शिक्षा.
अल्बर्ट आइंस्टीन (1879-1955) की जीवनी || Albert Einstein biography || facts about Albert Einstein || albert einstein inventions || albert einstein brain
पहला सोलो वेंचर, आविष्कार.
टेस्ला कॉइल.
अपनी मुफ्त ऊर्जा परियोजना के बंद होने के बाद एक नर्वस ब्रेकडाउन से पीड़ित होने के बाद, टेस्ला अंततः मुख्य सलाहकार के रूप में काम पर लौट आए। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, उनके विचार और अव्यवहारिक होते गए और समय के साथ वो और सनकी होते चले गए।
टेस्ला पर फिल्में, टेस्ला मोटर्स और इलेक्ट्रिक कार, टेस्ला साइंस सेंटर और वार्डेनक्लिफ़, लेबल:.
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कौन हैं निकोला टेस्ला? निकोला टेस्ला का जीवन परिचय, आविष्कार, निकोला टेस्ला और थॉमस एडीसन(Nikola Tesla Birthday, Nikola Tesla Biography in Hindi, Nikola Tesla Day in hindi, Nikola Tesla Facts and inventions in hindi)
निकोला टेस्ला एक सर्बियाई-अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक विज्ञानी, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और भविष्यवादी थे। निकोला टेस्ला की प्रसिद्धि आधुनिक प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current AC) बिजली आपूर्ति प्रणाली के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान से जुड़ी है। निकोला टेस्ला एक मास्टरमाइंड आविष्कारक थे जिन्होंने कुछ अभूतपूर्व आविष्कारों को आकार दिया। वह एक इंजीनियर थे जिन्हें इतिहास में उनके नवाचारों के लिए लगभग 300 पेटेंट से सम्मानित किया गया था। 10 जुलाई को निकोला टेस्ला का जन्मदिन (जयंती) है। टेस्ला को रोबोटिक्स के जनक के रूप में भी जाना जाता है, यही कारण है कि मानव जाति प्रत्यावर्ती धारा को जानती है। यह भी माना जाता है कि टेस्ला ने कुछ ऐसा आविष्कार किये, जिन्होंने सभी बिजली कंपनियों को में आश्चर्य में डाल दिया, उनके आविष्कार उन्हें समझ ही नहीं आये और वह आविष्कार कभी सामने ही नहीं आये।
विषय–सूची
निकोला टेस्ला का प्रारंभिक जीवन.
निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई, 1856 को यूरोप के क्रोएशिया के स्किमडज में हुआ था, जब क्रोएशिया ऑस्ट्रो- हेटेली साम्राज्य का हिस्सा था।
निकोला टेस्ला रोमन कैथोलिक घर में पैदा हुए थे और वह अपने माता पिता की चौथी संतान थे। उनकी माता ड्यूका एक गृहिणी थी और उनके पिता मिलुटिन टेस्ला चर्च में एक पादरी थे। निकोला टेस्ला का पूरा परिवार 1862 को गोश्पी शहर में स्थानांतरित हो गया था। वहां टेस्ला के पिता ने एक पल्ली पुरोहित के रूप में कार्य किया।
निकोला टेस्ला ने प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई पूरी की और फिर मिडिल स्कूल में चले गए। निकोला टेस्ला ने साल 1870 में हायर रियल जिम्नेशियम में प्रवेश लेने के लिए कार्लोवैक की यात्रा की, जहां जर्मन भाषा सिखाई जाती थी। निकोला टेस्ला ने बाद में लिखा कि उनकी भौतिक के प्रोफेसर ने बिजली के प्रदर्शनों में उनकी रुचि जगाई। भौतिकी विषय के प्रति निकोला टेस्ला का रुझान काफी अधिक था।
निकोला टेस्ला पढ़ने में काफी तेज थे वे इंटीग्रल कैलकुलस के सवालों को चुटकियों में हल कर देते थे। इसके चलते उनके शिक्षकों को कई बार उन पर संदेह भी हुआ करता था कि वह कहीं धोखा तो नहीं दे रहे हैं। उन्होंने अपने 4 साल की पढ़ाई मात्र 3 साल में ही पूरी कर ली थी और उन्होंने साल 1873 को स्नातक की डिग्री प्राप्त कर ली।
अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, वह अपने माता-पिता के पास लौट आये। वहां उन्हें हैजा जैसी गंभीर बीमारी हो गई, जिससे उनकी लगभग मृत्यु हो गई। लगभग नौ महीने तक बिस्तर पर पड़े रहने के बाद, उनका कहना है कि उन्होंने मौत को करीब से देखा।
निकोला टेस्ला के पिता ने बीमारी की स्थिति में अपने बेटे को एक प्रसिद्ध इंजीनियरिंग स्कूल में भेजने की कसम खाई। 1874 में टेस्ला आगे बढ़ने से बचने के लिए दक्षिण-पूर्व में टॉम गेज के साथ शामिल हो गए। इसलिए उसने खुद को एक शिकारी के रूप में प्रच्छन्न किया और पहाड़ों पर घूमता रहा। निकोला टेस्ला ने अक्सर अपने साक्षात्कारों में कहा है कि प्रकृति के साथ संपर्क उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। यहां रहते हुए भी कई तरह के पुस्तकों का अध्ययन करते रहे। मार्क टवेन के कार्यों ने चमत्कारिक ढंग से उन्हें उनकी बीमारी से उबरने में मदद की।
1875 में निकोला टेस्ला ने रॉयल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रवेश लिया। टेस्ला ने यहां अपनी साहित्यिक प्रतिभा का भी प्रदर्शन किया। वह अपने शिक्षकों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। लोग उनकी प्रतिभा से आश्चर्यचकित थे। उन्होंने बिजली पर पास्कल के लम्बे व्याख्यान भी सुने और उन्हें सुनने के बाद वे बिजली की तरफ मंत्र मुक्त हो गए थे।
निकोला टेस्ला 1881 में एक टेलीग्राफ कंपनी, बुडापेस्ट टेलीफोन एक्सचेंज में काम करने के लिए बुडापेस्ट, हंगरी चले गए । यहां टेस्ला को हंगरी के प्रसिद्ध आविष्कारक और टेलीफोन एक्सचेंज के आविष्कारक तिवादर पुस्कस के निर्देशन में काम करना था। वहां पहुंचकर उन्हें पता चला कि टेलीग्राफ कंपनी काम नहीं कर रही है, और इसलिए उन्होंने सेंट्रल टेलीग्राफ में ड्राफ्ट्समैन के रूप में काम किया।
कुछ महीनों बाद बुडापेस्ट में टेलीफोन एक्सचेंज चालू हो गया और टेस्ला को मुख्य इलेक्ट्रीशियन नियुक्त किया गया। अपने कार्यकाल के दौरान, टेस्ला ने सेंट्रल स्टेशन उपकरण में कई सुधार किए और टेलीफोन रिपीटर या एम्पलीफायर में सुधार करने का दावा किया, लेकिन इसका न तो पेटेंट कराया गया और न ही सार्वजनिक रूप से इसका वर्णन किया गया।
उन्होंने विद्युत और यांत्रिक उपकरणों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए न्यूयॉर्क में प्रयोगशालाएँ और कंपनियाँ स्थापित कीं। 1888 में वेस्टिंगहाउस इलेक्ट्रिक द्वारा लाइसेंस प्राप्त उनके अल्टरनेटिंग करंट (AC) इंडक्शन मोटर और संबंधित Polyphase AC patents ने उन्हें बड़ी कमाई कराई और पॉलीफ़ेज़ प्रणाली की आधारशिला बन गए।
टेस्ला ने ऐसे आविष्कारों को पेटेंट और व्यावसायीकरण करने के लिए मैकेनिकल ऑसिलेटर्स/जनरेटर, इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज ट्यूब और प्रारंभिक एक्स-रे इमेजिंग के साथ प्रयोग किया।
निकोला टेस्ला की प्रमुख खोजें (discoveries of nikola tesla in hindi) –.
निकोला टेस्ला के सबसे महान आविष्कारों में से एक उनकी प्रत्यावर्ती धारा (एसी) बिजली प्रणाली थी। टेस्ला से पहले, अधिकांश बिजली डायरेक्ट करंट (डीसी) का उपयोग करके उत्पन्न और प्रसारित की जाती थी, जो थॉमस एडिसन द्वारा आविष्कार की गई तकनीक थी। एसी ने लंबी दूरी तक बिजली संचारित करने के तरीके में क्रांति ला दी है, क्योंकि यह बिजली हानि को कम करके और उच्च वोल्टेज पर बिजली संचरण को सक्षम करके अधिक दक्षता की अनुमति देता है। इसने आज हमारे बिजली उपयोग के तरीके में क्रांति ला दी और सुविधा के आधुनिक युग की शुरुआत की।
व्यापक दावे के बावजूद भी गुग्लिल्मो मार्कोनी ने रेडियो का आविष्कार किया था, वास्तव में यह निकोला टेस्ला थे जिन्होंने पहली बार 1893 में एक कार्यशील संस्करण का प्रदर्शन किया था। टेस्ला ने 1897 में इस आविष्कार का पेटेंट कराया और इसे अपने प्रदर्शन में जनता के सामने पेश किया। उसने रेडियो में लगाई जाने वाली टेस्ला रॉड का भी आविष्कार किया।
हालाँकि इसे बाद में दो विश्व युद्धों के दौरान विकसित किया गया था, लेकिन यह निकोला टेस्ला के कई क्रांतिकारी आविष्कारों में से एक है। उन्होंने एक रेडियो-नियंत्रित नाव का प्रदर्शन किया जो किसी भी दिशा में चल सकती थी। आज यह स्पष्ट लग सकता है, लेकिन 100 साल पहले रिमोट कंट्रोल से किसी वस्तु की गति को नियंत्रित करने का विचार जादू माना जाता था।
उनके शोध और प्रयोगों से एसी मोटर का विकास हुआ, जिसने बाद में बिजली उद्योग में क्रांति ला दी। उनके काम ने आधुनिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और प्रत्यावर्ती धारा के उपयोग की नींव भी रखी। टेस्ला के आविष्कारों और अनुसंधान ने इंडक्शन मोटर्स, पॉलीफेज सिस्टम और एकल-चरण प्रत्यावर्ती धारा मोटर्स को विकसित करने में भी मदद की। ये सभी प्रौद्योगिकियाँ आधुनिक ऊर्जा प्रणाली का अभिन्न अंग बन गई हैं।
निकोला टेस्ला को व्यापक रूप से उस व्यक्ति के रूप में श्रेय दिया जाता है जिसने सबसे पहले वायरलेस संचार की अवधारणा की खोज की और उसे विकसित किया। 1899 में कोलोराडो स्प्रिंग्स में एक प्रयोगशाला का निर्माण करते समय, टेस्ला ने 25 मील की दूरी पर वायरलेस विद्युत संकेतों के प्रसारण का परीक्षण किया। उन्होंने मोर्स कोड संदेशों को प्रसारित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला पहला रेडियो ट्रांसमीटर और रिसीवर भी बनाया।
टेस्ला ने न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड पर एक बड़ा टॉवर भी बनाया, जो वायरलेस ऊर्जा प्रसारित करता था। इसे वार्डेनक्लिफ टावर के नाम से जाना जाता है। जिसको किसी भी चाहने वाले को मुफ्त वायरलेस ऊर्जा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था, जो अपने समय से आगे का विचार था। टेस्ला के शोध ने रेडियो, टेलीविजन, सेल्यूलर फोन और वायरलेस इंटरनेट के उद्भव का मार्ग प्रशस्त किया।
जब निकोला टेस्ला पेरिस पहुंचे, तो उन्होंने एडिसन कंपनी के लिए काम करना शुरू किया। पहले, उन्होंने वहां डीसी विद्युत संयंत्रों को सेवा दी थी। दो साल तक एक ही पद पर काम करने के बाद उसी कंपनी के लिए वह अमेरिका आ गये और हमेशा के लिए वहीं आकर बस गये।
निकोला की पहली मुलाकात एडिसन से 1884 में हुई थी जब वह न्यूयॉर्क के मैनहट्टन इलाके में रह रहे थे जहां वह एक कंपनी के लिए काम कर रहे थे। निकोला उनकी मेहनत से एडीसन को बहुत प्रभावित किया। एक दिन जब निकोला ऑफिस में काम कर रहे थे तो एडिसन उनसे मिलने आए और निकोला ने देखा कि कोई चीज उन्हें परेशान कर रही है, इसलिए उन्होंने एडिसन से समस्या का कारण बताने को कहा। एडिसन ने मजाक में निकोला से कहा, ’’यदि आप डिजाइन में सुधार करेंगे, तो हम आपको $50000 देंगे।’’
उस समय $50,000 एक बड़ी रकम थी, लेकिन आज यह लगभग $25,000,000 है। निकोलस ने सोचा कि यह एक अच्छा अवसर है। इसके लिए उन्होंने डिजाइन में सुधार करना शुरू किया और काम पूरा करने के लिए दिन-रात 19 घंटे काम करना शुरू किया और कुछ ही दिनों में इसे पूरा कर लिया।
लेकिन जब उन्होंने एडिसन से उन्हें भुगतान करने के लिए कहा, तो एडिसन ने कहा, ’टेस्ला, तुम्हें हमारा अमेरिकी मजाक समझ नहीं आया।’ निकोला बहुत निराश हुई और उसने एडिसन की कंपनी छोड़ दी।
बहुत प्रयास के बाद, निकोला टेस्ला ने खुदाई का काम करना शुरू किया, कुछ लोगों ने उनके शोध का समर्थन किया और एक उद्योगपति की मदद से, अपनी खुद की टेस्ला इलेक्ट्रिक लाइट कंपनी की स्थापना की। जब उन्होंने AC विद्युत प्रणाली का आविष्कार किया और इसे दुनिया के सामने पेश किया, तो इसने पूरी दुनिया को बदल दिया।
इस AC विद्युत प्रणाली से दूर-दराज के स्थानों तक बिजली की आपूर्ति करना संभव हो सका और इस AC विद्युत प्रणाली ने घरों तक भी बहुत कम कीमत पर बिजली पहुंचाई। इससे एडिसन को बहुत नुकसान हुआ, क्योंकि एडिसन कंपनी DC ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिकल सिस्टम के लिए उपकरण बनाती थी।
निकोला टेस्ला को 1894 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि और फ्रैंकलिन इंस्टीट्यूट से इलियट क्रेसन पदक प्राप्त हुआ। टेस्ला ने 1912 में एडिसन के साथ भौतिकी में नोबेल पुरस्कार साझा करने से मना कर दिया, जो अंततः एक अन्य शोधकर्ता को दिया गया था। 1934 में फिलाडेल्फिया शहर ने उन्हें उनकी बहु-चरण विद्युत प्रणाली के लिए जॉन स्कॉट मेडल से सम्मानित किया। निकोला नेशनल इलेक्ट्रिक लाइट एसोसिएशन के मानद सदस्य और अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस के सदस्य थे।
निकोला टेस्ला ने पूरी जिंदगी में भी कभी शादी नहीं की। उनका अधिकतर समय विज्ञान और अपने आविष्कारों में व्यतीत हो गया। जब जिंदगी के अंतिम दिनों में उनके ही पेटेंट को चुराकर दूसरे वैज्ञानिक सम्मान पा रहे थे, तो वे मानसिक अशांति से जुझ रहे थे। उन्होंने अपने 60 वर्ष न्यूयोर्क में व्यतीत किये और न्यूयोर्क शहर में ही 86 साल की आयु में 7 जनवरी 1943 को उनकी मृत्यु हो गई।
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रोचक तथ्य और ज्ञानवर्धक लेख
Last Updated on May 7, 2021 By Sahil kumar
निकोला टेस्ला एक महान वैज्ञानिक थे जिन्होंने कई महत्वपूर्ण आविष्कार किए। आज हमारे घरों में जो बिज़ली पहुँचती है वो AC सिस्टम (Alternative Current) के माध्यम से पहुँचती है जिसका आविष्कार निकोला टेस्ला ने ही किया था। इसलिए टेस्ला के बारे में कहा जाता है कि ‘वो वह व्यक्ति है जिन्होंने पृथ्वी को प्रकाश से सजाया’।
टेस्ला के आविष्कार आइंस्टाइन और एडिसन के आविष्कारों से कम नही थे, पर चुपचाप रहने वाले इस व्यक्ति में वो आकर्षण नही था जो कि आइंस्टाइन और एडिसन में था। टेस्ला विज्ञान को समझते थे, पर सामाजिक व्यवहार को नही। इसलिए वो कभी भी उस ख्याति को प्राप्त नही कर पाए जो आइंस्टाइन और एडिसन को मिली।
Table of Contents
निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई 1856 को आज के क्रोशिया देश में हुआ था। उनके पिता का नाम मिलुटिन टेस्ला और माता का नाम ड्युका टेस्ला था। वो अपने माता – पिता की 5 संतानों में से एक थे।
टेस्ला जब स्कूल में थे तो वो गणित के मुश्किल से मुश्किल सवालों का हल अपने मन में करने में ही सक्षम थे। उनके अध्यापकों को उन पर विश्वास नही होता था। वो अपने सिलेबस को कम समय में ही पूरा कर लेते थे।
1875 में उन्होंने पालीटेक्निक कॉलेज़ में प्रवेश लिया और 9 परीक्षाओं में पहला स्थान प्राप्त किया।
1881 में उन्हें एक टेलीग्राफ कंपनी में नौकरी मिल गई जहां उन्होंने संचार उपकरणो मे अनेक सुधार किये और टेलीफोन एम्प्लीफायर को नये रूप से बनाया। लेकिन उन्होने इस पर पेटेंट आवेदन नही किया।
1882 में उन्हें थॉमस एडिसन की कंपनी की फ्रांस युनिट में नौकरी मिल गई जहां उन्होंने बिज़ली के उपकरणों में कई सुधार किए। 1884 में उनका ट्रांसफर अमेरिका कर दिया गया जहां उन्होंने एडिसन के साथ काम किया। टेस्ला का थॉमस एडिसन के आविष्कारों में बहुत बड़ा योगदान रहा है, पर कुछ कारणों से दोनों में विवाद हो गया और टेस्ला ने एडिसन की कंपनी छोड़ दी।
एडिसन की कंपनी छोड़ने के बाद उन्होंने अपनी स्वयं की कंपनी खड़ी की जिसमें एक उद्योगपति ने उनकी सहायता की। जब उन्होंने AC बिज़ली प्रणाली को दुनिया के सामने रखा तो उनकी और पूरी दुनिया की किस्मत ही बदल गई। AC प्रणाली से दूर – दूर तक बड़ी आसानी से बिजली पहुँचाई जा सकती थी और काफी सस्ती भी थी। आज भी पूरी दुनिया में AC सिस्टम द्वारा ही घरो में बिजली उपलब्ध करवाई जाती है।
इसके बाद टेस्ला ने कई और आविष्कार किए और 7 जनवरी 1943 को 86 वर्ष की उम्र उनका देहांत हो गया।
चुंबकीय प्रभाव, रिमोट कंट्रोल और राडार की खोज़ भी टेस्ला ने ही की थी। उन्होंने अपने जीवन काल मे 300 पेटेंट प्राप्त किये। इसके अतिरिक्त टेस्ला के द्वारा किये गये ऐसे कई अविष्कार है जिन्हे उन्होने पेटेंट नही करवाया।
टेस्ला और एडिसन के बीच की दुश्मनी पूरे विज्ञान जगत में चर्चा का विषय रह चुकी है। जब टेस्ला एडिसन के साथ काम करते थे तो उन्होंने टेस्ला को उनकी मोटर और जनरेटर को ज्यादा अच्छा बनाने का चैलेंज दिया और कहा कि यदि वो इस काम में सफल हो जाते है तो एडिसन उन्हें कई हज़ार डॉलर देंगे।
जब टेस्ला ने एडिसन की मोटर और जनरेटर को बेहतरीन बना दिया तो एडिसन इनाम देने के अपने वायदे से मुकर गए और गुस्से में आकर टेस्ला ने उनकी कंपनी छोड़ दी।
एडिसन का साथ छोड़ने के बाद टेस्ला ने उद्योगपति जार्ज वेस्टिंग के साथ मिलकर AC सिस्टम को दुनिया के सामने रखा जिसका एडिसन ने विरोध किया। एडिसन ने AC का विरोध इसलिए किया क्योंकि उस समय पूरे अमेरिका में DC बिजली सिस्टम लागू था और उनकी कंपनी बड़े पैमाने पर DC पर आधारित उपकरण बना रही थी। AC सिस्टम आ जाने से उन्हें काफी नुकसान होता।
एडिसन ने AC के प्रति लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाएं, उन्होंने कहा का AC बिजली बहुत हानिकारक होगी, इसलिए उन्होंने कई लोगों के सामने एक हाथी को AC बिज़ली से मारकर भी दिखाया। लेकिन हर घर में बिजली सिर्फ AC बिज़ली से ही पहुंच सकती थी, और अतंत: टेस्ला की विजय हुयी।
टेस्ला के प्रति एडिसन के मन में खीझ थी। जब मारकोनी और टेस्ला के बीच रेडियो की खोज़ को लेकर विवाद चला तो एडिसन ने मारकोनी का साथ दिया।
भले ही एडिसन और टेस्ला के बीच काफी तनातनी थी पर एडिसन ने अपने अंतिम वर्षों में टेस्ला के प्रति अपने व्यवहार को गलत बताया और सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी।
एडिसन के बारे में 13 रोचक तथ्य
1. निकोला टेस्ला ने हज़ारों किताबों को पढ़ा था और उनमें विलक्षण स्मृति थी। वे आठ भाषाओं के जानकार थे जिसमे सर्बो-क्रोएशीयन, चेक, अंग्रेजी , फ़्रेंच, जर्मन, हंगेरीयन, ईटालीयन और लैटीन का समावेश है।
2. टेस्ला अविवाहित थे और उनका मानना था कि उनका ब्रह्मचर्य उनकी वैज्ञानिक उप्लब्धियों मे सहायक रहा है। उन्होने एक इंटरव्यु मे कहा था कि शादी ना कर के उन्होने विज्ञान के लिये एक कुर्बानी दी है।
3. माना जाता है कि टेस्ला ने 1895-96 मे X किरण की खोज कर ली थी, जोकि रांटजेन के 1996 की खोज से पहले थी।
4. टेस्ला स्वस्थ रहने के लिए रोज़ाना 10 से 15 किलोमीटर की सैर करते थे।
5. अपने जीवन के अंतिम दिनो मे वे पूर्णत शाकाहारी हो गये थे और भोजन मे दूध , ब्रेड, शहद और सब्जीयों का रस लिया करते थे।
6. टेस्ला दावा करते थे कि उन के लिए दो घंटो की नींद काफ़ी है लेकिन वे अपने काम के बीच – बीच मे झपकीयाँ भी लिया करते थे।
7. उस युग के अन्य प्रसिद्ध वैज्ञानिको जैसे एडिसन, विलियम क्रुक के समान ही टेस्ला भी असामान्य चिजो जैसे आत्माओं की दूनिया, परग्रही का पृथ्वी पर अस्तित्व पर विश्वास करते थे।
8. टेस्ला को 3 अंक से काफी प्रेम था।
बाद के दिनों में टेस्ला के कुछ प्रयोग असफल रहे, जिससे वह डिप्रैशन का शिकार हो गए। उन्होंने बाहर के लोगों से मिलना कम कर दिया। 7 जनवरी 1943 को 86 वर्ष की उम्र में निकोला टेस्ला का देहांत हो गया।
टेस्ला को एक सनकी वैज्ञानिक माना जाता है। उन्होंने कई हैरान कर देने वाली और Unpractical चीजों पर भी काम किया जैसे कि बेतार ऊर्जा प्रणाली (Wireless Energy System) और मृत्यु किरण हथियार आदि। उनकी कई सनक भरी आदते थी, लेकिन अब यह माना जाता है कि वे मनोग्रसित-बाध्यता विकार (Obsessive–compulsive disorder /OCD) से पिड़ीत थे, जो कि उन जैसे अकेले रहने वाले वैज्ञानिको के लिए सामान्य है।
माना जाता है कि टेस्ला को उनके आविष्कारों का श्रेय नही मिला और उनके प्रयोगो को सरकार ने दबा कर रखा है। हालांकि यह बात सच है कि एडिसन के मन मे टेस्ला के लिये दुर्भावना थी और पेटेंट विभाग ने रेडीयो के अविष्कार का पेटेंट उनकी बजाय मार्कोनी को दिया था। लेकिन यह यहीं तक सिमित है कि विज्ञान जगत ने टेस्ला को पर्याप्त सम्मान दिया है जिसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं –
1. निकोला टेस्ला के 75वें जन्मदिन पर टाइम मैगज़ीन ने अपने कवर पेज़ पर उन्हें जगह दी थी। इस अवसर पर उन्हे 70 महान वैज्ञानिको से प्रसंशा पत्र प्राप्त हुये थे जिसमे आइंस्टाइन भी एक थे।
2. चंद्रमां पर 26 किलोमीटर व्यास वाले एक गड्ढे को टेस्ला नाम दिया गया है।
3. मंगल और बृहस्पति के बीच मिलने वाले क्षुद्रग्रहों में से एक का नाम 2244 टेस्ला रखा गया है।
4. सर्बीया देश के एक बिज़लीघर का नाम TPP टेस्ला है। सर्बीया के ही 100 के नोट पर टेस्ला का चित्र है।
5. अमेरिका की एक कंपनी जो बिज़ली से चलने वाली कारों को बनाती है का नाम टेस्ला मोटर्स है।
6. चुंबकीय प्रभाव की ईकाई टेस्ला उन्ही के सम्मान मे है।
7. उनके नाम पर टेस्ला पुरस्कार दिया जाता है।
Charu bhatt says
April 5, 2020 at 8:50 pm
बहुत ही अच्छी जानकारी ।
Jibel manki says
August 12, 2022 at 11:20 am
Mujhe ye jankari bhot achchi lgi thank you ❤
Pavan Kumar Bachle says
January 17, 2020 at 10:19 pm
Nikola Tesla was a great scientist in the world Great Scientist Nikola Tesla Salute for u ….!
January 28, 2020 at 5:52 pm
THE GREAT WONDERFUL PERSON
Nishant Masram says
January 1, 2020 at 9:06 pm
Ek interview me Eienstien se kiseene pucha that ki aap duniya ki sabse intelligent person ho iske piche kya Raj hai to unne kaha” ye saval tum mujhse nahi Nikola Tesla se pucho ” unke is inter view se kafi kuch pata chalta hai ki would kitne bade scientist the . par Mujhe is baat ka sabse jyada dukh rahega ki unhe Noble prise nahi Mila
Yash Shah says
December 5, 2019 at 3:40 pm
Great Scientist Nicola Sir Salute For You…
Shrenik Rawal says
December 4, 2019 at 12:57 am
Tesla is ideal in my God thank you for write Tesla
Arjun singh says
October 24, 2019 at 7:36 am
Very very nice
October 16, 2019 at 7:45 am
Very nice content
SHASHI oraon says
September 17, 2019 at 8:32 pm
Very very impressive news sir N.Tesla
Shivam yadav says
September 15, 2019 at 10:47 pm
Tesla is one of my favorite scientists And thank u sir
ankit ray says
August 1, 2019 at 12:01 pm
i like to made like nicola tesla
November 13, 2018 at 9:11 am
sir nicola tesla jo experiment kiye usse phle ve sari apne experiment ek book me rkhe the jo ki aaj bhi unsolved aur ek experiment time travel ka bhi tha
Sushank says
August 5, 2019 at 8:29 am
Nicola Tesla was a great scientist who seen the world with a different sight
baluram says
October 4, 2018 at 10:19 am
Nikola Tesla ek bar fhir se aave es duniyaMe ??
Dinesh says
September 16, 2018 at 1:29 pm
धन्यवाद सर्, आपने टेस्ला जी के विसय में अच्छी जानकारी दी। इनकी डेथ मशीन के बारे में भी बताए।धन्यवाद
August 31, 2018 at 10:08 am
Kavi vikram singh says
August 3, 2018 at 5:53 pm
Sahil Kumar g thanks all scientists life style
Bhushan Nerkar says
June 12, 2018 at 3:53 pm
महत्वपूर्ण जानकारी.
श्रीराम आरावकर says
April 14, 2018 at 1:02 pm
उत्तम जानकारी। स्वामी विवेकानंद तथा वैज्ञानिक टेसला की भी सम्भवतः भेट हुई थी उस सम्बन्ध मे जानकारी उपलब्ध करवा सकें तो और भी अच्छा होगा ।
Umang baliyan says
May 5, 2018 at 1:18 pm
Thanks for this view,, sir , most of student will be achieve a aim and carry a hard work and to be carry a impossbile work to be possible,,
Shivam Gupta says
February 6, 2018 at 1:15 pm
Ankush bhagwat says
January 26, 2018 at 1:34 am
ARUN Kumar bind says
October 14, 2021 at 4:59 pm
Nikolas Tesla is very famous scientist of world. I am proud of hi im
Dharama says
December 16, 2017 at 4:27 pm
Very interesting and knowledgeful Thanks
Anmol Chaudhary says
December 6, 2017 at 1:38 pm
sir thank you for giving us these type of information plz write about kalpna chawla as well plz thank you
Arun rohit says
October 26, 2017 at 9:57 pm
आज निकोला टेस्ला जी, की देन हैं जो हम अपने चारो ओर रोशनी देख रहे हैं , उन्हीं की देन है कि हम सभी संचार व्यवस्था का भरपूर आनंद ले रहे हैं । यदि वह परजीवियो पर यकीन रखते थे , तो शायद उनको एसे असाधारण अविश्कार की प्रेरणा उन्हीं से प्राप्त होती होगी । एसे व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति को प्रणाम ।
Shailendra Amrute says
October 9, 2017 at 5:55 pm
Tesla was inspired by great swami vuiveknada and bhartia veds and culture.
romal mahour says
October 1, 2017 at 10:29 am
RANA BAGHEL says
September 12, 2017 at 6:44 pm
Bahut khoob
harikesh says
August 31, 2017 at 11:14 pm
Tesla ne bijli ji khoj kaise ki is bat bhi jokes Kare. …Thanks a lot ..
Himanshu says
August 31, 2017 at 10:18 am
Thanks sir but please discribe about his death machine
Sachchidanandsemwal says
August 26, 2017 at 9:05 pm
Great information. Thanx
sanjeev says
August 24, 2017 at 8:50 pm
thank u sir
Vijay singh says
August 24, 2017 at 1:08 pm
My name vijay. My age 35 year old. Me ne aaj pahli baar nikolas Tesla ke baare me itna jana hi. Kyu ki adhiktar inka name kitaabo me nhi aata hi. Pls i request for u . Nikolas Tesla ka name bhi bachcho ki kitaabo me de . Unhone jo avishkar kiye hi unke bare me aor unke avishkar ke bare me bachcho ki kitabo me khani ke roop me darsaye.
Bhut kam log hi jaante hi nikolas Tesla ke bare me. Kanhi aisa n jo ki log is mahan sakhsiyat ko log kanhi bhool na jaye.
Tesla is very great person . I am very impress your talking about nikolas tasela is very great invention in the world great person. Thanks u .
Jitendra Prasad Narayan says
August 23, 2017 at 8:48 pm
I am Jp Narayan Jp belong to Pandwa jharkhand ye mujhe bahut acha laga. Lekin Mai in sabhi baigyaniko ke bare me Janna chahta hu
Ravi Dhillon says
August 16, 2017 at 7:14 am
Amit india says
July 14, 2017 at 8:24 pm
thank…..U sir
Abhishek Mandloi says
July 9, 2017 at 10:29 am
Best report of my life
sumit parashar says
July 2, 2017 at 7:39 am
June 14, 2017 at 5:01 pm
Achhe scientist the
manohar pawar says
April 11, 2017 at 2:05 pm
bahut badiya
March 10, 2017 at 9:00 pm
In great personalities ki biography hindi me kaha se mil sakti h……….
Sahil kumar says
March 11, 2017 at 4:31 pm
वैसे इस पोस्ट को पढ़ने के बाद उनकी जीवनी पढ़ने की आवश्यकता नहीं।
sachhiprerna says
March 3, 2017 at 2:44 pm
sunne me aya h ki nikola tesla k ek khoj puri taknik ko bahut age le ja sakta tha. usme future ko badlne ki power thi afsos vo apna prayog pura nahi kar paye. lekh padh kar achha laga thanks for sharing
VIJAY SAHNI says
March 1, 2017 at 2:14 pm
Good article SIR G Kuch jankari AAYARS ROCK MOUNTAIN ke bare me dijiye suna hai yah mountain apna colour change krta hai 🙂 🙂 😉
Anonymous says
February 28, 2017 at 8:52 pm
very gud sir nyc article
Gaurav says
February 27, 2017 at 3:26 pm
Such a great article..
HindIndia says
February 27, 2017 at 4:53 am
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति … शानदार पोस्ट …. Nice article with awesome depiction!! 🙂 🙂
Tanveer Hussain says
February 26, 2017 at 9:18 pm
great article…its a unique post which gives a outstanding message to this world.
रामकिशन सारस्वत says
February 25, 2017 at 2:05 pm
बहुत अच्छी जानकारी दी धन्यवाद
Abhishek Yadav says
February 24, 2017 at 11:14 pm
tesla edison se mahan the.unhe unke rahte isliye paresan kiya jata tha kyoki vo ek non americi the jo edison ke dusman the.ek baar unki prayogsala ko jala diya gaya tha jisme edison ka hath tha.jisme unke bahut se aviskar nast ho gaye ya edison n chura li
February 24, 2017 at 10:07 pm
Very nice good
February 24, 2017 at 9:48 pm
Home » Biography Hindi » निकोला टेस्ला की जीवनी | Biography Of Nikola Tesla In Hindi
इस लेख Biography Of Nikola Tesla In Hindi में पूरी दुनिया को प्रकाश से रोशन करने वाले महान वैज्ञानिक निकोला टेस्ला की जीवनी है। निकोला टेस्ला का नाम महान वैज्ञानिको में शुमार किया जाता है। इनका विश्व विज्ञान को योगदान आइंस्टीन से कम नही है। निकोला टेस्ला ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण आविष्कार किये थे।
आज हमारे घरों में A.C. (Alternative Current) याने की प्रत्यावर्ती धारा के रूप में बिजली पहुचाने का श्रेय निकोला टेस्ला को ही जाता है। तो आइये दोस्तों, निकोला टेस्ला का जीवन परिचय जानने का प्रयास करते है।
निकोला टेस्ला के बारे में कहा जाता है कि यह वो व्यक्ति है जिन्होंने पृथ्वी को प्रकाश से सजाया।
महान वैज्ञानिक निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) का जन्म 10 जुलाई 1856 को क्रोएशिया में हुआ था। टेस्ला बचपन से ही गणित विषय में काफी होशियार थे। वे गणित के सवालों को मन ही मन में हल कर लिया करते थे। निकोला टेस्ला आजीवन अविवाहित रहे, उन्होंने कभी भी शादी नही की थी।
वर्ष 1981 में उन्होंने एक टेलीग्राफ कम्पनी में भी कार्य किया था। इसी कंपनी में रहते हुए टेस्ला ने टेलीफोन एम्पलीफायर में सुधार करके उसे नया रूप दिया था लेकिन इसका उन्होंने पेटेंट नही करवाया।
एडिसन ने टेस्ला के सामने मोटर और जनरेटर को ज्यादा प्रभावी बनाने का प्रस्ताव रखा था। 50 हजार डॉलर देने का भी वादा किया था लेकिन जब टेस्ला अपने कार्य मे सफल हो गए तो एडिसन अपने वादे से मुकर गए थे। एडिसन ने कहा कि उसने तो केवल मजाक किया था। टेस्ला इस बात से काफी नाराज हुए और उन्होंने एडिसन की कम्पनी छोड़ दी।
निकोला टेस्ला ने खुद की एक कम्पनी शुरू की और फिर आविष्कार हुआ प्रत्यावर्ती धारा (Alternative Current) का जिससे दूर दराज तक बिजली पहुंचाना आसान हुआ। इस खोज के पहले केवल डायरेक्ट करंट (D.C.) द्वारा ही बिजली भेजी जाती थी।
DC सिस्टम में बिजली का करंट एक ही दिशा में बहता था लेकिन निकोला टेस्ला ने इसमे सुधार करके इस करंट को अल्टरनेट कर दिया। A.C. करंट को ट्रांसफार्मर के द्वारा कही पर भी पहुंचाना आसान हो गया था। इससे बिजली को कम खर्चे में दूर दराज तक पहुंचाना आसान हो गया। इसमे बिजली लगातार अपनी दिशा बदलती है।
निकोला टेस्ला ने ही बिजली की मोटर का आविष्कार किया था। आज के पंखे, कूलर जैसे कई उपकरण विधुत मोटर से ही चलते है।
वैसे तो मार्कोनी ने रेडियो का आविष्कार किया था लेकिन इसके पीछे की थ्योरी निकोला टेस्ला की ही थी। Nikola Tesla के अनुसार वायुमण्डल के बाहरी आयनमंडल से रेडियो तरंगे पूरी दुनिया मे कही भी भेजी जा सकती है। रेडियो में लगाई जाने वाली टेस्ला रोड भी इन्होंने ही बनाई थी।
चुम्बकीय प्रभाव, रिमोट कंट्रोल और रडार की खोज निकोला टेस्ला ने ही कि थी। वायरलेस पावर सप्लाई का विचार टेस्ला के दिमाग की ही उपज थी जो बाद में लेज़र किरणों का आधार बना। निकोला टेस्ला के नाम करीब 300 आविष्कारों के पेटेंट दर्ज है।
निकोला टेस्ला की मृत्यु 7 जनवरी 1943 को हुई थी। निकोला टेस्ला को उनके 75 वे जन्मदिन पर टाइम मैग्ज़ीन के कवर पेज पर जगह दी गयी थी। मंगल और बृहस्पति के बीच मौजूद क्षुद्रग्रहो में से एक का नाम 2244 टेस्ला रखा गया था। चुम्बकीय प्रभाव की इकाई का नाम भी टेस्ला है।
निकोला टेस्ला की जीवनी Biography Of Nikola Tesla In Hindi और योगदान पर यह ज्ञानवर्धक आर्टिकल “Nikola Tesla Information In Hindi” कैसा लगा और अच्छा लगा हो तो इसे “Nikola Tesla Invention In Hindi” शेयर करे।
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Nikola tesla biography in hindi, निकोला टेस्ला की जीवनी हिंदी.
निकोला टेस्ला का जन्म | 10 जुलाई 1856 स्मिलजैन, ऑस्ट्रियाई साम्राज्य ( वर्तमान क्रोशिया ) |
---|---|
निकोला टेस्ला की मृत्यु | 7 जनवरी 1943 ( उम्र 86 में ) न्यू यॉर्क सिटी, न्यू यॉर्क, संयुक्त राज्य |
निकोला टेस्ला की मृत्यु का कारण | कोरोनरी थ्रॉम्बॉयसिस |
निकोला टेस्ला की स्मारक समाधि | निकोला टेस्ला संग्रहालय, बेलग्रेद, सर्बिया |
निकोला टेस्ला की नागरिकता | ऑस्ट्रियाई (1856 – 1891) अमेरिकी (1891 – मृत्यु) |
निकोला टेस्ला की शिक्षा | ग्रेज़ यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी ( परित्यक्त ) |
निकोला टेस्ला का अंतिम स्थान | निकोला टेस्ला संग्रहालय, बेलग्रेद, सर्बिया |
और अंत उनका बहुत ही दुख भरा था। मैंने पीढ़ी ये देखा है की असाधारण दिमाग अपने काम में इतना खो जाता है कि वो अपने को आर्थिक रूप से सुरक्षित ही नहीं कर पाता और सब जीनियस में दुनिया टैब पहचान कर रह होती है जब ये मार चुके होते हैं। और तब इसका क्या फ़ायदा। हम भी देखेंगे की निकोला टेस्ला और एडिसन की क्यों नहीं बंटी थी। जैसा की नियाग्रा फॉल्स मी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट बनाया गया पर टेस्ला की टेक्नोलॉजी यूज की गई इवन की वजा पर आज भी टेस्ला के ऑनर मी उनका स्टैच्यू लगा हुआ है। यहां तक कि की एलोन मस्क ने कहा की भी हमने अपनी कार कंपनी का नाम टेस्ला रखा है क्योंकि टेस्ला को उतनी ही मान्यता नहीं मिली जितनी वो लायक करते हैं लेकिन हम एडिसन से ज़ादा प्रभावित है क्योंकि वो अपने विचारों को चुनने में अच्छा है।
Nikola Tesla – वह एक सर्बियाई-अमेरिकी आविष्कारक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर और भविष्यवादी थे, जिन्हें समकालीन अल्टरनेटिंग करंट (एसी) ऊर्जा वितरण प्रणाली के डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। वह 10 जुलाई, 1856 से 7 जनवरी, 1943 तक रहे।
टेस्ला, जो ऑस्ट्रियाई साम्राज्य में पैदा हुए और पले-बढ़े, ने 1870 के दशक में डिग्री प्राप्त किए बिना इंजीनियरिंग और भौतिकी का अध्ययन किया और 1880 के दशक की शुरुआत में टेलीफोनी और कॉन्टिनेंटल एडिसन में नवजात इलेक्ट्रिक पावर व्यवसाय में काम करने का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। वह 1884 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और एक प्राकृतिक नागरिक बन गए। अपने दम पर बाहर निकलने से पहले, उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में एडिसन मशीन वर्क्स में थोड़े समय के लिए काम किया। वह भागीदारों के समर्थन से अपने विचारों को वित्त और विज्ञापित करने में सक्षम था।
न्यूयॉर्क में, टेस्ला ने विभिन्न प्रकार के विद्युत और यांत्रिक उपकरणों को बनाने के लिए प्रयोगशालाओं और व्यवसायों की स्थापना की। उनके अल्टरनेटिंग करंट (AC) इंडक्शन मोटर और संबंधित पॉलीफ़ेज़ AC आविष्कारों को 1888 में वेस्टिंगहाउस इलेक्ट्रिक द्वारा लाइसेंस दिया गया था और वे पॉलीफ़ेज़ सिस्टम की आधारशिला थे, जिसका बाद में व्यवसायीकरण हुआ।
टेस्ला ने पेटेंट योग्य और विपणन योग्य तकनीकों को उत्पन्न करने के प्रयास में मैकेनिकल ऑसिलेटर्स / जेनरेटर, इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज ट्यूब और शुरुआती एक्स-रे इमेजिंग के साथ प्रयोग किया। उन्होंने एक वायरलेस-नियंत्रित वाटरक्राफ्ट भी बनाया, जो प्रदर्शित होने वाले पहले लोगों में से एक था। टेस्ला एक आविष्कारक के रूप में प्रमुखता से उभरे, उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में मशहूर हस्तियों और धनी ग्राहकों को अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया, और सार्वजनिक वार्ता में अपने नाटकीयता के लिए प्रसिद्ध थे।
1890 के दशक में न्यूयॉर्क और कोलोराडो स्प्रिंग्स में अपने उच्च-वोल्टेज, उच्च-आवृत्ति बिजली परीक्षणों में, टेस्ला ने वायरलेस लाइटिंग और दुनिया भर में वायरलेस इलेक्ट्रिक पावर वितरण के लिए अपनी अवधारणाओं का अनुसरण किया। उन्होंने 1893 में अपने गैजेट्स के साथ वायरलेस कम्युनिकेशन की संभावनाओं पर बयान दिया। टेस्ला ने इन सिद्धांतों को अपने अधूरे वार्डेनक्लिफ टॉवर प्रोजेक्ट, एक अंतरमहाद्वीपीय वायरलेस संचार और पावर ट्रांसमीटर के साथ व्यवहार में लाने का प्रयास किया, जिसे वह वित्तपोषण की कमी के कारण पूरा करने में असमर्थ था।
टेस्ला ने 1910 और 1920 के दशक में वॉर्डनक्लिफ के बाद कई तरह की सफलता के साथ आविष्कारों के उत्तराधिकार के साथ प्रयोग किया। टेस्ला अपना अधिकांश पैसा खर्च करने और अवैतनिक बिलों को पीछे छोड़ने के बाद न्यूयॉर्क के कई होटलों में रहा। जनवरी 1943 में, न्यूयॉर्क शहर में उनका निधन हो गया। उनकी मृत्यु के बाद, टेस्ला का काम 1960 तक अस्पष्टता में फीका रहा, जब वज़न और माप पर सामान्य सम्मेलन ने टेस्ला को उनके सम्मान में चुंबकीय प्रवाह घनत्व की एसआई इकाई घोषित किया। इस विषय में जनहित का पुनर्जागरण हुआ है।
टेस्ला के जीवन और कार्यों के बारे में कई फिल्में बनाई गई हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं:
1. AC बिजली ( DC बैटरी वाली बिजली अलग होती है ) 2. टेस्ला वेव्स, आदि 3. बिजली से चलने वाली मोटर. ( जिस पर बिजली की हर चीज आधारित है ) 4. वायरलेस संचार, आदि 5. रोबोटिक्स, रिमोट कंट्रोल, राडार व अन्य उपकरण
टेस्ला ने इस दौरान बहुत से पदक और पुरस्कार जीते।
आज हम बात करने जा रहे हैं उस साइंटिस्ट के बारे में जिनके आविष्कारों ने अमेरिका और फिर पूरी दुनिया के जीने का ढंग ही बदल दिया वह पैसे और नाम के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते थे और उनका पूरा ध्यान आविष्कारों में ही रहता था इसलिए वह बाकी साइंटिस्ट की तरह बहुत ज्यादा फेमस नहीं हो पाए उन्होंने पैसे तो बहुत कम आए मगर सारे पैसे रिसर्च पर ही खर्च कर दिए वह खुद गरीबी में रहे मगर उन्हीं के द्वारा दिए गए सिद्धांतों के बल पर कई सारे साइंटिस्ट फेमस और अमीर हो गए यह कहानी है निकोला टेस्ला की जिसने अमेरिका में एनर्जी की समस्या को हमेशा के लिए दूर कर दिया तो चलिए दोस्तों इन के बारे में शुरू से जानते हैं पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े|
हम तो निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई 1856 को ऑस्ट्रियन अंपायर में हुआ था जिसे आज क्रोएशिया के नाम से जाना जाता है उनके पिता में रूटीन टेस्ला चर्च में प्रीस्ट ( पादरी ) है टेस्ला की तीन बहन और एक भाई भी था उनके पिता उन्हें भी अपनी तरह चर्च में प्रीस्ट ( पादरी ) बनाना चाहते थे मगर टेस्ला कि इसमें कोई रुचि नहीं थी जब उनके स्कूल में उन्हें इलेक्ट्रिसिटी के बारे में पढ़ाए जाने लगा तो उनकी रूचि उसमें बढ़ने लगी और उन्हें इस अजीबोगरीब ताकत के बारे में और जानने का मन हुआ|
1873 में जब पढ़ाई पूरी करके घर पहुंचे तो उन्हें कॉलरा हो गया और वह लगभग 9 महीने तक बिस्तर पर पड़े रहे और कई बार मरते-मरते बचे उनकी हालत को देखकर उनके पिता टूट गए और उन्होंने टेस्ला से वादा किया कि अगर वह ठीक हो गए तो वह उन्हें सबसे बेहतरीन इंजीनियरिंग की शिक्षा दिलाएंगे|
1975 में उन्होंने पॉलिटेक्निक के कॉलेज में एडमिशन लिया पहले साल को अच्छे से पढ़े क्लास में फर्स्ट आये उनकी पढ़ाई से खुश होकर डीन ने उनके पिता को लेटर लिखा कि आपका लड़का एक स्टार है| वो पढ़ाई और एक्सपेरिमेंट्स में बहुत ज्यादा समय बिताने लगे कहां जाता है कि वह 18 घंटे काम करते थे उनके प्रोफेसेस ने उनके पिता को कई बार लेटर भी लिखा कि अगर वह इसी तरह काम करते रहे तो बहुत ज्यादा मेहनत करने की वजह से वह मर भी सकते हैं|
सेकंड ईयर के अंत में उन्हें जुए की लत लग गई थर्ड ईयर में वह भी ट्यूशन फीस तक जुए में हार गए जिसके बाद उन्होंने जुआ खेलना ही छोड़ दिया उस समय उनका पढ़ाई से बिल्कुल ध्यान हट गया था जब एग्जाम का वक्त आया तो वह आखरी सेमेस्टर में फेल हो गए|
उसके बाद उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया और यह बात अपने परिवार से छिपाने के लिए उन्होंने अपने परिवार से भी संबंध तोड़ लिया उसके बाद उन्होंने कई जगह काम किया| एडिशन मशीन वर्क्स में काम करते समय उन्हें उसकी अमेरिकन ब्रांच में काम करने का मौका मिला और वह अमेरिका पहुंच गए पर कंपनी से नाखुश होने की वजह से उन्होंने 6 महीने बाद नौकरी छोड़ दी|
उसके बाद वह खुद से ही अपने कई प्रोजेक्ट पर काम करने लगे उन्होंने एक कंपनी खोली टेस्ला इलेक्ट्रिक लाइट एंड मैन्युफैक्चरिंग उन्होंने कई सारे पेटेंट ले लिए उनके काम को देखकर कंपनी के हिस्सेदार व्यापारी लोगों ने पैसा लगाना शुरू कर दिया मगर बाद में उन लोगों ने एक अलग कंपनी बना ली और टकला को छोड़ दिया|
इसके बाद टेस्ला की खुद के सारे पैसे डूब गए क्योंकि उन्होंने अपने सारे पेटेंट कंपनी के ही नाम पर लिए थे जिसमें सभी का हिस्सा था इसलिए उनका खुद की बनाई चीजों पर भी कंट्रोल नहीं रहा हालात इतने खराब हो गए कि घर चलाने के लिए उन्हें बिजली का सामान ठीक करने वाली दुकान पर काम करना पड़ा जहां उन्हें दिन के $2 मिलते थे यह समय उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल समय था |
1886 में टेस्ला को एक और मौका मिला जब टेस्ला ने थर्मो मैग्नेटिक मोटर बनाने का आईडिया निकाला तो दो लोग फंड करने को तैयार हो गए इस शर्त पर इस पेटेंट से मिलने वाला एक तिहाई पैसा ही टेस्ला लेंगे | टेस्ला को रिचार्ज करने के लिए लाइट बनाई गई और मॉडल तैयार होने के बाद उसका पूरा प्रचार किया गया इसके बाद उन्हें बहुत सारे पैसे मिलने लगे और वह स्वतंत्र रूप से रिचार्ज करना शुरू कर दिए 13 मार्च 1895 को उनके लेबोरेटरी में आग लग गई जिसमें उनके कई जरूरी नोट्स और रिसर्च करने के सामान जल गया|
इससे वह बहुत दुखी हुए मगर कुछ ही समय बाद उन्होंने दूसरा लैब बना लिया इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिक करंट और वायरलेस ट्रांसमिशन के क्षेत्र में बहुत काम किया | उन्होंने कभी शादी नहीं की वह कहते थे कि लड़कियां उनसे बहुत अच्छी होती हैं और वह इस लायक नहीं है कि किसी लड़की के साथ रह सके हालांकि उनके आसपास के लोग बताते हैं कि इससे उनके काम पर असर पड़ता इसलिए उन्होंने शादी नहीं की वह हर रोज 15 -16 घंटे अपनी रिसर्च में लगे रहते थे वह रोज सुबह थोड़ी देर के लिए टहलने भी जाते थे कबूतरों को दाना खिलाते थे और अगर कोई बीमार कबूतर दिख जाए तो उसे घर लाकर उसका इलाज करते थे|
7 जनवरी 1943 को 86 वर्ष की उम्र में अपने कमरे में ही उनकी मृत्यु हो गई, दोस्तों भले ही वह आज इस दुनिया में नहीं रहे मगर उनके द्वारा किए गए आविष्कार पूरी दुनिया को रोशन करते रहेंगे|
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके हमें जरूर बताएं धन्यवाद ( OSP )
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निकोला टेस्ला दिवस इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अग्रणी, निकोला टेस्ला द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में किए क्रांतिकारी योगदान का जश्न मनाता है। क्रोएशियाई संसद द्वारा 2006 में निकोला टेस्ला की उपलब्धियों के सम्मान में 10 जुलाई (उनके जन्मदिन) को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया। तब से, क्रोएशिया, अमेरिका, कनाडा, सर्बिया और कई अन्य देशों में निकोला टेस्ला डे मनाया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे nikola tesla in hindi के बारे में विस्तार से।
कौन हैं निकोला टेस्ला, निकोला टेस्ला के प्रसिद्ध आविष्कार, निकोला टेस्ला का निजी जीवन, निकोला टेस्ला डे का महत्व , निकोला टेस्ला दिवस कैसे मनाया जाता है, निकोला टेस्ला दिवस क्यों मनाया जाता है, निकोला टेस्ला की पांच भविष्यवाणियां जो सही साबित हुईं, टेस्ला द्वारा कुछ अनमोल विचार .
10 जुलाई 1856 को जन्मे निकोला टेस्ला ने अपने अभूतपूर्व आविष्कारों से दुनिया में क्रांति ला दी। उन्होंने आल्टरनेटिंग करंट (AC) पॉवर ट्रांसमिशन विकसित किया।यह एक ऐसी प्रणाली है जो हमारे आधुनिक विद्युत ग्रिडों को शक्ति प्रदान करती है। टेस्ला के आविष्कारों और पेटेंटों में वायरलेस संचार, रेडियो तरंगें, इलेक्ट्रिक मोटर और बहुत कुछ सहित कई क्षेत्र शामिल हैं। वायरलेस ऊर्जा ट्रांसमिशन और टेस्ला कॉइल जैसे उनके दूरदर्शी विचारों ने उनकी अद्वितीय रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, टेस्ला के जुनून और दृढ़ता ने दुनिया के विद्युतीकरण का मार्ग प्रशस्त किया, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर एक अमिट प्रभाव छोड़ा, जिससे वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गए।
निकोला टेस्ला एक विपुल आविष्कारक थे जिन्होंने दुनिया में कई अभूतपूर्व आविष्कारों का योगदान दिया। उनके दूरदर्शी विचार, नवीन सोच और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में योगदान आधुनिक दुनिया को प्रेरित और आकार देते रहते हैं। हालाँकि उनकी विरासत किसी भी संख्या से परे फैली हुई है, उनकी कुछ सबसे उल्लेखनीय रचनाएँ देखें:
निकोला टेस्ला का व्यक्तिगत जीवन अक्सर एकांत और अपने काम के प्रति समर्पित समर्पण से चिह्नित था। वह एक अत्यधिक अनुशासित व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। वह अक्सर लंबे समय तक काम करते थे और कठोर दैनिक दिनचर्या बनाए रखते थे। टेस्ला जीवन भर अविवाहित रहे और उनका कोई रोमांटिक रिश्ता नहीं रहा। उनका अपने परिवार, विशेषकर अपनी माँ के साथ घनिष्ठ संबंध था और वे उनसे बहुत प्रभावित थे। टेस्ला को उनकी विलक्षणताओं के लिए जाना जाता था, जिसमें कीटाणुओं के प्रति उनकी घृणा और स्वच्छता के प्रति जुनून भी शामिल था। वह शाकाहारी थे और जानवरों से उनका गहरा प्रेम था। कई बार वित्तीय कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद, टेस्ला अपनी मृत्यु तक अपनी वैज्ञानिक गतिविधियों के प्रति समर्पित रहे।
निकोला टेस्ला के जीवन और कार्य का सम्मान करने के लिए एक दिन का समर्पण बहुआयामी महत्व रखता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में टेस्ला के क्रांतिकारी योगदान और उनके अग्रणी आविष्कारों ने कई तकनीकी छलांगों की नींव रखी।
निकोला टेस्ला दिवस आविष्कारी सोच की संस्कृति को बढ़ावा देता है, जो टेस्ला के अपरंपरागत दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है, जो आज के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और अन्वेषकों को प्रेरित करता रहता है। यह दिन STEM शिक्षा के मूल्य को रेखांकित करता है, निरंतर वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के लिए आवश्यक बौद्धिक जिज्ञासा को प्रोत्साहित करता है।
निकोला टेस्ला दिवस मानव क्षमता के एक शक्तिशाली समर्थन के रूप में कार्य करता है, जो वैज्ञानिक और तकनीकी सफलताओं के माध्यम से मानव सभ्यता को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित जीवन की याद दिलाता है। यह आधुनिक दुनिया पर टेस्ला के गहरे प्रभाव का उत्सव है।
दुनिया भर में, अंतर्राष्ट्रीय निकोला टेस्ला दिवस पर टेस्ला के जीवन और उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विज्ञान केंद्रों में सूचनात्मक कार्यशालाओं और प्रदर्शनियों से लेकर शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में व्यावहारिक व्याख्यानों तक, टेस्ला के ब्रह्मांड में खुद को डुबोने के कई तरीके हैं।
यह दिवस विज्ञान प्रतियोगिताओं, हैकथॉन और सोशल मीडिया अभियानों को भी प्रेरित करता है, जो सीखने और रचनात्मकता के माहौल में योगदान देता है। विज्ञान शिक्षा और प्रौद्योगिकी प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से परोपकारी पहलों को भी प्रोत्साहित किया जाता है। व्यक्तिगत श्रद्धांजलि कई रूप ले सकती है, जिसमें टेस्ला के लेखन या उनके उल्लेखनीय जीवन के बारे में वृत्तचित्रों पर प्रकाश डालना शामिल है।
निकोला टेस्ला दिवस द्वारा उस व्यक्ति को हार्दिक श्रद्धांजलि दी जाती है जिसने अपने अभिनव योगदान से दुनिया को नया आकार दिया। यह दिन विज्ञान द्वारा की गई प्रगति की याद दिलाता है और हमें वैज्ञानिक खोज की चल रही यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है। टेस्ला दिवस उन वैज्ञानिक प्रगतियों पर ध्यान केंद्रित करता है जिन्होंने हमारे जीवन को बदल दिया है और अतीत की कई चुनौतियों का समाधान किया है। यह टेस्ला की विरासत को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जो भावी पीढ़ियों को विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की आकर्षक दुनिया में जाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह भी पढ़ें: यह भी पढ़ें: 20+ Nikola Tesla Quotes : निकोला टेस्ला के अनमोल विचार, जो आपका मार्गदर्शन करेंगे
निकोला टेस्ला की बहुत सी भविष्यवाणियां आज सच साबित हुई हैं:
यह भी पढ़ें – राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस
निकोला टेस्ला द्वारा कहे गए कुछ फेमस कोट्स nikola tesla quotes in hindi प्रस्तुत हैं –
“यदि आप ब्रह्मांड के रहस्यों को जानना चाहते हैं, तो ऊर्जा, आवृत्ति और कंपन के संदर्भ में सोचें।”
“मुझे इसकी परवाह नहीं है कि उन्होंने मेरा विचार चुरा लिया है, …. मुझे परवाह है कि उनके पास अपना कोई नहीं है”
“सभी चीज़ों में से, मुझे किताबें सबसे अच्छी लगीं।”
“अकेले रहो, यही आविष्कार का रहस्य है; अकेले रहो, तभी विचारों का जन्म होता है।”
“जीवन एक ऐसा समीकरण है और रहेगा जिसका समाधान संभव नहीं है, लेकिन इसमें कुछ ज्ञात कारक शामिल हैं।”
“हम नई संवेदनाओं की चाहत रखते हैं लेकिन जल्द ही उनके प्रति उदासीन हो जाते हैं। कल के चमत्कार आज सामान्य घटनाएँ हैं”
“जिसे एक व्यक्ति ईश्वर कहता है, दूसरा उसे भौतिकी के नियम कहता है।”
“यह वह प्यार नहीं है जो आप करते हैं। यह वह प्यार है जो आप देते हैं।”
“जब मैं अपने जीवन की पिछली घटनाओं की समीक्षा करता हूं तो मुझे एहसास होता है कि हमारे भाग्य को आकार देने वाले प्रभाव कितने सूक्ष्म हैं।”
संबंधित आर्टिकल्स
निकोला टेस्ला के प्रमुख अविष्कारों में आविष्कारों में ऑल्टरनेटिंग करेंट इलेक्ट्रिसिटी, कार्बन बटन लैंप, प्लाज्मा ग्लोब, पॉलीफ़ेज़ सिस्टम, रेडियो नियंत्रण, टेस्ला का ऑसिलेटर, टेस्ला टरबाइन और एक्स-रे के साथ प्रयोग शामिल हैं।
निकोला टेस्ला मुख्य रूप से ऑल्टरनेटिंग करेंट इलेक्ट्रिसिटी की खोज करने के लिए प्रसिद्द था।
टेस्ला के पास 100 से अधिक अमेरिकी पेटेंट और 200 से अधिक विश्वव्यापी पेटेंट थे।
यह था निकोला टेस्ला (nikola tesla in hindi) पर हमारा ब्लॉग। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।
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