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कैसे जीवन के लिए लक्ष्य निर्धारित करें (How to Set Goals for Life in Hindi)

यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Guy Reichard . गाइ रेचर्ड एक एग्जीक्यूटिव लाइफ कोच और Coaching Breakthroughs के संस्थापक हैं जो एक प्रोफेशनल लाइफ और एग्जीक्यूटिव कोचिंग सेण्टर है और टोरंटो, ओन्टेरियो, कनाडा में स्थित है। वह लोगों के साथ अपने जीवन में अधिक अर्थ, उद्देश्य, शांति और तृप्ति पैदा करने के लिए काम करते है। गाई में 10 साल से अधिक की व्यक्तिगत विकास कोचिंग और लचीलापन प्रशिक्षण है, जिससे ग्राहकों को अपने प्रामाणिक स्वयं की खोज करने और अपने गहरे मूल्यों के साथ जुड़ने में मदद मिलती है। वह एडलर सर्टिफाइड प्रोफेशनल कोच (ACPC) है और इंटरनेशनल कोच फेडरेशन द्वारा मान्यता प्राप्त है। उन्होंने 1997 में यॉर्क विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में बीए और 2000 में यॉर्क विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) डिग्री प्राप्त की। यहाँ पर 22 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं। यह आर्टिकल २६,२३५ बार देखा गया है।

अधिकतर लोगों की लाइफ का एक सपना, एक विज़न होता है कि वे भविष्य में कौन और क्या बनना चाहते हैं | लगभग हर व्यक्ति की यह जानने में रूचि और महत्ता होती है कि वे अपनी लाइफ से क्या चाहते हैं | इसीलिए, एक ऐसा हासिल करने योग्य लक्ष्य बनाने की कोशिश करनी चाहिए जिसे कई सालों तक अथक परीश्रम करने के बाद हासिल किया जा सके | शुरुआत के बारे में जानना बहुत मुश्किल हो सकता है और आपको जिन चीज़ों को हासिल करने की उम्मीद होती है, वो भी असंभव लग सकती हैं | लेकिन अगर आप पहले से अच्छी तरह से तैयार होंगे तो आप भी अपनी लाइफ के लिए लक्ष्य निर्धारित करने में सक्षम होंगे जिससे आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए भरपूर काम कर सकें |

जीवन का लक्ष्य बनायें (Developing Life Goals in Hindi)

Step 1 सोचें कि आप क्या चाहते हैं:

  • एक पेन और कुछ पेपर लें और उन सभी चीज़ों के बारे में लिखे जो आपकी लाइफ में जरुरी हैं | इस स्टेज पर सामान्य रहने में को बुराई नहीं है लेकिन अस्पष्ट बने रहने की कोशिश न करें |
  • उदाहरण के लिए, आपके दिमाग में जो पहली चीज़ आयें, वो "ख़ुशी" हो तो यह अच्छी बात है | लेकिन इस टर्म को परिभाषित करने की कोशिश करें | आपके लिए "ख़ुशी" का क्या मतलब है? आप खुशहाल जीवन किसे कहेंगे ? [१] X रिसर्च सोर्स Morisano, D., Hirsh, J. B., Peterson, J. B., Pihl, R. O., & Shore, B. M. (2010). Setting, elaborating, and reflecting on personal goals improves academic performance. Journal of Applied Psychology, 95(2), 255.)
  • सोचें कि आप कैसी जिन्दगी जीने की इच्छा रखते हैं और क्या करने से आपको फील होगा कि आप दुनिया में कुछ अलग कर सकते हैं, इस तरह की चीज़ में आपकी रूचि भी हो |

Step 2 अपने बारे में लिखें:

  • आपको किस तरह समय बिताने में मजा आता है, उसके बारे में लिखने की कोशिश करें | आपको क्या करने में मजा आता है और क्या चीज़ आपको उत्साहित करती है, उसे लिखकर मंथन करना शुरू करें | [3] X रिसर्च सोर्स
  • खुद को ऐसी एक्टिविटीज या एक्सपीरियंस में सीमित न करें जो आपको प्रोडक्टिव या "उचित" लगती हैं | मंथन करने का मुख्य पॉइंट यह है कि जितना हो सके इस तरह के आइडियाज को ख़त्म करें और आपको अनुभव होगा कि आगे चलकर इस प्रोसेस में यह लिस्ट काफी उपयोगी साबित होगी |
  • ऐसी चीज़ों के बारे में लिखें जिनमे आपको रूचि है और/या आप उनके बारे में और ज्यादा सीखना चाहते हैं | क्या आपको साइंस में रूचि है? या फिर साहित्य में? म्यूजिक में? इनमे से कोई भी चीज़ आपको आजीवन काम-काज देती रहेगी |
  • अगर आप खुद में सुधार लाना चाहते हैं तो खुद के बारे में लिखें | क्या आप एक पब्लिक स्पीकर के रूप में अपनी स्किल डेवलप करना चाहते हैं? राइटर के रूप डेवलप करना चाहते हैं? एक फोटोग्राफर के रूप में डेवलप करना चाहते हैं? ये सभी चीज़ें आपको आजीवन लक्ष्य दे सकती हैं |

Step 3 अपने भविष्य की कल्पना करें:

  • आप हर रोज़ सुबह कितने बजे जागना चाहते हैं?
  • आप कहाँ रहना चाहते हैं? किस सिटी में? किस गाँव में? किस फॉरेन कंट्री में?
  • जब आप जागे तो आपको पास कौन होगा? क्या आपके लिए फैमिली बनाना जरुरी है? अगर ऐसा है तो शहर से बाहर लम्बी ट्रिप पर जाने की अपेक्षा रखने वाली जॉब आपके लिए बेहतर चॉइस नहीं होगी |
  • आप कितने पैसे कमाना चाहते हैं?
  • इन सवालों के जबाव आपके लिए एक सिंगल ड्रीम जॉब पाने के लिए पर्याप्त पॉइंट नहीं है लेकिन इनसे कुछ न कुछ नतीजा जरुर निकाला जा सकता है |

Step 4 अपने लक्ष्य स्पेसिफिक बनायें:

  • उदाहरण के लिए, इस पॉइंट पर आपको आईडिया आ सकता है कि आप साइंटिस्ट बनना चाहेंगे | यह एक अच्छी शुरुआत है | लेकिन अभी, आपको सोचना होगा कि आप किस तरह से साइंटिस्ट बनना चाहते हैं | क्या आप एक केमिस्ट बनना चाहते हैं? एक फिजिसिस्ट बनना चाहते हैं? या खगोल-विज्ञानी (astronomer) बनना चाहते हैं?
  • जितना हो सके, स्पेसिफिक रहें | इमेजिन करें कि आपने तय किया हो कि केमिस्ट बनना आपके लिए बिलकुल सही है | अब, खुद से पूछें कि आप इस फील्ड में किस तरह का काम करना पसंद करेंगे | क्या आप किसी प्राइवेट कंपनी के लिए काम करना चाहते हैं, नए प्रोडक्ट्स बनाना चाहते हैं? या आप किसी यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री पढ़ाना चाहते हैं?

Step 5 क्यों के बारे में सोचें:

  • उदाहरण के लिए, कहें, आपने अपनी लिस्ट में "सर्जन बनना" लिखा है | आप खुद से पूछें कि आप सर्जन क्यों बनना चाहते हैं और इसका आंकलन करें क्योंकि सर्जन बहुत पैसा कमाते हैं और काफी आदर भी पाते हैं | यह एक उपयुक्त कारण है | लेकिन, अगर आपको लगता है कि केवल यही एक कारण है तो आपको दूसरे कैरियर के बारे में सोचना चाहिए जिनसे इनके समान ही लाभ मिलें | सर्जन बनने के लिए बहुत सारी एजुकेशन की जरूरत होती है | इसमें कई घंटों तक लगातार पढने की जरूरत होती है | अगर ये चीज़ें आपको ज्यादा उचित न लगें तो दूसरे लक्ष्यों पर फोकस करें जिनसे धन और आदर सम्बन्धी समान लाभ मिल सकें |

उपलब्धि पाने के लिए प्लान बनायें (Making a Plan for Achievement in Hindi)

Step 1 अपने लक्ष्यों को रैंक दें:

  • सबसे जरुरी लक्ष्य या लक्ष्यों को तय करने से आपको यह निर्णय लेने में मदद मिल सकती हैं कि सबसे पहले किस लक्ष्य पर काम करना शुरू करना चाहिए |
  • आपको इस पॉइंट पर अपनी लिस्ट में से कुछ लक्ष्यों को हटाना भी पड़ सकता है | कुछ लक्ष्यों को एकसाथ हासिल नहीं किया जा सकता | उदाहरण के लिए, आप ऐसे डॉक्टर नहीं बन सकते हैं जो एक एस्ट्रोनॉट और एक फेमस रैप म्यूजिक आर्टिस्ट भी हो | इनमे से किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में पूरी जिन्दगी गुजर जाती है | इन्हें एकसाथ हासिल कर पाना नामुमकिन होता है |
  • दूसरे लक्ष्य मिलकर अच्छा काम करेंगे | उदाहरण के लिए, अगर आप बियर बनाना चाहते हैं और रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं तो आप इन दोनों को मिलाकर एक नया लक्ष्य बना सकते हैं और एक पब (brew pub) खोल सकते हैं |
  • इस रेंकिंग प्रोसेस के पार्ट हर लक्ष्य के लिए आपके पर्सनल कमिटमेंट पर निर्भर करेगी | अगर आप केवल मॉडरेट कमिटमेंट रखते हैं, विशेषरूप से अगर आपकी लिस्ट में दूसरे ऐसे लक्ष्य भी हों जो ज्यादा जरुरी हों तो आप लॉन्ग-टर्म वाले लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते | [१०] X रिसर्च सोर्स Koestner, R., Lekes, N., Powers, T. A., & Chicoine, E. (2002). Attaining personal goals: Self-concordance plus implementation intentions equals success. Journal of Personality and Social Psychology, 83, 231–244.

Step 2 कुछ रिसर्च भी करें:

  • आपको कौन सी स्किल्स सीखनी होंगी?
  • कौन सी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन जरुरी है?
  • आपको किस तरह से रिसोर्सेज की जरूरत पड़ेगी?
  • इस प्रोसेस को पूरा करने में कितना समय लगेगा?

Step 3 सहायक लक्ष्य (subgoals) बनायें:

  • सहायक लक्ष्य बनाने से यह प्रोसेस मैनेजेबल बन जाएगी और अपने अल्टीमेट लक्ष्य तक पहुँचने के लिए आपको स्टेप-बाय-स्टेप प्लान बनाने में मदद मिलेगी | [9] X रिसर्च सोर्स
  • इन सहायक लक्ष्यों को जितना हो सके, औसत दर्जे के और वास्तविक बनायें | दूसरे शब्दों में कहें तो प्रत्येक लक्ष्य की एक स्पष्ट परिभाषा होनी चाहिए जिससे इन्हें हासिल करने के बाद बताना आसान बन सके | [10] X रिसर्च सोर्स
  • उदाहरण के लिए, अगर आपका लक्ष्य एक रेस्टोरेंट खोलना है तो आपके सहायक लक्ष्य में शामिल होंगे; कुछ मात्रा में पैसे इकट्ठे करना, लोकेशन खोजना, इंटीरियर डिजाईनिंग कराना, फर्निश्ड कराना, इंश्योरेंस कराना, कई तरह के परमिट और लाइसेंस लेना, कर्मचारियों की नियुक्ति करना और अंत में एक बड़ी ओपनिंग करना |
  • जब लॉन्ग-टर्म वाले लक्ष्यों पर काम करना हो तो यह फील करना बहुत आसान होता है कि आप कहीं नहीं भटकेंगे | हालाँकि, मैनेजेबल और स्पष्ट सहायक लक्ष्यों की लिस्ट के साथ आपको अपनी प्रोग्रेस देखना काफी आसान हो जाता है | इससे हार मानने का आवेग कम हो जाता है |
  • लॉन्ग-टर्म वाले लक्ष्यों (कई साल वाले), शॉर्ट टर्म वाले लक्ष्यों (कुछ महीने वाले), प्रोजेक्ट्स (कुछ सप्ताह वाले) और टास्क (कुछ दिनों वाली) वाले लक्ष्यों को विभाजित करने और स्ट्रेटेजी बनाकर हासिल करने की कोशिश करें | इसके लिए सॉफ्टवेर की प्लानिंग करना बेहतर होता है क्योंकि इससे आपको उत्तरदायी बने रहने, अपने प्रोजेक्ट्स को लिस्ट और आर्गनाइज्ड करने और सबसे जरुरी टास्क का सार निकालने और हर दिन प्लान्स बनाने में मदद मिल सकती है |

Step 4 टाइमलाइन बनायें:

  • डेडलाइन्स होने से अविलंबिता (urgency) की फीलिंग जुड़ने के कारण आप मोटिवेट होते रहेंगे | यह आपको कई बार अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उत्तरदायी भी बनाएगी, आपको अपनी लिस्ट की प्राथिमिकताओं से भटकने नहीं देगी | [11] X रिसर्च सोर्स
  • रेस्टोरेंट का उदाहरण लेते हुए, अगर आप तीन साल में 750,000 रूपये (10,000 डॉलर) बचाना चाहते हैं तो आप इसे हर महीने लगभग 20,800 रूपये (278 डॉलर) के रूप में ब्रेक कर सकते हैं | इससे आपको यह बात याद रखने में मदद मिलेगी कि हर महीने सच में पैसे अलग रखते जाना है, दूसरी चीज़ों में खर्च नहीं करना है |

Step 5 अवरोधों के लिए प्लान बनायें:

  • उदाहरण के लिए, इमेजिन करें कि आपने रिसर्च केमिस्ट बनना तय किया ई | आपने एक केमिस्ट्री के लिए एक टॉप स्कूल में ग्रेजुएशन लेने के लिए अप्लाई करने के बारे में निर्णय ले लिया है | लेकिन अगर आपको उसमे स्वीकृति ही न मिले तो क्या होगा? क्या आप कहीं और अप्लाई करेंगे? अगर ऐसा होता है तो आपको अपनी पहली चॉइस वाले स्कूल में स्वीकृति मिलने का इंतज़ार करने से पहले ही आपको दूसरा स्कूल भी अपनी लिस्ट में रखना पड़ेगा | अन्यथा आप सोच सकते हैं कि एक साल रूककर अगले साल फिर से अप्लाई करने का इंतज़ार कर लेते हैं | अगर सोचते हैं तो आप इस वर्ष के दौरान अपनी एप्लीकेशन को और ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए क्या करेंगे?

अपने लक्ष्य की ओर काम करें (Working Toward Your Goals in Hindi)

Step 1 सही वातावरण बनायें:

  • उदाहरण के लिए, अगर आप मेडिकल प्रोग्राम में प्रवेश करने जा रहे हैं तो आपको कई-कई घंटों तक लगातार पढाई करनी पड़ेगी और अपने काम में ध्यान लगाना होगा | अगर आप अपने किसी ऐसे दोस्त के साथ रहते हैं जो पूरे समय पार्टी करता रहता है तो वो आपको भी अपनी मौजमस्ती में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करेगा इसलिए आपको कहीं और शिफ्ट होना पड़ेगा |
  • खुद को दूसरे लक्ष्य पर ध्यान देने वाले लोगों के आसपास रखने से आपको जिम्मेदार और प्रोत्साहित बने रहने में मदद मिल सकती है |

Step 2 काम पर जाएँ:

  • अगर आप नहीं जानते कि आपका पहला छोटा लक्ष्य कैसे पूरा होगा तो समझ जाएँ कि पहले छोटे लक्ष्य के रूप में यह काफी जटिल है | अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति उठाने वाले पहले कदम को समझ नहीं पा रहे हैं तो आपको और ज्यादा रिसर्च करने और/या इसे और छोटे-छोटे लक्ष्यों में बांटने की जरूरत पड़ेगी |
  • भविष्य में काम शुरू करने की डेट को कम से कम कुछ दिन पहले से सेट कर लें | अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति उत्साहित हैं तो उसका पूर्वानुमान ही आपको पहली स्टेप के लिए मोटीवेट करता रहेगा और आप उत्साह से काम करेंगे | [14] X रिसर्च सोर्स
  • अपने प्लान को एडजस्ट करने, सलाह लेने या अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरुरी कोई टूल्स लेने के लिए डेट शुरू करने से पहले थोडा रुक सकते हैं |

Step 3 अपने लक्ष्यों पर लगातार काम करते रहें:

  • कई लोग लक्ष्य निर्धारित करते हैं और फिर शुरुआती स्टेज में ही उस लक्ष्य में उत्साह के साथ, बहुत सारा समय और एनर्जी देते हैं | उत्साहित रहना अच्छी बात है लेकिन खुद को पहले कुछ सप्ताह या महीनों में उसमे झोंकने की कोशिश न करें | अगर आप कोई स्टैण्डर्ड भी सेट नहीं करते जिससे आप लम्बे समय तक उस काम को करने के काबिल नहीं बचेंगे | याद रखें, आपको इसमें लम्बी दौड़ लगनी है | यह रेस नहीं है बल्कि एक यात्रा है | [15] X विश्वसनीय स्त्रोत American Psychological Association स्त्रोत (source) पर जायें
  • अपने लक्ष्य के प्रति काम करने के लिए डेली रूटीन बनाने से नियमित प्रोग्रेस को सुनिश्चित किया जा सकता है | [16] X रिसर्च सोर्स उदाहरण के लिए, अगर आप केमिस्ट बनने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं तो हर दिन का एक विशेष हिस्सा अपनी क्लास में मिला होमवर्क करने के लिए सेट करें | जैसे, दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक | अपनी रिसर्च खिद करने के लिए दिन का कोई एक विशेष हिस्सा सेट करें जैसे 7:30pm से 9 pm तक | इन उद्देश्यों के लिए हमेशा इसी समय का तब तक इस्तेमाल करें जब तक आपको इस शिड्यूल से पूरी तरह से हटना न पड़े | लेकिन 9pm पर, रात में सोने के लिए इस रोक दें और रिलैक्स होने के लिए कुछ करें |
  • याद रखें, किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए, बहुत सारा समय और प्रयास से बचने का कोई उपाय नही होता | अपने लक्ष्य को पाने के लिए लम्बे समय तक अथक प्रयास करके खूब पसीना बहाना ही पड़ता है | [17] X रिसर्च सोर्स

Step 4 मोटीवेटेड रहें:

  • हासिल होने योग्य सहायक लक्ष्य आपके मोटिवेशन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं | अगर आप अपनी प्रोग्रेस फील करते हैं तो उत्साहित और वचनबद्द रहना काफी आसान हो जायेगा | [२१] X रिसर्च सोर्स Duckworth, A. L., Peterson, C., Matthews, M. D., & Kelly, D. R. (2007). Grit: perseverance and passion for long-term goals. Journal of personality and social psychology, 92(6), 1087.
  • इंसेंटिव बनाने के लिए बढ़त का इस्तेमाल करें | पॉजिटिव सुदृढ़ीकरण या बढ़त आपकी लाइफ में कुछ न कुछ अच्छा ही करती है | नकारात्मक बढ़त कुछ अनचाही चीज़ों को दूर ले जाती है | दोनों ही आपको मोटीवेटेड रखने में मदद कर सकती हैं | अगर आप खुद को अपने रेस्टोरेंट के लिए परमिट लेने के लिए एप्लीकेशन फाइल करने पर फोकस करने की कोशिश कर रहे हों औ नोटिस करें कि आपका ध्यान भटक रहा है तो खुद को इनाम दें | हो सकता है कि एप्लीकेशन का काम ख़त्म होने पर एक प्रोफेशनल मसाज से खुद को ट्रीट दे सकें | या फिर आप एक बार साप्ताहिक कामों को छोड़कर खुद को ज्यादा मोटीवेटेड फील करेंगे | इसके अलावा, सुदृढीकरण से आप अपनी टास्क से भटकेंगे नहीं | [19] X रिसर्च सोर्स
  • खुद को सहायक लक्ष्य पाने में असफल होने के लिए सजा देना उतना इफेक्टिव नहीं होता जितना सुदृढ़ीकरण वाले अच्छे व्यवहार से होता है | अगर आप खुद के लिए अप्रिय परिणाम बनाने के लिए विकल्प के रूप में चुनते हैं तो इनाम का इस्तेमाल भी करें | [20] X रिसर्च सोर्स

Step 5 अपनी प्रोग्रेस को ट्रैक करें:

  • इनमे से कोई भी चीज़ आपको उन सहायक लक्ष्यों को याद दिलाने में मदद करेगी जिन्हें आप पहले ही हासिल कर चुके हैं | ये अपने शिड्यूल पर खुद को टिकाये रखने के लिए भी आपको उत्तरदायी बनाये रखते हैं | [21] X विश्वसनीय स्त्रोत Association for Supervision and Curriculum Development स्त्रोत (source) पर जायें
  • नियमित रूप से एक डायरी में लिखने से उस स्ट्रेस और एंग्जायटी कम करने में मदद मिल सकती है जो लॉन्ग-टर्म वाले लक्ष्य के लिए संघर्ष करने की प्रोसेस के साथ आती हैं | [22] X रिसर्च सोर्स
  • लक्ष्य अक्सर जीवन के अनुभवों के साथ बदलते रहते हैं | कुछ सालों पहले तय किये गये रास्ते पर आँख बंद करके चलने की बजाय अपने लक्ष्य के बारे में नियमित रूप से सोचते हुए सचेत प्रयास करें | संशोधन करने में कोई बुराई नहीं होती |
  • ऐसे"नकारात्मक" लक्ष्य बनाने से बचें जो आपको उत्साहित करने की बजाय नापसंद हों | [23] X रिसर्च सोर्स उदाहरण के लिए, "ख़राब रिलेशनशिप में रहना बंद करें" आमतौर पर "सम्पूर्ण रिलेशनशिप को खोजने" की तुलना में कम इफेक्टिव होता है |

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PC में हिंदी में टाइप करें (Type in Hindi on a PC)

  • ↑ Morisano, D., Hirsh, J. B., Peterson, J. B., Pihl, R. O., & Shore, B. M. (2010). Setting, elaborating, and reflecting on personal goals improves academic performance. Journal of Applied Psychology, 95(2), 255.)
  • ↑ http://www.fastcompany.com/3029765/work-smart/how-to-set-goals-for-the-life-you-actually-want
  • ↑ http://www.mindtools.com/page6.html
  • ↑ Austin, J. T., & Vancouver, J. B. (1996). Goal constructs in psychology: Structure, process, and content. Psychological Bulletin, 120, 338 –375.
  • ↑ Brunstein, J. C. (1993). Personal goals and subjective well-being: A longitudinal study. Journal of Personality and Social Psychology, 65, 1061–1070.
  • ↑ Koestner, R., Lekes, N., Powers, T. A., & Chicoine, E. (2002). Attaining personal goals: Self-concordance plus implementation intentions equals success. Journal of Personality and Social Psychology, 83, 231–244.
  • ↑ http://www.lifecoach-directory.org.uk/blog/2014/06/30/rediscover-your-motivation-and-set-achievable-goals-with-life-coach-directory/
  • ↑ http://us.reachout.com/facts/factsheet/putting-your-goals-into-action
  • ↑ http://www.goalsettingbasics.com/support-files/smart-instructions.pdf
  • ↑ http://www.connectionsacademy.com/blog/posts/2014-01-10/How-Students-Can-Achieve-Goals-by-Setting-Deadlines.aspx
  • ↑ http://theinvestingmindset.com/goal-setting-how-to-to-achieve-your-goals-in-7-steps
  • ↑ http://leavingworkbehind.com/how-to-set-goals/
  • ↑ http://zenhabits.net/the-ultimate-guide-to-motivation-how-to-achieve-any-goal/
  • ↑ http://www.apa.org/helpcenter/resolution.aspx
  • ↑ http://examinedexistence.com/why-having-a-daily-routine-is-important/
  • ↑ Duckworth, A. L., Peterson, C., Matthews, M. D., & Kelly, D. R. (2007). Grit: perseverance and passion for long-term goals. Journal of personality and social psychology, 92(6), 1087.
  • ↑ http://www.appliedbehavioralstrategies.com/reinforcement-101.html
  • ↑ http://www.mdaap.org/Bi_Ped_Brief_Interv_Behav_Modification.pdf
  • ↑ http://www.ascd.org/publications/educational-leadership/dec09/vol67/num04/When-Students-Track-Their-Progress.aspx
  • ↑ http://psychcentral.com/lib/the-health-benefits-of-journaling/
  • ↑ http://www.psychologytoday.com/blog/notes-self/201308/how-set-goals

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my future plans essay in hindi

Future Plans Essay

500+ words future plans essay.

Everyone has dreams and plans for the future. In our childhood, we dream of becoming a doctor, an engineer, an astronaut, etc. It’s we who really know best what we like. We know what we want in our life. Future plans can be different for different students. Below is just a sample essay that students can use for reference. This future plan essay will help students to write an effective essay on their future plans. They can also get the list of CBSE Essays on different topics for their practice. It will boost their score in English exams and also help them to participate in various essay writing competitions.

My Future Plan

I often wonder about my future as I am about to finish my schooling. There are a number of questions in my mind, and the one which mostly revolves around my mind is which profession I should choose. It is difficult for me to make a choice because I am aware that the decision will impact my entire life. I always dream of a profession that I can enjoy, that brings a challenge to me and satisfies me. I believe in a job that is like a hobby for me. I just don’t want to do the job to make money. Instead, I want to love my profession and duty. Also, my job should be such that I contribute to society and help people.

From my childhood, I always wanted to treat people and cure their diseases. So, to fulfil this dream of becoming a doctor, I have some future plans. Firstly, I have to complete my secondary schooling. Then, I have to complete my higher secondary education, and thereafter, I would like to study in a prestigious medical college and later become a doctor.

Studying medical science takes a long time. It is a difficult course and requires a tremendous amount of hard work and patience. I hope that I will be able to meet all the challenges and complete my studies well. After the completion of my studies, I would like to work in a hospital, so I can make my dream come true.

During my studies, I will have to work on different biology projects. The experience of working on these projects will give me insight into science and help me in becoming a good doctor. In addition, I also have to develop patience and diligence. During the summer vacations, I will have to work under a good doctor as an assistant nurse. It will help me to get real-life experience of how doctors work. Moreover, the learning will help me to deal with patients, nurses, doctors and staff of the hospital. It will be the best kickstart for my career as a future medical student.

As for now, I am focusing on my studies and looking forward to completing my schooling. I do have a future plan for my family. But, before that, I would like to travel the world. I want to visit different countries like America, Finland and London and travel to all the continents. After finishing my education and going on a world trip, I would like to settle down in my life. So, I will get married and would love to have a small family. I would like to have a small home in a natural and calm place where I can live and enjoy myself with my family.

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2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि पर निबंध 10 lines (My Vision For India in 2047 Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों मे

my future plans essay in hindi

My Vision For India in 2047 Essay in Hindi – 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त करने और 1950 में गणतंत्र बनने के बाद से भारत एक लंबा सफर तय कर चुका है। 2047 में, यह एक गणतंत्र के रूप में 100 साल पूरे कर लेगा, और यह सोचना रोमांचक है कि देश तब कैसा दिखेगा। एक राष्ट्र के रूप में, हमने पिछले कुछ दशकों में विशेष रूप से 2000 के दशक की शुरुआत में महत्वपूर्ण प्रगति की है। यह कल्पना करना आसान है कि अगले 25 वर्षों में और भी अधिक प्रगति करें। यहां “2047 में भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण” पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं।

2047 में भारत के लिए मेरे दृष्टिकोण पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on My Vision for India in 2047 in Hindi)

  • 1. मेरी पहली और सबसे महत्वपूर्ण दृष्टि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।
  • 2. भारत को गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अन्य सामाजिक बुराइयों से मुक्त होना चाहिए।
  • 3. भारत एक ऐसा राष्ट्र होना चाहिए जहां लोगों के बीच धन का समान वितरण हो।
  • 4. भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण पोषण के स्तर और लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना है।
  • 5. 2047 में भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण महिलाओं को अधिक शक्तिशाली और आत्म-निर्भर बनाना है।
  • 6. प्रत्येक बच्चे को शिक्षित होना चाहिए और किसी भी बच्चे को बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
  • 7. देश में विभिन्न धर्मों के बीच शांति और समृद्धि हो।
  • 8. भारत दुनिया का सबसे स्वच्छ देश हो।
  • 9. हमें खाद्य उत्पादन और ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनना चाहिए।
  • 10. मेरा विजन है कि हमारा देश 2047 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाए।

2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि पर 100 शब्दों का निबंध (100 Words Essay On My Vision For India In 2047 in Hindi)

मैं भारत को 2047 में नवाचार और प्रौद्योगिकी में एक वैश्विक नेता के रूप में देखता हूं। एक उच्च शिक्षित और कुशल कार्यबल के साथ, भारत चौथी औद्योगिक क्रांति में सबसे आगे होगा, जो अत्याधुनिक तकनीकों और समाधानों के विकास को आगे बढ़ाएगा।

इसके अतिरिक्त, मैं भारत को एक फलते-फूलते कारोबारी माहौल के साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वाणिज्य के एक केंद्र के रूप में देखता हूं, जो दुनिया भर से निवेश को आकर्षित करता है। देश की विविध संस्कृति और समृद्ध इतिहास पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बना रहेगा, जो इसे सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अन्वेषण के लिए एक शीर्ष गंतव्य बनाता है।

कुल मिलाकर, 2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि समृद्धि और प्रगति की है, जिसमें स्थिरता और सामाजिक जिम्मेदारी पर जोर दिया गया है। शिक्षा, नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्राथमिकता देकर, भारत में दुनिया के लिए आशा और प्रेरणा का एक प्रकाश स्तंभ बनने की क्षमता है।

2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि पर 200 शब्दों का निबंध (200 Words Essay On My Vision For India In 2047 in Hindi)

2047 में भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण यह है कि यह तकनीकी नवाचार और सतत विकास में विश्व में अग्रणी बने। 1.5 अरब से अधिक लोगों की आबादी के साथ, हमें अपने नागरिकों और पर्यावरण की भलाई को प्राथमिकता देनी चाहिए।

अक्षय ऊर्जा में बदलाव | इस दृष्टि का एक प्रमुख पहलू नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को व्यापक रूप से अपनाना है। सौर पैनल और पवन टर्बाइन आम होंगे, जो घरों और व्यवसायों के लिए स्वच्छ और कुशल ऊर्जा प्रदान करेंगे। स्वच्छ ऊर्जा की ओर यह बदलाव हमारे कार्बन पदचिह्न को कम करेगा और रोजगार सृजित करेगा और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करेगा।

उन्नत परिवहन | एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू उन्नत बुनियादी ढांचे का कार्यान्वयन है। हाई-स्पीड ट्रेनें और कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली प्रमुख शहरों को जोड़ेगी, जिससे सड़क प्रदूषण और भीड़भाड़ कम होगी।

प्रौद्योगिकी | संसाधन प्रबंधन का अनुकूलन करने और नागरिकों के लिए जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्मार्ट शहरों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा।

एजुकेशन हब | इसके अलावा, मैं भारत को शिक्षा और अनुसंधान के केंद्र के रूप में देखता हूं। हमारे विश्वविद्यालय दुनिया भर से शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करेंगे, और हमारे वैज्ञानिक और इंजीनियर कृत्रिम बुद्धिमत्ता और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण खोज करेंगे।

कुल मिलाकर, 2047 में भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण इसे एक ऐसा देश बनाना है जो तकनीकी रूप से उन्नत, पर्यावरण के प्रति जागरूक और सामाजिक रूप से प्रगतिशील हो। हम सभी के लिए एक सतत और न्यायसंगत भविष्य बनाने के मार्ग का नेतृत्व करेंगे।

2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि पर 300 – 400 शब्दों का निबंध (300 – 400 Words Essay On My Vision For India In 2047 in Hindi)

1947 में, भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली। भारत वर्ष 2047 में अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है और संप्रभुता, जो भारतीयों को बड़ा सोचने और बनाने के लिए प्रेरित करती है

उन्हें मजबूत।

आजादी के 100 साल बाद भारत के लिए मेरा विजन, 2047 उन स्वतंत्रता सेनानियों की तरह मजबूत होना है जिन्होंने हमारे देश के लिए लड़ाई लड़ी और इसे बनाने में अपनी जान गंवा दी

भारत एक स्वतंत्र देश है।

इस खास मौके पर पूरा देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है। हमारा देश 2047 में वही होगा जो हम आज बनाएंगे।

मैं 2047 में भारत के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करूंगा। भारत के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित किया जाएगा और किसी भी बच्चे को बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

सभी को स्नातक, निरक्षर आदि जैसी विभिन्न योग्यताओं वाले लोगों के लिए आवश्यक शिक्षा और अच्छी नौकरियों के अवसर मिलने चाहिए।

मैं भारत को समान सम्मान, लिंग, रंग, धर्म और भुखमरी से मुक्त देखना चाहता हूं, और जाति और आर्थिक स्थिति का कोई भेदभाव नहीं है।

भारत को गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और अन्य सामाजिक बुराइयों से मुक्त होना चाहिए। सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए। लोग हेल्थ और फिटनेस के प्रति भी जागरूक हैं।

अमीर और गरीब के बीच कोई अंतर नहीं होना चाहिए।

हमारा देश धर्मनिरपेक्ष बना रहना चाहिए जहां सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार किया जाता है। सभी को पर्याप्त मात्रा में संसाधन मिलने चाहिए जिसके वे हकदार हैं और कोई भी बिना भोजन, कपड़े और आश्रय के न सोए।

गरीबी और भुखमरी से कोई मौत नहीं है। महिलाएं सुरक्षित हैं और सड़क पर स्वतंत्र रूप से चलती हैं, उन्हें बहुत शक्तिशाली और आत्म निर्भर होना चाहिए।

किसानों को बीज, कीटनाशक और उर्वरक ज्ञान की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।

मैं चाहता हूं कि मेरा भारत हरा-भरा और स्वच्छ हो और तरह-तरह के प्रदूषण से मुक्त हो। मैं भारत को अन्य सभी देशों के लिए एक आदर्श राष्ट्र के रूप में देखना चाहता हूं।

भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण सभी क्षेत्रों में विकास करना है। मेरा भारत प्रेम की भूमि बना रहे।

सब ओर सुख है, लोग आपस में प्रेम करें। भारत भूख और आंसू से मुक्त है, यह 2047 में भारत का मेरा दृष्टिकोण है।

2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि पर 500 शब्दों का निबंध (500 Words Essay On My Vision For India In 2047 in Hindi)

2047 में, भारत एक ऐसा देश होगा जो जीवन के हर पहलू में संपन्न होगा। इसने खुद को वैश्विक नेता के रूप में बदलने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और शिक्षा की शक्ति का सफलतापूर्वक उपयोग किया होगा। सरकार अपने नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने में सक्रिय होगी और ऐसी नीतियों को लागू करेगी जो जनसंख्या के समग्र कल्याण को सुनिश्चित करती हैं।

संपन्न बुनियादी ढांचा

2047 में भारत की सबसे आकर्षक विशेषताओं में से एक बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास होगा। देश में सड़कों, रेलवे और हवाई अड्डों का एक अच्छी तरह से जुड़ा नेटवर्क होगा, जिससे लोगों के लिए देश-विदेश में यात्रा करना आसान हो जाएगा। सरकार ने स्मार्ट शहरों के विकास में भी भारी निवेश किया होगा, जो अत्याधुनिक सुविधाओं और सुविधाओं से लैस होंगे। इन शहरों को रहने और काम करने के लिए आदर्श स्थान बनाते हुए ऊर्जा कुशल और पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा।

सुलभ हेल्थकेयर

स्वास्थ्य सेवा के मामले में, 2047 में भारत दुनिया के कुछ बेहतरीन अस्पतालों और चिकित्सा सुविधाओं का घर होगा। सरकार स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देगी और ऐसी नीतियां लागू करेगी जो इसे सभी नागरिकों के लिए सुलभ बनाएं। डॉक्टरों, नर्सों और विशेषज्ञों सहित कई प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवर मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में काम करेंगे।

बेहतर शिक्षा

शिक्षा भी एक अन्य क्षेत्र होगा जहां भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की होगी। सरकार ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों के विकास में भारी निवेश किया होगा, और कई उच्च योग्य शिक्षक और प्रोफेसर होंगे जो अगली पीढ़ी के दिमाग को आकार देने में मदद करेंगे। छात्रों के लिए शैक्षिक संसाधनों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध होगी, जैसे किताबें, कंप्यूटर और अन्य तकनीकी सहायता, जो उनकी शिक्षा को बढ़ाएगी।

संपन्न अर्थव्यवस्था

2047 में भारत की सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक इसकी संपन्न अर्थव्यवस्था होगी। देश में विविध प्रकार के उद्योग होंगे, जिनमें विनिर्माण, कृषि और सेवाएं शामिल हैं, जो इसके तीव्र विकास में योगदान दे रहे हैं। देश में कई सफल व्यवसाय संचालित होंगे, और सरकार उन नीतियों को लागू करेगी जो उद्यमिता और नवाचार को प्रोत्साहित करती हैं।

मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंध

अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के संदर्भ में, भारत 2047 में वैश्विक समुदाय का एक सम्मानित सदस्य होगा। देश के कई देशों के साथ मजबूत राजनयिक संबंध होंगे और क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में एक प्रमुख खिलाड़ी होगा। इसने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों को संबोधित करने और निपटने में भी अग्रणी भूमिका निभाई होगी। यह इन दबाव वाले मुद्दों का समाधान खोजने के लिए अन्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा।

प्रौद्योगिकी और नवाचार को गले लगाना

उदाहरण के लिए, 2047 में, भारत नवीकरणीय ऊर्जा में अग्रणी बन जाएगा, इसकी ऊर्जा जरूरतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सौर और पवन ऊर्जा के माध्यम से पूरा किया जाएगा। सरकार उन नीतियों को लागू करेगी जो स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करती हैं और इसे समर्थन देने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में भारी निवेश करती हैं।

क्षमता से भरा राष्ट्र

अंत में, 2047 में भारत एक ऐसा देश होगा जो संभावनाओं से भरा होगा और 21वीं सदी में एक वैश्विक नेता बनने की क्षमता रखेगा। यह एक ऐसा राष्ट्र होगा जिसने अपनी वृद्धि और विकास को चलाने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और शिक्षा को अपनाया है और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी स्थिति में होगा।

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मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – My Aim In Life Essay

My Aim In Life Essay

हर किसी के जीवन के लक्ष्य अलग-अलग होते हैं, कोई किसी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है तो कोई किसी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाना चाहता है और नाम कमाना चाहता है, अर्थात लक्ष्य के द्धारा ही व्यक्ति एक सुखी जीवन का आनंद ले सकता है।

वहीं लक्ष्य एक अतिमहत्वपूर्ण विषय है, जिस पर कई बार स्कूलों में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में अथवा क्लास में बच्चों को “मेरे जीवन का लक्ष्य” पर निबंध (My Aim In Life Essay) लिखने के लिए कहा जाता है, इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में ‘मेरे जीवन का लक्ष्य’ पर अलग-अलग शब्दों में निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है –

My Aim In Life Essay

“मेरे जीवन का लक्ष्य” पर निबंध नंबर – My Aim In Life Essay

जाहिर है कि इस दुनिया में हर व्यक्ति की सोच और उसका लक्ष्य अलग होता है। कोई एक आदर्श शिक्षक बनकर शिक्षित समाज का निर्माण कर देश का कल्याण करना चाहता है, तो कोई इंजीनियर बनकर बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ी करना चाहता है, तो कोई समाजसेवी बनकर समाज में फैली कुरोतियों को दूर करना चाहता है और जरूरतमंदों और असहायों की मद्द करना चाहता है।

सभी अपने सामर्थ्य और क्षमता के मुताबिक ही अपने-अपने लक्ष्यों का निर्धारण करते हैं, वैसे ही मैं जब भी किसी रोगी को दर्द से कराहता देखता हूं, या फिर जब किसी अस्वस्थ व्यक्ति की पीड़ा समझने की कोशिश करता हूं, तो अक्सर मेरे दिल और दिमाग में यही ख्याल आता है कि काश मै डॉक्टर होता तो इसकी मद्द कर पाता।

इसलिए मैने यह संकल्प लिया है कि मै डॉक्टर बनने के लिए पूरा प्रयास करूंगा और अपनी क्षमता शक्ति से अधिक मेहनत करूंगा ताकि मै एक सफल डॉक्टर बन सकूं।

आपको बता दूं कि मेरा अन्य लोगों की तरह डॉक्टर बनकर सिर्फ नोट छापने का कोई उद्देश्य नहीं है, बल्कि मैं डॉक्टर बनकर गंभीर रोगों से लड़ रहे गरीब और असहाय लोगों के काम आना चाहता हूं और एक स्वस्थ भारत के निर्माण में अपना सहयोग देना चाहता हूं।

वहीं कई लोग पैसे के अभाव में और कुछ मजबूरियों के चलते डॉक्टर की डिग्री हासिल नहीं कर सकते, लेकिन मैं अक्सर यही सोचता हूं कि अगर मै डॉक्टर बनने का निश्चय किया है तो किसी भी हालत में अपने लक्ष्य को पाकर ही रहूंगा और रोगों से लड़ रहे लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाऊंगा, इसके साथ ही पीडि़त लोगों को उनके रोगों को दूर भगाने के लिए सही सलाह दूंगा। साथ ही उन्हें यह भी बताऊंगा कि वे कैसे स्वस्थ जीवन जीएं।

उपसंहार –

जाहिर है कि ज्यादातर लोग अपने जीवन में बड़े-बड़े सपने देखते हैं और लक्ष्यों का निर्धारण करते हैं, लेकिन कुछ चुनिंदा लोग ही ऐसे होते हैं, जो अपने लक्ष्यों को पाने के लिए निरंतर कोशिश करते हैं, ऐसे लोग ही अपने लक्ष्यों का आसानी से हासिल कर लेते हैं।

इसलिए हमें अपने जीवन के लक्ष्यों का निर्धारण करना चाहिए साथ ही इसे पाने के लिए निरंतर कोशिश भी करते रहना चाहिए। तभी हमारा जीवन सार्थक हो सकेगा।

Essay on Mere Jeevan ka Lakshya in Hindi

लक्ष्य को रखने वाला मनुष्य ही अपने जीवन में सही रास्ते पर चल सकता है और अपने परिवार और देश के विकास में सहयोग कर सकता है, वहीं लक्ष्यविहीन मनुष्य उस गेंदबाज की तरह होते हैं, जो गेंद तो फेंकते हैं लेकिन उसने सामने विकेट नहीं होते।

ऐसे मनुष्य को न तो समाज में कोई दर्जा मिलता है और न ही वह अपने जीवन में कभी आगे बढ़ सकता है, इसलिए हर किसी को अपने जीवन में लक्ष्यों का निर्धारण करना चाहिए। वैसे ही मैं भी अक्सर एक शिक्षक बनने के बारे में सोचता हूं, और एक आदर्श शिक्षक बनना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है-

मेरे जीवन का लक्ष्य –

मेरे जीवन का लक्ष्य एक शिक्षक बनना है – जाहिर है कि एक शिक्षक, समाज और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और विद्यार्थियों का सही मार्गदर्शन कर उसे अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने के काबिल बनाता है।

इसके साथ ही शिक्षक, शिष्य के अंदर सोचने-समझने की शक्ति विकसित करते हैं, और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं, वहीं आज मै भी अपने टीचर की बदौलत ही इस काबिल बन पाया हूं कि अपने जीवन के लक्ष्यों का निर्धारण कर सकूं।

वहीं हो सकता है कि कुछ लोग मेरे शिक्षक बनने के इस लक्ष्य को छोटा समझें लेकिन अगर मुझे एक आदर्श शिक्षक बनने का मौका मिला तो यह मेरे लिए बहुत गर्व और सम्मान की बात होगी, क्योंकि मैं शिक्षक बनकर कई छात्रों का सही मार्गदर्शन कर उनके भविष्य को संवारना चाहता हूं, और विकसित राष्ट्र की नींव रखना चाहता हूं।

क्योंकि एक शिक्षक बनकर ही समाज और राष्ट्र के हित के लिए काम किया जा सकता है, शिक्षक, समाज को एक नई दिशा देता है, और विद्यार्थियों को एक नया जीवन प्रदान करता है, इसलिए शिक्षक को भगवान से ऊंचा दर्जा दिया गया है, वहीं इस संदर्भ में कबीर जी का यह दोहा भी काफी प्रसिद्ध है –

गुरु गोबिन्द दोनों खड़े, काके लागू पाय बलिहारी, गुरु आपने, जिन गोबिन्द दियो बताय॥

इसके अलावा भी कई महान कवियों और महान पुरुषों ने शिक्षकों के महत्व को अपने विचारों के माध्यम से व्यक्त किया है। जिसके बारे में गंभीरता से सोचते हुए मैने भी शिक्षक बनने का प्रण लिया है।

एक आदर्श शिक्षक बनने के लिए मै निरंतर प्रयासरत रहता हूं और मैं इसके लिए हिन्दी विषय से पीएचडी की पढ़ाई भी करना चाहता हूं, मै छात्रों को हिन्दी विषय के पूरी जानकारी देना चाहता हूं और मैं इसके हिन्दी साहित्य से लेकर व्याकरण तक का ज्ञान देना चाहता हूं।

इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को उनके कर्तव्यों का बोध करवाना चाहता हूं। और एक आदर्श शिक्षक बनकर समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहता हूं।

वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं कि शिक्षक बनकर सिर्फ चंद पैसे कमाना चाहते हैं, और विद्यार्थियों का सही मार्गदर्शन नहीं करते हैं, मैं इस तरह का शिक्षक बिल्कुल भी नहीं बनना चाहता हूं।

आपको बता दूं कि मेरे जीवन का लक्ष्य एक ऐसा शिक्षक बनना है, जो देश और समाज के कल्याण में काम आ सके और विद्यार्थियों के भविष्य को सुनहरा बना सके।

उपसंहार

शिक्षक को समाज में सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है, क्योंकि शिक्षक ही किसी भी व्यक्ति का उसके जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने में मद्द करता है, और उसके अंदर सामाजिक, मानसिक, आध्यात्मिक ज्ञान देता है। इसलिए मेरे जीवन का लक्ष्य एक आदर्श शिक्षक बनना है।

  • How to achieve goals

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1 thought on “मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – My Aim In Life Essay”

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जीवन में मेरे लक्ष्य पर 10 लाइन | 10 Lines on My Aim in Life in Hindi

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10 Lines on My Aim in Life in Hindi : इस लेख में, मेरे जीवन के लक्ष्य के बारे में 10 लाइन प्रदान की हैं। यह आपके लिए सबसे अच्छी जगह है।

प्रत्येक व्यक्ति का जीवन में कोई न कोई लक्ष्य होता है। यदि कोई व्यक्ति बिना किसी निश्चित लक्ष्य के वर्षों में बढ़ता है, तो वह जीवन में सफल नहीं हो सकता। ऐसे व्यक्ति का जीवन बिना सीढ़ी के जहाज के समान होता है।

कुछ लोग जीवन में यश और कीर्ति की कामना करते हैं। कुछ का उद्देश्य ज्ञान प्राप्त करना है। मैं हमेशा अपने लक्ष्य के अनुसार खुद को तैयार करता हूं। मैं शिक्षक बनकर अपने देश के गरीब लोगों को शिक्षित करना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि भगवान मेरे उद्देश्य को पूरा करेंगे।

10 Lines on My Aim in Life

Table of Contents

5 Lines on My Aim in Life in Hindi

Pattern 1  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, and 5 Students.

  • जीवन में प्रत्येक व्यक्ति का कोई न कोई लक्ष्य होता है।
  • मुइस्ट लोग भविष्य बनाने का लक्ष्य रखते हैं।
  • मेरा लक्ष्य जीवन में शिक्षक बनना है।
  • एक शिक्षक लोगों को अंधेरे में ले जाता है।
  • एक अच्छा शिक्षक राष्ट्र का वास्तविक निर्माता होता है।

my future plans essay in hindi

10 Lines on My Aim in Life in Hindi

Pattern 2  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 6, 7, 8, and 9 Students.

  • लक्ष्य के बिना जीवन व्यर्थ है।
  • अलग-अलग लोगों के जीवन में अलग-अलग उद्देश्य होते हैं। अधिकांश लोगों का लक्ष्य भविष्य बनाना होता है।
  • यदि कोई व्यक्ति बिना किसी निश्चित लक्ष्य के वर्षों में बढ़ता है, तो वह जीवन में सफल नहीं हो सकता।
  • मैं अपने जीवन में शिक्षक बनना चाहता हूं।
  • मेरे माता-पिता और शिक्षक हमेशा मुझे शिक्षण का महत्व बताते हैं।
  • मैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं।
  • सभी प्रतिभाशाली लोग अपनी प्रसिद्धि के लिए अपने शिक्षकों के आभारी हैं
  • कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सत्ता हासिल करना चाहते हैं और दूसरों पर अधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं।
  • एक शिक्षक के रूप में मैं देश के लिए बेहतर तरीके से योगदान कर सकता हूं।
  • मैं अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।

10 Lines on My Aim in Life in Hindi

Short Essay on My Aim in Life in Hindi

Pattern 3 –   10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 10,11 12, and Competitive Exams Students.

लक्ष्य के बिना जीवन व्यर्थ है। अलग-अलग लोगों के जीवन में अलग-अलग उद्देश्य होते हैं। अधिकांश लोगों का लक्ष्य भविष्य बनाना होता है। यदि कोई व्यक्ति बिना किसी निश्चित लक्ष्य के वर्षों में बढ़ता है, तो वह जीवन में सफल नहीं हो सकता।

मैं अपने जीवन में शिक्षक बनना चाहता हूं। मेरे माता-पिता और शिक्षक हमेशा मुझे शिक्षण का महत्व बताते हैं। मैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं। सभी प्रतिभाशाली लोग अपनी प्रसिद्धि के लिए अपने शिक्षकों के आभारी हैं

कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सत्ता हासिल करना चाहते हैं और दूसरों पर अधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं।एक शिक्षक के रूप में मैं देश के लिए बेहतर तरीके से योगदान कर सकता हूं। मैं अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।

Also Read –

10 Lines on My Aim in Life in English

Pattern 4 –   10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams Students.

  • Life is meaningless without a goal.
  • Different people have different objectives in life. The goal of most people is to create a future.
  • If a person grows over the years without any definite goal, then he cannot be successful in life.
  • I want to become a teacher in my life.
  • My parents and teachers always tell me the importance of education.
  • I am working hard to fulfill my dreams.
  • All talented people are grateful to their teachers for their fame
  • There are some people who want to gain power and exercise authority over others.
  • As a teacher, I can contribute to the country in a better way.
  • I am trying my best to fulfill the purpose of my life.

10 Lines on My Aim in Life in Odia

Pattern 5 –   10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams Students.

  • ଲକ୍ଷ୍ୟ ବିନା ଜୀବନ ଅର୍ଥହୀନ |
  • ଜୀବନରେ ବିଭିନ୍ନ ଲୋକଙ୍କ ଭିନ୍ନ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟ ଥାଏ | ଭବିଷ୍ୟତ ସୃଷ୍ଟି କରିବା ଅଧିକାଂଶ ଲୋକଙ୍କ ଲକ୍ଷ୍ୟ |
  • ଯଦି କ person ଣସି ନିର୍ଦ୍ଦିଷ୍ଟ ଲକ୍ଷ୍ୟ ବିନା ଜଣେ ବ୍ୟକ୍ତି ବର୍ଷ ବର୍ଷ ଧରି ବ ows େ, ତେବେ ସେ ଜୀବନରେ ସଫଳ ହୋଇପାରିବ ନାହିଁ |
  • ମୁଁ ମୋ ଜୀବନରେ ଶିକ୍ଷକ ହେବାକୁ ଚାହୁଁଛି |
  • ମୋର ପିତାମାତା ଏବଂ ଶିକ୍ଷକମାନେ ସର୍ବଦା ମୋତେ ଶିକ୍ଷାର ମହତ୍ତ୍ tell କୁହନ୍ତି |
  • ମୋର ସ୍ୱପ୍ନକୁ ପୂରଣ କରିବା ପାଇଁ ମୁଁ କଠିନ ପରିଶ୍ରମ କରୁଛି |
  • ସମସ୍ତ ପ୍ରତିଭାବାନ ବ୍ୟକ୍ତି ସେମାନଙ୍କର ଖ୍ୟାତି ପାଇଁ ସେମାନଙ୍କ ଶିକ୍ଷକମାନଙ୍କୁ କୃତଜ୍ଞ |
  • କିଛି ଲୋକ ଅଛନ୍ତି ଯେଉଁମାନେ ଶକ୍ତି ହାସଲ କରିବାକୁ ଏବଂ ଅନ୍ୟମାନଙ୍କ ଉପରେ କ୍ଷମତା ପ୍ରୟୋଗ କରିବାକୁ ଚାହୁଁଛନ୍ତି |
  • ଜଣେ ଶିକ୍ଷକ ଭାବରେ ମୁଁ ଏକ ଉନ୍ନତ ଦେଶରେ ଦେଶ ପାଇଁ ଅବଦାନ ଦେଇପାରେ |
  • ମୋ ଜୀବନର ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟ ପୂରଣ କରିବାକୁ ମୁଁ ଚେଷ୍ଟା କରୁଛି |

10 Lines on My Aim in Life in Telugu

Pattern 6 –   10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams Students.

  • లక్ష్యం లేని జీవితం అర్థరహితం.
  • వేర్వేరు వ్యక్తులు జీవితంలో వేర్వేరు లక్ష్యాలను కలిగి ఉంటారు. చాలా మంది వ్యక్తుల లక్ష్యం భవిష్యత్తును సృష్టించడం.
  • ఒక వ్యక్తి ఏ నిర్దిష్ట లక్ష్యం లేకుండా సంవత్సరాలుగా ఎదుగుతుంటే, అతను జీవితంలో విజయం సాధించలేడు.
  • నా జీవితంలో నేను టీచర్‌ని కావాలనుకుంటున్నాను.
  • నా తల్లిదండ్రులు మరియు ఉపాధ్యాయులు ఎల్లప్పుడూ నాకు విద్య యొక్క ప్రాముఖ్యతను చెబుతారు.
  • నా కలలను నెరవేర్చుకోవడానికి కష్టపడుతున్నాను.
  • ప్రతిభావంతులైన వ్యక్తులందరూ వారి కీర్తి కోసం వారి ఉపాధ్యాయులకు కృతజ్ఞతలు తెలుపుతారు
  • అధికారాన్ని పొందాలని, ఇతరులపై అధికారం చెలాయించాలని కొందరు వ్యక్తులున్నారు.
  • టీచర్‌గా నేను దేశానికి మరింత మెరుగైన రీతిలో దోహదపడగలను.
  • నా జీవిత లక్ష్యాన్ని నెరవేర్చుకోవడానికి నా వంతు ప్రయత్నం చేస్తున్నాను.

10 Lines on My Aim in Life in Marathi

Pattern 7 –   10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10,11 12, and Competitive Exams Students.

  • ध्येयाशिवाय जीवन निरर्थक आहे.
  • वेगवेगळ्या लोकांची जीवनात वेगवेगळी उद्दिष्टे असतात. बहुतेक लोकांचे ध्येय भविष्य घडवणे हे असते.
  • जर एखादी व्यक्ती कोणत्याही निश्चित ध्येयाशिवाय वर्षानुवर्षे वाढत असेल तर तो जीवनात यशस्वी होऊ शकत नाही.
  • मला माझ्या आयुष्यात शिक्षक व्हायचे आहे.
  • माझे पालक आणि शिक्षक मला नेहमी शिक्षणाचे महत्त्व सांगतात.
  • माझी स्वप्ने पूर्ण करण्यासाठी मी खूप मेहनत घेत आहे.
  • सर्व प्रतिभावान लोक त्यांच्या प्रसिद्धीसाठी त्यांच्या शिक्षकांचे आभारी आहेत
  • काही लोक आहेत ज्यांना सत्ता मिळवायची आहे आणि इतरांवर अधिकार गाजवायचा आहे.
  • एक शिक्षक म्हणून मी देशासाठी अधिक चांगल्या पद्धतीने योगदान देऊ शकतो.
  • माझ्या जीवनाचा उद्देश पूर्ण करण्यासाठी मी सर्वतोपरी प्रयत्न करत आहे.

Last Word on My Aim in Life in Hindi

इस लेख में, मैंने मेरे जीवन के लक्ष्य के बारे में 10 लाइन प्रदान की हैं। यह आपके लिए सबसे अच्छी जगह है।

प्रिय बच्चों और छात्रों के लिए यह निबंध बहुत ही सरल और याद रखने में आसान है। ये टिप्स और ट्रिक्स छात्रों को जीवन में अपने उद्देश्य पर एक आदर्श निबंध लिखने में मदद करेंगे।

यह निबंध छात्रों को अपना होमवर्क करने में बहुत मदद करता है जो एक प्रभावी तरीका है। मुझे आशा है कि यह निबंध आपके लिए और आप की तरह बहुत उपयोगी है।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

नीचे टिप्पणी अनुभाग में किसी भी संबंधित प्रश्न या सुझाव को बेझिझक छोड़ें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए मूल्यवान है! यदि आपको यह जानकारी दिलचस्प लगती है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने में संकोच न करें, जो इसे पढ़ने का आनंद भी ले सकते हैं। साझा करना देखभाल है!

References Links:

  • https://en.wikipedia.org/wiki/Aim_in_Life
  • https://www.wikihow.com/Find-Your-Purpose-in-Life
  • https://www.vedantu.com/english/my-aim-in-life-essay

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  • मेरा जीवन लक्ष्य पर निबंध |Essay on My Aim of Life in Hindi

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मेरा जीवन लक्ष्य पर निबंध |Essay on My Aim of Life in Hindi!

मनुष्य का महत्वाकांक्षी होना एक स्वाभाविक गुण है । प्रत्येक व्यक्ति जीवन में कुछ न कुछ विशेष प्राप्त करना चाहता है । कुछ बड़े होकर डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं तो कुछ व्यापार में अपना नाम कमाना चाहते हैं ।

इसी प्रकार कुछ समाज सेवा करना चाहते हैं तो कुछ भक्ति के मार्ग पर चलकर ईश्वर को पाने की चेष्टा करते है । सभी व्यक्तियों की इच्छाएँ अलग-अलग होती हैं परंतु इनमें से बहुत कम लोग ही अपनी इच्छा को साकार रूप में देख पाते हैं । थोड़े से भाग्यशाली अपनी इच्छा को मूर्त रूप दे पाते हैं । ऐसे व्यक्तियों में सामान्यता दृढ़ इच्छा-शक्ति होती है और वे एक निश्चित लक्ष्य की ओर सदैव अग्रसर रहते हैं ।

मनुष्य के जीवन में एक निश्चित लक्ष्य का होना अनिवार्य है । लक्ष्यविहीन मनुष्य क्रिकेट के खेल में उस गेंदबाज की तरह होता है जो गेंद तो फेंकता है परंतु सामने विकेट नहीं होते । इसी भाँति हम परिकल्पना कर सकते हैं कि फुटबाल के खेल में जहाँ खिलाड़ी खेल रहे हों और वहाँ से गोल पोस्ट हटा दिया जाए तो ऐसी स्थिति में खिलाड़ी किस स्थिति में होंगे इस बात का अनुमान स्वत: ही लगाया जा सकता है । अत: जीवन में एक निश्चित लक्ष्य एवं निश्चित दिशा का होना अति आवश्यक है ।

मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं बड़ा होकर चिकित्सक बनूँ और अपने चिकित्सा ज्ञान से उन सभी लोगों को लाभान्वित करूँ जो धन के अभाव में उचित चिकित्सा प्राप्त नहीं कर पाते हैं । मैं इस बात को अच्छी तरह समझता हूँ कि एक अच्छा चिकित्सक बनना आसान नहीं है ।

अच्छे विद्‌यालय का चयन, उसमें प्रवेश पाना तथा पढ़ाई में होने वाला खर्च आदि अनेक रुकावटें हैं । परंतु मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इन बाधाओं को पार कर सकूँगा । इसके लिए मैंने बहुत कड़ी मेहनत का संकल्प लिया है । उचित मार्गदर्शन के लिए मैं अपने अध्यापक व अनुभवी छात्रों का सहयोग ले रहा हूँ ।

चिकित्सक बनने के बाद मैं भारत के उन गाँवों में जाना चाहता हूँ जहाँ पर अच्छे चिकित्सक का अभाव है अथवा जहाँ पर चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था नहीं है । में उन सभी लोगों का इलाज नि:शुल्क करना चाहता हूँ जो धन के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पाते हैं । इसके अतिरिक्त मैं उनमें अच्छे स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता लाना चाहता हूँ ।

ADVERTISEMENTS:

वे किस प्रकार जीवन-यापन करें, सफाई, स्वास्थ्य एवं संतुलित भोजन के महत्व को समझें, इसके लिए मैं व्यापक रूप से अपना योगदान देना चाहता हूँ । आजकल कुछ परंपरागत रोगों का इलाज तो आसानी से संभव है लेकिन उचित जानकारी का अभाव, रोग तीव्र होने पर ही इलाज के लिए तत्पर होना जैसी समस्याएँ अशिक्षितों एवं ग्रामीणों की प्रमुख समस्याएँ हैं ।

इस दिशा में मैं कुछ सार्थक कदम जरूर उठाना चाहूँगा । मेरे लक्ष्य में देश और समाज की सेवा का भाव निहित है । सभी लोगों, विशेषकर निर्धन लोगों को चिकित्सा तथा अच्छे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देकर मैं निश्चय ही आत्म-संतुष्टि प्राप्त करूँगा ।

समाचार-पत्रों व दूरदर्शन अथवा अन्य माध्यमों से जब मुझे इस बात की जानकारी प्राप्त होती है कि देश के गाँवों में प्रतिवर्ष हजारों लोग कुपोषण के कारण तथा उचित चिकित्सा के अभाव में मृत्यु के शिकार हो जाते हैं तो मुझे वास्तव में बहुत दु:ख होता है ।

यह निश्चय ही देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी कि मैं अपने देश और देशवासियों के लिए अपना योगदान कर सकूँगा । दूसरी ओर एड्‌स जैसी कई बीमारियाँ ऐसी हैं जिनके बारे में समाज को जागरूक बनाना अत्यावश्यक है ।

मुझे विश्वास है कि मेरे इस जीवन के लक्ष्य में गुरुजनों, सहपाठियों व माता-पिता सभी का सहयोग प्राप्त होगा । ईश्वर मेरे इस नेक कार्य व मेरे लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में मेरी सहायता करेंगे इसका मुझे पूर्ण विश्वास है । मैं खुद भी अपने लक्ष्य की प्राप्ति में कोई कसर नहीं छोड़ूँगा ।

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मेरे जीवन का उद्देश्य निबंध | Essay on My Ambition in Life

मेरे जीवन का उद्देश्य एक ब्लॉगर बनना था | आपके जीवन का लक्ष्य क्या है? यह निबंध मेरा लक्ष्य और मेरे प्रयास के बारे में बताएगा. Essay on ‘Mere Jeewan ka Uddeshya’ इस लेख को मेरा उद्देश्य पर निबंध के रूप में भी अपने गृहकार्य में लिख सकते हैं।

मेरे जीवन का उद्देश्य निबंध | Essay on My Ambition in Life | I want to become a Blogger in Hindi

लक्ष्य क्या है what is ambition in hindi.

एक निश्चित लक्ष्य ही सफलता की नींव है। लक्ष्य के बिना हमारा जीवन स्टीयरिंग के बिना एक कार की तरह है। आप बड़े होकर क्या करना चाहते हैं ? किसके जैसा बनना चाहते हैं ? वही आपके जीवन का लक्ष्य कहलाता है । पहले ज़्यादातर बच्चे डॉक्टर, इंजिनियर, या अध्यापक बनने की चाह रखते थे, किन्तु आज इन्टरनेट ने हमारे लिए बहुत से नए रास्ते खोल दिए हैं।

आज हर व्यक्ति किसी भी विषय की जानकारी की खोज के लिए गूगल का उपयोग करता है । बटन दबाते ही सारी जानकारी आपके सामने या जाती है। क्या आपको मालूम है कि गूगल पर यह सारी जानकारी कहाँ से आती है ? यह जानकारी वहां पर ब्लॉगर लिखते हैं। और वे भी आपके और मेरे जैसे सामान्य इंसान ही हैं।

मेरा लक्ष्य एक सफल ब्लॉगर बनना है। एक ब्लॉगर एक ऐसा व्यक्ति है जो इंटरनेट पर मौजूद वेब पृष्ठों (web pages) पर अपना ज्ञान साझा करता है। मुझे भी लिखने का बहुत शौंक है। इसलिए एक दिन मैंने एक डोमेन नाम खरीदा और वहां लिखना शुरू किया।

आत्मविश्वास और उद्देश्य – मेरे जीवन का उद्देश्य- ब्लॉग्गिंग

मेरी यात्रा की शुरुआत लोकप्रिय ब्लॉगरों के प्रेरणादायक लेख पढ़ने से ही संभव हो पायी । मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मुझे पहले क्या लिखना चाहिए। जल्द ही मैं होली त्योहार पर अपना पहला निबंध लिख रही थी। क्योंकि होली नज़दीक आ रही थी और शहर में सब जगह होली की ही चर्चा थी । अपना लेख पूरा करने के बाद, मुझे अपने भीतर की प्रतिभा का अहसास हुआ। अब, लेखन सम्बन्धी हिचकिचाहट गायब हो चुकी थी।

मेरे जीवन का लक्ष्य ब्लॉगर बनना था। जिसके लिए मैं प्रयासरत हूँ। आप क्या बनना चाहते हैं ? कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए

मैंने नए और ज़रूरतमंद विषयों के बारे में अधिक पढ़ना शुरू किया। मैंने ऑनलाइन उपलब्ध कुछ पाठ्यक्रमों के लिए अपना पंजीकरण कराया। मुझे हर गुजरते दिन के साथ ब्लॉगिंग और डिजिटल मार्केटिंग के बारे में नई अवधारणाएँ (concepts) सीखने को मिलीं। जब मैंने अपनी वेबसाइट पर बहुत से हिन्दी निबंध लिख लिए थे , तब इसे लोगों के साथ साझा करने का समय था। मैंने वेबसाइट पर ट्रैफ़िक बढ़ाने के लिए गूगल और यू ट्यूब पर खोज शुरू की।

जीवन के उद्देश्य पर अडिग रहें

3 महीने बाद मेरा लिखा हुआ पहला आर्टिकल गूगल के पहले पेज पर रैंक हो गया था । उस निबंध का नाम था – प्लास्टिक को ना कहो; ‘Plastic ko na kaho’ । पहले स्थान पर आने से मुझे बहुत ख़ुशी हो रही थी । इस घटना से सफलता की एक नयी उम्मीद जागी । अब मुझे यकीन होने लगा था कि मैंने अपने लिए सही लक्ष्य का चुनाव किया है और मुझे सफलता अवश्य मिलेगी।

मान्यता प्राप्त करने के लिए मैं क्वोरा (Quora) में शामिल हो गयी, जहाँ मुझ पर प्रश्नों के साथ बमबारी की गई। मुझे अपनी शिक्षा और अनुभव को सदस्यों के साथ साझा करने की आवश्यकता महसूस हुई। मैंने अपनी बुद्धिमत्ता से बहुत से लोगों की मदद की और उनका विश्वास जीत लिया।

जब हमारे ज्ञान से किसी को मदद मिलती है तो एक अनोखी खुशी और संतुष्टि का अनुभव होता है। जैसा कि अब जीवन में मेरा उद्देश्य अब मेरी आंखों के सामने स्पष्ट है । मुझे इसे हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। मुझे उम्मीद है कि मुझे सफलता ज़रूर मिलेगी । और 15 महीनों की मेहनत के बाद मैंने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया। मैंने अपनी वेबसाईट को गूगल से मोनिटाइज़ करवाने में सफलता प्राप्त की। लगभग एक साल की मेहनत के बाद मुझे गूगल एडसेंस से अपना पहला 100 डॉलर का चैक मिला। जिसे पाकर मेरा लक्षय और अधिक मजबूत हो गया। मुझे अपना लक्षय पाने के लिए और अधिक प्रेरणा मिली। मुझे यहाँ पर एक हिन्दी फिल्म का एक मशहूर डायलाग याद आ रहा है-

अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है। शाहरुख खान (ॐ शांति ॐ)

आपको यह निबंध ‘मेरे जीवन का उद्देश्य’ कैसा लगा? आप भी अपना जीवन उद्देश्य हमारे साथ साझा कर सकते हैं। कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए |

1. मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है?

हर काम को शुरू करने से पहले उसे करने की वजह या उद्देश्य निर्धारित किया जाता है। इसी प्रकार हर व्यक्ति को अपने जीवन का उद्देश्य भी निर्धारित करना चाहिए ताकि उसे कोशिश करने के लिए एक दिशा मिल सके। इसे जीवन का मकसद या लक्षय भी कह सकते हैं। अंग्रेजी में जीवन के उद्देश्य को aim of Life/Ambition of Life कहते है।

2. जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य क्या है?

हर इंसान के जीवन का लक्षय अलग-अलग होता है। जैसे कि एक विद्यार्थी के जीवन का लक्षय परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना हो सकता है। वहीं, एक व्यापारी का लक्षय ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना हो सकता है। दूसरी ओर एक धनवान और समृद्ध लेकिन बीमार व्यक्ति के जीवन का लक्षय बेहतर स्वास्थ्य और सुख प्राप्त करना हो सकता है।

मैंने लॉकडाउन का सदुपयोग कैसे किया निबंध ‘प्रत्येक असफलता में एक अवसर छिपा होता है’ निबंध My responsibility as a Citizen during the pandemic Essay मानव के लालच और स्वार्थ का प्रकृति पर प्रभाव निबंध नया कृषि कानून (2020) क्या है और किसान पर प्रभाव कोरोना वायरस पर निबंध योग का महत्त्व पर निबंध कोरोना के कर्मवीर हिंदी निबंध आत्मनिर्भरता पर निबंध- आत्मनिर्भर कैसे बनें

मेरे जीवन का उद्देश्य निबंध ‘शब्द-अर्थ’

शब्द अर्थ
उद्देश्य लक्ष्य, मकसद, निशाना, Target
नीवं बुनियाद, आधार, foundation, Base
स्टीयरिंगकार की दिशा बदलने वाला हैंडल
वेब पृष्ठोंइन्टरनेट पर लिखा कोई पेज
डोमेन Domain name, एक वेबसाइट का नाम
पंजीकरणकिसी चीज को आधिकारिक रूप से रिकार्ड करने की विधि
बुद्धिमत्तासमझदारी

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Nibandh

मेरा जीवन लक्ष्य पर निबंध

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रूपरेखा : परिचय - बाल्यावस्था - लक्ष्य निर्धारित करना - व्यक्ति की रुचि और प्रतिभा - इंजीनियर बनने का उद्देश्य - ध्येय प्राप्ति भाग्य और पुरुषार्थ का प्रतीक - शिक्षकों एवं इंजीनियर का महत्व - उद्देश्य पूर्ति के लिए प्रयत्न - उपसंहार।

इस संसार में मनुष्य का महत्वकांक्षी होना एक स्वभाविक गुण होता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ विशेष प्राप्त करने की इच्छा रखता है। मनुष्य अनेक प्रकार की कल्पनाएँ करता है। कल्पना तो सबके पास होती हैं लेकिन कल्पना को साकार करने की शक्ति और लगन केवल कुछ लोग ही पूरा कर पाते है।

सभी लोग महत्वकांक्षाओं का लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं। मनुष्य कभी भी बिना उद्देश्य के कोई काम नहीं करता है मनुष्य का हर कार्य सोद्देश्य पूर्ण होता है। कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य को सामने रखकर ही कार्य करता है। हमारा जीवन एक यात्रा की तरह होता है। अगर यात्री को पता होता है कि उसे कहाँ पर जाना है तो वह अपने लक्ष्य की तरफ बढना शुरू कर देता है लेकिन जब यात्री को अपने लक्ष्य का ही पता नहीं होता है तो उसकी यात्रा निरर्थक हो जाती है। उसी तरह यदि एक विद्यार्थी को पता होता है कि उसे क्या बनना है तो वह उसी दिशा में प्रयत्न करना शुरू कर देता है और अपने लक्ष्य में सफल भी हो जाता है। जब एक विद्यार्थी का कोई उद्देश्य ही नहीं होता है तो वह अपने जीवन में कोई लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पता है और उसका जीवन एक आम जीवन बन के रह जाता है।

जीवन में बच्चें का प्रथम क्रिया खेलने-कूदने का होता है। जब बच्चा थोड़ा बड़ा होता है तो वह विद्यालय में प्रवेश करता है। उस समय में बच्चों को समझ आता है कि उसे जीवन में कुछ बनना है और उसके सामने अनेक लक्ष्य होते हैं। वह जैसे-जैसे लोगों के संपर्क में आता है वैसे-वैसे उसे अनेक लक्ष्य के बारे में पता चलता है और उसे कैसे पूरा किया जाए उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने की उत्सुकता बढ़ने लगती है। कभी तो वह सोचने लगता है कि वह डॉक्टर बनेगा और कभी वह सोचने लगता है कि वह अध्यापक बनेगा और कभी इंजीनियर बनेगा, तो कभी ख्याल आता है कि वह वैज्ञानिक बनेगा।

अलग-अलग लोगों के अपने अलग-अलग सपने होते है और अपना लक्ष्य भी अलग-अलग होते हैं। कभी वह डॉक्टर बनकर रोगियों की सेवा करना चाहता है, कभी इंजीनियर बनकर इमारतें बनाना चाहता है, कभी नेता बनकर देश की सेवा करना चाहता है, कभी सैनिक बनकर देश की रक्षा करना चाहता है, कभी वैज्ञानिक बनकर देश का नाम रोशन करना चाहता है।

माता-पिता भी यह कल्पना करते हैं कि वे अपने बच्चे को यह बनायेंगे, वह बनायेंगे, उस पद पर देखना चाहेंगे लेकिन वास्तव में निर्णय तो बच्चों को खुद ही लेना पड़ता है कि उन्हें अपने जीवन में क्या बनना है। माता-पिता को बच्चों पर अपनी मर्जी नहीं थोपनी चाहिए बल्कि सलाह देना चाहिए। विद्यार्थीकाल मनुष्य के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह मानव जीवन की आधारशिला के बराबर होता है। यदि विद्यार्थी इस काल में अपने जीवन के लक्ष्य को निर्धारित कर लेते हैं तो वे जीवन को सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण बना लेता है और अपने देश और समाज के लिए उपयोगी सिद्ध होता है।

जीवन और जागरण का, पृथ्वी के तमिल्लाच्छन्न पथ से गुजर कर दिव्य-ज्योति से साक्षात्कार करने का, अपने गुणों के विकास से आत्मा को उज्ज्वल करने का, दु:खी, पीड़ित, संत्रस्त मानव को शान्ति और सौख्य प्रदान करने का, लक्ष्य निर्धारित करना लक्षण है। कुछ आलसी लोग लक्ष्य निर्धारण को व्यर्थ समझते हैं। उनका विचार है कि शेखचिल्ली की भाँति ख्याली पुलाव पकाने से क्या लाभ ? जीवन में जो कुछ होना है, वह तो होगा ही। वास्तव में यह विचार कायरता का परिचायक है, निकम्मेपन की निशानी है। निर्धारित लक्ष्य मनुष्य की निश्चित मार्ग को ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है और व्यक्ति के मन में उत्साह का संचार करता है।

जीवन-लक्ष्य का निर्धारण करने में व्यक्ति की रुचि एवं प्रतिभा अहम कार्य करती है । विज्ञान के क्षेत्र में यशोपार्जन की महत्त्वाकांक्षा तभी की जा सकती है जब व्यक्ति को प्रतिभा तीर हो और वैज्ञानिक विषयों में अध्ययन का सामर्थ्य हो। यदि जीवन-लक्ष्य निर्धारित करने में इस सत्य का ध्यान नहीं रखा जाएगा, तो सफलता नहीं मिल सकेगी और जीवन में असफलता का मार्ग नजर आने लगेगा।

अथर्ववेद में कहा है, ' उन्नत होना और आगे बढ़ना प्रत्येक ज़ीवन का लक्ष्य है।' घर के वातावरण से भी जीवन-लक्ष्य निर्धारित करने में प्रेरणा मिलती है। मुझ पर यही बात लागू होती है। हमारा परिवार शिक्षित-जनों का परिवार है। मेरे पिताजी अध्यापक हैं। मेरा बड़ा भाई की भी दो-तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, मेरा मन इंजीनियर बनने की ओर प्रवृत्त है। हमारे यहाँ अनेक साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक पत्र-पत्रिकाएँ आती हैं। इसके अतिरिक्त बाल-पत्रिकाएँ, हास्य-पत्रिकाएँ सभी प्रकार की श्रेष्ठ पत्रिकाएँ, हमारे परिवार के सदस्य देखते हैं, पढ़ते हैं। इंडिया टुडे, पाँचजन्य की तो अनेक वर्षों को फाइलें हमारे घर में हैं। इस प्रकार के वातावरण में मेरा जीवन-लक्ष्य क्या हो सकता है, इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

मैं अक्सर अपने दोस्तों को बात करते हुए सुनता हूँ की वे क्या बनना चाहते हैं लेकिन मैंने तो पहले से ही अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। मेरा जीवन में एक ही लक्ष्य है कि मैं बड़ा होकर सफल इंजीनियर बनूंगा। मैं इंजीनियर बनकर देश और समाज को मजबूत बनाऊंगा और विश्व में अपने देश का नाम ऊँचा करूंगा।

कुछ विद्यार्थी इंजीनियर इसलिए बनना चाहते हैं क्यूंकि वे अधिक-से-अधिक धन कमा सकें लेकिन मेरा उद्देश्य यह नहीं है। मैं इंजीनियर बनकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहता हूँ। कुछ लोग अपने उद्देश्य को पाकर भी गलत रास्ते पर चल देते हैं वे अपने कर्तव्य को अच्छी तरह नहीं निभाते हैं। मैं अपने लक्ष्य पर पहुंचने के बाद अपने कर्तव्य से नहीं भटकूँगा। मैं ऐसा ज्ञान प्राप्त करना चाहता जिसे लोग पैसा के अभाव की वजह से प्राप्त नहीं कर पाते हैं। मैं इंजीनियर इसीलिए बनना चाहता हु की में देश के लोगों के जीवन में तकनीकी के माध्यम से सुधार ला सकूं।

ध्येय प्राप्ति प्रारब्ध और पुरुषार्थ का समन्वित प्रतिफलन है दोनों में एक ने भी प्रवंचना की, तो ध्येय प्राप्तिही असम्भव नहीं होगी, प्रत्युतजीवन- धारा ही बदल जाएगी । मोहनदास कर्मचन्द गाँधी, जवाहरलाल नेहरू, राजेन्द्रप्रसाद बनने चले थे बैरिस्टर, न्यायविद्‌; प्रारब्ध ने झटका मारा, बन गए भारत-भाग्य विधाता। वायुयान चालाक-जीवन में मस्त राजीव के प्रारब्ध ने उसे प्रधानमंत्री पद प्रदान कर दिया। इसलिए जीवन में लक्ष्य को पूरा करने के लिए भाग्य और आपका प्रयास दोनों तय करता है कि आपका लक्ष्य सफलता पूर्वक प्राप्त होगा या नहीं होगा।

प्राचीनकाल के धार्मिक ग्रंथ भी घोषणा करते हैं कि दो वर्ग के मनुष्यों का समाज पर बहुत ज्यादा उपकार है तथा उनका हर समाज में होना जरुरी है। पहला वर्ग शिक्षकों का है जो लोगों के अंदर से अज्ञान को निकालकर ज्ञान का दीपक जलाकर उनके जीवन को सार्थक कर देते हैं। दूसरा वर्ग इंजीनियर का होता है जो देश के लोगों के जीवन में तकनीकी के माध्यम से सुधार लाकर मनुष्य के जीवन को सरल बनता है। शिक्षा देना और लोगों का जीवन से कष्ट दूरकर उनके जीवन में हर कार्य को सरल बनाना एक महत्वपूर्ण काम होते हैं और मैंने अपने जीवन के लक्ष्य के लिए इनमें से एक पवित्र लक्ष्य को चुन लिया है। कई इंजीनियर अपने समाज और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य को नहीं समझते हैं। वे अपना लक्ष्य सिर्फ धन कमाना मानते हैं। यह अपने देश और देश में रहने वाले निवासियों के साथ दुर्व्यवहार है।

मैं यह बात अच्छी तरह से जानता हूँ कि एक सफल इंजीनियर बनना आसान नहीं है इसके लिए बहुत कठिन परिश्रम करना पड़ता है। मैंने अपने इस उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए अभी से प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। मेरे माता-पिता का आशीर्वाद सदैव मेरे साथ है। उनका भी सपना है कि मैं बड़ा होकर इंजीनियर बनूँ। मैं इंजीनियर बनकर लोगों के जीवन में तकनीकी के माध्यम से सुधार लाकर मनुष्य के जीवन को सरल बनाना चाहता हूँ। मैं अपने उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए बहुत कठिन परिश्रम करूंगा। मैं जब तक एक सफल इंजीनियर नहीं बन जाता तब तक चैन से नहीं बैठूँगा।

मेरी यह इच्छा है कि मैं अपने लक्ष्य को जल्द-से-जल्द सफलता पूर्वक पूरा करूं। मैं इस काम को पूरा करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ समाज शिक्षक का भी सहयोग लूँगा। मुझे पता है कि यह काम इतना आसान नहीं है लेकिन मेरे दृढ निश्चय और संकल्प से सभी काम संभव हो सकते हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि वे मेरी लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करें। मुझे विश्वास है कि मेरे इंजीनियर बनने के लक्ष्य में मेरे गुरुजन, सहपाठी और मेरे माता-पिता मेरा साथ जरुर देंगे। मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन-से-कठिन परिश्रम करूंगा और एक दिन में अपने लक्ष्य को पूरा कर के अपने परिवार, समाज और देश का नाम ऊँचा करूँगा।

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Essay On My Vision For India In 2047 In Hindi In 500+ Words

Essay On My Vision For India In 2047 In Hindi

हेलो दोस्तों, आज हम इस पोस्ट “ Essay On My Vision For India In 2047 In Hindi In 500+ Words “, में My Vision For India In 2047 के बारे में निबंध के रूप में विस्तार से पड़ेंगे। तो…

चलो शुरू करते हैं…

Introduction:-

“25 वर्षों के बाद भारत 2047 में अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। मैं 2047 में भारत के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करने जा रहा हूं”।

विकासशील से एक विकसित देश होना यही, एक राष्ट्र की यात्रा है.

वर्तमान में भारत अपनी आजादी के पचहत्तर वर्ष मना रहा है।

देश को बड़ा और लोकतांत्रिक रूप से सफल बनाने का सपना हर किसी का होता है। एक ऐसा देश जहां सभी क्षेत्रों में समानता है और सभी लिंगों के लिए यह प्रगति का गवाह है।

अन्य लोगों की तरह मेरा भी भारत के लिए एक सपना है। 2047 में हमारा देश वही होगा जो हम आज से बनाएंगे।

वर्ष 2047 में, विकास, लिंग, समानता, रोजगार और अन्य कारकों के चश्मे से भारत को देखने के लिए ऐतिहासिक वर्ष होगा।

हम जैसा कुछ करने की सपना देखते हैं ठीक वैसा ही बनते जाते हैं, इसी तरह, हम 2047 के भारत की कल्पना कैसे करते हैं, यह तय करेगा कि हम अगले पच्चीस वर्षों में कैसे क्रांतियों को अपनाएंगे।

हम भारत को गरीबी, बेरोजगारी, कुपोषण, भ्रष्टाचार और अन्य सामाजिक बुराइयों से मुक्त देखना चाहते हैं। अगले पच्चीस वर्षों में, भारत को आंतरिक और बाह्य दोनों रूप से एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में बदलना चाहिए।

एक विकासशील राष्ट्र के रूप में हमारा सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य आर्थिक मोर्चों पर काम करना और कुछ प्रमुख सुधारों को लाकर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना होना चाहिए।

आर्थिक क्षेत्र के अलावा, लैंगिक समानता की दिशा में काम करने और सभी को समान अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है।

अगले पच्चीस वर्ष न केवल हमारे देश के लिए बल्कि भारत के नागरिकों के रूप में हमारे लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे।

2047 में भारत के लिए मेरा विजन | My vision for India in 2047:-

मेरा दृष्टि का भारत जहां महिलाएं सुरक्षित हैं और सड़क पर स्वतंत्र रूप से चलती हैं। साथ ही यह एक ऐसा स्थान होगा जहां सभी को समानता की स्वतंत्रता होगी।

यह एक ऐसा स्थान होगा जहां जाति, रंग, लिंग, सामाजिक या आर्थिक स्थिति और नस्ल का कोई भेदभाव नहीं होगा।

महिला सशक्तिकरण | Women Empowerment

महिलाओं के साथ काफी भेदभाव होता है। लेकिन फिर भी महिलाएं घरों से बाहर निकलकर अलग-अलग क्षेत्रों और समाज में अपनी पहचान बना रही हैं। 2047 में भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण महिलाओं को अधिक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनने का है।

हमें समाज की सोच को बदलने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। मेरा दृष्टिकोण है कि भारत एक ऐसा देश हो जो महिलाओं को अपनी संपत्ति के रूप में देखता हो। साथ ही, मैं महिलाओं को पुरुषों के समान स्तर पर रखना चाहता हूं।

शिक्षा |Education

शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार का काम है। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो इसके वास्तविक महत्व को नहीं समझते हैं। 2047 में मेरे विजन का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां सभी के लिए शिक्षा अनिवार्य होगी।

Essay On My Vision For India In 2047 In 500+ Words

Essay On Unsung Heroes Of Freedom Struggle In English 500+ Words

जाति भेद | Caste Discrimination

1947 में भारत को आजादी मिली, फिर भी हम जाति, धर्म और पंथ के भेदभाव से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर पाए हैं। 2047 में भारत के लिए मेरा विजन है की यहाँ किसी भी तरह का भेदभाव न हो।

रोजगार के अवसर | Employment opportunities

भारत में बहुत से पढ़े-लिखे लोग हैं। लेकिन, भ्रष्टाचार और कई अन्य कारणों से उन्हें एक अच्छी नौकरी नहीं मिल पाती है। 2047 में भारत के लिए मेरी दृष्टि एक ऐसी जगह होगी जहां योग्य उम्मीदवार को आरक्षित उम्मीदवारों के बजाय पहले नौकरी मिलेगी।

आरोग्य और स्वस्थता | Health and Fitness

2047 में भारत के लिए मेरा विजन लोगों को अच्छी सुविधाएं मुहैया कराकर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करना है। लोग सेहत से लेकर फिटनेस के प्रति भी जागरूक हैं। और इसके साथ ही लोगों को सेहत से लेकर फिटनेस के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है.

भ्रष्टाचार | Corruption

भ्रष्टाचार उन प्रमुख कारणों में से एक है जो राष्ट्र के विकास में बाधक हैं। इसलिए, भारत के लिए मेरा विजन 2047 में है जहां मंत्री और अधिकारी अपने काम के लिए और पूरी तरह से देश के विकास के लिए समर्पित हो।

निष्कर्ष | Conclusion

2047 में मेरे विजन का भारत एक आदर्श देश होगा, जहां हर नागरिक समान होगा। साथ ही किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। इसके अलावा, यह एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को पुरुषों के बराबर देखा जाएगा और समान रूप से सम्मानित किया जाएगा।

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My Vision For India In 2047 Postcard Writing In English

Essay On Unsung Heroes Of Freedom Struggle In Hindi

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मेरा सपना पर निबंध (My Dream Essay in Hindi)

हर व्यक्ति की कुछ महत्वाकांक्षा या इच्छा होती है जैसे जब हम बच्चे थे तो हम कई चीजों को देखकर रोमांचित हो उठते थे और बड़े होकर हम उन्हें प्राप्त करने की इच्छा रखते थे। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं वैसे-वैसे कुछ सपने और आकांक्षाएं बरकरार रहती हैं और हम उन्हें प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। जीवन में एक सपना/लक्ष्य रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जब आप अपने जीवन में इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे तभी आप इसे प्राप्त कर पाएंगे।

मेरा सपना पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on My Dream in Hindi, Mera Sapna par Nibandh Hindi mein)

मेरा सपना पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

हर किसी का एक सपना होता है, जो उन्हें कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। मेरा भी एक सपना है। मै एक वैज्ञानिक बनाना चाहता हूँ। मेरी राकेट साइंस के क्षेत्र में बहुत रूचि है। मै अभी से इस विषय और रक्षा क्षेत्र के बारे में पढता रहता हूँ।

मेरे सपने की विशेषता

मेरा सपना स्वार्थ नहीं बल्कि देश प्रेम से भरा है।  मै वैज्ञानिक बनकर अपने देश की रक्षा शक्ति को मजबूत करने में योगदान देना चाहता हूँ। इस क्षेत्र में मेरी रूचि होने के कारण, मैं पूरे मन से देश सेवा कर सकूंगा। मै भारत के रक्षा तंत्र को मजबूत बनाना चाहता हूँ, ताकि आतंकवादी और अन्य विदेशी शक्तियां हमारे देश की तरफ बुरी दृष्टि न डाल सके। 

सपने को सच करने की मेरी तैयारी

मै कक्षा 10 का छात्र हूँ। अगले वर्ष मै विज्ञान स्ट्रीम को चुनकर अपने लक्ष्य की ओर कार्य करना प्रारम्भ कर दूंगा। यह मेरे लिए अब जुनून से भी अधिक हो गया है और मैं इसे मेरे पेशेवर जिंदगी में बदलना चाहता हूं। मै अपने सपने को सच करने के लिए कठिन परिश्रम करने को तैयार हूँ। मैंने इस विषय और क्षेत्र की गहन जानकारी के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने का उद्देश्य रखा है। मै उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना चाहता हूँ।

हम सभीको अपने जीवन में सपने देखने चाहिए। सपने देखने से हमारे भीतर कुछ करने की चाह उठती है। केवल सपने देखना मात्रा काफी नहीं है, हमें उसे हकीकत में बदलने के लिए पुरजोर प्रयास करना चाहिए।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on My Dream in Hindi

निबंध – 2 (400 शब्द)

बहुत छोटी सी उम्र से बच्चों को बड़े होकर एक सफल पेशेवर बनने का सपना देखने को कहा जाता है। उन्हें सफल कैरियर बनाने के महत्व के बारे में बताया जाता है। जो भी उनसे मिलता है वह उनके सपनों और कैरियर के बारे में पूछता है।

वे एक लक्ष्य निर्धारित करके उसे हासिल करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते है। हालांकि खुद को पेशेवर रूप से स्थापित करना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है पर लोग जो चीज़ भूल जाते हैं वह यह है कि संबंधों, स्वास्थ्य और जीवन के अन्य पहलुओं के पोषण के लिए समय का निवेश करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। तो अगर आप एक कमाल के करियर के बारे में सपना देख सकते हैं तो अच्छा रिश्ता और महान स्वास्थ्य का भी सपना क्यों नहीं देख सकते?

जीवन में कुछ बनने का लक्ष्य

हर किसी का सपना सफल करियर बनाना है। जब मैं छोटा बच्चा था तब मैंने भी एक वैज्ञानिक बनने का सपना देखा था जैसे-जैसे मैं बड़ा होता गया मैं बॉलीवुड अभिनेताओं की ओर आकर्षित होता गया और एक अभिनेता बनने का सपना देखने लगा लेकिन जब मैंने अपनी 12वीं कक्षा पूरी कर ली तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे पास तकनीकी ज्ञान है और मैंने फैसला किया इंजीनियरिंग करने का। बड़ा सपना देखने में कोई हानि नहीं है लेकिन ध्यान रखें की अपना रास्ता बुद्धिमानी से चुने। अपनी क्षमता और अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अवास्तविक करियर लक्ष्यों को निर्धारित न करें।

स्वास्थ्य और फ़िटनेस के लक्ष्य

आपका स्वास्थ्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा तभी आप जीवन में अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे। तो बस एक बड़ी कार का सपना, बड़ा बंगला और छः शून्य के आंकड़े का वेतन के बारे में सपने क्यों लेना अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेने के बारे में सपना क्यों नहीं देखना? प्रत्येक व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य और काम करने के बारे में सपना देखना चाहिए। रोजाना व्यायाम करने के लिए अपनी व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय निकालना आवश्यक है। यह भी एक पौष्टिक आहार है जिसमें सभी आवश्यक माइक्रोन्यूट्रेंट्स शामिल हैं।

रिलेशनशिप के लक्ष्य

हमारे जीवन में रिश्तों का एक विशेष स्थान है। माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे, भाई-बहन, चचेरे भाई या मित्र आदि प्रत्येक रिश्ता हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि जिंदगी की भाग-दौड़ में अक्सर हमारे रिश्ते पीछे छूट जाते हैं। अधिकांश लोग इन रिश्तों को उस समय भूल जाते हैं जब उनकी स्थिति अच्छी होती है और रिश्तों की अहमियत तब महसूस करते हैं जब उन्हें जिंदगी में निराशा का एहसास होता है। इन संबंधों को पर्याप्त समय देना आवश्यक है। रिश्तों के लक्ष्यों को निर्धारित करें जैसे आप कैरियर के लक्ष्यों को निर्धारित करते हैं और देखें कि आप पर किस तरह प्यार और स्नेह की वर्षा होती है।

केवल करियर के लक्ष्यों का पीछा करने और पेशेवर बनने के बाद जीवन में एक समय के बाद आप अपने आपको अकेला पाते हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप सजग रिश्तों और फिटनेस के लक्ष्यों को देखने के साथ पेशेवर रूप से सफल होने का सपना देखें। अपने करियर के सपने को साकार करने के लिए इन्हें प्राप्त करने के लिए ईमानदारी से काम करें।

Essay on My Dream in Hindi

निबंध – 3 (500 शब्द)

“अपने जीवन को सफल बनाने के लिए बड़ा दृष्टिकोण अपनाएं क्योंकि जो भी आप सोचते हैं वह आप बन जाते हैं”। जी हां आपके विचारों और सपने में आपकी वास्तविकता बनने की शक्ति होती है अगर आप उन पर विश्वास करते हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए परिश्रम से काम करते हैं। प्यार, सफलता और पैसे की बहुतायत का सपना देखें और एक दिन आप उन सभी को पा सकेंगे।

अपनी ड्रीम लाइफ को आकर्षित करें

क्या आप जानते हैं कि आप अपने सपनों को वास्तविकता में बदल सकते हैं? जीवन के कहीं किसी मोड़ पर यह आपके साथ ऐसा हुआ भी होगा? क्या आपको याद है जिस दिन आपको स्वादिष्ट मिठाई खाने की इच्छा हुई और आपके पिता बिना आपकी इच्छा जाने वह मिठाई आपके लिए घर ले आये या जो खूबसूरत पोशाक आप ख़रीदना चाहते थे और वही आपके दोस्त ने आपको आपके जन्मदिन पर बिना आपसे चर्चा किए उपहार में दी। यह क्या है? आप उन चीजों के प्रति आकर्षित हुए और आपने उन्हें पा लिया! यह सपनों और विचारों की शक्ति है और यह आकर्षण के कानून के सिद्धांत द्वारा समर्थित है।

तथ्य बताते हैं कि जो भी हम सोचते हैं और सपने देखते हैं अपने जीवन में उसे पा सकते हैं। हमारे विचार हमारी वास्तविकता बन जाते हैं और ब्रह्मांड हमें उसी को प्राप्त करने में मदद करता है। जैसा कि पाउलो कोल्हो ने कहा, “जब आपका दिल वास्तव में कुछ चाहता है तो पूरा ब्रह्मांड आपको उस चीज़ को हासिल करने में मदद करता है इसलिए ज़रूरी तो केवल आपकी इच्छा है जो आपकी अंतरात्मा से उत्पन्न हुई है”।

आकर्षण का सिद्धांत गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की ही तरह काम करता है। ऐसा कहा जाता है कि जो भी हमारे अवचेतन मन में सपने और आकांक्षाएं हम पालतें हैं वह सच हो जाती है। लोग अक्सर इस सिद्धांत की प्रामाणिकता पर सवाल करते हैं कि यदि केवल सपने देखने से ही वे करोड़पति बन सकते हैं और जीवन में सभी सुखों को प्राप्त कर सकते हैं तो हर कोई समृद्ध और खुश हो जाएगा। हालांकि यह अपनी अपनी सोच है! अवचेतन मन सकारात्मक और नकारात्मक के बीच के अंतर को नहीं समझता है। यह दोनों सकारात्मक और नकारात्मक व्यवहार पर काम करता है। यदि आप सफलता, शक्ति और प्यार का सपना देखते हैं तो यह आपके जीवन को उसी की ओर ले जाएगा। इसी तरह यदि आप अपने सपने और आकांक्षाओं पर शक करते हैं, डरते हैं और नकारात्मकता पर ध्यान केन्द्रित करते हैं तो आपका जीवन उसी ओर जाता है और यही वह जगह है जहां लोगों के बीच अंतर उत्पन्न होता है। ज्यादातर लोग बड़े सपने देखते हैं लेकिन अपनी क्षमता पर शक करते हैं। वे बड़ी ऊंचाइयों को प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन यह महसूस करते हैं कि वे केवल साधारण व्यक्ति हैं और उसे प्राप्त नहीं कर सकते हैं और उनका विश्वास धीरे-धीरे वास्तविकता में बदल जाता है।

हमेशा याद रखें अपने सपनों को पाने के लिए आपको उन पर विश्वास करना चाहिए और अपने आप पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिए।

पिछली बार आपको स्वप्न देखना बंद करने और काम करना शुरू करने के लिए कहा था? अगली बार जब कोई ऐसा कहे तो आप उन्हें सपने देखने की शक्ति बताएं कि आपके पास जवाब देने के लिए यह सिद्धांत है। हालांकि केवल सपने देखने से मदद नहीं मिलती बल्कि आपको अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। इसलिए सपने देखते रहिए, अपने आप पर विश्वास करें और अपने सपने को महसूस करने के लिए भरसक प्रयास करें।

निबंध – 4 (600 शब्द)

सपने हमारे भविष्य को सही आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह सही कहा गया है कि “यदि आप कोई कल्पना कर सकते हैं तो आप इसे प्राप्त कर सकते हैं और यदि आप कोई सपना देख सकते हैं तो आप वह प्राप्त कर सकते हैं”। इसलिए यदि आपके पास सपना है तो इसे अपने लक्ष्य के रूप में स्थापित करें और इसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें। यद्यपि यह कहना बहुत आसान है बजाए करने के लेकिन अगर आप वास्तव में इसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं तो आप इसे निश्चित रूप से प्राप्त करने में सक्षम होंगे।

एक समय में एक कदम उठाएं

जिंदगी में आपका एक बड़ा सपना हो सकता है लेकिन इसे हासिल करने के लिए आपको छोटे और बड़े दोनों ही लक्ष्यों को सेट करके चलना होगा। हमेशा एक समय में एक कदम उठाना ही आपकी मदद कर सकता है। उदाहरण के लिए मेरा सपना एक फैशन डिजाइनर बनना है और मैं जानता हूं कि यह तभी संभव होगा यदि मैं प्रतिष्ठित संस्थान से फैशन डिजाइनिंग में कोर्स पूरा करूँ और मेरा सपना की प्राप्ति में तेजी लाने के लिए इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकता जब मैं फिलहाल स्कूली शिक्षा पूरी कर रहा हूं। हालांकि फैशन की दुनिया के बारे में जानने के लिए फैशन ब्लॉग और वेबसाइटों को देखने से मुझे कोई नहीं रोक सकता। ऐसा करने से मैं अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए छोटे कदम उठा सकता हूं। हालांकि मेरा अंतिम लक्ष्य एक स्थापित फैशन डिजाइनर बनना है। मैंने आने वाले महीनों और वर्षों के लिए कई छोटे लक्ष्य निर्धारित किए हैं ताकि ये मुझे अपने अंतिम लक्ष्य तक ले जा सकें।

अपने सपने को पाने के लिए प्रेरित रहें

सपनों और लक्ष्यों को प्राप्त करने में मुख्य बाधाओं में से एक प्रेरणा की कमी है। बहुत से लोग अपने सपनों को पूरा करना छोड़ देते हैं क्योंकि वे बीच में थक जाते हैं और छोटा रास्ता देखने की सोचते हैं। सपने पूरे करने के लिए प्रेरित रहना जरूरी है और जब आप अपना सपना पूरा कर लेंगे तब ही रूकें। आपको प्रेरित रखने के लिए यहां कुछ युक्तियां दी गई हैं:

  • अपना लक्ष्य याद रखें

यदि कभी आप अपने आप को निराश और थका हुआ मानते हैं तो यह आपको अपने अंतिम लक्ष्य को याद करने का समय है और असली आनंद तथा गौरव का अनुभव आपको तब होगा जब आप इसे प्राप्त करेंगे। यह एक थके हुए दिमाग को फिर से रीसेट बटन दबा कर शुरू करने जैसा है।

  • स्वयं को पुरस्कृत करें

जैसे-जैसे आप छोटे-छोटे लक्ष्यों को निर्धारित करते हैं आप प्रत्येक मील का पत्थर हासिल करने के लिए भी इनाम रखें। खुद को एक पोशाक खरीदने या अपने पसंदीदा कैफे पर जाकर या दोस्तों के साथ बाहर जाने जैसा कुछ भी हो सकता है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित रहने का यह एक अच्छा तरीका है।

  • कुछ समय छुट्टी लें

बहुत ज्यादा काम और किसी प्रकार का खेल ना खेलना आपकी उत्पादकता को कमजोर कर सकता है और आपकी उत्पादकता में बाधा डाल सकता है जो आपको प्रेरित कर सकती है। इस प्रकार यह एक अच्छा विचार है कि आप अपने काम से कुछ समय निकले और ऐसा काम करे जिसे करने में आपको आनंद आता है। आदर्श रूप से आप अपने पसंदीदा खेल में शामिल होने के लिए प्रत्येक दिन अपने कार्यक्रम से आधा घंटा निकाल ले।

  • अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें

उन लोगों के साथ रहकर जो आपके सपनों में विश्वास रखते हैं और आपको प्रेरित रहने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह प्रेरित रहने के लिए एक अच्छा तरीका है।

  • अपनी गलतियों से सबक लें

निराश होने और अपने सपनों को छोड़ने के बजाए जब आप गलती करते हैं और कठिन समय का सामना करते हैं तो आपको अपनी गलतियों से सीखने और खुद को मजबूत करने की कोशिश करनी चाहिए।

जैसे आप अपने सपने और लक्ष्यों को निर्धारित करते हैं तो उसके लिए एक योजना बनाना आवश्यक है जो आपको सही दिशा में जाने के लिए सहायता कर सके। योजना तैयार करना और संगठित रहकर अपने सपने को प्राप्त करना प्रारंभिक कदम हैं। बड़े सपने देखिए और हर बाधा को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत करिए!

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Future Plans Essay | Essay on Future Plans for Students and Children in English

May 18, 2023 by Prasanna

Future Plans Essay:  Desire and decision are two words with various importance. Aspiration is fanciful, while the decision depends on specific reasons. Be that as it may, the implications inferred sometimes of the words aspiration and decision are the equivalents. Presently a-days to pick a calling is not a simple errand.

Long and Short Essays on Future Plans for Students and Kids in English

We are providing the students with essay samples on an extended essay on Future Plans of 500 words and a short essay on Future Plans of 150 words on the topic of Future Plans.

You can read more  Essay Writing  about articles, events, people, sports, technology many more.

Long Essay on Future Plans 500 Words in English

Long Essay on Future Plans is helpful to students of classes 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Everybody has dreams. Climate they are to turn into a researcher, find new and astonishing things, become a star b-ball player, and be the most generously compensated part in the alliance, individuals long for their future. I have dreams for the future, very much like every other person.

Dreams of easy street, with bunches of cash, hot young ladies, and quick vehicles! Also, I will take the necessary steps to accomplish it. If individuals decide to acknowledge it, we as a whole have a perspective. A perspective is a manner by which we see the world and individuals around us.

A perspective resembles glancing through glasses because an individual’s perspective explains how they see individuals and their general surroundings. An individual’s perspective is the central component that directs their dynamic. Perspectives are a bunch of presuppositions that are not quite the same as individual to individual; however, they are critical to comprehend because they give the premise to our dynamic. It ought to be finished with extraordinary consideration because the accomplishment of life relies on the correct decision.

I was distinctly interested in Biology when I was an understudy in High school. My dad is a specialist since the time of my adolescence. I needed to turn into a specialist to serve humanity. The most important obligation of a specialist is to serve mankind. He ought to have a thoughtful demeanour. A specialist invests his time, energy and ability to bend the wiped out in forestalling sicknesses and mitigating torment. He should be prepared to broaden his administration whenever. Indeed, a specialist is the worker of enduring mankind.

That is the reason for my dad’s recommendation. I have chosen this calling for myself in the light of the above merits, and I am quick to embrace this calling. In the wake of passing Intermediate, I will go to Lucknow to instruct classes for C.P.M.T. I’m certain that I will be chosen in my first endeavour. At that point, I will be conceded to I year class of M.B.B.S. After taking my M.B.B.S level, I will undoubtedly serve in any rustic zone for in any event two years. At that point, I have concluded that I will begin my centre in my town. I aspire to offer help to the feeble individuals and a beam of desire to the disillusioned individuals, and life is the sole right of God. Man can’t offer life to the dead. He can just soothe him from paints. Thus, I will put forth a valiant effort in this field.

I will charge no meeting expense from the needy individuals. Needy individuals who can’t pay cash will get meds liberated from my centre. When seven days I will go to a town. I will analyze the patients complimentary and give them drugs there. I will likewise encourage them to keep their town clean and how they can dispose of illnesses.

Similarly, double every seven days, I will approach individuals and inform them regarding the reasons for various infections and the mystery of good wellbeing. I may connect myself with some friendly association to serve individuals liberated from cost. I have concluded that I will fulfil all the patients with my thoughtful demeanour, polite habits, kind and adoring conduct, sharp perception, testing and the best solution and direction.

Short Essay on Future Plans

Short Essay on Future Plans 150 Words In English

Short Essay on Future Plans is helpful to students of classes 1, 2, 3, 4, 5 and 6.

Aspiration is an extraordinary impetus to work. An existence without aspiration resembles a bolt without an objective. Seneca properly said, “In the event that one doesn’t know what section one is cruising, no wind is positive”. A desire is a fantasy with a cutoff time. All fruitful individuals have aspirations. Nobody can go anyplace except if he knows where he needs to go and what he needs to be or do. Desire is the way to progress. My aspiration in life is to turn into an educator. It is the ideal approach to take into account the necessities of coming ages.

I know the undertaking of a phenomenal instructor is to invigorate standard individuals to uncommon exertion. The test lies in not recognizing champs, and it is in making victors out of conventional. I will endeavour my best to direct my understudies not exclusively to gain information yet, also, get ready for life in the future. Each kid resembles a bloom. I would cause them to make the most of their visit to the school.

If that is accomplished, I am certain the youngsters would realize whatever is being educated. I would shape my understudies to get both insightful and learned. To put it plainly, every one of my understudies would grow up into ideal residents and incredible individuals who have a love for every single living being.

10 Lines on Future Plans Essay

  • Dreams are inspiration forever.
  • Life is completely abandoned without dreams.
  • Dreams constrain you towards intentional life.
  • Individuals have various dreams in their day-to-day existence.
  • Everyone endeavours a great deal to make them a reality.
  • We truly strive to accomplish our more hallowed longings, and this difficult work bears natural product.
  • The future is a fanciful time for each person to start their fantasies and desires for their lives.
  • Your considerations and dreams can become a reality if you have confidence in them and turn out tirelessly for them.
  • Envision the ideal life, the ideal family, dream house, dream vehicle, and the ideal vocation.
  • Everybody has a plan to make the best out of our life.

Essay on Future Plans

FAQ’s on Future Plans Essay

Question 1. What is a plan?

Answer: Future Plans and decisions are two words with various importance. Aspiration is fanciful, while the decision depends on specific reasons. Be that as it may, the implications inferred sometimes of the words aspiration and decision are the equivalents.

Question 2. What is the significance of the Future Plan?

Answer: Aspiration is an extraordinary impetus to work. An existence without aspiration resembles a bolt without an objective.

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मेरा सपना पर निबंध

Mera Sapna Essay in Hindi: इस दुनिया में हर किसी के पास अपना एक सपना है। किसी के पास एक सपना तो किसी के पास सपनों का सागर होता है। हर कोई अपने सपने को पूरा करना चाहता है और खुद के सपने को पूरा करना भी चाहिए। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे सपने भी बढ़ते जाते हैं।

जब हम छोटे होते थे तो हमारे सपने कुछ खिलौने पाने तक ही सिमित हो जाते थे। लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र और समझ बढ़ती जाती है वैसे-वैसे हमें अपने जीवन की अहमियत का पता चलता है और जीवन में कुछ करने का सपने देखने लगते हैं।

सपना वो नहीं जो हम सोते हुए नींद में देखते हैं। सपने का अर्थ या फिर सपने का मतलब तो वो होता है जो हम अपनी खुली आखों से देखकर उसे पाने की चाहत रखते है। हर किसी का सपना होता है कि वह अपनी लाइफ में सक्सेस हो। वह कुछ ऐसा करें, जिससे उसे पूरी दुनिया याद रखे। एक छोटा-सा सपना हमें कहां से कहां पहुंचा सकता है। हम उसकी उम्मीद भी नहीं कर सकते।

हमें अपने जीवन में कुछ पाने के लिए लक्ष्य तय करना होता है। लक्ष्य के बिना हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते और लक्ष्य तब ही तय होता है जब हम सपने देखते हैं। यदि आपने जीवन में सफ़ल होने का एक सपना देखा है तो उसे एक लक्ष्य के रूप से देखो कि आपको इसे किसी भी हालत में हासिल करना ही है। तभी आप अपने जीवन में कुछ पा सकते हैं।

आप सपने देखने के साथ ही अपने बच्चो को भी यही सिखाएं कि वो भी सपने देखें और ऐसे सपने देखें जो आपने को बेहतर बना सके और आप उन सपनों से सफ़ल जीवन का आनंद ले सके। आज हम यहां परीक्षा में पूछे जाने वाले निबन्ध मेरा सपना (Mera Sapna Nibandh) के बारे में बता रहे हैं।

यह भी पढ़े:   हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

मेरा सपना पर निबंध (Mera Sapna Essay in Hindi)

यहाँ पर मेरा सपना निबंध हिंदी में शेयर कर रहे हैं। यहाँ पर अलग-अलग शब्द सीमा में निबंध लिखे है, जिससे हर कक्षा के विद्यार्थियों को मदद मिलेगी।

मेरा सपना हिंदी निबंध 100 शब्दों में (My Dream Essay 100 Words)

किसी ने सही ही कहा है कि यदि हम अपनी हार होने पर भी अपने सपने को पाने की जिद्द को कायम रखते हैं तो हमें अपने जीवन में कामयाब होने से कोई रोक नहीं सकता। मैंने भी अपने जीवन में कुछ करने का सपना देखा है।

हालांकि मैं अभी अपने भविष्य का निर्णय लेने में पूरी तरह से समर्थ नहीं हूं। फिर भी मैं अपने जीवन में कुछ ऐसा करना चाहता हूं कि उससे सभी का फायदा हो। आज के समय में हमारे देश में हर तरह की समस्या बढ़ रही है चाहे वो भ्रष्टाचार हो या फिर गरीबी। मेरा एक ही सपना है कि मैं इन समस्याओं को दूर करने में अपनी विशेष भूमिका रखूं।

मेरे सपने पर निबंध 150 शब्दों (My Dream Essay 150 Words)

जीवन में हर व्यक्ति का कुछ ना कुछ सपना होता है। सपना तो हर कोई देख लेता है लेकिन उस सपने को पूरा करने की क्षमता हर किसी में नहीं होती है। अपने सपने को पूरा वही कर सकता है, जो अपने सपने को पूरा करने के लिए पूरी तरीके से समर्पित हो जाए।

बचपन में हम बहुत सारे सपने देखते हैं कि आगे चलकर हम यह बनेंगे वह बनेंगे लेकिन धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ हमारी समझ बढती है और हमें एहसास होता है कि यदि सपने को पूरा करना है तो हमें एक लक्ष्य बनाना पड़ेगा और उसी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करके आगे बढ़ना पड़ेगा।

मेरा भी बचपन से ही सपना रहा है कि मैं जीवन में एक सफल इंसान बनू। हालांकि बचपन में मैं यह निश्चय नहीं कर सका कि आगे चलकर मुझे क्या बनना है। जिस चीज में मुझे रुचि आती थी, मैं उसी क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सोच लेता था। लेकिन धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ मुझे एहसास हुआ कि मुझे एक निश्चित लक्ष्य को चूनने की जरूरत है और उसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार मेहनत करना होगा।

अंत: मैंने निश्चित किया कि मुझे एक अध्यापक बनना है ताकि मैं गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देकर उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाने में अपनी भूमिका निभा सकूं। मैं अपने सपने को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत भी कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि यदि मैं कड़ी मेहनत करूंगा तो 1 दिन में जरूर अच्छा टीचर बन पाऊंगा।

My Dream Essay in Hindi

मेरे जीवन का सपना पर निबंध 200 शब्दों में (My Dream Essay 200 Words)

यदि हमें अपने जीवन में कुछ करना है तो सपने देखना बहुत ही जरूरी है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भी सभी बच्चों से ये ही कहते थे कि “अपने जीवन में बड़े सपने देखों और बड़े व्यक्ति बनो।” मेरा सपना भी है कि मैं एक डॉक्टर बनूं। इस सपने को मैंने अपने अध्यापक जी को बताया और इसके लिए उनसे सलाह मांगी।

मेरे अध्यापक जी ने मुझे इसके बारे में पूरी जानकारी दी कि मैं एक सफ़ल डॉक्टर कैसे बनू। उन्होंने मुझे डॉक्टर के महत्व के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि आज के समय में देश में बहुत बीमारियां बढ़ रही है। इस समस्या को रोकने के लिए देश को अच्छे डॉक्टरों की बहुत ही ज्यादा जरूरत है।

अध्यापक जी ने ये भी बताया कि मुझे डॉक्टर बनने के लिए जीवविज्ञान का चयन करना होगा और अच्छे अंको के साथ पास भी होना होगा। मुझे सिर्फ मेरा सपना ही दिखाई दे रहा था कि डॉक्टर बनना है। आज मैं हर वो जानकारी जानने की कोशिश करता हूं, जो एक डॉक्टर के पास होनी चाहिए।

आज मैं अपने सपने को पूरा करने की हर संभव कोशिश करता हूं और एक डॉक्टर बनने का सपना रखता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं अपने जीवन में कठिन परिश्रम करके अपने सपने को पूरा करूंगा।

मेरा सपना डॉक्टर पर निबंध 250 शब्दों में (My Dream Essay in Hindi)

हर कोई बचपन से कुछ ना कुछ बनना चाहता है। कोई इंजीनियर बनना चाहता है तो कोई वकील बनना चाहता है, कोई टीचर बनना चाहता है तो कोई गायक बनना चाहता है। कुछ बनने की इच्छा हर एक व्यक्ति में होती है लेकिन कुछ लोग ही अपने सपने को पूरे कर पाते हैं।

कुछ लोग मात्र सपना देखते हैं लेकिन उसे पूरा करने की मेहनत नहीं करते । कुछ लोग अपनी गरीबी के कारण अपने सपने पूरे नहीं कर पाते हैं। मेरा भी एक सपना है कि मैं डॉक्टर बनू। हर कोई किसी उद्देश्य से ही सपना देखता है। मेरा भी डॉक्टर बनने का उद्देश्य है कि मैं गरीब और निस्सहाय लोगों को मुफ्त में अच्छा इलाज दे सकूं।

आज के समय में दवाइयों के दाम बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं। इलाज का भी बहुत ज्यादा पैसा लगता है। जिस कारण बहुत से लोग भयंकर बीमारियों से ग्रसित होने के बावजूद भी इलाज नहीं करवा पाते हैं और अपनी उसी बीमारी के कारण मर जाते हैं। लेकिन मैं चाहता हूं कि मैं डॉक्टर बनके उन तमाम लोगों की सेवा करूं, जो पैसे के अभाव के कारण अपना इलाज नहीं करवा पा रहे हैं।

मैं लोगों को कम कीमत पर अच्छी इलाज देने की कोशिश करूंगा। इतना ही नहीं मैं चाहता हूं कि डॉक्टर बनने के बाद में अपना क्लीनिक गांव में ही शुरू करूं। क्योंकि ज्यादातर गांव में अच्छे अस्पताल नहीं होते हैं और वहां के लोगों को इलाज करवाने के लिए शहर जाना पड़ता है।

मैं डॉक्टर बनकर लोगों को गांव में ही इलाज की सुविधा देना चाहता हूं ताकि लोगों को इलाज करवाने के लिए दूर शहर के धक्के ना खाने पड़े। मुझे पता है कि सपने देख लेने से पूरे नहीं हो जाते हैं। सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है। इसीलिए हर दिन में मन लगाकर पढ़ता हूं ताकि मैं अपने सपने को पूरा कर सकूं।

मेरे सपनों का करियर पर निबंध 350 शब्दों में (Essay on My Dream in Hindi)

बिना सपने के जीवन का कोई अर्थ नहीं है। कोई व्यक्ति अपने सपने को हकीकत में बदल सके या ना सके लेकिन सपने तो हर कोई देखता है क्योंकि सपने देखने का अधिकार हर किसी को है। सपने दो तरह के होते हैं एक तो नींद में देखा गया सपना, जो आंख खोलने के बाद एक सपना ही रह जाता है। दूसरा वह सपना जो व्यक्ति को सोने नहीं देता है। उस सपने को हकीकत करने के लिए वह व्यक्ति कुछ भी करने को तैयार हो जाता है।

जब हम बचपन में विद्यालय में पढ़ा करते थे तब अक्सर हमसे हर कोई यही पूछता था कि हम बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं हमारा सपना क्या है? उस समय तो मैं अक्सर जोश में आकर कभी बोल देता था कि इंजीनियर बनूंगा तो कभी बोल देता था कि पुलिस बनूंगा। टेलीविजन में जो देखता था, लगता था वही बनूंगा।

हालांकि उस समय इतनी समझ नहीं थी लेकिन धीरे-धीरे समझ में आया कि बिना सपने के तो जीवन का कोई अर्थ नहीं है। आज हम अध्ययन करके ज्ञान तो अर्जित कर रहे हैं लेकिन यह ज्ञान तब तक सफल नहीं होगा जब तक हम जीवन में एक अच्छे मुकाम पर नहीं होंगें।

जीवन में सपने व्यक्ति अपने कुशलता के हिसाब से देखता है। यदि कोई व्यक्ति गाने में माहिर है तो वह गायक बनना चाहता है, कोई नृत्य करने में माहिर है तो वह नृत्य कार बनना चाहता है। वही कोई कविता लिखने में माहिर है तो वह कवि बनना चाहता है।

हालांकि भले ही मैंने बचपन से कई सारी चीजें बनने के सपने देखे थे। लेकिन, जब मुझे एहसास हुआ कि जीवन में बिना लक्ष्य के जीवन का कोई अर्थ नहीं तब मैंने भी एक निश्चित लक्ष्य निर्धारित किया और आज उस लक्ष्य को प्राप्त करना मेरा सपना बन चुका है। मेरे जीवन में एक ही मकसद है वह है, मेरा लक्ष्य प्राप्त करना। क्योंकि उस लक्ष्य के अतिरिक्त मुझे और कुछ भी नहीं सुझता है और मुझे पता है कि उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मुझे बहुत मेहनत करने पड़ेंगे।

मेरे लक्ष्य तक पहुंचने की राह पर हो सकता है बहुत सी बाधाएं भी आएगी। लेकिन जीवन में ऐसा कोई भी सफल व्यक्ति नहीं हुआ, जिसके लक्ष्य के राह पर बाधाएं ना आए हो। लेकिन जो उन बाधाओं का सामना करते हुए सतत अपने राह पर चलते रहता है, वही एक समय अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है।

इसीलिए मैं अक्सर अपने आपको प्रेरित करने की कोशिश करते रहता हूं ताकि कोई भी बाधाएं मुझे कमजोर ना कर सके और मैं अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत मेहनत कर सकूं।

मेरा एक अनोखा सपना निबंध हिंदी 500 शब्दों में

सपने से बहुत सारे होते हैं। उनसे ऐसा सपना जिसे पूरा करने के लिए आप पूरी तरीके से समर्पित हो जाओ, वही तो एक अनोखा सपना होता है। अन्य लोगों की तरह मेरा भी एक अनोखा सपना है मैं एक आईएएस अधिकारी बनना चाहता है। बचपन से ही मैं समाज में सुधार लाने की इच्छा रखता था।

जब भी मैं समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, समाज में व्याप्त कई प्रकार की कुरितियां एवं महिलाओं एंव गरीबों के ऊपर हो रहे शोषण के बारे में खबरों में सुनता था तो मुझे बहुत दुख होता था। हमेशा ही में सोचता था कि काश मेरे पास इतनी शक्ति होती कि मैं निस्सहाय लोगों की मदद कर सकता, काश में गरीबों को भी सपने देखने के पंख दे पाता, औरतों को जागृत कर पाता जो अपने आपको कमजोर समझते हैं और समाज की कुरीतियों के सामने घुटने टेक देती हैं।

बाद में मुझे पता चला कि एक आईएएस अधिकारी के पास ये तमाम शक्तियां होती है, जिससे वे समाज के विकास में अपना पूरा योगदान दे सकते हैं। मुझे पता है कि इस सपने को पूरा करने के लिए मुझे बहुत मेहनत करना होगा क्योंकि आईएएस अधिकारी बनने के लिए भारत के बहुत कठिन परीक्षा यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन से गुजरना पड़ता है, जिसके लिए हर साल लाखों बच्चे आवेदन करते हैं लेकिन केवल उनमें हजारों बच्चे ही चयनित हो पाते हैं।

आईएएस अधिकारी बनने की प्रेरणा मुझे किनसे मिली?

हर व्यक्ति जो आज जीवन में एक अच्छे मुकाम पर है या अच्छे मुकाम पर होना चाहता है, उस मुकाम तक पहुंचने का सपना देखने के लिए वह किसी न किसी व्यक्ति से जरूर प्रेरित हुआ होता है। मैं एक आईएएस अधिकारी बनना चाहता हूं, इसकी प्रेरणा भी मुझे किसी दूसरे आईएएस अधिकारी से ही मिली है।

सातवीं कक्षा में था, उस समय हमारे विद्यालय में बच्चों को प्रेरित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्य अतिथि उसी क्षेत्र के एक आईएएस अधिकारी थे। हालांकि हमें तो पता था कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एक आईएएस अधिकारी है लेकिन मुझे आईएएस अधिकारी के बारे में उस समय कुछ भी जानकारी नहीं थी कि आईएएस अधिकारी क्या होता है, उनके कर्तव्य क्या होते हैं।

बचपन से ही बस में डॉक्टर, इंजीनियर, पोलिस यही सब के बारे में सुनता था। इसलिए इससे पहले मैं कभी डॉक्टर तो कभी इंजीनियर बनने का सपना देख लिया था। लेकिन मेरा यह सपना तब बदल गया जब मैंने आईएएस अधिकारी को देखा।

एक बड़ी सी कार में आईएएस अधिकारी के कारण का दरवाजा खोला गया और कार से उतर कर स्टेज की ओर बढ़ने लगे, उनके आगे और पीछे कॉन्स्टेबल भी थे। आईएएस अधिकारी को देखते ही मानो सभी की सांसें थम गई थी। उनको दिए जा रहे सम्मान को देख मुझे भी उनकी तरह बनने की इच्छा मन में आई।

वे खड़े हुए और आईएएस बनने की अपनी सफर के बारे में हमें बताया। उनकी सफलता की इस कहानी को सुनकर मुझे उनसे काफी प्रेरणा मिली। लेकिन, मुझे तब तक नहीं पता था कि आईएएस बनने के लिए मुझे क्या करना होगा। लेकिन मैंने ठान लिया था कि मुझे बनना तो आईएएस अधिकारी ही है।

जैसे ही कार्यक्रम खत्म हुआ मैं सीधे अपने घर पर आया और रात भर यही सोचता रहा कि मैं आईएएस अधिकारी कैसे बन सकता हूं। उस समय मेरे पास स्मार्टफोन नहीं था और ना ही इंटरनेट थी। इसीलिए दूसरे दिन विद्यालय जाने के बाद सबसे पहले तो मैं अपने कंप्यूटर के अध्यापक से मिला और उनसे उनके बारे में पूछा।

उन्होंने मुझे कंप्यूटर में इसकी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त करने की सलाह दी। उस समय मैंने इंटरनेट पर आईएएस अधिकारी बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जाना और उसी समय से ठान लिया कि मुझे आगे भविष्य में आईएएस अधिकारी ही बनना है, जिसकी शुरूआत मुझे आज से ही करनी है।

आईएएस अधिकारी के कर्तव्य

एक आईएएस अधिकारी के कर्तव्य बहुत ही कठिन होते हैं। क्योंकि उन्हें बहुत सारे जिम्मेदारियों को निभाना होता है। मात्र आईएएस अधिकारी बनना ही बड़ी बात नहीं होता है, जिम्मेदारियों को अच्छी तरीके से वहन करना भी आना चाहिए और जरूरी नहीं इसके लिए हर कोई सक्षम हो।

एक आईएएस अधिकारी को समाज के सुधार और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना होता है। समाज के सुधार में और विकास में नए नियम भी बना सकते हैं। उनके पास शक्ति होता है कि वे गरीबों की मदद कर सकते हैं, गरीबों के बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने में मदद कर सकते हैं, गरीबों को अच्छी इलाज दिलाने में मदद कर सकते हैं।

यूं कहें कि एक आईएएस अधिकारी के पास इतनी शक्ति है कि वे एक गरीब की जिंदगी को सुधार सकते हैं। मैं एक आईएएस अधिकारी के कर्तव्य से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ हूं और मैं भी चाहता हूं कि आईएएस अधिकारी बनकर मैं अपने देश और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऊं।

सपने चाहे छोटे हो या बड़े सपने को पूरा करने के लिए यदि लगातार कड़ी मेहनत की जाए तो एक दिन सपने जरूर पूरे होते हैं। बस हर किसी को यह ध्यान रखना चाहिए कि सपने बंद आंखों से नहीं खुली आंखों से देखने चाहिए और सपने ऐसे होने चाहिए जो सोने ना दें।

जब सपने को पूरा करना आपकी जरूरत बन जाती है तो उसे पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। भले ही आपको कई रातो तक जागना पड़ेगा लेकिन आप उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और कड़ी मेहनत करते हैं और जो कड़ी मेहनत करता है, उसकी मेहनत कभी भी निसफल नहीं जाती हैं। क्योंकि कल करे सो आज कर आज करे सो अब पल में प्रलय होएगी बहुरि करेगा कब।

मेरा जीवन स्वप्न पर निबंध 600 शब्दों में (Mere Jeevan ka Sapna Essay in Hindi)

हम जिससे भी मिलते हैं, सबसे पहले हमसे यही पूछा जाता है कि कौनसी क्लास में पढ़ते हो और इसके बाद आप क्या करना चाहते हो या फिर क्या बनना चाहते हो। अपने जीवन में हर कोई सफ़ल होना चाहता है। हर किसी का सपना होता है कि वह बड़ा आदमी बने और एक सफ़ल जीवन जीये।

सपने के प्रति प्रेरित रहना – Motivate रहें

जब भी हम किसी काम को करते हैं तो उसके लिए हमें मोटिवेट रहना बहुत ही जरूरी है। बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जिनके सामने थोड़ी सी कोई समस्या आती है तो वह थक जाते हैं और उदास हो जाते हैं। फिर उनके मन में ये ही विचार आता रहता है कि “मैं ये नहीं कर सकता।”

उस समय आपको सिर्फ अपने सपने पर ही फोकस करना है उदास नहीं होना है। क्योंकि आप सपने देख सकते हैं तो उसे हासिल भी कर सकते हैं। ये आपको खुद को याद दिलाना होगा कि मैं कर सकता हूं और पुनः कोशिश करें। आप एक दिन जरूर अपने सपने को हासिल करने में कामयाब होंगे।

महत्वपूर्ण काम नहीं भूलें

कई लोग अपने सपने पूरे करने के लिए इतनी पढ़ाई करते हैं कि वह बाकि के कार्यों को इतना महत्व नहीं देते जैसे समय पर मनोरंजन, खेलना, टहलना आदि। हमें अपने जीवन में कुछ हासिल करने के लिए पढाई तो करनी ही पड़ेगी। लेकिन इसके साथ ही हमें वो सब भी काम करना जरूरी है, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूर हो।

आप ये तय कर लें कि मैं इतना पढ़कर ही खेलने जाऊंगा, इतने घंटे पढ़ाई के बाद ही मोबाइल का उपयोग करूंगा। क्योंकि इन सभी का हमारे जीवन के विकास के लिए बहुत योगदान है। निश्चित समय के लिए खेल खेलें, निश्चित समय टीवी देखें, निश्चित समय के लिए मोबाइल प्रयोग करें और भी ऐसे ही काम के लिए समय निश्चित कर लें। शिक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए इन सभी का प्रयोग करें। क्योंकि ये हमारे लिए सबकुछ नहीं है।

सकारात्मक वातावरण में रहे

आप हमेशा ऐसे ही लोगों के साथ रहे, जो आपको एक सकारात्मक सोच देते हो, जिनसे आपको कुछ सीखने के लिए मिलता हो। ऐसे लोगों से आपको अपने सपने पूरे करने में बहुत मदद मिलेगी और आपको हमेशा मोटिवेशन मिलता रहेगा।

आप ऐसे लोगों से दूरी बनाएं रखे जिनमें नकारात्मकता भरी हो। क्योंकि वे लोग हमेशा आपको Demotivate ही करेंगे। आप जो भी काम करेंगे ये लोग आपको उसके बारे में बुरा ही कहेंगे।

खुद से सीखें

असफ़लता हमारे जीवन का एक हिस्सा है। यदि हमारे जीवन में असफलता नहीं होगी तो हम कभी सफ़लता का महत्व जान ही नहीं पाएंगे। कई बार हम अपने काम में अपनी ही गलतियों से सफ़ल नहीं हो पाते है और वही पर हार मान लेते हैं।

हमें हार नहीं मान कर उन गलतियों से सबक लेना चाहिए और उन्हीं गलितयों को सुधार कर वापस कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको निश्चित ही दुगुनी सफ़लता हासिल होगी।

आपको अपने सपने को हासिल करने के लिए आप निरंतर प्रयत्न करना चाहिए। इस रास्ते में आपको कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा और कई मुश्किलें आपका रास्ता रोकेगी। इन्हीं का सामना करते हुए आपको अपने सपने को हासिल करने के लिए अटल रहना होगा। अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए हर वो संभव प्रयत्न करें जो आप कर सकते हैं। जरूर एक दिन मेरे सपनो की दुनिया का सपना आपके पैरों में होगा।

यहाँ पर हमने मेरा सपने पर निबंध शेयर किये है। उम्मीद करते हैं आपको पसंद आये होंगे, इन्हें आगे शेयर जरुर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।

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Essay, Paragraph or Speech on “My plans for future” Complete Paragraph or Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

My plans for future

                Ambition and choice are two words with different meaning. Ambition is imaginary while choice is based on certain reasons. However, the meanings derived in some cases of the words ambition and choice are the same. Now-a-days to choose a profession is not an easy task. It should be done with great care because the success of life depends upon the right choice.

                I was keenly interest in Biology when I was a student of High school. My father is doctor. Ever since my childhood. I wanted to become a doctor to serve mankind. The first and foremost duty of a doctor is to serve humanity. He should have a sympathetic attitude. A doctor spends his time, energy and skill to curve the sick, in preventing diseases and soothing pain. He must be ready to extend his service at any time. In fact, a doctor is the servant of suffering humanity. That is why on my father’s advice I have selected this profession for myself in the light of above merits, I am keen to adopt this profession.

                After passing Intermediate, I shall go to Lucknow to attend coaching classes for C.P.M.T. I am confident that I shall be selected in my first attempt. Then I shall be admitted to I year class of M.B.B.S. After taking my degree of M.B.B.S., I shall be bound to serve in any rural area for at least two years. Then I have decided that I shall start my own clinic in my town. My ambition is to give relief to the ailing people and a ray of hope to the disappointed people, life is the sole right of God. Man cannot give life to the dead. He can only relieve him from paints. So, I will do my best in this field.

                I shall charge no visiting fee from the poor people. Poor people who are unable to pay money, shall get medicines free from my clinic. Once a week I shall go to a village. I shall examine the patients free of charge and give them medicines there. I shall also advise them how they can keep their village clean and how they can get rid of diseases. In the same way, twice a week I shall call on the people and tell them about causes of different diseases and the secret of good health. I may attach myself with some social organization to serve the people free of cost.

                I have decided that I shall satisfy all the patients with my sympathetic attitude, gentlemanly manners, kind and loving behavior, keen observation, testing and the best prescription and guidance.

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मेरा परिचय पर निबंध (Essay On Myself In Hindi)

Essay On Myself In Hindi

In this Article

मेरा परिचय पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Myself In Hindi)

मेरा परिचय पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on myself in hindi 200-300 words), मेरा परिचय पर निबंध 400-600 शब्दों में (essay on myself in hindi 400-600 words), मेरा परिचय के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है (what will your child learn from myself essay).

हर व्यक्ति की अपनी नजर में एक अलग पहचान होती है। खुद के बारे में जानना और दूसरों को अपना परिचय देना भी एक दिलचस्प कला है। हर इंसान का जिंदगी जीने का अपना तरीका होता है। सभी में कुछ अच्छी और बुरी दोनों आदतें शामिल होती हैं। अपने बेहतरीन गुणों की तलाश करना और उसको सही शब्दों का चुनाव करते हुए एक निबंध लिखना थोड़ा मुश्किल होता है। व्यक्ति सबसे ज्यादा खुद को पहचानता है लेकिन उसे कोई अपने बारे में लिखने के लिए बोले तो उसका वर्णन करना मुश्किल हो जाता है। हर व्यक्ति में अच्छाइयां-बुराइयां होती हैं, लेकिन उनको सही वाक्यों का उपयोग कर के लिखना जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं होता। इस लेख में निबंध के रूप में अपना परिचय किस तरह दिया जाना चाहिए इस बारे अलग-अलग शब्द सीमा में सैंपल दिए गए हैं। यहाँ उदाहरण के लिए रिया शर्मा नाम की लड़की का परिचय उसके ही शब्दों में प्रस्तुत किया गया है।

मेरे बारे में जानकारी चाहते हैं तो मैंने अपना परिचय 10 पंक्तियों की मदद से दिया है, आप भी इनकी मदद से अपना परिचय भी लिख सकते हैं।

  • मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी उम्र 9 साल है।
  • मेरा जन्म 15 अगस्त 2014 को उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में हुआ था।
  • मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार की रहने वाली हूं।
  • मेरा एकल परिवार है, जिसमें मम्मी, पापा, भैया और मैं रहते हैं।
  • मेरे माता-पिता दोनों सरकारी विभाग में काम करते हैं और मुझे बहुत प्यार करते हैं।
  • मैं सेंट थॉमस स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा हूं।
  • मुझे स्कूल में हिंदी और इंग्लिश विषय बहुत पसंद हैं।
  • मेरे मम्मी-पापा ने मुझे सभी बड़े लोगों की इज्जत करना सिखाया है।
  • मैं शाम को अपना होमवर्क करने के बाद, पार्क में पापा के साथ खेलने जाती हूं।
  • मुझे खाली समय में डांस करना बहुत अच्छा लगता है।

यदि आपको अपना परिचय कुछ शब्दों में देना है तो हमारा द्वारा 200-300 शब्दों में लिखा गया ये निबंध आपकी मदद कर सकता है। इसमें वे सभी बातें मौजूद हैं, जो एक बेहतरीन निबंध लिखने में काम आएंगी। आइए एक नजर इस पर डालते हैं।

मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी उम्र 9 साल है। मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 15 अगस्त 2014 को हुआ था। मैं एक मध्यवर्गीय परिवार की रहने वाली हूं। मेरे परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई है। हम सभी लोग बहुत प्यार से और मिल-जुलकर रहते हैं। मेरे दोनों माता-पिता सरकारी विभाग में काम करते हैं। मेरी मम्मी डिफेंस में कार्यरत हैं और पिता रेलवे विभाग में काम करते हैं, जिसकी वजह से वह अक्सर घर से बाहर रहते हैं। मैं कानपुर के प्रसिद्ध सेंट थॉमस स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा हूं। मेरी दिनचर्या भी आम बच्चे की तरह है। मम्मी रोज सुबह मुझे उठाती हैं और मेरे लिए नाश्ता तैयार करती हैं। उसके बाद मैं, मेरा भैया और मम्मी साथ में नाश्ता करते हैं। जब पापा घर पर होते हैं तो वह भी हमारे साथ बैठते हैं। मेरा बड़ा भाई जो कि मुझसे 4 साल बड़ा है उसी स्कूल में पढ़ता है और हम दोनों स्कूल बस से एक साथ जाते हैं। स्कूल में मुझे बहुत मजा आती है। दोस्तों के साथ हम पढ़ाई के साथ खूब मौज मस्ती भी करते हैं। स्कूल में पढ़ाए जाने वाले सभी विषय अच्छे हैं लेकिन मेरा पसंदीदा विषय इंग्लिश और हिंदी है। घर वापस लौटने के बाद हम लोग खाना खाते हैं फिर होमवर्क करने के लिए बैठ जाते हैं। फिर शाम को जब मम्मी वापस आती हैं, तो हम बाहर पार्क में खेलने जाते हैं। मुझे डांस करने का भी बहुत शौक और जब भी मुझे मौका मिलता है तो मैं डांस करती और सीखती भी हूँ। स्कूल में डांस की कई प्रतियोगिताओं में मैंने भाग लिया और जीता भी है। मेरे माता-पिता ने मुझे सभी बड़ों का आदर करना सिखाया है और मैं उनकी बताई बातों का पूरी तरह से पालन करती हूँ।

Mera parichay par nibandh

व्यक्ति अपना परिचय जितना अच्छे से दे सकता है देता है लेकिन फिर भी कही न कहीं कमी रह जाती है। व्यक्ति के दिमाग में तो बहुत सारी चीजें चलती है लेकिन उन भावनाओं को शब्दों में बदलना और उससे बेहतरीन वाक्यों के साथ लिखना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन यदि आपको माइसेल्फ पर अच्छा निबंध लिखना है, तो नीचे लिखे निबंध का तरीका आप अपना सकते हैं और अच्छा निबंध लिखकर दूसरों को प्रसन्न भी कर सकते हैं।

मेरा व्यक्तित्व

मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी आयु है 9 साल। मेरा जन्म 15 अगस्त 2014 को उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में हुआ और मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हूं। मेरे परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई है। मैं कक्षा 5 में पढ़ती हूं।

मेरा परिवार (My Family)

मेरे पिता एक सरकारी नौकरी में हैं और वह रेलवे विभाग में काम करते हैं। वह एक बड़े अधिकारी हैं और नौकरी की वजह से वह अक्सर घर और परिवार से दूर रहते हैं। लेकिन जब वह घर लौटते हैं तो मुझे और मेरे भाई को हर जगह घुमाने ले जाते हैं, अच्छा खाना खिलाते हैं, खिलौने और कपड़े दिलाते हैं और साथ ही बहुत मस्ती करते हैं। वहीं मेरी माँ भी सरकारी नौकरी करती हैं। उनका ऑफिस सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। मेरी माँ सुबह ही मेरे और भाई के लिए नाश्ता और लंच बना देती है और जब हम स्कूल से वापस आते हैं, तो मेरा बड़ा भाई खाने को गर्म करता है और हम दोनों साथ मिलकर खाते हैं। मम्मी का इंतजार करते-करते हमलोग टीवी देखते हैं या फिर होमवर्क खत्म कर लेते हैं। पापा बाहर रहते हैं इसलिए हमारा ज्यादा समय मम्मी के साथ बीतता है। मेरी मम्मी बहुत प्यारी हैं और मुझे बहुत प्यार करती हैं। वह मुझे पढ़ाती, अपने हाथों से खाना खिलाती हैं। मेरा बड़ा भाई मुझसे 4 साल बड़ा है और वह मेरे ही स्कूल में कक्षा 9 में पढ़ता है। हमारा चार लोगों का परिवार बहुत ही संतुष्ट और खुश परिवार है।

मेरी ताकत और कमजोरियां (My Strength And Weakness)

हर व्यक्ति में कुछ ताकतें और कमजोरियां तो जरूर होती हैं, तो चलिए आपको मैं अपनी ताकतों और कमजोरियों के बारे बताती हूं

  • मेरा परिवार मेरी सबसे बड़ी ताकत है।
  • मैं इंग्लिश और हिंदी विषय में दूसरे विषयों से अधिक सक्षम हूं।
  • मैं डांस में काफी अच्छी हूं और मुझे कई पुरस्कार भी मिले हैं।
  • मैं एक साहसी और समझदार लड़की हूं।
  • मुझे नई रचनात्मक चीजें सीखना और बनाना बहुत पसंद है।
  • मैं अपना होमवर्क हमेशा समय पर खत्म करती हूं।
  • वैसे तो मैं हर काम करती हूं लेकिन कभी-कभी आलस आता है।
  • मेरा गुस्सा मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है।
  • मुझे गणित विषय बिलकुल पसंद नहीं है, इसलिए उसमें नंबर कम आते हैं।
  • मैं टीवी देखते में बहुत समय व्यतीत करती हूं।

मेरा पसंदीदा शौक (My Favourite Hobby)

मैं जब 4 साल की थी तबसे मुझे नृत्य में रुचि रही है। किसी को डांस करता देख मैं खुद ठुमकने लगती थी। छोटी उम्र में ही मुझे डांस का शौक हो और आज भी मुझे डांस करना बेहद पसंद है। डांस मेरी पसंदीदा हॉबी है। जब भी मुझे खाली समय मिलता है या फिर मेरा पढ़ाई करने का मन नहीं करता तो मैं टीवी पर गाने लगाकर अभिनेत्रियों की तरह डांस करने का प्रयास करती हूं। डांस मेरा पसंदीदा शौक ही नहीं बल्कि मेरा जूनून भी बन गया है। मैं अभी से ही बड़ी होकर एक अच्छी कोरियोग्राफर बनने का सपना देखती हूं। इतना ही नहीं स्कूल में जितनी भी डांस की प्रतियोगिता होती है मैं सभी में भाग लेती हूं और कई बार मुझे अवार्ड भी मिला है। मेरे डांस की हर कोई तारीफ करता है चाहे वो पापा-मम्मी हों, टीचर हों या फिर मेरे दोस्त।

अपने बारे में लिखना और बताना जितना आसान लगता है, वास्तव में होता नहीं है। अपना परिचय सही तरह से देना बहुत जरूरी है ये बच्चे के व्यक्तित्व को शुरुआत से प्रभावशाली बनाने में मदद करता है। मेरा परिचय के इस लेख से आपको कैसे अपना परिचय देना चाहिए इसकी जानकारी मिली होगी। इस लेख की सहायता से बच्चा मेरा परिचय के विषय पर खुद भी एक अच्छा निबंध लिख सकेगा।

मेरा परिचय निबंध से आपके बच्चे को अपने बारे में निबंध लिखने की प्रेरणा मिलेगी और साथ ही वह यह भी सीखेगा कि किस तरह से ऐसे निबंध की शुरुआत की जाती है। इस निबंध का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि बच्चा अपने बारे में कितना जानता है और खुद भी भावनाएं एक निबंध के रूप में व्यक्त करना कितना मुश्किल या आसान है। यदि आपके बच्चे को भी मेरा परिचय पर निबंध लिखना है तो उसे निबंध को पूरा पढ़ने के लिए जरूर कहें।

यह भी पढ़ें:

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The Path to My Future: My Life in Five Years

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Words: 650 |

Published: Mar 8, 2024

Words: 650 | Page: 1 | 4 min read

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भारतीय अर्थव्यवस्था

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पंचवर्षीय योजनाएँ

  • 24 Aug 2022
  • 17 min read
  • सामान्य अध्ययन-III
  • वृद्धि एवं विकास

पंचवर्षीय योजनाओं का इतिहास:

  • अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के लिये नियोजन के विचार को 1940 और 1950 के दशक में पूरे विश्व में जनसमर्थन मिला था।
  • वर्ष 1944 में उद्योगपतियों का एक समूह एकजुट हुआ जिसने भारत में नियोजित अर्थव्यवस्था की स्थापना हेतु एक संयुक्त प्रस्ताव तैयार किया। इसे ‘बॉम्बे प्लान’ कहा जाता है।
  • भारत की स्वतंत्रता के बाद ही नियोजित विकास को देश के लिये एक महत्त्वपूर्ण विकल्प के रूप में देखा जाने लगा।
  • जोसेफ स्टालिन प्रथम व्यक्ति थे जिन्होंने सोवियत संघ में वर्ष 1928 में पंचवर्षीय योजना को लागू किया।
  • भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था के निर्माण और विकास को प्राप्त करने के लिये स्वतंत्रता के बाद पंचवर्षीय योजनाओं (FYPs) की एक शृंखला शुरू की।

पंचवर्षीय योजना की अवधारणा:

  • पंचवर्षीय योजनाओं का सामान्य विचार है कि भारत सरकार अपनी ओर से दस्तावेज़ तैयार करती है, जिसमें अगले पाँच वर्षों के लिये उसकी आमदनी और खर्च की योजना होती है।
  • केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों के बजट को दो भागों में बाँटा गया है: गैर-योजना बजट और योजना बजट ।
  • गैर-योजना बजट सालाना दैनंदिन मदों पर खर्च किया जाता है। योजना बजट को योजना द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के अनुसार पंचवर्षीय आधार पर खर्च किया जाता है।
  • वर्ष 1951 से 2017 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का मॉडल पंचवर्षीय योजनाओं पर आधारित नियोजन की अवधारणा पर आधारित था।
  • पंचवर्षीय योजनाओं को तैयार करने, कार्यान्वित करने तथा विनियमित करने का कार्य योजना आयोग नामक संस्था द्वारा किया गया।
  • वर्ष 2015 में योजना आयोग को नीति आयोग नामक थिंक टैंक द्वारा प्रतिस्थापित किया गया।
  • नीति आयोग ने तीन दस्तावेज़ प्रस्तुत किये हैं - 3 वर्षीय एक्शन एजेंडा, 7 वर्षीय मध्यम अवधि का रणनीति पेपर और 15 वर्षीय विज़न डॉक्यूमेंट।

ने में प्रस्तुत किया था। ने तर्क दिया कि भारत को पहले दो दशकों के दौरान "धीरे-धीरे विकास" करना चाहिये। पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें शामिल था। उदाहरण- के लिये भारी आवंटन किया गया था। था और इसने बचत बढ़ाने पर अधिक ज़ोर दिया। स्थापित किये गए।

पर बल दिया। के नेतृत्व में किया गया। दिया। अधिरोपित किया।

पर ध्यान केंद्रित किया गया। की शुरुआत की गई। (1966-67, 1967-68, और 1968-69) की घोषणा करनी पड़ी। चीन-भारत युद्ध और भारत-पाक युद्ध योजना अवकाश के प्राथमिक कारणों में शामिल थे, जिनके कारण तीसरी पंचवर्षीय योजना विफल हुई थी।

के आधार पर, स्थिरता के साथ विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रगति पर बहुत अधिक ज़ोर दिया गया। किया और ने कृषि को बढ़ावा दिया।

(गरीबी हटाओ) पर ज़ोर दिया। की शुरुआत की गई थी। (Minimum Needs Programme-MNP), जिसका उद्देश्य बुनियादी न्यूनतम आवश्यकताएँ प्रदान करना था। MNP को डी.पी. धर द्वारा तैयार किया गया था। सरकार ने इस योजना को खारिज कर दिया। 

 

की शुरुआत को रेखांकित किया। कार्यक्रम शुरू किया गया। (National Bank for Agriculture and Rural Development- NABARD) की स्थापना की गई।

 

पर ज़ोर दिया। थी जबकि रही। 

आठवीं पंचवर्षीय योजना वर्ष 1990 में शुरू नहीं की गई थी और बाद के वर्षों 1990-91 और 1991-92 को वार्षिक योजना के रूप में माना गया था। इसका कारण काफी हद तक आर्थिक अस्थिरता थी। भारत को इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार के संकट का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था की समस्या से निपटने के लिये भारत में उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण (Liberalisation, Privatisation, Globalisation- LPG) की शुरुआत की गई थी।

दिया। (World Trade Organisation- WTO) का सदस्य बना।

ने प्रधानमंत्री पद का नेतृत्व किया। के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये सामाजिक क्षेत्रों हेतु समर्थन की पेशकश की और आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के मामले में सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों ने संयुक्त रूप से प्रयास किया।

इस योजना की विशेषताओं में समावेशी तथा समान विकास को बढ़ावा देना शामिल था।

इसने प्रति वर्ष 8% GDP विकास दर का लक्ष्य रखा।

इसका उद्देश्य गरीबी को 50 प्रतिशत तक कम करना और 80 मिलियन लोगों के लिये रोज़गार का सृजन करना था। इसके अलावा, इसका उद्देश्य क्षेत्रीय असमानताओं को कम करना था।

इसने वर्ष 2007 तक शिक्षा और मज़दूरी दरों के क्षेत्र में लैंगिक अंतराल को कम करने पर भी ज़ोर दिया।

लक्षित विकास दर 8.1% थी जबकि वास्तविक वृद्धि 7.6% रही। 

प्रस्तुत किया गया जो कि वर्ष 2010 में लागू हुआ, इसने 6-14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिये शिक्षा को निशुल्क और अनिवार्य कर दिया। थी।

(Faster, More Inclusive and Sustainable Growth) थी।

my future plans essay in hindi

दा इंडियन वायर

मेरे सपनों का भारत पर निबंध

my future plans essay in hindi

By विकास सिंह

essay on india of my dreams in hindi

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सौहार्द से रहते हैं। हालांकि, भेदभाव व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और देश के कई हिस्सों में आर्थिक स्थिति के आधार पर किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है।

विषय-सूचि

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (200 शब्द)

भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेता है। इस देश में विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों से संबंधित लोग शांति से रहते हैं। हालांकि, लोगों के कुछ समूह हैं जो लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं जिससे देश में शांति में बाधा उत्पन्न होती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो इस तरह की विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित है। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं।

मैं एक ऐसे राष्ट्र के रूप में भी भारत का सपना देखता हूँ जहाँ हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे एक निविदा उम्र में मासिक नौकरियों में शामिल होने के बजाय शिक्षा की तलाश करें। जिन वयस्कों ने अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का मौका गंवा दिया है, उन्हें अपने लिए बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करे, ताकि युवाओं को रोजगार मिले और राष्ट्र के विकास में योगदान मिले। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत हो और सभी क्षेत्रों में विकास देखें। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश हो जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु-भाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी अधिक गति से आगे बढ़े और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाए। यहां ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिन्हें बेहतर जगह बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा और रोजगार : मैं भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पा सके। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

जाति और धार्मिक मुद्दे:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। इससे राष्ट्र को मजबूत बनाने में काफी मदद मिलेगी।

औद्योगिक और तकनीकी विकास:  जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़े और हर क्षेत्र में तेजी देखे।

भ्रष्टाचार:  देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार मुक्त भारत हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

लिंग भेदभाव:  यह देखना दुखद है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को अब भी पुरुषों से नीचा माना जाता है। मैं भारत का सपना देखती हूं जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर अनुच्छेद, paragraph on india of my dreams in hindi (400 शब्द)

भारत विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों के घर होने पर गर्व करता है। देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसने विभिन्न उद्योगों में तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

दरिद्रता:  देश में बहुत आर्थिक असमानता है। यहां अमीर अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां नागरिकों के बीच धन समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा:  शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास कर रही है। हालांकि, यह भी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा चाहता है।

रोज़गार:  देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं वे योग्य नौकरी पाने में विफल हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर अधिक है और वे अक्सर अपराध का रास्ता अपनाते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश की वृद्धि और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद:  जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ लोगों को उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

लिंग भेदभाव:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह एक ऐसा स्थान होगा जहाँ महिला सुरक्षा का अत्यधिक महत्व होगा।

भ्रष्टाचार:  मैं भ्रष्टाचार से मुक्त भारत का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

तकनीकी विकास:  भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि यह और भी अधिक गति से बढ़े और पहली दर वाले देशों के बीच अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे।

निष्कर्ष:

मैं भारत का सपना देखता हूं जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक / सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष होना चाहिए और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर लेख, article on india of my dreams in hindi (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहाँ समानता की स्वतंत्रता का सही मायने में आनंद लिया जाता है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक / आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जहां औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण:  हालांकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं लेकिन हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ अभी भी बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित रखने के लिए बहुत से ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है।

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है और एक दायित्व नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह एक ऐसी जगह हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

शिक्षा:  यद्यपि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, फिर भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य है। सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए एक कदम आगे बढ़ना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं है।

रोजगार के अवसर:  देश में कई योग्य युवा अच्छे रोजगार के अवसर प्राप्त करने में विफल हैं। अवसर या तो सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। इसका मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक विकास है। आरक्षण जैसे कुछ अन्य कारक हैं जो योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं।

भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में उड़ान भरते हैं और दूसरे देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करने का मन बनाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेद:  देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं है। यह देखना दुखद है कि निचले और कमजोर तबके के लोग देश के कुछ हिस्सों में अपने बुनियादी अधिकारों से कैसे वंचित हैं।

इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह हैं जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में बीमार होने के लिए उकसाते हैं। इससे अक्सर देश में अशांति फैलती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां लोगों को उनकी जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

भ्रष्टाचार:  भ्रष्टाचार एक मुख्य कारण है कि भारत उस गति से नहीं बढ़ पा रहा है जिस गति से उसे होना चाहिए। देश की सेवा करने का प्रयास करने के बजाय, यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां मंत्री पूरी तरह से समर्पित हैं और पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता है और उन्हें किसी भी मापदंड के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखती हूं जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर देखा जाता है। मैं यह भी चाहता हूं कि भारत आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति देखे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं। यह एक समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। हालांकि लंबे समय तक उपनिवेश रहा, लेकिन भारत ने अपनी आजादी के बाद से एक लंबा सफर तय किया है।

पिछले कुछ दशकों में इसने बहुत बड़ी सामाजिक और आर्थिक वृद्धि देखी है। हालाँकि, काउंटी में बहुत अधिक आर्थिक और सामाजिक असमानता है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के कारण नीचे देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ हर नागरिक को समानता की सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र:

ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन्हें आगे बढ़ने और विकसित करने के लिए हमारे देश को अभी भी काम करने की आवश्यकता है। यहां उन चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा:  शिक्षा किसी भी राष्ट्र के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। हमारे देश में एक बड़ी कमी यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को नजरअंदाज करते हैं।

उन्हें एहसास नहीं है कि शिक्षा की कमी उनकी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वयस्क शिक्षा स्कूल खोलने के माध्यम से शिक्षा तक पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहाँ हर नागरिक शिक्षित और कुशल होगा।

लिंग भेदभाव:  लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरूरत है। जबकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कर रही हैं, फिर भी उन्हें समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में अभी भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है। लड़कियों को उच्च अध्ययन के लिए जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि जो लोग अच्छी तरह से योग्य हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे बाहर काम करने के बजाय अपने परिवार के विवाह के बाद विवाह करें।

काम के समय महिलाओं को मिलने वाला वेतन पुरुषों के वेतन से कम होता है और भेदभाव की सूची बनती है। मैं भारत का सपना देखती हूं जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित है।

तकनीकी उन्नति:  जबकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत अधिक वृद्धि और उन्नति देखी है, फिर भी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है।

यह देखना दुखद है कि देश से प्रतिभाशाली दिमाग रोजगार के अवसरों की तलाश में विदेश जाते हैं और अपने देश के विकास में योगदान देने के बजाय उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में योगदान करते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो योग्य लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करता है और सभी मिलकर देश की आगे की तकनीकी प्रगति की दिशा में काम करते हैं।

अपराध दर:  भारत में अपराध की दर दिन ब दिन बढ़ रही है। प्रत्येक दिन बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले सामने आते हैं और कई अन्य लोगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी प्रमुख रूप से इसके प्रति विशेषता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील है। यह सभी प्रकार के अपराध और शोषण से मुक्त जगह होगी।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी प्रगति और प्रगति देखी है। हालांकि, अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। कभी समृद्धि का आनंद लेने के कारण भारत को स्वर्णिम गौरैया कहा जाता था।

मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं यह नहीं चाहता कि यह सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी समृद्ध हो। देश के सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और कोई भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Thanks A lot for this essay it helped me a lot

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    मेरे सपने पर निबंध 150 शब्दों (My Dream Essay 150 Words) जीवन में हर व्यक्ति का कुछ ना कुछ सपना होता है। सपना तो हर कोई देख लेता है लेकिन उस सपने को पूरा ...

  16. Essay, Paragraph or Speech on "My plans for future ...

    rrrr on Hindi Essay on "Pratahkal ki Sair" , "प्रातःकाल की सैर " Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes. Mihir on CBSE ASL "Listening Test Worksheet" (ASL) 2017 for Class 11, Listening Test Audio Script 1

  17. मेरा परिचय पर निबंध हिंदी में

    मेरा परिचय पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Myself in Hindi 400-600 Words) व्यक्ति अपना परिचय जितना अच्छे से दे सकता है देता है लेकिन फिर भी कही न कहीं कमी रह जाती है। व्यक्ति के ...

  18. My Aim of Life Essay in Hindi

    My Aim of Life Essay in Hindi - मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध. मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध: यह एक सर्वविदित तथ्य है कि बिना उद्देश्य वाला व्यक्ति बिना जीवन जीता है। इस ...

  19. The Path to My Future: My Life in Five Years

    The Path to My Future: My Life in Five Years. The future can be both exciting and daunting. The constant barrage of questions about what we plan on doing next can be overwhelming, but it is an important aspect of growing up. The question of where we see ourselves in the next few years can give us direction, motivation, and help us set goals.

  20. Google Translate

    Google's service, offered free of charge, instantly translates words, phrases, and web pages between English and over 100 other languages.

  21. पंचवर्षीय योजनाएँ

    पंचवर्षीय योजनाओं का सामान्य विचार है कि भारत सरकार अपनी ओर से दस्तावेज़ तैयार करती है, जिसमें अगले पाँच वर्षों के लिये उसकी आमदनी और ...

  22. Essay on india of my dreams in hindi, paragraph, article: मेरे सपनों का

    मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (200 शब्द) भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेता है। इस देश में विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों से ...

  23. My Future Plans and Goals in Life

    When I imagine my future, I see myself as a college grad and successful person. I have many aspirations as to what I want to achieve. I hope to leave an impact on this world for future generations. My first goal, which is shared by my parents, is to go to college. I aim to get good grades i...