोगों को बीमारियों से मुक्ति मिलेगी, दवाइयों पर फालतू का खर्च नहीं करना पड़ेगा। देश की छवि पूरी दुनिया में उभरेगी, प्रदूषण एकदम घट जाएगा और पेयजल भी शुध्द होगा।

FAQ’s Swachh Bharat Abhiyan Essay

Q. स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई .

Ans. 2 अक्टूबर 2014 से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत हुई।

Q. स्वच्छ भारत अभियान से क्या होगग ? 

Ans. भारत स्वच्छ और देशवासी स्वस्थ्य होंगे।

Q.  स्वच्छ भारत अभियान कब तक चलेगा ? 

Ans. वैसे तो इसका लक्ष्य 2019 तक रखा गया था, लेकिन यह एक सतत प्रक्रिया है।

Q.  स्वच्छ शहर का पता कैसे चलता है ?

Ans. इसका पता अधिकारी शहर की गुणवत्ता के आधार पर पॉइंट जारी करता है, फिर रैंकिंग जारी की जाती है।

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध  – Essay in Hindi

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi – In this article, we will talk about a topic that has significance for our society and the country, as well as our personal life. We will discuss Swachh Bharat Abhiyan today. The article is not only important for examinations but also for our health. We hope that this article will give you all the important information related to Swachh Bharat Abhiyan, which will have a positive effect on your health as well as your health. Topics like swachh Bharat swachh Vidyalaya mission, swachh Bharat, and Mahatma Gandhi, aims of swachh Bharat Abhiyan and the need for it has been discussed in detail for the convenience of the student.

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध in 100, 150, 200, 250 और 350 Words
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान का परिचय

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत, स्वच्छ भारत से जुड़ा महात्मा गाँधी जी का सपना.

  • स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
  • स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता

देश के स्वच्छ न होने के कारण

  • देश को स्वच्छ रखने के उपाय
  • स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय

स्वच्छ भारत अभियान के लिए चुने गए प्रभावी व्यक्ति

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान, स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in English | Full Guide

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध – इस लेख में हम एक ऐसे विषय के बारे में बताएँगे जिसका हमारे समाज और देश के लिए तो महत्त्व है ही, साथ ही साथ हमारे निजी जीवन में भी बहुत अधिक महत्त्व रखता है। हम आज स्वच्छ भारत अभियान पर चर्चा करेंगे। यह लेख जितना परीक्षा के माध्यम से महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण इसकी जानकारी हमारे स्वास्थ्य के लिए भी है। हम आशा करते हैं कि इस लेख से आपको स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी, जो आपकी परीक्षा के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी।

प्रस्तावना (Introduction)

भारत देश किसी जमाने में सोने की चिड़िया कहा जाता था,अपने वैभव और संस्कृति के लिए जाना जाता था। लेकिन समय के बदलाव के चलते हमारे देश पर कई बाहरी ताकतों ने राज किया, जिससे हमारी देश की हालत खराब हो गई। हमारे देश में स्वच्छता पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है। आपने देखा होगा कि हमारे देश का कोई भी बड़ा राज्य हो या शहर हो या फिर गांव हो या फिर कोई गली या मोहल्ला हो – वहां पर भी आपको कूड़ा करकट मिलेगा।

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हमारे देश के विकास में बाधा पहुंचाने वाली समस्याओं में एक मुख्य कारण गंदगी है क्योंकि इसके कारण लोग हमारे देश में आना पसंद नहीं करते हैं और जिससे हमारे देश को इतनी ख्याति नहीं मिलती है। हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो, इसके लिए कई महापुरुषों ने सपने देखे थे और उन्हें साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए। आज भी हमारे देश के कुछ ही घरों में शौचालय की सुविधा है, गाँवो में तो लोग आज भी शौच करने बाहर ही जाते हैं, जिसके कारण गाँवो में गंदगी फैल जाती है और शहरों की बात करें तो शहरों में शौचालय तो है लेकिन वहां पर अन्य गंदगी बहुत ज्यादा है, जैसे कि फैक्ट्रियों का अपशिष्ट कूड़ा-करकट, गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जो सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है कि हमारे देश की सड़कें दिखाई ही नहीं देती, सिर्फ और सिर्फ कूड़ा-करकट दिखाई देता है।

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हमारे देश को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने एक नई योजना निकाली है, जिसका नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ रखा गया है। इस अभियान के तहत सभी देशवासियों को इसमें शामिल होने के लिए कहा गया है।

यह अभियान आधिकारिक रूप से 1999 से चला रहा है पहले इसका नाम ग्रामीण स्वच्छता अभियान था, लेकिन 1 अप्रैल 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस योजना में बदलाव करते हुए इस योजना का नाम निर्मल भारत अभियान रख दिया और बाद में सरकार ने इसका पुनर्गठन करते हुए इसका नाम पूर्ण स्वच्छता अभियान कर दिया था। स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस को मंजूरी मिल गई।

स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गाँधी जी की 145 वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को किया। उन्होंने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा। साफ-सफाई के संदर्भ में यह सबसे बड़ा अभियान है। क्योंकि गाँधी जी का सपना था कि हमारा देश भी विदेशों की तरह पूर्ण स्वस्थ और निर्मल दिखाई दे। इस बात को मध्य नजर रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने उन्हीं के जन्मदिवस पर इस अभियान की शुरुआत दिल्ली के राजघाट से की थी। देश की सफाई एकमात्र सफाई-कर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है, क्या इस में नागरिकों की कोई भूमिका नहीं है, हमें इस मानसिकता को बदलना होगा।। (……………नरेंद्र मोदी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली कि वाल्मीकि बस्ती में सड़कों पर झाड़ू लगाई थी। जिससे देश के लोगों में यह जागरुकता आए कि अगर हमारे देश का प्रधानमंत्री देश को स्वच्छ करने के लिए सड़क पर झाड़ू लगा सकता है, तो हमें भी अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए अपने आसपास सफाई रखनी होगी।

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महात्मा गाँधी जी ने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था। अपने सपने के संदर्भ में गाँधी जी ने कहा था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी ज्यादा जरूरी है क्योंकि स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। महात्मा गाँधी जी अपने समय में देश की गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे इसीलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत से प्रयास किये लेकिन वो उसमें सफल न हो सके। लेकिन दुर्भाग्य तो यह है कि भारत आजादी के 72 साल बाद भी इन दोनों लक्ष्यों से काफी पीछे है। अगर आँकड़ो की बात करें तो अब भी सभी लोगों के घरों में शौचालय नहीं है, इसीलिए भारत सरकार पूरी गंभीरता से बापू की इस सोच को हकीकत का रुप देने के लिये देश के सभी लोगों को स्वच्छ भारत मिशन से जोड़ने का प्रयास कर रही है, जिससे विश्व भर में ये सफल हो सके। इस मिशन को अपने प्रारंभ की तिथि से बापू की 150वीं पूण्यतिथि (2 अक्दूबर 2019) तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस अभियान को सफल बनाने के लिये सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वो अपने आसपास और दूसरी जगहों पर साल में सिर्फ 100 घंटे सफाई के लिये दें।

स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य (Points Wise)

स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है।

(1) इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि देश का कोना-कोना साफ सुथरा हो। (2) लोगों को बाहर खुले में शौच करने से रोका जाए। जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है. (3) भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए। शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो। (4) हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए। (5) लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमें 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे। (6) लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।

(7) शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना। (8) 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गाँवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे। (9) ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना। (10) सड़के, फुटपाथ और बस्तियां साफ रखना। (11) साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।

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स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता (Points Wise)

अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं – (1) हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है। (2) हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है। (3) हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो। (4) इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है। (5) इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है। (6) ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है। (7) नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना। (8) ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।

(9) पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना। (10) भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना। (11) ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना। (12) स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को निरंतर साफ-सफाई के प्रति जागरुक करना।

इस गंदगी और कूड़े-करकट के जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं, क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं। जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है। यह गंदगी और कूड़ा-करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे है। जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं, इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।

हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही हैं क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। आप और हम कहीं भी कूड़ा करकट फेंक देते हैं और उसका दोष हम दूसरों को देते हैं। हमारे देश के स्वच्छ और साफ सुथरा नहीं होने के और भी कई कारण हैं जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं –   1. शिक्षा का अभाव – हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत पिछड़ा हुआ है। अगर लोग शिक्षित नहीं होंगे तो उन्हें पता ही नहीं होगा कि वे अनजाने में अपने आसपास के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं, और वातावरण के प्रदूषित होने के कारण उनको क्या नुकसान हो रहा है। लोगों में स्वच्छ और साफ सुथरे भारत के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार बहुत जरूरी है। 2. खराब मानसिकता – कुछ लोग ये मानते हैं कि हमारे थोड़ा सा कचरा फैलाने से देश गंदा थोड़ी ना होगा। इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग हर जगह कचरा फैलाते रहते हैं जिसके कारण वह थोड़ा-थोड़ा कचरा बहुत ही ज्यादा बन जाता है।   3. घरों में शौचालयो का नहीं होना – आपने देखा होगा कि अक्सर गांव में घरों में शौचालय नहीं होते हैं, जिसके कारण लोग शौच करने के लिए या तो खेतों में जाते हैं या फिर रेल की पटरियों के पास जाकर शौच करते हैं, जिसके कारण हर तरफ गंदगी का माहौल पैदा हो जाता है।   4. अत्यधिक जनसंख्या – हमारा भारत देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर आता है, अगर इसी प्रकार से जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाले वर्षों में जनसंख्या के मामले में पहला नंबर हमारे देश का ही होगा। अधिक जनसंख्या होने के कारण कचरा और गंदगी भी अधिक होती है। गंदगी अधिक होने के कारण इस गंदगी को साफ करने के लिए हमारे देश के आर्थिक विकास में लगने वाली पूंजी गंदगी की सफाई में ही लग जाती है।

5 सार्वजनिक शौचालय का अभाव – हमारे देश में सार्वजनिक शौचालयों का अभाव हर जगह पाया जाता है, जिसके कारण लोग कहीं भी सड़क के किनारे या कोई कोना देखकर शौच कर लेते हैं जिससे बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है।

6. कचरे की सही निस्तारण का अभाव – हमारे देश में कचरा बहुत बड़ी समस्या है, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत प्रति दिन 1,00,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न करता है। इतनी बड़ी संख्या में कचरा निकलने के बावजूद भी इसके निस्तारण के सही उपाय नहीं किए गए हैं। 7. उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ – हमारे देश में छोटे बड़े मिलाकर बहुत सारे उद्योग धंधे हैं, जिनसे अलग-अलग प्रकार का बहुत बड़ी मात्रा में अपशिष्ट पदार्थ निकलता है, जिसे साधारण शब्दों में हम गंदगी का भंडार कर सकते हैं। इन उद्योग-धंधों को चलाने वाले लोग इस अपशिष्ट पदार्थ को पास ही बह रहे नदी नालों में बहा देते हैं, जिससे कि पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो जाता है।

देश को स्वच्छ रखने के उपाय (Points)

हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है। (1) हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे। (2) हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे। (3) लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी। (4) हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा। (5) शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा। (6) लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा। (7) लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।

(8) हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा। (9) हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके। (10) हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है। (11) हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।

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स्वच्छ भारत अभियान में शामिल मंत्रालय (Points)

(1) शहरी विकास मंत्रालय (2) राज्य सरकार (3) ग्रामीण विकास मंत्रालय (4) गैर सरकारी संगठन (5) पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय (6) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम व निगम

इस प्रकार स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ कर ये सभी मंत्रालय अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सभी मंत्रालय अपने-अपने स्तर पर स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए प्रयासरत हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए कुछ प्रभावी व्यक्तियों को चुना था। जिनका काम अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करना है। उन लोगों के नाम इस प्रकार हैं- (1) सचिन तेंडुलकर (क्रिकेटर) (2) महेन्द्र सिंह धोनी (क्रिकेटर) (3) विराट कोहली (क्रिकेटर) (4) बाबा रामदेव (5) सलमान खान (अभिनेता) (6) शशि थरूर (संसद के सदस्य)

(7) तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम (8) मृदुला सिन्हा (लेखिका) (9) कमल हसन (अभिनेता) (10) अनिल अंबानी (उद्योगपति) (11) प्रियंका चोपड़ा (अभिनेत्री) (12) ईआर दिलकेश्वर कुमार

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स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हमारे भारत के शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए एक अलग से रणनीति बनाई गई है। (1) शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य हर नगर में ठोस कचरा प्रबंधन सहित लगभग सभी 1.04 करोड़ घरों को 2.6 लाख सार्वजनिक शौचालय, 2.5 लाख सामुदायिक शौचालय उपलब्ध कराना है। (2) इस अभियान के तहत जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाना संभव नहीं है वहां पर सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे। (3) शहरों के प्रमुख स्थान जैसे कि सार्वजनिक अस्पताल, बस स्टैंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सरकारी कार्यालयों आदि के पास सार्वजनिक शौचालय बनाए जाएंगे। (4) इस अभियान को सफल बनाने के लिए 62,009 करोड़ रुपयों का बजट बनाया गया है, जिसमें से 14,623 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा इस अभियान में लगाए जाएंगे। (5) हमारे देश में ठोस अपशिष्ट पदार्थ का कचरा बहुत ज्यादा उत्पन्न होता है उसके स्थाई समाधान के लिए 7,366 करोड़ लगाए जाएंगे।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहरी क्षेत्रों में यह कार्य किए जाएंगे (i) शहरी क्षेत्रों में खुले शौच की रोकथाम। (ii) गंदगी से भरे शौचालयों को स्वचालित फ्लश शौचालय में बदलना। (iii) ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना। (iv) लोगों में जितना हो सके स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाई जाए। (v) फैक्ट्रियों के अपशिष्ट कूड़े-करकट पर नियंत्रण के उपाय करना। (vi) गंदे नाले और घरेलू अपशिष्ट जो सड़कों पर इतनी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, उस पर नियंत्रण के उपाय करना।

आपने देखा होगा कि जितनी तेजी से हमारे शहरों का विकास हुआ है, ग्रामीण क्षेत्र उतना ही पिछड़ा हुआ है हालांकि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुख सुविधा पूर्ण बनाने के लिए बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उन योजनाओं का पूरा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को नहीं मिला है। इसलिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों को भी शामिल किया है। (1) ग्रामीण इलाकों में कचरे के प्रबंधन के लिए ग्रामीण लोगों को कचरे से खाद कैसे बनाई जाए इसके बारे में बताया जाएगा और इस कचरे से बनी खाद के क्या लाभ हैं यह भी बताया जाएगा ताकि लोग अपने खेतों में इस तरह की खाद का उपयोग करें। (2) इस अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालय निर्मित करने की योजना है। (3) इस अभियान को गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए स्कूल के शिक्षको, स्कूली छात्र छात्राओं और पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत को भी इस से जोड़ा जाएगा ताकि जल्द से जल्द लोगों में स्वच्छता के प्रति चेतना उत्पन्न हो। (4) इस अभियान के तहत है ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रत्येक घर पर 10000 रुपए आवंटित किए गए थे। लेकिन इन सालों में महंगाई बढ़ने के कारण यह राशि 10000 से बढ़ाकर 12000 रुपए कर दी गई है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में यह कार्य किए जाएंगे- (i) ग्रामीण इलाकों को खुला शौच मुक्त करना। (ii) ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण करवाना। (iii) कूड़े-करकट और कचरे को उपयोगी बनाकर उसे खाद का निर्माण करना। (iv) गंदे पानी के निकास के लिए नालियां बनवाना। (v) ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर कचरा पात्र का निर्माण करवाना। (vi) लोगों में स्वच्छता के प्रति चेतना जगाना।

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मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान 25 सितंबर, 2014 से 31 अक्टूबर 2014 के बीच केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संगठन में आयोजित किया गया था। इस अभियान के अंतर्गत शिक्षकों और विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में साफ सफाई रखनी थी। इसके अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की गई जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं – (1) स्कूल कक्षाओं के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर विशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं के संबंध में बात करें। (2) कक्षा, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना। (3) स्कूल में स्थापित किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के बारे में बात करना और इस मूर्तियों की सफाई करना। (4) शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना। (5) रसोई और सामान ग्रह की सफाई करना। (6) खेल के मैदान की सफाई करना। (7) स्कूल के बगीचों का रख-रखाव और सफाई करना। (8) स्कूल भवनों का वार्षिक रख-रखाव रंगाई एवं पुताई के साथ। (9) निबंध, वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन। (10) बाल मंत्रिमंडलों का निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना। (11) स्कूलों के हर एक कक्षा में कचरा पात्र रखवाना। (12) स्वच्छता के प्रति चेतना के लिए वाद विवाद एवं नाटकों की प्रतियोगिता करना।

(13) चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन करना जिसमें स्वच्छता से संबंधित चित्रों का चित्रण करना। (14) स्कूलों में हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाना। (15) सभी बच्चों को बताया गया कि खाना खाने से पहले हाथ धोना और खाना खाने के बाद भी हाथ धोना चाहिए। (16) सभी बच्चों की साफ-सुथरी वेशभूषा रखने के लिए प्रेरित करना।

उपसंहार (conclusion)

जो परिवर्तन आप दुनिया में देखना चाहते हैं, वह सबसे पहले अपने आप में लागू करें। (……………..महात्मा गाँधी।)

महात्मा गाँधी द्वारा कहे गए यह कथन जोकि स्वच्छता पर ही आधारित है। उनके अनुसार स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होने चाहिए। इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं। स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है बल्कि हमारा मन भी साफ़ रहता है।

हमारे भारत में – जहां स्वच्छता होती है, वहां पर ईश्वर निवास करते हैं, इस प्रथा को माना जाता है, इसलिए हमें भी स्वच्छता को अपनाना चाहिए। इसकी शुरुआत हमें और आपको मिलकर करनी होगी। जिससे कि हमारा पूरा देश साफ सुथरा हो जाए। स्वच्छ भारत अभियान भारत को स्वच्छ करने के लिए एक कड़ी का काम कर रहा है। लोग इसके उद्देश्य से उत्साहित होकर स्वच्छता के प्रति सचेत हो रहे हैं। यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है। स्वच्छ भारत अभियान में आप भी भागीदार बनें। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक बनाएँ। इसी को मध्य रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सरकारी भवनों की सफाई और स्वच्छता को ध्यान में रखकर तंबाकू, गुटका, पान आदि उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसकी जरूरत उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश में आवश्यक है। जिससे स्वच्छ रहे भारत स्वस्थ रहे हम। स्वच्छ भारत अभियान से हमारा आने वाला कल बहुत ही सुंदर एवं अकल्पनीय होगा। अगर आप और हम मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्य को पूरा करने में लग जाए तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा पूरा देश, विदेशों की तरह पूरी तरह से साफ सुथरा दिखाई देगा। एक स्वस्थ्य देश और स्वस्थ्य समाज को जरुरत है कि उसके नागरिक स्वस्थ्य रहें तथा हर व्यवसाय में स्वच्छ हो। और इस नेक काम के लिए हम सब को मिल कर आगे आना होगा और साथ-साथ काम कर के इस मिशन को पूरा करना होगा।

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Essay On Swachh Bharat Abhiyan In Hindi For Class 5,6,7 And 8

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

भूमिका :  स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा देश की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में शुरू किया गया है। स्वच्छ भारत का सपना महात्मा गाँधी जी ने देखा था। अपने सपने के सन्दर्भ में गाँधी ने कहा कि स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है और स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है।

To Read In Full Details :   Swachh Bharat Abhiyan Essay In Hindi

स्वच्छता अभियान :  स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित की गयी है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत 4041 सांविधिक नगरों के सडक , पैदल मार्ग और अन्य कई स्थान आते हैं। यह एक बहुत ही बड़ा आन्दोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूरी तरह से स्वच्छ बनाना है।

स्वच्छता अभियान की आवश्यकता :  इस उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में स्वच्छता अभियान की कार्यवाई लगातार चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिए भारत के लोगों में इसका एहसास होना बहुत ही जरूरी है।बहुत जरूरी है। इसमें काम करने वाले लोगों के द्वारा स्थानीय स्तर पर कचरे के निष्पादन का नियंत्रण करना और खाका तैयार करने में मदद करना जरूरी है।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान :  स्वच्छ भारत अभियान केन्द्रिय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाया गया है और इसका उद्देश्य स्कूलों में भी स्वच्छता लाना है। इस अभियान के तहत 25 सितम्बर 2014 से 31 अक्टूबर 2014 तक केन्द्रिय विद्यालय और नवोदय विद्यालय संगठन जहाँ कई सारे स्वच्छता क्रियाकलाप आयोजित किये गये हैं जैसे विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा, इससे संबंधित महात्मा गाँधी की शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य विज्ञान के विषय पर चर्चा, स्वच्छता क्रियाकलाप आदि।

स्वच्छ भारत अभियान पर नारे :

स्वच्छ भारत अभियान के लिए बहुत से नारों का प्रयोग किया जाता है।

  • जागो युवा जागो स्वच्छ भारत हैं तुम्हारा अधिकार, लेकिन उठाओ पहले कर्तव्य का भार।
  • सीमा पर लड़ना ही नहीं है देशभक्ति का नाम, स्वच्छ बने देश करो ऐसा काम।
  • कदम से कदम मिलाओ स्वच्छता की तरफ हाथ बढाओ।
  • क्या दोगे आने वाले को ? पूर्वजों से तुम्हे स्वतंत्र आसमान मिला न करो कोई बड़ा वादा बस दो स्वच्छ आसमा की छाया।
  • युवा शक्ति है सब पे भारी , उठाओ झाड़ू गंदगी बाहर करो सारी।
  • स्वच्छता ही है देश का सौन्दर्य , जिसे लाना है हमारा कर्तव्य।
  • एक कदम स्वच्छता की ओर।
  • एक नया सवेरा लायेंगे , पूरे भारत को स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे।
  • देश भी साफ हो , जिसमे सबका साथ हो।
  • अब सबकी बस एक ही पुकार , स्वच्छ भारत हो यार।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi: स्टूडेंट्स के लिए

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Reported by Saloni Uniyal

Published on 15 August 2024

आज इस लेख में हम आपको Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi (स्टूडेंट्स के लिए) से सम्बंधित प्रत्येक जानकारी देने जा रहें हैं अतः इच्छुक छात्र इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। स्वच्छता हमारे जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, स्वच्छता ना केवल हमारे घर एवं आस-पड़ोस तक ही आवश्यक नहीं है बल्कि यह देश एवं राष्ट्र के लिए भी जरूरी है। सरकार द्वारा Swachh Bharat Abhiyan देश में स्वच्छता को बढ़ावा प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ रखना हैं। हमें अपने साथ अधिक से अधिक नागरिकों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करना है जिससे कि हम एक स्वच्छ भारत का निर्माण कर सके। इसके साथ ही हमें पेड़-पौधे भी लगाने हैं ताकि साफ़-सफाई के साथ देश का पर्यावरण भी स्वच्छ हो सके जिससे हमारा स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहे।

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य देश भर में स्वच्छता और साफ-सफाई को बढ़ावा देना है। यह अभियान 2 अक्तूबर 2014 को, महात्मा गांधी की जयंती पर शुरू हुआ था। इसका मुख्य लक्ष्य खुले में शौच मुक्त भारत बनाना, सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों का निर्माण करना, और ठोस कचरा प्रबंधन में सुधार करना है।

इस अभियान के तहत, लाखों शौचालय बनाए गए हैं, और बहुत से शहरों और गांवों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न सामाजिक अभियान भी चलाए गए हैं।स्वच्छ भारत अभियान की सफलता का अंदाजा इससे लगता है कि यह न केवल भारतीय समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ा रहा है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य में भी योगदान दे रहा है। इस पहल ने लोगों को स्वच्छता के प्रति जिम्मेदार बनाया है और एक स्वच्छ वातावरण की ओर अग्रसर किया है।

Swachh Bharat Abhiyan क्यों बनाया गया?

आपको बता दे स्वच्छ भारत मिशन को देश के पीएम नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2 अक्तूबर 2014 को महात्मा गाँधी जी की 145 वीं जयंती पर शुरू किया गया था इसकी शुरुआत उनके समाधि स्थल राज घाट से की गई थी। इस उद्देश्य का मुख्य लक्ष्य 2019 था ताकि गाँधी जी की 150 जयंती पर देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ करके गाँधी जी के स्वच्छ भारत सपने को पूरा किया जा सके। इस अभियान को क्लीन इण्डिया मिशन भी कहा जाता है। इस अभियान के जरिये देश के प्रत्येक राज्य में स्वच्छ अभियान शुरू करके पिछड़े इलाकों को साफ-सुथरा करना है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस अभियान में शामिल करके जागरूक करना है। सरकार द्वारा कई कैंपेन शुरू किए गए है एवं देश के नागरिकों को अपना योगदान करने के लिए सहयोग प्रदान किया गया है। मिशन को शुरू करते हुए सर्वप्रथम प्रधानमंत्री जी ने स्वयं सड़क साफ़ करके इसकी शुरुआत की थी। क्लीन इंडिया देश के हर एक शहर एवं गांव में शुरू की गई है।

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स्वच्छ भारत निर्माण (महात्मा गाँधी)

भारत के महान व्यक्ति महात्मा गाँधी जी का सपना था कि वे देश को स्वच्छ बना सके। स्वतंत्रता प्राप्ति में लड़ते हुए गाँधी जी ने कहा था कि स्वतंत्रता हमारे लिए बहुत जरूरी है परन्तु देश का स्वच्छ होना हमारे लिए और जरूरी है। क्योंकि जब देश स्वच्छ रहेगा तो हमारा स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहेगा जिससे कि हम अपने देश को आजादी दिला सकते हैं। गाँधी जी ने स्वयं देश में फैलती गंदगी को देखा था जिसे वे सुधारना चाहते थे लेकिन वे अपने इस स्वप्न को पूरा करने में असमर्थ रहे। लेकिन दुख की बात तो यह है कि आजादी के वर्ष से लेकर अभी तक हमारा देश सम्पूर्ण रूप से स्वच्छ नहीं हो पाया है। देश के कई घरों में अभी भी शौचालय नहीं है इसलिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि देश में कोई भी घर शौचालय से वंचित ना रह पाए। सरकार ने जनता से अपील की है कि आप अपना कुछ समय निकाल कर अपने आस-पास साफ-सफाई कर सके।

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स्वच्छ भारत अभियान क्यों हैं जरुरी?

देश को प्रदूषण मुक्त करने के लिए स्वच्छता होनी बहुत जरूरी है। इसके लिए लोगों को पहले जागरूक करना होगा ताकि वे स्वच्छता में अपना अधिक से अधिक योगदान दे सके। और यह सब कार्य स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से हो सकते हैं

Swachh Bharat Abhiyan की उपलब्धियां

Swachh Bharat Abhiyan से प्राप्त उपलब्धियां कुछ इस प्रकार हैं-

  • इस मिशन से सबसे अधिक सुधार सार्वजनिक स्थलों पर हुआ था। सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ किया गया जैसे- बस डिपो, रेलवे स्टेशन, सड़क तथा अन्य सार्वजनिक स्थल आदि में स्वच्छता सुधार पर बल दिया गया था।
  • इस मिशन के तहत स्वच्छ भारत के साथ-साथ स्वस्थ भारत को भी प्रोत्साहन दिया गया जिससे कि लोग साफ-सफाई करके स्वस्थ रहें।
  • स्वच्छता को लेकर नागरिकों के समुदायों में परीक्षण भी किया इसके लिए स्वच्छता सर्वेक्षण किए गए।
  • देश में लाखों शौचालयों का निर्माण किया गया ताकि कोई बाहर शौच ना जाए। सब के घर में अपने-अपने शौचालय हो।
  • प्रत्येक वर्ष 2 अक्तूबर को स्वच्छता ही सेवा मिशन यह सबका कार्य है चलाया जाता है।
  • देश में लोगों को स्वच्छता के प्रति जन जागरूक किया गया इसके लिए अनको समुदायों का निर्माण किया गया।
  • देश में पर्यावरण की शुद्धता को बढ़ावा दिया गया जिससे कि हमारे पास स्थित हवा, भूमि एवं मिट्टी स्वच्छ हो सके।

भारत में स्वच्छता ना होने के कारण

देश का अभी तक स्वच्छ ना होने का सबसे बड़ा कारण मनुष्य ही है क्योंकि मनुष्य ही भूमि पर सबसे अधिक गन्दगी फैलता है। अकसर हम कहीं पर भी कूड़ा कचरा फैला देते हैं और अपनी गलती को छुपाते हैं। यही सबसे बड़ा कारण है जब तक हम अपने पास साफ-सुथरा नहीं रखेंगे तब तक देश भी स्वच्छ नहीं होगा। देश का साफ सुथरा ना होने के कई कारण हो सकते हैं जो निम्न प्रकार से हैं-

अधिक जनसंख्या

देश में दिन प्रतिदिन बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण भारत की आबादी में अत्यधिक वृद्धि हुई है जिस कारण विश्व जनसंख्या में भारत का स्थान दूसरे नंबर पर आ गया है। और कुछ ही सालों में देश का स्थान पहले नंबर पर ही आ जाएगा। देश की जनसंख्या जितनी अधिक होगी देश में उतनी ही गन्दगी फैलेगी जिससे कि हमारे चारों तरफ पर्यावरण दूषित हो जाएगा एवं अनेक बीमारियां होगी जिससे कि जीव-जंतु एवं मनुष्य की जाति पर खतरा होगा।

उचित शिक्षा का अभाव

देश को यदि स्वच्छ रखना है तो इसके लिए शिक्षा के स्तर में बढ़ावा करना होगा। बच्चों को बचपन से ही सफाई के विषय में पढ़ाना शुरू करना है ताकि वे स्वच्छता के विषय के बारे में समझ सके। जो लोग शिक्षित नहीं हैं उन्हें प्रदूषण को लेकर कोई चिंता नहीं होती है कि इससे हमारा स्वास्थ्य कितना खराब हो सकता है। इसलिए जनमानस को भी विषय पर जागरूक करना अतिआवश्यक है।

कचरे को फेकने के लिए उचित व्यवस्था का अभाव

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देश में प्रति दिन अत्यधिक मात्रा में लोगों के घर से कूड़ा-करकट निकलता है जिसे लोग कही पर भी फेंक के आ जाते हैं जिससे की भूमि प्रदूषण अधिक होता है। अभी भी इसके निपटारे के लिए उचित व्यवस्था लागू नहीं हुई है।

सार्वजनिक शौचालयों की कमी

देश में अभी भी कई जगहों में सार्वजनिक शौचालयों की कमी है जिस कारण लोग सड़कों पर ही शौच कर लेते हैं जिससे कि पर्यावरण में गन्दगी एवं बीमारियां फैल रही हैं।

कई लोग ये सोचते हैं कि हमारे थोड़े से कचरे से बाहर गन्दगी थोड़ी होगी। अगर ऐसे सभी लोग करेंगे तो वह थोड़ा सा कूड़ा पर्यावरण में बीमारियों एवं प्रदूषण का कारण हो जाएगा।

घर में शौचालय न होना

देश में कई ऐसे शहर एवं गांव है जहां अभी भी शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है जिस कारण लोग बाहर खेतों एवं रेलवे पटरियों पर शौच करने जाते हैं जिससे कि वातावरण दूषित हो रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध से जुड़े प्रश्न/उत्तर

स्वच्छ भारत अभियान क्या है.

देश में स्वच्छता को बढ़ावा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया गया है, जिसके तहत देश में साफ-सफाई अभियान शुरू किया जाता है।

देश को स्वच्छ कैसे बनाए?

देश को स्वच्छ बनाने के लिए हम सबको आपस में मिलकर स्वच्छ भारत अभियान को शुरू करना है जिसके तहत स्वच्छता अभियान शुरू किये जाएंगे।

स्वच्छ भारत अभियान का क्या लाभ है?

सरकार द्वारा देश में स्वच्छ भारत अभियान शुरू करके साफ-सफाई के कार्य में अधिक जोर दिया जाएगा। देश में जब स्वच्छता होगी तो देश का पर्यावरण स्वच्छ होगा और लोग स्वस्थ रहेंगे।

स्वच्छता किस जगह होनी चाहिए?

हमारे आस-पास चारों ओर स्वच्छता का होना अतिआवश्यक है जिससे कि हमारा स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहेगा।

स्कूल में स्वच्छ भारत अभियान कैसे मनाया जाता है?

स्वच्छता अभियान पूरे देश में चलाया जाता है जिसमें स्कूल एवं कॉलेजों के बच्चों से स्कूल की सफाई कराई जाती है।

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी को हमने इस लेख में आपको साझा कर लिया है यदि आपको लेख से जुड़ी और जानकारी या कोई प्रश्न पूछना है तो आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न पूछ सकते हैं हम कोशिश करेंगे कि आपको आपके प्रश्नों का उत्तर जल्द दें पाएं। इसी तरह के अन्य लेखों की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी साइट hindi.nvshq.org से ऐसे ही जुड़े रह सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो और इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त करने में आपको सहायता मिली हो धन्यवाद।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay

500+ words swachh bharat abhiyan essay.

Swachh Bharat Abhiyan is one of the most significant and popular missions to have taken place in India. Swachh Bharat Abhiyan translates to Clean India Mission. This drive was formulated to cover all the cities and towns of India to make them clean . This campaign was administered by the Indian government and was introduced by the Prime Minister, Narendra Modi. It was launched on 2nd October in order to honor Mahatma Gandhi’s vision of a Clean India. The cleanliness campaign of Swachh Bharat Abhiyan was run on a national level and encompassed all the towns, rural and urban. It served as a great initiative in making people aware of the importance of cleanliness.

Swachh Bharat Abhiyan essay

Source- ZeeBiz

Objectives of Swachh Bharat Mission

Swachh Bharat Abhiyan set a lot of objectives to achieve so that India could become cleaner and better. In addition, it not only appealed the sweepers and workers but all the citizens of the country. This helped in making the message reach wider. It aims to build sanitary facilities for all households. One of the most common problems in rural areas is that of open defecation. Swachh Bharat Abhiyan aims to eliminate that.

Moreover, the Indian government intends to offer all the citizens with hand pumps, proper drainage system , bathing facility and more. This will promote cleanliness amongst citizens.

Similarly, they also wanted to make people aware of health and education through awareness programs. After that, a major objective was to teach citizens to dispose of waste mindfully.

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Why India Needs Swachh Bharat Abhiyan?

India is in dire need of a cleanliness drive like Swachh Bharat Abhiyan to eradicate dirtiness. It is important for the overall development of citizens in terms of health and well-being. As the majority of the population of India lives in rural areas, it is a big problem.

Generally, in these areas, people do not have proper toilet facilities. They go out in the fields or roads to excrete. This practice creates a lot of hygiene problems for citizens. Therefore, this Clean India mission can be of great help in enhancing the living conditions of these people.

essay on swachh bharat abhiyan meaning in hindi

In other words, Swachh Bharat Abhiyan will help in proper waste management as well. When we will dispose of waste properly and recycle waste, it will develop the country. As its main focus is one rural area, the quality of life of the rural citizens will be enhanced through it.

Most importantly, it enhances the public health through its objectives. India is one of the dirtiest countries in the world, and this mission can change the scenario. Therefore, India needs a cleanliness drive like Swachh Bharat Abhiyan to achieve this.

In short, Swachh Bharat Abhiyan is a great start to make India cleaner and greener. If all the citizens could come together and participate in this drive, India will soon flourish. Moreover, when the hygienic conditions of India will improve, all of us will benefit equally. India will have more tourists visiting it every year and will create a happy and clean environment for the citizens.

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Swachh Bharat Abhiyan Essay

Latest Update about Swachh Bharat Abhiyan – The Finance Ministry announced in February 2021 that Swachh Bharat Mission (Urban) 2.0 will be launched under the “Health and Wellbeing” vertical. The SBM-U phase-II will have a new component of wastewater treatment, including faecal sludge management in all Urban Local Bodies (ULBs) with less than 1 lakh population.

The Swachh Bharat Abhiyan Essay given below will be helpful for IAS Exam aspirants.

What is Swachh Bharat Abhiyan?

Swachh Bharat Abhiyan is one of the most popular and significant missions in the History of India. This campaign was introduced by the Prime Minister, Narendra Modi, and was launched on 2nd October 2014 to honour Mahatma Gandhi’s vision of a Clean country.

Note: Prime Minister of India Narendra Modi received the award of “Global Goalkeeper” from the Gates Foundation for the initiative of Swachh Bharat Abhiyan on September 25, 2019, in New York.

Initially, this Swachh Bharat Abhiyan campaign was run on a national level in all the towns, rural and urban areas.

This essay on Swachh Bharat Abhiyan gives relevant details on the Swachh Bharat Abhiyan campaign and would be helpful for candidates for various exams like bank exams and government exams .

which are to be read for the UPSC preparation. Check links below to learn about some similar government missions/schemes:

Do you know about the campaigns under Swachh Bharat Mission?  These are:

  • ‘Plastic se Raksha’
  • ‘Swachhta Pakhwada’
  • ‘Swachhta Shramdaan’
  • ‘Swachhta hee Seva’

Swachh Bharat Mission (Urban) 2.0

The government in the Union Budget 2021 allocated Rs 1,41,678 crores for the Swachh Bharat Mission (U) 2.0. The components of SBM-Urban 2.0 are:

  • New component – Wastewater treatment, including faecal sludge management in all ULBs with less than 1 lakh population
  • Sustainable sanitation (construction of toilets)
  • Solid Waste Management
  • Information, Education and Communication, and
  • Capacity building

Check the current year Union Budget 2024 .

Achievements expected out of SBM-Urban 2.0:

  • ODF+ certification to all statutory towns.
  • ODF++ certification to all statutory towns with less than 1 lakh population.
  • Water+ certification to half of all the statutory towns with less than 1 lakh population.
  • Rating of at least 3-star Garbage Free to all statutory towns as per Ministry of Housing and Urban Affairs (MoHUA’s) Star Rating Protocol for Garbage Free cities.
  • Bio-remediation of all legacy dumpsites.

Swachh Bharat Abhiyan Objective

The major objective of the Swachh Bharat Abhiyan is to spread the awareness of cleanliness and the importance of it.

The concept of Swachh Bharat Abhiyan is to provide basic sanitation facilities like toilets, solid and liquid waste disposal systems, village cleanliness, and safe and adequate drinking water supply to every person.

You may also read about Swachh Survekshan  in the linked article.

Swachh Bharat Abhiyan Action Plan

The action plan for the Swachh Bharat Abhiyan is laid by the Ministry of Drinking Water and Sanitation. The vision is to triple the facility of sanitation by 2019. The major change to be implemented is in the Making of an Open Defecation Free(ODF) India.

Action Plan Highlights:

  • Improve the growth percentage of toilets from 3% to 10% by 2019
  • Increase in the construction of toilets from 14000 to 48000 daily
  • Launch of a National Level/State Level Media campaign through audio-visual, mobile telephony, and local programmes to communicate the message of awareness.
  • Involvement of school children in the activities for spreading awareness on Water, Sanitation, and Hygiene.

Swachh Bharat Mission (Urban) 1.0

  • Coming to Swachh Bharat Mission (Urban), it is under the Ministry of Urban Development and is commissioned to give sanitation and household toilet facilities in all 4041 statutory towns with a combined population of 377 million.
  • The estimated cost is Rs 62,009 crore over five years with the centre’s share of assistance being Rs 14,623 crore.
  • The Mission hopes to cover 1.04 crore households, give 2.5 lakh community toilet seats, 2.6 lakh public toilet seats
  • It also proposes to establish solid waste management facilities in every town.

At the core of this mission lie six components:

  • Individual household toilets;
  • Community toilets;
  • Public toilets;
  • Municipal Solid Waste Management;
  • Information and Education Communication (IEC) and Public Awareness;
  • Capacity Building
  • The Urban Clean India mission seeks to eradicate open defecation; convert insanitary toilets to flush toilets; eradicate manual scavenging, and facilitate solid waste management.
  • The mission emphasizes on ushering in a behavioral change among people, for healthy sanitation practices, by educating them about the damaging effects of open defecation, the environmental dangers spreading from strewn garbage, and so on.
  • To achieve these objectives, urban local bodies are being brought in and fortified to design, implement and operate systems to promote a facilitating environment for the participation of the private sector in terms of both capital and operations expenditure.

Aspirant can check previous years’ UPSC question papers at the linked article.

Swachh Bharat Mission (Rural)

  • The Rural mission, known as Swachh Bharat Gramin, aims to make Village Panchayats open defecation free by October 2, 2019.
  • Removing obstacles and addressing critical issues that affect results is the new thrust of this rural sanitation mission, which aims to provide all rural households with individual latrines; and build cluster and community toilets on public-private partnership mode.
  • Considering the filth and unhygienic conditions in village schools, this programme lays special emphasis on toilets in schools with basic sanitation amenities.
  • Construction of Anganwadi toilets and management of solid and liquid waste in all Village Panchayats is the object of the Clean India mission.

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Ranking of cities

Every year, cities and towns across India are awarded the title of ‘Swachh Cities’ based on their cleanliness and sanitation drive as a part of the Swachh Bharat Abhiyan that was launched in 2014.

  • Indore in Madhya Pradesh is India’s cleanest city and Gonda in Uttar Pradesh the filthiest
  • Out of 10 cleanest cities, 2 are from Madhya Pradesh, Gujarat and Andhra Pradesh each while Karnataka, Tamil Nadu, Delhi and Maharashtra each have one
  • Out of 10 dirtiest cities, Uttar Pradesh has 5 cities, 2 each from Bihar and Punjab and one of Maharashtra
  • 118 out of 500 cities were found to be Open Defecation Free (ODF)
  • 297 cities have 100% door to door collection of garbage
  • 37 lakh citizens showed interest in Swachh Surveksan
  • There are 404 cities where 75% of residential areas were found substantially clean
  • Gujarat has a maximum of 12 cities among the top 50 cleanest, followed by Madhya Pradesh with 11 and Andhra Pradesh with eight

According to the survey among top 50 clean cities:

  • Gujarat has a maximum of 12 cities followed by
  • Madhya Pradesh with 11 and
  • 8 in Andhra Pradesh
  • Telangana and Tamil Nadu account for 4 cities each followed by
  • Maharashtra with 3 cities

Note: The 2021 ranks are yet to be out. It will be released post the complete of Swachh Survekshan 2021 (1st February – 15th February 2021.)

 Swachh Bharat Abhiyan Essay- Conclusion

This essay on Swachh Bharat Abhiyan throws light on some important aspects given below:

  • Sanitation needs to be seen as a life cycle issue and hence providing sanitation facilities at work, education and other public spaces are important.
  • This requires investing in the right place at the right time and in the most appropriate manner. Time is running out and the Mahatma’s 150th birth anniversary is not far away.
  • The SBM should not become yet another government scheme that makes the right noises initially only to die a quiet death once the spotlight moves away.
  • SBM is definitely with great goals and objectives, the issues associated with finance, implementation & awareness needs to be tackled in the right manner, every citizen of India should involve themselves and inculcate the behavioural changes to the literates and illiterates towards cleanliness respectively.

SBM – Facts for UPSC

  • Under the Swachh Bharat Mission, it has been decided to undertake a special clean-up initiative focused on  100 iconic heritage, spiritual and cultural places  in the country.
  • This initiative aims to make these 100 places  model ‘Swachh Tourist Destinations’ , which will enhance the experience for visitors from India and abroad.
  • Under Phase 1 of this initiative, the following iconic places were selected for an intensive clean up:
  • Vaishno Devi: Jammu and Kashmir
  • Chhatrapati Shivaji Terminus: Maharashtra
  • TajMahal: Uttar Pradesh
  • Tirupati Temple: Andhra Pradesh
  • Golden Temple: Punjab
  • ManikarnikaGhat: Varanasi, Uttar Pradesh
  • Ajmer Sharif Dargah: Rajasthan
  • Meenakshi Temple: Tamil Nadu
  • Kamakhya Temple: Assam
  •  Jagannath Puri: Odisha
  • The lessons and experiences from Phase 1 are integrated into the clean-up campaign for the remaining 90 sites.

Note: Aspirants need not remember these places but should have some familiarity concerning their locations and significance.

Swachh Bharat Abhiyan – UPSC Notes:- Download PDF Here

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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

इस लेख में हमने स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) लिखा है। इस पृष्ठ पर आप भारत मे स्वच्छ भारत क्रांति की शुरुवात एयर इसके महत्व के विषय मे पूरी जानकारी दी है। यह निबंध लगभग 700-800 शब्दों में हमने स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

तो आईये शुरू करते हैं ‘स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध’ …

Table of Contents

प्रस्तावना Introduction

हम स्वच्छता के बारे में लोगों से कहते हुए सुनते हैं की साफ-सफाई हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। स्वच्छता हमारे जीवन की प्रथम प्राथमिकता है। स्वच्छ भारत अभियान के शुरुवात होने के बाद भारत मे लोगों को कई हद तक स्वच्छता का महत्व समझ आया है। भारत मे कई गांव तो अब पूर्ण रूप से स्वच्छ गांव भी माने जाने लगे हैं।

साफ-सफाई या स्वछता का अर्थ और महत्व Meaning of Cleanliness in Hindi

साफ-सफाई का मतलब स्वच्छता से रहने की आदत है। सफाई से रहने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। गंदगी हमारी आसपास के वातावरण एवं जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत रूप से आसपास भी साफ सफाई रखनी चाहिए इससे एक सकारात्मक वातावरण बनता है।

गंदगी वह जड़ है जो कई प्रकार के बीमारियों को जन्म देती है। रोगियों की बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण अस्पतालों में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए हमेशा वहां की साफ-सफाई करनी चाहिए तथा कचरे का प्रबंध नियम अनुसार करना चाहिए।

स्वच्छ भारत अभियान क्या है और कब इसकी शुरुआत हुई? History of Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

महात्मा गांधी जी के सपने से प्रेरित होकर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन प्रारंभ किया। गांधी जी का सपना, स्वच्छ भारत का था जिसके संदर्भ में गांधी जी ने कहा था ‘स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी है’। 

गांधी जी का सपना था की हमारे आसपास का वातावरण साफ सुथरा रहे। सफाई या स्वच्छता भारत के सभी नागरिकों की एक सामाजिक ज़िम्मेदारी बनती है। स्वच्छता से भारत की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यदि हम इस पुण्य कार्य में अपना दो घंटा का समय देते हैं तो भारत को एक पूर्ण स्वच्छ देश की कल्पना साकार होना असंभव नहीं है।

स्वच्छ भारत का अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गली-गली में साफ-सफाई को बढ़ावा देना तथा सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच को बंद करना है।

स्वच्छ भारत मिशन की सफलता हेतु किये गए प्रयास Steps taken under Swachh Bharat Mission

छोटे बच्चे सर्वप्रथम परिवार से स्वच्छता का पाठ सीखते हैं। फिर पाठशाला में जा करके सफाई व स्वास्थ्य के महत्व के बारे में सीखते  हैं। वह गंदगी कूड़े कचरे से होने वाले नुकसान को भी समझते हैं। बच्चे स्वास्थ्य व सफाई के महत्व को जब समझेंगे तो उनमें अच्छे संस्कारों और विचारों का भी जन्म होगा।

इसीलिए हर साल 2 अक्टूबर को देश में विद्यालयों में कार्यक्रम रखे जाते हैं जिसमें बच्चों को साफ सफाई के बारे में बताया जाता है। परिवार की भूमिका यहां पर बहुत ही महत्वपूर्ण है कि वे व्यक्तिगत रूप से साफ-सफाई के बारे मे बच्चों को इसका महत्व समझाएं।

स्वच्छता पर प्राथमिकता हर गांव को देनी होगी। हर गांव में कचरे के प्रबंधन के लिए लोगों को जागरूक करना तथा ज्यादा से ज्यादा शौचालय का निर्माण करना होगा। 

इस कार्य में नगर निगम व पंचायत की विशेष भूमिका है। हम सब की स्वच्छता पर यह कोशिश मानव श्रृंखला बनकर और विस्तार पा सकती है। हम सभी को मिलजुलकर के स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए जिससे यह अभियान सफल हो सके। 

संचार माध्यमों के द्वारा प्रचार व चर्चाओं के द्वारा लोगों को इसकी जानकारी मिलेगी और वे अंततः प्रेरित होंगे। भारत में स्वच्छता का होना बहुत जरूरी है क्योंकि-

  • भारत वासियों को स्वस्थ रखने हेतु 
  • पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाना हेतु
  • नई नई बीमारियों के निवारण हेतु

स्वच्छ भारत अभियान चलाने हेतु भारत सरकार ने इसे तीन भागों में विभाजित कर दिया

  • शहारी क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान।
  • स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान।

शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Urban India

सरकार के अनुसार शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान 5 वर्षों में पूरा किया जायेगा इसमें कुओं का प्रबंध, सामूहिक शौचालय का निर्माण, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण (बस स्टेशनों, सड़कों, बाजारों, रेलवे स्टेशनों आदि सम्मिलित है)।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Rural India

ग्रामीण स्वच्छ भारत अभियान, निर्मल भारत अभियान 1999 का पुनर गठित रूप है। इनका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण को खुले में शौच करने से रोकने की प्रक्रिया है। तथा उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।

स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान Swachh Bharat Abhiyan in Indian Schools

यह अभियान केंद्रीय मानव संसाधन द्वारा चलाया गया है। इसका उद्देश्य स्कूलों में स्वच्छता लाना है।

उपसंहार Conclusion

वर्तमान में लोग इस ओर स्वत: प्रेरित हैं। लोगों को स्वच्छता की ओर इस तरह हाथ बढ़ाना होगा जिससे की कुछ वर्षों बाद हमारा भारत एक पूर्ण रूप से स्वस्थ देश की गिनती में जाना जायेगा। एक कदम स्वच्छता की ओर का यह पवित्र विचार हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। आशा करते हैं आपको यह स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।

1 thought on “स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi”

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Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi-स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi: स्वच्छ भारत अभियान निबंध के साथ, स्वच्छता और स्वास्थ्य की भावना का जश्न मनाएं। हमारे विस्तृत स्वच्छ भारत अभियान निबंध में इस अभियान के लक्ष्यों, प्रमुख पहलों, और इसके भारत के स्वच्छता और स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति के प्रति प्रभाव को जानें। स्वच्छ भारत अभियान और जनसमुदाय के भागीदारी में महत्व के बारे में जानें। इस अभियान के महत्व की खोज करें और जानें कि यह कैसे एक स्वच्छता की जागरूकता पैदा करता है और समुदाय में सहभागिता को प्रोत्साहित करता है। जानें कैसे इस अभियान ने एक स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा दिलाने, व्यक्तियों को सशक्त किया है, और आर्थिक विकास के लिए योगदान किया है। स्वच्छ भारत अभियान और बेहतर भारत के लिए इसके महत्व को जानें। अब हिंदी में पढ़ें!

स्वच्छ भारत अभियान निबंध

Table of contents.

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 3

10 lines on swachh bharat abhiyan essay in hindi.

  • स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण पहल है।
  • इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर हुआ था।
  • इसका मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ करने का प्रमुख उपादान है।
  • इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है ‘शौचालय निर्माण’ जिससे सारे गांव और शहरों में स्वच्छ सौंदर्य को बढ़ावा मिला है।
  • स्वच्छ भारत अभियान में जनता को जागरूक करने का भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
  • इस अभियान के तहत विद्यालयों में स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के तहत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम हो रहा है।
  • इस अभियान के अंतर्गत स्वच्छता के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई जा रही है।
  • स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से हम अपने देश को स्वच्छ, स्वस्थ, और प्रगतिशील बनाने के दिशा में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 4

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 100 words.

स्वच्छ भारत अभियान” 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है। इसके अंतर्गत सड़कों, स्थलों, और जल-संसाधनों को साफ और सुरक्षित बनाने का प्रयास है। इसके तहत हमारी जनता को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें स्वच्छता की ओर प्रोत्साहित किया जाता है। यह अभियान शौचालय निर्माण, शिक्षा से समृद्धि और समुदाय सहयोग को बढ़ावा देने का भी माध्यम है। स्वच्छ भारत अभियान हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 5

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 150 words.

स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल है जो भारत सरकार द्वारा 2014 में शुरू किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छता और हाथ-हाथ मिलकर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत, सड़कों, जल-संसाधनों, और स्थलों को साफ रखने का प्रमुख उद्देश्य है। यह अभियान न केवल स्वच्छता के माध्यम से देश को सुंदर बनाने का प्रयास करता है, बल्कि स्वस्थता को भी बढ़ावा देता है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत, शौचालय निर्माण और गरीब लोगों के लिए स्वच्छता सुविधा प्रदान करने का प्रमुख कार्य है। यह अभियान स्कूलों और महिलाओं के लिए भी स्वच्छता शिक्षा को प्रोत्साहित करता है।

स्वच्छ भारत अभियान ने लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा दिलाने का काम किया है। इससे देशभक्ति और सामाजिक जागरूकता में वृद्धि हुई है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण पहल है जो हम सभी को साफ और स्वस्थ भारत की दिशा में एक साथ कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अंतर्गत समृद्धि, सामाजिक एकता, और स्वच्छ और स्वस्थ भारत का सपना हम सभी के साथ है।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 6

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 200 words.

“स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया महत्वपूर्ण पहल है जो 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किया गया था। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाना है ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।

स्वच्छ भारत अभियान ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में सफाई की जागरूकता फैलाने का काम किया है। इसके तहत सड़कों, बाजारों, स्कूलों, और जल-संसाधनों को साफ और तंदुरुस्त बनाने के लिए अनेक पहल की गई हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत “शौचालय निर्माण” के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।

स्वच्छ भारत अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है जनजागरूकता और जनसहयोग। लोग इसके तहत सफाई अभियानों में भाग लेते हैं और अपने समुदायों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान द्वारा स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा को भी समृद्ध किया जा रहा है, और इससे विद्यालयों में एक स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जो हमारे देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हम सभी के साथ है। इसके माध्यम से हम अपने देश को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।

Swachh bharat abhiyan essay in hindi for class 7

Swachh bharat abhiyan essay in hindi 600 words.

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान, भारत सरकार द्वारा आरंभ की गई एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का उद्देश्य रखती है। इस अभियान का आरंभ 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर हुआ था, और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में स्वच्छता की महत्वपूर्ण भूमिका बढ़ाना और स्वच्छता की ओर लोगों को प्रोत्साहित करना है।

स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य:

  • स्वच्छता सफाई का प्रमुख उद्देश्य: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने का है, ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।
  • शौचालय निर्माण: स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी जाती है, ताकि सड़कों पर शौच मुक्ति मिल सके और लोग स्वच्छता के माध्यम से बीमारियों से बच सकें।
  • जनता की जागरूकता: इस अभियान के अंतर्गत लोगों में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने का काम किया जाता है। जनता को स्वच्छता के माध्यम से शिक्षा और जागरूकता प्रदान की जाती है।
  • समुदाय सहयोग: स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत समुदायों में स्वच्छता सफाई के लिए प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम होता है।
  • शिक्षा को समृद्ध करना: इस अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है, और इससे विद्यालयों में स्वच्छता संस्कृति की बढ़ोतरी हो रही है।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख कदम:

  • सड़कों, बाजारों, और स्थलों की सफाई: इस अभियान के तहत सड़कों, बाजारों, पार्कों, और स्थलों की सफाई का कई प्रमुख उपायों से काम किया गया है।
  • शौचालय निर्माण: शौचालय निर्माण गांवों और शहरों में शौच मुक्ति को प्राथमिकता देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • जनता की भागीदारी: लोगों को स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और वे स्वच्छता सफाई के प्रति जागरूक बनते हैं।
  • शिक्षा में स्वच्छता: स्वच्छ भारत अभियान ने शिक्षा को समृद्ध करने के लिए स्वच्छता को महत्वपूर्ण तरीके से जोड़ा है, और इससे बच्चों में स्वच्छता संस्कृति की खुदाई हो रही है।
  • जन समर्पण: इस अभियान में सभी क्षेत्रों के लोगों का समर्पण है। स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लोग समृद्धि के लिए समर्पित हैं।

स्वच्छ भारत अभियान के प्रमुख लाभ:

  • स्वस्थ भारत: स्वच्छ भारत अभियान ने देश के लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद की है। स्वच्छता सफाई के माध्यम से बीमारियों की संख्या कम हो रही है।
  • स्वच्छता संचालन: यह अभियान स्वच्छता को एक महत्वपूर्ण सोच और आचरण के रूप में प्रमोट करता है, और लोगों को स्वच्छता का महत्व समझाता है।
  • अद्भुत पर्यावरण: स्वच्छ भारत अभियान द्वारा की गई सफाई से हमारे पर्यावरण को भी बेहतर बनाया जा रहा है, और यह स्वच्छ और हरित भारत का सपना पूरा करने के कदमों में एक होता है।
  • जनता का सशक्तिकरण: यह अभियान लोगों को जागरूक और सशक्त बनाता है, और वे स्वच्छता को खुद बढ़ावा देने में सहयोग करते हैं।
  • आर्थिक विकास: स्वच्छता कार्यों में लोगों की भागीदारी से आर्थिक विकास हो रहा है, और यह रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है।

समापन शब्द:

“स्वच्छ भारत अभियान” एक महत्वपूर्ण पहल है जो हमारे देश को स्वच्छ और ह्याज़ी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसके माध्यम से हम सभी को स्वच्छता के महत्व की ओर मोड़ने का मौका मिलता है और हम सभी इस मिशन का हिस्सा बनकर अपने देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में सहयोग कर सकते हैं।

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Swachh Bharat Abhiyan Essay – Clean India Mission Essay

iit-jee, neet, foundation

Table of Contents

Swachh Bharat Abhiyan Essay: The Swachh Bharat Abhiyan was launched by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014. It was an initiative taken to fulfill the dream of Mahatma Gandhi to make India clean and green. The campaign was launched on the 145th birth anniversary of the leader. The mission was to motivate and mobilize the people of India to take up cleanliness as a way of life. The Swachh Bharat Abhiyan was launched keeping in mind the principle of ‘Sabka Saath Sabka Vikas’. The campaign has been successful in creating awareness about cleanliness and sanitation among the people of India. It has also helped in improving the infrastructure for sanitation and solid waste management in the country.

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Long and Short Essay on Swachh Bharat Abhiyan with Headings in English

It is a general topic that students are generally given in their schools to write or say something on Swachh Bharat or Swachh Bharat Abhiyan.

Below are some written essays on Swachh Bharat Abhiyan to make your kids participate in the essay writing competition.

You can select any Swachh Bharat Abhiyan essay given below:

Short Essay on Swachh Bharat Abhiyan

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Swachh Bharat Abhiyan Essay 100 words

Swachh Bharat Abhiyan is also called the Clean India Mission, Clean India drive, or Swachh Bharat Campaign. It is a national-level campaign run by the Indian Government to cover all the backward statutory towns to make them clean. This campaign involves the construction of latrines, promoting sanitation programs in the rural areas, cleaning streets and roads, and changing the country’s infrastructure to lead the country ahead. This campaign was officially launched by Prime Minister Narendra Modi on the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi on 2nd October 2014 at Rajghat, New Delhi.

Swachh Bharat Abhiyan Essay 150 words

‘Swachh Bharat Abhiyan’ or ‘Clean India Mission is an initiative the Government of India led to make India a clean India. This campaign was launched officially by the Government of India on the 145th birth anniversary of the great person Mahatma Gandhi on 2nd October 2014. It was launched at the Rajghat, New Delhi (the cremation ground of Mahatma Gandhi). Through this campaign, the Government of India has aimed to make India a clean India by 2nd October 2019 (which means the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi).

It is a politics-free campaign inspired by patriotism. It is launched as a responsibility of every Indian citizen to make this country a Swachh country. This campaign has initiated people globally towards cleanliness. Teachers and students of schools are joining this ‘Clean India Campaign’ very actively with great fervor and joy. Under this campaign, another cleanliness initiative was started by UP CM Yogi Adityanath in March 2017. He has banned chewing paan, gutka, and other tobacco products in government offices all over UP.

Swachh Bharat Abhiyan Essay 200 words

Swachh Bharat Abhiyan is a campaign launched by Prime Minister Narendra Modi as a nationwide cleanliness campaign. It is implemented to fulfill the vision and Mission of clean India one day. It was launched especially on the birth anniversary of Mahatma Gandhi as he always dreamed and was keen to make this country a clean one. He had tried to clean India during his time by motivating people through his campaigns and slogans; however, it was only partially successful because of the limited involvement of the people of India.

But after so many years, Swachh Bharat Mission was again started by the Government of India to make the dream of a clean India come true till the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi. It was started in 2014 on 2nd October on the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi. It is a big challenge for all the citizens of India. It is only possible if everyone in India understands this campaign and their responsibility and tries to join hands to make it a successful mission.

Many famous Indian personalities promote Mission to spread this Mission as an awareness program throughout the country. To ensure cleanliness, UP CM, Yogi Adityanath, has banned chewing of paan, gutka, and other tobacco products in the government offices across the state since March 2017. Article on Swachh Bharat Abhiyan

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Swachh Bharat Abhiyan Essay 250 words

Swachh Bharat Mission or Swachh Bharat Abhiyan is a campaign run by the Government of India as a massive mass movement to initiate the theme of cleanliness throughout India. This campaign was launched in seeking a way to create a ‘Clean India’ target by 2019, 2nd October, the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi.

Importance of this Initiative

The father of the nation, Mahatma Gandhi, had always dreamed of making India a clean India and always put his hard efforts toward cleanliness in India. This is why Swachh Bharat Abhiyan was launched on 2nd October (the birthday of Mahatma Gandhi). To complete the vision of the father of the nation, the Indian Government has decided to launch this campaign. In March 2017, UP CM Yogi Adityanath also banned chewing paan and gutka from ensuring cleanliness in UP government offices.

The Mission aims to cover all the rural and urban areas to present this country as an ideal country before the world. The Mission has targeted aims like eliminating open defecation, converting unsanitary toilets into pour flush toilets, eradicating manual scavenging, and complete disposal and reuse of solid and liquid wastes.

The Swachh Bharat Abhiyan aims to bring behavioral changes in people and motivate health practices, spread cleanliness awareness among people, and strengthen the cleanliness systems in all areas. It helps create a user-friendly environment for all private sectors interested in investing in India for cleanliness maintenance. This Mission has an interesting theme of inviting nine new people by each person involved in the campaign and continuing this chain until every citizen of India gets involved in this campaign. Environment Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay 300 words

Swachh Bharat Abhiyan is a nationwide cleanliness campaign run by the Government of India and initiated by Prime Minister Narendra Modi on 2nd October 2014, on the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi.

This campaign has been launched to fulfill the aim of cleanliness all over India. The Prime Minister has requested the people of India to involve in the Swachh Bharat Mission and promote others to do the same to lead our country as the best and clean country in the world. This campaign was initiated by Narendra Modi himself by cleaning the road on the way going to launch the campaign.

What is Swachh Bharat Abhiyan

The campaign of Swachh Bharat is the biggest ever cleanliness drive in India, during the launch of which around 3 million government employees and students from schools and colleges participated.

On the day of launch, Prime Minister nominated the names of nine famous personalities of India to initiate the campaign in their areas at their decided dates and promote the campaign to the common public. He also requested all nine personalities to invite nine other people from their end to participate in this event individually and to continue this chain of inviting nine people until the message reaches every Indian citizen.

How it is Observed

People across the nation clean their locality and pledge to keep their surroundings clean and green. Prime Minister requested that every Indian take this campaign as a challenge and try their best to make it a successful campaign ever. The chain of nine people is like a branching of a tree. He requested common people to involve in this event and upload videos or images of cleanliness over the internet via various social media websites like Facebook, Twitter, etc., so that others can also get motivated to do the same in their area. In this way, India can be a clean country.

In the continuation of this Mission, in March 2017, UP CM Yogi Adityanath banned chewing paan, gutka, and other tobacco products to ensure cleanliness in government buildings.

The Swachh Bharat Abhiyan leaves no stones unturned in providing and improving the country’s cleanliness and sanitation facilities. The effect of the Mission has already started showing its result in almost all the parts with the active involvement of people from all walks of life. If the same pace continues in making the country clean and green, then the dream of Mahatma Gandhi will come true on his 150th birth anniversary in 2019.

Pollution Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay 400 words

The father of the nation, Mahatma Gandhi, had once said that “Sanitation is more important than Independence” during his time before the independence of India. He was well aware of the bad and unclean situation of India. He greatly emphasized cleanliness and sanitation to the people of India and their implementation in their daily lives. However, it was not so effective and was unsuccessful because of the incomplete participation of people. After so many years of independence, a most effective clean-up campaign is launched to call people for active participation and complete the cleanliness mission.

Launch of Swachh Bharat Campaign

The Former President of India, Mr. Pranab Mukherjee, said in June 2014, while addressing the Parliament, “For ensuring hygiene, waste management, and sanitation across the nation, a Swachh Bharat Mission will be launched. This will be our tribute to Mahatma Gandhi on his 150th birth anniversary in 2019”. To fulfill the vision of Mahatma Gandhi and make India an ideal country in the world, the Prime Minister of India initiated a campaign called Swachh Bharat Abhiyan on the birth anniversary of Mahatma Gandhi (2nd October 2014). This campaign aims to complete the Mission by 2019, i.e., the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi.

Importance of Swachh Bharat Campaign

Through this campaign, the Government of India solves the sanitation problems by enhancing waste management techniques. The clean India movement is completely associated with the country’s economic strength. The birth date of Mahatma Gandhi is targeted in both the launch and the completion of the Mission.

The basic goals behind launching the Swachh Bharat Mission are to make the country full of sanitation facilities and eliminate all people’s unhealthy practices in daily routines. The first cleanliness drive in India was started on 25th September 2014 and was initiated by Prime Minister Narendra Modi by cleaning up the road.

Benefits of the Swachh Bharat Campaign

The completion of this Mission would indirectly draw the attention of business investors in India, enhance the GDP growth, draw tourists’ attention from all over the world, bring a variety of sources of employment, reduce health costs, reduce the death rate, and reduce lethal disease rate and many more. Clean India would bring more tourists and enhance its economic condition. The Prime Minister of India has requested that every Indian devote 100 hours per year to cleanliness in India, which is sufficient to make this country clean by 2019. Swachh Bharat cess is also started to get some funds for this campaign. Everyone has to pay an extra 0.5% tax (50 paise per 100 rupees) on all the services in India.

UP CM Yogi Adityanath also started a cleanliness drive in 2017 in Uttar Pradesh to ensure cleanliness in the official buildings. He has banned eating paan, gutka, and other tobacco products in government offices.

Swachh Bharat Abhiyan is one of the most important initiatives taken by the Government to make India shine in the world. But what it requires the most is the active participation of every individual irrespective of caste, creed, or religion. If we want our country to be respected and revered in the world, we should devote ourselves to this campaign by contributing to the cause and spreading awareness of the Swachh Bharat Mission. Then only the dream of Mahatma Gandhi could be achieved in a real sense.

Deforestation Essay

Take free test

Long Essay on Swachh Bharat Abhiyan from 500 – 1400 words

Swachh bharat abhiyan essay 500 words.

Swachh Bharat Abhiyan is a Clean India drive and Mission launched as a national campaign by the Indian Government to cover the 4041 statutory towns aiming to maintain the cleanliness of the country’s streets, roads, and infrastructure.

Who Launched this Initiative

Indian Prime Minister Narendra Modi officially launched this Mission on 2nd October (the birth anniversary of Mahatma Gandhi) in 2014 at the Rajghat, New Delhi (cremation ground of Bapu). While launching the event Prime Minister himself cleaned the road. It is the biggest cleanliness drive ever in India, where approximately 3 million government employees, including students from schools and colleges, took part in the cleanliness activities.

On the day of the event launch, PM nominated nine people to participate in the cleanliness drive in their areas. Schools and colleges participated in the event by organizing many cleanliness activities according to their themes. Students of India participated in this event with full zeal and zest.

PM also requested all those nine nominees to nominate another nine people separately to participate in this cleanliness drive. The aim is to continue the chain of nominating nine people by every participating candidate for the Mission until the message reaches every Indian in every corner of the country to make it a national mission.

Objectives of Swachh Bharat Mission

The Mission aims to connect every individual from all walks of life by making the structure of branching of a tree. Swachh Bharat mission aims to construct individual sanitary latrines for household purposes, especially for the people living below the poverty line, convert dry latrines into low-cost sanitary latrines, providing facility of hand pumps, safe and secure bathing facilities, set up sanitary marts, construct drains, proper disposal of solid and liquid wastes, enhancing health and education awareness, providing household and environmental sanitation facilities and many more.

Earlier, many awareness programs (such as the Total Sanitation Campaign, Nirmal Bharat Abhiyan, etc.) about environmental sanitation and personal cleanliness were launched by the Indian Government; however, they were not very effective in making India a clean India.

The major objectives of Swachh Bharat Abhiyan are removing the trend of open defecation, changing insanitary toilets into pour flush toilets, removal of manual scavenging, proper disposal of solid and liquid wastes, bringing behavioral changes among people, enhancing awareness about sanitation, facilitating the participation of private sectors towards cleanliness facilities.

People Nominated for the Swachh Bharat Campaign

The first nine nominated people by the Prime Minister for this campaign were Salman Khan, Anil Ambani, Kamal Hassan, comedian Kapil Sharma, Priyanka Chopra, Baba Ramdev, Sachin Tendulkar, Shashi Tharoor, and a team of ‘Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah’ (a most famous TV series). Indian film actor Aamir Khan was invited to the launch of the Mission. The PM chose various brand ambassadors to initiate and promote the campaign of Swachh Bharat in various fields.

He also nominated some other dignitaries like Akhilesh Yadav, Swami Rambhadracharya, Mohammad Kaif, Manoj Tiwari, Deviprasad Dwivedi, Manu Sharma, Kailash Kher, Raju Srivastava, Suresh Raina, etc. on 8th November in 2014 and Sourav Ganguly, Kiran Bedi, Padmanabha Acharya, Sonal Mansingh, Ramoji Rao, etc. on 25th December in 2014.

Effects of Swachh Bharat Mission

There were many positive results of the campaign. Many other programs like Swachh Bharat Run, Swachh Bharat apps, Real-time monitoring system, Swachh Bharat short film, and Swachh Bharat Nepal – Swasth Bharat Nepal Abhiyan were initiated and implemented to support the purpose of the Mission actively.

To ensure cleanliness in the official buildings of UP, chewing of paan, gutka, and other tobacco products was banned entirely by the Chief Minister of Uttar Pradesh. To continue and make this campaign successful, the Finance Ministry of India has started a program named Swachh Bharat cess, according to which everyone has to pay 0.5% tax on all the services in India (i.e., 50 paise per 100 rupees), which will fund this cleanliness campaign.

‘Swachh Bharat Abhiyan’ or the ‘Clean India Mission’ should not only be the Government or the ministries; it is the responsibility of every citizen residing in the country. Achieving the goal of a clean India will never be possible until and unless we collaborate and join hands to clean our surroundings and stop others from making them dirty.

The participation and involvement of people in this campaign were huge. Also, they started showing positive results in recent times, but the most important thing is the continuation of this process. Let us pledge to continue doing our bit to make our surroundings and environment clean and green and make our country respected in the world.

Global Warming Essay

Swachh Bharat Abhiyan Essay in 1400 words

The Government starts Swachh Bharat Abhiyan to make India an immaculate India. Clean India was a dream seen by Mahatma Gandhi, who once said, “Sanitation is more important than Independence.” During his time, he was well aware of the poor and dirty conditions of the country; that’s why he made various efforts to complete his dream; however, he could not succeed.

As he dreamt of a clean India one day, he said that cleanliness and sanitation are integral parts of healthy and peaceful living. Unfortunately, India is still lagging in cleanliness and sanitation even after 71 years of independence. According to the statistics, it has been seen that a very less percentage of the total population has access to toilets. It is a program run by the Government to seriously work to fulfill the vision of Father of Nation (Bapu) by calling people from all walks of life to make it a successful campaign globally.

This Mission has to be completed by the 150th birth anniversary of Bapu (i.e., 2nd October of 2019) in the next five years (from the launch date). It is urged by the Government to spend at least 100 hours a year on cleanliness in their surrounding areas or other places of India to make it a successful campaign. There are various implementation policies and mechanisms for the program, including three important phases the planning phase, the implementation phase, and the sustainability phase.

Swachh Bharat Abhiyan is a national cleanliness campaign established by the Government of India. This campaign covers 4041 statutory towns to clean India’s roads, streets, and infrastructure. It is a mass movement to create a Clean India by 2019. It is a step ahead of Mahatma Gandhi’s dream of swachh Bharat for a healthy and prosperous life.

This Mission was launched on 2nd October 2014 (the 145th birth anniversary of Bapu) by targeting its completeness in 2019 on the 150th birth anniversary of Bapu. The Mission has been implemented to cover all the rural and urban areas of India under the Ministry of Urban Development and the Ministry of Drinking Water and Sanitation accordingly.

The first cleanliness drive (on 25th September 2014) of this Mission was started by the Indian Prime Minister, Narendra Modi, before its launch. This Mission has targeted solving the sanitation problems and better waste management all over India by creating sanitation facilities for all.

Need for Swachh Bharat Abhiyan

Swachh Bharat’s Mission must run continuously in India until it achieves its goal. India’s people need physical, mental, social, and intellectual well-being. It is to advance the living status in India in real means, which can be started by bringing all over cleanliness. Below I have mentioned some points proving the urgent need for ‘Swachh Bharat Abhiyan’ in India:

  • It is essential to eliminate open defecation in India and make toilets available to everyone.
  • It is needed in India to convert the insanitary toilets into flushing toilets.
  • It is necessary to eradicate the manual scavenging system.
  • It is to implement the proper waste management through the scientific processes, hygienic disposal, reuse, and recycling of the municipal solid wastes.
  • It brings behavioral changes among Indian people regarding maintaining personal hygiene and practicing healthy sanitation.
  • It creates global awareness among the common masses living in rural areas and links it to public health.
  • It supports working bodies to design, execute and operate the waste disposal systems locally.
  • It is to bring private-sector participation to develop sanitary facilities throughout India.
  • It is to make India a clean and green India.
  • Improving the quality of life of people in rural areas is necessary.
  • It is to bring sustainable sanitation practices by motivating communities and Panchayati Raj Institutions through the awareness programs like health education.
  • It is to bring the dream of Bapu come true.

Swachh Bharat Mission in Urban Areas

The Swachh Bharat Mission of urban areas aims to cover almost 1.04 crore households to provide them with 2.6 lakhs of public toilets and 2.5 lakhs community toilets and solid waste management in every town. Community toilets have been planned to be built in the residential areas where the availability of individual household toilets is difficult and public toilets at designated locations including bus stations, tourist places, railway stations, markets, etc.

Cleanliness programs in the urban areas (around 4,401 towns) have been planned to be completed over five years till 2019. The costs of programs are set at Rs. 7,366 crores for solid waste management, Rs. 1,828 crores for public awareness, Rs. 655 crores for community toilets, and Rs. 4,165 crores for individual household toilets, etc.

Programs targeted to remove open defecation, convert unsanitary toilets into flush toilets, eradicating manual scavenging, bring behavioral changes among the public, and solid waste management.

Gramin Swachh Bharat Mission

Gramin Swachh Bharat Mission is a mission implementing cleanliness programs in rural areas. Earlier, the Government of India established the Nirmal Bharat Abhiyan (also called Total Sanitation campaign, TSC) in 1999 to make rural areas clean; however, now it has been restructured into the Swachh Bharat Mission (Gramin).

This campaign aims to free rural areas from open defecation until 2019. The estimated cost is one lakh thirty four thousand crore rupees for constructing approximately 11 crores and 11 lakh toilets in the country. There is a big plan to convert waste into bio-fertilizer and useful energy forms. This Mission involves the participation of gram panchayat, panchayat Samiti and Zila Parishad. Following are the objectives of the Swachh Bharat Mission (Gramin):

  • To improve the quality of life of people living in the rural areas.
  • Motivate people to maintain sanitation in rural areas to complete the vision of Swachh Bharat by 2019.
  • To motivate local working bodies (such as communities, Panchayati Raj Institutions, etc.) to make available the required sustainable sanitation facilities.
  • Develop advanced environmental sanitation systems manageable by the community, especially to focus on solid and liquid waste management in rural areas.
  • To promote ecologically safe and sustainable sanitation in rural areas.

Swachh Bharat-Swachh Vidyalaya Campaign

The Swachh Bharat Swachh Vidyalaya campaign is run by the Union Ministry of Human Resource Development having the objective of cleanliness in the schools. A major program was organized under it from 25th September 2014 to 31st October 2014 in the Kendriya Vidyalayas and Navodaya Vidyalya Sangathan.

Lots of cleanliness activities were held, such as discussions over various cleanliness aspects in the school assembly by the students, teachings of Mahatma Gandhi related to cleanliness, cleanliness and hygiene topics, cleaning activities (in the classrooms, libraries, laboratories, kitchen sheds, stores, playgrounds, gardens, toilets, pantry areas, etc.).

The cleaning of statues in the school area, speech about the contribution of great people, essay writing competitions, debates, art, painting, film, shows, role plays related to hygiene including other many activities on cleanliness and hygiene were also conducted. It was also planned to hold a half an hour cleaning campaign in the schools twice a week involving cleanliness activities by the teachers, students, parents, and community members.

Swachh Bharat Cess

Swachh Bharat cess is an improvement in the service tax by 0.5% on all the services in India. The Finance Ministry started it to collect some funds from every Indian citizen for the Swachh Bharat Abhiyan to make it a huge success. Everyone has to pay extra 50 paise for every 100 rupees spent as service tax for this cleanliness campaign.

Another Cleanliness Initiative in Uttar Pradesh

Yogi Adityanath (Chief Minister of Uttar Pradesh), in March 2017, banned the chewing of paan, paan masala, gutka, and other tobacco products (especially during duty hours) in government offices to ensure cleanliness. He started this initiative after his first visit to the secretariat annex building when he saw betel-juice-stained walls and corners in that building.

We can say Swachh Bharat Abhiyan is a nice welcome step to make India clean and green by 2019. As we all heard about the most famous proverb, “Cleanliness is Next to Godliness, “we can surely say that the Clean India Campaign (Swachh Bharat Abhiyan) will bring godliness all over the country for years if the people of India follow it effectively.

So, the cleanliness activities to warm welcome godliness have been started, but they should not need to be ended if we want godliness in our lives forever. A healthy country and society need its citizens to be healthy and clean in every walk of life.

Cleanliness is next to Godliness Essay

More on Swachh Bharat Abhiyan:

FAQs on Swachh Bharat Abhiyan

How do you write a train journey.

To write about a train journey, vividly describe the sights, sounds, and emotions experienced during the trip. Begin with an engaging introduction, narrate the journey's details, and use descriptive language to engage your readers. Share personal anecdotes or reflections to make your account unique and relatable.

How do you write a journey by train essay?

Crafting a journey by train essay involves structuring your narrative. Start with an introduction, set the scene, and introduce any characters or events. Describe the journey, including scenery and experiences, and reflect on its significance or impact. Conclude by summarizing your thoughts and feelings.

What is a journey by train called?

A journey by train is commonly referred to as a train journey or simply traveling by train. It encompasses the experience of traveling on a train, often involving scenic views, interactions with fellow passengers, and the unique ambiance of train travel.

Is it travel by train or by train?

Both travel by train and by train are grammatically correct. You can use either phrase based on your preference. For example, you can say, I prefer to travel by train or I enjoy the experience of traveling by train.

Why should we travel by train?

Traveling by train offers several advantages. It's an eco-friendly mode of transportation, reducing carbon emissions. Trains are often cost-effective, comfortable, and allow passengers to appreciate scenic routes. Additionally, train travel can be less stressful than other modes, as it avoids issues like traffic congestion.

How was your first train journey?

My first train journey was a memorable experience filled with excitement. Traveling with my family, I marveled at the changing landscapes, relished train food, and enjoyed the camaraderie of fellow passengers. The rhythmic sounds of the train and the anticipation of the destination made it an unforgettable adventure.

Do we say travel by bus?

Yes, you can say travel by bus to describe a journey on a bus. It's a common and straightforward way to express the mode of transportation, indicating that you are using a bus as your means of travel.

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