मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

My Unforgettable Trip Essay In Hindi : अनादि काल से इंसान एक घुमक्कड़ जी रहा है, जिसे हर जगह घूमना पसंद है। घूमने की कला के वजह से ही इंसानों ने इतने कम समय में पृथ्वी के लगभग सभी इलाकों पर अपना वर्चस्व पा लिया है। जिन लोगों को घूमना पसंद होता है उनके जीवन में एक यात्रा ऐसी होती है, जिसे वह कभी नहीं भूल सकते।

आज हम आप सभी लोगों को मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध के विषय में बताने वाले हैं। यदि आप इसके लिए इच्छुक हैं, तो हमारे इस निबंध को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि हमारा यहां निबंध विद्यार्थियों के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी होने वाला है क्योंकि ऐसे निबंध परीक्षाओं में भी पूछे जाते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।

My-Unforgettable-Trip-Essay-in-Hindi

Read Also:  हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay in Hindi

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध (250 शब्द).

लगभग सभी लोगों को अनोखे और विचित्र जगह पर घूमना पसंद होता है। घूमने से हमें उस क्षेत्र के बारे में जानकारी मिलती है। मुझे भी नए जगहों पर घूमना काफी पसंद है। इस वजह से मैं अक्सर विभिन्न जगहों पर घूमने जाता रहता हूं। हाल ही में मैंने उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर का सफर किया, जो मेरे लिए कभी ना भूलने वाला सफर रहेगा। 

अगर आप उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर जाएंगे तो सबसे पहले वहां के साफ-सफाई को देखकर आश्चर्यचकित रह जाएंगे। भारत में जब से स्वच्छ भारत अभियान चला है, तब से भारत के सभी राज्य अपने आप को पहले से और ज्यादा खूबसूरत बनाने के लिए साफ-सफाई बड़ी जोरों से कर रहे है उसमें भुवनेश्वर भी पीछे नहीं है।

मैंने भुवनेश्वर का सफर अपने गृह शहर पटना से किया। पटना से भुवनेश्वर जाने की एक सीधी ट्रेन जाती है। हम अपने सभी मित्रों के साथ इस ट्रेन पर शाम को चल गए और अगले दिन सुबह भुवनेश्वर की स्टेशन पर उतरे। 

ऑनलाइन सुविधा आ जाने की वजह से हमने स्टेशन के पास एक ओयो कंपनी के कमरे को बुक कर लिया था। अपने सभी मित्रों के साथ हम कमरे में गए और कुछ देर विश्राम करने के बाद भुवनेश्वर शहर के ट्रिप पर निकले। जब आप इस शहर को घूमने निकलेंगे तो इसकी खूबसूरती आपको कुछ इस कदर चकाचौंध करेगी कि आप अपने पूरे जीवन यहां की खुशबू को भूल नहीं पाएंगे।

नीले आसमान में कोई फीट ऊंचे मंदिर पर शिल्पकार की बनाई हुई। एक खूबसूरत आकृति आपके मन को इस कदर उतर जाएगी कि आप उन आकृतियों में कहीं खो से जाएंगे और पुराने जमाने के लोग कितनी समझदारी और गंभीरता से काम कर सकते थे। उनकी यह काबिलियत देखकर आपके होश उड़ जाएंगे।  

शिल्प पर बनाई हुई आकृतियों की बात करें और सम्राट अशोक का याद ना आए ऐसा हो नहीं सकता। भारत के सर्वश्रेष्ठ राजाओं में हमेशा हम सम्राट अशोक को याद रखेंगे। इन की बनाई हुई शिल्प कारीगरी आज भी भुवनेश्वर के म्यूजियम में जीवित है। यहां के मंदिर और शिल्पकार इतनी प्रसिद्ध है कि भुवनेश्वर को पूर्व काशी की उपाधि मिली है। 

इन सभी ऊंचे ऊंचे मंदिर और शिल्प कारी को देखने के बाद वहां के कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों को भी हमने चखा मसालेदार खाने है और हरे भरे इलाके खूबसूरत मंदिर ने हमारे मन को कुछ इस कदर लूट लिया कि भुवनेश्वर की खूबसूरती को हम कभी नहीं भूल पाएंगे। 

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध (500 शब्द)

लगभग हर व्यक्ति को घूमना बहुत पसंद होता है आखिर इस दुनिया में शायद ही कोई ऐसा होगा जो अनोखे और विचित्र जगहों को देखकर आश्चर्यचकित ना होता हो। मैं भी इस दुनिया के अन्य घुमक्कड़ लोगों में से एक हूं जो किसी ने जगह पर जाने की बात को सुनकर ही उत्साह से भर जाता हूं। एक बार अपने मित्रों के साथ मैंने कोलकाता जाने का मन बनाया। सभी को भारत के पूर्व राजधानी को देखने का काफी मन था इस वजह से कोलकाता जाने का प्लान बना। 

हम झारखंड की राजधानी रांची में निवास करते थे। यहां से सुबह एक ट्रेन कोलकाता के लिए थी जिस पर विराजमान होकर रात तक कोलकाता पहुंच गए। सबसे पहले तो कोलकाता के स्टेशन पर उतरते। हम बड़े आश्चर्य चकित और उत्साह से भर गए।

यह सोचकर ही आश्चर्य लगता है कि कोलकाता से आगे ट्रेन नहीं जाती। यह भारत की ट्रेन का अंतिम छोर है। कोलकाता भारत के उन गिने-चुने स्टेशनों में से है, जहां आपको स्टेशन पर पुल देखने को नहीं मिलेगा मगर ऐसा नहीं है कि पुल बनाने में कोलकाता पीछे है। स्टेशन से बाहर निकलते ही हावड़ा पुल को देखकर आपके होश उड़ जाएंगे। 

उसे स्टेशन की खूबसूरती और हावड़ा पुल को पार करते हुए हमने इन सब को निहारा और फिर पास ही एक होटल के कमरे में गए। कुछ देर विश्राम करने के बाद अगले दिन सुबह कोलकाता घूमने का निश्चय किया गया। इस जगह पर सबने एक्वा पार्क और जू के बारे में बहुत सुन रखा था मगर सबसे पहले रानी विक्टोरिया का महल देखने का निश्चय किया गया।

विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता के एक प्रसिद्ध महल में से एक है, जिसे देखकर आपके होश उड़ जाएंगे। वह बिल्कुल ताजमहल की तरह सफेद है मगर काफी बड़ा है। विक्टोरिया मेमोरियल के दरवाजे पर खड़े होकर बहुत देर तक हम इस बात के बारे में सोचते रहे कि आखिर वह कौन होगा जो इस महल में रहता होगा। 

वहां से आगे जाने के लिए हमने मेट्रो ट्रेन का सहारा लिया। जिसे हमारे मित्रों के समूह में बहुत सारे लोगों ने पहली बार इस्तेमाल किया था। हालांकि इसके बाद एक्वा पार्क और जू में जाकर हमने बहुत सारी मस्ती की। ऐसी एक से एक ऐसे झूले थे जिसपर बैठ कर हम उत्साह और खुशी से भर गए। इसके बाद हम वहा के काली मंदिर में जाने का विचार किया। 

कोलकाता की काली मंदिर में काली मां को देखकर ऐसा लगता था, जैसे वह मंदिर से बाहर आ रही है। मगर इन सबके बाद हम आपने सभी मित्रो के साथ इतने विभिन्न प्रकार के खाना को हमने खाया और कोलकाता के इतने खूबसूरत नजारे मस्ती देने वाले पार्क और एक से बढ़कर एक स्वादिष्ट व्यंजन ने हमारे दिल को कुछ इस तरह लूटा कि हम अपने इस सफर को जीवन भर भूल ना पाए।

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध (850 शब्द)

घूमना हर किसी को पसंद है लेकिन कभी-कभी हम ऐसे विचित्र सफर पर चले जाते हैं, जिस सफर को हम कभी अपने जीवन में भूल नहीं पाते।  यह हमारे जीवन भर हमारी चाय के साथ हो हम से जुड़ा हुआ रहता है। मैं एक घुमक्कड़ किस्म का इंसान हूं। मैंने भारत में कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से मिजोरम तक की दूरी तय की है। मैंने भारत के विभिन्न राज्यों को काफी करीब से देखा है। मगर जब मैं कश्मीर घूमने गया था, तो अपने कश्मीर के सफर को कभी भूल नहीं पाया। 

धरती का स्वर्ग है कश्मीर

कश्मीर को भारतीय धरती का स्वर्ग कहा जाता है। इसी से इसकी खूबसूरती का अंदाजा लगा सकते हैं। चारों और इतने सफेद पहाड़ जिसे देखकर मानव लगता है कि जैसे उन पर कोई दूध उड़ेला रहा है। इतनी लाल सेब के बगीचे जिसे देख कर आप किसी गोरी के गाल को भूल जाएं। ना केवल वहां के बगीचे और पहाड़ बल्कि हरे भरे खेत खलिहान और उन में घूमते हुए गोरे चिट्टे लोग आपको अपना दीवाना बना लेंगे। 

वहां क्या क्या देखा?

इतना खूबसूरत पहाड़ और बगीचा हमने अपने पूरे जीवन में कभी नहीं देखा। बगीचा में सेब के पेड़ के नीचे सोकर हमने कहीं देर तक अपने मित्रों से बातें की। बर्फीले पहाड़ पर चढ़ाई की। वहां के खेत खलिहान को देखते हुए हम कश्मीर के कुछ गांव में भी गए, जहां लगे हुए मेले और उन मेलों में अखरोट और विभिन्न ड्राई फ्रूट के व्यंजन ने हमारी भूख के साथ-साथ हमारे दिल को भी असीम सुख का अनुभव करवाया। 

कश्मीर घूमना किसी सपने से कम नहीं था। हमने वहां डल झील को देखा जहां पानी के आरपार सभी जीव अमित साफ साफ दिखाई दे रहे होते है हाउसबोट का सफर तो बिल्कुल ऐसा लग रहा था। जैसे मानो हम अपने घर में बैठे हो और वह घर पानी में तैरने निकल पड़ा हो।

कश्मीर की वादियां और वहां की खूबसूरत नजारों की तारीफ करते हुए हमारे मस्तिष्क में उपमाओं की कमी हो जाएगी। मगर ऐसी कोई उपमा नहीं बनी, जो उस खूबसूरत शहर की खूबसूरती का परिचय दे सके। कश्मीर को घूमते वक्त लेह को भी जरूर घूमे। लेह गर्मी में घूमने लायक जगह है, जहां की खूबसूरत वादियां और पहाड़ आपको दीवाना बना देंगे।

घाटी और झील कुछ इतने प्रसिद्ध प्रसिद्ध झील हैं, जिनके आसपास के बगीचे और उन पर चल रहे वोट आपको दीवाना बना देंगे यहां हाउसबोट का सफर करना ना भूलें। 

डल झील कुछ गिने-चुने ऐसे जिलों में आता है जहां आपको पानी के अंदर की चीज है बिल्कुल साफ साफ बाहर से ही नजर आती हैं इस जगह पर भी जाना ना भूलें। 

इन सबके अलावा कारगिल की पहाड़ियां अपनी वीरता और पराक्रम की कहानियों की वजह से काफी प्रचलित है उस जगह को भी घूम आए और वहां की युद्ध की कहानियों को सुनें और वीरों को नमन कर के अपने सफर पर आगे बढ़े। 

कश्मीर का सफर कब करना चाहिए

केवल हम नहीं इस विश्व में शायद ही ऐसा कोई होगा जो कभी कश्मीर घूमने जाए और वह इस बात को भूल जाए। कश्मीर और वहां के लोग दोनों ही अपनी खूबसूरती के वजह से पूरे विश्व भर में प्रचलित है। इस जगह को सभी के लिए खूबसूरत कहा जाता है, जब आप गर्मी के दिन में यहां घूमने जाएं। गर्मी के दिन में आपको वहां सभी वादियां हरी-भरी दिखाई देंगी और वहां के सर्द मौसम कब सही मायने में लुफ्त उठा पाएंगे। 

कश्मीर घूमने लायक जगह है और इस सफर को हम भूल जाएं, इस सोच से ही हमारा मन इस प्रकार चिंतित हो जाता है। जैसे मानो अपनी जिंदगी के सबसे खूबसूरत पल को त्यागने के बारे में कोई कह रहा हो। इस वजह से मस्तिक से चाहकर भी कश्मीर की खूबसूरती यों को भूल नहीं पाता। कुछ सबसे सुनहरे पलों में से आपके जीवन का वह पल होगा ,जब आप कश्मीर की वादियों में खड़े होकर वहां के ड्राई फ्रूट की खुशबू लेते हुए बड़े-बड़े बर्फ से नहाते हुए पहाड़ को देखेंगे और अपने आप आपके मुंह पर एक मुस्कुराहट आ जाएगी। जो इस बात का प्रमाण होगी कि इस जगह की खूबसूरती ने आपके दिल को छू लिया है। 

मैंने कभी सोचा भी नही था की यह सफर मेरे जीवन में यादगार बन जायेगा। जब कभी भी इस सफर को अपने खाली पलों में याद करता हूँ, तब मेरा मन फिर से रोमांचित हो जाता है और शरीर में पूरी ऊर्जा भर जाती है।

आज के आर्टिकल में हमने मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध (My Unforgettable Trip Essay in Hindi) के बारे में बात की है। मुझे पूरी उम्मीद है की हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल में कोई शंका है तो वह हमें कमेंट में पूछ सकते है।

  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध
  • मेरा प्रिय खिलौना पर निबंध
  • मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध

Ripal

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

Question and Answer forum for K12 Students

My Unforgettable Trip Essay In Hindi

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – My Unforgettable Trip Essay In Hindi

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – essay on my unforgettable trip in hindi.

संकेत-बिंदु –

  • यात्रा की अविस्मरणीय बातें
  • यात्रा की तैयारी
  • अविस्मरणीय होने के कारण

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न  हिंदी निबंध  विषय पा सकते हैं।

प्रस्तावना – मनुष्य आदिकाल से ही घुमंतू प्राणी रहा है। यह घुमंतूपन उसके स्वभाव का अंग बन चुका है। आदिकाल में मनुष्य अपने भोजन और आश्रय की तलाश में भटकता था तो बाद में अपनी बढ़ी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए। इनके अलावा यात्रा का एक और उद्देश्य है-मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धन। कुछ लोग समय-समय पर इस तरह की यात्राएँ करना अपने व्यवहार में शामिल कर चुके हैं। ऐसी एक यात्रा करने का अवसर मुझे अपने परिवार के साथ मिला था। दिल्ली से वैष्णों देवी तक की गई इस यात्रा की यादें अविस्मरणीय बन गई हैं।

My Unforgettable Trip Essay In Hindi

यात्रा की तैयारी – वैष्णों देवी की इस यात्रा के लिए मन में बड़ा उत्साह था। यह पहले से ही तय कर लिया गया था कि इस बार दशहरे की छुट्टियों में हमें वैष्णों देवी की यात्रा करना है। इसके लिए दो महीने पहले ही आरक्षण करवा लिया गया था। आरक्षण करवाते समय यह ध्यान रखा गया था कि हमारी यात्रा दिल्ली से सवेरे शुरू हो ताकि रास्ते के दृश्यों का आनंद उठाया जा सके। रास्ते में खाने के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थ घर पर ही तैयार किए गए। चूँकि हमें सवेरे-सवेरे निकलना था, इसलिए कुछ गर्म कपड़ों के अलावा अन्य कपड़े एक-दो पुस्तकें, पत्र-पत्रिकाएँ टिकट, पहचान पत्र आदि दो-तीन सूटकेसों में यथास्थान रख लिए गए। शाम का खाना जल्दी खाकर हम अलार्म लगाकर सो गए ताकि जल्दी उठ सकें और रेलवे स्टेशन पहुँच सकें।

Essay On My Unforgettable Trip In Hindi

यात्रा की अविस्मरणीय बातें – दिल्ली से जम्मू और वैष्णों देवी की इस यात्रा में एक नहीं अनेक बातें अविस्मरणीय बन गई। हम सभी लगभग चार बजे नई दिल्ली से जम्मू जाने वाली ट्रेन के इंतजार में प्लेटफॉर्म संख्या 5 पर पहुँच गए। मैं सोचता था कि इतनी जल्दी प्लेटफॉर्म पर इक्का-दुक्का लोग ही होंगे पर मेरी यह धारणा गलत साबित हुई। प्लेटफार्म पर सैकड़ों लोग थे। हॉकर और वेंडर खाने-पीने की वस्तुएँ समोसे, छोले, पूरियाँ और सब्जी बनाने में व्यस्त थे। अखबार वाले अखबार बेच रहे थे। कुली ट्रेन आने का इंतज़ार कर रहे थे और कुछ लोग पुराने गत्ते बिछाए चद्दर ओढ़कर नींद का आनंद ले रहे थे।

ट्रेन आने की घोषणा होते ही प्लेटफार्म पर हलचल मच गई। यात्री और कुली सजग हो उठे तथा वेंडरों ने अपना-अपना सामान उठा लिया। ट्रेन आते ही पहले चढ़ने के चक्कर में धक्का-मुक्की होने लगी। दो-चार यात्री ही उस डिब्बे से उतरे पर चढ़ने वाले अधिक थे। हम लोग अपनी-अपनी सीट पर बैठ भी न पाए थे कि शोर उठा, ‘जेब कट गई’। जिस यात्री की जेब कटी थी उसका पर्स और मोबाइल फ़ोन निकल चुका था। हमने अपनी-अपनी जेबें चेक किया, सब सही-सलामत था। आधे घंटे बाद ट्रेन अपने गंतव्य की ओर चल पड़ी। एक-डेढ़ घंटे चलने के बाद बाहर का दृश्य खिड़की से साफ़-साफ़ नज़र आने लगा। रेलवे लाइन के दोनों ओर दूर-दूर तक धरती ने हरी चादर बिछा दी थी। हरियाली का ऐसा नजारा दिल्ली में दुर्लभ था। ऐसी हरियाली घंटों देखने के बाद भी आँखें तृप्त होने का नाम नहीं ले रही थीं। हमारी ट्रेन आगे भागी जा रही थी और पेड़ पीछे की ओर। कभी-कभी जब बगल वाली पटरी से कोई ट्रेन गुज़रती तो लगता कि परदे पर कोई ट्रेन गुज़र रही थी।

ट्रेन में हमें नाश्ता और काफी मिल गई। दस बजे के आसपास अब खेतों में चरती गाएँ और अन्य जानवर नज़र आने लगे। उन्हें चराने वाले लड़के हमें देखकर हँसते, तालियाँ बजाते और हाथ हिलाते। सब कुछ मस्तिष्क की मेमोरी कार्ड में अंकित होता जा रहा था। लगभग एक बजे ट्रेन में ही हमें खाना दिया गया। खाना स्वादिष्ट था। हमने पेट भर खाया और जब नींद आने लगी तब सो गए। चक्की बैंक पहुँचने पर ही हमारी आँखें शोर सुनकर खुली कि बगल वाली सीट से कोई सूटकेस चुराने की कोशिश कर रहा था पर पकड़ा गया। कुछ और आगे बढ़ने पर पर्वतीय सौंदर्य देखकर आँखें तृप्त हो रही थीं। जम्मू पहुँचकर हम ट्रेन से उतरे और बस से कटरा गया। सीले रास्ते पर चलने का रोमांच हमें कभी नहीं भूलेगा। कटरा में रातभर आराम करने के बाद हम सवेरे तैयार होकर पैदल वैष्णों देवी के लिए चल पड़े और दो बजे वैष्णों देवी पहुंच गए।

अविस्मरणीय होने के कारण – इस यात्रा के अविस्मरणीय होने के कारण मेरी पहली रेल यात्रा, प्लेटफॉर्म का दृश्य, ट्रेन में चोरी, जेब काटने की घटना के अलावा प्राकृतिक दृश्य और पहाड़ों को निकट से देखकर उनके नैसर्गिक सौंदर्य का आनंद उठाना था। पहाड़ आकार में इतने बड़े होते हैं, यह उनको देखकर जाना। पहाड़ी जलवायु और वहाँ के लोगों का परिश्रमपूर्ण जीवन का अनुभव मुझे सदैव याद रहेगा।

उपसंहार – मैं सोच भी नहीं सकता था कि हरे-भरे खेत इतने आकर्षक होंगे और ट्रेन की यह यात्रा इस तरह रोमांचक होगी। पहाड़ी सौंदर्य देखकर मन अभिभूत हो उठा। अब तो इसी प्रकार की कोई और यात्रा करने की उत्सुकता मन में बनी हुई है। इस यात्रा की यादें मुझे सदैव रोमांचित करती रहेंगी।

Nibandh

मेरा अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : परिचय - गंतव्य स्थान तक पहुँचना - वहाँ का वातावरण - दर्शनीय स्थल - अन्य मनोरंजन - उपसंहार।

मुझे यात्रा करना बहुत अच्छा लगता है। मैंने आज तक कई यात्राएँ की हैं। पिछली छुट्टियों में मैं माथेरान गया था। यह यात्रा मेरे लिए यादगार बन गई है।

बारिश का मौसम शुरू हुआ। बारिश का मौसम हम सभी को पसंद है। एक शाम हम सभी मित्र कही यात्रा जाने का मन बनाया। तभी मैंने अपने कुछ मित्रों के साथ माथेरान जाने का निश्चय किया था। मेरा पड़ोसी में रहने वाला मेरा एक मित्र गौरेश भी हमारे साथ था। वह कालेज में पढ़ता है। हम मुंबई के ठाणे स्टेशन से ट्रैन में बैठे। दो घंटे के सफर के बाद हम नेरल स्टेशन पहुँचें।

वहाँ से हम छोटी ट्रैन जिसे 'मिनी ट्रेन' कहते है उसमें बैठकर माथेरान की ओर चल पड़े। चारों ओर फैली हरियाली, हरे भरे पेड़ और गहरी घाटियों की शोभा का आनंद लेते हुए हम माथेरान पहुँचे। वहाँ हम होटल में ठहरे। माथेरान का वातावरण मोहक और स्फूर्तिदायक था। लाल-लाल वहां की मिट्टी वाले रास्ते और घने जंगल मन को मोह लेते थे। दोपहर के समय भी वहाँ की हवा में ठंडक थी। माथेरान में देखने लायक कई स्थल हैं जो पॉइंट के नाम से मशहूर थे। सुबह और शाम के समय हमने घूम-घूमकर इनमें से अनेक स्थल देखे।

यहाँ के हर स्थल की अपनी अलग सुंदरता और विशेषता है। पर कुछ स्थल तो सचमुच अद्भुत हैं। एको (प्रतिध्वनि) प्वाइंट पर हमने कई बार चिल्लाकर अपनी ही प्रतिध्वनियाँ सुनीं। दूसरे दिन शाम को हमने सनसेट (सूर्यास्त) प्वाइंट पर डूबते हुए सूर्य के दर्शन किए। पैनोरमा (चित्रावली) प्वाइंट ने तो हमारा दिल ही जीत लिया। शारलोट तालाब की शोभा निराली थी। हमने घुड़सवारी की और हाथ-रिक्शे पर बैठने का मजा भी लिया। हमने अपने कैमरों से वहाँ के कई स्थानों की तस्वीरें खीची। वहाँ हम रोज घंटों पैदल चलते थे, पर जरा भी थकान नहीं लगती थी।

माथेरान के छोटे-से बाजार में दिनभर यात्रियों का मेला-सा लगा रहता था। जूते-चप्पल, शहद, चिक्की, रंगबिरंगी छड़ियाँ, सुंदर-सुंदर फूलों के गुलदस्ते आदि चीजें यहाँ खूब बिकती हैं। हमने भी चिक्की और शहद खरीदा। वहां बंदर तो इतने थे की पूछो मत! बन्दर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पे आना-जाना कर रहे थे। कोई व्यक्ति अगर उनके सामने खाने का कुछ निकालता तो वे बंदर उनसे वो चीजे छीन लेते थे। हमसे भी बंदर चिप्स का पैकेट छीन लिया था।

माथेरान में चार दिन चार पल की तरह बीत गए और हम घर लौट आए। वहाँ के मनोहर दृश्य आज भी मेरी आँखों के सामने तैर रहे हैं।

Nibandh Category

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay In Hindi

दोस्तों आपका स्वागत हैं My Unforgettable Trip Essay In Hindi में आपके साथ मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध साझा कर रहा हूँ,

कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों को मेरी अविस्मरणीय यात्रा के वर्णन पर निबंध पूछा जाए आप मेरे इस निबंध की मदद ले सकते हैं.

My Unforgettable Trip Essay In Hindi

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay In Hindi

मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध Here Is best My Unforgettable Trip Long Essay Hindi Language

दोस्तों मैं राहुल मुझे बालपन से ही नई नई जगहों पर घूमने का शौक हैं. अब तक के मेरे जीवन में मैंने भारत के लगभग समस्त राज्यों के बड़े दर्शनीय स्थलों की यात्रा की हैं. जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तथा गुजरात से आसाम तक हर विख्यात शहर की मैंने यात्रा की हैं.

मेरी यात्राओं में सर्वाधिक महत्वपूर्ण यात्रा उड़ीसा के राजधानी शहर भुवनेश्वर की थी, जिन्हें मैं कभी भुला नहीं सकता हूँ. मेरी इस अविस्मरणीय यात्रा का वृन्तात आपकों बता रहा हु.

राजस्थान के अजमेर शहर से रेल के द्वारा हमारे दोस्तों का कारवाँ भुवनेश्वर के लिए रवाना हुआ. हम अगली सुबह दस बजे भुवनेश्वर शहर के रेलवे प्लेटफार्म थे. हमारे मित्र ने पूर्व ही स्टेशन के पास एक होटल में कमरें की बुकिंग करवा ली थी.

होटल पहुचने के बाद हमारें मित्र एक दिन के आराम और दूसरे दिन भुवनेश्वर की यात्रा की योजना बना रहे थे  मेरी व्याकुलता के कारण उन्होंने भी मेरी बात मान ली और अल्पकालीन विश्राम के बाद हम शहर के भ्रमण पर निकल पड़े.

भुवनेश्वर की यात्रा के बारे में जो सुना जो सोचा कही उससे अधिक हमें देखने को मिला. भारत के खूबसूरत उड़ीसा राज्य का यह राजधानी शहर, ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व का होने के कारण भी पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहता हैं.

अत्यधिक संख्या में मन्दिरों के कारण भुवनेश्वर को मन्दिरों की सिटी भी कहते हैं, यहाँ पुराने समय के 500 से अधिक प्रसिद्ध मन्दिर हैं. इस कारण इसे पूर्व का काशी उपनाम से भी जाना जाता हैं.

यह वहीँ शहर हैं जहाँ महान सम्राट अशोक ने कलिंग के युद्ध के पश्चात धम्म की दीक्षा को पाया, तथा यहाँ एक विशाल बौद्ध स्तूप बनाया गया, इस कारण यह बौद्ध धर्म से जुड़ा ऐतिहासिक तीर्थ स्थल भी हैं. मध्यकाल में यहाँ मन्दिरों की संख्या तकरी बन एक हजार के आस-पास थी, जो अब मात्र 500 रह गयी हैं.

हमारी होटल के पास में ही एक राजा रानी का भव्य प्राचीन मन्दिर हैं. जिनमें शिव पार्वती जी विराजमान हैं. इस मन्दिर को देखने के लिए हम निकल पड़े. 11 वीं शताब्दी में बना यह मन्दिर सुंदर भित्ति चित्रों एवं स्थापत्य कला के बेजोड़ नमूने के रूप में दर्शकों को रिझाता हैं.

राजा रानी मन्दिर से एक किमी की दूसरी पर मन्दिर समूह स्थित हैं, जहाँ बड़ी संख्या में मन्दिर बने हुए हैं. भुवनेश्वर के प्रसिद्ध मुक्तेश्वर और परमेश्वर मन्दिर यहाँ के दो बड़े मन्दिर हैं. सुंदर दीवारों की नक्काशी वाले इन मन्दिरों के निर्माण के सम्बन्ध में कहा जाता हैं कि ये सातवीं सदी के हैं.

मुक्तेश्वर के मन्दिर की भित्ति दीवारों पर पंचतन्त्र की सुंदर आकृतियाँ उत्कीर्ण हैं. सुबह से निकले दिन ढल चुका था नीढल शरीर के साथ हम अपने होटल के कमरे तक आ गये. अगले दिन हमारा जत्था लिंगराज जी के प्रसिद्ध मन्दिरों के भ्रमण के लिए चल पड़ा.

185 फिट लम्बा यह मन्दिर भारत की पूरा शिल्प कला का बेजोड़ उदहारण हैं. 11 वी सदी में निर्मित इस मन्दिर के पास सैकड़ों की संख्या में हिन्दू देवी देवताओं के मन्दिर हैं इस कारण इसे लिंगराज मन्दिर कहा जाता हैं. हमारा अगला गन्तव्य स्थल शहर के मध्य में बना भुवनेश्वर संग्रहालय था.

पुराने जमाने की मूर्तियाँ, हस्तलिखित ताड़ पत्र एव पांडुलिपियाँ हमें इतिहास के उस दौर में ले गई. वैसे भी अब तक की हमारी यात्रा इतिहास के उन प्राचीन धरोहरों तक ही चल रही थी.

भुवनेश्वर का एक स्थान है धौली, कहते है आप भुवनेश्वर आए और धौली की यात्रा नहीं की तो आपने क्या देखा. प्राचीन धार्मक महत्व का यह स्थल बौद्ध स्तूपों के लिए जाना जाता हैं. यहाँ एक अशोक का स्तम्भ भी खुदा हुआ हैं जिस पर बौद्ध दर्शन एवं उनके जीवन को उकेरा गया हैं.

शहर से तकरीबन 5 किमी दूर स्थित उदयगिरी एव खंडगिरी हमारा अगला गन्तव्य स्थल था, जो पर्वतों को काटकर गुफाओं और चित्रों का रूप लिए थे. हालांकि समय की परत से चित्रकारी तो खत्म हो गयी मगर मूर्तियाँ का मूल स्वरूप आज भी विद्यमान हैं.

किसी रोचक यात्रा का वर्णन निबंध Kisi Yatra Ka Varnan Essay in Hindi

मानव जीवन में प्रत्येक तरह की यात्रा का अपना विशेष रोमांच व महत्व होता हैं. चाहे वह यात्रा रेल हो या बस द्वारा या अन्य किसी साधन द्वारा. यात्रा का नाम सुनते ही मन बाग़ बाग़ हो उठता हैं.

यदि यात्रा ऐतिहासिक स्थलों व तीर्थ स्थलों से संबंधित हो तो उनको देखने की उत्कृष्ट इच्छा मन में सहज रूप से जागृत हो जाती है और यात्रा का महत्व स्वतः ही बढ़ जाता हैं. कई दिनों से हमारा मन भी दर्शनीय स्थलों की यात्रा करने की तलाश में था जिससे इन्हें देख सकू.

यात्रा का कार्यक्रम तथा तैयारी – मैं भरतपुर में एक सरकारी स्कूल में विद्याअध्ययन करता हूँ. अध्ययन के दौरांन एक दिन प्रसंग चल पड़ा कि दसवीं कक्षा के छात्रों को राजस्थान के ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा करवाई जाए. इच्छानुकुल समाचार सुनकर मन अत्यधिक खिल गया.

प्रधानाध्यापकजी ने सभी छात्रों के लिए विद्यालय की बस का प्रबध कर दिया. निश्चित समय व तिथि पर आवश्यक सामान लेकर बस में सवार हुए तथा यात्रा पर चल दिए.

यात्रा के लिए प्रस्थान – हमारी बस भरतपुर से रवाना हुई. यात्रा का कार्यक्रम हमारे साथ था. सर्वप्रथम हमने जयपुर जाने का कार्यक्रम बनाया.

मार्ग में हंसी मजाक में मनोविनोद करते हुए हंसते हंसते हम जयपुर आ गये. जयपुर में हमने नाहरगढ़ आमेर के महल, अजायबघर, जंतर मन्तर, हवामहल आदि कई दर्शनीय स्थल देखे.

यहाँ से हमारी बस रणथम्भौर के लिए रवाना हो गई. जयपुर से हमारी बस दौसा और लालसोट होती हुई सवाईमाधोपुर पहुंची.

यात्रा का अनुभव – सवाईमाधोपुर से आगे रणथम्भौर का मार्ग पहाड़ी हैं. पहाड़ को काटकर सड़क बनाई गई हैं. रास्ते में स्थान स्थान पर सुंदर झरने अतीव आकर्षक लगते हैं.

हमारी बस चली जा रही थी. बस जब रणथम्भौर के निचले पहाड़ी भाग में पहुची तो वहां एक तंग मोड़ था. रास्ता केवल इतना ही था कि गाड़ी पार हो सकती थी. एक तरफ पहाड़ था, दूसरी ओर गहरा नाला था,

जिसकी सतह को देखने के लिए शायद दूरदर्शक यंत्र की सहायता लेनी पड़े. गाड़ी चली कि अचानक तंग मोड़ पर एकदम रूक गई. चालक ने अपने कला कौशल का बहुत कुछ प्रयोग किया, परन्तु वह एक इंच भी आगे नहीं बढ़ सकी.

यात्रा की रोचकता – दो घंटे हो गये, कोई उपाय नहीं सूझ रहा था, तभी दूसरी ओर से एक व्यक्ति पैदल आ रहा था. ड्राईवर ने उससे कहा कि भाई बस खराब है, तुम्हे नीचे पहियों में कुछ दिखाई दे रहा हैं.

उस व्यक्ति ने झुककर नीचे देखा कि दो पहियों के मध्य में एक बेडौल पत्थर आड़ा फंसा हुआ हैं. यही कारण था कि पहिया जकड़ गया और हिल न सका.

उस व्यक्ति ने हमारी बस के पहिये का पत्थर निकाला. ड्राइवर ने पुनः अपनी जगह मोटर रवाना की. अबकी बार झटके के साथ मोटर आगे बढ़ी और धीरे धीरे गति लेती हुई किले के नीचे तक पहुची.

उपसंहार- इस प्रकार हम रणथम्भौर पहुंचे. किला देखा. वहां चित्तौड गये. फिर चित्तौड़ से वापस हम भरतपुर के लिए रवाना हो गये ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा की तो महत्वपूर्ण रही

परन्तु यात्रा के मध्य मोटरखराब होने की घटना वास्तव में अविस्मरणीय थी.अन्तः हम सब इस रोचक यात्रा से सकुशल अपने घरों को लौटने पर ईश्वर को धन्यवाद देने लगे.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

My Journey Essay in Hindi – मेरी यादगार यात्रा पर निबंध

October 2, 2017 by essaykiduniya

यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में मेरी यादगार यात्रा पर निबंध मिलेगा। Here you will get Short My Journey Essay in Hindi Language for students of all Classes in 500 words.

My Journey Essay in Hindi – मेरी यादगार यात्रा पर निबंध

My Journey Essay in Hindi – मेरी यादगार यात्रा पर निबंध : यात्रा में शैक्षणिक मूल्य है। यह हमारे ज्ञान को बढ़ाता है। यात्रा पर होने पर, एक व्यक्ति विभिन्न जातियों, क्षेत्रों, धर्म, जातियों के लोगों से मिलता है। एक व्यक्ति भी विभिन्न स्थानों का दौरा करता है। प्रत्येक स्थान का अपना महत्व है। शिक्षा संस्थान अपनी छुट्टियों के दौरान अपने छात्रों के लिए यात्रा कार्यक्रमों की व्यवस्था करते हैं। पश्चिमी देशों के छात्र अक्सर और दूर तक यात्रा करते हैं। यात्रा भी बहुत खुशी देते हैं। यह हमें पर्यावरण का परिवर्तन देता है। यह हमें दिन-दिन की चिंताओं से राहत देता है। यह विभिन्न आदतों और रिवाजों के साथ लोगों से मिलने का मौका देता है। उनका भोजन अलग-अलग हो सकता है इस प्रकार हम यात्रा पुस्तकों के माध्यम से विदेशी मौसम के लोगों के बारे में सीख सकते हैं। लेकिन जब हम व्यक्तिगत रूप से यात्रा करते हैं-यह एक फर्क पड़ता है।

हम इन देशों और लोगों के पहले हाथ ज्ञान प्राप्त करते हैं व्यक्तिगत स्पर्श हमें हमेशा के लिए याद करता है हम आगरा, गया, जयपुर, झांसी, हैदराबाद, नालंदा, मैसूर, उदयपुर जैसे ऐतिहासिक स्थानों पर जा सकते हैं। हम अजमेर, अमृतसर, बद्रीनाथ, हरद्वार, केदारनाथ, प्रयागराज, रामेश्वरम, तिरुपति, यू। जेन, वैष्णोदेवी, वाराणसी जैसे धार्मिक महत्व के स्थानों की भी यात्रा कर सकते हैं। यात्रा हमें गर्मी के दौरान या सर्दियों के खेलों के दौरान देश में पहाड़ी रिसॉर्ट में ले जा सकता है फ्रांसिस बेकन, अंग्रेजी गद्य लेखक ने कहा है: “युवा में यात्रा शिक्षा का एक हिस्सा है, पुराने में, अनुभव का एक हिस्सा है।

” यात्रा करने से युवा लोगों को भारी लाभ मिलता है। उनकी शिक्षा को परिष्कृत किया जाता है। यह विभिन्न लोगों के साथ मिश्रण करने और सामाजिक संबंधों के साथ बाध्य करने में सक्षम भी है। इससे हमें एक कुंआरे में गोल और गोल के चारों ओर एक मेंढक के विपरीत संकीर्ण विचारों से ऊपर उठने की अनुमति मिलती है। यात्रा हमारे क्षितिज को बढ़ाता है और हम नए विचारों के साथ वापस आते हैं। हमारा दृष्टिकोण बदलता है, हमारे पास बेहतर परिप्रेक्ष्य है। राष्ट्रीय एकात्मता और लोगों के संबंधों में यात्रा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अलग-अलग भाषा, ड्रेस और खाने की आदतों वाले विविध लोग एक साथ मिलते हैं। अन्य देशों के दौरे से, हमें पता चला कि अन्य लोगों ने कैसे प्रगति की है। हम उनकी संस्कृति और सभ्यता से परिचित हैं।

इन दिनों यात्रा, विशेष रूप से समूह यात्रा, अन्य देशों और महाद्वीपों को प्रोत्साहित किया जाता है। आकर्षक समूह यात्रा पैकेज प्रदान किए जाते हैं। इस प्रकार यात्रा एक प्रशंसनीय अनुभव है। यह यूसुरुधाता कुटंबकूम की भावना और अवधारणा में मदद करता है। पूरी दुनिया एक परिवार है। यह हमारे अवलोकन की भावना को सुधारता है और क्यूएस सामाजिक बनाता है। यह हमारे दिमाग को तेज करता है और हमारी आत्मा को ऊपर उठता है। यात्रा के लिए शौक और प्रेम, देश या विदेशों में, महान रिटर्न सुनिश्चित करता है और मानस में सुधार में परिणाम।

हम आशा करेंगे कि आपको यह निबंध ( My Journey Essay in Hindi – मेरी यादगार यात्रा पर निबंध ) पसंद आएगा।

meri avismarniya yatra in hindi| my unforgettable trip essay in hindi|

More Articles : 

Essay on Mahatma Gandhi In Hindi – महात्मा गांधी पर निबंध

Gandhi Jayanti Essay In Hindi – गाँधी जयंती पर निबंध

Gandhi Jayanti Speech In Hindi – गाँधी जयंती पर भाषण

Essay on Our National Flag in Hindi – हमारा राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध

Essay on Unity is Strength in Hindi – एकता में शक्ति – संगठन में शक्ति पर निबंध

Speech on Mahatma Gandhi in Hindi – महात्मा गांधी पर भाषण

Paragraph on City Life in Hindi – शहरी नगरीय जीवन पर अनुच्छेद

Creativeakademy

मेरी यादगार यात्रा पर निबंध | Essay on My Memorable Tour in Hindi

यात्रा का अपना एक सुखद अनुभव होता है। हर यात्रा अपने में कई यादें समेटे होती है पर कुछ बहोत यादगार होती हैं । गर्मी की छुट्टियों में अधिकतर लोग घूमने जाते हैं और इस मौसम में पर्वतों की यात्रा अत्यधिक सुखद होती है।

पहली यात्रा:

हमारी पहली पर्वतीय यात्रा पिछले वर्ष गर्मी की छुट्टियों में हुई जब पिताजी के पुराने मित्र ने नैनीताल में अपने आवास पे एक समारोह रखा और पिताजी को आमंत्रित करने के साथ साथ ज़रूर आने का आग्रह भी किया।

my family adventours tour builder

पिताजी ने इस आग्रह का सम्मान करते हुए समारोह में जाने के लिए और साथ साथ नैनीताल घूमने के लिए पांच दिन की योजना बनायी। हमने 20 मई को नैनीताल के लिए रेल पकड़ी और अगले दिन सुबह 10 बजे वहां पहुँच गए। स्टेशन पे पिताजी के मित्र हमें लेने आये हुए थे।

हम उनके साथ उनके घर गए। उन्होंने पिताजी की योजना की सराहना करते हुए उन्हें आने के लिए धन्यवाद कहा और हमें नैनीताल घुमाने की जिम्मेदारी अपने ड्राइवर को सौंप दी। क्योंकि समारोह तीन दिन बाद था तो हम नैनीताल घूमने निकल गए। नैनीताल के रास्ते बहुत टेड़े मेढ़े थे और रास्ते के दोनों ओर घाटियों का मनमोहक दृश्य था। कहीं ये घाटियां अत्यंत सुन्दर थीं और कहीं इनकी गहरायी डरा देने वाली थी। पर्वतों पर पेड़ों की सुंदरता देखते ही बनती थी। गर्मी के मौसम में भी शीतल हवायें मन को अत्यंत सुख दे रही थीं। नगर की सड़कें स्वछ थीं और घर साफ़ सुथरे थे नैनीताल का नाम एक ताल के कारण पड़ा जो वहां पर है जिसका नाम भी नैनीताल है। इसी ताल के एक किनारे पे नयना देवी का मंदिर है। मंदिर के बहन अत्यंत खूबसूरत पर्वत हैं जो सबका मन मोह लेते हैं। उसके अलावा भी नैनीताल मैं कई स्थल हैं जो बेहद मनमोहक हैं। तीन दिन हम काफी घूमे। उसके बाद पिताजी के मित्र के यहाँ समारोह मैं सम्मिलित होकर हमने अगले दिन घर के लिए रेल पकड़ी।

नैनीताल की यह यात्रा मेरे लिए बहुत सुखद और यादगार रही। वहां की प्राकृतिक सुंदरता ने मन मोह लिया और वहां के दृस्यों को मैं कैमरे में कैद कर लिया। अवसर मिलने पर मैं एक बार फिर ऐसी सुखद यात्रा पे वहां अवश्य जाना चाहूंगा।

You can watch Tourradar for having rewarding deal for better tour experience. You can enjoy by creating virtual tour with Google Tour

27 responses to “मेरी यादगार यात्रा पर निबंध | Essay on My Memorable Tour in Hindi”

Unknown Avatar

Very nice and write more like these

grate mistake

just joking

Abcd Avatar

Kya phaltu bakwas hai

You have not described the places which you have visited

IT IS VERY INFORMATIVE THANK U SO MUCH

It is written very nice

Thankyou sir bohot achha nibhand he👌👌

Nice not that much good

Really greatly written well. NICE

Silly mistakes

😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆😆

nice experience great

Pooja Lal Avatar

पर नैनीताल में रेलवे स्टेशन नहीं है

nice …

Azra Ahmad Avatar

Bhut accha hai ……..

अच्छा लिखा है आप ने

Your comments and feedback are most important for us to write quality article.

doordie Avatar

Thank u .well written. Informative

Anil Sahu Avatar

बहुत मजेदार होती हैं कई यात्रायें.

ha ha ha very funny

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

my memorable trip essay in hindi

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

my memorable trip essay in hindi

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

my memorable trip essay in hindi

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

my memorable trip essay in hindi

  • Essays in Hindi /

Essay on My trip : ‘मेरी यात्रा’ पर छात्र ऐसे लिखें निबंध  

my memorable trip essay in hindi

  • Updated on  
  • जुलाई 11, 2024

Essay on My trip in Hindi

Essay on My trip in Hindi: हर किसी के मन में एक दिली इच्छा होती है कि हम पहाड़ी यात्रा करे और बाहरी दुनिया देखे। यात्रा करने से लोगो के तनाव दूर होते है और मन शुद्ध होता है। कुछ लोग यात्रा के लिए पहाड़ी क्षेत्र पसंद करते हैं जबकि अन्य समुद्र तटों वाली जगहों पर यात्रा करना पसंद करते हैं।यात्रा करते समय आप प्रकृति की सुंदरता का भी आनंद ले सकते हैं।इस यात्रा निबंध में, हम यात्रा के महत्व को देखेंगे और पुराने समय से लेकर अब तक इसमें कैसे बदलाव आया है।

This Blog Includes:

मेरी यात्रा पर निबंध 100 शब्दों में, मेरी यात्रा पर निबंध 200 शब्दों में, हम यात्रा क्यों करते हैं, मेरी यात्रा पर 10 पक्तिंया, गोवा की मेरी यात्रा.

100 शब्दों में Essay on  My trip in Hindi इस प्रकार हैः

‘जब मैं कक्षा 5 में था, हम प्रसिद्ध हिल स्टेशन ऋषिकेश की स्कूल यात्रा पर गए थे। मेरी माँ ने मेरी सभी ज़रूरी चीज़ें पैक कर दीं और मुझे अपने शिक्षक की हर बात मानने को कहा। यह 3 दिन की यात्रा थी ।हम सुबह-सुबह होटल पहुंचे और हमें स्वादिष्ट नाश्ता परोसा गया।, जहाँ हमने खूब मौज-मस्ती की, स्वादिष्ट खाना खाया, नदी के किनारे खेल खेले, राफ्टिंग, अलाव और जंगल-एडवेंचर का मज़ा लिया। नाश्ते के बाद, हमने गंगा नदी पर स्थित प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला का दौरा किया। इस झूले का उपयोग पैदल यात्री नदी पार करने और शहर के दूसरे छोर पर जाने के लिए करते हैं। यह वाकई मज़ेदार था और मेरे लिए बिल्कुल अलग अनुभव था अंत में, हम सभी अलाव के चारों ओर घेरा बनाकर बैठे और अपने शिक्षकों और मार्गदर्शकों से सुन्दर कहानियाँ सुनीं। 

200 शब्दों में Essay on  My trip in Hindi इस प्रकार हैः

जब मैं कक्षा 5 में था तो मेरी पहली यात्रा कश्मीर की थी जब मैं वहां पर पहुचां तो मुझे यह लगा कि मैं एक स्वर्ग में आ गया हूं यह एक भारतीय केंद्र शासित प्रदेश है, जो उत्तरी भारत में स्थित है। मेरे पिता ने एक हाउसबोट किराए पर ली, जिसे स्थानीय रूप से ‘शिखर’ के नाम से जाना जाता है, जहाँ हमने अपना दोपहर का भोजन किया भोजन करने के बाद वहां मैनें थोड़ी देर रेस्ट किया जिसके बाद हमारे पिताजी ने गोल्फ कोर्स का आनंद लिया क्योंकि उन्हे गोल्फ कोर्स अत्यधिक प्रिय है, इसलिए उन्होंने हमारे होटल के पास गुलमर्ग गोल्फ कोर्स में गोल्फ खेला और नौका विहार के अनुभव का आनंद लिया। यह एक परीलोक जैसा था, जहाँ सब कुछ चमकीले नीले आकाश की तरह शांत था। हम अपने सपरिवार के साथ कश्मीर गया था। मैनें वहां पर पूरे 5 दिन बिताए मैनें वहां पर पूरे पाचं दिन प्रकृति का आनंद लिया वहां पर पांच दिन बिताने के बाद मेरा कश्मीर से घर आने का मन ही नहीं कर रहा था। मैं वहां पर कुछ दिन और बिताता लेकिन मेरे स्कूल की छुट्टी खत्म हो रहीं थी और मेरे पापा ने आफिस से पांच दिन की ही छुट्टी ली थी। मुझे घर आने के बाद बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था। मैं वहां पर बहुत से नए लोगों से मिला जो पहली बार वहाँ आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटक थे।  कश्मीर की मेरी यात्रा मेरे लिए जीवन बदल देने वाला अनुभव था और मैं चाहता हूं कि मैं वहां दोबारा जा सकूं और उन यादों को एक बार फिर से जी सकूं।’

मेरी यात्रा पर निबंध 500 शब्दों में

500 शब्दों में Essay on My trip in Hindi इस प्रकार हैः

बहुत से लोग अलग-अलग उद्देश्यों के लिए यात्रा करते हैं। चाहे वह व्यावसायिक यात्रा हो या छुट्टी मनाने की यात्रा, हम अक्सर लोगों को देखते है कि कई सारे लोग अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए यात्रा करते है घूमनें निकलते है । कुछ लोग यात्रा के लिए पहाड़ी क्षेत्र पसंद करते हैं जबकि पहाड़ी क्षेत्र के लोग समुद्र तटों वाली जगहों पर यात्रा करना पसंद करते हैं।

प्रकृति का आनंद लेने के लिए हम यात्रा करते हैं ।सबसे पहले यात्रा आपको नए दोस्त बनाने का तरीका सिखाती है। जब आप नई जगहों पर जाते हैं और आपको नए लोगों से मिलते है उनके साथ अच्छा समय बिताते हैं तो आपको दोस्त बनाने का मौका मिलता है। इसके अलावा, यह आपके सामाजिक कौशल को बढ़ाने में भी आपकी मदद करता है। उदाहरण के लिए, पहाड़ी क्षेत्रों में जाना आपको ट्रेकिंग करना सिखाता है। यात्रा करते समय आप प्रकृति की सुंदरता का भी आनंद ले सकते हैं।

यहाँ मेरी यात्रा के लिए 10 पंक्तियाँ हैं। इन्हें अपने निबंध या किसी भी शैक्षणिक विषय में जोड़ने के लिए स्वतंत्र महसूस करें।

1.मेरी यात्रा रोमांच और आनन्द से भरपूर थी। 

2.हम अपने बड़े भाई के साथ रोज एक बड़ी पैदल यात्रा करते थे

3.हमने अपनी यात्रा के दौरान नये दोस्त बनाये और विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जाना।

4.हमने विभिन्न परिदृश्यों का अवलोकन किया और प्रकृति की प्राकृतिक सुन्दरता का आनंद लिया।

5.मेरी यात्रा मेरे और मेरे परिवार के लिए एक नया अनुभव था।

6.मैंने बर्फ से ढके पहाड़ों का दौरा किया और अपने दोस्तों के साथ बर्फ में खेला।

7.हम जंगल के बीच में टेंट में रहते थे और रात में हमें जंगली जानवरों की आवाजें सुनाई देती थीं।

8.मेरे पास हमारी पिछली कैम्पिंग यात्रा की बहुत सारी तस्वीरें हैं, जहाँ हम सभी ने खूब आनंद उठाया था।

9.हम अपनी यात्रा के दौरान समुद्र तट पर गए, जहां हमने समुद्री हवा का आनंद लिया और रेत पर वॉलीबॉल खेला।

10.मेरी पिछली यात्रा राष्ट्रीय प्राणी उद्यान की थी, जहां हमने विभिन्न प्रकार के जानवर देखे, जैसे शेर, बाघ, हाथी और जिराफ

पिछले साल, मैं अपने परिवार के साथ गोवा गया था। गोवा मौज-मस्ती करने के लिए एक शानदार जगह है। एक चीज जिसने मुझे प्रभावित किया, वह यह थी कि रास्ते में कितने हरे-भरे पेड़ थे। महानगरों के विपरीत राजमार्ग शांत था। लोग शाम ढलने के साथ ही समुद्र तट पर इकट्ठा होकर मौज-मस्ती करने लगते हैं। मैं पंजिम भी गया, जहाँ मैंने बहुत सी प्यारी चीज़ें देखीं।मैनें वहां पर कई अजनबी पक्षी देखे , जो कि मैंने पहले कभी वो पक्षी नहीं देखे थे 

कुल मिलाकर, यात्रा करना अब हर किसी के लिए एक मजेदार और सीखने वाला अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, तकनीक के साथ, आप भाषा, दूरी और अन्य बाधाओं की चिंता किए बिना दुनिया के किसी भी कोने में यात्रा कर सकते हैं। अदभुद अनुभव का आनंद लेने के लिए हर किसी को अपने जीवन में कम से कम एक बार यात्रा अवश्य करनी चाहिए।

यात्रा करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें बहुत सी चीजें सिखाता है। नई भाषाएँ, नई संस्कृतियाँ आदि चीजें सीख सकते हैं।

प्रौद्योगिकी की बदौलत यात्रा करना काफ़ी बदल गया है। पहले, लोगों को किसी नई जगह की यात्रा करने के लिए जानवरों को साथ ले जाना पड़ता था और इसमें काफ़ी समय लगता था। अब, ऐसे कई परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं जो आपको कुछ ही समय में पहुँचने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इंटरनेट ने हमारी उंगलियों पर उपलब्ध मानचित्र, अनुवाद ऐप, खाद्य सेवाएँ, कैब सेवाएँ आदि प्रदान करके यात्रा को आसान बना दिया है।

‘मेरी यात्रा की शुरुआत मेरे और मेरे परिवार द्वारा आवश्यक वस्तुओं की सूची बनाने और अपना सामान पैक करने से हुई। मैं और मेरा परिवार झीलों के शहर उदयपुर की 4 दिवसीय यात्रा पर गए थे। इस शहर में कुल 7 झीलें हैं, जिनमें से पिछोला झील सबसे खूबसूरत है। मेरे पिता ने हमारे लिए एक सुइट बुक किया, जहाँ हम रुके।

उम्मीद है कि आपको Essay on My trip in Hindi के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। निबंध लेखन के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

my memorable trip essay in hindi

Resend OTP in

my memorable trip essay in hindi

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

my memorable trip essay in hindi

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

my memorable trip essay in hindi

यात्रा वर्णन पर निबंध | essay on traveling in hindi | किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध

समय समय पर हमें छोटी कक्षाओं में या बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिए जाते हैं। निबंध हमारे जीवन के विचारों एवं क्रियाकलापों से जुड़े होते है। आज hindiamrit.com   आपको निबंध की श्रृंखला में  यात्रा वर्णन पर निबंध | essay on traveling in hindi | किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध   प्रस्तुत करता है।

इस निबंध के अन्य शीर्षक / नाम

(1) पर्वत यात्रा पर निबंध (2) किसी स्थान का आंखों देखा दृश्य पर निबंध (3) किसी रोचक यात्रा का वर्णन पर निबंध

Tags –

essay on a trip in hindi,यात्रा का वर्णन पर निबंध,रेल यात्रा का वर्णन पर निबंध,yatra varnan par nibandh,यात्रा वर्णन निबंध,yatra vritant par nibandh,यात्रा वृतांत nibandh,यात्रा वृतांत लिखिए,essay on tourism in hindi,essay on travelling in hindi,essay on trip in hindi,essay on tourist place in hindi,essay on mountain trip in hindi,essay on rajasthan tourism in hindi,essay on shimla trip in hindi,essay on educational trip in hindi,essay on a trip in hindi,

पहले जान लेते है यात्रा वर्णन पर निबंध | essay on traveling in hindi | किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध  की रूपरेखा ।

निबंध की रूपरेखा

(1) प्रस्तावना (2) यात्रा का आरम्भ (3) पर्वतारोहण (4) शिमला निवास (5) यात्रा करने का महत्व (6) उपसंहार

essay on a trip in hindi,यात्रा वृतांत पर निबंध,yatra vritant par nibandh,यात्रा वृतांत nibandh,यात्रा वृतांत लिखिए,essay on tourism in hindi,essay on travelling in hindi,essay on trip in hindi,essay on tourist place in hindi,essay on mountain trip in hindi,essay on rajasthan tourism in hindi,essay on shimla trip in hindi,essay on educational trip in hindi,essay on a trip in hindi,

यात्रा वर्णन पर निबंध,essay on traveling in hindi,किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध,yatra varnan par nibandh,kisi yatra ka varnan par nibandh,essay on trip in hindi,

यात्रा करने से मनोरंजन होता है । जीवन स्वयं एक यात्रा है। इस यात्रा का जितना अंश यात्रा में बीते, वही हितकर है। यात्रा करने से मनोरंजन के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के लाभ भी होते है। बाहर जाने के कारण साहस, स्वावलम्बन , कष्ट सहिष्णुता की क्रियात्मक शिक्षा मिलती है।

परस्पर सहयोग की भावना बढ़ती है। निराश जीवन में आशा का संचार हो जाता है, अनुभव की वृद्धि होती है। इस प्रकार यात्रा करने का जीवन में अत्यधिक महत्त्व है।

पर्वत यात्रा तो और भी अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि पर्वतों जैसे दृश्य अन्य स्थानों पर दुर्लभ हैं । कितनी सुखद और आनन्दमयी थी-मेरी वह पर्वत यात्रा ।

प्राकृतिक-सौन्दर्य की छाई जहाँ अद्भुत छटा । है जहाँ खगकुल सुनाते मधुर कलरव चटपटा ॥ बेल लिपटी हैं द्रुमों से खिल रही सुन्दर कली। पर्वतीय प्रदेश की यात्रा अहो ! कितनी भली ॥

यात्रा का आरम्भ

ग्रीष्मावकाश हो चुका था। मेरा मित्र मोहन अपने पिताजी के साथ शिमला जाना चाहता था। उसने मुझसे भी चलने का आग्रह किया। मैंने जाने के लिए पिताज़ी की आज्ञा प्राप्त की।

सब तैयारी पूर्ण हो जाने पर हम 20 जुलाई को मेरठ से शाम को 5 बजे वाली गाड़ी से शिमला के लिए चले। रास्ते में मुजफ्फरनगर, सहारनपुर आदि स्टेशनों को पार करती हुई हमारी गाड़ी रात्रि में अम्बाला पहुँची।

यहाँ से हम दूसरी गाड़ी में बैठकर चण्डीगढ़ को पार करते हुए रात के डेढ़ बजे कालका स्टेशन पर पहुचे। यहाँ से हमें 3-4 डिब्बों वाली एक छोटी-सी गाड़ी मिली। रात के ढाई बजे के लगभग गाड़ी शिमला के लिए चल दी।

पर्वतीय-यात्रा

ज्यो-ज्यो गाड़ी ऊपर चढ़ती जा रही थी, ठण्ड बढ़ती जा रही थी खिड़की बन्द करके हम सो गये। थोड़ी देर बाद आँख खुली तो सामने मनोहर दृश्य दिखाई दे रहे थे।

अन्धकार दुम दबा कर भाग रहा था। सूर्य भगवान अपनी किरणों से शीतग्रस्त जीवों को सान्त्वना सी देने लगे गाड़ी पर्वतों पर साँंप की तरह बल खाती हुई चढ़ रही थी।

मीलों गहरे गड्ढे देखकर मैं भय से कॉप उठा छोटे-छोटे गाँव तथा उनमें घोड़े, भेड़, बकरियाँ तथा मनुष्य ऊपर से ऐसे जान पड़ते थे मानो किसी ने खिलौने सजाकर रख दिये हों।

ऊँचे-ऊँचे देवदारु के वृक्ष प्रभु के ध्यान में लीन मौन तपस्वियों की भाँति खड़े थे। फूल व फलों से लदे वृक्षों से लिपटी हुई लताएँ अत्यन्त शोभा पा रही थीं।

नीले, हरे, पीले, काले, सफेद अनेक प्रकार के पक्षी फुदक- फुदककर मधुर तान सुना रहे थे। विशालकाय पर्वतों के वक्षस्थल को चीर कर उनके बीच में से मीलों लम्बी सुरंगे बनी थीं जिनमें प्रविष्ट होने पर गांड़ी सीटी बजाती थी तथा गाड़ी में प्रकाश हो जाता था।

शिमला-निवास

इस प्रकार मनोरम दृश्यों को देखते हुए हम शिमला जा पहुँचे। कृलियों ने हमारा सामान उठाया और हमं माल रोड स्थित एक सुन्दर होटर में जा ठहरे।

वहाँ हमने चार आदमियों द्वारा खींची जाने वाली रिक्शा देखी। सुबह उठते ही घुमने जाते। पहाड़ियों पर चढ़ते, नीचे उतरते तथा मार्ग में ठण्डे- गर्म पानी के झरने देखकर मन प्रसन्न करते थे।

ऊपर बैठे हुए हम देखते थे कि नीचे बादल बरस रहे हैं।लोग भागकर घरों में घुस जाते। कहीं धूप, कहीं छाया-भगवान् की इस विचित्र माया को देखकर हम अपने आपको देवलोक में आया समझते थे।

इस प्रकार के सुन्दर दृश्यों को देखते हुए हमने एक मास व्यतीत किया। छुट्टी समाप्त हुई और हम घर वापस लौटे।

यात्रा करने से लाभ

विभिन्न स्थानों की यात्रा करने से हमारा अनुभव बढ़ता है और कष्ट सहन करने तथा स्वावलम्बी बनने का अवसर मिलता है।

कुछ दिनों के लिए दैनिक कार्यचक्र से मुक्ति मिल जाती है,जिससे जीवन में आनन्द की लहर दौड़ जाती है। यात्रा करने से विभिन्न जातियों व स्थानों के रीति-रिवाजों, भाषाओं आदि से हम परिचित हो जाते है।

परस्पर प्रेमभाव बढ़ता है। एक-दूसरे के सुख-दुःख को समझने का अवसर मिलता है। शरीर में स्फूर्ति, ताजगी, मन में साहस के साथ काम करने की भावना का उदय होता हैं है। इस प्रकार की यात्रा का मनुष्य जीवन में विशेष महत्त्व है।

शिमला की यह आनन्दमयी यात्रा आज भी मेरे स्मृति पटल पर अंकित है। जब मुझे इस यात्रा का स्मरण हो जाता है, मैं आनन्द विभोर हो उठता हूँ।

सारे दृश्य इस प्रकार सामने आ जाते हैं जैसे साक्षात ऑँखों से देख रहा हूँ। इस प्रकार के अवसर बहत कम मिलते हैं किन्तु जब भी मिलते हैं, वे जीवन की मधुर सुखद स्मृति बन जाते है।

अन्य निबन्ध पढ़िये

दोस्तों हमें आशा है की आपको यह निबंध अत्यधिक पसन्द आया होगा। हमें कमेंट करके जरूर बताइयेगा आपको यात्रा वर्णन पर निबंध | essay on traveling in hindi | किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध  कैसा लगा ।

आप यात्रा वर्णन पर निबंध | essay on traveling in hindi | किसी यात्रा का वर्णन पर निबंध   को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा।

सम्पूर्ण हिंदी व्याकरण पढ़िये ।

» भाषा » बोली » लिपि » वर्ण » स्वर » व्यंजन » शब्द  » वाक्य » वाक्य शुद्धि » संज्ञा » लिंग » वचन » कारक » सर्वनाम » विशेषण » क्रिया » काल » वाच्य » क्रिया विशेषण » सम्बंधबोधक अव्यय » समुच्चयबोधक अव्यय » विस्मयादिबोधक अव्यय » निपात » विराम चिन्ह » उपसर्ग » प्रत्यय » संधि » समास » रस » अलंकार » छंद » विलोम शब्द » तत्सम तत्भव शब्द » पर्यायवाची शब्द » शुद्ध अशुद्ध शब्द » विदेशी शब्द » वाक्यांश के लिए एक शब्द » समानोच्चरित शब्द » मुहावरे » लोकोक्ति » पत्र » निबंध

सम्पूर्ण बाल मनोविज्ञान पढ़िये uptet / ctet /supertet

प्रेरक कहानी पढ़िये।

हमारे चैनल को सब्सक्राइब करके हमसे जुड़िये और पढ़िये नीचे दी गयी लिंक को टच करके विजिट कीजिये ।

https://www.youtube.com/channel/UCybBX_v6s9-o8-3CItfA7Vg

essay on a trip in hindi,yatra varnan par nibandh,यात्रा का वर्णन निबंध,यात्रा वृतांत पर निबंध,yatra vritant par nibandh,यात्रा वृतांत nibandh,यात्रा वृतांत लिखिए,essay on tourism in hindi,essay on travelling in hindi,essay on trip in hindi,essay on tourist place in hindi,essay on mountain trip in hindi,essay on rajasthan tourism in hindi,essay on shimla trip in hindi,essay on educational trip in hindi,essay on a trip in hindi,

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

Help Hindi Me

Internet की सारी जानकारी हिंदी में

मेरी यात्रा पर निबंध

मेरी यात्रा पर निबंध | essay on my trip in hindi.

हम सब हर वर्ष गर्मी की छुट्टियों में कहीं न कहीं घूमने जाया करते हैं। स्कूल में गर्मी की छुट्टियां होने हम सब परिवार सहित कुछ दिनों के लिए किसी अच्छी जगह यात्रा पर जाते हैं। मेरे परिवार में मैं, मेरा छोटा भाई और माता-पिता है।

आज के दौर में हम अपने काम और करियर के पीछे इतना व्यस्त हो गए हैं कि हमें अपने और अपने परिवार के लिए समय निकालना दूभर हो रहा है। एक जगह पर रहने से यहां एक ही काम लगातार करने से हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए यात्रा पर जाना बहुत ही आवश्यक है। इसके साथ ही हमें उस स्थान के बारे में बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है, नए नए लोगों से बात करने का मौका मिलता है व नई नई जगह अन्वेषण कर सकते हैं।

इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में मैं और मेरा पूरा परिवार दिल्ली की यात्रा पर गए थे जो बहुत ही यादगार थी हमें इस यात्रा पर बहुत ही आनंद आया। हमने इस यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखा। तो आइए मैं बताती हूं आपको अपनी दिल्ली के सफर की कहानी।

जून के महीने में 15 तारीख को हम सब ने हमसफर एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए प्रस्थान किया। 16 की सुबह हम सब दिल्ली पहुंच गए थे। दिल्ली में मेरे मामा जी रहते हैं तो हम सब रुकने के लिए उनके ही घर गए। मामा जी हमें लेने के लिए स्टेशन आए थे। घर पहुंचते ही मामी जी ने हमारा स्वागत किया। थोड़ी देर बाद हम सब ने स्नान करके नाश्ता किया और फिर बाहर घूमने गए जाने के लिए तैयार होने लगे। मेरा परिवार और मामा मामी हम सब मिलकर एक साथ घूमने के लिए निकले। दिल्ली शहर बहुत ही सुंदर व साफ सुथरा शहर है और बहुत बड़ा भी।

दिल्ली हमारे भारत देश की राजधानी है। यह बहुत बड़ी है और यह दो भागों में बटी है जिससे पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली के नाम से जाना जाता है। यहाँ बहुत ही सुंदर और दर्शनीय स्थल है जिसे देखने के लिए विश्व भर से लोग आया करते हैं।

दिल्ली के कुछ खास दर्शनीय स्थल

India Gate

इंडिया गेट-  इंडिया गेट पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए सेनानियों की याद में बनाया गया था। यह जगह दिल्ली की विशेष दर्शनीय स्थल में से एक है। इंडिया गेट के पत्थरों पर शहीदों के नाम भी लिखे गए हैं। शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति हर दिन, रात और दिन जलता रहता है। यहां हर दिन शाम को अनेक पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इसके साथ ही वहां पार्क और खाने के बहुत से स्टॉल भी होते हैं जो मनोरंजन का केंद्र है। इंडिया गेट के ठीक सामने राष्ट्रपति भवन दिखता है।

Qutb Minar

क़ुतुब मीनार – कुतुब मीनार दिल्ली की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है जो कुतुबुद्दीन ऐबक के द्वारा बनवाई गई थी। कुतुब मीनार को यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में भी शामिल किया गया है या बहुत ही ऐतिहासिक और हरियाली से भरी हुई जगह है।

Jama Masjid

जामा मस्जिद – जामा मस्जिद देश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है जो कि शाहजहां के द्वारा बनाई गई थी। जामा मस्जिद बहुत ही सुंदर और शांतिपूर्ण स्थान है यहां ईद के समय पर लाखों लोग ईद की नमाज अदा करने आते हैं। जामा मस्जिद के आसपास की जगह खाने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। जामा मस्जिद पुरानी दिल्ली इलाके में स्थित है।

अक्षरधाम मंदिर-  अक्षरधाम मंदिर दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है, यह अपनी बहुत ही सुंदर कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है और विश्व के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर बहुत ही बड़ा है जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम व वाटर शो आदि शाम के समय में होते हैं। यह सुबह 9:30 बजे से शाम के 6:00 बजे तक खुला रहता है।

लोटस टेंपल-  लोटस टेंपल एक कमल के तरह दिखने वाला एक उपासना मंदिर है। यहां किसी विशेष भगवान की मूर्ति नहीं लगी है। कमल का फूल शांति और पवित्रता का प्रतीक होता है इसीलिए इसको कमल के रूप में निर्मित किया गया।

रेल म्यूजियम – नेशनल रेल म्यूजियम एक ऐसा म्यूजियम है जहां पुरानी रेल को विरासत के तौर पर रखा गया है। यहां आपको हर दौर की रेल देखने को मिलेगी। इसके साथ ही यहां आस-पास बहुत से अन्य चीज देखने और खाने को मिल जाएंगी। यह स्थान रोमांच से भरा हुआ है।

लाल किला- लाल किला मुगल शासक शाहजहां के द्वारा बनवाया गया था। यह भारत के इतिहास में बहुत महत्व रखता है। स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहरा कर देश वासियों को संबोधित करते हैं। यहां बहुत से कार्यक्रम होते हैं, यदि आप दिल्ली आए तो लाल किले जरूर देखने जाए यह बहुत ही सुंदर है और इसके पास मीना बाजार स्थित है जो बहुत ही प्रसिद्ध है।

जंतरमंतर – जंतर मंतर का निर्माण जयपुर के राजा जयसिंह द्वितीय ने कराया था। जंतर मंतर पर एक बहुत बड़ा डायल बना है जिससे प्रिंस ऑफ डायल के नाम से जाना जाता है। जंतर मंतर बहुत ही रोमांचक स्थान है, यहां बहुत सारे उपकरण है जो खगोलीय भ्रमण के रास्ते का ग्राफ बनाने में मदद करते हैं।

गुरुद्वारा बांग्ला साहिब – यह सिखों का धार्मिक स्थल है। यह स्थान बहुत ही सुंदर और शांति दायक है, गुरु नानक जयंती व गुरु पर्व के अवसर पर यह बहुत ही सुंदर तरह से सजाया जाता है और हजारों लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं।

Raj Ghat

राजघाट – यह दिल्ली का बहुत ही पवित्र स्थान है महात्मा गांधी जी की हत्या के दूसरे दिन उनका अंतिम संस्कार इसी जगह पर हुआ था। इस जगह पर लोग गांधीजी के स्मरण में और उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने जाते हैं।

कनॉट प्लेस – यदि आप दिल्ली जाए तो कनॉट प्लेस जरूर जाए, यह स्थान मनोरंजन का केंद्र है। वैसे तो यहां हर प्रकार की दुकानें मिल जाएंगी इसके साथ ही यहां बहुत सारी प्रसिद्ध खाने की चीजें भी मिलती है, यहां लोग शाम के समय में आकर बैठा करते हैं।

हुमायूं का मकबरा – जिसे हुमायूं टॉम्ब के नाम से जाना जाता है। इसे हुमायूं की पत्नी हाजी बेगम ने बनवाया था। यह मकबरा मुगल वास्तुकला का उदाहरण है। इसके चारों ओर हरियाली है और बड़े-बड़े पत्थर और दरवाजों से यह बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है।

इसके साथ ही दिल्ली में बहुत से अन्य जगह है जो खाने वह खरीदारी के लिए प्रसिद्ध है। जैसे चांदनी चौक, परांठे वाली गली, पालिका बाज़ार, सफदर मार्केट, खाँ मार्केट आदि खाने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है, इसके साथ ही खरीदारी के लिए दिल्ली एक केंद्र है।

करोल बाग, लाजपत नगर, सरोजिनी व चांदनी चौक में बहुत ही सुंदर और कम दाम पर कपड़े खरीदे जा सकते हैं। दिल्ली में बहुत ही बड़ी-बड़ी इमारतें है जिनमें होटल, क्लब है जो कि युवाओं के आकर्षण का केंद्र है।

इसके साथ दिल्ली में बहुत सारे सरकारी कार्यालय व संसद भवन आदि स्थित है। देश के सभी बड़े नेता दिल्ली में ही निवास करते हैं।

दिल्ली की यह यात्रा स्मरणीय रहेगी और निसंदेह मैं दोबारा दिल्ली जाना चाहूंगी। दिल्ली पढ़ाई के लिए भी बहुत अच्छा केंद्र है। देश भर में कोने कोने से छात्र यहां पढ़ाई करने व परीक्षा की तैयारी करने के लिए आते हैं।

हम सबको दिल्ली में बहुत मजा आया। हमने वहां बहुत सारी खरीदारी भी की, उसके बाद हम सब 20 तारीख को वापस अपने घर के लिए दिल्ली से रवाना हो गए। देश की राजधानी होने के साथ-साथ दिल्ली एक बहुत ही सुंदर स्थान है जहां हर देशवासियों को अपने जीवन में एक बार जरूर जाना चाहिए।

Loudspeaker

तो ऊपर दिए गए लेख में आपने पढ़ा मेरी यात्रा पर निबंध | Essay on my Trip in Hindi , उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

आपको हमारा लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं, अपने सुझाव या प्रश्न भी कमेंट सेक्शन में जा कर पूछ सकते हैं। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए HelpHindiMe को Subscribe करना न भूले।

my memorable trip essay in hindi

आयशा जाफ़री, प्रयागराज

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

वेबसाइट का कंटेंट बिना अप्रूवल के कॉपी करना, अन्य किसी भी रूप में उपयोग करना गैर-कानूनी है, दोषी पाए जाने पर आईटी एक्ट के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

  • Join Us on Telegram
  • Subscribe our YouTube Channel
  • Download HelpHindiMe.In - Android App

यात्रा पर निबंध – 10 lines (Travelling Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों मे

my memorable trip essay in hindi

Travelling Essay in Hindi – शौक एक पसंदीदा शगल या गतिविधि है जिसे कोई व्यक्ति अपने खाली समय में मनोरंजन के लिए करना पसंद करता है। शौक कला और शिल्प जैसे ड्राइंग, पेंटिंग और फोटोग्राफी से लेकर लंबी पैदल यात्रा, स्कीइंग और पर्वतारोहण जैसी बाहरी गतिविधियों तक हो सकते हैं। कुछ लोगों के शौक में दुनिया के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करना, नई संस्कृतियों और दर्शनीय स्थलों की खोज करना भी शामिल है। हममें से कई लोगों के लिए यात्रा करना हमेशा आनंददायक होता है। आज हम यात्रा के बारे में विस्तार से जानेंगे।

यात्रा पर निबंध 10 पंक्तियाँ (Travelling Essay 10 Lines in Hindi)

  • 1) यात्रा नई संस्कृतियों का अनुभव करने और विभिन्न जीवनशैली के बारे में जानने का एक शानदार तरीका है।
  • 2) यह यादें बनाने और मौज-मस्ती करने का एक शानदार तरीका है।
  • 3) यात्रा तनाव दूर करने और दूसरों के साथ जुड़ने का एक शानदार तरीका है।
  • 4) घर और रोजमर्रा की जिंदगी की दिनचर्या से दूर रहना तरोताजा और आनंददायक हो सकता है।
  • 5) दुनिया के ज्ञान को व्यापक बनाकर यात्रा करना शैक्षिक भी हो सकता है।
  • 6) यात्रा हमें अधिक स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनने में मदद करती है।
  • 7) नई जगहों पर जाने से वहां की संस्कृति के बारे में और अधिक जानने में मदद मिलती है।
  • 8) यह हमें नए लोगों से मिलने और नए दोस्त बनाने का अवसर देता है।
  • 9) यह हमें प्रकृति के संपर्क में आने में मदद करता है।
  • 10) यात्रा हमें जीवन के प्रति नए दृष्टिकोण प्राप्त करने में भी मदद करती है।

यात्रा पर निबंध 100 शब्द (Essay On Travelling 100 Words in Hindi)

मानव स्वभाव ऐसा है कि उसे नई-नई जगहें देखने की इच्छा होती है, वह एक जगह से दूसरी जगह देखने के लिए जाता है जिसे यात्रा कहते हैं।

काम के सिलसिले में या घूमने-फिरने के लिए यात्रा करने के कई उद्देश्य हो सकते हैं। यात्रा करने के कई माध्यम हैं जैसे बस, मोटरसाइकिल, ट्रेन, कार या हवाई जहाज आदि।

यात्रा के कई फायदे हैं. इससे मनुष्य का मन प्रसन्न रहता है। उसे नई जगह पर नए लोग देखने को मिलते हैं। किसी नई जगह पर जाने से व्यक्ति को वहां की संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलता है। वह वहां के लोगों की भाषा के बारे में सीखते हैं और वहां के लोगों के खान-पान और पहनावे के बारे में जानने का मौका मिलता है।

यात्रा के दौरान व्यक्ति को बहुत सी चीजें देखने को मिलती हैं जिनसे वह बहुत कुछ सीख सकता है और अपने जीवन में बहुत सारे बदलाव ला सकता है। कई नए लोग उसके दोस्त बन जाते हैं.

जब किसी व्यक्ति को जीवन में थकान महसूस होती है और मन नहीं लगता तो वह किसी नई जगह की यात्रा करके अपने दिमाग को तरोताजा कर सकता है।

यात्रा पर निबंध 200 शब्द (Essay On Travelling 200 Words in Hindi)

एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करना यात्रा कहलाता है। इस दुनिया में, वास्तव में अच्छी परिवहन प्रणाली के कारण यात्रा करना वास्तव में लोकप्रिय रहा है। लोग आसानी से दुनिया भर में यात्रा कर सकते हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं जो अधिक से अधिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करने के लिए पूरी दुनिया की यात्रा कर रहे हैं।

अकादमिक अध्ययन से हम दुनिया के बारे में जान सकते हैं। लेकिन यह हमें कभी भी वास्तविक अनुभव नहीं देता, केवल यात्रा ही ऐसा कर सकती है। जब आप यात्रा करेंगे तो आपको किसी जगह की असली खूबसूरती और असली नजारा देखने को मिलेगा। लोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए पूरी दुनिया में यात्रा कर रहे हैं।

उनमें से कुछ मनोरंजन के लिए यात्रा कर रहे हैं, उनमें से कुछ व्यवसाय के लिए यात्रा कर रहे हैं और कुछ केवल सीखने और शिक्षा के उद्देश्यों के लिए यात्रा कर रहे हैं। यदि आप यात्रा करते हैं, तो आप बहुत सी चीजें सीख सकते हैं जो किसी किताब से सीखना संभव नहीं है, क्योंकि यह एक वास्तविक अनुभव है।

वास्तविक अनुभवों का हमेशा बेहतर मूल्य होता है। यदि आप किसी दूसरे देश के किसी शहर की यात्रा करते हैं, तो आप एक नई संस्कृति, नई भाषा, नई जीवन शैली और नए लोगों के बारे में सीख सकेंगे। यह वाकई किसी के लिए आश्चर्यजनक है. दुनिया को समझने, जीवित रहने के उद्देश्यों को समझने के लिए यात्रा आपका सबसे अच्छा शिक्षक हो सकती है।

यात्रा पर निबंध 300 शब्द  (Essay On Travelling 300 Words in Hindi)

यात्रा हमें तनावमुक्त और तरोताजा महसूस कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव भी लाता है और हमें जीवंत और सक्रिय रखता है। यात्रा हमें उन चीज़ों का व्यावहारिक अनुभव देती है जो हमने किताबों में पढ़ी हैं और इंटरनेट पर देखी हैं। इसलिए जो व्यक्ति बिल्कुल भी यात्रा नहीं करता उसे इंडिया गेट या गंगा नदी के नाम का कोई मतलब नहीं दिखता। हालाँकि, यदि उसने इन स्थानों की यात्रा की है, तो उसने जो कुछ भी अध्ययन किया है वह वास्तव में उसे बता सकता है और उस स्थान के प्रत्येक विवरण को हमेशा याद रखेगा।

आजकल, बहुत से लोग यात्रा करना पसंद करते हैं क्योंकि वे दुनिया का पता लगाना चाहते हैं और वह सब कुछ देखना चाहते हैं जिसके बारे में उन्होंने पढ़ा है। और यह बिल्कुल उचित प्रतीत होता है क्योंकि सैद्धांतिक ज्ञान की तुलना में व्यावहारिक ज्ञान कहीं अधिक आवश्यक और प्रभावी है। लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मौजूद ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा करना और उनके बारे में जानकारी इकट्ठा करके किताबें और कहानियाँ लिखना पसंद करते हैं।

प्रौद्योगिकी और परिवहन में प्रगति के कारण यात्रा करना आसान हो गया है। पहले लोग सड़क या समुद्र मार्ग से यात्रा करते थे और एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में कई दिन लग जाते थे, हालांकि, अब परिदृश्य बदल गया है और लोग दूर-दराज के स्थानों तक घंटों और मिनटों में यात्रा करते हैं – अच्छी तरह से निर्मित सड़कों और हवाई जहाजों की बदौलत। लोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए यात्रा करते हैं, कुछ शिक्षा के लिए यात्रा करते हैं जबकि अन्य आराम करने और आनंद लेने के लिए यात्रा करते हैं। बहुत से लोग अपने व्यस्त कार्यक्रम से छुट्टी लेकर छुट्टियों पर जाते हैं, इससे उन्हें आनंद का अनुभव होता है और स्फूर्ति भी मिलती है।

कई कवि, लेखक और चित्रकार प्रकृति की कुछ बेहतरीन चीज़ों को पकड़ने और उन्हें चित्रों या कविताओं के रूप में व्यक्त करने के लिए विभिन्न स्थानों की यात्रा करते हैं। लोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए भी यात्रा करते हैं ताकि अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें और उससे लाभ प्राप्त कर सकें। छात्र शैक्षिक उद्देश्यों के लिए यात्रा करते हैं इसलिए हर किसी के पास यात्रा करने का एक अनूठा कारण होता है। इसलिए, यात्रा मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह ज्ञान पैदा करती है और मानव जाति को विभिन्न लाभ प्रदान करती है।

यात्रा पर निबंध 500 शब्द (Essay On Travelling 500 Words in Hindi)

यात्रा जीवन में बहुत सी चीजें सीखने का एक अद्भुत तरीका है। दुनिया भर में बहुत सारे लोग हर साल कई जगहों की यात्रा करते हैं। इसके अलावा, इंसानों के लिए यात्रा करना भी महत्वपूर्ण है। कुछ लोग अधिक जानने के लिए यात्रा करते हैं जबकि कुछ लोग अपने जीवन से विश्राम लेने के लिए यात्रा करते हैं। कारण चाहे जो भी हो, यात्रा हमारे लिए अपनी कल्पना से परे की दुनिया का पता लगाने और कई चीजों में शामिल होने का एक बड़ा द्वार खोलती है। इसलिए, यात्रा पर इस निबंध के माध्यम से, हम उन सभी चीज़ों के बारे में जानेंगे जो यात्रा को शानदार बनाती हैं।

हम यात्रा क्यों करते हैं?

यात्रा करने के बहुत सारे कारण हैं। कुछ लोग मनोरंजन के लिए यात्रा करते हैं तो कुछ शिक्षा के उद्देश्य से। इसी तरह, दूसरों के पास यात्रा करने के व्यावसायिक कारण होते हैं। यात्रा करने के लिए सबसे पहले अपनी वित्तीय स्थिति का अंदाजा लगाना चाहिए और फिर आगे बढ़ना चाहिए।

अपनी वास्तविकता को समझने से लोगों को यात्रा के बारे में अच्छे निर्णय लेने में मदद मिलती है। यदि लोगों को यात्रा करने के पर्याप्त अवसर मिले तो वे यात्रा पर निकल पड़ते हैं। शैक्षिक दौरों पर जाने वाले लोगों को पाठ में पढ़ी गई हर चीज़ का प्रत्यक्ष अनुभव मिलता है।

इसी तरह, जो लोग मौज-मस्ती के लिए यात्रा करते हैं उन्हें तरोताजा करने वाली चीजों का अनुभव और आनंद मिलता है जो उनके जीवन में तनाव कम करने वाले के रूप में काम कर सकता है। जगह की संस्कृति, वास्तुकला, भोजन और बहुत कुछ हमारे दिमाग को नई चीजों के लिए खोल सकता है।

यात्रा के लाभ

अगर हम इसके बारे में सोचें तो यात्रा करने के कई फायदे हैं। पहला, हमें नए लोगों से मिलना होता है। जब आप नए लोगों से मिलते हैं तो आपको नए दोस्त बनाने का अवसर मिलता है। यह कोई सहयात्री या स्थानीय व्यक्ति हो सकता है जिससे आपने दिशा-निर्देश मांगे हों।

इसके अलावा, नए युग की तकनीक ने उनके साथ संपर्क में रहना आसान बना दिया है। इस प्रकार, यह न केवल मानव स्वभाव को समझने का एक शानदार तरीका प्रदान करता है बल्कि आपकी यात्रा को आसान बनाने के लिए उन दोस्तों के साथ नई जगहों का पता लगाने का भी एक शानदार तरीका है।

इस लाभ के समान, यात्रा से लोगों को समझना आसान हो जाता है। आप सीखेंगे कि दूसरे लोग कैसे खाते हैं, बोलते हैं, रहते हैं और भी बहुत कुछ। जब आप अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलेंगे, तो आप अन्य संस्कृतियों और लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जायेंगे।

एक और महत्वपूर्ण कारक जो हम यात्रा करते समय सीखते हैं वह है नए कौशल सीखना। जब आप पहाड़ी इलाकों में जाते हैं, तो सबसे अधिक संभावना है कि आप ट्रैकिंग करेंगे और इस प्रकार, ट्रैकिंग आपकी सूची में एक नया कौशल जुड़ जाएगा।

इसी तरह, यात्रा के दौरान स्कूबा डाइविंग या और भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है। एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ जो यात्रा हमें सिखाती है वह है प्रकृति का आनंद लेना। यह हमें पृथ्वी की वास्तविक सुंदरता की सराहना करने में मदद करता है।

यात्रा पर निबंध का निष्कर्ष

कुल मिलाकर, यात्रा कर पाना किसी वरदान से कम नहीं है। बहुत से लोगों को ऐसा करने का विशेषाधिकार प्राप्त नहीं है। जिन लोगों को मौका मिलता है, यह उनके जीवन में उत्साह लाता है और उन्हें नई चीजें सिखाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यात्रा का अनुभव कैसा भी हो, चाहे अच्छा हो या बुरा, यह निश्चित रूप से आपको सीखने में मदद करेगा।

यात्रा पर निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: यात्रा करना क्यों लाभदायक है.

उत्तर 1: वास्तविक अनुभवों का हमेशा बेहतर मूल्य होता है। जब हम किसी दूसरे देश के किसी शहर की यात्रा करते हैं, तो यह हमें एक नई संस्कृति, नई भाषा, नई जीवनशैली और नए लोगों के बारे में जानने का मौका देता है। कभी-कभी, यह दुनिया को समझने के लिए सबसे अच्छा शिक्षक होता है।

प्रश्न 2: यात्रा करना क्यों आवश्यक है?

उत्तर 2: यात्रा जीवन का अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपकी नीरस दिनचर्या को तोड़ने और जीवन को विभिन्न तरीकों से अनुभव करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा, यह तनाव, चिंता और अवसाद के लिए भी एक अच्छा उपाय है।

Samsung Galaxy A55 के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

यात्रा पर निबंध | Best 10 Essay on Travelling in Hindi for Students

my memorable trip essay in hindi

Essay on Travelling in Hindi: इस लेख में आप 1000 शब्दों में छात्रों और बच्चों के लिए यात्रा पर एक निबंध पढ़ेंगे। यह लघु निबंध हमें बताता है कि कैसे यात्रा करना भी जीवन का एक साहसिक अनुभव है।

  • 1 यात्रा पर निबंध (1000+ शब्द)
  • 2 यात्रा क्या है?
  • 3 लोग यात्रा करना क्यों पसंद करते हैं?
  • 4 आज के युग में पर्यटन
  • 5 यात्रा का महत्व
  • 6 पर्यटन संस्कृति और ज्ञान का अन्वेषण करें
  • 7 पर्यटन और यात्रा को कैसे बढ़ावा दें?

यात्रा पर निबंध (1000+ शब्द)

परीक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ यात्रा निबंध लिखने के लिए छात्र और बच्चे इस लेख की मदद ले सकते हैं।

यात्रा क्या है?

जब कोई व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है तो उसे यात्रा कहते हैं। यात्रा शब्द का प्रयोग अधिकतर तब होता है जब लोग एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं शहर .

मानव स्वभाव जिज्ञासु है। मनुष्य की जिज्ञासु प्रवृत्ति ने एक ही देश और विदेश में विभिन्न स्थानों की यात्रा करने की इच्छा के पीछे भी काम किया है। यात्रा के महत्वपूर्ण लाभों में से एक आंतरिक ताजगी बनाए रखना है।

लोग यात्रा करना क्यों पसंद करते हैं?

बहुत बार, लोग जीवन में, काम की दैनिक दिनचर्या, नींद, भोजन और जीवन में डूब जाते हैं। वे इतना अवशोषित करते हैं कि लोगों को थकान महसूस होती है।

इसका प्रभाव पड़ता है उनकी सेहत, खुशी, और भविष्य। क्या आप भी अपने दैनिक दिनचर्या के कामों से बोर महसूस कर रहे हैं? क्या आप तरोताजा और ऊर्जावान बनना चाहते हैं? यदि हां, तो यात्रा करना इसके लिए सबसे अच्छे समाधानों में से एक हो सकता है।

आज के युग में पर्यटन

आज पर्यटन भी मनुष्य की उसी पुरानी पैंतरेबाज़ी की प्रवृत्ति से प्रभावित हो रहा है। पहले के पर्यटक सुविधाओं और आज के समय में इतना ही अंतर है।

आज पर्यटन उतना कष्टदायक नहीं है जितना प्राचीन काल का घुमक्कड़। विज्ञान के आविष्कारों, अन्वेषण की जादुई शक्ति से सुलभ साधनों के कारण पर्यटन बहुत सुलभ हो गया है।

आप कुछ ही घंटों में एक देश से दूसरे देश की यात्रा कर सकते हैं। इसलिए, यात्रा करना अब चिंता की कोई बड़ी बात नहीं है।

आज, पर्यटन एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उद्योग के रूप में विकसित हो गया है। हवाई जहाज, ट्रेन, कार आदि की बुकिंग के लिए बहुत सारी ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इससे यात्रा आसान और आरामदायक हो जाती है। इस उद्योग को फैलाने के लिए देश-विदेश में पर्यटन मंत्रालय की स्थापना की गई है।

यात्रा का महत्व

दुनिया भर में पर्यटकों की सुविधा के लिए यात्रा के लिए महत्वपूर्ण स्थलों का विकास किया जा रहा है।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जैसे किसी देश के विशेष स्थान की कला, कलात्मक दृश्य, सांस्कृतिक संस्थानों की प्रदर्शनी आदि। आनंद की प्राप्ति, जिज्ञासा की शांति, बढ़ती आय, इनके अलावा और भी बहुत कुछ है। पर्यटन के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ।

अंतर्राष्ट्रीयता की समझ पर्यटन के माध्यम से पैदा होती है: विकसित होती है। प्यार और मानव भाईचारा फलता-फूलता है। सभ्यताओं और संस्कृतियों का परिचय देते हैं। पर्यटन व्यक्ति को अपने खोल से बाहर निकलना सीखता है।

अलग-अलग जगहों की यात्रा करने से एक ही जगह पर एक ही माहौल में लगातार रहने से होने वाली बोरियत भी दूर हो जाती है।

यात्रा और पर्यटन के महत्व को हर देश में मान्यता दी गई है। आधुनिक युग में पर्यटन की योजना प्रत्येक शिक्षा प्रणाली में समाहित हो रही है।

पर्यटन संस्कृति और ज्ञान का अन्वेषण करें

लोग अनादि काल से यात्रा के प्रेमी रहे हैं – मानव सभ्यता इसके प्रोटोटाइप से उत्पन्न होती है। जैसा कि नाम का तात्पर्य है, पर्यटन का अर्थ है राष्ट्रीय और विदेश में परिभ्रमण। पर्यटन वस्तुनिष्ठ नहीं है।

पर्यटन की प्रेरणा कई कारणों से राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, वाणिज्यिक, व्यवसाय आदि के लिए विकसित होती है। इनके अलावा, मनोरंजन, अनुसंधान, अध्ययन, पुनर्प्राप्ति, या अन्य व्यक्तिगत कारण भी पर्यटन के मूल हैं।

सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए दुनिया के सभी सभ्य देशों के बीच नागरिकों की यात्रा अब एक दैनिक दिनचर्या है। यह हम सभी के लिए सकारात्मक बात है।

एक देश के छात्र पढ़ाई के लिए दूसरे देश जाते हैं। इस तरह के दौरे व्यक्तिगत उद्देश्यों और राष्ट्रीय उद्देश्यों की पूर्ति भी करते हैं। पर्यटन में देश दर्शन की भावना का सर्वाधिक महत्व है।

प्रकृति की सुन्दर छटाओं को हृदय में चुराकर, मन और आंख को तृप्त करने के लिए नगरों, भवनों, वनों आदि की शोभा जीवन में आनंद देती है।

दूसरे दृष्टिकोण से भी यह हमारे लिए आवश्यक है। विकासशील देशों में यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

इसलिए भारत को पर्यटन को एक उद्योग के रूप में अपनाने और बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट अवसर मिला। भारत के पास एक विशाल पर्यटन भूमि है, और यहां यात्रा और पर्यटन के विकास की काफी संभावनाएं हैं।

पर्यटन और यात्रा को कैसे बढ़ावा दें?

भारत ने विदेशी पर्यटकों के लिए कई आकर्षण। पिछले कुछ वर्षों से विदेशी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, फिर भी इसमें और वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि, सीमित संसाधन पर्यटन के विकास में एक बाधा हैं जैसे आवास, परिवहन, मनोरंजन, सुरक्षा आदि।

यहां यात्रा नहीं बढ़ी। हालांकि, संगठित प्रयासों से इसे कम समय में दूर किया जा सकता है। सरकार पर्यटन स्थलों और अन्य आवश्यक स्थानों पर होटल बनाने और विस्तार करने की योजना बना रही है। दुनिया विशाल है, और अरबों लोग जो हर दिन अपना जीवन जीते हैं और उनके अपने अनूठे अनुभव हैं।

दूसरे देश की यात्रा करना, और यह देखना कि लोग अलग तरह से कैसे रहते हैं, अलग तरह से बोलते हैं, अलग दिखते हैं, यह सिर्फ एक बेहतर एहसास है। इस तरह यह समझ सकता है कि इसमें हमारी दुनिया कितनी बड़ी और दीवानी है।

इसके अलावा, यह एक व्यक्ति को दुनिया में रहने वाले विविध लोगों के बारे में जानने में सक्षम बनाता है। जब तक आप स्थानों और चीजों का दौरा नहीं करते तब तक आप कुशल हाथों से बनाई गई कला के काम की सराहना नहीं कर सकते।

उस स्थान की यात्रा करने से उत्कृष्ट स्थानों, लोगों, चीजों और लोगों की प्रकृति के बारे में व्यावहारिक ज्ञान मिलता है। जब आप कुछ स्मारकों पर जाते हैं तो अतीत की यादें दिमाग में दौड़ जाती हैं। साथ ही स्थानों पर जाने से व्यक्ति की दृष्टि में भी वृद्धि होती है, जैसे छोटी जगह पर बैठने से दृष्टि सीमित हो जाती है।

यात्रा करने का एक और लाभ यह है कि आप अपने देश को अलग तरह से देख रहे हैं। यह स्थानीय और विदेशी स्थान की तुलना करके संभव बनाया गया है। ज़रूर, यह केवल यात्रा करने से ही संभव है। अज्ञात स्थानों की यात्रा नए दृष्टिकोण और प्रेरणा पैदा करती है।

घर से दूर, लोगों को एहसास होता है कि “घर” क्या है और इसका क्या अर्थ है। इसका अनुभव करने वाले व्यक्ति के लिए यात्रा करना हमेशा फायदेमंद होता है। यात्रा एक व्यक्ति को सामान्य कार्यों और चीजों को करने के तरीकों से दूर, नियमित क्षेत्र से बाहर लाती है।

यह उन्हें साहसिक कार्य करने, एक पूर्ण जीवन जीने, इस बहुमूल्य अवसर का अधिकतम लाभ उठाने और नई चीजों की खोज करने और नए लोगों से मिलने के लिए समय देने की अनुमति देता है।

यात्रा सभी उम्र के लोगों के लिए उत्तम मनोरंजन है। साथ ही, यह लोगों को खुद को, अपने विश्वासों और अपने जीवन को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।

हालाँकि, यह उस दुनिया को भी बेहतर ढंग से महसूस करता है जिसमें वे रहते हैं, भले ही वह उनके तत्काल परिवेश से बाहर हो। यह दुनिया में रहने वाले विभिन्न लोगों से जुड़ने वाले व्यक्ति की भी मदद कर सकता है।

यह यात्रा के रूप में उपयोगी है, पहली बार एक नई जगह देखने या अपने पसंदीदा पर लौटने की अनुमति दें। दुनिया भर से लोग, विभिन्न कारणों से राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर आते हैं – मुख्य रूप से एक पेशे, परिवार और मनोरंजक उद्देश्यों के लिए।

चाहे हवाई जहाज की तरह यात्रा करने के एक अलग तरीके से, ट्रेन से, नाव से या कार से। यात्रा करना आमतौर पर एक सुखद अनुभव होता है। उल्लेख करने और कोशिश करने के लायक अन्य यात्रा लाभ हैं।

आशा है, आपको यह पसंद आएगा – यात्रा पर निबंध। सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

Related Posts

Cancer essay in hindi – कैंसर निबंध हिंदी में.

Environmental Pollution in Hindi

पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध | Essay on Environmental Pollution in Hindi

Junk food essay in hindi- जंक फूड निबंध हिंदी में, प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें.

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

  • Choose your language
  • मुख्य ख़बरें
  • अंतरराष्ट्रीय
  • उत्तर प्रदेश
  • मोबाइल मेनिया
  • 84 महादेव (उज्जैन)
  • बॉलीवुड न्यूज़
  • मूवी रिव्यू
  • खुल जा सिम सिम
  • आने वाली फिल्म
  • बॉलीवुड फोकस
  • दैनिक राशिफल
  • आज का जन्मदिन
  • आज का मुहूर्त
  • वास्तु-फेंगशुई
  • टैरो भविष्यवाणी
  • पत्रिका मिलान
  • रत्न विज्ञान

लाइफ स्‍टाइल

  • वीमेन कॉर्नर
  • नन्ही दुनिया
  • श्रीरामचरितमानस
  • धर्म संग्रह
  • श्री कृष्णा
  • व्रत-त्योहार

हिन्दी निबंध : मेरी यात्रा

  • 104 शेयरà¥�स

My Journey Essay in Hindi | हिन्दी निबंध : मेरी यात्रा

  • वेबदुनिया पर पढ़ें :
  • महाभारत के किस्से
  • रामायण की कहानियां
  • रोचक और रोमांचक

फैट बर्न और कैलोरी बर्न करने में क्या है अंतर, समझिए कैसे पड़ता है दोनों का शरीर पर प्रभाव

फैट बर्न और कैलोरी बर्न करने में क्या है अंतर, समझिए कैसे पड़ता है दोनों का शरीर पर प्रभाव

हेल्दी डाइट से कैसे कम कर सकते हैं हार्ट अटैक का खतरा? जानिए उपाय

हेल्दी डाइट से कैसे कम कर सकते हैं हार्ट अटैक का खतरा? जानिए उपाय

महिला या पुरुष, किसे होता है लंग कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा? जानिए कारण

महिला या पुरुष, किसे होता है लंग कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा? जानिए कारण

पानी की बोतल को आप कितने दिन में धोते हैं? जानिए सही तरीका

पानी की बोतल को आप कितने दिन में धोते हैं? जानिए सही तरीका

15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस पर जानें भारतीय तिरंगे का इतिहास

15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस पर जानें भारतीय तिरंगे का इतिहास

और भी वीडियो देखें

my memorable trip essay in hindi

बांग्लादेश में सबसे ज्यादा खाई जाती है ये चीज, फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे!

बांग्लादेश में सबसे ज्यादा खाई जाती है ये चीज, फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे!

अंडरआर्म में सूजन की समस्या हैं परेशान तो हो सकते हैं ये 6 कारण, जानें उपाय

अंडरआर्म में सूजन की समस्या हैं परेशान तो हो सकते हैं ये 6 कारण, जानें उपाय

Diamond Blackfan Anemia क्या है? आइए जानते हैं इसके लक्षण

Diamond Blackfan Anemia क्या है? आइए जानते हैं इसके लक्षण

क्या आपको भी घुटने के नीचे पैरों में हो रहा है दर्द? हो सकते हैं ये कारण

क्या आपको भी घुटने के नीचे पैरों में हो रहा है दर्द? हो सकते हैं ये कारण

कन्धा टूटा लेकिन जज्बा नहीं, योद्धा की तरह लड़ी भारत की शेरनी

कन्धा टूटा लेकिन जज्बा नहीं, योद्धा की तरह लड़ी भारत की शेरनी

  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन दें
  • हमसे संपर्क करें
  • प्राइवेसी पालिसी

Copyright 2024, Webdunia.com

HindiKiDuniyacom

एक हिल स्टेशन की यात्रा पर निबंध (A Visit to a Hill Station Essay in Hindi)

“सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ, ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ।” ‘राहुल सांकृत्यायन’ का ये प्रसिद्द उदाहरण उन लोगों के लिए है जिन्हें घूमना बहुत ही पसंद और अच्छा लगता है। आनंद या खुशी प्राप्त करने का एक जरिया घूमना या यात्रा करना भी है। जिन लोगों को घूमने में मजा आता है, ऐसे लोग विभिन्न जगह घुमने जाना पसंद करते है। वो कुछ ऐसी जगह जाना पसंद करते है, जहां के बारे में वो जानकारी और प्राकृतिक या प्राचीन कलाकृतियों और उनकी सुंदरता का आनद ले सकें। घूमने का शौख मुझे भी बहुत है। नयी जगहों पर जाना, वहां के बारे में जानना, वहां की सुंदरता को निहारना, इत्यादि चीजें मुझे अपनी ओर आकर्षित करती है। मुझे रोमांचित और प्राकृतिक जगहों पर जाना बहुत अच्छा लगता है।

एक हिल स्टेशन की यात्रा पर दीर्घ निबंध (Long Essay on A Visit to a Hill Station in Hindi, Ek Hill Station ki Yatra par Nibandh Hindi mein)

मैं इस निबंध में अपने हिल स्टेशन/पर्वतीय स्थल दौरे के अनुभव को बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है ये आपकी पढ़ाई में सहायक होगी।

Long Essay – 1500 Words

भारत विभिन्न ऋतुओं का एक देश है। गर्मी के दिनों में दक्षिणी और मध्य भारत बहुत ही गर्म हो जाता है और यहां गर्मियों का मौसम एक लम्बी अवधी तक बना रहता है। ऐसे में इस मौसम और गर्मी से राहत पाने के लिए हम गर्मियों के दिनों में विभिन्न हिल स्टेशनों/पर्वतीय स्थलों पर जाने का मन बनाते है। इस तरह के स्थल पर जाना हमारे लिए रोमांच, आनंददायी, गर्मियों से राहत और प्रकृति से निकटता को दर्शाता है।

हिल स्टेशन/पर्वतीय स्थल किसे कहते है ?

हिल स्टेशन मनमोहक पहाड़ियों के एक झुण्ड को कहते है। यहां पहाड़ों की खूबसूरती के अलावा प्राकृतिक सुंदरता भी होती है। एक ऐसा दृश्य जो आखों को चकाचौंध के साथ मन को ठंडक और शांति प्रदान करती है। ऐसी जगह की जलवायु में मन के साथ-साथ शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला वातावरण होता है। उचाईयों पर होने के कारण ऐसे स्थान हमेशा ठंडे होते है, इसलिए गर्मियों के दिनों में ऐसे स्थानों पर बहुत सुकून मिलता है।

हिल स्टशनों की उचाई भारत में लगभग 1000 मीटर से लेकर 2500 मीटर तक होती है। ऐसे स्थान लोगों के लिए बहुत मनमोहक और रोचक होते है, क्योंकि ऐसे स्थानों में भगवान की प्राकृतिक सुंदरता निहित या शामिल होते है। भारत में ऐसे कई हिल स्टेशन है जहाँ गर्मियों के दिनों में लोग गर्मी से छुटकारा पाने के लिए और प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए जाना पसंद करते है।

हिल स्टेशन पर जाने का मेरा अनुभव

मेरे आपके और हम सभी की इच्छा होती है की कभी घूमने का मौका मिले तो किसी खूबसूरत से हिल स्टेशन पर जाये, या ऐसे स्थान पर जो आपके मन को मोहता हो, जिसके बारे में आपने किसी से सुना हो, तस्वीरों या फिल्मों में देखा हो ऐसी जगहों पर जाना ज्यादा पसंद करते है। मुझे भी एक ऐसा मौका मिला, और मैं उन खूबसूरत वादियों के ख्यालों में खो गया। मैं हमेशा सोचता हूँ की वो लोग कितने भाग्यशाली है जो पहले से ही ऐसी खूबसूरत जगहों पर रहते है। उन्हें रोज चारों तरफ फैली प्राकृतिक मनमोहक दृश्य देखने को मिलता होगा और वो इसे देख आनंदित होते होंगे।

इसी दौरान मुझे अपने परिवार के साथ हिल स्टेशन पर जाने का मौका मिला। उस समय मेरे मन में बहुत रोमांच और खुशी से भरा था। मुझे उत्तराखंड के एक प्रसिद्द हिल स्टेशन मसूरी जाने का मौका मिला। यह जगह काफी मनोरम और सुंदर है जो पहाड़ियों और प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है।

  • यात्रा की शुरुआत

जिस दिन से मैंने मसूरी जाने के बारे में सुना था उस दिन से मैं काफी रोमांचित था। मैंने अपने सामान की पैकिंग पहले से ही कर ली थी। सभी अपनी यात्रा को यादगार बनाना चाहते थे इसलिए पहुंचने में थोड़ी देर ही सही, हमने अपना टिकट ट्रेन से कराया था। अंततः यात्रा का दिन आ गया और मैं अपने परिवार के साथ स्टेशन पहुंच गया। लखनऊ से अपनी ट्रेन पकड़ने के बाद हम लगभग 12 घंटे बाद अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच गए। पिताजी ने पहले से ही वहां होटल बुक करा रखा था इसलिए स्टेशन पर हमें होटल की गाड़ी लेने आई थी। सभी ट्रेन के सफर से थक चुके थे, इसलिए होटल पहुंचने के बाद सबने पहले थोड़ा आराम करने का फैसला किया, और बाद में एक-एक कर हर जगह घूमने का मन बनाया।

  • घूमने के लिए एक खूबसूरत जगह

मैदानी इलाकों की अपेक्षा मसूरी में मौसम बहुत ही अलग और सुहाना था। यहां की वादियों में एक नमी थी जो हमारे दिल और मन को बहुत ही सुखद एहसास दे रही थी। हमने मसूरी घूमने के लिए होटल में पहले ही जगहों की सूचि बना ली थी। हमारे कैब के ड्राइवर ने भी कुछ जगहों पर घूमने का अपना सुझाव दिया, क्योंकि वह वही का निवासी था और उसे सभी जगहों के बारे में अच्छे से पता था।

सबसे पहले हमने ‘सर जॉर्ज एवरेस्ट’ जगह पर जाने का फैसला किया। यह जगह हमारे होटल से थोड़ी दूर थी पर रास्ते में हरियाली और मौसम का आनंद लेते हुए मन प्रसन्न हो गया, और हम सब वहां पहुंच गए। वहां पहुंचकर सबसे पहले हमने सर जॉर्ज का घर देखा। यह स्थान हिमालय और दून की पहाड़ियों में स्थित था। यहां से हमें पहाड़ियों का एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। हम सभी ने यहां के पहाड़ियों और अपनी कुछ फोटो भी खिचवाई जो हमारे लिए सबसे अच्छे यादगार लम्हों में से एक है।

इसके बाद हमने मसूरी के सबसे ऊँचे स्थान लाल टिब्बा का दौरा किया। यहाँ से हम दूरबीन के सहारे केदारनाथ और वहां की अन्य पहाड़ियों को देखने का सुखद अनुभव प्राप्त किया। कैमल रोड प्राकृतिक द्वारा बनाई गई एक सुंदर आकृति है, यह बिल्कुल ऊंट की कूबड़ की तरह दीखता है और इस पर काफी आसानी से चला जा सकता था। हमने यहां कुछ समय बिताये और कुछ तस्वीरें भी ली। यहां हमने नाग देवता के मंदिर के दर्शन किये, यह भगवान शिव का एक प्रसिद्द मंदिर है। केम्पटी फाल्स एक ऐसी मनोरम जगह है जहां पहाड़ों से गिरते झरनों का एक सुन्दर और मनोरम दृश्य देखने को मिला। यह देखना सबसे सुखद एहसास था।

ऐसे मोहक और मन को लुभाने वाले नज़ारे को देखकर मेरा मन वही का हो गया। मेरी इच्छा वहां से लौटने की बिल्कुल भी नहीं थी, पर सभी ने कहां हमें और भी जगहों पर जाना है। फिर वहां से हम मसूरी की खूबसूरत झील को देखने के लिए आ गए, झील भी काफी मनोरम था। साफ पानी और एक तरफ पहाड़ों के बीच हरियाली और दूसरी तरफ ठहरने के लिए कुछ होटल इत्यादि ने मेरे मन को मोह लिया। मैंने झील में नाव की सवारी की और वहां से सुन्दर घाटियों का नज़ारा लिया। ये सब मुझे सपने सा लग रहा था। अंत हम ‘धनोल्टी’ घूमने गए और हमने वहां से बर्फ से ढ़की पहाड़ियों का नज़ारा देखा और कुछ तस्वीरें भी ली, इसके बाद हम लोग अपने होटल के लिए रवाना हो गए और रास्ते में प्राकृति के नज़ारे का आनंद लिया।

  • यात्रा का अंत

हम अपने होटल पहुंचकर रात्रि का एक शानदार भोजन किया और सभी अपने-अपने कमरे में चले गए। मैं मसूरी की खूबसूरत वादियों को याद करते हुए होटल की बालकनी में टहल रहा था और वहां से होटल के आस-पास के रात्रि नज़ारे का आनंद ले रहा था। मसूरी की सुन्दर वादियों में एक सप्ताह का दिन कैसे बीत गया मुझे पता भी नहीं चला। ये हमारे सफर का आखिरी दिन था, पर अभी भी मेरा मन यहां से जाने को तैयार नहीं था। खैर अगले दिन सुबह की हमारी टिकट थी तो मैं भी जा कर सो गया और मसूरी की हसीन वादियों के सपनों के साथ कब नींद आ गई मुझे पता भी नहीं चला।

क्या हिल स्टेशन हमें प्रकृति से निकटता प्रदान करती है ?

हिल स्टेशन प्रकृति की सुन्दर वादियों से घिरा होता है। यह एक ऐसा स्थान है जो प्रकृति के बहुत ही करीब माने जाते है। यहां से प्रकृति के हर सुन्दर वादियों को देखा और एहसास किया जा सकता है। ये प्रकृति के इतने करीब होते है की यहां की वादियों में शहरों जैसा कोलाहल और प्रदूषण नहीं होता। यहां बस चारों तरफ शांति और यहां पर लोगों और वायु का प्रदूषण भी बहुत कम होता है, जो हमारे मन को मोह लेता है।

मैंने मसूरी के ऐसे ही एक हिल स्टेशन को देखा जो देहरादून से लगभग 25 किमी दूर है। यहां पहाड़ों पर फैली चारों तरफ हरियाली, एक सुखद मौसम, शांत वातावरण, गगनचुम्बी ऊँचे-ऊँचे पेड़, बहुत कम उचाईयों पर बादल इत्यादि थे। मसूरी के मार्केटों में शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट इत्यादि सब मौजूद थे। दूर बर्फ से ढके पर्वत, पहाड़ों से गिरते झरने, और ऊँची-ऊँची पर्वतों की चोटियां हमें एक सुखद अनुभव दे रही थी और हमें प्रकृति के काफी नजदीक ले जा रही थी।

मैं उस सुन्दर जगह से इतना प्रभावित हुआ जैसे सारा मसूरी मेरे साथ है और मैं बस वही का हो कर रह गया। वहां का मौसम इतना मनोरम था की मैं तस्वीरें लेते समय यह महसूस किया की किस जगह की तस्वीर लू और किस जगह की छोड़ दू। मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं प्रकृति के इस सुंदरता को अपने अंदर बसा लू और यही का होकर रह जाऊ। पहाड़ों पर फैली हरियाली और उनसे गिरते पानी के झरने मुझे बहुत ही अच्छा लगा। ये सारी चीजें मुझे प्रकृति के इतने करीब ले गई जैसे मानों मैं स्वर्ग में हूँ। किसी ने क्या खूब कहा है की “धरती पर कही जन्नत है तो ऐसी ही हसीन वादियों में है”। यहां की वादियों को देखकर मुझे यह कथन सत्य लगा।

अतः मैं इन सब चीजों को देखकर यह कह सकता हूँ कि हिल स्टेशन एक ऐसा स्थान है जो हमें प्रकृति के नजदीक होने का एहसास कराता है।

मसूरी की वह सुंदरता आज भी मेरे दिमाग में बसी है। मैं जब भी उस पल को महसूस करता हूँ तो मुझे लगता है आज भी मैं वही हूँ। वह सफर मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत और हसीन लम्हों में से एक है और मैं आज भी ऐसे स्थानों पर जाना पसंद करता हूँ। मैं ऐसे ही हिल स्टशनों की यात्रा जीवन में बार-बार करने की इच्छा मन में रखता हूँ।

Essay on a visit to a Hill Station

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध Essay on Trip to a Historical Place in Hindi

किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध Essay on Trip to a Historical Place in Hindi

इस लेख में आप किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध (Essay on Trip to a Historical Place in Hindi) पढ़ेंगे।जिसमें ऐतिहासिक स्थल का नाम, इतिहास, वर्णन, महत्व और 10 वाक्य आकर्षक रूप से लिखे गए हैं।

Table of Contents

प्रस्तावना (किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध Essay on Trip to a Historical Place in Hindi)

ऐतिहासिक स्थल यह मनुष्य के लिए एक सांस्कृतिक विरासत की तरह होते हैं। जो भूतकाल से मिलती सीखों तथा भविष्य की गलतियों से बचने का आभास कराते हैं।

हमारे अगल-बगल ऐसे हजारों स्थल मौजूद हैं, जिन्होंने इतिहास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनमें से बहुत को तवज्जो दी जाती है और अनेकों को नहीं।

किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा को एक विशेष यात्रा कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। क्योंकि ये स्थल गौरव पूर्ण आभास देते हैं बल्कि मनोरंजन तथा ज्ञान को बढ़ाने का बेहतरीन माध्यम भी होते हैं।

सभी धर्म ग्रंथों में यात्रा को बेहद ही जरूरी काम बताया गया है। क्योंकि यात्रा करने से बौद्धिक तथा मानसिक विकास होता है साथ ही उस स्थान के भौगोलिक परिस्थितियों का भी ज्ञान होता है।

किसी अच्छे जगह की यात्रा करने से उस स्थान के इतिहास का बोध होता है। उस बोध में सैकड़ों गुप्त ज्ञान छुपे होते हैं जो मनुष्य के लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं।

ऐतिहासिक स्थल का अर्थ सिर्फ ऊंची मीनारें या संगमरमर का महल ही नहीं होता। बल्कि ऐसे स्थान जहां इतिहास के महत्वपूर्ण घटनाओं या महापुरुषों का जीवन वृतांत जुड़ा होता है। 

ऐतिहासिक स्थल के नाम Name of the Historical place in Hindi

भारत में हजारों ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं। जैसे कि चारों धाम, 12 ज्योतिर्लिंग, तीर्थ स्थल तथा मुगलों और अंग्रेजों द्वारा निर्मित मीनारें इत्यादि।

विगत समय में मुगलों और अंग्रेजों द्वारा बनाई हुई मीनारों को ही सबसे बड़े ऐतिहासिक स्थल के रूप में दर्शाया गया है। जिसके कारण भारत के वास्तविक ऐतिहासिक स्थल तथा सांस्कृतिक विरासत का विज्ञापन नहींवत रह गया है।

परंतु आज भी ऐसे अनेकों ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं जिनके दर्शन मात्र से ही मन में रोमांच उठने लगता है। जैसे कि नालंदा का विश्वविद्यालय, केदारनाथ मंदिर, शिल्प स्थापत्य, स्तूप, ताजमहल, लाल किला इत्यादि।

प्राचीन भारत में ऐतिहासिक स्थलों को विशेष सुरक्षा में रखा जाता था। उदाहरण स्वरूप सनातन संस्कृति से जुड़े मंदिरों को नुकसान पहुंचाने पर सम्राट अशोक, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी जैसे महाराजाओं ने विशेष सजा का प्रावधान किया था। 

क्योंकि उन मंदिरो को हजारों साल पहले उनके पूर्वजों ने बनाया था। जो उनके लिए धार्मिक के साथ ऐतिहासिक स्थल भी था।

आधुनिक काल में नालंदा जैसे विश्वविद्यालय खंडहर का स्वरूप ले चुके हैं। ऐतिहासिक स्थल के नाम पर मात्र गुफाएं, कब्र, मीनारें इत्यादि ही बची हुई है।

ताजमहल को भारत के प्रसिद्धतम ऐतिहासिक स्थलों में शामिल किया जाता है। क्योंकि उसे मुगल आक्रांता शाहजहां ने अपनी बेगम के कब्र के रूप में बनवाया था। 

इसे बनाने में भारत की बेहतरीन कारीगरों की सहायता ली गई थी इसके बाद उनके हाथ काट दिए गए थे ताकि ऐसी कलाकृति फिर कभी ना बन सके।

सारनाथ का स्तंभ भी ऐसे ही ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। जहां के लोहस्तंभ पर कभी भी जंग नहीं लगती।अजंता एलोरा की गुफाएं भी सैलानियों की प्रमुख रुचियों में शामिल होती हैं।

भारत का इतिहास स्वयं ही हजारों वर्ष पुराना है। इसलिए यहां के ऐतिहासिक स्थलों का एक जगह वर्णन करना मुश्किल कार्य है। 

ऐतिहासिक स्थल का इतिहास History of Historic Site in Hindi  

किसी भी ऐतिहासिक स्थल का इतिहास बेहद पुराना होता है। जिसमें अच्छे बुरे दोनों प्रकार के पहलु शामिल होते हैं।

इनसे न सिर्फ ज्ञान मिलता है बल्कि भूतकाल में की गई गलतियों को फिर से ना दोहराने की प्रेरणा भी मिलती है। इतिहास में ऐसे न जाने कितने मनुष्य हुए हैं जिन्होंने सत्ता पर काबिज होते ही इंसानियत का नाश करना शुरू कर दिया।

वहीं दूसरी ओर कुछ लोग संपूर्ण शक्ति समर्थता होने के बावजूद भी लोक तथा समाज कल्याण में अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। उनके इन्हीं जीवन का परिचय हमें ऐतिहासिक स्थल पर जाकर प्राप्त होता है।

उदाहरण के तौर पर नालंदा विश्वविद्यालय किसी भी सच्चे भारतीय के लिए ऐतिहासिक और गर्व की बात है। क्योंकि यहां पर भारत की संपूर्ण रूप रेखा तैयार की जाती थी।

यह प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केन्द्र था। महायान बौध धर्म के इस शिक्षा-केन्द्र में हीनयान बौद्ध-धर्म के साथ ही अन्य धर्मों के तथा अनेक देशों के छात्र पढ़ते थे।

प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त काल के दौरान 5वीं सदी में हुई थी. लेकिन, 1193 में आक्रमण के बाद इसे नेस्तनाबूत कर दिया था

उस समय यहाँ पर करीब दस हज़ार से भी ज्यादा विद्यार्थी और लगभग दो हज़ार शिक्षक रहा करते थे। नालंदा विश्वविद्यालय में तीन लाख किताबों से भरा एक विशाल पुस्तकालय, तीन सौ से भी ज्यादा कमरें और सात विशाल कक्ष हुआ करतें थे। इसका भवन बहुत ही सुंदर और विशाल हुआ करता था जिसकी वास्तुकला भी अत्याधिक सुंदर थी।

नालंदा विश्वविद्यालय में सनातन व मानवता की शिक्षा के साथ ज्ञान, विज्ञान, गणित जैसे गूढ़ विषयों को भी पढ़ाया जाता था। लेकिन तलवार के बल पर पनपे एक तथाकथित धर्म वाले कबीले ने नालंदा को नष्ट कर दिया।

तुर्की के मुस्लिम लुटेरे बख्तियार खिलजी ने नालंदा यूनिवर्सिटी में आग लगवा दी थी। यहां के पुस्तकालय में इतनी पुस्तकें थी कि पूरे तीन महीने तक आग धधकती रही। खिलजी यहीं नहीं रुका उसने यहां के कई धर्माचार्य और बौद्ध भिक्षुओं की हत्या करा दी। खिलजी का पूरा नाम इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी था।

ऐतिहासिक स्थल की सैर का वर्णन Visit the Historical site in Hindi

एक ऐतिहासिक स्थल की यात्रा मनोरंजन, ज्ञान, उत्सुकता और दुख सम्मिलित किए होती है। मैंने अपनी पिछली छुट्टियों को ऐतिहासिक स्थल के शहर में लगाया था।

सबसे पहले मैं वर्तमान बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय को देखने गया। मुझे पहले से ही पता था कि नालंदा खंडहर स्वरूप ही रह गया है। नालंदा जाने के बाद मुझे नालंदा विश्वविद्यालय की विशालता का आभास हुआ। 

खंडहर हो जाने के बावजूद भी यह परिसर अभिमान के साथ अपनी महानता के चिन्ह दिखा रहा है। सर्वप्रथम मुझे यह लगा कि काश भारत सरकार अपने प्रयासों से भारत के इस अभिमान को फिर से खड़ा करें।

मेरी दूसरी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा में जलियांवाला बाग था। जहां पर जाने के बाद मैं खुद को अश्रु विभोर होने से रोक नहीं पाया। आज भी गोलियों के वह निशान ज्यों के त्यों बने हुए हैं। 

जिन्हें देखने के बाद मेरा मन एक ही सवाल पूछ रहा था कि भारत गुलाम आखिर बना ही क्यों? क्यों यहां के लोगों ने शुरुआत में ही अंग्रेजों नहीं खदेड़ा?

मेरी तीसरी और आखिरी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा में ताजमहल शामिल था। हालांकि मैं किसी के कब्र पर जाना पसंद नहीं करता परंतु मैं भी यह जानना चाहता था कि किसी के कब्र को देखने के लिए हजारों पर्यटक देश-विदेश से कैसे आ सकते हैं?

एक मामूली से टिकट खरीदने के बाद मैं अंदर दाखिल हुआ तो पेड़ पौधे और वातावरण की सुंदरता ने मेरा मन मोह लिया। अंदर की नक्काशीयों ने मुझे भारतीय शिल्प कला की गहराइयों पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया।

कुछ देर घूमने के बाद हमेशा की तरह मेरा मन एक ही तर्क दे रहा था। कि जिसे लोग प्रेम की निशानी समझ कर देखने आते हैं। वास्तव में उसकी हकीकत तथा उद्देश्य एक कब्र के लिए हजारों लोगों के हाथ काटना तथा सैकड़ों की हत्या करना था।

मेरी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा में मुझे बहुत से सीख मिले जैसे कि अति महानता की अभिमान में अगर कोई व्यक्ति लापरवाह होता है तो उसका हाल नालंदा विश्वविद्यालय जैसे ही होता है तथा जहां गुलाम मानसिकता वाले लोगों की अधिकता होगी उस स्थान को गुलाम बनने से कोई नहीं रोक सकता।

किसी भी इतिहासिका स्थल की अच्छाई या बुराई का वर्णन उसकी ऊंचाइयों और चमक-दमक से नहीं बल्कि उससे जुड़ी इंसानियत और सकारात्मक सोच से किया जाता है।

किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा का महत्व Importance of visiting a historical place in Hindi

भारत एक प्राचीन देश है इसलिए यहां के ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा का महत्व बेहद ही अधिक है। यहां पर हर वर्ष विदेशों से हजारों सैलानी आते हैं जिसके कारण भारत को आर्थिक लाभ होता है।

ऐतिहासिक स्थल की यात्रा करने से वहां के लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त होता है। साथी उस स्थल का विज्ञापन भी स्वतः ही हो जाता है।

यात्रा करने से बौद्धिक तथा मानसिक विकास तो होता ही है साथ ही भौगोलिक परिस्थितियों का भी ज्ञान होता है। जिसके माध्यम से मनुष्य में उत्सुकता तथा कलात्मकता में वृद्धि होती है। 

आज डिजिटल प्लेटफार्म की अधिकता होने के कारण लोग ऐतिहासिक स्थल की यात्रा घर बैठे ही कर लेते हैं। भले ही यह एक सस्ता तथा आकर्षक मार्ग हो पर वास्तविक यात्रा तो उस स्थान की बारीकियों को देखने के बाद ही पूरी होती है।

किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर 10 लाइन Best 10 lines on Visit of Historical Place in Hindi

  • ऐतिहासिक स्थल यह मनुष्य के लिए एक सांस्कृतिक विरासत की तरह होते हैं।
  • विगत समय में मुगलों और अंग्रेजों द्वारा बनाई हुई मीनारों को ही सबसे बड़े ऐतिहासिक स्थल के रूप में दर्शाया गया है।
  • सारनाथ का स्तंभ हुई ऐसे ही ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। जहां के लोहस्तंभ पर कभी भी जंग नहीं लगती।
  • नालंदा विश्वविद्यालय किसी भी सच्चे भारतीय के लिए ऐतिहासिक और गर्व की बात है।
  • तुर्की के मुस्लिम लुटेरे बख्तियार खिलजी ने नालंदा यूनिवर्सिटी में आग लगवा दी थी।
  • एक ऐतिहासिक स्थल की यात्रा मनोरंजन, ज्ञान, उत्सुकता और दुख सम्मिलित किए होती है।
  • आज डिजिटल प्लेटफार्म की अधिकता होने के कारण लोग ऐतिहासिक स्थल की यात्रा घर बैठे ही कर लेते हैं।
  • दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए हमारे देश के ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी प्रतिवर्ष आते हैं।
  • वास्तुशिल्प के दृष्टिकोण से ताजमहल इतिहास का एक सुंदर नमूना है।
  • एतिहासिक स्थल की यात्रा करने से मनुष्य का बौद्धिक और मानसिक विकास होता है।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध हिंदी में (Essay on Trip to a Historical Place in Hindi) पड़ा। आशा है यह निबंध आपके लिए सहायक सिद्ध हुआ हो। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो शेयर जरूर करें। 

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

Logo

Essay on My Most Memorable Trip

Students are often asked to write an essay on My Most Memorable Trip in their schools and colleges. And if you’re also looking for the same, we have created 100-word, 250-word, and 500-word essays on the topic.

Let’s take a look…

100 Words Essay on My Most Memorable Trip

Exciting departure.

My most memorable trip was to a wildlife sanctuary. The excitement started with the journey itself. We took a train, and the rhythmic chugging felt like music.

Wildlife Encounter

The sanctuary was a different world. The sight of animals in their natural habitat was breathtaking. I saw a deer grazing, a sight I’ll never forget.

Memorable Return

The return journey was equally thrilling. The sanctuary’s beauty stayed with me, making the trip unforgettable. This trip taught me to appreciate nature’s wonders.

250 Words Essay on My Most Memorable Trip

Introduction.

My most memorable trip was an enthralling journey to the heart of the Himalayas, Leh-Ladakh. This trip was not only about the breathtaking beauty of the mountains, but it was a journey that led to self-discovery and understanding the nuances of life.

The Journey

The destination.

Upon reaching Leh, the stark beauty of the barren mountains, the azure blue sky, and the tranquility of the monasteries left me spellbound. The Pangong Lake, a shimmering blue expanse surrounded by snow-capped mountains, was a sight to behold. The simplicity and hospitality of the local Ladakhi people added a unique charm to the trip.

Life Lessons

This trip was not just about sightseeing; it was a journey of self-discovery. The challenges faced during the journey taught me resilience and the importance of stepping out of my comfort zone. The serenity of the place helped me introspect and understand the importance of inner peace in the chaos of life.

In conclusion, my trip to Leh-Ladakh was not just a journey to a destination, but a journey into myself. It was a trip that left an indelible imprint on my mind, making it the most memorable one.

500 Words Essay on My Most Memorable Trip

Traveling is a passion that allows us to explore new places, experience diverse cultures, and create unforgettable memories. One such journey that has left an indelible mark on my memory is my trip to the Grand Canyon.

The Grandeur of the Grand Canyon

My trip to the Grand Canyon was a mesmerizing experience that transcended the boundaries of ordinary travel. The Grand Canyon, located in Arizona, USA, is a natural wonder that is unparalleled in its grandeur and majesty. It is a geological marvel that has been carved by the Colorado River over millions of years. The sheer size of the canyon, with its depth reaching over a mile and its width extending up to 18 miles, is awe-inspiring.

Preparation and Anticipation

The journey to the Grand Canyon was a feast for the senses. The drive through the arid landscapes of Arizona, with its vast expanses of desert, punctuated by cacti and occasional settlements, was a stark contrast to the urban landscapes I was accustomed to. The changing hues of the desert at sunset, from golden to deep red, was a sight to behold.

First Impressions

My first glimpse of the Grand Canyon was a moment that is etched in my memory. As I stood on the edge of the South Rim, I was struck by the sheer enormity of the canyon. The vast expanse of rugged terrain, with its layers of red and brown rock, stretched as far as the eye could see. The play of light and shadow on the canyon walls created a dynamic landscape that seemed to change with every passing minute.

The Hiking Experience

The trip to the Grand Canyon was more than just a travel experience. It was a journey that offered profound insights into the power and beauty of nature. It was a reminder of our insignificance in the face of such overwhelming natural grandeur. The memories of the trip continue to inspire me, serving as a reminder of the wonders that await us if we venture beyond our comfort zones.

In conclusion, the trip to the Grand Canyon was a memorable journey that left me with a deeper appreciation of nature’s beauty and the joy of exploration. It was a trip that I will always cherish, and it has inspired me to continue my quest for new experiences and adventures.

Apart from these, you can look at all the essays by clicking here .

Happy studying!

Leave a Reply Cancel reply

my memorable trip essay in hindi

मेरे जीवन का यादगार दिन | A Memorable Day of My Life in Hindi

my memorable trip essay in hindi

मेरे जीवन का यादगार दिन |  A Memorable Day of My Life in Hindi!

हमारे जीवन में कुछ ऐसे दिन आते हैं जो कई दृष्टि से महत्त्वपूर्ण होते हैं । ऐसे कुछ दिन याद रखने योग्य होते हैं । इन्हें भूल पाना कठिन होता है क्योंकि ये दिन हमारे मन-मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव छोड़ जाते हैं ।

ये यादगार दिन अच्छे या बुरे किसी भी प्रकार के हो सकते हैं । अंतर इतना ही है कि अच्छे दिनों को हम बार-बार याद करते हैं तथा बुरे दिनों को हम भुलाना चाहते हैं । मुझे याद आता है वह दिन जब मुझे बड़े भाई ने सूचना दी कि तुम्हारा चयन कबड्डी की राज्य स्तरीय टीम में हो गया है ।

मैं तो खुशी से झूम उठा । भाई ने शाबाशी दी । माता-पिता ने आशीर्वाद दिया । इन सभी ने मेरे सफल खेल जीवन की कामना की । मेरे मित्रों ने टेलीफोन पर मुझे बधाई दी । इस घटना का दूसरा पड़ाव था सभी चयनित खिलाड़ियों का राजधानी भोपाल में सम्मिलन । मध्य प्रदेश राज्य के जूनियर टीम के खिलाड़ी भोपाल में मिले । हमें एक अतिथि गृह में ठहराया गया ।

वहाँ हमारे साथ कबड्डी टीम के प्रशिक्षक एवं मैनेजर भी थे । प्रशिक्षक के नेतृत्व में हमने एक सप्ताह तक कड़ा अभ्यास किया । हमें प्रतिदिन प्रात: चार बजे उठकर साढ़े चार बजे योगाभ्यास करना होता था । कुछ देर बाद व्यायाम कराया जाता है । फिर हमारा नाश्ता होता था । नाश्ते के बाद खिलाड़ियों को कबड्डी खेल के गुर सिखाए जाते थे । हमने जमकर अभ्यास किया ।

अभ्यास सत्र खत्म होने के पश्चात् हम लोग जूनियर कबट्टी खिलाड़ियों की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चंडीगढ़ पहुँचे । यहाँ हम एक होटल में ठहरे । इस होटल में देश के विभिन्न प्रांतों की कुछ अन्य टीमें भी ठहरी हुई थीं । लीग मैच में हमारी पहली प्रतिद्वंद्वी टीम झारखंड की थी जिसे हमने शानदार अंतर से पराजित किया ।

हमारा दूसरा मुकाबला उत्तर प्रदेश की टीम से था । उत्तर प्रदेश की कबड्डी टीम के साथ हमारा काँटे का मुकाबला हुआ और मैच बराबरी पर छूटा । तीसरा मुकाबला गोवा की टीम से हुआ जिसे हराने में हमें कोई परेशानी नहीं हुई ।

ADVERTISEMENTS:

आखिरकार हमारी टीम सेमी फाइनल में पहुँची । सेमी फाइनल में हमारी भिड़ंत शक्तिशाली हरियाणा की टीम से हुई । हमारी टीम ने यह मोर्चा भी जीत लिया परंतु फाइनल में हमारी टीम मणिपुर की कबड्डी टीम से मामूली अंतर से हार गई ।

फाइनल में हार के बावजूद वापस भोपाल पहुँचने पर हमारा जोरदार स्वागत किया गया । मुख्यमंत्री महोदय में हमारी टीम के सभी खिलाड़ियों को नाश्ते पर बुलाया । हमने उनसे बातें कीं । उन्होंने जोशीले अंदाज में हमारा उत्साह बढ़ाया ।

परंतु मेरे लिए सबसे सुखद क्षण वह था जब मुझे राज्य के सर्वश्रेष्ठ कबड्डी खिलाड़ी का सम्मान दिया गया । मुख्यमंत्री महोदय ने मुझे प्रशस्ति-पत्र मैडल और दस हजार रुपए नकद पुरस्कार प्रदान किए । सम्मान प्राप्त कर मैं फूला न समा रहा था । यह दिन मेरे जीवन का सबसे यादगार दिन बन गया ।

लौटकर घर आने पर पिताजी ने मुझे गले से लगा लिया । मेरा पूरा परिवार सगे-संबंधी मित्र सभी मेरे व्यक्तिगत प्रदर्शन पर बहुत खुश थे । विद्यालय के प्रधानाचार्य ने मेरे प्रदर्शन पर मुझे शाबाशी दी अध्यापकों की ओर से भी काफी सराहना मिली ।

मेरे घर वालों ने इस खुशी में एक चाय पार्टी दी । मैं इस यादगार दिन की महत्ता समझता हूँ । मुझे पूरे देश की सीनियर टीम में स्थान पाने के लिए अभी लंबा संघर्ष करना पड़ेगा ।

Related Articles:

  • मेरे जीवन का यादगार (स्मरणीय) दिन पर निबंध
  • मेरे जीवन का लक्षय पर निबन्ध | Essay for Kids on Aim of My Life in Hindi
  • सुखी जीवन के बारे में मेरे विचार पर अनुच्छेद | Paragraph on My Idea of a Happy Life in Hindi
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबन्ध | Essay on Aim of My Life in Hindi

Results for essay on memorable trip of my life translation from English to Hindi

Human contributions.

From professional translators, enterprises, web pages and freely available translation repositories.

Add a translation

essay on memorable trip of my life

मेरे जीवन की यादगार यात्रा पर निबंध

Last Update: 2020-05-12 Usage Frequency: 2 Quality: Reference: Anonymous

essay on memorable day of my life

मेरे जीवन का यादगार दिन पर निबंध

Last Update: 2024-07-18 Usage Frequency: 9 Quality: Reference: Anonymous

essay on memorable day of my life in hindi

हिंदी में मेरे जीवन का यादगार दिन पर निबंध

Last Update: 2016-06-10 Usage Frequency: 5 Quality: Reference: Anonymous

essay on my life

मेरा जीवन ka लआय पर निबंध

Last Update: 2021-02-25 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

memorable day of my life

मेरे जीवन का यादगार दिन

Last Update: 2015-01-28 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

essay on an incident of my life,

essay on an incident of my life

Last Update: 2021-01-30 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

memorable day of my life in

ओडिय़ा में मेरे जीवन का यादगार दिन

Last Update: 2023-07-14 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

a memorable day of my life.

meri zindagi ka yaadgar din

Last Update: 2024-07-24 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

essay on memoreble day of my life downlod

मेरे जीवन downlod की memoreble दिन पर निबंध

Last Update: 2016-08-24 Usage Frequency: 3 Quality: Reference: Anonymous

had a memorable day of my life

this is the most memorable pic in my life

Last Update: 2023-09-16 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

essay on the best day of my life in hindi

essay on mere jeevan ka sabse acha din in hindi

Last Update: 2023-06-20 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

memorable day of my life in marathi

मेरे जीवन का यादगार दिन मराठी में

Last Update: 2021-06-16 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

marathi essay on my trip of mahabaleshwar

महाबलेश्वर की मेरी यात्रा पर मराठी निबंध

Last Update: 2016-09-18 Usage Frequency: 3 Quality: Reference: Anonymous

memorable day of my life in marathi language

मराठी भाषा में मेरे जीवन का यादगार दिन

Last Update: 2017-03-09 Usage Frequency: 3 Quality: Reference: Anonymous

essay of importance of my grandfather in my life

मेरे जीवन में मेरे दादा के महत्व का निबंध

Last Update: 2017-09-08 Usage Frequency: 7 Quality: Reference: Anonymous

some of the most memorable and prosperous moments of my life

छोटी सी जिंदगी के कुछ हसीन और यादगार पल

aim of my life essay in 100words

100words में मेरे जीवन निबंध का उद्देश्य

Last Update: 2018-02-05 Usage Frequency: 1 Quality: Reference: Anonymous

the goal of my life aerhostress of essay

essay of mere jeevan ka lakshya airhostress

Last Update: 2017-01-16 Usage Frequency: 4 Quality: Reference: Anonymous

Get a better translation with 7,853,487,255 human contributions

Users are now asking for help:.

IMAGES

  1. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    my memorable trip essay in hindi

  2. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    my memorable trip essay in hindi

  3. Travel Experience Essay In Hindi

    my memorable trip essay in hindi

  4. India Tour: A Memorable Trip to India Free Essay Example

    my memorable trip essay in hindi

  5. Travel Experience Essay In Hindi

    my memorable trip essay in hindi

  6. मेरी अविस्मरणीय यात्रा निबंध Unforgettable Trip Essay Hindi

    my memorable trip essay in hindi

VIDEO

  1. India of My Dreams Essay in Hindi

  2. सफलता पर हिंदी में निबंध

  3. Nainital Trip

  4. Pakistni Tv Artist Visited India Sharing Experience|My Memorable Trip to India

  5. My top 3 bad & best experiences in India 🇮🇳| भारत का टूरिस्ट वीज़ा वापस खुल गया है?!

  6. Devprayag...my memorable trip

COMMENTS

  1. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध. 25/03/2022 Ripal. My Unforgettable Trip Essay In Hindi : अनादि काल से इंसान एक घुमक्कड़ जी रहा है, जिसे हर जगह घूमना पसंद है। घूमने की ...

  2. My Unforgettable Trip Essay In Hindi

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध - Essay On My Unforgettable Trip In Hindi. संकेत-बिंदु -. प्रस्तावना. यात्रा की अविस्मरणीय बातें. उपसंहार. यात्रा की तैयारी ...

  3. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध! Here is an essay on 'My Unforgettable Journey' in Hindi language. "सैर कर दुनिया की गाफिल, जिन्दगानी फिर कहाँ जिन्दगानी गर रही तो, नौजवानी फिर कहाँ ।" मैं ...

  4. मेरा अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    Essay on My Unforgettable Journey in Hindi for Class 10, 11 and 12 Students and Teachers. रूपरेखा : परिचय - गंतव्य स्थान तक पहुँचना - वहाँ का वातावरण - दर्शनीय स्थल - अन्य मनोरंजन - उपसंहार।

  5. My Unforgettable Trip Essay In Hindi

    My Unforgettable Trip Essay In Hindi. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध Here Is best My Unforgettable Trip Long Essay Hindi Language. दोस्तों मैं राहुल मुझे बालपन से ही नई नई जगहों पर घूमने का शौक ...

  6. My Journey Essay in Hindi

    My Journey Essay in Hindi - मेरी यादगार यात्रा पर निबंध : यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में मेरी यादगार यात्रा पर निबंध मिलेगा। Here you will get Short My Unforgettable trip Essay ...

  7. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay In Hindi. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay In Hindi. April 26, 2022by HAMID HUSSAIN.

  8. मेरी प्रथम रेल यात्रा पर निबंध

    Article shared by: मेरी प्रथम रेल यात्रा पर निबंध | Essay on My First Train Trip in Hindi! किसी भी यात्रा का एक अपना अलग ही सुख है । यात्रा करना तो बहुत से लोगों की एक पसंद ...

  9. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध - Essay On My Unforgettable Trip In Hindi. संकेत-बिंदु -. साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न ...

  10. एक अविस्मरणीय पर्वतीय यात्रा पर निबंध

    Article shared by: एक अविस्मरणीय पर्वतीय यात्रा पर निबंध | Essay on An Unforgettable Mountain Trip in Hindi! अपने जीवन काल में मनुष्य को अनेक यात्राओं का अनुभव होता है । कुछ ...

  11. मेरी यादगार यात्रा पर निबंध

    You can enjoy by creating virtual tour with Google Tour. family tour अनुभव यात्रा. ←Newton's Third Laws of Motion For Class 9 Physics. Essay on If I had Wings In Hindi. Essay on My Memorable Tour in Hindi यात्रा का अपना एक सुखद अनुभव होता है। हर ...

  12. Essay on My trip in Hindi : 'मेरी यात्रा' पर छात्र ऐसे लिखें निबंध

    100 शब्दों में Essay on My trip in Hindi इस प्रकार हैः. 'जब मैं कक्षा 5 में था, हम प्रसिद्ध हिल स्टेशन ऋषिकेश की स्कूल यात्रा पर गए थे। मेरी माँ ने मेरी ...

  13. essay on traveling in hindi

    essay on a trip in hindi,यात्रा का वर्णन पर निबंध,रेल यात्रा का वर्णन पर निबंध,yatra varnan par nibandh,यात्रा वर्णन निबंध,yatra vritant par nibandh,यात्रा वृतांत nibandh,यात्रा वृतांत लिखिए,essay on tourism in hindi ...

  14. मेरी यात्रा पर निबंध

    मेरी यात्रा पर निबंध | Essay on my Trip in Hindi. हम सब हर वर्ष गर्मी की छुट्टियों में कहीं न कहीं घूमने जाया करते हैं। स्कूल में गर्मी की छुट्टियां ...

  15. यात्रा पर निबंध

    जीवन में मेरा उद्देश्य पर निबंध 200, 500, शब्दों मे (My Aim In Life Essay in Hindi) 10 lines; एनटीएसई परीक्षा पैटर्न 2023-24, पैटर्न, अंकन योजना (MAT & SAT NTSE Exam Pattern in Hindi )

  16. Best 10 Essay on Travelling in Hindi for Students

    यात्रा पर निबंध | Best 10 Essay on Travelling in Hindi for Students. mohd Nafees मार्च 8, 2022 1 min read Write a Comment. Essay on Travelling in Hindi: इस लेख में आप 1000 शब्दों में छात्रों और बच्चों के लिए यात्रा ...

  17. पहाड़ी स्थल की यात्रा

    पहाड़ी स्थल की यात्रा | Visit to a Hill Station in Hindi. पहाड़ी स्थल की यात्रा | Visit to a Hill Station in Hindi! 1. भूमिका: प्रकृति (Nature) ने संसार में अनेक सुंदर दृश्य बनाये हैं ...

  18. मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध

    मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध | My Unforgettable Trip Essay in Hindi / meri aabismaraniye Yatra /meri avismarniya yatra par nibandh# ...

  19. My Journey Essay in Hindi

    रामायण की कहानियां. रोचक और रोमांचक. छुटटी में हम सब घूमने जाते हैं। हम हर बार नाना-नानी के घर पर जाते हैं। लेकिन इस बार हम हरिद्वार की ...

  20. एक हिल स्टेशन की यात्रा पर निबंध (A Visit to a Hill Station Essay in Hindi)

    एक हिल स्टेशन की यात्रा पर निबंध (A Visit to a Hill Station Essay in Hindi) "सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ, ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर ...

  21. किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध (1500+ Words)

    प्रस्तावना (किसी ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर निबंध Essay on Trip to a Historical Place in Hindi) ऐतिहासिक स्थल यह मनुष्य के लिए एक सांस्कृतिक विरासत की तरह होते ...

  22. Essay on My Most Memorable Trip

    The return journey was equally thrilling. The sanctuary's beauty stayed with me, making the trip unforgettable. This trip taught me to appreciate nature's wonders. 250 Words Essay on My Most Memorable Trip Introduction. My most memorable trip was an enthralling journey to the heart of the Himalayas, Leh-Ladakh.

  23. मेरे जीवन का यादगार दिन

    मेरे जीवन का यादगार दिन | A Memorable Day of My Life in Hindi. मेरे जीवन का यादगार दिन | A Memorable Day of My Life in Hindi! हमारे जीवन में कुछ ऐसे दिन आते हैं जो कई दृष्टि से ...

  24. Translate essay on memorable trip of my in Hindi

    Contextual translation of "essay on memorable trip of my life" into Hindi. Human translations with examples: MyMemory, World's Largest Translation Memory.