HindiKiDuniyacom

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर, मतलब वो स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो। हमारे संस्कारों में विद्या को देवी का स्थान दिया गया है और विद्यालय को ‘मंदिर’ की उपमा दी गयी है। मेरा विद्यालय एक ऐसा विषय है, जिस पर अक्सर निबंध आदि लिखने को दिया जाता रहता है। हमारी जिन्दगी का सबसे अहम समय हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। विद्यालय से हमारी ढ़ेरो यादे जुड़ी रहती है। इसलिए विद्यालय सबकी जिन्दगी में बहुत मायने रखता है।

मेरा विद्यालय पर छोटे – बड़े निबंध (Short and Long Essay on My School in Hindi, Mera Vidyalaya par Nibandh Hindi mein)

मेरा विद्यालय पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मेरा विद्यालय एक आदर्श विद्यालय है। मेरे विद्यालय में पठन पाठन उच्च स्तर का है। मेरे विद्यालय में शिक्षा के महत्त्व को समझते हुए, विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते है। मेरा विद्यालय सारी सुविधाओं से लैस है।

मेरे विद्यालय का स्थान

मेरे विद्यालय का नाम बाल निकेतन है। यह शहर की भीड़-भाड़ से दूर, बेहद शांत माहौल में विद्यमान है। इसके चारों ओर हरियाली ही हरियाली है। जिस कारण वातावरण शुध्द रहता है और हमें शुध्द वायु भी मिलती है। मेरा विद्यालय मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर है। मेरे विद्यालय का व्यास बहुत बड़ा है। इसके चारों तरफ सुंदर-सुंदर फूलों की क्यारियां लगी है।

पठन पाठन का तरीका

हमारे विद्यालय का परिणाम (रिजल्ट) प्रति वर्ष शत-प्रतिशत आता है। मेरे विद्यालय की गणना शहर के अच्छे स्कूलों में की जाती है। मेरे विद्यालय में हर वर्ष वार्षिकोत्सव होता है, जिसमें कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम कराये जाते हैं। जिसमें हर प्रतियोगिता में उत्तीर्ण बच्चों को पुरस्कृत किया जाता है। मेरे विद्यालय में प्रायोगिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाता है। हमारे शिक्षक हमारे भीतर कौशल के विकास पर भी ध्यान देते है।

हमारा और सरकार का यह दायित्व है की हमारा विद्यालय आदर्श विद्यालय बने। हमारे विद्यालय से आदर्श विद्यार्थी निकलने चाहिए, जो राष्ट्र को नई दिशा दे सके। 

निबंध 2 (400 शब्द) – विद्यालय की भूमिका

मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है। हमारा विद्यालय हमारे भविष्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी उपयोगिता कोई नज़रअंदाज नहीं कर सकता। विद्यालय ही है, जो हमें सामान्य से विशेष बनाता है। हमारी छिपी प्रतिभा को खोज निकालता है। हमारा स्वयं से साक्षात्कार कराता है।

विद्यालय की परिभाषा

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर। ऐसा स्थान जहां अध्ययन-अध्यापन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।

विद्यालय की परिकल्पना

विद्यालय की परंपरा कोई नयी नहीं है। सदियों से हमारा देश ज्ञान का स्रोत रहा है। हमारे यहां आदिकाल से ही गुरुकुल परंपरा रही है। बड़े-बड़े राजा महाराजा भी अपना राजसी वैभव छोड़कर ज्ञान-प्राप्ति के लिए गुरुकुल जाते थे। यहा तक की ईश्वर के अवतार श्रीकृष्ण और श्रीराम भी पढ़ने के लिए गुरुकुल आश्रम गये थे। गुरू का स्थान ईश्वर से भी ऊपर होता है, संसार को ऐसी सीख दी।

विद्यालय की भूमिका

जिन्दगी का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है, हमारा बाल्यकाल। यही वो समय होता है जब हम केवल खुद के लिए जीते है। दोस्त बनाते हैं। दोस्तों के साथ हंसते है, रोते है। जीवन का असली आनंद अनुभव करते हैं। इन सब खुशी के पलों में हमारा विद्यालय हमारे साथ होता है।

कभी-कभी तो मां-बाप से ज्यादा नजदीकी हमारे शिक्षक हो जाते है। हमें हर कदम पर थामने और सम्भालने के लिए तैयार रहते है। मां-बाप के डर के कारण बहुत से बच्चे अपने शिक्षकों से ही अपनी परेशानियां बताते है। विद्यार्थी के जीवन को सही राह एक शिक्षक ही दिखाता है।

विद्यालय सरकारी और निजी दोनों प्रकार होते है। आजकल ऐसी लोगों की धारणा हो गयी है कि केवल निजी विद्यालयों में ही पढ़ाई होती है। यह धारण गलत है। इसी बात का लाभ ढ़ेरो  विद्यालय वाले उठाते है। हर माता-पिता अपने बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा देना चाहते है। किंतु सबकी हैसियत इतनी नहीं होती कि वो इन विद्यालयों की मोटी शुल्क राशि को भर सकें।

आजकल शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है। सभी केवल अपनी जेब भरने में लगे है। बच्चों के भविष्य की किसी को चिंता नहीं है। दिन पर दिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। विद्यालय ही तो वो जरिया होता है, जहां से देश के भविष्य का सृजन होता है। सरकार ने इस संबंध में कई नियम बनाये हैं। किन्तु पालन तो आम जनता को ही करना है।

निबंध 3 (500 शब्द) – विद्यालय की विशेषताएं व प्रकार

मेरे विद्यालय का नाम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। मेरे विद्यालय का परिसर काफी बड़ा है। मेरे विद्यालय में दो-दो मंजिल की चार इमारतें है। इसके चारों तरफ बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए है। इसमें बड़े-बड़े पचास से भी ज्यादा कमरे है। हर कमरे में बड़ी-बड़ी खिड़कियां और दो-दो दरवाजे है। बड़े-बड़े तीन खेल के मैदान है। साथ में लगा हुआ बास्केट-बॉल कोर्ट भी है।

हमारे विद्यालय में पचास से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। सभी बहुत ही सहृदयी और मिलनसार है। बच्चों की हर संभव सहायता करते है।

विद्यालय की विशेषताएं

नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) और शिक्षा का अधिकार 2009 (RTE 2009) ने कुछ मानक तय कर रखे हैं, जिसके अनुसार ही विद्यालय की बनावट और वातावरण होना चाहिए। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) ने भारत में शिक्षा के स्तर में प्रोन्नति हेतु महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं। जो बहुत कारगर भी सिध्द हुएं हैं। RTE 2009 ने विद्यार्थियों के समग्र विकास में विद्यालय की विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका बतायी है। विद्यालय की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों की हर छोटी-बड़ी आवश्यकताओं का ध्यान रखे।

मानक के अनुसार कुछ विशेषताएं अधोलिखित हैं-

  • शांत वातावरण होना चाहिए।
  • ट्रेंड टीचर्स होने चाहिए।
  • विद्यालय का बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन होना चाहिए।
  • नियमित गृह कार्य दिया जाना चाहिए।
  • छात्र/छात्राओं के मूल्यांकन हेतु सतत मूल्यांकन पद्धति अपनायी जानी चाहिए।
  • स्वाध्याय हेतु एक पुस्तकालय एवं वाचनालय होना चाहिए।
  • अतिरिक्त पाठ्येतर गतिविधि पर बल देना चाहिए ।
  • विभिन्न विषयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की व्यवस्था होनी चाहिए
  • अध्यापन हेतु कक्ष विशाल और हवादार होने चाहिए।
  • सी० बी० एस० ई० के निर्देशानुसार सत्र 2009 – 2010 से ही कक्षा 9 व् 10 में भी अंको के स्थान पर ग्रेडिंग व्यवस्था लागू कर दिया गया है, जिसका पालन होना चाहिए।
  • शीतल पेय-जल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • समुचित शौचालयों का प्रबंध होना चाहिए ।
  • शारीरिक, योग, नृत्य एवं संगीत शिक्षा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • छात्रो की अंतः क्रियाओं एवं मानसिक विकास हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि कराना चाहिए।
  • विद्यालय की वार्षिक पत्रिका छपनी चाहिए, जिसमें हर क्षेत्र के मेधावी बच्चों का उल्लेख होना चाहिए।
  • सभी कक्षाओं में स्मार्ट कक्षा की व्यवस्था होना चाहिए ।

विद्यालय के प्रकार

बचपन से बड़े होने तक हम अलग-अलग विद्यालयों में पढ़ते है। विद्यालयों के भी कई प्रकार होते हैं, जैसे

  • आंगनवाड़ी – आंगनवाड़ी में सामान्यतः छोटे बच्चों को बैठना और बाकी आधारभूत चीजें सिखाते हैं।
  • प्राथमिक विद्यालय – प्राथमिक पाठशाला में एक से पाँच तक की पढ़ाई होती है।
  • माध्यमिक विद्यालय – इस व्यवस्था में प्रथम से आठवीं तक की शिक्षा दी जाती है। कभी-कभी यह कक्षा छः से आठ तक भी होती है।
  • उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय – बारहवीं तक की शिक्षा यहां संपादित होती है।

विद्यालय में जब हमारा दाखिला होता है तो उस वक़्त हम नन्हें पौधे रहते हैं। हमारा विद्यालय ही हमे सींच कर बड़ा वृक्ष बनाता है। और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है। अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियां हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताये लम्हों को ही याद करते हैं।

Related Information:

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

My School Essay in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions on My School (मेरा स्कूल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- सन 1715 में, संत जॉर्ज एंग्लो-इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल, चेन्नई में है।

उत्तर- तक्षशिला

उत्तर- सन 1848 में सावित्री बाई फुले ने देश का पहला बालिका विद्यालय खोला था।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

हॉकी

हॉकी पर निबंध (Hockey Essay in Hindi)

Hindi Yatra

Mera Vidyalaya Essay in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध

दोस्तो आज हमने Mera Vidyalaya Essay in Hindi लिखा है मेरा विद्यालय पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है. इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखती है यह हमने निबंध की सहायता से बताया है. शिक्षा प्राप्त करके हम किसी भी असंभव कार्य को कर सकते हैं इसलिए हमें विद्यालय जरूर जाना चाहिए.

(1) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Class 2,3

मेरा विद्यालय दिल्ली शहर में स्थित है यह मेरे घर से पांच मिनट की दूरी पर ही पड़ता है यह एक आदर्श विद्यालय हैं. मेरा विद्यालय नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक है . मेरा विद्यालय दो मंजिला इमारत में बना हुआ है जिसमें तीस हवादार कक्ष है. मेरे विद्यालय के चारों ओर सफेद रंग किया गया है जो कि देखने में बहुत ही सुंदर और मन को शांति पहुंचाता है.

Mera Vidyalaya Essay in Hindi

Get Some Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Student – 150, 250, 500 or 1100 words.

विद्यालय में बीस अध्यापक-अध्यापिकाओं का स्टाफ है जो कि हमें अलग-अलग विषय पढ़ाते है. विद्यालय के पीछे एक ग्राउंड है जिसमें पेड़ पौधे लगे हुए हैं और हम वहीं पर सुबह प्रार्थना करते हैं और आधी छुट्टी होने पर वही पर हम खेलते है. हमारे विद्यालय का परिणाम हर बार शत-प्रतिशत रहता है.

मेरे विद्यालय में कोई सांस्कृतिक एवं अन्य प्रतियोगिताएं होती है. मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य बहुत ही सज्जन व्यक्ति हैं वह हमें रोज शिक्षाप्रद कहानी सुनाते हैं मुझे मेरा विद्यालय बहुत पसंद है.

(2) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for class 4,5,6,7,8

मेरे विद्यालय का नाम आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय है यह हमारे शहर के सबसे अच्छे विद्यालय में से एक है. हमारे विद्यालय में लगभग 800 विद्यार्थी पढ़ते है, मेरा विद्यालय कक्षा 6 से 12वीं तक है. विद्यालय में 40 अध्यापक अध्यापिकाओं का स्टाफ है और 4 चपरासी हैं और एक दरबान है.

विद्यालय शहर के शोर शराबे से दूर एक शांति स्थल पर स्थित है जिसके कारण हमें पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं आती है. विद्यालय के चारों ओर बहुत हरियाली है जिससे वहां का वातावरण बहुत ही अच्छा है. विद्यालय में 50 कमरे है. मेरे विद्यालय में एक कंप्यूटर लैब है

जिसमें हम कंप्यूटर की जानकारी लेते हैं और एक लाइब्रेरी भी है जहां पर हम अखबार पढ़ते हैं और अच्छे कवियों द्वारा लिखी गई किताबें भी पढ़ते हैं यहां पर करीब 1000 किताबों का संग्रह है.

यह भी पढ़ें –   Essay on Cleanliness in School in Hindi – स्वच्छ विद्यालय पर निबंध

विद्यालय में प्रधानाचार्य जी के बैठने के लिए एक अलग कार्यालय बनाया गया है जो कि बहुत ही सुंदर है वहां पर अच्छी सजावट की गई है. विद्यालय में जगह-जगह पर कूड़ादान लगाए गए हैं जिससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती है.

विद्यालय मैं एक बड़ा खेल का मैदान है जहां पर हम रोज खेलते हैं विद्यालय में हमें हर सप्ताह कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन , हॉकी, क्रिकेट आदि खेलना सिखाया जाता है.

विद्यालय में NCC और स्काउट भी है. विद्यालय में कुछ दिनों पहले ही वार्षिक उत्सव मनाया गया था जिसमें हमने खूब बढ़ चढ़कर भाग लिया था इसमें हमें पुरस्कार भी मिला था.

मेरे विद्यालय के सभी लोग बहुत अच्छे हैं यहां पर पढ़ाई भी बहुत अच्छी होती है इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है.

(3) Mera Vidyalaya Essay in Hindi 500 words

विद्यालय का नाम प्रेरणा पब्लिक स्कूल है इस विद्यालय से हर बार 10वीं और 12वीं कक्षा में विद्यार्थी मैरिट में आते है इसलिए आज से यह विद्यालय पढ़ाई के क्षेत्र में बहुत ही अच्छा है साथ ही यहां के छात्र-छात्राएं खेलकूद में भी अव्वल रहते है.

यहां पर आने वाले हर विद्यार्थी को अच्छी शिक्षा दी जाती है. विद्यालय में प्रवेश करते हैं मां सरस्वती का मंदिर है जो कि संगीत और विद्या की देवी है हम सबसे पहले उनके दर्शन करते हैं फिर उनसे प्रार्थना करते है. मेरे विद्यालय का गर्मियों में टाइम 7:00 बजे से 1:00 बजे तक का होता है और सर्दियों में 10:00 बजे से 4:00 बजे तक का होता है.

विद्यालय में कक्षा प्रारंभ होने से पहले मैदान में प्रार्थना करवाई जाती है और प्रत्येक दिन हमारे प्रधानाचार्य हमें कुछ नई बातें बताते हैं जो कि हमारे बहुत काम आती है यहीं पर हमें विद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों की सूचना भी दी जाती है.

Mera Vidyalaya में छात्र और छात्राएं एक साथ पढ़ते है. विद्यालय में प्रत्येक कक्षा के लिए दो कमरे बनवाए गए हैं ताकि बच्चों की संख्या अधिक होने पर दूसरा सेक्शन बनाया जा सके. विद्यालय का भवन बहुत ही सुंदर, खुला और हवादार है. विद्यालय के आगे दो बगीचे हैं जिनमें तरह-तरह के फूलों के पौधे लगे हुए हैं जो कि देखने में भी सुंदर लगते हैं और साथ ही विद्यालय के वातावरण को भी सुगंधित बना देते है. विद्यालय में एक कैंटीन भी है जहां पर हम दोपहर में खाना खा सकते है.

यह भी पढ़ें –  Mera Priya Mitra Essay in Hindi – मेरा प्रिय मित्र पर निबंध

विद्यालय में मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों को और गरीब छात्र-छात्राओं को हर साल छात्रवृत्ति दी जाती है. मेरे विद्यालय की ड्रेस सफेद शर्ट, नीली पेंट, कमर में पहनने के लिए बेल्ट है और एक नीले रंग की टाई है जो कि मुझे बहुत पसंद है.

विद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेबल और कुर्सी लगे हुए हैं जिस पर हम आराम से बैठकर पढ़ाई कर सकते है. मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय और एक कंप्यूटर लैब भी है. विद्यालय के मैदान में घात लगाई हुई है जिसके कारण रेत नहीं उड़ती है और विद्यालय साफ सुथरा रहता है.

विद्यालय के चारों ओर ऊंची चारदीवारी है जिससे कोई अन्य व्यक्ति विद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता है. मेरे विद्यालय में कई प्रकार की प्रतियोगिताएं भी होती हैं जिनमें हम बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है. हमें योगा भी सिखाया जाता है जिससे हमारा स्वास्थ्य एकदम सही रहता है और हम हर रोज विद्यालय जा पाते है.

मेरे विद्यालय में अनेक प्रकार की खेल खेलने भी शिकायत जाते हैं जिनमें खो-खो , कबड्डी, क्रिकेट, शतरंज, फुटबॉल आदि सिखाए जाते है और हर साल हमारे विद्यालय के विद्यार्थी जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं पिछले साल क्रिकेट में हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिला था.

Mera Vidyalaya के प्रधानाचार्य बहुत अच्छे हैं उन्होंने जब से अपना कार्यभार संभाला है तब से विद्यालय की प्रतिष्ठा और बढ़ गई है. मेरे विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी कराया जाता है इससे हमारा सर्वागीण विकास होता है इसलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत अधिक पसंद है.

(4) My School Essay in Hindi 1100 Words

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे बहुत अच्छा लगता है मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर दूर पड़ता है इसलिए हमारे विद्यालय से रोज एक पीले रंग की स्कूल बस समय लेने आती है मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती है.

मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है जहां पर किसी प्रकार का शोर शराबा नहीं होता और यह अच्छा भी है क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है. मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है इसके चारों ओर ऊंची दीवारें है.

मेरे विद्यालय में चार मंजिला इमारत है जिसमें 80 हवादार कमरे है. इन कमरों की चपरासी द्वारा रोज सफाई की जाती है जिसे हम स्वच्छ माहौल में पढ़ाई कर पाते है. मेरा विद्यालय कक्षा 6 से कक्षा 12 तक का है मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूं मेरी कक्षा विद्यालय के द्वितीय मंजिल पर है. विद्यालय में जल की व्यवस्था के लिए चार वाटर कूलर लगे हुए हैं दिल से हमें गर्मियों में ठंडा पानी मिलता है और साधारण पानी के लिए पानी की छ: बड़ी टंकिया है.

मेरे विद्यालय के दोनों तरफ छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग 10 शौचालय की व्यवस्था है. विद्यालय में एक बड़ी लाइब्रेरी है जिसमें हम हर रोज जाकर समाचार, पत्र पत्रिकाएं एवं कहानियों की किताबें पढ़ते है. आजकल कंप्यूटर का युग है इसलिए हमारे विद्यालय में 100 कंप्यूटरों की एक बड़ी लाइव है जिसमें हर दिन हमारा एक पीरियड कंप्यूटर से संबंधित आता है जिसमें हमें कंप्यूटर सिखाया जाता है.

मेरे विद्यालय में शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम में जिसमें सभी शिक्षक बैठकर आपस में विचार विमर्श करते है. यहां पर एक अन्य बड़ा कमरा भी है जहां पर विद्यालय का ऑफिशियल वर्क देखा जाता है वहां से किसी भी प्रकार की विद्यालय के बारे में जानकारी ली जा सकती है.

मेरे विद्यालय में प्रवेश करते ही मां सरस्वती का मंदिर है जिसमें हम रोज जाकर प्रार्थना करते है और मां सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपनी पढ़ाई शुरू करते है.

मेरे विद्यालय में बैठने के लिए प्रत्येक कक्षा में टेबल और कुर्सी की व्यवस्था की गई है और गर्मियों में हवा के लिए प्रत्यक्षा में चार पंखे लगे हुए है. हर कक्षा के बाहर छोटा कूड़ादान रखा गया है जिसमें हम क्लास का कूड़ा डालते हैं जिससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती है.

प्रत्येक कक्षा में एक बड़ा ब्लैक बोर्ड है जहां पर हमारे अध्यापक अध्यापिकाएं आकर हमें किसी भी विषय के बारे में चांक से लिखकर समझाते है विषय में प्रत्येक विषय समझने में बहुत आसानी होती है. ह मारे विद्यालय में कुल 50 अध्यापक – अध्यापिकाओं का स्टाफ है जो कि प्रत्येक कक्षा में अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं वह अपने विषय में विद्वान है. जिस कारण हमें हर विषय सरलता से समझ में आ जाता है.

Mera Vidyalaya में प्रत्येक सप्ताह योगा की क्लास भी लगती है जिसमें में योगा करना सिखाया जाता है और हमारे स्वास्थ्य को कैसे अच्छा रखना है यह बताया जाता है. योगा से हमारे तन-मन में चुस्ती और स्फूर्ति बनी रहती है जिससे हमारा पढ़ाई में मन लगा रहता है.

विद्यालय के प्रधानाध्यापक बहुत ही शांत और अच्छे व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं वह हमें हमेशा कुछ नया करने की सलाह देते हैं और रोज प्रार्थना में हमें एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाकर हमें शिक्षा का महत्व बताते है उन्होंने जब से विद्यालय में कार्यभार संभाला है शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और साथ ही विद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ गई है.

मेरे विद्यालय में आठ चपरासी हैं और एक दरबान है. चपरासी विद्यालय के छोटे-मोटे काम देखते है जैसे अध्यापक-अध्यापिकाओं को चाय पानी देना, स्कूल की साफ सफाई करना आदि है. दरबान स्कूल में आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी के लिए दरवाजा खोलते हैं और ध्यान रखते हैं कि कोई अन्य व्यक्ति स्कूल में प्रवेश ना करें.

वे हमें रोज स्कूल बस से उतारते हैं हमने उनका नाम रामू काका रख रखा है वह हमें कभी-कभी टोफियाँ भी बांटते है वे हमसे बहुत प्यार करते है.

मेरे विद्यालय के आगे छोटे-छोटे चार बगीचे हैं जिनमें छोटी छोटी घास लगी हुई है और अनेक प्रकार के फूलों के पौधे लगे हुए हैं जिनसे मनमोहक खुशबू आती है और यह देखने में बहुत ही सुंदर लगते हैं यह बगीचे विद्यालय की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं.

मेरे विद्यालय के पीछे की और एक बहुत बड़ा ग्राउंड है जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेलते हैं यही पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते है. विद्यालय के ग्राउंड के चारों ओर बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और विद्यालय के ग्राउंड पर छोटी-छोटी घास लगी हुई है इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है.

हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह है कोई ना कोई प्रतियोगिता होती रहती है जैसे चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएं आदि की प्रतियोगिता होती रहती है जिसमें हम बढ़-चढ़कर भाग लेते है. हमारे विद्यालय में कुछ बड़ी संस्थाओं द्वारा भी प्रतियोगिताएं रखी जाती है जिसमें से एक प्रतियोगिता में मैंने भाग लिया था.

वह प्रतियोगिता सुंदर डिजाइन तैयार करने पर थी मैंने उस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था उस दिन मुझे स्टेज पर बुलाकर सभी विद्यार्थियों के सामने गोल्ड मेडल दिया गया था यह मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात थी और मेरे विद्यालय के लिए भी.

मेरे विद्यालय का मैदान बड़ा होने के कारण खेलकूद की जिला स्तरीय प्रतियोगिता हमारे विद्यालय में ही होती है इसमें हमारे विद्यालय के विद्यार्थी विचार लेते हैं जो कि हर बार पुरस्कार भी प्राप्त करते है मेरे विद्यालय में हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी आदि की प्रतियोगिताएं होती है.

Mera Vidyalaya में हर साल 15 अगस्त , 26 जनवरी, वार्षिक उत्सव और अन्य जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है जिनमें हम बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन हमारे विद्यालय में एन.सी.सी. के विद्यार्थी परेड करते हैं इसके बाद हमारे विद्यालय की प्रधानाचार्य हमारे देश का तिरंगा झंडा फहराते है इसके बाद हमारे देश का राष्ट्रगान गाया जाता है और इसके पश्चात देशभक्ति गानों पर तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है.

विद्यालय के वार्षिकोत्सव के दिन भी बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं इसके साथ ही स्कूल में प्रथम आए विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए जाते है. मैं हर बार वार्षिक उत्सव में गीत गायन में हिस्सा लेता हूं जिसमें हम सबसे पहले मां सरस्वती की वंदना करते हैं इसके पश्चात अन्य कार्यक्रम होते है.

मेरे विद्यालय का परिणाम हर बार शत-प्रतिशत ही रहता है जिसके कारण हमारा विद्यालय हमारे शहर का जाना-माना विद्यालय बन गया है. यहां के शिक्षक गण भी बहुत ही विद्वान और अच्छे व्यक्तित्व के है.

मेरा विद्यालय सभी विद्यालयों में श्रेष्ठ हैं और मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं एक अच्छे विद्यालय में पढ़ता हूं. यहां पर हमें अच्छी शिक्षा मिलती है और अपना अच्छा भविष्य बनाने के लिए एक अच्छा स्कूल बहुत जरूरी है.

यह भी पढ़ें –

Essay on Badminton in Hindi – बैडमिंटन पर निबंध

Mera Priya Khel Kho Kho in Hindi – खो-खो खेल पर निबंध

“15 अगस्त” स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Swatantrata Diwas Par Nibandh

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध – Adarsh Vidyarthi Essay in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Mera Vidyalaya Essay in Hindi  आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

38 thoughts on “Mera Vidyalaya Essay in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध”

Hamare vidalaya bohut helpfull hai

Hey!! I want to ask that which school you’re describing in the last essay because my school is almost same as you described in the last essay.

Good job 👍 wonderful paragraph 😊

Thank you Himanshi for appreciation

very nice essay

Thank you Ishaan banerjee

Thanks it helped me… 😊😊

Welcome Roopesh Patel, thank you for appreciation.

Thanks for the essay aaj tumhare liye bach gya bhai teacher ne school se essay likne ko kaha thaa THANK U SOO MUCH🙂

Aap sab ki sahayta ke liye hi to hamne ye essay likha, hamari website ko itna payar dene ke liye Dhiman talukder aap ka bahut bahut dhanyawad

thanxxx fir give me essay

Welcome Ayush Raj and keep visiting hindiyatra.

Nice essay wonderful😀well done

Thank you MD.Aehtisham for appreciation.

I want 4th and 5th class level paragraph

Arshnoor Kaur, we have already provided paragraph for 4th and 5th class, please check again Thank you.

Brilliant paragraph.☺👍👌

Thank you Stuti

Brilliant paragraph and very helpful to everyone. ☺👍👌

Thank you Stuti for appreciation, keep visiting hindiyatra.

Very nice essay and website to get everything in hindi

Thank you rishabh yadav for appreciation and keep visiting hindiyatra.

It is a very good website to learn paragraph writing in hindi……

Thank you Prashant Singh for Appreciation.

Very helpful it help me to do my homework

Thank you very much Shashank Gupta

It is best. It is very helpful for me and friends.☺️☺️☺️☺️☺️

thank you Arya Sonpipare, keep visiting our website.

very nycc paragraph thnx gor help me

Welcome Khushi, Keep visiting our website.

Very helpful. It help me in my exam very much. 😍😍. I like it. It is in all language and can be easily understood.

Thank you Krishna mallick, keep visiting our website.

Very helpful. It help me in my exam very much. 😍😍

It’s good it helps me to write Hindi paragraph easily

Thank you parismitaboro

It’s good. It’s helpful. It helps me very much

Brilliant essay good job

Thank you Arman for appreciation.

Leave a Comment Cancel reply

mera school essay in hindi for class 6

Essay on My School in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में

essay on my school in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध –  Essay of my school in Hindi is Important for all classes 5th to 12th.

Essay on My School in Hindi – इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखती है, यह हमने निबंध की सहायता से बताया है। School पर निबंध लिखने से पूर्व आपको अपने विद्यालय की छवि को अपने सम्मुख रखना चाहिए। इससे आपको निबंध लिखने में महत्वपूर्ण सहायता प्राप्त होती है।

सामग्री (Content)

मेरे विद्यालय पर निबंध 200 शब्दों में

विद्यालय स्थल, विद्यालय इमारत, विद्यालय परिसर, विद्यालय की सुख-सुविधाएँ, विद्यालय में अनुशासन, विद्यालय के विविध अध्यापक-अध्यापिकाएँ व् विविध विषय, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, विद्यालय में प्रतियोगिताएँ, विद्यालय के समारोह, विद्यालय का परीक्षा-परिणाम.

स्कूल एक ऐसी जगह है जहां बच्चे बड़े हो सकते हैं और खेल सकते हैं। मेरा स्कूल वह है जहाँ मैं अपना अधिकांश दिन बिताता हूँ, और इसने मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मेरे स्कूल में अच्छी तरह से रखे गए बगीचों और खेल के मैदानों के साथ एक सुंदर परिसर है। इसमें एक अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशालाएँ और कंप्यूटर प्रयोगशालाएँ हैं, जो सभी हमारी पढ़ाई में सहायता करती हैं। कक्षाएँ विशाल और अच्छी तरह हवादार हैं, जिससे सीखने का अनुकूल माहौल बनता है। शिक्षाविदों के अलावा, मेरा विद्यालय खेल, संगीत, नृत्य और नाटक जैसी पाठ्येतर गतिविधियों पर जोर देता है। पूरे वर्ष के दौरान, स्कूल छात्रों को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। मेरे शिक्षक जानकार, अनुभवी और सहायक हैं। वे न केवल हमें विषय पढ़ाते हैं, बल्कि हमें व्यक्तिगत और सामाजिक रूप से विकसित करने में भी मदद करते हैं। वे हमेशा हमारी सहायता करने और हमें आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहते हैं। संक्षेप में, मेरा विद्यालय सीखने की जगह से कहीं अधिक है; यह एक ऐसी जगह भी है जहाँ मैंने आजीवन दोस्त बनाए हैं, बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किए हैं, और ऐसी यादें बनाई हैं जिन्हें मैं अपने शेष जीवन के लिए संजो कर रखूँगा। मेरा स्कूल (My School) पर 10 लाइन

विद्यालय को प्राचीन काल से ही मंदिर का स्थान दिया गया है।  प्राचीन काल में बालक 6, 8 अथवा 11 वर्ष की अवस्थाओं में गुरुकुलों (विद्यालयों) में ले जाए जाते थे और गुरु के पास बैठकर ब्रह्मचारी के रूप में शिक्षा प्राप्त करते थे। गुरु उनके शारीरिक और बौद्धिक संस्कारों को पूर्ण करता हुआ, उन्हें सभी शास्त्रों एवं उपयोगी विद्याओं की शिक्षा देता तथा अंत में दीक्षा देकर उन्हें विवाह कर गृहस्थाश्रम के विविध कर्तव्यों का पालन करने के लिए वापस भेजता। वर्तमान के विद्यालय, प्राचीन काल के गुरुकुलों से बहुत अलग अवश्य हैं किन्तु आज भी विद्यालयों को मंदिरों का और अध्यापकों को भगवान् का दर्जा दिया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है। मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसलिए हमारे विद्यालय से एक पीले रंग की स्कूल बस रोज़ सुबह 8 बजे समय पर मेरे घर के सामने मुझे लेने आती है और मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती हैं। मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है। प्राचीन काल से ही विद्यालयों के लिए ऐसे स्थान को उपयुक्त समझा जाता था, जहाँ पर किसी प्रकार का शोर न हो, क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है, इसके चारों ओर ऊँची-ऊँची दीवारें हैं।

Top Related – Essays in Hindi

मेरे विद्यालय की इमारत चार मंजिला है। जो अंग्रेज़ी के L आकार में निर्मित की गई है। विद्यालय में 80 कमरे हैं। प्रत्येक कमरे में हवादार खिड़कियाँ हैं। इन कमरों की चपरासी द्वारा रोज सफाई की जाती है जिससे हम स्वच्छ माहौल में पढ़ाई कर पाते है। मेरे विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होती है। मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूँ। मेरी कक्षा विद्यालय के द्वितीय मंजिल पर है।

मेरे विद्यालय के पीछे की ओर एक बहुत बड़ा मैदान है। जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेल-कूद का आनंद लेते हैं। यही पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते है और अपने दिन की शुरुआत करते हैं। विद्यालय के मैदान के चारों ओर बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और छोटी-छोटी घास लगी हुई है। विद्यालय परिसर में कई छोटी-छोटी वाटिकाएँ भी हैं, जिनमें रंग-बिरंगे फूल खिले होते है। इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है।

Top Related – Vayu pradushan par nibandh in Hindi

(i) विद्यालय में प्रवेश करते ही माँ सरस्वती का मंदिर है जहाँ हम रोज जाकर प्रार्थना करते हैं और माँ सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपनी पढ़ाई शुरू करते हैं। (ii) मेरे विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के विषयों को हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों माध्यमों में पढ़ाया जाता है। (iii) विद्यालय में जल की व्यवस्था के लिए चार वाटर कूलर लगे हुए हैं जिससे हमें गर्मियों में ठंडा पानी मिलता है और साधारण पानी के लिए पानी की छ: बड़ी टंकियाँ हैं। (iv) मेरे विद्यालय के दोनों तरफ छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग 10 शौचालयों की व्यवस्था है। (v) विद्यालय में एक बड़ी लाइब्रेरी है, जिसमें हम हर रोज जाकर समाचार, पत्र पत्रिकाएँ एवं कहानियों की किताबें पढ़ते हैं। (vi) हमारे विद्यालय में 100 कंप्यूटरों का एक बड़ा कक्ष है, जिसमें हर दिन हमारी एक कक्षा कंप्यूटर से संबंधित होती है। (vii) मेरे विद्यालय में शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम की व्यवस्था भी है, जिसमें सभी शिक्षक बैठकर आपस में विचार विमर्श करते है। (viii) मेरे विद्यालय में प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेबल और कुर्सी की व्यवस्था की गई है और गर्मियों में हवा के लिए प्रत्येक कक्षा में चार पंखे लगे हुए है। (ix) हर कक्षा के बाहर छोटा कूड़ादान रखा गया है, जिसमें विद्यार्थी अपनी कक्षा का कूड़ा डालते हैं। इससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती। (x) प्रत्येक कक्षा में एक बड़ा ब्लैक बोर्ड है जहाँ पर हमारे अध्यापक-अध्यापिकाएँ आकर हमें किसी भी विषय के बारे में लिखकर समझाते है। (xi) विद्यालय में एक तरणताल भी है, जहाँ छात्र तैराकी करते और सीखते हैं। (xii) विद्यालय में एक विशाल सभागार भी है, जहाँ पर उत्सवों और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। (xiii) हमारा विद्यालय गरीब छात्रों के लिए वर्दी और पुस्तकों का भी उचित प्रबंध करता है। योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति भी दी जाती है।

Top Related – Essay on Women Empowerment in Hindi

अनुशासन किसी भी व्यक्ति की सफलता में अहम् भूमिका निभाता है। जब बच्चा छोटा होता है तो वह पहले परिवार से तथा बाद में विद्यालय में जाकर अनुशासन के महत्त्व को समझता है। अनुशासन की दृष्टि से हमारा विद्यालय बहुत कठोर है। विद्यालय में यदि कोई विद्यार्थी अनुशासन का उल्लंघन करता है तो उसे कड़ा दंड दिया जाता है। प्रतिदिन वर्दी, नाखून और दाँतों का निरिक्षण किया जाता हैं। प्रत्येक विद्यार्थी के घर पर उसके अनुशासन की मासिक रिर्पोट भेजी जाती है।

हमारे विद्यालय में कुल 50 अध्यापक-अध्यापिकाएँ है, जो कि प्रत्येक कक्षा में अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं। सभी अध्यापक-अध्यापिकाएँ अपने-अपने विषयों में विद्वान है जिस कारण हमें हर विषय सरलता से समझ में आ जाता है। हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह योगा की कक्षा भी होती है जिसमें योगा करना सिखाया जाता है तथा योगा के महत्त्व को समझाया जाता है। हमें अपने स्वास्थ्य को कैसे अच्छा रखना है, यह भी बताया जाता है। योगा से हमारे तन-मन में चुस्ती और स्फूर्ति बनी रहती है, जिससे हमारा पढ़ाई में मन लगा रहता है।

Top Related – Pollution Essay in Hindi

हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक बहुत ही शांत और अच्छे व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं। वह हमें हमेशा कुछ नया करने की सलाह देते हैं और रोज प्रार्थना में हमें एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाकर हमें शिक्षा का महत्व बताते है। उन्होंने जब से विद्यालय का कार्यभार संभाला है, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और साथ ही विद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ गई है।

हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह कोई ना कोई प्रतियोगिता होती रहती है, जैसे – चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि की प्रतियोगिताएँ होती रहती है। जिसमें सभी विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। हमारे विद्यालय में कुछ बड़ी संस्थाओं द्वारा भी प्रतियोगिताएँ रखी जाती है, जिसमें विद्यार्थियों को इनाम के तौर पर कभी-कभी कुछ शुल्क भी दिया जाता है। हमारे विद्यालय का मैदान बड़ा होने के कारण खेलकूद की जिला स्तरीय प्रतियोगिताएँ हमारे विद्यालय में ही होती है। इसमें हमारे विद्यालय के विद्यार्थी भी भाग लेते हैं। मेरे विद्यालय में हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी आदि की प्रतियोगिताएँ होती है।

Top Related – Soil Pollution Essay in Hindi

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास भी हो। इसके लिए हमारे विद्यालय में हर साल 15 अगस्त, 26 जनवरी और वार्षिक उत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। जिनमें सभी विद्यार्थी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन हमारे विद्यालय में एन.सी.सी. के विद्यार्थी परेड करते हैं, इसके बाद हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य हमारे देश का तिरंगा झंडा फहराते हैं, फिर हमारे देश का राष्ट्रगान गाया जाता है और इसके पश्चात देशभक्ति गीतों  पर तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। विद्यालय के वार्षिकोत्सव के दिन भी बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। इसके साथ ही स्कूल में अलग-अलग गतिविधियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय  आए विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए जाते है।

हमारे विद्यालय का परिणाम हर वर्ष शत-प्रतिशत ही रहता है, जिसके कारण हमारा विद्यालय हमारे शहर का जाना-माना विद्यालय बन गया है। विद्यालय के परीक्षा-परिणाम  के शत-प्रतिशत रहने का कारण यहाँ के शिक्षकों का विद्वान और अच्छे व्यक्तित्व का होना भी है, जो विद्यार्थियों के सभी प्रश्नों को धैर्य के साथ सुनते हैं तथा उनका समाधान करते हैं। अध्यापकों के साथ-साथ बच्चों और उनके अभिभावकों की मेहनत के कारण भी विद्यालय का परीक्षा परिणाम हर वर्ष शत-प्रतिशत रहता है।

Related – Bhumi Pradushan par nibandh in Hindi

किसी भी राष्ट्र की सर्वोत्तम निधि उस राष्ट्र के बच्चों को कहा जाता है। राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है कि बच्चों का सर्वांगीण विकास अच्छे से हो और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एक उपयुक्त जगह है। जहाँ पर बच्चा पढ़-लिख कर सुसंस्कृत और सभ्य नागरिक बनता है और देश की प्रगति में अपना सहयोग देता है। विद्यालय और शिक्षा का एक व्यक्ति के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होता है। अतः हम सभी को चाहिए कि हम प्रत्येक बच्चे को विद्यालय और शिक्षा के समीप लाएँ ताकि वह देश की प्रगति में अपना अथाह सहयोग प्रदान करे।

Recommended Read –

  • दुर्गा पूजा पर निबंध
  • बसंत ऋतु पर निबंध
  • भारत में साइबर सुरक्षा पर निबंध
  • भारत में चुनावी प्रक्रिया पर निबंध
  • योग पर निबंध
  • स्टार्टअप इंडिया पर निबंध
  • फिट इंडिया पर निबंध
  • द्रौपदी मुर्मू पर निबंध
  • क्रिकेट पर निबंध
  • क्रिप्टो करेंसी पर निबंध
  • सौर ऊर्जा पर निबंध
  • जनसंख्या वृद्धि पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध for UPSC Students
  • शहरों में बढ़ते अपराध पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • भारतीय संविधान पर निबंध
  • भारत के प्रमुख त्योहार पर निबंध
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
  • टेलीविजन पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध 
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध 
  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध
  • टीचर्स डे पर निबंध
  • वैश्वीकरण पर निबंध
  • जलवायु परिवर्तन पर निबंध
  • मंकी पॉक्स वायरस पर निबंध
  • मेक इन इंडिया पर निबंध
  • भारत में सांप्रदायिकता पर निबंध
  • वेस्ट नील वायरस पर निबंध
  • पीएसयू का निजीकरण पर निबंध
  • भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों का प्रभाव पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति 2020 पर निबंध
  • आधुनिक संचार क्रांति पर निबंध
  • सोशल मीडिया की लत पर निबंध
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निबंध
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध
  • प्रदूषण पर निबंध
  • मृदा प्रदूषण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • गाय पर हिंदी में निबंध
  • वन/वन संरक्षण पर निबंध
  • हिंदी में ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध
  • चंद्रयान पर निबंध
  • हिंदी में इंटरनेट पर निबंध
  • बाल श्रम या बाल मज़दूरी पर निबंध
  • ताजमहल पर निबंध
  • हिंदी में अनुशासन पर निबंध
  • भ्रष्टाचार पर निबंध
  • मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • हिंदी में दिवाली पर निबंध
  • होली पर निबंध
  • नोट-बंदी या विमुद्रीकरण पर निबंध
  • निबंध लेखन, हिंदी में निबंध

Hindi Essays

  • असंतुलित लिंगानुपात पर निबंध
  • परहित सरिस धर्म नहीं भाई पर निबंध
  • चंद्रयान 3 पर निबंध
  • मुद्रास्फीति पर निबंध
  • युवाओं  पर निबंध
  • अक्षय ऊर्जा: संभावनाएं और नीतियां पर निबंध
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का महत्व पर निबंध
  • सच्चे धर्म पर निबंध
  • बैंकिंग संस्थाएं और उनका महत्व पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति के प्रमुख लाभ पर निबंध
  • भारतीय संस्कृति के प्रमुख आधार पर निबंध
  • समय के महत्व पर निबंध
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध
  • सामाजिक न्याय के महत्व पर निबंध
  • छात्र जीवन पर निबंध
  • स्वयंसेवी कार्यों पर निबंध
  • जल संरक्षण पर निबंध
  • आधुनिक विज्ञान और मानव जीवन पर निबंध
  • भारत में “नए युग की नारी” की परिपूर्णता एक मिथक है
  • दूरस्थ शिक्षा पर निबंध
  • प्रधानमंत्री पर निबंध
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता
  • हमारे राष्ट्रीय चिन्ह पर निबंध
  • नक्सलवाद पर निबंध
  • आतंकवाद पर निबंध
  • भारत के पड़ोसी देश पर निबंध
  • पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी पर निबंध
  • किसान आंदोलन पर निबंध
  • ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध
  • डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम पर निबंध
  • मदर टेरेसा पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध

Hindi Writing Skills

  • Formal Letter Hindi
  • Informal Letter Hindi
  • ई-मेल लेखन | Email Lekhan in Hindi Format
  • Vigyapan Lekhan in Hindi
  • Suchna lekhan
  • Anuched Lekhan
  • Anuchchhed lekhan
  • Samvad Lekhan
  • Chitra Varnan
  • Laghu Katha Lekhan
  • Sandesh Lekhan

HINDI GRAMMAR

  • 312 हिंदी मुहावरे अर्थ और उदाहरण वाक्य
  • Verbs Hindi
  • One Word Substitution Hindi
  • Paryayvaachi Shabd Class 10 Hindi
  • Anekarthi Shabd Hindi
  • Homophones Class 10 Hindi
  • Anusvaar (अनुस्वार) Definition, Use, Rules, 
  • Anunasik, अनुनासिक Examples
  • Arth vichaar in Hindi (अर्थ विचार), 
  • Adverb in Hindi – क्रिया विशेषण हिंदी में, 
  • Adjectives in Hindi विशेषण, Visheshan Examples, Types, Definition
  • Bhasha, Lipiaur Vyakaran – भाषा, लिपिऔरव्याकरण
  • Compound words in Hindi, Samaas Examples, Types and Definition
  • Clauses in Hindi, Upvakya Examples, Types 
  • Case in Hindi, Kaarak Examples, Types and Definition
  • Deshaj, Videshaj and Sankar Shabd Examples, Types and Definition
  • Gender in Hindi, Ling Examples, Types and Definition
  • Homophones in Hindi युग्म–शब्द Definition, Meaning, Examples
  • Indeclinable words in Hindi, Avyay Examples, Types and Definition
  • Idioms in Hindi, Muhavare Examples, Types and Definition
  • Joining / combining sentences in Hindi, Vaakya Sansleshan Examples, Types and Definition
  • संधि परिभाषा, संधि के भेद और उदाहरण, Sandhi Kise Kehte Hain?
  • Noun in Hindi (संज्ञा की परिभाषा), Definition, Meaning, Types, Examples
  • Vilom shabd in Hindi, Opposite Words Examples, Types and Definition
  • Punctuation marks in Hindi, Viraam Chinh Examples, Types and Definition
  • Proverbs in Hindi, Definition, Format, मुहावरे और लोकोक्तियाँ
  • Pronoun in Hindi सर्वनाम, Sarvnaam Examples, Types, Definition
  • Prefixes in Hindi, Upsarg Examples, types and Definition
  • Pad Parichay Examples, Definition
  • Rachna ke aadhar par Vakya Roopantar (रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण) – Types , Example
  • Suffixes in Hindi, Pratyay Examples, Types and Definition
  • Singular and Plural in Hindi (वचन) – List, Definition, Types, Example
  • Shabdo ki Ashudhiya (शब्दों की अशुद्धियाँ) Definition, Types and Examples
  • Shabdaur Pad, शब्द और पद Examples, Definition, difference in Shabd and Pad
  • Shabd Vichar, शब्द विचार की परिभाषा, भेद और उदाहरण | Hindi Vyakaran Shabad Vichar for Class 9 and 10
  • Tenses in Hindi (काल), Hindi Grammar Tense, Definition, Types, Examples
  • Types of sentences in Hindi, VakyaVishleshan Examples, Types and Definition
  • Voice in Hindi, Vachya Examples, Types and Definition
  • Verbs in Hindi, Kirya Examples, types and Definition
  • Varn Vichhed, वर्ण विच्छेद Examples, Definition
  • Varn Vichar, वर्ण विचार परिभाषा, भेद और उदाहरण
  • Vaakya Ashudhhi Shodhan, वाक्य अशुद्धिशोधन Examples, Definition, Types
  • List of Idioms in Hindi, Meaning, Definition, Types, Example

Latest Posts

  • Ganesh Chaturthi Wishes in Hindi | गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ
  • Life Summary, Explanation, Theme | Maharashtra State Board Class 9 English
  • The Gift of the Magi Question Answers Class 10 Maharashtra State Board
  • Olympics 2024 MCQ Quiz | Paris Olympics 2024 MCQs
  • The Gift of the Magi Summary, Explanation, Theme | Maharashtra State Board Class 10 English Lesson
  • Character Sketch of the Writer (Dr. Bhimrao Ambedkar)| Shram Vibhaajan Aur Jaati-Pratha
  • Character Sketch of the Writer (Hazari Prasad Dwivedi)| Shirish ke Phool
  • Character Sketch of the Writer and Pahalwan Luttan Singh| Pahalwan ki Dholak
  • Ganesh Chaturthi Wishes in Hindi
  • Janmashtami Messages in Hindi
  • Raksha Bandhan Wishes in Hindi
  • Birthday Wishes in Hindi
  • Anniversary Wishes in Hindi
  • Father’s Day Quotes and Messages
  • Father’s Day quotes in Hindi
  • International Yoga Day Slogans, Quotes and Sayings
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस Slogans, Quotes and Sayings
  • Good Morning Messages in Hindi
  • Good Night Messages in Hindi | शुभ रात्रि संदेश
  • Wedding Wishes in Hindi

Important Days

  • National Space Day Quiz| National Space Day MCQs
  • World Soil Day – Date, History, Significance
  • International Yoga Day Slogans, Quotes and Sayings by Famous people 2024
  • Calendar MCQ Quiz for Various Competitive Exams
  • CUET 2024 MCQ Quiz on Important Dates

mera school essay in hindi for class 6

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

mera school essay in hindi for class 6

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

mera school essay in hindi for class 6

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

mera school essay in hindi for class 6

  • Hindi Grammar /

Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर निबंध

mera school essay in hindi for class 6

  • Updated on  
  • दिसम्बर 20, 2023

Mera School Essay In Hindi

विद्यार्थियों को अपने स्कूली जीवन में मेरा स्कूल विषय पर निबंध दिया जाता है। क्योंकि अपने स्वयं के स्कूल के बारे में लिखने से छात्रों को अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का मौका मिलता है। इससे वे स्कूल के माहौल के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव पर विचार करने के लिए भी प्रोत्साहित होते हैं। इसके साथ ही मेरा स्कूल विषय पर निबंध लेखन से विद्यार्थियों में संचार कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। Mera School Essay in Hindi के बारे मैं जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

मेरा स्कूल पर निबंध 100 शब्दों में, मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में, मेरा स्कूल में पहली पसंद, मेरे स्कूल में मिलने वाली शिक्षा का स्तर, मेरे स्कूल पर 10 लाइन्स.

स्कूल हमें जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छे शिक्षकों के द्वारा अक्सर अच्छे छात्र तैयार किए जाते हैं। मेरे भी उत्कृष्ट शिक्षक हैं और वे एकेडमिक्स के साथ खेल और अन्य गतिविधियों में भी हमारी सहायता करते हैं।  

ये शिक्षक हमारे स्कूल की नींव की तरह हैं, जो हमें मूल्यवान सबक देते हैं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं। स्कूल में हम न केवल गणित और विज्ञान जैसे विषयों के बारे में सीखते हैं बल्कि अपने दोस्तों के साथ सहयोग करने के बारे में भी सीखते हैं। 

हमारे स्कूल में विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग कक्षाएँ हैं, और पढ़ाई और पाठ्येतर गतिविधियों दोनों को समान महत्व दिया जाता है। यह हमें न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें : परीक्षा में ऐसे लिखें मेरा देश पर निबंध

Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है:

मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों से मुस्कुराहट के साथ स्कूल में मिलता हूं। मेरे स्कूल की इमारत बहुत ऊँची है, सभी कक्षाएं रंगीन हैं, जहां पढ़ने में और भी अधिक आनंद आता है।

सुबह में, हम असेंबली एरिया में इकट्ठा होते हैं, जहां झंडा गर्व से फहराता है और हम उत्साह के साथ राष्ट्रगान गाते हैं।  कक्षाएँ खज़ाने की पेटी की तरह होती हैं, प्रत्येक में ज्ञान का एक नया टुकड़ा होता है जो खोजे जाने की प्रतीक्षा कर रहा होता है। शिक्षक जादूगरों की तरह हैं, जो संख्याओं, शब्दों और विज्ञान की दुनिया में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।

ब्रेक के दौरान मेरे स्कूल का मैदान मौज-मस्ती और खेल की जगह बन जाता है। मित्र कहानियाँ साझा करते हैं और वातावरण हँसी से भर जाता है। कैफेटेरिया एक जादुई रसोईघर है जहां स्वादिष्ट सुगंध हवा में फैलती है और हम प्यार से भरे दोपहर के भोजन का आनंद लेते हैं।

मेरा स्कूल सिर्फ सीखने की जगह नहीं है; यह एक परिवार है। हम त्यौहार मनाते हैं, खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और साथ मिलकर नाटक प्रस्तुत करते हैं।  दीवारें हमारी कलाकृति से सजी हैं और बुलेटिन बोर्ड हमारी उपलब्धियों की कहानी बताते हैं।

जैसे ही दिन के अंत में छुट्टी के समय घंटी बजती है, मैं ज्ञान से भरा बैग और यादों से भरा दिल लेकर निकल पड़ता हूँ।  मेरा स्कूल सिर्फ एक इमारत से कहीं अधिक है;  यह एक ऐसी जगह है जहां सपने उड़ान भरते हैं और दोस्ती बनती है।

मेरा स्कूल पर निबंध 500 शब्दों में

Mera School Essay in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है:

शिक्षा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें दूसरों से अलग करती है और स्कूल इस आवश्यक यात्रा का शुरुआती बिंदु हैं। वे पहली जगह हैं जहां हम सीखना शुरू करते हैं, अपनी शिक्षा की नींव रखते हैं।  अपने स्कूल के बारे में इस निबंध में, मैं बताऊंगा कि मुझे यह क्यों पसंद है और इसने मुझे क्या महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं।

हम सभी ने स्कूल जाने की खुशी का अनुभव किया है, वहां बिताए हर पल को संजोकर रखा है क्योंकि वे हमारे जीवन की आधारशिला हैं। स्कूल वह जगह हैं जहां हमें शिक्षा की पहली चिंगारी मिलती है, हम न केवल शैक्षणिक विषयों को सीखते हैं बल्कि जीवन के बुनियादी सिद्धांतों को भी सीखते हैं, कैसे बढ़ें और फलें-फूलें। वे हमारे अंदर ऐसे मूल्य और सिद्धांत स्थापित करते हैं जो बच्चे के विकास का मूल आधार बनते हैं।

मेरा स्कूल मेरे लिए दूसरे घर की तरह है, जहाँ मैं अपना काफी समय बिताता हूँ। यह व्यक्तिगत विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है और मेरे व्यक्तित्व को आकार देने में मदद करता है। मैं खुद को शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक का हिस्सा होने के लिए भाग्यशाली मानता हूं, जिसमें कई चीज़ें हैं जो मेरे शैक्षिक अनुभव को बढ़ाती हैं। 

किंडरगार्टन से शुरू करके प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय और फिर बारहवीं कक्षा तक की हमारी यात्रा तक, स्कूल एक ऐसा स्थान बन जाता है जहां हम न केवल पढ़ते हैं बल्कि बढ़ते हैं, खुद को स्थापित करते हैं, मेलजोल बढ़ाते हैं, दूसरों से दोस्ती करते हैं, मदद की पेशकश करते हैं और प्यार का अनुभव करते हैं। यह एक निरंतर साथी की तरह है जो हमारे शुरुआती वर्षों से लेकर जीवन के अंत तक हमारे साथ रहता है। स्कूल में हम सभी खुशी से पढ़ते हैं, सभी दोस्त एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, खुशी के पल बांटते हैं और साथ मिलकर नए कार्यों और उत्सावों के लिए तैयार रहते हैं।

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा को क्लासिक वास्तुकला के साथ खूबसूरती से जोड़ता है। पुरानी इमारतें न केवल देखने में आश्चर्यजनक हैं; वे नए उपकरणों से सजी हैं। मैं अपने स्कूल को शिक्षा के एक स्तंभ के रूप में देखता हूं, जो मुझे ज्ञान और नैतिक मूल्य दोनों प्रदान करती हैं।

किसी स्कूल की पहचान बनाने में शिक्षण स्टाफ का बहुत महत्व होता है। वे किसी भी शैक्षिक समुदाय की रीढ़ होते हैं, छात्रों को सीखने और समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं, अच्छी आदतें और मूल्य पैदा करते हैं।

मेरा स्कूल हमारे शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता देता है। यह एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करता है, यहां प्रत्येक छात्र पर ध्यान दिया जाता है, साथ ही यह आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।

जो चीज़ मेरे स्कूल को असाधारण बनाती है, वह इसकी मान्यता है कि हर एक जगह खास है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान और बास्केटबॉल कोर्ट जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों के पास उनकी ज़रूरत की हर चीज़ हो।

मेरे लिए, मेरा स्कूल एक शैक्षणिक संस्थान से बढ़कर है; यह मेरा दूसरा परिवार है। अद्भुत मित्रों, उत्कृष्ट शिक्षकों और स्कूल की यादों से भरपूर परिवार। मुझे अपने स्कूल से प्यार है क्योंकि यहीं मैं एक अच्छा नागरिक बनना और अपने लक्ष्यों को हासिल करना सीखता हूं।  यह एक ऐसी जगह है जहां दोस्ती बिना किसी निर्णय के बनाई जाती है और करीबी दोस्तों के साथ समय बिताना आरामदायक लगता है, चाहे स्थिति कोई भी हो।

यह भी पढ़ें : जानिए परीक्षाओं पूछे जाने वाले वन महोत्सव पर निबंध

मेरे स्कूल ने ऐसे पाठ पढ़ाए हैं जो इतने मूल्यवान हैं कि मैं उन्हें एक वाक्य में प्रस्तुत नहीं कर सकता। यहां की सीख अपूरणीय हैं, और मैं उनके लिए अविश्वसनीय रूप से आभारी हूं। उदाहरण के लिए दोस्तों के साथ चीज़ें बांटना और अन्य लोगों के प्रति प्रेम भावना। यहीं पर मैंने जानवरों की सहायता करना सीखा और बाद में इसी प्रेम के चलते मैने एक पालतू जानवर भी गोद लिया। 

स्कूल न केवल शैक्षणिक ज्ञान के बारे सिखाते हैं; 

मेरा स्कूल हमें एक ज़िम्मेदार व्यक्ति बनने के लिए भी प्रेरित करता है। मैने यहां बहुत सारे कौशल सीखे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा या घरेलू कार्यों का प्रबंधन करना, मुश्किल की परिस्थिति में धैर्य से काम करना ये सभी वास्तविक दुनिया में आवश्यक हैं। 

कार्यों में नए विचारों को अपनाना और ज़रूरत पड़ने पर उनका प्रयोग करना, जिससे मुझे ग्रेड से परे अपनी कार्य क्षमता के बारे में सिखाया गया।

विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षकों की बदौलत स्कूल के माहौल में कलात्मक कौशल विकसित हुआ। इससे मुझे अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेने और पुरस्कार अर्जित करने का मौका मिला। सबसे अधिक महत्वपूर्ण में अपने स्कूल में असफलता का सामना और अपनी महत्वाकांक्षाओं को कभी न छोड़ने के बारे में सीखा। 

स्काउट्स और गाइड्स से लेकर खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों तक पाठ्येतर गतिविधियों ने मेरे स्कूल के अनुभव को समृद्ध किया। शिष्टाचार, चरित्र विकास और नैतिक शिक्षा पर हमारे प्रिंसिपल के दैनिक व्याख्यान ने मेरे मूल्यों को आकार दिया।  मैं आज जो भी हूं उसका श्रेय अपने स्कूल को देता हूं, इसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान मानता हूं।

स्कूल का एक और महत्वपूर्ण सबक टीम वर्क है। यह अक्सर पहली जगह होती है जहां बच्चे अपने से भिन्न लोगों के साथ सहयोग करना सीखते हैं। यह समझना कि टीम की सफलता प्रत्येक व्यक्ति के योगदान पर निर्भर करती है, छात्रों में स्थापित एक बुनियादी सिद्धांत है, जो उन्हें टीम में मिलकर और व्यक्तिगत उपलब्धियों दोनों के लिए तैयार करता है।

संक्षेप में कहूं तो, एक प्रतिष्ठित स्कूल का हिस्सा बनना मेरे लिए एक जबरदस्त व्यक्तिगत विकास यात्रा रही है। मेरे चरित्र को ढालने और अमूल्य शिक्षाएँ प्रदान करने के लिए मैं अपने विद्यालय का बहुत आभारी हूँ। जो मित्रताएं बनीं और असाधारण शिक्षकों का मार्गदर्शन वे खजाने हैं जिन्हें मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। मेरा लक्ष्य अपने स्कूल द्वारा स्थापित मूल्यों को बनाए रखना, जीवन में सफल होने का प्रयास करना और उस संस्थान को सम्मान दिलाना है जिसने आज मैं जो कुछ भी हूं उसे आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Mera School Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है:

  • मेरा स्कूल हमारे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, स्थानीय लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता और उच्च प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है।
  • स्कूल की इमारत विशाल है, हरियाली से सुसज्जित है, एक विशाल और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन वातावरण बनाती है।
  • एक विस्तृत खेल का मैदान विभिन्न बाहरी गतिविधियों और खेलों में शामिल होने के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है।
  • शारीरिक शिक्षा सत्र साप्ताहिक रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी समग्र फिटनेस और कल्याण में योगदान करते हैं।
  • स्कूल में अच्छे शिक्षक हैं जो एक सहायक और देखभाल करने वाला सीखने का माहौल बनाते हैं।
  • मैं स्कूल में कई दोस्तों के साथ आनंददायक पल साझा करता हूं, जहां हम एक साथ खेलते और पढ़ते हैं, जिससे सौहार्द की मजबूत भावना को बढ़ावा मिलता है।
  • स्कूल की व्यापक लाइब्रेरी पुस्तकों का विविध संग्रह प्रदान करती है, जो सीखने के लिए एक मूल्यवान संसाधन प्रदान करती है।
  • अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान और सामाजिक विज्ञान प्रयोगशालाएँ हमारी व्यावहारिक समझ और प्रयोग को बढ़ाती हैं।
  • स्कूल सांस्कृतिक विविधता और एकता को बढ़ावा देते हुए कई राष्ट्रीय और धार्मिक त्योहारों को उत्साहपूर्वक मनाता है।
  • स्कूल में हर दिन एक खुशी है क्योंकि मैं नई चीजें सीखने और अपने ज्ञान का विस्तार करने के अवसर का उत्सुकता से स्वागत करता हूं।

स्कूल जीवन के ऐसे पाठ प्रदान करता है जो शिक्षा से परे है इसलिए प्रत्येक बच्चे के लिए स्कूल जाना महत्वपूर्ण है स्कूल हम सभी को शिक्षा के साथ ऐसा अनुभव प्रदान करता है, जो सामाजिक कौशल, पाठ्येतर गतिविधियाँ और मूल्यवान जीवन सबक भी प्रदान करता है।

स्कूल बुनियादी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है, जिसमें बुनियादी शिक्षा और कला और सार्वजनिक बोलने जैसी प्रतिभाओं का विकास शामिल है। सबसे बढ़कर, यह छात्रों में अनुशासन पैदा करता है, भविष्य की सफलता के लिए उनके चरित्र को आकार देता है।

मेरा स्कूल अपनी उत्कृष्ट प्रतिष्ठा, विशाल और सुंदर परिसर, समर्पित शिक्षकों और समग्र विकास में योगदान देने वाली पाठ्येतर गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए जाना जाता है।

मेरे स्कूल में हर सप्ताह एक बार शारीरिक शिक्षा कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें समग्र फिटनेस और कल्याण बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया जाता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Mera School Essay in Hindi पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य   निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स  पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

mera school essay in hindi for class 6

Resend OTP in

mera school essay in hindi for class 6

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

mera school essay in hindi for class 6

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

HindiVyakran

  • नर्सरी निबंध
  • सूक्तिपरक निबंध
  • सामान्य निबंध
  • दीर्घ निबंध
  • संस्कृत निबंध
  • संस्कृत पत्र
  • संस्कृत व्याकरण
  • संस्कृत कविता
  • संस्कृत कहानियाँ
  • संस्कृत शब्दावली
  • पत्र लेखन
  • संवाद लेखन
  • जीवन परिचय
  • डायरी लेखन
  • वृत्तांत लेखन
  • सूचना लेखन
  • रिपोर्ट लेखन
  • विज्ञापन

Header$type=social_icons

  • commentsSystem

मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and 10

मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and 10 निबंध सूची मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 1,...

मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 1, 2

➤ मेरे स्कूल का नाम सेंट मिशेल जोसफ स्कूल है।

➤ मेरे विद्यालय का भवन बहुत सुंदर और विशाल है।

➤ मेरा स्कूल शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक है।

➤ मेरे विद्यालय में एक बड़ा प्रार्थना कक्ष है जहाँ हम प्रार्थना करते हैं।

➤ मेरे विद्यालय में एक बड़ा पुस्तकालय है जिसमें अनेक ज्ञानवर्धक पुस्तकें हैं।

➤ मेरे स्कूल के शिक्षक अपने-अपने विषयों के काफी जानकार हैं।

➤ मेरे विद्यालय में कई कक्षाएँ हैं जिनकी दीवारों को डिज़ाइनों से रंगा गया है।

➤ मेरे स्कूल में एक कंप्यूटर लैब है जहाँ हम कंप्यूटर सीखते हैं।

➤ इसमें एक बड़ी प्रयोगशाला भी है जहाँ हम रसायन विज्ञान के प्रयोग करते हैं।

➤ मेरे विद्यालय में एक बड़ा खेल का मैदान है जहाँ विद्यार्थी विभिन्न खेल खेलते हैं।

मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 3, 4

मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 5, 6, मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 7, 8, मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 9, 10, related essays : .

  • मेरी माँ पर निबंध - Essay on My Mother in Hindi
  • मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध - Mere Priya Shikshak Par Nibandh
  • मेरा परिचय पर निबंध - Mera Parichay par Nibandh for Students

Twitter

100+ Social Counters$type=social_counter

  • fixedSidebar
  • showMoreText

/gi-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list

  • गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit गम् धातु के रूप संस्कृत में – Gam Dhatu Roop In Sanskrit यहां पढ़ें गम् धातु रूप के पांचो लकार संस्कृत भाषा में। गम् धातु का अर्थ होता है जा...
  • दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद - Do Mitro ke Beech Pariksha Ko Lekar Samvad Lekhan दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद लेखन : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच परीक्षा को लेकर संवाद , परीक्षा की तैयार...

' border=

RECENT WITH THUMBS$type=blogging$m=0$cate=0$sn=0$rm=0$c=4$va=0

  • 10 line essay
  • 10 Lines in Gujarati
  • Aapka Bunty
  • Aarti Sangrah
  • Akbar Birbal
  • anuched lekhan
  • asprishyata
  • Bahu ki Vida
  • Bengali Essays
  • Bengali Letters
  • bengali stories
  • best hindi poem
  • Bhagat ki Gat
  • Bhagwati Charan Varma
  • Bhishma Shahni
  • Bhor ka Tara
  • Boodhi Kaki
  • Chandradhar Sharma Guleri
  • charitra chitran
  • Chief ki Daawat
  • Chini Feriwala
  • chitralekha
  • Chota jadugar
  • Claim Kahani
  • Dairy Lekhan
  • Daroga Amichand
  • deshbhkati poem
  • Dharmaveer Bharti
  • Dharmveer Bharti
  • Diary Lekhan
  • Do Bailon ki Katha
  • Dushyant Kumar
  • Eidgah Kahani
  • Essay on Animals
  • festival poems
  • French Essays
  • funny hindi poem
  • funny hindi story
  • German essays
  • Gujarati Nibandh
  • gujarati patra
  • Guliki Banno
  • Gulli Danda Kahani
  • Haar ki Jeet
  • Harishankar Parsai
  • hindi grammar
  • hindi motivational story
  • hindi poem for kids
  • hindi poems
  • hindi rhyms
  • hindi short poems
  • hindi stories with moral
  • Information
  • Jagdish Chandra Mathur
  • Jahirat Lekhan
  • jainendra Kumar
  • jatak story
  • Jayshankar Prasad
  • Jeep par Sawar Illian
  • jivan parichay
  • Kashinath Singh
  • kavita in hindi
  • Kedarnath Agrawal
  • Khoyi Hui Dishayen
  • Kya Pooja Kya Archan Re Kavita
  • Madhur madhur mere deepak jal
  • Mahadevi Varma
  • Mahanagar Ki Maithili
  • Main Haar Gayi
  • Maithilisharan Gupt
  • Majboori Kahani
  • malayalam essay
  • malayalam letter
  • malayalam speech
  • malayalam words
  • Mannu Bhandari
  • Marathi Kathapurti Lekhan
  • Marathi Nibandh
  • Marathi Patra
  • Marathi Samvad
  • marathi vritant lekhan
  • Mohan Rakesh
  • Mohandas Naimishrai
  • MOTHERS DAY POEM
  • Narendra Sharma
  • Nasha Kahani
  • Neeli Jheel
  • nursery rhymes
  • odia letters
  • Panch Parmeshwar
  • panchtantra
  • Parinde Kahani
  • Paryayvachi Shabd
  • Poos ki Raat
  • Portuguese Essays
  • Punjabi Essays
  • Punjabi Letters
  • Punjabi Poems
  • Raja Nirbansiya
  • Rajendra yadav
  • Rakh Kahani
  • Ramesh Bakshi
  • Ramvriksh Benipuri
  • Rani Ma ka Chabutra
  • Russian Essays
  • Sadgati Kahani
  • samvad lekhan
  • Samvad yojna
  • Samvidhanvad
  • Sandesh Lekhan
  • sanskrit biography
  • Sanskrit Dialogue Writing
  • sanskrit essay
  • sanskrit grammar
  • sanskrit patra
  • Sanskrit Poem
  • sanskrit story
  • Sanskrit words
  • Sara Akash Upanyas
  • Savitri Number 2
  • Shankar Puntambekar
  • Sharad Joshi
  • Shatranj Ke Khiladi
  • short essay
  • spanish essays
  • Striling-Pulling
  • Subhadra Kumari Chauhan
  • Subhan Khan
  • Suchana Lekhan
  • Sudha Arora
  • Sukh Kahani
  • suktiparak nibandh
  • Suryakant Tripathi Nirala
  • Swarg aur Prithvi
  • Tasveer Kahani
  • Telugu Stories
  • UPSC Essays
  • Usne Kaha Tha
  • Vinod Rastogi
  • Vrutant lekhan
  • Wahi ki Wahi Baat
  • Yahi Sach Hai kahani
  • Yoddha Kahani
  • Zaheer Qureshi
  • कहानी लेखन
  • कहानी सारांश
  • तेनालीराम
  • मेरी माँ
  • लोककथा
  • शिकायती पत्र
  • हजारी प्रसाद द्विवेदी जी
  • हिंदी कहानी

RECENT$type=list-tab$date=0$au=0$c=5

Replies$type=list-tab$com=0$c=4$src=recent-comments, random$type=list-tab$date=0$au=0$c=5$src=random-posts, /gi-fire/ year popular$type=one.

  • अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन - Adhyapak aur Chatra ke Bich Samvad Lekhan अध्यापक और छात्र के बीच संवाद लेखन : In This article, We are providing अध्यापक और विद्यार्थी के बीच संवाद लेखन and Adhyapak aur Chatra ke ...

' border=

Join with us

Footer Logo

Footer Social$type=social_icons

  • loadMorePosts

Hindi Essay

Mere Vidyalay Par Nibandh | Essay On My School In Hindi 500 Words | PDF

Essay on my school in h indi.

Essay on My School in Hindi (Download PDF) Mere Vidyalay Par Nibandh class 5, 6, 7, 8, 9, 10 – इस निबंध के माध्यम से हम जानेंगे मेरे विद्यालय एक अच्छा निबंध कैसे लिखे तो शुरू करते है।

मेरा स्कूल मेरे शहर का एक अग्रणी स्कूल है। यह माता-पिता का गौरव है। हर माता-पिता अपने बच्चों को इस स्कूल में लाना चाहते हैं। यह एक विशाल स्कूल है और इसे दो वर्गो में विभाजित किया गया है। प्राथमिक वर्ग और माध्यमिक वर्ग। यह एक ऐसी जगह है जहाँ बच्चे सीखते हैं और अध्ययन करते हैं। इसे ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। हमारे स्कूल में , हम सभी जीवन का अधिकतम समय बिताते हैं , जिसमें हम कई विषयों में शिक्षा लेते हैं।

My school Essay in Hindi

मेरा स्कूल मेरे घर से लगभग 4 किमी की दुरी पर स्थित है। यह बहुत आदर्श और शांतिपूर्ण दिखता है। हम अपने विद्यालय को एक मंदिर की तरह पूजते है जहाँ हम प्रतिदिन जाते हैं, मेरे स्कूल के शिक्षक बहुत प्रशंसनीय हैं क्योंकि वे सभी को बड़े संयम के साथ पढ़ाते हैं। मेरा स्कूल उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो स्कूल से दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठा होकर प्रार्थना करते हैं उसके बाद अपनी-अपनी कक्षाओं में पहुँचते हैं। मेरा स्कूल हर साल लगभग 500 छात्रों को प्रवेश प्रदान करता है।

मेरा विद्यालय सरकारी होने के बावजूद, यहाँ सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं, हमारे विद्यालय का परिणाम प्रति वर्ष 100% है। मेरा स्कूल शहर के सबसे अच्छे स्कूलों में शुमार है। हर साल, मेरे स्कूल में वार्षिक उत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें स्कूल की प्रशंसा और विविध छात्रों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मैं उत्सुकता के साथ उस पल का इंतजार करता हूं, क्योंकि मैं भी हर साल इस गतिविधियों में भाग लेता हूं। इस अवसर पर बड़े अधिकारी आते हैं और अपने हाथों से बच्चों को पुरस्कृत करते हैं।

वह क्षण बहुत यादगार होता है जब आपको कई बच्चों के बीच से बुलाया जाता है, और मंच पर जाते ही आपका तालियों की गड़गड़ाहट के साथ स्वागत किया जाता है। आप अचानक आम से खास बन जाते हैं। हर कोई आपको पहचानने लगता है। यह एक अद्भुत अनुभव है, जिसे शब्दों में व्यक्त किया जाना संभव नहीं है। अच्छा लगता है कि मैं इस स्कूल का छात्र हूं।

ये भी देखें – Essay on poverty in India in Hindi

हमारे स्कूल के मैदान बहुत बड़े हैं जहाँ सभी वार्षिक कार्य होते हैं। हमारे स्कूल में दोनों साइड सीढ़ियाँ हैं, जो हमें हर मंजिल तक ले जाती हैं। भूतल पर एक बड़ा पुस्तकालय है, जो पुस्तकों से अच्छी तरह से सुसज्जित है, इसमें सभी विषयों से संबंधित कई पुस्तकें हैं। मेरे क्लास रूम के अलावा, इसमें म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स रूम है।

इसमें विज्ञान और वाणिज्य के छात्रों के लिए कक्षाएं हैं और नर्सरी के बच्चों के लिए अलग से कमरे बनाए गए हैं और तीसरी मंजिल पर एक कंप्यूटर लैब है, यहां कक्षा पांच से 12 तक के छात्रों की पढ़ाई के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है

हमारे जीवन में सफलता पाने के लिए अनुशासन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब लोग युवा होते हैं, तो वे पहले अपने परिवार और बाद में स्कूल में अनुशासन के महत्व को समझते हैं। हमारा स्कूल अनुशासन के मामले में बहुत सख्त है। स्कूल में, यदि कोई छात्र अनुशासन का उल्लंघन करता है, तो उन्हें कड़ी सजा दी जाती है। शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन वर्दी, नाखून और दांतों का निरीक्षण किया जाता है।

हमारे स्कूल में 40 शिक्षक हैं, जो प्रत्येक कक्षा में विभिन्न विषयों को पढ़ाते हैं। सभी विद्यार्थी को उनके संबंधित विषयों में अच्छी तरह से शिक्षित किया जाता है, यही कारण है कि हम शिक्षक के प्रयासों से हर विषय को आसानी से समझते हैं।

एक योग कक्षा हर दिन 30 मिनट के लिए आयोजित की जाती है जिसमें योग सिखाया जाता है और योग का महत्व समझाया जाता है। हमें स्वस्थ जीवन जीने का तरीका भी बताया जाता है। योग हमारे शरीर और मस्तिष्क को जीवित रखता है, जो हमें अपनी पढ़ाई में केंद्रित रखता है।

हर शनिवार को, हमारे स्कूल में छात्रों के बीच एक प्रतियोगिता होती है, जैसे – गायन, वाद-विवाद, कविताएँ, पेंटिंग आदि की प्रतियोगिताएं। जिसमें सभी छात्र बड़े पैमाने पर भाग लेते हैं। कभी-कभी हमारे स्कूल में कुछ अन्य संस्थानों द्वारा एक प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है और विजेताओं को अच्छे पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

ये भी देखें – Essay on nature in Hindi

लोकप्रियता-

हमारे स्कूल के लोकप्रिय और बड़े मैदान होने के कारण, जिला स्तर की खेल प्रतियोगिताएं भी हमारे स्कूल में आयोजित की जाती हैं। हमारे विद्यालय के अधिकांश छात्र भी इसमें भाग लेते हैं। मेरा स्कूल शतरंज, कबड्डी, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, क्रिकेट, आदि में प्रतिस्पर्धा करता है।

हमारे स्कूल का परिणाम हर साल अच्छा होता है, जिसके कारण हमारा स्कूल हमारे शहर का एक प्रसिद्ध स्कूल बन गया है। स्कूल के परीक्षा परिणाम का 100 प्रतिशत होने का कारण एक अनूठा कारक है, यहां के शिक्षक विद्वान और अच्छे व्यक्तित्व वाले हैं, जो छात्रों के धैर्य के साथ सभी प्रश्नों को सुनते हैं और हल करने तक उन्हें हल करने का प्रयास करते हैं। शिक्षकों के साथ-साथ बच्चों और उनके माता-पिता की कड़ी मेहनत के कारण, स्कूल के परिणाम हर साल अच्छे होते हैं और मेरे स्कूल को मेरे शहर पर गर्व है।

Download PDF – Click Here

FAQs. on My School in Hindi

आपको अपना स्कूल क्यों पसंद है.

उत्तर: मुझे मेरा स्कूल पसंद है क्योंकि मेरा स्कूल मेरे शहर का अग्रणी स्कूल है। मेरे स्कूल के शिक्षक बहुत देखभाल करने वाले और योग्य हैं। स्कूल के अन्य छात्रों से आगे रहने के लिए कई सुविधाएं हैं।

एक स्कूल में किस प्रकार की सुविधाएं होनी चाहिए?

उत्तर: इसे सुविधाओं के मामले में नहीं गिना जा सकता है, लेकिन एक स्कूल में अच्छे योग्य शिक्षक होने चाहिए जो अपने छात्रों के संदेह को समझने के लिए सीमा के पार जाकर मदद कर सकें।

Related Articles

Adarsh Vidyarthi Par Nibandh

Adarsh Vidyarthi Par Nibandh 500 Words | Essay on Ideal Student in Hindi | PDF

Teachers day essay in Hindi

शिक्षक दिवस पर निबंध | Teachers Day Essay In Hindi 500 Words | PDF

Morning walk essay in hindi

सुबह की सैर पर निबंध | Morning Walk Essay In Hindi 500 Words | PDF

Computer Boon or Curse Essay in Hindi

Computer Boon or Curse Essay in Hindi 100, 200, 300, 500 Words

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Essay on My School in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध 150, 300 और 600 शब्दों में

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi : हमारी जिंदगी में विद्यालय और शिक्षा काफी महत्व रखती है। बिना विद्यालय और शिक्षा के हम एक अच्छे जीवन की कल्पना नही कर सकते है। इसलिए हमें विद्यालय के महत्व को जानना बहुत ज़रूरी है।

स्कूलों में अक्सर मेरा विद्यालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है। अगर आपको भी Mera  School Par Nibandh लिखने के लिए कहा गया है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी के लिए उपयोगी हैं। मैने यहां पर My School Essay in Hindi में 150, 300 और 600 शब्दों में लिखा है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम शिक्षा के महत्व को समझते है, और शिक्षा की मदद से हम अपनी जिंदगी को एक सही दिशा देते है।

अगर मैं अपने स्कूल की बात करूँ तो मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। मेरा स्कूल शहर से थोड़ी दूर शांत जगह पर है, जहां हम बस की मदद से जाते है। मेरे स्कूल में लगभग 1000 छात्र पढ़ते हैं, और सभी छात्र अनुशासन में रहते है।

मेरे विद्यालय का भवन काफी सुंदर है, जहां पर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर एक बड़ा खेल का मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाल और एक कंप्यूटर लैब है। इसके अलावा एक बहुत बड़ा हॉल भी हैं, जहां हम सभी मिलकर सुबह-सुबह प्रार्थना करते है।

मेरे विद्यालय में अनेक तरह के खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। मेरे स्कूल के सभी अध्यापक और अध्यापिकाएँ बहुत अच्छी हैं, जो हमें प्यार से पढ़ाते हैं। मुझे यहां पर बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है, और मैं अपने स्कूल को बहुत प्यार करता हूँ।

मेरा विद्यालय पर निबंध 300 शब्दों में (My School Essay in Hindi)

प्रस्तावना.

विद्यालय हमारी जिंदगी का काफी अहम हिस्सा है। जब बड़े हो जाते है, तब भी स्कूली घटनाएं हमारी जिंदगी की सबसे यादगार घटनाओं में से एक होती है। क्योंकि स्कूल के साथ हमारे बच्चपन की यादे जुड़ी होती है। विद्यालय हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाता है।

विद्यालय की परीभाषा

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां पर शिक्षा ग्रहण की जाती है। यहां पर बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। यह एक मंदिर है जहां सभी प्रकार के बच्चे एक ही तरह की ड्रेस पहनकर पढ़ाई करते है।

विद्यालय में बिना भेदभाव के अध्यापक बच्चों को शिक्षा देते है। यहां पर बच्चों को शिक्षा, ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है, और अंतत बच्चे का व्यक्तित्व निर्माण होता है।

मेरे विद्यालय का भवन

मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, और यह राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थिति है। मेरा विद्यालय भवन तीन मंजिला है, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। मेरे स्कूल में कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करवाई जाती हैं। मेरे स्कूल में एक बड़ा हॉल और एक बड़ा खेलकूद का मैदान भी है।

मेरे विद्यालय में बड़ी-बड़ी कक्षाएं, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाला, और कंप्यूटर लैब भी है। मेरे विद्यालय में प्रेवश करते ही सामने प्रधानाचार्य का ऑफिस है। इसके अलावा विद्यालय के चारों तरफ पेड़-पौधे भी हैं।

मेरा विद्यालय की अध्यापक-अध्यापिकाएँ

मेरे स्कूल में कुल आठ अध्यापक और अध्यापिकाएँ हैं, जो काफी अच्छे से पढ़ाती है। मेरी स्कूल के सभी टीचर्स अनुभवी और विद्वान है। मेरे विद्यालय में सभी तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं, जैसे- हिंदी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान आदि। और सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक मौजुद है।

मेरी स्कूल एक पीटी टिचर और एक योगा टीचर भी है, जो हमारी शेहत का ख्याल रखते है। हमारी स्कूल में समय-समय पर खेल प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिसमें सभी अध्यापक अपना योगदान देते है।

विद्यालय में अनुशासन

मेरे विद्यालय में काफी अनुशासन है, और इसके लिए विद्याल में कुछ कठोर नियम भी बनाए गए हैं। सभी विद्यार्थी नियमों की पालना करते है, और स्कूल में अनुशासन बनाए रखते है। विद्यालय में अनुशासन बहुत जरूरी है, क्योंकि बिना अनुशासन के पढ़ाई नही की जा सकती है।

उपसंहार

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां मुझे सभी तरह की सुविधाएं मिलती है। मुझे पूरा यकिन है कि मैं यहां पर पढ़कर एक अच्छा इंसान बनूंगा, और अपने पूरे परिवार व स्कूल का नाम रोशन करूंगा। मैं अपने सभी अध्यापकों का धन्यवाद करता हूँ, जो मुझे इतना अच्छे से और प्यार से पढ़ा रहे है।

Essay on My School in Hindi से हम विद्यालय के महत्व को समझ सकते है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 600 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

उपसंहार (विद्यालय का परिचय).

 स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां पर हम धीरे-धीरे बड़े होते है, और हमारे व्यक्तित्व का निर्माण होता है। मेरा अधिकतर समय स्कूल में बितता है, जहां मैं अपने दोस्तों के साथ पढ़ाई भी करता हूँ और मस्ती भी करता हूँ। मेरी स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिरा उच्च माध्यमिक विद्यालय ”  है, जहां 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां पर सभी अध्यापक अच्छे और अनुभवी है, और सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर पढ़ाई करने योग्य अनुकूल माहौल है। मेरे स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और कौशल पर भी ध्यान दिया जाता है। सच में, मेरा विद्यालय काफी अच्छा है, जिसे मैं बहुत प्यार करता हूँ।

विद्यालय क्या है, इसके प्रकार

विद्यालय का शाब्दिक अर्थ होता है- विद्या और आलय। इसका मतलब है कि एक ऐसा स्थान जहां पर विद्या मिलती हो। प्राचीन समय में पहले गुरुकुल हुआ करते थे, जहां पर गुरू शिष्यों को अनेक तरह की शिक्षाएं देते थे। हालांकि अब गुरुकुल को विद्यालय और स्कूल बोला जाता है। और इसके साथ ही प्राचीन काल की तुलना में शिक्षा का ढंग भी बदल गया है। विद्यालय मंदिर का रूप होता है, जहां व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

हम बचप्पन से बड़े होने तक अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े हैं, जैसे- आंगनवाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और फिर उच्च माध्यमिक विद्यालय। इसके बाद महाविद्यालय (कॉलेज) में जाकर पढ़ाई करते है।

इसके अलावा भी विद्यालय के अन्य प्रकार होते हैं, जैसे- सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, आवासीय विद्यालय, धार्मिक विद्यालय, कौशल निर्माण विद्यालय और सैनिक विद्यालय।

मेरे विद्यालय की विशेषताएं

मेरा विद्यालय काफी अच्छा हैं, जहां सभी सुविधाएं दी गयी है। यहां पर कोई भी बच्चा आसानी से पढ़ सकता है। मेरे स्कूल की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-

  • मेरा विद्यालय शहर से थोड़ा दूर शांत जगह पर है, और चारों तरफ खुला वातावरण है।
  • मेरे स्कूल में सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं।
  • मेरा स्कूल तीन मंजिला है, और स्कूल के बाहर एक गार्डन भी है।
  • स्कूल में एक प्रार्थन हॉल, एक पुस्तकालय, एक कंप्यूटर लैब, और एक विज्ञान प्रयोगशाला है।
  • विद्यालय में शीतल जल और शुद्ध पानी की व्यवस्था है।
  • विद्यालय में अनेक खेलकूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं।
  • मेरे स्कूल में पढ़ने के लिए काफी अच्छा वातावरण है।
  • मेरे विद्यालय में काफी अच्छा अनुशासन है।
  • मेरे स्कूल में कक्षा 12 तक पढ़ाई करवाई जाती हैं।

मेरे विद्यालय में विद्यार्थियों का अनुशासन

मेरे विद्यालय में सबसे ज्यादा अनुशासन पर ध्यान दिया जाता है। क्योंकि जब तक अनुशासन नही होगा, तब तक पढ़ाई संभव नही है। अनुशासन की वजह से ही सभी कक्षाएं समय पर लगती है, और बच्चे भी समय पर स्कूल आते है। व्यक्ति के जीवन में अनुसाशन होना बहुत जरूरी है, और यह अनुसाशन स्कूल की मदद से ही आता है।

हमारी स्कूल में अच्छा अनुसाशन होने की वजह से हम समय पर पढ़ते है और समय पर खेलते भी हैं। जिंदगी में अनुशासन का होना बेहद ज़रूरी है।

मेरे विद्यालय की शिक्षण प्रणाली

एक अच्छे विद्यालय में अच्छी शिक्षण प्रणाली होना बहुत ज़रूरी है, और मेरे विद्यालय में है। मेरे स्कूल में एक दिन में दो पारीयां चलती हैं, जिसमें सुबह के समय प्राथमिक कक्षा से 6वीं कक्षा के विद्यार्थी आते है। और फिर 12 बजे के बाद 7वीं कक्षा से 12 कक्षा के विद्यार्थी आते है।

मेरे स्कूल में रेगुलर क्लासेस चलती है, और बीच में रेस्ट भी मिलती है। पढ़ाई के बाद बच्चों को खेलने का समय भी दिया जाता है। इसके अलावा जो भी बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है, उन्हे विशेष क्लासेस भी दी जाती है।

सभी कक्षाओं में समय-समय पर टेस्ट भी होते हैं, ताकि बच्चों की स्थिति का पता चल सके।

प्रतियोगिताओं का आयोजन

मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह की प्रतियोगिताएं भी होती है जैसे- चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि, ताकि हम पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कौशल भी सीख सके। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिससे हमें काफी कुछ नया सिखने को मिलता है।

विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य

विद्यालय एक विद्या का मंदिर है, जिसके प्रति हर विद्यार्थी के कुछ कर्तव्य होते हैं। हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम अपने स्कूल में अनुसाशन को बनाए रखे। और अच्छा रिजल्ट प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन करें। हमे अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए, और उन्हे अपनी लाइफ में हमेशा याद रखना चाहिए।

विद्यालय एक बच्चे के जीवन में काफी अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि विद्यालय से बच्चे को शिक्षा, ज्ञान और कौशल मिलता है,और एक अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण होता है। यहां पर मुझे पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई तरह के अनुभव भी मिल रहे है। मैं अपनी स्कूल को बहुत प्यार करता हूं, और मैं हमेशा अपने विद्यालय पर गर्व महसूस करूंगा।

मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में 10 लाइन (Mera  School Par Nibandh)

  • मेरी स्कूल का नाम “महावीर विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय” है जो शहर कुछ दूर स्थित है।
  • मेरा विद्यालय एक शांत जगह पर है, जहां पढ़ाई का माहौल काफी अच्छा है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत सारे कमरे, प्रार्थना स्थ, खेलकूद का मैदान, पुस्तकालय और लैब उपलब्ध हैं।
  • मेरे स्कूल में रोज़ाना सुबह 30 मिनट तक प्रार्थना होती है, और फिर भोजन से पूर्व भी छोटी-सी प्रार्थना होती है।
  • मेरे विद्यालय में प्रत्येक विषय को पढ़ाने के लिए अनुभवी और योग्य शिक्षक मौजुद हैं।
  • स्कूल में बच्चों के प्रति प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों का काफी अच्छा व्यवहार है।
  • मेरे स्कूल में अनुशासन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
  • स्कूल के बाहर गार्डन में सभी बच्चे रोज़ाना खेलते है।
  • मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह के सांस्कृतिक प्रोग्राम और प्रतियोगिताएं होती हैं।
  • मैं अपने स्कूल से काफी प्यार करता हूँ, और मैं अपने स्कूल के लिए गर्व महसूस करता हूं।

इसे भी पढ़े:

Essay on Noise Pollution in Hindi

Global Warming Essay in Hindi

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
  • Click to share on Telegram (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Self Study Mantra

Self Study Mantra

  • Essay for IBPS PO Mains
  • Essay for State PSC
  • Essay for Banking Exam
  • Important Essays
  • Letter Writing
  • हिन्दी निबंध
  • One Word Substitution
  • Computer Knowledge
  • Important Days
  • जीवन परिचय
  • Government Schemes List

स्कूल पर निबंध (School Par Nibandh) My School Essay in Hindi

स्कूल पर निबंध  .

स्कूल पर निबंध (School Par Nibandh) My School Essay in Hindi

My School Essay in Hindi Topics covered

  • school par nibandh
  • my school essay in hindi
  • my school nibandh
  • my school par essay

You may like these posts

Post a comment.

Aapne school par nibandh Bahut sahi se likha hai. Thank You

Excellent Works.

' height=

  • Download PDF Essay for All Exams

Download PDF Essay for All Exams Most important essays ranging from 250 words to 1000 …

' height=

Popular this Month

Trending Essay Topics | Important Essay Topics for Competitive Exams

Trending Essay Topics | Important Essay Topics for Competitive Exams

20 Most Important Essay Topics for CAPF 2024 | UPSC CAPF Essay Topics 2024

20 Most Important Essay Topics for CAPF 2024 | UPSC CAPF Essay Topics 2024

My School Essay in English 10 Lines, Essay on My School

My School Essay in English 10 Lines, Essay on My School

My Family Essay in English 10 Lines, Essay on My Family

My Family Essay in English 10 Lines, Essay on My Family

20 Most expected essay topics for IBPS PO Mains Exam | Important Essay Topics for IBPS PO Mains Exam | Essay for IBPS PO Mains

20 Most expected essay topics for IBPS PO Mains Exam | Important Essay Topics for IBPS PO Mains Exam | Essay for IBPS PO Mains

Download PDF Essay for All Exams

Important Days in 2024 | Important National and International Days | Important Days and Dates

Essay on Har Ghar Tiranga

Essay on Har Ghar Tiranga

Essay on Krishna Janmashtami in 150 words, 250 words and in 500 words

Essay on Krishna Janmashtami in 150 words, 250 words and in 500 words

My Father Essay in English 10 Lines, Essay on My father

My Father Essay in English 10 Lines, Essay on My father

One word substitution (download here👇👇).

One Word Substitution (Download Here👇👇)

Essay Writing in English

Essay Writing in English

Important Topics

  • Essay in English
  • Essay in Hindi
  • 20 Essays for IBPS PO Descriptive Paper
  • Trending Essay Topics
  • IBPS PO Previous Year Descriptive Paper
  • Important Essays for UPSC
  • Essay Topics for UPSC CAPF AC Exam
  • How To Crack SSC CGL In First Attempt?
  • 100 Most Important One Word Substitution
  • Essay on Artificial Intelligence
  • Latest Jobs | Admit Card | Result
  • Essay on Global Warming
  • पर्यावरण प्रदूषण: नियंत्रण के उपाय
  • Essay on Women Empowerment
  • Daily Homework for Class 1 to 5

Blog Archive

Quick links.

  • Paragraph in English
  • Advertise With Us
  • Career with Us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer, Terms and Condition
  • Shipping and Delivery Policy
  • Cancellation and Refund Policy
  • Products and Pricing
  • 10 Lines 13
  • Best Books for SSC CGL 2
  • Biography 6
  • Education System 6
  • English Grammar 1
  • Essay in Hindi 18
  • Essay Topics 32
  • essay writing 154
  • Farmer Welfare Schemes 1
  • Important National and International Days 34
  • Mathematics 5
  • One Word Substitution 2
  • Online Classes 3
  • Paragraph Writing 19
  • Political Science 1
  • Pollution 7
  • Republic Day 1
  • Speech in Hindi 1
  • SSC Exams 5
  • Study Tips 7
  • जीवन परिचय 6

Azadi Ka Amrit Mahotsav Essay in English

Azadi Ka Amrit Mahotsav Essay in English

Essay on Advantages and Disadvantages of Online Classes

Essay on Advantages and Disadvantages of Online Classes

Copyright (c) 2019-24 Self Study Mantra All Rights Reseved

' src=

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। स्कूल के विद्यार्थी जो मेरी पाठशाला पर निबंध की खोज में हैं वे इस स्कूल पर सुंदर निबंध की मदद ले सकते हैं।

Table of Content

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi (1000 Words)

स्कूल में हमारे अध्यापक गण अपना ज्ञान हमें प्रदान कर सफलता पाने का सही रास्ता दिखाते हैं। आज इस लेख में मैंने मेरे विद्यालय पर बच्चों और विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रस्तुत किया है।

मेरे विद्यालय का नाम और रूप Name and Structure of My School

मेरे विद्यालय का नाम अरविन्द पब्लिक स्कूल है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ा और भव्य है, यह भुबनेश्वर में स्थित है।  यह तीन मंजिला है और इसकी  इमारत बहुत ही सुन्दर है। यह मेरे घर के पास शहर के केंद्र में स्थित है।

मेरे विद्यालय की सुविधाएँ Facilities in My School

सबसे नीचे विद्यालय में ऑडिटोरियम है जहां सभी वार्षिक कार्य और बैठकें संपन्न होती हैं। स्कूल में दोनों सिरों पर सीढ़ियां हैं, जो हमें हर एक मंजिल तक ले जाती हैं।

इसमें विज्ञान और वाणिज्य में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं हैं तथा नर्सरी के बच्चों के लिए भी यही कक्षायें बनायी गई है और दूसरी मंजिल पर एक कंप्यूटर प्रयोगशाला है, तथा यहाँ पर कक्षा पांच से दश तक के छात्र एवं छात्राओं की पढाई के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है।

जिसमें से एक रात्री के समय विद्यालय की देखभाल के लिये वहां रहता भी है। उसके लिए विद्यालय के किनारे पर एक छोटा सा घर बनाया गया है।  

ड्राइंग रूम, म्यूजिक रूम, साइंस लेबोरेटरीज और ऑडियो वीडियो रूम भी हैं। हमारे विद्यालय में पांच हजार छात्र हैं। जिनमें 2000 लड़कियां और 3000 लड़के है। हमारे स्कूल के ज्यादातर छात्र ज्यादातर स्कूल इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और उच्च स्थान लाते हैं और सभी गतिविधियों का समर्थन करते है।

मेरे स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक Principal and Teachers of My School

मेरे विद्यालय में शिक्षा व उत्सव education and celebrations in my school.

मेरे स्कूल के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक हैं जो हमें किसी भी कठिन विषय को आसानी से समझने में मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सब कुछ सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से ज्ञान भी देते हैं।

मेरे विद्यालय में साल के सभी महत्वपूर्ण दिन जैसे खेल दिवस , शिक्षक दिवस , मातृ-पितृ दिवस , बाल दिवस , सालगिरह दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस , स्वतंत्रता दिवस , क्रिसमस दिवस , मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, नव वर्ष , गांधी जयंती, आदि एक भव्य तरीके से मनाये जाते है।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो बच्चे स्कूल से बहुत दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठे होते हैं और सुबह की प्रार्थना करते हैं और फिर सभी अपनी कक्षाओं में जाते हैं।

मेरा स्कूल हर साल लगभग 2000 छात्रों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में विभिन्न विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, जीके, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, चित्रकला, खेल और शिल्प इत्यादि के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं।

मेरे विद्यालय में पाठ्यक्रम गतिविधियाँ Curriculum activities in My School

हमारे विद्यालय में तैराकी, स्काउटिंग, एनसीसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि कई सह-पाठ्यचर्या गतिविधियाँ हैं। विद्यालय के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा अनुचित व्यवहार और अनुशासित गतिविधियों वाले छात्रों को दंडित भी किया जाता है।

हमारे प्रधानाचार्या हमारे चरित्र निर्माण, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए 10 मिनट के लिए मीटिंग हॉल में प्रतिदिन प्रत्येक छात्र की कक्षाएं लेते हैं। इस तरह मेरी प्रधानाचार्या एक अच्छी शिक्षक भी है।

विद्यालय जाने का समय My School Time

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन 10 lines on my school in hindi, निष्कर्ष conclusion.

हमारे विद्यालय के शिक्षक बहुत ही अनुभवी और योग्य है। शिक्षकों और हमारी प्राचार्या के नेतृत्व में हमारा विद्यालय लगातार उन्नति कर रहा है।  आशा करते हैं आपको मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi हिन्दी में अच्छा लगा होगा।

mera school essay in hindi for class 6

Similar Posts

संगीत पर निबंध essay on music in hindi, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध essay on international girl’s day in hindi, दोस्ती या मित्रता पर निबंध essay in friendship in hindi, बाल गंगाधर तिलक निबंध व जीवनी lokmanya bal gangadhar tilak biography in hindi, मानव अंग तस्करी पर निबंध essay on human organ trafficking in hindi, भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध essay on national game of india in hindi, leave a reply cancel reply, 42 comments.

दा इंडियन वायर

मेरा विद्यालय पर निबंध

mera school essay in hindi for class 6

By विकास सिंह

my school essay in hindi

एक स्कूल एक संस्था है, जो या तो सरकारी या निजी निकाय द्वारा संचालित है, सभी आयु वर्ग के छात्रों को व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से शिक्षा प्रदान करने के लिए यह संस्था कार्य करती है।

मेरा विद्यालय पर निबंध, my school essay in hindi (100 शब्द)

मेरा स्कूल चार मंजिला इमारत है। यह एक मंदिर की तरह है जहां हम रोजाना पढ़ाई करने जाते हैं। सुबह-सुबह सबसे पहले हम अपने बेहतर अध्ययन के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और अपने क्लास टीचर को गुड मॉर्निंग कहते हैं। फिर हम अपने पाठ्यक्रम के अनुसार अध्ययन शुरू करते हैं।

मुझे रोजाना स्कूल जाना पसंद है। मेरे विद्यालय में बहुत कठोर अनुशासन है जिसका हमें नियमित रूप से पालन करने की आवश्यकता है। मुझे अपनी स्कूल ड्रेस बहुत पसंद है। यह मेरे मीठे घर से लगभग 2 किमी दूर स्थित है। मैं पीले स्कूल की बस से स्कूल जाता हूँ। मेरा स्कूल शहर के प्रदूषण, शोर, धूल, शोर और धुएं से रहित बहुत ही शांत जगह पर है।

मेरा विद्यालय पर निबंध, my school essay in hindi (150 शब्द)

school

मेरा विद्यालय लाल रंग की तीन मंजिला इमारत में बहुत उत्कृष्ट है। मुझे उचित वर्दी में दैनिक आधार पर स्कूल जाना पसंद है। मेरा क्लास टीचर बहुत दयालु है और हमें स्कूल अनुशासन का पालन करना सिखाता है। मेरा स्कूल बहुत अच्छी जगह शहर की सभी भीड़ और शोर से दूर है।

मेरे स्कूल के मुख्य द्वार के पास दो छोटे हरे बाग हैं जहाँ बहुत सारे रंग-बिरंगे फूलों के बिस्तर, घास के लॉन, फलों के पेड़ और दो खूबसूरत बौछारें हैं।मेरे स्कूल में बहुत सारी सुविधाएं हैं जैसे एक कंप्यूटर लैब, दो साइंस लैब, एक बड़ी लाइब्रेरी, एक सामान्य पढ़ने का कमरा, एक बड़ा खेल का मैदान, एक अच्छा स्टेज और एक स्थिर दुकान।

मेरे स्कूल में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए नर्सरी की कक्षाएं हैं। मेरे स्कूल में पुरुषों और महिलाओं सहित लगभग सात उच्च योग्य शिक्षक, 20 हेल्पर्स, एक प्रिंसिपल और 10 गेट कीपर हैं। मेरे शिक्षक हमें बहुत विनम्रता से पढ़ाते हैं और हमें बहुत ही रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विषयों को सीखाते हैं।

मेरा स्कूल पर निबंध, essay on my school in hindi (250 शब्द)

school

स्कूल सीखने का मंदिर है और पेशेवर और सामाजिक जीवन के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। मेरा स्कूल दान की गई धन की मदद से 1990 में दान की गई भूमि पर स्थापित किया गया था। मेरे स्कूल का माहौल बहुत सुखद है और स्कूल का माहौल बहुत साफ और आकर्षक है।

मेरा स्कूल भवन खेल के मैदान के केंद्र में स्थित है। स्कूल के एक तरफ एक बड़ा बगीचा है जिसमें छोटे तालाब हैं। इस तालाब में कई रंगीन मछलियाँ और अन्य पानी के जानवर हैं। मेरा स्कूल चार मंजिला इमारत है जिसमें 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए नर्सरी की कक्षाएं हैं।

मेरे स्कूल में एक बड़ी लाइब्रेरी, प्रिंसिपल ऑफिस, हेड ऑफिस, क्लर्क ऑफिस, एक साइंस लेबोरेटरी, एक कंप्यूटर लैब, एक कॉमन स्टडी रूम, एक बड़ी लॉबी, टीचर कॉमन रूम, एक बड़ा स्पोर्ट्स ग्राउंड, लड़कियों और लड़कों के लिए एक अलग हॉस्टल है। स्कूल परिसर।

मेरे स्कूल में उच्च योग्य और अनुभवी शिक्षक हैं जो हमें बहुत प्रभावी और रचनात्मक तरीके से पढ़ाते हैं। मेरे स्कूल में लगभग एक हजार छात्र हैं जो हमेशा स्कूल के बाहर या स्कूल के अंदर आयोजित प्रतियोगिताओं में उच्च रैंक प्राप्त करते हैं। हम सभी उचित वर्दी में स्कूल जाते हैं। हमारे पास दो प्रकार की वर्दी है, एक समान वर्दी और दूसरी घर की वर्दी।

मेरे स्कूल की समयावधि सुबह 7.50 बजे और गर्मियों के मौसम में दोपहर में 1.30 बजे और सुबह 8.50 बजे और सर्दियों के मौसम में शाम को 3.30 बजे शुरू होती है। हम रोज़ाना कुछ समय के लिए लाइब्रेरी जाते हैं जहाँ हम अपने कौशल और सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए रचनात्मक किताबें और अखबार पढ़ने का अभ्यास करते हैं।

मेरा स्कूल पर निबंध, essay on my school in hindi (300 शब्द)

मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 1 किमी दूर स्थित है। यह बहुत साफ और शांतिपूर्ण दिखता है। मेरा स्कूल एक मंदिर की तरह है जहाँ हम रोज़ जाते हैं, भगवान से प्रार्थना करते हैं और एक दिन में 6 घंटे पढ़ाई करते हैं। मेरे स्कूल के अध्यापक बहुत ही सराहनीय हैं क्योंकि वे सभी को बहुत ही संयम के साथ सिखाते हैं।

मेरे स्कूल में अध्ययन, स्वच्छता और वर्दी के सख्त मानदंड हैं। मुझे रोज़ाना स्कूल जाना पसंद है क्योंकि मेरी माँ कहती है कि रोज़ाना स्कूल जाना और सभी अनुशासन का पालन करना बहुत आवश्यक है। स्कूल शिक्षा का एक मंदिर है जहाँ हम बहुत रचनात्मक रूप से सीखने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं। हम अपने अध्ययन के साथ अन्य चीजों को भी सीखते हैं जैसे अनुशासन, शिष्टाचार, अच्छा व्यवहार, समय की पाबंदी और कई अन्य शिष्टाचार।

मेरे विद्यालय का वातावरण अद्भुत है जहाँ बहुत सारे प्राकृतिक दृश्य और हरियाली उपलब्ध हैं। एक बड़ा बगीचा और तालाब है जिसमें मछली, मेंढक, रंग-बिरंगे फूल, पेड़, सजावटी पेड़, हरी घास आदि हैं। अन्य चीजें जैसे बड़े प्ले ग्राउंड, स्कूल के चारों ओर बड़े खुले स्थान मेरे स्कूल को एक प्राकृतिक सुंदरता देते हैं।

यहां क्रिकेट नेट, बास्केट बॉल कोर्ट और स्केटिंग ग्राउंड की भी सुविधा है। मेरा स्कूल सीबीएसई बोर्ड के मानदंडों का पालन करता है। मेरा विद्यालय नर्सरी से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों को कक्षाओं की सुविधा प्रदान करता है। मेरे स्कूल के प्रिंसिपल स्कूल के अनुशासन, स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में बहुत सख्त हैं।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो विद्यालय से दूर स्थित हैं। सभी छात्र सुबह खेल मैदान में इकट्ठा होते हैं और मॉर्निंग प्रेयर करते हैं और फिर अपने-अपने क्लास रूम में पहुंच जाते हैं। मेरा स्कूल हर साल नर्सरी कक्षा (लगभग 2000) छात्रों को प्रवेश प्रदान करता है।

मेरे पास अलग-अलग कक्षाओं के लिए अलग-अलग शिक्षक हैं जैसे पीटी, मैथ्स, अंग्रेजी, हिंदी, जी.के., संगीत, नृत्य, पेंटिंग और ड्राइंग। मेरे स्कूल में एक बड़ा पुस्तकालय, स्टेशनरी की दुकान और स्कूल परिसर के अंदर कैंटीन है। मेरा स्कूल हर साल सभी कक्षाओं के लिए एक वार्षिक समारोह आयोजित करता है जिसमें हमें भाग लेना चाहिए।

मेरी पाठशाला पर निबंध, my school essay in hindi (400 शब्द)

मेरा स्कूल बहुत भव्य है, जिसमें तीन मंजिला प्रभावशाली ढंग से संरचित इमारत और शहर के केंद्र में स्थित है। यह मेरे घर से लगभग 3 किमी दूर स्थित है और मैं बस से स्कूल जाता हूँ। मेरा स्कूल राज्य के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक है जहाँ मैं रहता हूँ। यह बिना किसी प्रदूषण, शोर और धूल के बहुत शांतिपूर्ण जगह पर स्थित है।

स्कूल की इमारत के दोनों सिरों पर दो सीढ़ियाँ हैं जो हमें हर मंजिल तक ले जाती हैं। इसमें पहली मंजिल पर अच्छी तरह से सुसज्जित और बड़ी लाइब्रेरी, अच्छी तरह से इंस्ट्रूमेंटेड साइंस लैब और एक कंप्यूटर लैब है। भूतल पर एक स्कूल सभागार है जहाँ सभी वार्षिक कार्य, बैठकें, पीटीएम, नृत्य प्रतियोगिताएं होती हैं।

प्रधान कार्यालय, क्लर्क कक्ष, स्टाफ रूम और सामान्य अध्ययन कक्ष भूतल पर स्थित हैं। स्कूल की कैंटीन, स्टेशनरी की दुकान, शतरंज का कमरा और स्केटिंग हॉल भी भूतल पर स्थित हैं। मेरे स्कूल में स्कूल प्रिंसिपल ऑफिस के सामने दो बड़े सीमेंटेड बास्केटबॉल कोर्ट हैं, जबकि फुटबॉल का मैदान इसके साइड में है।

मेरे स्कूल में एक छोटा सा हरा-भरा बगीचा है, जो हेड ऑफिस के सामने, रंग-बिरंगे फूलों और सजावटी पौधों से भरा है, जो पूरे स्कूल परिसर की शोभा बढ़ाते हैं। मेरे विद्यालय में लगभग 1500 छात्रों ने प्रवेश लिया है। वे हमेशा किसी भी अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में उच्च रैंक करते हैं।

मेरे विद्यालय के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक और नवीन हैं जो किसी भी कठिन मामले को बहुत आसानी से समझने में हमारी मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से सब कुछ बताते हैं।

मेरा स्कूल किसी भी कार्यक्रम में इंटर-स्कूल सांस्कृतिक गतिविधियों और खेल गतिविधियों जैसे पहले स्थान पर है। मेरा स्कूल वर्ष के सभी महत्वपूर्ण दिन मनाता है जैसे कि खेल दिवस, शिक्षक दिवस, अभिभावक दिवस, बाल दिवस, स्कूल वर्षगांठ दिवस, संस्थापक दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, क्रिसमस दिवस, मातृ दिवस, वार्षिक समारोह, हैप्पी न्यू ईयर , महात्मा गांधी जन्मदिवस, आदि भव्य तरीके से।

हम सह-पाठयक्रम गतिविधियों जैसे तैराकी, स्काउटिंग, एनसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि में भाग लेते हैं। अनुचित व्यवहार और अनुशासनहीन गतिविधियों वाले छात्रों को स्कूल के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा दंडित किया जाता है।

हमारे प्रिंसिपल हमारे चरित्र गठन, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए मीटिंग हॉल में रोजाना 10 मिनट तक हर छात्र की कक्षाएं लेते हैं। हमारे स्कूल का समय बहुत ही रोचक और सुखद है क्योंकि हम रोजाना बहुत सारे रचनात्मक और व्यावहारिक काम करते हैं।

कहानीकार, गायन, कविता पाठ, हिंदी और अंग्रेजी में वार्तालाप का हमारा मौखिक मूल्यांकन दैनिक आधार पर कक्षा शिक्षक द्वारा लिया जाता है। तो, मेरा स्कूल दुनिया का सबसे अच्छा स्कूल है।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, one thought on “मेरा विद्यालय पर निबंध”, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

जर्मनी अफ्रीका में महामारी को रोकने के लिए 100,000 एमपॉक्स वैक्सीन खुराक दान करेगा

Landslide in kerala: वायनाड भूस्खलन- प्राकृतिक हादसा या मानव जनित, paris olympic 2024: “जलवायु आपातकाल” के बीच ऐतिहासिक आयोजन, 25 जुलाई को मनाया जायेगा संविधान हत्या दिवस – अमित शाह.

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज का निबंध मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi पर दिया गया हैं.

मेरी स्कूल पर सरल निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में छोटा बड़ा माय स्कूल एस्से इन हिंदी के रूप में याद करवा सकते हैं.

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

Paragraph On My School In Hindi & English For Students: Here We Share With You Short Paragraph On My School For Students In English & Hindi Language.

Write A Short Paragraph Of About 100 Words On My School Use Following Words- Govt, Big, Building, Room, Airy, Doors, Hall, Library, Reading Room, Headmaster, Students, Teachers.

My School Paragraph In English In 100 Words

I Read In Government Upper Primary School. The Building Of The School Is Very Grand. It Is In The Center Of the City.

There Are Thirty Rooms In My School. All The Rooms Are Very Big And Airy. Our School Has a Big Hall. There Is A Good Library In Our School.

There Are Two thousand Books In It. There Is A Reading Room. We Read Newspapers And Magazines In It. Our School Has a Big Playground.

We Play Games There In The Evening. There Are Five Hundred Students In Our School. All Are Teachers Are Very Kind And Learned. Our Headmaster Is A Learned Men.

My School Paragraph In Hindi In 100 Words

मैं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ. स्कूल की इमारत बहुत भव्य हैं. यह शहर के मध्य में हैं. मेरे स्कूल में तीस कमरे हैं. सारे कमरे बहुत बड़े और हवादार हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा हॉल हैं. हमारे स्कूल में एक अच्छा पुस्तकालय हैं. इसमें दो हजार पुस्तकें हैं. इसमें दो हजार पुस्तके हैं. एक वाचनालय हैं. हम इसमें समाचार पत्र और पत्रिकाएँ पढ़ते हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा खेल का मैदान हैं. हम शाम को वहां खेल खेलते हैं. हमारे स्कूल में पांच सौ विद्यार्थी हैं. सब अध्यापक बहुत दयालु और विद्वान हैं.

(मेरा विद्यालय) Essay On My School In English And Hindi

why I like my school- I read in ramjas senior secondary school no 5. it always shows good results. it is situated in Karol Bagh.

its pass percentages are cent percent. the teacher is good and able. they are hard-working. the principal is a good guide. the students are hard-working and sincere. the school discipline is good.

in has the grand building is good playgrounds. the rooms are big and the games are compulsory.

our school library is housed in a hall. there are 50,000 books in it.

moral teaching is imparted to the students in our school. our principal and teachers take personal care of the students. so I like my school very much.

मेरा विद्यालय पर निबंध ( Mera Vidyalaya Nibandh in Hindi)

मैंने रामजस उच्च माध्यमिक विद्यालय संख्या 5 में पढ़ता हूँ। यह मेरा विद्यालय हर साल अच्छे परिणाम देता है। यह करोल बाग में स्थित है।

हमारे यहाँ का पास शत प्रतिशत रहता है. सभी अध्यापक लग्न व मेहनत से शिक्षण कार्य करवाते है. हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य एक अच्छे गाइड के रूप में विद्यार्थियों को निर्देशित करते है. उनकी इमानदारी व् लग्न से विद्यालय में अच्छा अनुशासन का माहौल है.

मेरे विद्यालय में बड़ा स्कूल भवन है तथा एक अच्छा खेल मैदान है, जहाँ पर नियमित रूप से खेलों का आयोजन किया जाता है. स्कूल में कई बड़े कमरे है, जिनमें एक पुस्तकालय कक्ष भी है, जिनमें पढ़ने के लिए पचास हजार से अधिक विभिन्न विषयों की पुस्तकें है.

विद्यालय में एकेडमिक शिक्षा के अलावा नैतिक शिक्षा का भी अच्छा प्रबंध है. प्रधानाचार्य व सभी अध्यापक छात्र छात्राओं की देखभाल करते है. तथा विद्यालय में घर जैसा माहौल मिलता है. इस कारण मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है.

हमारा विद्यालय पर निबंध हिंदी में

हमारा विद्यालय उदयपुर शहर के मध्य में स्थित है. इसका नाम महाराणा भूपालसिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. हमारे विद्यालय में लगभग 400 विद्यार्थी पढ़ते है. यहाँ पर शिक्षा का उत्तम प्रबंध है.

इसमें 15 बड़े कमरे, एक विशाल पुस्तकालय और एक वाचनालय है. वाचनालय में अनेक समाचार पत्र और पत्रिकाएँ आती है. हमारे विद्यालय में खेलकूद के लिए एक विशाल मैदान है. और खेलकूद की अच्छी व्यवस्था है.

हमारा विद्यालय अनुशासन में श्रेष्ट है. इसमें आठ अध्यापक तथा सात अध्यापिकाएं है. एक शारीरिक शिक्षक तथा एक पुस्तकालय अध्यक्ष भी है.

हमारे सभी गुरुजनों के साथ छात्रों का अच्छा व्यवहार है, हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक जी विद्यालय की प्रगति का पूरा ख्याल रखते है. हमारे स्कूल में पढाई के अतिरिक्त कई विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है.

अन्य सह शैक्षणिक क्रियाकलाप भी चलते रहते है. इन सब विशेषताओं से हमें अपने विद्यालय पर गर्व है.

500 Words विद्यालय पर निबंध Essay on School in Hindi

विद्यालय देश का वह पवित्र स्थान हैं जहाँ देश के भविष्य का निर्माण होता हैं, विद्यालय विद्या विद्या की देवी का पवित्र मंदिर हैं. जिस स्थान पर विद्यार्थी विद्याअध्ययन के लिए आते हैं.

वह स्थान ही स्कूल या विद्यालय कहलाता हैं. विद्यालय दो शब्दों से मिलकर बनता हैं- विद्या+आली अर्थात विद्या का घर. विद्यालय में गुरू एवं शिष्य के सम्बन्ध अत्यंत मधुर होते हैं. मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. हमारे विद्यालय का नाम आदर्श विद्या मंदिर हैं.

मेरा विद्यालय भवन

हमारे विद्यालय का भवन अत्यंत सुंदर व विशाल है इसमें बीस कमरे हैं. प्रत्येक कमरा हवादार एवं प्रकाशयुक्त हैं. पुस्तकालय कक्ष, विज्ञान प्रयोगशाला, खेलकूद कक्ष, स्काउट कक्ष एवं एक बड़ा मीटिग हॉल भी हमारे विद्यालय में हैं.

शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम हैं. प्रधानाचार्य का कक्ष मुख्य द्वार के पास ही हैं, प्रत्येक छात्र के बैठने के लिए अलग अलग कुर्सी मेज की व्यवस्था हैं.

मेरे विद्यालय का वातावरण

हमारे विद्यालय में चालीस शिक्षक हैं. सभी शिक्षक अपने अपने विषय के विद्वान् हैं. छात्रों के साथ शिक्षक बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं. कक्षा में शिक्षक इतनी अच्छी तरह से समझाते हैं कि छात्रों को सब कुछ समझ में आ जाता हैं.

शिक्षक अपने साथ शिक्षण से सम्बन्धित सहायक सामग्री लाते हैं. जिससे हम सब छात्र अत्यंत रूचि के साथ पढ़ते हैं.

हमारे विद्यालय का शैक्षिक वातावरण अत्यंत सुंदर हैं. जिस समय कक्षाएं चलती हैं. उस समय पूरे विद्यालय प्रांगण में शांति रहती हैं.

जिन छात्रों का समय खेलकूद का होता हैं वे चुपचाप पंक्तिबद्ध होकर मैदान में चले जाते हैं, जहाँ खेलकूद के शिक्षक तरह तरह के खेल सिखाते हैं. तथा साथ खेलते भी हैं.

मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य

हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य अत्यंत कुशल प्रशासक हैं. वे अनुशासनप्रिय हैं वे स्वयं अच्छे खिलाड़ी हैं. तथा अंग्रेजी विषय में पीएचडी हैं उनका व्यवहार हमेशा विद्यार्थियों तथा बच्चों के साथ अच्छा रहता हैं.

वे विद्यालय की सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं. विद्यालय की सफाई के लिए चार अनुचर भी हैं.

विद्यालय व्यवहारिक विषयों की जानकारी देते हैं. यहाँ हमें मिलकर रहना सिखाया जाता हैं. माता-पिता गुरूजनों का आदर करना हम यही से सीखते हैं. देश के प्रति प्रेम रखना तथा राष्ट्रीय एकता की बाते विद्यालय में ही सिखाई जाती हैं.

अपना विद्यालय मुझे कितना पसंद हैं, इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन हैं. विद्यालय मेरा पूजाघर हैं. मैं इसकी वन्दना करता हूँ और नित्य प्रति इसे शीश झुकाकर नमन करता हूँ.

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मैं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ, मेरेव विद्यालय का नाम सरस्वती विद्या मंदिर हैं. इनकी गिनती शहर के प्रसिद्ध विद्यालयों में होती हैं. पढ़ाई खेल तथा अन्य गतिविधियाँ हमारे स्कूल का प्रमुख हिस्सा हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग 750 विद्यार्थी हैं. 30 से ज्यादा अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं. इनके अतिरिक्त 4 लिपिक और 2 चपरासी भी यहाँ कार्यरत हैं. अध्यापकगण अनुभवी विद्वान एवं परिश्रमी हैं.

हमारे प्रधानाचार्य बहुत ही गुणी और अनुशासनप्रिय हैं. विद्यार्थियों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही मधुर हैं. समय समय पर वे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन भी देते हैं.

मेरे विद्यालय की इमारत पक्की हैं. इसमें 25 हवादार कमरे हैं. विद्यालय के एक कमरे में प्रधानाचार्य कार्यालय भी हैं. जो कि साफ़ सुथरा और भली भांति सजा हुआ हैं. कक्षाओं में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह आदि स्वतंत्रता सैनानियों के फोटो लगे हुए हैं.

विद्यालय में एक पुस्तकालय भी हैं जहाँ से सभी छात्रों कप पढने के लिए पुस्तकें उपलब्ध होती हैं. विद्यालय में प्रायोगिक कक्षाओं के लिए लैब भी बनी हुई हैं. मेरे विद्यालय का परीक्षा परिणाम लगभग शत प्रतिशत रहता हैं और कई विद्यार्थी मेरिट में भी स्थान पाते हैं.

निर्धन छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृति भी उपलब्ध करवाई जाती हैं. मेधावी छात्रों का प्रतिवर्ष सम्मान भी किया जाता हैं. बोर्ड की कक्षाओं में गणित और विज्ञान संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने की परम्परा हैं. मुझे अपने इस विद्यालय पर बहुत गर्व हैं.

मेरा विद्यालय निबंध Mera Vidyalaya Essay in Hindi

मैं नवम कक्षा का विद्यार्थी हूँ. मैं राजेन्द्र नगर स्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूँ. यह विद्यालय नगर के मध्य में एक लम्बे चौड़े स्थान में स्थित हैं. मेरे विद्यालय का दोमंजिला भवन बहुत विस्तृत हैं.

यह नगर के श्रेष्ट विद्यालयों में से एक हैं. इसका परीक्षाफल प्रतिवर्ष बहुत अच्छा रहता हैं. इस विद्यालय के भवन में लगभग ४० कमरें हैं. जो बहुत ही सुंदर हैं ये कमरे विद्यार्थियों को बहुत पसंद हैं. इन कमरों में विद्युत् वायु प्रकाश की उचित व्यवस्था हैं. विद्यालय के प्रांगण में एक सुंदर सी फुलवाड़ी हैं.

जिसकी हरी भरी घास रंग बिरंगे फूल और लहलहाती लताएं विद्यालय में आने वालों का मन मोह लेती हैं. विद्यालय के मध्य एक बहुत बड़ा मैदान हैं. जहाँ हमारी प्रार्थना होती हैं और खेल के समय अध्यापक बच्चों को खेल खिलाते हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग दो हजार छात्र एवं छात्राएं विद्या का अध्ययन करते हैं. यह विद्यालय प्रथम कक्षा से 12 वीं कक्षा तक हैं. मेरे विद्यालय में लगभग साठ अध्यापक तथा अध्यापिकाएं कार्यरत हैं. ये सभी प्रशिक्षित तथा अपने विषय के पूर्ण ज्ञाता हैं.

मेरे विद्यालय में एक प्रधानाचार्य तथा एक उप प्रधानाचार्य हैं जो बहुत अनुशासनप्रिय हैं. प्रधानाचार्य तथा उप प्रधानाचार्य जी के कमरों के साथ विद्यालय का कार्यालय भी हैं.

एक बड़े कमरे में पुस्तकालय तथा तीन बड़े बड़े कमरों में विज्ञान की प्रयोगशालाएं स्थित हैं. मेरे विद्यालय के सभी अध्यापक व अध्यापिकाएं बहुत ही दयालु तथा विद्यार्थियों की हितैषी हैं वे विद्यार्थियों की कठिनाइयों को सुलझाने का प्रयास करते हैं. विद्यार्थी भी अपने गुरूजनों का बहुत सम्मान करते हैं.

विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम विद्यालय में चलाए जाते हैं. जैसे स्काउटिंग, रेडक्रोस, एनसीसी वाद विवाद प्रतियोगिता, नाटक, लोक नृत्य आदि. इसके अतिरिक्त कुछ खेल भी खिलवाएं जाते हैं. जैसे वालीवाल, क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी आदि.

प्रत्येक वर्ष मेरा विद्यालय मेरा विद्यालय खेल कूद व भाषण प्रतियोगिता में कोई न कोई पुरस्कार प्राप्त कर लेता हैं. स्वच्छता और अनुशासन तो मेरे विद्यालय की मुख्य विशेषताएं है. यहाँ विद्यार्थी अनुशासन, आज्ञाकारिता और सद्व्यवहार की शिक्षा ग्रहण करते हैं.

इन सब विशेषताओं के कारण मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. यह सारे नगर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता हैं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

78% OFF: HOSTINGER HOSTING & Get A FREE Domain. CLAIM YOUR DEAL NOW!

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन का निबंध

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन का निबंध

नमस्ते, 10Lines.co में आज हम बच्चों के लिए मेरा विद्यालय पर 10 लाइन का निबंध अर्थात “in English, 10 Lines on my School in Hindi ” लेकर आए है तो लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पूरा पढ़ें और My School 10 Lines in Hindi, My School Essay in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध और मेरा विद्यालय का महत्व क्या है इसकी जानकारी प्राप्त करें जिससे आपके ज्ञान का दीपक जल सके।

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन निबंध

जब बच्चे निबंध लिखना शुरू करते हैं तब उन्हें छोटे-छोटे विषयों पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। अकसर कक्षा 1 हो या कक्षा 5 किसी भी कक्षा के छात्रों को मेरा विद्यालय पर निबंध लिखने के लिए कहा जा सकता है लेकिन जिस तरह कक्षा अ का बच्चा निबंध लिखेगा उस तरह कक्षा 5 का नहीं लिख सकता है। क्योंकि जैसे-जैसे कक्षा बढ़ती जाती है वैसे-वैसे बच्चों को अच्छा निबंध लिखने की कला भी आनी चाहिए लेकिन छोटे बच्चों के लिए इस तरह के विषयों पर निबंध लिखना बहुत मुश्किल होता है।

यही कारण है कि इस लेख में हमने विद्यालय पर 10 पंक्तियां लिखने की कोशिश की है ताकि अगर आप से मेरा विद्यालय पर 10 वाक्य निबंध लिखने को कहा जाए तो आप आसानी से उस निबंध को लिख सके। हमने निबंध लिखने के लिए अलग-अलग लाइन का प्रयोग इसलिए किया है ताकि आप सभी लाइन को एक साथ जोड़ कर एक अच्छा सा निबंध लिख सके।

विद्यालय का अर्थ क्या है?

विद्यालय का अगर सामान्य अर्थ निकाला जाए तो इसका मतलब एक ऐसा स्थान होता है, जहां पर विद्या ग्रहण की जाती है। विद्यालय को अंग्रेजी भाषा में स्कूल या फिर इंस्टीट्यूट कहा जाता है। विद्यालय में पढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के टीचर होते है और जो व्यक्ति विद्यालय के सारे कार्यभार को देखता है, उसे विद्यालय का प्रिंसिपल या फिर मुख्य कार्यवाहक अधिकारी कहा जाता है।

बता दें कि स्कूल शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द से हुई है। ग्रीक में एक शब्द SKHOLE है और इसी शब्द से स्कूल शब्द की उत्पत्ति हुई।

वर्तमान के समय में विद्यालय एक सामाजिक संस्था के तौर पर काम कर रहा है, जहां पर बालक अपने कौशल, अपनी कैपेसिटी, अपने इंटरेस्ट, अपने रुझान और अपनी योग्यता के हिसाब से अपना डेवलपमेंट करता है। विद्यालय में पढ़ने के लिए विद्यार्थियों को अपना एडमिशन कराना पड़ता है और इसके बाद ही उनकी शिक्षा चालू होती है और उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों को फीस के तौर पर जो विद्यार्थी पैसे देते हैं, उन्हीं में से सैलरी दी जाती है।

(SET 1) » My School Essay in Hindi 10 Lines for Class 1

  • 👉 मेरा स्कूल शहर के सबसे लोकप्रिय और बड़े स्कूलों में से एक है।
  • 👉 मेरे विद्यालय का भवन बहुत विशाल और सुन्दर है, बच्चे वहां दौड़ते रहते हैं।
  • 👉 मेरे विद्यालय में एक विशाल खेल का मैदान है जहाँ मैं विभिन्न प्रकार के बाहरी खेल खेल सकता हूँ।
  • 👉 हम अपने स्कूल में स्वतंत्रता दिवस , गणतंत्रता दिवस जैसे सभी राष्ट्रीय समारोह बहुत धूमधाम से मनाते हैं।
  • 👉 मेरे स्कूल में एक बहुत बड़ा पुस्तकालय है जहाँ हम किताबें पढ़ सकते हैं।
  • 👉 मेरा विद्यालय सप्ताह में एक बार शारीरिक शिक्षा की कक्षाएं आयोजित की जाती है।
  • 👉 मेरे स्कूल में एक विज्ञान प्रयोगशाला है जो अच्छी तरह से सुसज्जित है।
  • 👉 मेरे स्कूल में मेरे कई दोस्त हैं जहाँ हम साथ पढ़ते और खेलते हैं।
  • 👉 मेरे स्कूल के शिक्षक बहुत दयालु हैं और सभी का ख्याल रखते हैं।
  • 👉 मुझे स्कूल जाना अच्छा लगता है क्योंकि मैं हर दिन नई चीजें सीखता हूं।

अगर आपको कोई प्रश्न पूछना है तो आप कमेंट के मध्यम से अपना प्रश्न पूछ सकते है और अगर आपको जानकारी पसंद आए तो इस जानकारी को अन्य छात्रों के साथ साझा जरूर करें।

(SET 2) » Essay on Mera Vidyalaya in Hindi 10 Lines

» मेरा विद्यालय पर 10 लाइन  (सेट 2)

  • 👉 मेरे विद्यालय का नाम सेंट मैरी डे स्कूल (आप अपने विद्यालय का नाम लिखे) है, मेरा स्कूल एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल है।
  • 👉 मेरा विद्यालय उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में स्थित है।
  • 👉 मेरे विद्यालय का कैंपस बहुत बड़ा है और इसके चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे लगाए हुए हैं जो देखने में बहुत ही सुंदर लगता है।
  • 👉 मेरे विद्यालय में बहुत से शिक्षक और शिक्षिका आए हैं जो हमें बहुत ही अच्छे से पढ़ाते हैं।
  • 👉 मेरे विद्यालय में अनुशासन और समय की पाबंदी को सबसे ऊपर रखा जाता है। यही कारण है कि मेरे विद्यालय के सभी बच्चे बहुत ही अनुशासित हैं।
  • 👉 हमारे विद्यालय में एक स्टाफ रूम, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब और रसायन लैब भी है।
  • 👉 मेरा विद्यालय co-edu को बढ़ावा देता है जिसके कारण मेरे विद्यालय में लड़की और लड़कियां दोनों साथ में पढ़ते हैं।
  • 👉 मेरे विद्यालय में करीब 800 बच्चे पढ़ते हैं।
  • 👉 मेरे विद्यालय में 1 से लेकर 10 वी कक्षा के बच्चों को पढ़ाया जाता है।
  • 👉 मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है और मैं कभी भी स्कूल जाने से मना नहीं करता हूं।

आशा करता हूँ कि स्कूल के बारे में 10 लाइन हिंदी में पढ़ कर आपको सारी जानकारी मिल गई होगी। मेरे विद्यालय पर निबंध 10 लाइन अभी खत्म नहीं हुआ है, नीचे और भी स्कूल पर 10 वाक्य पढ़ने को मिलेंगे।

(SET 3) » M era Vidyalaya Nibandh 10 Line

  • 👉 मेरा स्कूल शहर के कुछ बेहतरीन स्कूलों में से एक है।
  • 👉 पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित हमारा विद्यापीठ स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा पहले आता है।
  • 👉 मेरा स्कूल तीन मंजिला ऊंचा है लेकिन इसमें साफ सफाई का बेहद ख्याल रखा जाता है।
  • 👉 मेरे स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी आयोजित होती रहती हैं।
  • 👉 मेरे स्कूल के सामने कई सारे पेड़ पौधे उगाए गए हैं जिससे वहां का वातावरण बहुत ही स्वच्छ रहता है।
  • 👉 मेरे स्कूल का यूनिफार्म में स्काई ब्लू शर्ट और डीप ब्लू पैंट है।
  • 👉 शिक्षा के साथ-साथ हमारे स्कूल में बच्चों को नैतिकता भी सिखाया जाता है।
  • 👉 हमारे स्कूल में शिक्षक बच्चों के साथ घुलमिल कर पढ़ाते हैं।
  • 👉 पढ़ाई के साथ-साथ बीच-बीच में बच्चों को खेल भी कराया जाता है।
  • 👉 सभी बच्चों को स्कूल जाना बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है।

(SET 4) » मेरा विद्यालय पर 10 लाइन हिंदी में

  • 👉 मेरा स्कूल मेरे घर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है।
  • 👉 मेरा विद्यालय मेरे दूसरे घर के समान है, जहाँ मेरे शिक्षक मेरे अभिभावक हैं।
  • 👉 मुझे अपने स्कूल में रहना इतना अच्छा लगता है कि मैं छुट्टियों में भी जाना पसंद करूँगा।
  • 👉 मेरे स्कूल में खेलने और पाठ्येतर गतिविधियों के लिए पर्याप्त जगह है।
  • 👉 मेरे विद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी बहुत सहयोगी हैं और छात्रों की देखभाल करते हैं।
  • 👉 मेरे स्कूल में जूनियर, मिडिल और सीनियर सेक्शन के लिए अलग-अलग फ्लोर हैं।
  • 👉 मेरा विद्यालय गर्मी की छुट्टियों से पहले वार्षिक समारोह और खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन करता है।
  • 👉 मेरे विद्यालय का लक्ष्य प्रत्येक छात्र में से सर्वश्रेष्ठ निकालना है।
  • 👉 मेरे स्कूल ने व्यक्तिपरक ज्ञान के अलावा मेरे कौशल का भी विकास किया है।
  • 👉 मेरे स्कूल में मैंने बहुत सारे दोस्त बनाए हैं।

विद्यालय पर लिखी गई इन 10 पंक्तियों (Mera Vidyalaya Essay in Hindi) का अध्ययन करने के बाद अब हम विद्यालय पर निबंध पढ़ते हैं। स्कूल पर निबंध में आपको मेरे स्कूल के बारे में बहुत सी बातें जानने को मिलेगी।

Essay on School in Hindi

स्कूल एक ऐसी जगह होती है जहां हम पढ़ना लिखना शुरू करते है, इसी जगह पर हमारी नींव रखी जाती है। हम बड़े होकर कैसे व्यक्ति बनेंगे किस तरह से समाज का कल्याण करेंगे उन सभी चीजों की शुरुआत स्कूल के दिनों में ही हो जाती हैं। बचपन से हमें स्कूल में कैसे आचरण करना चाहिए यही सिखाया जाता है।

व्यक्ति के जीवन में विद्यालय की भूमिका

मेरा स्कूल मेरे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। मैं अपने स्कूल के विषय में जो भी कहूं वह मेरे लिए कम ही पड़ जाता है क्योंकि यह एक छात्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान है और यह हमें नई चीजें सीखने में मदद करता है।

स्कूल में हमारे जो शिक्षक होते है वह हमें नई नई चीजें सिखाते है और जब हम गलती करते है तो हमारे शिक्षक हमें सही बातें सिखाते हैं। यही कारण है कि स्कूल को सबसे ऊपर रखा जाता है और सभी बच्चों को यही सिखाया जाता है कि उन्हें स्कूल हमेशा जाना चाहिए।

बच्चों को यह भी सिखाया जाता है कि रोजाना स्कूल जाना चाहिए क्योंकि अगर कोई रोजाना स्कूल नहीं जाता तो वह कक्षा में बताई जा रही बातों पर ध्यान नहीं दे पाएगा और इस समस्या से बचने के लिए रोजाना स्कूल जाने में ही समझदारी है जो बच्चे रोज स्कूल जाते है वही हमेशा अच्छे नंबर लाते हैं।

स्कूल में केवल किताबी बातें ही नहीं सिखाई जाती बल्कि यह भी सिखाया जाता है कि अच्छी संगति कैसे बनाई जाती है और समय का पाबंद कैसे बना जाता है! स्कूल में बच्चों को सिखाया जाता है कि अच्छे से आचरण करने से क्या होता है और खराब आचरण करने वालों के साथ क्या होता है। स्कूल ही पहली जगह होती है जहां हम बहुत से बच्चों से मिलते है और बातचीत करना शुरू करते है तो समाज में किस तरह से रहना चाहिए। सबसे बड़ा सबक हमें स्कूल ही सिखाता है।

स्कूल हमें एक बेहतर इंसान बनाता है और हमें इस योग्य बनाता है कि हम अपने से बड़ों के सामने खुद को बेहतर ढंग से पेश कर सके।

गुरु का महत्व

हम जो खुद ही सीखते है वह हमारे शिक्षकों की दी गई शिक्षा के कारण ही मुमकिन हो पाता है क्योंकि अगर वह शिक्षा नहीं देंगे तो हम कभी भी ज्ञान अर्जित नहीं कर सकते हैं। बच्चे की ज्ञान को अर्जित करने की कला भी शिक्षक ने उन्हें सिखाते हैं। यही कारण है कि शिक्षा प्राप्ति में जितना बच्चे की भूमिका होती है उतनी ही भूमिका एक शिक्षक की भी होती है।

एक अच्छा शिक्षक एक छात्र का जीवन सफल बनाने और उसे एक अच्छा इंसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि मां बाप हमेशा बच्चों के बुनियादी स्कूल को ध्यान से सुनते है ताकि उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके। ‌ क्योंकि अगर बुनियादी अच्छी नहीं होगी तो आगे चलकर बिल्डिंग की नींव डगमगाने लगेगी।

मैंने बचपन से ही अपने स्कूल में पढ़ाई की है और अब मेरे स्कूल में मेरे बहुत सारे दोस्त बन गए हैं साथ ही साथ मेरे शिक्षकों के साथ भी काफी अच्छी बातचीत होती है और मैं रोजाना स्कूल जाता हूं जिससे मेरी पढ़ाई हमेशा अपडेट रहती है। मैं हमेशा होमवर्क करके जाता हूं जिससे मेरे शिक्षक हमेशा मुझसे खुश रहते हैं। मुझे मेरा स्कूल बहुत पसंद है इसीलिए मैं अपने स्कूल को अपना दूसरा घर मानता हूं।

विद्यालय के प्रकार क्या हैं?

विद्यालय यानी की स्कूल विभिन्न प्रकार के होते है और यह विभिन्नता उनके ढांचे, मैनेजमेंट, स्वरूप, उद्देश्य के आधार पर होती है।

1: केन्द्रीय विद्यालय

केंद्रीय विद्यालय का संचालन ऑल इंडिया लेवल पर किया जाता है और केंद्रीय विद्यालय में समान सिलेबस, समान लेवल पर संचालित होते है जिसे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को अंग्रेजी भाषा में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) कहा जाता है।

2: सरकारी विद्यालय

सरकारी विद्यालय को अंग्रेजी में गवर्नमेंट स्कूल (Government School) कहां जाता है, जहां पर विद्यार्थियों को आसान एजुकेशन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य के लिए हर 40 विद्यार्थी पर एक स्कूल को चलाने की योजना होती है और वर्तमान के समय में इंडिया के अधिकतर गांव में इस प्रकार के स्कूल चलाए जाते हैं।

इस प्रकार के स्कूल को गवर्नमेंट के द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है, साथ ही इस प्रकार के स्कूल में मिड डे मील योजना का संचालन भी होता है और इस प्रकार के स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को गवर्नमेंट की तरफ से स्कॉलरशिप भी दी जाती है जिसे की वजीफा कहा जाता है। गवर्नमेंट स्कूल स्टेट गवर्नमेंट के एजुकेशन डिपार्टमेंट के द्वारा संचालित होते है और इन्हें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है।

3: नवोदय विद्यालय

नवोदय विद्यालय सेंट्रल गवर्नमेंट के द्वारा सर्टिफाइड होते है और इस विद्यालय में होनहार विद्यार्थियों को पढ़ने का मौका दिया जाता है और उन्हें रहने के लिए बिल्कुल निशुल्क आवास, भोजन और एजुकेशन की व्यवस्था दी जाती है। इसे भी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है।

4: निजी विद्यालय

निजी विद्यालय को प्राइवेट विद्यालय कहा जाता है जिसे किसी प्राइवेट व्यक्ति के द्वारा संचालित किया जाता है। इस विद्यालय में जो टीचर होते है उन्हें कितनी सैलरी मिलेगी, इस बात का निर्णय विद्यालय का प्रशासन ही करता है। कुछ निजी विद्यालय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा सर्टिफाइड होते है तो कुछ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा सर्टिफाइड होते हैं। वर्तमान के समय में निजी विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है। गवर्नमेंट विद्यालय की तुलना में निजी विद्यालय में महीने की फीस ज्यादा होती है।

5: संस्कृत विद्यालय

संस्कृत विद्यालय में अधिकतर हिंदू समुदाय के विद्यार्थी अध्ययन करते है। इनमें उन्हें आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है साथ ही पूजा, प्रार्थना, मंत्र और वेदों की शिक्षा भी दी जाती है और मुख्य तौर पर इस प्रकार के विद्यालय में पढ़ाई का माध्यम संस्कृत भाषा ही होती है।

6: मिशनरीज स्कूल

इस प्रकार के विद्यालय के कर्ताधर्ता क्रिश्चियन समुदाय के लोग होते है जिसे सीबीएसई बोर्ड के द्वारा मान्यता प्राप्त हुई होती है। इस प्रकार के विद्यालय में ईसाई धर्म का ज्यादा इफेक्ट देखा जाता है।

7: आर्मी वेलफेयर सोसायटी द्वारा संचालित विद्यालय

इंडिया का डिफेंस डिपार्टमेंट इस प्रकार के स्कूल का मैनेजमेंट करता है और इस प्रकार के विद्यालय की देखरेख आर्मी के ऑफिसर करते हैं।

8: मिलट्री स्कूल

इंडिया के डिफेंस मिनिस्ट्री के द्वारा ही इस प्रकार के स्कूल को संचालित किया जाता है।

मुसलमान समुदाय के लोगों को यहां पर धार्मिक एजुकेशन मिलती है जिसमें उन्हें मौलाना पढ़ाते हैं।

10: आदर्श विद्या मंदिर

मुख्य तौर पर इस प्रकार के विद्यालय में हिंदी भाषा पर जोर दिया जाता है और विद्या भारती के द्वारा इसे संचालित किया जाता है। इसके अलावा आर्य समाज विद्यालय, बौद्ध मठ, चल विद्यालय है।

तो साथियों  मेरा विद्यालय पर 10 लाइन का निबंध (My School Essay in Hindi 10 Lines) आपको कैसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से जरूर अवगत कराएं। साथ ही जानकारी को दूसरों के साथ भी अवश्य शेयर करें।

Similar Posts

14 सितंबर हिंदी दिवस पर निबंध, भाषण, कविता

14 सितंबर हिंदी दिवस पर निबंध, भाषण, कविता

हिंदी दिवस पर निबंध: किसी भी देश की पहचान कुछ विशेष कारकों जैसे उसकी संस्कृति, वेशभूषा, खान पान तथा भाषा से होती है। हम सभी भारतवासी हिंदी को अपनी मातृभाषा मानते हैं इसलिए आज हिंदी भारत समेत विश्व के अनेक देशों में बोली जाने वाली भाषा है। जिससे प्रभावित होकर विदेशी संस्कृति के लोग भी आज…

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस 2021 पर निबंध

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस 2021 पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध को शुरू करने से पहले सर्वप्रथम आप सभी को 15 अगस्त 2021 की हार्दिक शुभकामनाएं। आज के इस शुभ अवसर पर आप सभी के लिए हमेशा की तरह कुछ नया लेकर आया हूँ। 15 अगस्त 1947 की तारीख को कोई भी भूले नहीं भुला सकता है। 15 अगस्त के दिन हमारा भारत…

5 सितंबर शिक्षक दिवस पर निबंध 2021

5 सितंबर शिक्षक दिवस पर निबंध 2021

यहां आपको Teachers Day Essay in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए हिंदी में लिखा हुआ मिलेगा। हर विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक का एक विशेष स्थान होता है, राष्ट्र के भविष्य को सवारने में शिक्षकों की महत्व भूमिका होती है, उनकी…

विश्व कैंसर दिवस 2021 पर निबंध और इतिहास

विश्व कैंसर दिवस 2021 पर निबंध और इतिहास

पिछले कुछ दशकों से कैंसर नामक जानलेवा बीमारी की रोकथाम तथा इसके प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस 2021 के रूप में मनाया जा रहा है। लेकिन आज भी विश्व के अनेक देशों में इस दिवस को मनाने के कारण और उद्देश्य के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं…

जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में निबंध

जवाहरलाल नेहरू के बारे में हिंदी में निबंध

नमस्ते, 10Lines.co में आज हम पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में जानकारी अर्थात “in English, Essay on Jawaharlal Nehru in Hindi” के विषय के ऊपर चर्चा करेंगे। तो लेख को अंत तक पूरा ध्यानपूर्वक पढ़ें और पंडित जवाहरलाल नेहरू निबंध, Pandit Jawaharlal Nehru Information in Hindi, चाचा नेहरू पर निबंध, जवाहरलाल नेहरू के पिता का…

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध प्रस्तावना सहित लिखने के लिए इसे पढ़ें

स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध प्रस्तावना सहित लिखने के लिए इसे पढ़ें

Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi For Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए लिखा गया हैं. आज हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध के विषय में चर्चा करेंगे जोकि आज की तारीख में सबसे महत्वपूर्ण विषय बन गया है क्योंकि हमारे देश…

One Comment

Mara school par nibhand

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Hindi Essay on “Mera Vidyalaya”, “मेरा विद्यालय”, Hindi Essay for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

मेरा विद्यालय

Mera Vidyalaya

निबंध नंबर : 01

मैं ज्ञान मंदिर विद्यालय में पाँचवी कक्षा में पढ़ता हूँ। साठ वर्ष पुराने इस विद्यालय की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। शहर के बीचों-बीच इस विद्यालय का फैलाव बहुत बड़े क्षेत्र में है। यहाँ शहर के हर कोने से विद्यार्थी पढ़ने आते हैं।

मेरे विद्यालय में प्रवेश करते ही रंग-बिरंगे फूलों की मोहक कतारें नजर आती हैं। विशाल चित्रों से सुसज्जित कक्षा अतिथियों का स्वागत करती है। हमारे विद्यालय में लगभग सौ कमरे हैं। हवादार कक्षाओं में उचित संख्या में पंखे और ट्यूब लाइटें लगाई गई हैं।

विद्यालय के बीचों-बीच खेल का एक बड़ा मैदान है। उससे सटे हुए एक बड़े कमरे में सभी खेलों के लिए उपयुक्त सामान रखा है। बेडमिंटन व टेनिस जैसे खेलों के लिए अलग कोर्ट बनाए गए हैं।

विद्यालय के बीच से गुजरते सभी मार्गों के इधर-उधर लंबे छायादार वृक्ष हैं। यहाँ विज्ञान, भूगोल, इतिहास, गणित व अन्य सभी विषयों के लिए प्रयोगशालाएँ व कक्ष दिए गए हैं। इनमें विषयों से जुड़े हर प्रकार का सामान उपलब्ध है।

यहाँ के पुस्तकालय में अनेक पुस्तकें, पत्रिकाएँ व कुछ समाचारपत्र भी रखे गए हैं। चिकित्सालय, अध्यापक कक्ष, छात्रावास सभी का उत्तम निर्माण किया गया है। हमारे प्रधानाचार्य अनुशासनप्रिय हैं तथा विद्यार्थियों को बहुत प्यार करते हैं। वे छात्रों की पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद को भी उतना ही महत्त्व देते हैं, इसीलिए हमारा विद्यालय पढ़ाई व खेलकूद दोनों में उत्तम है।

मुझे अपने विद्यालय और यहाँ के योग्य अध्यापकों पर गर्व है।

निबंध नंबर : 02 

मैं मोनोफोर स्कूल लखनऊ में पढ़ता हूँ इसकी ईमारत बहुत बड़ी है। तथा इसकी ईमारत का रंग लाल है। इसमें पचास कमरे हैं। इसमें दो प्रयोगशालाएँ भी हैं। इसमें एक बड़ी लाइब्रेरी भी है। जिसमें हर विषय की पुस्तकें रखी हैं। तथा इसमें किताबों के साथ-साथ, अखबार तथा मैगजीन भी रखी गई हैं। जिस विद्यार्थी को भी अखबार पढ़ने का शौक है वह वहाँ जाकर अखबार पढ़ सकता है। हमारे विद्यालय के सभी कमरे काफी खुले तथा हवादार हैं तथा एक कक्षा में कम से कम चालीस बैंच रखे गए हैं। हमारे विद्यालय में एक बड़ी डिस्पेंसरी भी है अगर किसी विद्यार्थी को विद्यालय में चोट लग जाती है तो उसका इलाज डिस्पेंसरी में हो जाता है।

हमारे स्कूल का खेलने का मैदान भी काफी बड़ा है। यहाँ विद्यार्थी हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल इत्यादि के मैच भी खेलते हैं।

हमें भी यहाँ खेलने में बड़ा आनन्द आता है। हमारा विद्यालय लखनऊ के विशेष विद्यालयों में से एक है। हमारा विद्यालय पढाई तथा खेल दोनों में प्रथम स्थान पर है। हमारे विद्यालय का परिणाम बहुत अच्छा आता है। हमारे विद्यालय के सभी शिक्षक बड़े योग्य तथा अनुभवी हैं। मुझे अपना स्कूल तहत अच्छा लगता है। हमारे स्कूल में एक कैंटीन भी है। जहाँ हर प्रकार का खाने का सामान मिलता है। मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है।

निबंध नंबर : 03

मेरा विद्यालय Mera Vidyalaya

हमारा विद्यालय बहुत बड़ा और विशाल है। इसका घंटाघर इतना ऊँचा है कि कोई भी इसे दूर से देख सकता है। वास्तव में, यह घंटाघर हमारे क्षेत्र का सीमा चिह्न बन गया है।

मेरे विद्यालय में तीस कमरे एवं एक बड़ा खेल का मैदान है। हमारे विद्यालय का बगीचा बहुत सुन्दर है जिसमें हर प्रकार के पेड़-पौधे लगे हैं। बगीचे की देखभाल के लिये दो माली हैं।

हमारे विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकायें अत्यन्त योग्य एवं सक्षम हैं। वे बहुत स्नेही एवं दयालु हैं। हमारे प्रधानाध्यापक एक प्रौढ़ व्यक्ति हैं। वह बहुत मधुर स्वभाव के हैं। वह सुप्रसिद्ध हैं। पिछले वर्ष ही उन्हें दिल्ली राज्य द्वारा सम्मानित किया गया था। वह विद्यार्थियों को कभी दण्ड नहीं देते। विद्यालय से जडा प्रत्येक कर्मी एवं विद्यार्थी एक बहे परिवार की तरह है।

हमारे विद्यालय का पुस्तकालय बहुत बड़ा है। उसमें विभिन्न विषयों की हजारों पुस्तकें हैं। हमें पढ़ने के लिये बहुत-सी पत्रिकायें सदैव उपलब्ध रहती हैं। प्रत्येक विद्यार्थी का एक पुस्तकालय कार्ड बनाया जाता है। एक समय पर विद्यार्थी दो पुस्तकें प्राप्त कर सकता है। मैं प्रतिदिन पुस्तकालय जाने का प्रयत्न करता हूँ।

विद्यालय के समारोह एवं वाद-विवाद प्रतियोगितायें विशाल केन्द्रीय कक्ष में आयोजित किये जाते हैं। खेल में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को हमारा विद्यालय आधुनिक सुविधायें एवं उपकरण उपलब्ध कराता है। मेरे विद्यालय से जुड़ी हर बात अच्छी है और मुझे वहाँ जाना अच्छा लगता है। मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है।

निबंध नंबर : 04

विद्यालय में मेरा प्रथम दिवस

Vidyalaya me mera Pratham Diwas

विद्यालय में अपना प्रथम दिवस मुझे अब भी याद है। उस समय मैं छ. वर्ष का था। उस दिन माँ ने मुझे सुबह जल्दी उठाया। नहा धो कर नाश्ते के पश्चात् उस दिन मैंने अपने विद्यालय की नयी वर्दी पहनी। मैं बहुत रोमांचित था।

मेरी बहन उसी विद्यालय में चौथी कक्षा में पढ़ती है। हम दोनों को पिताजी कार में विद्यालय ले गये। विद्यालय का परिसर लड़कों एवं लड़कियों से भरा हुआ था। हम सीधे प्रधानाध्यापक के कक्ष में गये। उन्होंने मुझे प्रथम कक्षा में दाखिला दे दिया। उसके पश्चात् मेरे पिताजी अपने कार्यालय चले गये।

विद्यालय के चपरासी ने मुझे मेरी कक्षा तक पहुँचाया। मेरी कक्षा की अध्यापिका बहुत मधुर स्वभाव की थीं। उन्होंने मुझे दुलार से बिठाया एवं शेष कक्षा से परिचय करवाया। मेरी कक्षा के विद्यार्थियों से उसी समय मेरी मित्रता हो गयी। उन्होंने मुझे समय-तालिका एवं विभिन्न विषयों के अध्यापकअध्यापिकाओं के बारे में बताया।

मध्यावकाश के दौरान मैं अपनी बहन से कैन्टीन में मिला। घर से लाया नाश्ता हमने एक साथ खाया। मैंने उसे तब तक के अपने अनुभव के विषय में बताया और अपने दोस्तों की बातें कीं। 12:30 बजे छुट्टी की घंटी बजी। माँ विद्यालय के गेट पर मिलीं। हम दिनभर की बातें एक-दूसरे को बताते घर पहुंचे।

संक्षेप में, यह एक सुखद अनुभव था। में विद्यालय में अपने प्रथम दिवस को कभी नहीं भुलूँगा।

Related Posts

Hindi-Essays

Absolute-Study

Hindi Essay, English Essay, Punjabi Essay, Biography, General Knowledge, Ielts Essay, Social Issues Essay, Letter Writing in Hindi, English and Punjabi, Moral Stories in Hindi, English and Punjabi.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

मेरा स्कूल पर अनुच्छेद | Paragraph on My School in Hindi

mera school essay in hindi for class 6

प्रस्तावना:

मैं डी.ए.वी. सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ता हूँ । यह सरकारी स्कूल स्कूल नहीं है । इसे सरकार से वित्तीय सहायता मिलती है ।

इसकी स्थिति और इमारत:

हमारा स्कूल खुले स्थान पर बना हुआ है । यह शहर की धल-धक्कड़, शोर और धुँए आदि से बहुत दूर स्थित है । इसकी इमारत बडी शानदार है । जिन कमरों में कक्षायें लगती है, उनके दोनो और बरामदे हैं । बरामदों के निकट छायादार वृक्ष हैं । इसके फलस्वरूप ग्रीष्म ऋतु की भीषण तपन, सर्दियों की कड़कड़ाती ठण्ड तथा वर्षा हमें अधिक नहीं सता पाती ।

उद्यान और घास के मैदान:

मुख्य प्रवेश-द्वार के निकट दो छोटे-छोटे उद्यान हैं, जिनमे घास के हरे-भरे मैदान, फूलों की क्यारिया, फलो के वृक्ष तथा सुन्दर फबारे हैं । गर्मियों की शाम के समय इन घास के मैदानो में बैठना बड़ा अच्छा लगता है । फूलों की सुगन्ध और सुन्दर तितलियों का इधर से उधर उड़ना देखकर हम खुशी से झूम उठते हैं ।

प्रयोगशालायें तथा पुस्तकालय:

हमारे स्कूल में विज्ञान की दो प्रयोगशालाये, एक बड़ा पुस्तकालय तथा एक वाचनालय है । पुस्तकालय में सभी विषयों की अनेक पुरतकें हैं । प्रत्येक विद्यार्थी पुस्तकालय से अपनी मन-परनन्द की पुस्तकें ले सकता है । इनके अलावा स्कूल में लगभग चालीस कमरे कक्षाओं के लिए, प्रिंसिपल का कार्यालय तथा क्लर्क का कार्यालय भी है ।

हमारे स्कूल में लगभग पचास अध्यापक हैं । वे सभी बड़े योग्य अध्यापक हैं । वे हमें बडी मेहनत और लगन से पढ़ाते हैं । वे हर संभव तरीके से विद्यार्थियों की मदद करते हैं । वे उनके सच्चे मित्र मार्गदर्शक हैं । हमारे स्कूल का परिणाम नगर के स्कूलों मे से ही वरन् समूवे जिले के स्कूलों से श्रेष्ठ रहता है । सभी अध्यापक बड़े दयालु हैं और विद्यार्थियो से पूरी सहानुभूति रखते हैं । वे हमारी पढ़ाई का पूरा-पूरा ध्यान रखते हैं । साथ ही वे हमारे स्वास्थ और चरित्र पर भी नजर रखते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

हमारे रकूल के प्रिंसिपल बड़े योग्य और अनुभवी है । वे अनुशासन का विशेष ध्यान रखते हैं । वे ध्यान रखते हैं कि स्कूल का समूचा अहाता साफ और स्वच्छ रहे । वे बड़े चरित्रवान व्यक्ति हैं । सभी विद्यार्थी उनका बड़ा आदर करते हैं । वे स्वयं ठीक समय पर स्कूल आते है ।

इसलिए वे अपने अध्यापको और विद्यार्थियो से भी ऐसी ही आशा रखते हैं । वे अध्यापकों के लिए उतदर्श है । वे विद्यार्थियों को गंदे कपडों में स्कूल नहीं आने देते । स्कूल में प्रतिदिन प्रार्थना होती है और उसके बाद प्रिंसिपल साहब कुछ समय के लिए भाषण देते हैं, जो बड़ा प्रभावशाली होता है ।

वे कार्य करने मे यकीन करते हैं । वे व्यर्थ की गणबाजी पसन्द नहीं करते । वे स्कूल में हमें ईमानदारी और सच्चाई का पाठ पढ़ाते हैं और उद्यमशील होने पर जोर देते हैं । इसीलिए हमारे स्कूल के विद्यार्थी आज्ञाकारी, अनुशारानशील और मेहनती है ।

खेल-कूद और वाद-विवाद:

हमारे स्कूल की सबसे अच्छी बात यह है कि यहाँ खेल-कूद, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं तथा स्काउटिंग का बड़ा अच्छा प्रबन्ध है । प्रत्येक शनिवार को हर विद्यार्थी को किसी न किसी खेल-कूद में भाग लेना पड़ता है । मुझे यह कहते हुए गर्व होता है कि हमारे स्काउटों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण दिया जाता है । स्कूल में एन.सी.सी. के दो यूनिट भी हैं । प्रति वर्ष साठ चुने हुए विद्यार्थियों को सैनिक प्रशिक्षण मिलता है ।

हमारा स्कूल सर्वोत्तम स्कूल है । स्कूल को अपने अनुशासित विद्यार्थियों पर तथा विद्यार्थियों को अपने स्कूल पर बड़ा गर्व है । मुझे अपना स्कूल बड़ा प्यारा लगता है

Related Articles:

  • मेरे स्कूल का पुस्तकालय पर अनुच्छेद | Paragraph on The Library of My School in Hindi
  • स्कूल का मेरा अन्तिम दिन पर अनुच्छेद | Paragraph On My Last Day of School in Hindi
  • स्कूल में मेरा पहला दिन पर अनुच्छेद | Paragraph on My First Day at School in Hindi
  • स्कूल में मेरा सबसे अच्छा मित्र पर अनुच्छेद | Paragraph on My Best Friend in School in Hindi

Pariksha Point

Join WhatsApp

Join telegram, मेरे स्कूल पर निबंध (my school essay in hindi).

Photo of author

बचपन के दिन इतने जल्दी क्यों बीत जाते हैं। हम अक्सर यही सोचते हैं कि काश हम बचपन के दिनों में ही रहते तो ज्यादा अच्छा होता। एक अलग ही एहसास होता है बचपन के दिनों में। हमें ज्यादा टेंशन नहीं लेनी पड़ती किसी भी बात की। हां, बस उस समय स्कूल हमारे जीवन के लिए एक अहम पड़ाव होती है। स्कूल के दिन भी अपने आप में बहुत खास होते हैं। स्कूल में हमें हर चीज का अनुभव होता है। स्कूल में हमें अपना कौशल विकसित करने का अच्छा मौका मिलता है।

स्कूल यानि कि विद्यालय। स्कूल एक प्रकार की संस्थान है जहां पर बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। स्कूल बच्चों का भविष्य तैयार करने में मदद करता है। विद्यालय को विद्यार्थियों का मंदिर कहना गलत नहीं होगा। यह इस प्रकार का मंदिर है जहां पर बच्चों को पूर्ण रूप से तराशा जाता है। बिना विद्या के हमारे जीवन का ना तो कोई लक्ष्य हो सकता है और ना ही कोई महत्व। स्कूल हमें हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। हम शिक्षा को हासिल स्कूल जाकर ही कर सकते हैं। स्कूल की दुनिया एकदम अलग होती है। तो आज का हमारा विषय स्कूल पर आधारित है। इस पोस्ट में मेरे स्कूल पर निबंध पढ़ेंगे।

विद्यालय हमेशा से एक बच्चे को विद्यार्थी के रूप में ढालने में अग्रसर रहा है। हमारी स्कूल हमारे लिए ज्ञान के सागर की तरह होती है। यह हमें ज्ञान को हासिल करने में मदद करती है। स्कूल तो हमेशा से ही प्रचलन में थे। चाहे हम नालंदा विश्वविद्यालय की बात करें या तक्षशिला विश्वविद्यालय की। हमारे जीवन की असली शुरुआत स्कूल तो स्कूल के दिनों से ही होती है। वहां पर हमें अलग अलग चीजें सीखने को मिलती है। हमारा कौशल निखरता है। हम हरफनमौला बनते हैं।

स्कूल का अर्थ

जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें ज्ञान की बहुत जरूरत होती है। बिना ज्ञान के हमें कुछ हासिल नहीं हो सकता है। यह ज्ञान हमें या तो हमारे माँ बाप देते हैं या फिर स्कूल देती है। स्कूल का अर्थ एक ऐसे शिक्षण संस्थान से है जहां पर एक बालक शिक्षा हासिल करने के लिए जाता है। स्कूल सभी तरह के कौशल को निखारने में बहुत बड़ा योगदान देता है। फिर चाहे वह कोई भी कौशल हो जैसे शारीरिक, मानसिक या फिर बौद्धिक कौशल। स्कूल शब्द ग्रीक भाषा के Skohla या Skhole से पूरी दुनिया में प्रचलन में आया। स्कूल को संस्कृत में विद्यालयः कहते हैं।

स्कूल का महत्व

स्कूल का महत्व हमारे जीवन में हमेशा से ही रहा है। बिना स्कूल के हम अपने जीवन के कोई तरह के लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते हैं। आज स्कूल की वजह से ही हमारा सुनहरा भविष्य तैयार होता है। आप एक बात खुद सोच कर देखो कि क्या हम घर पर बैठकर ही अपना भविष्य तैयार कर सकते हैं? नहीं, हम ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर सकते हैं। जब हम बच्चे के रूप से निकलकर एक किशोर की अवस्था में पहुंचते हैं तो हम केवल घर पर सारे संसार का ज्ञान हासिल नहीं कर सकते हैं।

हमें इसके लिए शैक्षणिक संस्थान का दामन थामना ही पड़ता है। जो कोई भी विद्यार्थी अपने जीवन में सामाजिक उन्नति, आर्थिक उन्नति, या व्यक्तिगत उन्नति करता है तो वह सब स्कूल के योगदान की वजह से ही संभव हो पाता है। स्कूल आपको बहुत अच्छी शिक्षा देती है। वह आपको एक सच्चे हीरे की तरह तराशती है। एक बेहतरीन और उम्दा स्कूल बच्चों को बड़े से बड़े पदों पर पहुंचा देती है। स्कूली शिक्षा पाना ज्ञान की गंगा को पाने के समान है। हम सभी इसको पाने की लालसा रखते हैं।

स्कूली शिक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?

स्कूल की शिक्षा हमारे जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बचपन में ही तय हो जाता है कि हम बड़े होकर क्या बनेंगे? और इस चीज में अहम भूमिका निभाती है स्कूल में मिलने वाली शिक्षा। आज दुनिया में जितने भी उन्नत देश हैं वह सभी उन्नत इसलिए हुए क्योंकि उन्होंने शिक्षा का इस्तेमाल सही ढंग से किया था। आज का समय शिक्षा और ज्ञान को महत्व देता है। उचित प्रकार का ज्ञान हमें हर मुश्किल रास्तों को भी पार करना सिखाता है।

हम जब छोटे बालक होते हैं तो हमें हमारे अभिभावक स्कूल भेजने की तैयारी करते हैं। वह हमें स्कूल इसलिए भेजते हैं ताकि हम पढ़ लिखकर समाज में कुछ ऐसा मुकाम हासिल करे ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए हम आदर्श बन जाए। स्कूल में दाखिला मिलने के बाद बच्चे को हर तरह गुण सीखने को मिलता है। वह केवल किताबी ज्ञान को ही हासिल नहीं करता बल्कि व्यावहारिक ज्ञान को भी अच्छे से सीख जाता है।

आज के समय में गरीब छात्रों के माँ बाप भी उन्हें अच्छा पढ़ाना लिखाना चाहते हैं। क्योंकि वह इस बात को अच्छे से समझते हैं कि उनको स्कूल की शिक्षा प्राप्त नहीं होने पर वह अनपढ़ रह गए। अनपढ़ लोगों की समाज में कोई कद्र नहीं होती। प्रगति वही इंसान करता है जिसको बुनियादी शिक्षा प्राप्त हो गई हो। पढ़े लिखे लोग समाज का उत्थान करते हैं। उनको अच्छे और बुरे की अच्छे से समझ होती है।

स्कूल में अच्छे टीचर कितना मायने रखते हैं?

यह एक साधारण सी बात है कि एक बच्चे को उसके जीवन में अगर कुछ बड़ा हासिल करना होता है तो वह अपने माता-पिता से ज्ञान हासिल करता है। उसके माता-पिता उसके जीवन के पहले गुरु होते हैं। लेकिन एक बच्चे के माँ बाप यही चाहते हैं कि उनका बच्चा सर्वश्रेष्ठ हो। इसलिए वह अपने बच्चे को स्कूल भेजने का मन बनाते हैं।

स्कूल में बच्चे को अभिभावक के रूप में शिक्षक मिल जाते हैं। स्कूल में पहुंचकर विद्यार्थी बहुत अच्छा महसूस करते हैं। उनको स्कूल पहुंचकर एक नई दिशा मिलती है। शिक्षक अपने छात्र के भविष्य को लेकर बहुत सजग रहते हैं। वह अपने विद्यार्थियों के सपनों में पंख लगाते हैं। वह उन्हें उड़ना सीखाते हैं। शिक्षक जो अपने विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं उसी शिक्षा को वह अपने मन और दिमाग में पूरी तरह से अवशोषित कर लेते हैं।

स्कूल और शिक्षकों का यह बड़ा कर्त्तव्य बनता है कि वह बच्चों को उचित शिक्षा दे ताकि बच्चों को आगे चलकर कोई तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़े। शिक्षकों की पढ़ाने की शैली ऐसी ना हो जिसके चलते बच्चे एक रोबोट के समान काम करने लग जाए। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को कुछ इस प्रकार तैयार करे कि बच्चा आने वाले भविष्य में पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक तौर पर अच्छा बने।

स्कूल के दिन जीवन के सबसे अच्छे दिन क्यों होते हैं?

स्कूल के दिन जीवन के सबसे अलग दिनों में से एक होते हैं। हमें सबसे पहले स्कूल में ही डाला जाता है। स्कूल बहुत खास होता है हमारे लिए। हम जब छोटे होते हैं तो हमें लगता है कि हम कब जल्दी से बड़े हो रहे हैं। हम समय बीतने का इंतजार करते रहते हैं। स्कूल की उस सुबह वाली प्रार्थना लाइन में लगना, सुबह सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाना, होमवर्क करना, और क्लास पीरियड बोरिंग लगना बचपन के दिनों में आम बात है।

लेकिन हम जैसे जैसे बड़े होते जाते हैं हमें बचपन के दिनों की बहुत याद आने लगती है। स्कूल के बीते दिन बुरे भी होते हैं तो कोई अच्छे भी होते हैं। स्कूल के दिनों में जो सीख हमें मिलती है वह हमारे साथ ताउम्र रहती है। हमें स्कूल में नए शिक्षकों से शिक्षा मिलती है। हम स्कूल में नए दोस्त भी बनाते हैं। हम स्कूल में अनेक प्रकार की गतिविधियों में सक्रियता से भाग लेते हैं। हमारी शारीरिक और बौद्धिक क्षमता स्कूल में बहुत ज्यादा निखरती है।

स्कूल के दिनों में आपको केवल अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देना होता है। आपके ऊपर जॉब करने का किसी भी तरह से प्रेशर नहीं होता। आप खुलकर अपने जीवन का आनंद उठाते हैं। आप जब बड़े हो जाते हैं तब आपको आपके बचपन के दिन बहुत ज्यादा याद आते हैं। बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो सोचते हैं कि वह स्कूल के बीते हुए दिन काश वापिस से उनके पास लौट आए।

भारत में पहला स्कूल कब खुला था?

विद्या देने में हमारा देश हमेशा से अव्वल रहा है। लेकिन क्या आपको यह बात पता है कि हमारे देश का पहला मॉडर्न स्कूल कब खुला था? शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं होगा। दरअसल भारत का पहला स्कूल खोलने का श्रेय सावित्री बाई फुले और फातमा शेख को जाता है। यह बात उस समय की है जब भारत को उसकी आजादी भी नहीं मिली थी।

सावित्री बाई फुले और फातमा शेख ने यह तय किया कि वह पुणे के भिडेवाड़ा में केवल ल़डकियों के लिए एक स्कूल खोलेंगे। सावित्रीबाई फुले ज्योतिराव फुले की पत्नी थी। ज्योतिराव फुले ने उन्हें पूरा समर्थन दिया था। सावित्रीबाई फुले और फातमा शेख एक अच्छी सामाजिक कार्यकर्ता थी। 5 सितंबर, 1848 को अखिरकार देश की पहली अपनी स्कूल खुल गई थी। हालांकि शुरुआत में उन्हें बहुत ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा था। पर अंत में उनकी ही जीत हुई।

मेरा स्कूल में पहला दिन

सभी को अपने स्कूल का पहला दिन अक्सर याद रहता है। हालांकि कोई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपना पहला दिन याद ही नहीं रहता। मुझे आज भी याद है कि मेरे स्कूल का पहला दिन। मेरे स्कूल का पहला दिन ना ज्यादा अच्छा था और ना ही बुरा। मुझे आज भी याद है कि कैसे मेरे पापा मुझे ननिहाल से स्कूल लेकर गए थे।

उस दिन मैं ननिहाल आ रखी थी। मेरे पापा ने मेरी नानी को कहा कि वह मुझे जल्दी से तैयार कर दे। मैं तैयार हो गई। और पापा मुझे वहां से ले गए। आखिरकार मैं स्कूल पहुंची। स्कूल बहुत बड़ी थी। स्कूल में बहुत ज्यादा हरियाली थी। स्कूल का खेल का मैदान भी बहुत बड़ा था। वहां पर खूब सारे बच्चे खेल रहे थे।

मेरी स्कूल का नाम सोफिया स्कूल था। वहां पर पहुंचते ही मेरी मुठभेड़ मेरी क्लास टीचर से हो गई। पापा ने बताया कि वह मेरी क्लास टीचर है। मेरी क्लास टीचर का नाम ममता मेम था। अब मेरे पापा जब स्कूल से जाने लगे तो ना जाने क्यों मैं जोरों से रोने लगी। मेरी टीचर ने मुझे चॉकलेट देकर मुझे मुझे चुप करवाया। और फिर मुझे क्लास में ले गई। सच में, मेरा स्कूल का पहला दिन बहुत मुश्किल से बीता था। मैं बहुत ज्यादा भावुक हो गई थी।

मेरे स्कूल पर निबंध 150 शब्दों में

स्कूल दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज होती है। स्कूल ही एक ऐसी जगह होती है जहां पर एक बच्चा पहली बार कदम रखता है। स्कूल जाना सबसे यादगार पल होता है एक बच्चे के लिए। वहां पर उसको हर चीज का अनुभव होता है। स्कूल में पहुंचकर वह अपने कौशल को और भी अधिक निखारता है।

स्कूल के दिनों को हम बहुत बेफिक्री के साथ जीते हैं। वहां पर हमारे अनेकों दोस्त बनते हैं। हम वहां पर पहुंचकर खूब मस्ती करते हैं। हमें स्कूल के दिनों में पैसा कमाने की कोई चिंता नहीं होती। हमें केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करके अपना भविष्य उज्जवल करना होता है। स्कूल हमें यह अच्छे से सिखाता है कि हमारे लिए कौन सा मार्ग सही है और कौन सा मार्ग गलत। जब बच्चे स्कूल में दाखिला लेते हैं तो उन बच्चों के माता-पिता चैन की साँस लेते हैं। स्कूल में जाकर बच्चों के तौर-तरीकों में भी एक बड़ा अंतर देखने को मिलता है। स्कूल में झूले होते हैं, खेल के मैदान होते हैं, लाइब्रेरी होती है।

मेरा स्कूल पर 10 लाइनें

  • स्कूल एक बच्चे के लिए बहुत जरूरी संस्थान होता है।
  • स्कूल में दाखिला लेने के बाद एक बच्चे को स्कूल में कई गतिविधियों को सीखने का मौका मिलता है।
  • हमारे जीवन की असली शुरुआत स्कूल से ही होती है।
  • स्कूल के शिक्षकों का काम बच्चों को पढ़ाना लिखाना होता है।
  • स्कूल जाने पर बच्चा बहुत ज्यादा होशियार हो जाता है। वहां पर उसके ज्ञान का दायरा बढ़ता है।
  • शिक्षकों का यह फर्ज होता है कि वह बच्चों को ऐसी शिक्षा दे कि जिससे बच्चों का भविष्य सुनहरा हो सके।
  • स्कूल में पहुंचकर एक बच्चा पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी सीखता है।
  • स्कूल की यादों को हमें हमेशा के लिए संजोकर रखना चाहिए।
  • स्कूल का पहला दिन सभी के लिए बहुत यादगार होता है।
  • स्कूल एक बच्चे को अनुशासन में रहना सिखाती है।

मेरे स्कूल से सम्बंधित FAQs

विश्व का सबसे पुराना स्कूल किसे माना जाता है?

विश्व का सबसे पुराना स्कूल तक्षशिला को माना जाता है। इसकी स्थापना 700 वर्ष ईसा पूर्व हुई थी।

बच्चों को स्कूल जाना क्यों जरूरी होता है?

बच्चों को स्कूल जाना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि स्कूल जाने पर उसको ढेरों सारी चीजें देखने को मिलती है। स्कूल जाने पर उसके शारीरिक और मानसिक क्षमता का विकास होता है।

Leave a Reply Cancel reply

Recent post, mp b.ed merit list 2024 {जारी} second additional round, mp iti merit list 2024 – पांचवें ओपन कन्वर्जन में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि, mp iti admission 2024 – एडमिशन की पूरी जानकारी, mp iti online form 2024 {ओपन कन्वर्जन राउंड} एमपी आईटीआई का फॉर्म ऐसे भरें, rbse 10th sanskrit model paper 2024 – राजस्थान बोर्ड कक्षा 10 संस्कृत मॉडल पेपर 2024 देखें, राजस्थान बोर्ड 10वीं अंग्रेजी मॉडल पेपर 2024 (rbse 10th english model paper 2024).

Join Telegram Channel

Join Whatsapp Channel

Subscribe YouTube

Join Facebook Page

Follow Instagram

mera school essay in hindi for class 6

School Board

एनसीईआरटी पुस्तकें

सीबीएसई बोर्ड

राजस्थान बोर्ड

छत्तीसगढ़ बोर्ड

उत्तराखंड बोर्ड

आईटीआई एडमिशन

पॉलिटेक्निक एडमिशन

बीएड एडमिशन

डीएलएड एडमिशन

CUET Amission

IGNOU Admission

डेली करेंट अफेयर्स

सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर

हिंदी साहित्य

[email protected]

© Company. All rights reserved

About Us | Contact Us | Terms of Use | Privacy Policy | Disclaimer

Nibandh

मेरा विद्यालय पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : मेरे विद्यालय का परिचय - विद्यालय की विशेषताएँ - विद्यार्थियों की प्रतिभा - मेरे विद्यालय की पुस्तकालय - भारत यात्रा और सालगिरह - मेरे विद्यालय में कमियाँ - विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य - उपसंहार।

मेरे विद्यालय का नाम ज्ञानदीप पब्लिक विद्यालय है | इसमें पहली से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। यह सेण्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजूकेशन, बिहार से सम्बद्ध है। इसमें लगभग 812 विद्यार्थी हैं, 29 अध्यापक हैं, चार क्लर्क हैं, चार चपरासी, तीन सफाई कर्मचारी तथा दो वाटर-मैन हैं। मेरे विद्यालय का भवन विशाल और बहुत ही सूंदर है। श्रेणी कक्षों के अलावा प्राचार्य तथा क्लर्क रूम हैं। इनके अतिरिक्त एक बड़ा 'टीचर्स रूम' है तथा एक विशाल पुस्तकालय कक्ष भी है। स्वागत कक्ष, संगीत, आलेखन, इंडोरगेम, एन.सी.सी. के लिए भी एक बड़ा सा कक्ष हैं। विद्यालय-भवन के साथ ही एक बड़ा खेल का मैदान है।

विद्यालय को प्रथम विशेषता है विद्यालय का अनुशासन। विद्यालय का वातावरण बहुत ही शांत है । कोई विद्यार्थी व्यर्थ में ना घूमता मिलेगा नाही कही बैठा हुआ मिलेगा। कोई बाहरी आदमी अध्ययन के समय कक्षाओं के सामने से नहीं गुजर पाएगा। कोई कक्षा बिना अध्यापक के नहीं होगी। कोई अध्यापक ऐसा नहीं होगा जिसका ' पीरियड ' हो और वह अपने कक्षा में न हो। वातावरण की यह विशेषता ही छात्रों को अध्ययन करने की प्रेरणा देती है।

विद्यालय की दूसरी विशेषता है 'स्वच्छता'। विद्यालय आरम्भ होने से पहले प्रत्येक कमरा साफ होता है। शीशे, दरवाजे, तथा बेंच साफ होते है। कागज या रोटी का टुकड़ा, फलों या सब्जी के छिलके फर्श तथा गैलरी में नहीं मिलेंगे। कूड़ा-करकट डालने के लिए स्थान-स्थान पर 'डस्ट-बिन' रखे गए हैं। पेशाब-घर तथा शौचालय दुर्गन्ध रहती हैं।

विद्यालय की तीसरी विशेषता है 'शिक्षण'। शिक्षण एक कला है और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। कलात्मक शिक्षण अथवा कला के संग शिक्षा प्रदान करना विद्यार्थी को सिखाने का सरल उपाय है। औसत विद्यार्थी को भी योग्य बनाने की विशिष्ट शैली है। शिक्षक प्रतिदिन छात्रों का गृह-कार्य देते है तथा अगले दिन उसे देखते हैं। कमजोर छात्र-छात्राओं को विद्यालय अवकाश के बाद आधा घंटा ज्यादा समय दिया जाता है। बोर्ड की परीक्षाओं से एक महीने पहले दो घंटे के तीन अतिरिक्त पीरियड लगते हैं, जिनमें विद्यार्थी अपनी कमी को दूर करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यालय का परीक्षा-परिणाम न केवल शत-प्रतिशत रहता है, दसवीं में कई छात्र राज्य में अवल भी आते है।

विद्यालय की चौथी विशेषता शिक्षणेतर गतिविधि हैं। इनमें खेल-कूद का प्रथम स्थान है। हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉली-बॉल, कबड्डी, खो-खो, जिमनास्टिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। यही कारण है, हमारा विद्यालय नगर के विद्यालयों की प्रतियोगिता और प्रान्तीय प्रतियोगिताओं की अनेक ट्रॉफी अथवा अवॉर्ड्स जीतकर लाता है।

विद्यालय की हर शुक्रवार के दिन सभी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखा कर अपनी एक अलग पहचान दिखाते है। जीवन और जगत की विविधता की जानकारी देती है। विद्यार्थियों में छिपी वाकू-शक्ति को एक दूसरे के साथ शेयर करते है। एक ओर प्रति शनिवार वीडियो फिल्म द्वारा एक विषय-विशेष की जानकारी दी जाती है तो दूसरी ओर विद्यार्थी को कविता, कहानी, चुटकुला सुनाने के लिए उनका उत्साह बढ़ाया जाता है। हर महीने के अंतिम शनिवार को बात-विवाद प्रतियोगिता अथवा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएँ होती हैं । प्रथम, द्वितीय और तृतीय, इन तीन विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

हमारे विद्यालय में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है। इसमें नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं। इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण मासिक अर्धवार्षिक और वार्षिक पत्रिकाएँ भी आती है। पुस्तकालयाध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं। हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत की प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है। पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर पर ले जाने की अनुमति मिलती है।

हर साल एक बार दिसंबर के महीनों में चुने हुए विद्यार्थियों को भारत- यात्रा पर ले जाया जाता है। इसमें विद्यार्थी भारतमाता की विविधता के दर्शन भी करते हैं और अपने सहपाठी को अधिक समझने का अवसर प्राप्त करते हैं। विद्यालय के सालगिरह के दिन विद्यार्थी के लिए प्रोत्साहन का अवसर रहता है | इसमें विविध खेलों के श्रेष्ठ खिलाडियों, संगीत के वाद्य-यत्त्रों में दक्ष विद्यार्थियों तथा वार्षिक परीक्षा में आए प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय परीक्षार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं । इस अवसर पर छात्र रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत करते हैं, जिसमें गीत-संगीत, काव्य-पाठ, एकांकी-अभिनय प्रमुख होते हैं, जिसे देखकर दर्शक भाव-विभोर हो जाते हैं। विद्यालय में वर्ष में एक बार शिक्षक-अभिभावक-दिवस भी मनाया जाता है। इसमें विद्यार्थियों के माता-पिता या संरक्षक एकत्र होते हैं। अभिभावकों के साथ छात्र भी विद्यालय की कमियों और सुधारों पर खुले मन से विचार करते हैं।

मेरे विद्यालय में भी लोगों को कुछ कमियाँ देखते हैं। यहाँ प्रवेश पाना थोड़ा कठिन-सा है । अपवाद छोड़ दें तो सिफारिश न किसी अधिकारी की चलती है, न धन की । योग्यता की दीड़ में जो जीत जाए, वह प्रवेश ले ले ऐसा मेरा विद्यालय हैं। दूसरे, विद्यालय के अनुशासन की कठोरता ने विद्यार्थियों का सैनिकीकरण-सा कर दिया है। परिणामत: विद्यार्थियों की सच्ची शिकायत की भी उपेक्षा होती रहती है।

विद्यालय एक विद्या का मंदिर होता है जहाँ मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है। जिस तरह भक्तों के लिए मंदिर और पूजा स्थल पवित्र स्थान होता है उसी तरह से एक विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक पवित्र स्थल होता है। इस पवित्र मंदिर के भगवान हैं हमारे शिक्षक जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमारे मन में ज्ञान रूपी प्रकाश को फ़ैलाने में मदत करते है। इसी लिए हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए तथा उनके कहने के अनुसार अपने शिक्षण कार्य का संपादन करना चाहिए। हमें अपने विद्यालय के नियमों का श्रद्धा के साथ पालन करना चाहिए। हमारा कर्तव्य बनता है की जब तक हम विद्यालय में है तब तक हमें उचित ज्ञान प्राप्त करनी चाहिए तथा अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए। विद्यालय जीवन समाप्त होने के बाद भी हमे अपने शिक्षक एवं विद्यालय को भूलना नहीं चाहिए। जब मौका मिले या जब हम अपने कामों से मुक्त रहे तो हमें अपने विद्यालय अपने शिक्षक से भेट करने जाना चाहिए जो कि मैं भविष्य में अवश्य जाऊँगा।

विद्यालय एक सार्वजनिक संपत्ति होती हैं। यह हमारी राष्ट्रिय निधि है, इसलिए विद्यार्थी को इसकी रक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए। विद्यालय सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान का माध्यम नहीं है बल्कि ज्ञान प्राप्ति के हर अवसर वहाँ पर उपलब्ध होते हैं। विद्यालय बालकों को खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर देता है जिससे बालकों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होती है। उन्हीं विषयों के मार्ग दर्शन के लिए शिक्षक होते हैं इसलिए विद्यार्थी को अपने स्कूलों से पूरा लाभ उठाना चाहिए। विद्यालय हमें हर प्रकार के ज्ञान का प्रकाश मिलता है। इसीलिए हमारा विद्यालय हर तरह से प्रेणादायक भूमिका निभाती है। इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत प्रिय है।

Nibandh Category

IMAGES

  1. मेरा विद्यालय पर 20 लाइन/20 lines Essay on My School in Hindi Writing/मेरा विद्यालय निबंध/My School

    mera school essay in hindi for class 6

  2. Mera School Par Essay In Hindi

    mera school essay in hindi for class 6

  3. How To Write Essay On My School In Hindi

    mera school essay in hindi for class 6

  4. How To Write Essay On My School In Hindi

    mera school essay in hindi for class 6

  5. मेरा विद्यालय पर हिंदी निबंध || 20 lines Essay on my school in hindi

    mera school essay in hindi for class 6

  6. Essay on my school in hindi

    mera school essay in hindi for class 6

COMMENTS

  1. मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

    मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi) विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर, मतलब वो स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो। हमारे संस्कारों में ...

  2. Mera Vidyalaya Essay in Hindi

    (4) My School Essay in Hindi 1100 Words (1) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Class 2,3 मेरा विद्यालय दिल्ली शहर में स्थित है यह मेरे घर से पांच मिनट की दूरी पर ही पड़ता है यह एक आदर्श विद्यालय हैं. मेरा ...

  3. Essay on My School in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरा विद्यालय पर निबंध - Essay of my school in Hindi is Important for all classes 5th to 12th. Essay on My School in Hindi - इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस ...

  4. Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर

    Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है: मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और ...

  5. मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरे विद्यालय पर निबंध 100 शब्दों में (Essay On My School In Hindi 100 Words) मेरे स्कूल का नाम "विवेक सेंट्रल पब्लिक स्कूल" है। हमारे स्कूल में एक हजार छात्र और तीस शिक्षक हैं ...

  6. My School Essay in Hindi

    मेरा स्कूल पर निबंध - My School Essay in Hindi - Mere School par Nibandh - Mera School Essay in Hindi - Essay on My School in Hindi ADVERTISEMENT

  7. मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and

    मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में class 1, 2. मेरे स्कूल का नाम सेंट मिशेल जोसफ स्कूल है।. मेरे विद्यालय का भवन बहुत सुंदर और विशाल है।. मेरा ...

  8. Essay On My School In Hindi 500 Words

    Essay on My School In H indi Essay on My School in Hindi (Download PDF) Mere Vidyalay Par Nibandh class 5, 6, 7, 8, 9, 10 - इस निबंध के ...

  9. मेरा विद्यालय पर निबंध / A New Essay on My School in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध / A New Essay on My School in Hindi! मेरे विद्यालय का नाम राजकीय सहशिख्या माध्यमिक विद्यालय, किर्ति नगर है । यह एक आदर्श विद्‌यालय ...

  10. Essay on My School in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi) स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम ...

  11. स्कूल पर निबंध (School Par Nibandh) My School Essay in Hindi

    स्कूल पर निबंध. My School Essay in Hindi. स्कूल एक ऐसा स्थान है जहाँ अध्ययन एवं अध्यापन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है। ऐसा ही एक स्कूल है जवाहर ...

  12. मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

    इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। यह मेरी पाठशाला पर निबंध Class 3, 4, 5, 7 मे अधिकतर

  13. My school essay in hindi: मेरा विद्यालय/पाठशाला पर निबंध, हिंदी में

    मेरा विद्यालय पर निबंध, my school essay in hindi (100 शब्द) मेरा स्कूल चार मंजिला इमारत है। यह एक मंदिर की तरह है जहां हम रोजाना पढ़ाई करने जाते हैं। सुबह-सुबह सबसे पहले हम ...

  14. मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध ( Mera Vidyalaya Nibandh in Hindi) मैंने रामजस उच्च माध्यमिक विद्यालय संख्या 5 में पढ़ता हूँ। यह मेरा विद्यालय हर साल अच्छे ...

  15. मेरा विद्यालय पर 10 लाइन

    विद्यालय पर लिखी गई इन 10 पंक्तियों (Mera Vidyalaya Essay in Hindi) का अध्ययन करने के बाद अब हम विद्यालय पर निबंध पढ़ते हैं। स्कूल पर निबंध में आपको मेरे ...

  16. Hindi Essay on "Mera Vidyalaya", "मेरा विद्यालय", Hindi Essay for Class

    Hindi Essay on "Mera Vidyalaya", "मेरा विद्यालय", Hindi Essay for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

  17. मेरा स्कूल पर अनुच्छेद

    मेरा स्कूल पर अनुच्छेद | Paragraph on My School in Hindi प्रस्तावना: मैं डी.ए.वी. सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ता हूँ । यह सरकारी स्कूल स्कूल नहीं है । इसे सरकार से वित्तीय ...

  18. मेरा विद्यालय पर अनुच्छेद लेखन

    मेरा विद्यालय (My School) विद्यालय का अर्थ होता है जिस स्थान पर ज्ञान का वास हो। मैं भी शिक्षा ग्रहण करने के लिए सेंचुरी विद्यालय में जाता हूँ। मेरे विद्यालय ...

  19. मेरे स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

    मेरे स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi) बचपन के दिन इतने जल्दी क्यों बीत जाते हैं। हम अक्सर यही सोचते हैं कि काश हम बचपन के दिनों में ही रहते तो ...

  20. मेरा विद्यालय निबंध

    मेरा विद्यालय हिन्दी निबंध | स्कूल पर हिन्दी निबंध | Mera School, Mera Vidyalay Hindi Essay किसी भी विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक शिक्षा का मंदिर होता है और एक विद्यार्थी ...

  21. Mera Vidyalaya Essay in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध - Mera Vidyalaya Essay in Hindi - Mera Vidyalaya par Nibandh - Essay on Mera Vidyalaya in Hindi ADVERTISEMENT

  22. मेरी पाठशाला पर निबंध

    मेरी पाठशाला पर निबंध ADVERTISEMENT मेरा पाठशाला पर निबंध - हमारा पाठशाला पर निबंध - मेरे पाठशाला पर निबंध - मेरी पाठशाला पर हिंदी निबंध - मेरी स्कूल पर निबंध ...

  23. मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरा विद्यालय पर निबंध ADVERTISEMENT मेरे विद्यालय पर निबंध - हमारा विद्यालय पर निबंध हिंदी में - मेरे विद्यालय पर 10 लाइन हिंदी में - मेरे विद्यालय पर निबंध हिंदी ...