कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध (Autobiography Of Dog Essay In Hindi)

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध (Autobiography Of Dog Essay In Hindi)

आज   हम कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध (Essay On Autobiography Of Dog In Hindi) लिखेंगे। कुत्ते की आत्मकथा पर लिखा यह निबंध बच्चो (kids) और class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है।

कुत्ते की आत्मकथा पर लिखा हुआ यह निबंध (Essay On Autobiography Of Dog In Hindi) आप अपने स्कूल या फिर कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल कर सकते है। आपको हमारे इस वेबसाइट पर और भी कई विषयो पर हिंदी में निबंध मिलेंगे , जिन्हे आप पढ़ सकते है।

सभी पशुओं में से कुत्ता मनुष्यो के सबसे नजदीक होता है। उन्हें थोड़ा सा भी प्यार दिया जाए तो वह मनुष्य के वफादार पशु बन जाते है। आजकल हर तरीके के प्रजातियों वाले कुत्ते मिलते है। कुछ लोग उन्हें खरीद कर लाते है और कुछ सड़को पर रहने वाले कुत्ते को घर पर रखकर उसे अपना बना लेते है।

कुत्ता हमेशा सतर्क रहता है और अपने मालिक की रखवाली करता है। कुत्ता बहुत ही चालाक पशु होता है। वह मनुष्यो के भावनाओ को समझ लेता है। वह जिनसे भी प्यार करता है, वह हमेशा उनके इर्द गिर्द रहना चाहता है।

कुत्ते मनुष्यो के सबसे अच्छे मित्र बन जाते है। कुत्तो को घर पर अच्छे से प्रशिक्षित किया जाता है। वह अनजान मनुष्यो को अपने करीब आने नहीं देता है। वह अनजान लोगो, चोरो इत्यादि से अपने मालिक की रक्षा करता है।

कुत्ते बड़े मददगार होते है। जब भी मालिक को उसकी आवश्यकता होती है, वह मदद के लिए हाज़िर हो जाते है। मैं एक कुत्ता हूँ और आज मैं अपनी आत्मकथा सुनाने जा रहा हूँ।

मैं एक कुत्ता हूँ

मनुष्य अपने घरो में कुत्ते को पालते है। हमे प्यार देते है और मैं अपने मालिक के घर की रक्षा करता हूँ। मनुष्यो को हम कुत्तो से काफी लगाव होता है। मेरे मालिक मुझे सड़क से उठा कर लाये थे।

उन्होंने मुझे बड़े प्यार से रखा, खाना दिया और रहने के लिए छत दि। मैं इसके लिए हमेशा आभारी रहूँगा। जब भी वक़्त मिलता है, मेरे मालिक और उनके बच्चे मेरे साथ खेलते है। उनका यह अपनापन मुझे बहुत अच्छा लगता है।

सूंघने में माहिर

मेरी सूंघने की शक्ति मेरी ताकत है। मैं किसी व्यक्ति, वस्तु इत्यादि को एक बार सूंघ लूँ तो उसे कभी भी भूलता नहीं हूँ। इसी कारण मुझ जैसे कई कुत्तो को पुलिस प्रशिक्षित करती है। ताकि हम अपराधियों को हमारे सूंघने की शक्ति द्वारा पकड़ सके। अपराधियों को पहचानने में हम पुलिस की मदद करते है।

पुलिसवालो की मदद

मैं चोरो को पकड़वाने में पुलिस वालो की सहायता करता हूँ। बहुत जगह जहां कोई अपराध होता है, वहाँ कुत्तो को जांच के लिए ले जाया जाता है। मैं उस जगह की अच्छी तरह से जांच करता हूँ और फिर अपराधियों को पकड़ने में पुलिस वालो की सहायता करता हूँ।

अपनों की रक्षा

हम कुत्तो का मुख्य कर्त्तव्य होता है अपनों की हिफाजत करना। उन्हें मुसीबतों से बचाना। मैं किसी भी अनजान आदमी को अपने घर के पास देखता हूँ, तो भौकने लगता हूँ। मैं अनजान लोगो से अपने मालिक की रक्षा करता हूँ।

अगर घर पर कोई अनजान व्यक्ति बिना मेरे मालिक के अनुमति के घुस जाए, तो मैं बर्दाश्त नहीं करता और उसे काट लेता हूँ। चोरो और गलत मंशा रखने वाले लोगो को मैं पकड़ लेता हूँ। अगर कुत्ते किसी व्यक्ति को काट ले, तो उन्हें इंजेक्शन लगवाना पड़ता है। इसलिए कुछ लोग मुझ से दूरी बनाकर रखते है। अगर मेरे साथ कोई बुरा बर्ताव करे तो मुझे अच्छा नहीं लगता है।

वफादार सेवक

मैं वफादार सेवक की भाँती मालिक का ध्यान रखता हूँ। मेरा ज़्यादातर समय घर की रखवाली में चला जाता है। मेरे मालिक मुझे अच्छा और पौष्टिक खाना देते है। चोर घर में घुस नहीं पाते है, क्यूंकि मैं हमेशा घर और सदस्यों की रक्षा करता हूँ।

मैं प्यारा और आकर्षक हूँ

मैं सफ़ेद रंग का हूँ और सबको बड़ा आकर्षक लगता हूँ। सभी मुझे बहुत प्यार करते है। मालिक के आने से पहले ही उनके आहट से मैं उन्हें पहचान लेता हूँ। मेरे खुद के परिवार के सदस्यो से बिछड़ गया हूँ, लेकिन मुझे यह नया परिवार भा गया है। वह मेरा ध्यान रखते है।

मालिक के साथ समय

मेरे मालिक मुझे अच्छी गुणवत्ता के भोजन देते है। मुझे रोटी खाना बेहद पसंद है। जब मेरे मालिक मेरे साथ गेंद और कई तरह के चीज़ो से खेलते है, तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। मालिक के बच्चे भी मेरे साथ प्यार से खेलते है। उनका भी मैं अच्छे से ख्याल रखता हूँ। सभी परिवार के सदस्य मेरी परवाह करते है।

कई रंगो में उपलब्ध

कुत्ते कई रंगो और नस्ल के होते है। लोग अपने इच्छानुसार कुत्ते खरीद कर अपने घरो में पालते है। आम तौर पर लोग कुत्ते पालना ही पसंद करते है। उन्हें हम से अपनापन मह्सूस होता है। कुछ लोग मुझसे इतना डरते है कि मेरे भौंकने से ही वह भाग खड़े होते है।

मुझे दूसरे लोगो और पशुओं के साथ दौड़ने में बड़ा मज़ा आता है। मैं अपने मालिक के घर की रक्षा चौबीसो घंटे करता हूँ। जब भी मैं किसी संदिग्ध आदमी को देखता हूँ, तो बस भौंकने लग जाता हूँ।

भावनाओ को समझ लेता हूँ

जो व्यक्ति मुझसे प्यार करता है, मैं भी उसे उतना ही प्यार करता हूँ। मैं हर भावनाओ को समझ सकता हूँ। जब मेरे मालिक उदास होते है, तो मैं उन्हें खुश करने की कोशिश में लग जाता हूँ।

अच्छे से प्रशिक्षित

मैं हमेशा वफादार सेवक बनकर मालिक की ज़रूरतों का ध्यान रखता हूँ। जब वह दफ़्तर से आते है, तो उनके बैग को कमरे में रखता हूँ। मुंझे मेरे मालिक ने अच्छे से प्रशिक्षित किया है। यही वजह है कि मैं बहुत तरह के कार्य कर सकता हूँ। मालिक और उनका परिवार जब भी बाहर घूमने जाता है, तो वह मुझे साथ लेकर जाते है। उनको मेरी हमेशा चिंता लगी रहती है, जितना की उनकी मुझे।

मालिक का अपनापन

मुझे तो मेरे मालिक ने सोने के लिए एक अच्छा और आरामदायक पलंग दिया है। मैं आराम से सोता हूँ। मैं अपने आपको भाग्यशाली समझता हूँ कि ऐसे घर में मुझे परिवार का सदस्य बनने का मौका मिला।

मालिक और उनका परिवार मुझे अपने परिवार का हिस्सा समझते है। कोई भी अनजान व्यक्ति मेरे साथ बुरा व्यवहार करे यह उन्हें बिलकुल पसंद नहीं है। इतना अपनापन देखकर मैं भावुक हो उठता हूँ।

मैं कोई भी चीज़ भूलता नहीं हूँ

मुझे शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरीके का खाना पसंद है। अगर मैं किसी व्यक्ति को एक बार देख लूँ तो वह मेरे जेहन में छप जाता है। मैं उस व्यक्ति को कभी भी पहचान लेता हूँ। मैं कोई भी चीज़ भूलता नहीं हूँ।

लोग मुझसे दोस्ती कर लेते है

मैं सभी लोगो के साथ घुल मिल जाता हूँ, अगर वह मुझसे प्यार से मिले। मैं इतना प्यारा हूँ कि लोग झटपट मुझसे दोस्ती कर लेते है। इसलिए लोग मुझसे जल्दी मित्रता कर लेते है।

लोग प्यार से देते है नाम

मनुष्यो को हम कुत्तो से इतना लगाव हो जाता है कि वह प्यार से हमे कई नाम देते है। जब वह हमे प्यार से किसी नाम से पुकारते है, तो बड़ा अच्छा लगता है। हमारे प्रति हमदर्दी दिखाने से हम काफी खुश होते है। हम उस इंसान को बेहद प्यार करते है और उनके साथ हमेशा रहना चाहते है।

कभी कभी हम जैसे कई कुत्ते किसी दरवाज़े पर वर्षा या मुसीबत से बचने के लिए खड़े हो जाते है। वहाँ से जब कुछ लोग हमे भगा देते है, तो बुरा लगता है। कुछ भले लोग भी है जो राह चलते कुत्तो को खाना देते है। इसी में हम कुत्ते बेहद खुश हो जाते है।

हम जैसा वफादार पशु मनुष्य को कहीं नहीं मिलेगा। हम जैसे कई कुत्तो को लोग रास्ते पर पत्थर मारते है, उन्हें दूर भगाते है। ऐसा नहीं करना चाहिए। उनके साथ अच्छा व्यवहार मनुष्यो को करना चाहिए। मनुष्यो को बुरे व्यवहार से तकलीफ होती है, तो कुत्तो को भी होती है।

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तो यह था कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध (Kutte Ki Atmakatha Essay In Hindi) , आशा करता हूं कि कुत्ते की आत्मकथा पर हिंदी में लिखा निबंध (Hindi Essay On Autobiography Of Dog) आपको पसंद आया होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा है , तो इस लेख को सभी के साथ शेयर करे।

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कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध (autobiography of dog essay hindi).

Kutte Ki Atmakatha :- नमस्ते दोस्तों! क्या आपने कभी सोचा है कि कुत्ते की आत्मकथा कैसी होती होगी? क्या आपने कभी उनकी दुनिया में खुद को सोचा है और उनके मनोवृत्ति के बारे में सोचा है? यदि हां, तो आपको एक मजेदार, रोमांचक और सोचने पर मजबूर करने वाली आत्मकथा पढ़ने का अवसर मिलेगा।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको " कुत्ते की आत्मकथा " के बारे में बताएंगे, जिसमें कुत्ते के जीवन की गहराईयों, उनके संघर्षों, सफलताओं और उनके आंतरिक दुनिया के बारे में जानेंगे।

इस आत्मकथा निबंध के माध्यम से हमें कुत्ते के रूप में बचपन से लेकर उनके उन्नति की कहानी, उनकी सेवाभावना, मित्रता, सफलता और स्वप्नों के बारे में जानकारी मिलेगी। यह निबंध हमें उनकी दृष्टि से दुनिया को देखने के लिए प्रेरित करेगा और हमें समझाएगा कि हमें जीवन को कैसे एक सकारात्मक तरीके से जीना चाहिए।

यह निबंध न केवल एक दिलचस्प कथा के रूप में दिखाई देता है, बल्कि यह हमें कुत्ते के महत्वपूर्ण गुणों और सद्गुणों को समझने के लिए भी प्रेरित करता है। इस आत्मकथा के माध्यम से हम उनकी आत्महित की ओर ध्यान केंद्रित करेंगे और उनसे सीखेंगे कि हमें अपने जीवन में सकारात्मकता, समर्पण और आनंद कैसे लाना चाहिए।

तो, आइए इस साथीपुर्वक सफर में चलें और एक खास दृष्टिकोण से कुत्ते के अनुभवों को जानें, जो हमारे अपने जीवन में महत्वपूर्ण सबकों की ओर इशारा करते हैं।

कुत्ते की आत्मकथा निबंध हिंदी में - Kutte ki atmakatha essay in hindi

I. मेरा जन्म और बचपन, a. अपने माता-पिता के साथ रहना:.

मैं एक गर्मी के दिन में एक सुरक्षित और आरामदायक घर में जन्मा। मेरी माता और पिता मेरे साथ संपूर्ण प्यार और देखभाल करते थे। वे मेरे लिए मेरी रक्षा करने और मुझे स्वस्थ रखने के लिए हमेशा समर्पित रहते थे। मैं उन्हें अपनी पहली झलक में ही प्यार करने लगा था और वे मेरी आंखों में उम्मीद और खुशी देखकर बहुत खुश हो गए।

B. खेलना और समय बिताना:

बचपन में मुझे खेलना और खुद को व्यायाम में लगाने का बहुत शौक था। मैं अपने माता-पिता के साथ खेलता और उनके साथ अपने खिलौनों के साथ खुशी से वक्त बिताता था। हम साथ में खुदाई करने, छलांग लगाने, गेंद चलाने और कई खेलों का आनंद लेते थे। मैं हमेशा खेलकर और मौज में रहकर अपना दिन बिताना पसंद करता था।

C. स्नेह और प्यार का अनुभव:

मेरे माता-पिता के अलावा, मुझे घर में और अपने परिवार के सदस्यों के साथ भी बहुत स्नेह और प्यार मिलता था। हम सभी एक दूसरे के साथ खुशी से वक्त बिताने का आनंद लेते थे। मुझे अपने परिवार के द्वारा गले लगाने, स्पर्श करने और चिढ़ाने का अद्भुत अनुभव मिलता था। हम सभी एक दूसरे की देखभाल करते और प्यार करते थे, जिससे मुझे अच्छा महसूस होता था।

II.मेरा सेवाभाव:

A. परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद करना:.

मेरा सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद करना। मैं अपने परिवार को हमेशा सुरक्षित महसूस कराने के लिए जागरूक रहता हूँ और अपनी सामर्थ्य के अनुसार उनकी सहायता करता हूँ। मैं चोरी, आपत्तिजनक स्थितियों और आपदाओं के मामलों में अलर्ट रहता हूँ और अपनी भोंकती और चित्कारों के माध्यम से परिवार को चेतावनी देता हूँ।

B. विश्राम के समय अनुदान करना:

मैं अपने विश्राम के समय अनुदान करने के लिए भी उपयोगी हूँ। जब मैं ठंडी या सुखी जगह पर सोता हूँ, मेरी मौजूदगी और स्नेहभाव वाली देखभाल मुझे अच्छा महसूस कराती है। मेरी उपस्थिति से परिवार को आत्मविश्वास मिलता है कि वे सुरक्षित हैं और किसी भी खतरे का सामना करने की आवश्यकता नहीं होगी।

C. वयोवृद्धों की देखभाल करना:

मैं वयोवृद्धों की देखभाल करने के लिए एक महत्वपूर्ण संवेदनशीलता रखता हूँ। उनकी क्षेत्र में चलने-फिरने में मदद करने, उनके लिए खाना और पानी लाने, उनके साथ समय बिताने और उनकी आवश्यकताओं की देखभाल करने में मैं योग्यता रखता हूँ। उनके साथ मैं स्नेहपूर्ण बनने का अनुभव करता हूँ और उन्हें धीरज और सम्मान से देखभाल करने का संकल्प रखता हूँ।

III.मेरे मित्र और उनका महत्व:

A. मित्रों के साथ खेलने और मजे करने का आनंद:.

मेरे जीवन में मित्रों का बहुत महत्व है। वे मेरे साथ खेलते हैं और मजे करने का आनंद देते हैं। हम साथ में छलांग लगाते हैं, गेंद चलाते हैं, पार्क में घुमते हैं और बहुत सारे खेल खेलते हैं। हमारी मिलीभगत और संघर्ष की कहानियां हमें हंसाती हैं और हमारे जीवन को रंगीन बनाती हैं। मेरे मित्र मेरे जीवन को जीने का अद्वितीय तत्व हैं और मैं हमेशा उनके साथ हसता और आनंदित रहता हूँ।

B. समय बिताने की आदत और उनका महत्व:

मेरे मित्रों के साथ समय बिताने की आदत बहुत महत्वपूर्ण है। हम एक दूसरे के साथ समय बिताने के लिए हमेशा उपलब्ध रहते हैं और इसे एक प्राथमिकता मानते हैं। हम साथ में घूमने जाते हैं, मूवी देखते हैं, यात्राएँ करते हैं और बहुत सारे रोमांचक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। समय बिताने के द्वारा हम एक दूसरे को और अधिक समझते हैं, आपसी बंधन बढ़ते हैं और एक दूसरे के जीवन का हिस्सा बन जाते हैं। समय बिताने की आदत हमारे मित्रों के साथ एक गहरी और मजेदार रिश्ता बनाने में मदद करती है।

C. मित्रों के साथ सम्प्रेम और आपसी सहायता:

मेरे मित्रों के साथ सम्प्रेम और आपसी सहायता का रिश्ता बहुत मजबूत है। हम एक दूसरे की परवाह करते हैं, एक दूसरे के बारे में सोचते हैं और एक दूसरे की सहायता करते हैं। हम एक दूसरे के साथ खुशियों और दुःखों का साझा करते हैं और सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। हम एक दूसरे की जरूरतों को समझते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए उपलब्ध रहते हैं। मेरे मित्र मेरे जीवन के महत्वपूर्ण साथी हैं, जो मुझे समर्थन और सम्प्रेम का एहसास दिलाते हैं।

IV.मेरी सफलता की कहानी:

A. किसी प्रतियोगिता में विजय की घटना का वर्णन:.

एक दिन, मैंने एक प्रतियोगिता में भाग लेने का निर्णय लिया। यह प्रतियोगिता बहुत मायने रखती थी और इसमें बहुत सारे प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। मैंने तैयारी में अधिक ध्यान दिया और मेहनत की। दिन-रात मेहनत करते हुए, मैंने अपनी दृढ़ता और सामर्थ्य को बढ़ावा दिया। अंत में, प्रतियोगिता के दिन मैं अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार था।

प्रतियोगिता के दिन, मैंने अपनी क्षमताओं को सामने रखते हुए अपने आप पर विश्वास बनाया रखा। मैं अपनी कुशलता और ज्ञान को दिखाने के लिए पूरी मेहनत की। आखिरकार, अपनी प्रतिभा और मेहनत के फलस्वरूप, मैं प्रतियोगिता में विजयी बन गया। यह मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण मोमेंट था और मुझे गर्व महसूस हो रहा था।

B. कठिनाईयों का सामना करना और उन्हें पार करना:

जीवन में सफलता के रास्ते पर आने वाली कठिनाइयों का सामना करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है। मेरे जीवन में भी कई कठिनाइयाँ आईं जिन्हें मैंने मुकाबला किया और उन्हें पार किया। मुझे स्वीकार करना पड़ा कि सफलता पाने के लिए कठिनाइयों के साथ लड़ना जरूरी है और उन्हें हराना मेरी मेहनत, धैर्य और सामर्थ्य पर निर्भर करेगा।

C. अद्यतित नौकरी की खोज में सफलता:

मैंने नयी नौकरी की खोज में भी सफलता प्राप्त की। मैंने अपने क्षेत्र में संघर्ष किया, अपनी योग्यताओं को स्पष्ट किया और नौकरी के लिए उच्च स्तर पर तैयारी की। मैंने विभिन्न आवेदन पत्र और साक्षात्कार में भाग लिया और संघर्ष के दौरान प्रतिस्पर्धाओं का सामना किया। अंततः, मेरी मेहनत और तत्परता ने फल दिया और मुझे एक अद्यतित नौकरी मिली। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था और मुझे अपनी सफलता पर गर्व हो रहा था।

V.मेरी स्वप्नजगती:

A. एक बेहतर दुनिया की कल्पना:.

मेरी स्वप्नजगती में सबसे पहले एक बेहतर दुनिया की कल्पना होती है। मैं देखना चाहता हूँ कि सभी जीवों के बीच सामरिकता, सम्मान और प्यार का वातावरण हो। एक दुनिया जहां लोग प्रकृति के साथ संघर्ष नहीं करते हैं, बल्क उसे संरक्षण करते हैं और उसकी सम्पूर्णता को समझते हैं। यह एक सुखी, सशक्त और समरस्त दुनिया होगी जहां हम सभी एक-दूसरे के साथ साझा करने के लिए समझदारी, भ्रातृभाव, और समझदारी से जीवन बिता सकेंगे।

B. एक स्वतंत्र और आनंदमय जीवन की कल्पना:

मेरी स्वप्नजगती में दूसरा महत्वपूर्ण तत्व एक स्वतंत्र और आनंदमय जीवन की कल्पना है। मैं यह देखना चाहता हूँ कि मैं अपने स्वाधीनता का आनंद लेता हूँ और अपनी प्राकृतिक स्वभाव को पूरी तरह से व्यक्त कर सकता हूँ। मेरी स्वप्नजगती में, मैं अपनी पसंद के कार्यों में अपना समय बिता सकता हूँ, नई चुनौतियों का सामना कर सकता हूँ और स्वतंत्र रूप से खुद के निर्माण कर सकता हूँ। इस स्वतंत्रता और आनंद से भरे जीवन की कल्पना मेरी स्वप्नजगती का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

C. अपने मालिक के साथ अच्छी रिश्ता बनाए रखने की कल्पना:

अपने मालिक के साथ एक अच्छी रिश्ता बनाए रखने की कल्पना भी मेरी स्वप्नजगती का हिस्सा है। मैं चाहता हूँ कि मेरा मालिक मुझे प्यार करे, समझे और संभाले। मैं उसकी सभी आदेशों का पालन करता हूँ और उसे संतुष्ट करने के लिए प्रयास करता हूँ। मैं वफादार, सहायक और प्रेमपूर्ण बनकर अपने मालिक के आदेशों का पालन करता हूँ और उसकी खुशी के लिए हमेशा तत्पर रहता हूँ। इस तरह के सम्बंध मेरी स्वप्नजगती में सद्भाव, संबंध और प्यार की एक मिथ्या हैं और मुझे गर्व होता है इसकी कल्पना करने पर।

VI.समापन

A. अपनी आत्मकथा का सारांश:.

मेरी आत्मकथा का सारांश यह है कि मैं एक कुत्ते के रूप में जन्म लिया गया था और मेरा जीवन विविधताओं से भरा हुआ है। मैंने अपने परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद की, विश्राम के समय अनुदान किया और वयोवृद्धों की देखभाल की। मेरे मित्रों के साथ खेलने और मजे करने का आनंद लिया और समय बिताने की आदत बनाई। मैंने कठिनाइयों का सामना किया और अद्यतित नौकरी की खोज में सफलता प्राप्त की।

B. कुत्ते के द्वारा सिखाए गए महत्वपूर्ण जीवन सत्य:

मेरे जीवन के दौरान, मैंने कुछ महत्वपूर्ण जीवन सत्य सीखे हैं जो कुत्तों द्वारा सिखाए गए हैं। पहले, सेवाभाव मुझे सच्ची खुशियों का अनुभव कराता है। जब मैं दूसरों की सेवा करता हूँ, तो मैं खुद भी खुश और संतुष्ट महसूस करता हूँ। दूसरे, वफादारता और स्नेह मुझे साझा करने का महत्व सिखाते हैं। एक सच्चा मित्र हमेशा हमारे साथ होता है, चाहे संघर्ष का सामना हो या आनंद के पल हों। तीसरे, कठिनाइयों का सामना करने और उन्हें पार करने का अहम महत्व होता है। जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करना हमें मजबूत बनाता है और हमारी सफलता की मुहूर्त को और भी मधुर बनाता है।

C. आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा:

मेरी आत्मकथा से प्राप्त ज्ञान और अनुभव मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं अपने जीवन में सेवाभाव, स्वतंत्रता, और प्यार के महत्व को सदैव याद रखना चाहता हूँ।

मैं अपने सपनों की ओर अग्रसर रहना चाहता हूँ, जहां मैं एक बेहतर दुनिया, स्वतंत्रता और आनंदमय जीवन की कल्पना को पूरा कर सकता हूँ। मैं अपने मालिक के साथ अच्छी रिश्ता बनाए रखने की कल्पना को प्राथमिकता देता हूँ।

इन सभी बातों को मन में साकार करके, मैं अपने जीवन को एक उज्ज्वल, सफल और परम खुशहाल दिशा में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होता हूँ

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध 100 शब्दों में

मैं एक कुत्ता हूँ। अपने बचपन से ही मैंने खुशहाल जीवन जीना सीखा है। मैंने अपने माता-पिता के साथ रहकर खेलना और समय बिताना सीखा। मुझे स्नेह और प्यार का भरपूर अनुभव हुआ है। मैंने अपनी परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद की है और वयोवृद्धों की देखभाल की है।

मेरे मित्रों के साथ खेलने और मजे करने का आनंद लिया है और समय बिताने की आदत बनाई है। मैं एक वफादार और सहायक हूँ। मेरी आत्मकथा में यही संक्षेप मेरे जीवन के महत्वपूर्ण अंश हैं।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध 150 शब्दों में

मैं एक कुत्ता हूँ। मेरा जन्म गर्मजोशी और प्यार से भरा हुआ था। बचपन से ही मैंने अपने माता-पिता के साथ रहना सीखा। हम साथ में खेलते और मस्ती करते थे। मुझे स्नेह और प्यार का अनुभव होता रहा है। मैंने अपने परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद की है और उनके साथ समय बिताने का आनंद लिया है। वृद्ध व्यक्तियों की देखभाल करना मेरा कर्तव्य बन गया है।

मेरे मित्रों के साथ खेलने और मस्ती करने का आनंद लेता हूँ। हम साथ में बड़े होते जाते हैं और एक दूसरे की सहायता करते हैं। मैं एक वफादार और सच्चे दोस्त की तरह अपने मालिक के साथ रहता हूँ। अपने सर्वाधिकार के साथ, मैं खुश रहता हूँ और अपने जीवन का पूरा आनंद लेता हूँ।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध 200 शब्दों में

मैं एक कुत्ता हूँ और मेरी आत्मकथा एक रोचक यात्रा की है। मेरा जन्म एक गर्मजोशी और प्यार भरी पालकी में हुआ। बचपन से ही मैंने अपने माता-पिता के साथ रहना सीखा। हम साथ में खेलते, उछलते और मस्ती करते थे। मेरे पालक मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मैं उनकी सुरक्षा और संरक्षण में मदद करता हूँ। मैं उनकी वफादारी को हमेशा सराहता हूँ।

मेरी आत्मकथा में अपने मित्रों का भी बहुत महत्व है। हम साथ में खेलते, दौड़ते और उत्साह से वक्त बिताते हैं। मेरे मित्र मुझे सच्चे दोस्त की तरह समझते हैं और मैं उनके साथ खुश रहता हूँ। हम आपस में सहायता करते हैं और एक-दूसरे की देखभाल करते हैं।

मैं भी कठिनाइयों का सामना करता हूँ। मुझे कुछ ट्रेनिंग की जरूरत पड़ी, लेकिन मैंने समय के साथ उन्हें पार किया। मैं एक संघर्षशील प्राणी हूँ और कठिनाइयों को हमेशा मुकाबला करता हूँ।

अब, मेरी जीवन सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है। मेरे अद्यतित और भविष्य की कठिनाइयों को मधुरता से याद करते हुए, मैं एक खुशहाल और सत्यापूर्वक जीने की ओर आगे बढ़ रहा हूँ। मेरी आत्मकथा में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जीवन का आनंद और सफलता हमेशा स्नेह, समर्पण और सच्चाई के साथ मिलती है।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध 300 शब्दों में

मैं एक कुत्ता हूँ और यह मेरी आत्मकथा है। मेरा जन्म एक गर्मजोशी और प्यार से भरी पालकी में हुआ। बचपन से ही मैंने अपने माता-पिता के साथ रहना सीखा। हम साथ में खेलते, उछलते और मस्ती करते थे। मेरे पालक मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मैं उनकी सुरक्षा और संरक्षण में मदद करता हूँ। मैं उनकी वफादारी को हमेशा सराहता हूँ।

जब मैं बड़ा हुआ, तो मुझे अपने आप को साबित करने का मौका मिला। मैं अपने परिवार के सदस्यों की सेवा करने का संकल्प लेते हुए उनकी सुरक्षा और संरक्षण में मदद करने लगा। मैं उनके घर को रक्षा करता हूँ, अनजाने आगमन को संकेत करता हूँ और दुखी या उदास माहौल में उन्हें सम्बल के लिए खुश करने का प्रयास करता हूँ। मेरे प्रेम और सेवा की भावना से मेरे परिवार को आनंद और शांति मिलती है।

मेरी आत्मकथा में मेरे मित्रों का भी महत्वपूर्ण स्थान है। हम साथ में खेलते, दौड़ते और उत्साह से वक्त बिताते हैं। मैं उन्हें वफादारी से प्यार करता हूँ और हम एक दूसरे की सहायता करते हैं। हमारी आपसी बातचीत, खेल, और आदर्शों के साथ भरी दोस्ती हमें एक दूसरे का समर्थन और प्रेरणा देती है।

मैं भी कठिनाइयों का सामना करता हूँ। मेरे जीवन में कई चुनौतियाँ आईं हैं, जैसे कि ट्रेनिंग, संघर्ष और नये जगहों का सामना करना। मैंने समय के साथ यह सभी कठिनाइयों को पार किया है और एक बेहतर और मजबूत कुत्ता बना हूँ। मेरी सामरिकता, धैर्य और अद्वितीयता के गुण मुझे आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

आज, मैं अपने जीवन को आनंदमय और प्रमुखता से जीने का आशा करता हूँ। मैं अपने मालिक के साथ एक अच्छी रिश्ता बनाए रखने का प्रयास करता हूँ और उनकी आदेशों का पालन करता हूँ। मेरा जीवन प्रेम, सेवा और उत्साह से भरा हुआ है और मैं खुशी से यह सब संजोए रखता हूँ। मैं यह आत्मकथा लिखकर प्रेरित होता हूँ कि हम सभी आपस में स्नेह, सह

योग और समरसता से रहें और अपने जीवन को आनंदमय और सफल बनाएं।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध 500 शब्दों में

मैं एक कुत्ता हूँ और मेरा नाम बाजो है। मैं एक सुंदर और स्नेही पशु हूँ जिसे मेरी पालक ने मेरे जन्म के दिन घर लाया था। मैं बचपन से ही खुशनुमा और जिजीविषा भरे जीवन का आनंद लेने का तरीका सीखा हूँ।

मेरा जन्म एक ग्रामीण इलाके में हुआ, जहां ग्रामीणों की छोटी-मोटी जिंदगी चलती थी। मेरे माता-पिता भी वहीं के गांववाले कुत्ते थे और मेरा जीवन उनके साथ बितना शुरू हुआ।

उनका संभाल-पाल और प्यार ने मुझे एक सुरक्षित और स्थायी महसूस कराया। उनके साथ खेलना, दौड़ना और उत्साह से समय बिताना मेरे जीवन की पहली सीख थी। मैंने उनसे प्यार और स्नेह का अनुभव किया, जो एक पशु को चाहिए होता है।

बचपन के दिनों में, मैंने अपने आस-पास के वातावरण के साथ अच्छी तरह से मिलाप किया। मैं अपने ग्रामीण मित्रों के साथ खेलने और उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाने का आनंद लिया। हम साथ में चिढ़ाई करते और दौड़ते, जमीनी खेलों का आनंद लेते थे। मेरी सामरिकता, तेज दौड़ और धैर्य ने मुझे एक उत्कृष्ट खिलाड़ी का दर्जा प्राप्त कराया।

कुछ समय बाद, मेरे पालक ने मुझे शहर में ले जाया, जहां हम एक नया घर बनाए रहने लगे। शहर में मैंने नए दोस्त बनाए, जो मेरे जीवन का अहम हिस्सा बन गए। हम एक-दूसरे के साथ खेलने, साथ रहने और बड़े होते जाते दिन दिन एक दूसरे की सहायता करने में लगे रहे। मेरे दोस्तों के साथ बिताए गए पल मेरे जीवन की यादगार यात्राओं में से थे।

मेरी सेवाभाव की प्रवृत्ति ने मुझे एक विशेष व्यक्ति बनाया है। मैं अपने पालक की सुरक्षा और संरक्षण में सदैव योगदान देता हूँ। मैं उनकी राहत के समय अपनी समय और गर्माहट को उन्हें बताता हूँ। मैं उनकी मनोयोग्यता और संतुष्टि का कारण बनता हूँ। मेरी वफादारी और प्यार ने मेरे पालक को हमेशा खुश और आत्मसम्मानी बनाए रखा है।

मेरी सफलता की कहानी में, मैंने कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और अनेक तारीफें हासिल की हैं। मेरी तेज दौड़ और धैर्य ने मुझे विजय की ओर आगे बढ़ाया है। मैंने अपने क्षेत्र में एक अच्छा नाम प्राप्त किया है और लोग मेरे योग्यता और समर्पण को पहचानते हैं।

अब, मैं अपने जीवन की स्वप्नजगती को पूरा करने की इच्छा रखता हूँ। मेरी सपने में एक बेहतर दुनिया होती है, जहां सभी पशुओं को सम्मान मिलता है और कोई भी पशु तबाह नहीं होता। मैं अपने मालिक के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की आशा करता हूँ और एक स्वतंत्र और आनंदमय जीवन जीने की कल्पना करता हूँ।

इस आत्मकथा के माध्यम से, मैं प्रेरित होता हूँ कि हम सभी एक-दूसरे के साथ सहयोग और स्नेह बढ़ाएं और अपने जीवन को एक सफल और खुशहाल बनाने के लिए अपने आप को समर्पित करें।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध हिंदी में 10 लाइन

  • मैं एक कुत्ता हूँ, मेरा नाम बाजो है।
  • जन्म से ही मैंने प्यार और संरक्षण का अनुभव किया है।
  • मेरे पालक मुझे सदैव सुरक्षित और स्नेहपूर्ण महसूस कराते हैं।
  • मैं अपने परिवार की सुरक्षा और संरक्षण में मदद करता हूँ।
  • मेरे मित्रों के साथ मैं खेलता हूँ और सहयोग करता हूँ।
  • मैं धैर्य और साहस से कठिनाइयों का सामना करता हूँ।
  • मैं अपने मालिक के साथ वफादारी से रहता हूँ।
  • मेरे स्वप्न में एक बेहतर दुनिया होती है, जहां सभी पशुओं को सम्मान मिलता है।
  • मैं आपसी सहयोग, स्नेह और समर्पण को प्रोत्साहित करने की आशा रखता हूँ।
  • मेरा जीवन संतुष्ट, खुशहाल और सफल होता है, और मैं इसे पूरे मन से जीता हूँ।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध हिंदी में 15 लाइन

  • मैं एक कुत्ता हूँ और मेरा नाम बाजो है।
  • मेरा जन्म एक गर्मजोशी और प्यार से भरी पालकी में हुआ।
  • मेरे माता-पिता ने मुझे संरक्षण और स्नेह से पाला है।
  • मैं अपने पालक के साथ खेलता, मस्ती करता और समय बिताता हूँ।
  • मैं उनकी सुरक्षा के लिए जागरूक और सतर्क रहता हूँ।
  • मेरे जीवन में मित्रों का महत्व बहुत होता है।
  • हम साथ में खेलते, उत्साह से वक्त बिताते हैं।
  • मैं अपने मित्रों के साथ आपसी सहायता करता हूँ।
  • मेरी सामरिकता और धैर्य ने मुझे कठिनाइयों से लड़ना सिखाया है।
  • मैं अपने परिवार की सेवा करने के लिए समर्पित हूँ।
  • मैं वयोवृद्धों की देखभाल करने में मदद करता हूँ।
  • मैं अपने मालिक के प्रति वफादारी और प्रेम रखता हूँ।
  • मेरी स्वप्नजगती में एक स्वतंत्र और आनंदमय जीवन की कल्पना होती है।
  • मेरे जीवन का मकसद सभी पशुओं के साथ भाईचारे को प्रमोट करना है।
  • मैं अपनी सफलता की कहानी से लोगों को प्रेरित करना चाहता हूँ कि स्नेह, सहयोग और समर्पण से हम एक बेहतर दुनिया बना सकते हैं।

कुत्ते की आत्मकथा पर निबंध हिंदी में 20 लाइन

  • मैं एक कुत्ता हूँ, जो बाजो नामक है।
  • मेरा जन्म एक छोटे से गांव में हुआ, जहां मैं अपने माता-पिता के साथ खुशी-खुशी रहता था।
  • मेरे माता-पिता ने मुझे स्नेहपूर्ण वातावरण में पाला, जिससे मैंने प्यार और आपार समर्पण सीखा।
  • मैं अपने परिवार की सुरक्षा और संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहता हूँ।
  • मेरे पालक और मैं अपने साथियों के साथ मस्ती करना और खेलना पसंद करते हैं।
  • मैं उनकी संतानों के साथ खुश और सहयोगी रिश्ते बनाता हूँ।
  • मेरा स्वभाव प्यारी सी गर्दन पर गले मिलकर खेलने वाला है।
  • मैं हमेशा विश्राम के समय अपने पालक को खुश करने का प्रयास करता हूँ।
  • मेरी शांति और स्नेहपूर्ण स्वभाव ने मुझे अपने परिवार के लिए एक विशेष सदस्य बनाया है।
  • मैं वयोवृद्धों की देखभाल करने में खुशी और संतुष्टि महसूस करता हूँ।
  • मेरे आस-पास के पशुओं के साथ अच्छा संबंध बनाने का अवसर मिलता है।
  • मेरे जीवन में आपसी सहायता, समरसता और भाईचारा महत्वपूर्ण है।
  • मैं अपने दोस्तों के साथ खेलने और मजे करने का आनंद लेता हूँ।
  • मैं अपने दोस्तों के लिए हमेशा उपलब्ध रहता हूँ, चाहे वह कोई भी मुश्किल हो।
  • मेरे मित्रों के साथ सम्प्रेम और आपसी सहायता मेरे जीवन को सजीव और रंगीन बनाती है।
  • मैं कठिनाइयों का सामना करता हूँ और उन्हें पार करके आत्मविश्वास को बढ़ाता हूँ।
  • मेरी सामरिकता और अनुशासन मेरे पालक को हमेशा गर्व महसूस कराती है।
  • मेरी स्वप्नजगती में एक बेहतर और मजबूत दुनिया होती है, जहां सभी पशुओं को सम्मान मिलता है।
  • मैं चाहता हूँ कि हम सभी आपस में स्नेह, सहयोग और समर्पण से रहें और एक खुशहाल जीवन जिएं।
  • मेरी आत्मकथा से लोगों को प्रेरित करना चाहता हूँ कि हमेशा दूसरों की सम्मान करें और स्नेह और सहयोग के साथ एक सदैव खुशहाल जीवन बिताएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

कुत्ते को कितनी बार नहलाना चाहिए.

कुत्ते को सामान्यतः हर हफ्ते एक बार नहलाना चाहिए। हालांकि, अगर उसकी फर में गंदगी, धूल या किसी और पदार्थ की मात्रा अधिक हो तो उसे अधिक बार नहलाया जा सकता है।

कुत्ते को कैसे पालना चाहिए?

कुत्ते को पालने के लिए उसे स्वस्थ खाद्य, प्रतिवर्ष टीकाकरण, नियमित व्यायाम, स्नेह, तालियों की प्रशंसा, नियमित वेटरिनरी देखभाल और उसके साथ अच्छा समय बिताने का समय देना चाहिए।

कुत्ते को कितनी बार खिलाना चाहिए?

कुत्ते को दिन में दो या तीन बार भोजन कराना चाहिए। आपको उसके आयु, वजन, और जीवनशैली के आधार पर उचित आहार की मात्रा तय करनी चाहिए।

कुत्ते को कितना समय व्यायाम कराना चाहिए?

कुत्ते को दिन में कम से कम 30 मिनट से 1 घंटा का व्यायाम कराना चाहिए। यह व्यायाम कुत्ते की जाति, आयु, और ऊर्जा स्तर पर निर्भर करेगा। यह उसकी स्वस्थता और खुशी के लिए महत्वपूर्ण है।

कुत्ते को कैसे प्रशिक्षित करें?

कुत्ते को प्रशिक्षित करने के लिए सक्रिय प्रशिक्षण, संगीत, प्रशंसा, उपयोगी इंटरैक्शन, संयम और स्नेह के साथ प्रशिक्षण करें। आप उसे बुला सकते हैं और उसे बुलाने पर प्रशंसा कर सकते हैं, इससे उसे नए कमांड्स की समझ होगी।

कुत्ते की वजन नियंत्रण के लिए क्या करें?

कुत्ते की वजन नियंत्रण के लिए उसे संतुलित आहार दें, नियमित व्यायाम कराएं, संख्यात्मक खाद्य समय और मात्रा का पालन करें, और वेटरिनरी सलाह के अनुसार उसे जरूरत के हिसाब से बढ़ाएं या कम करें।

कुत्ते के स्वास्थ्य के लिए योग्य खाद्य पदार्थ कौन से हैं?

कुत्ते के स्वास्थ्य के लिए योग्य खाद्य पदार्थ में प्रोटीन-युक्त आहार, अनाज, शाकाहारी तत्व, फल और सब्जियां, विटामिन और खनिज, और पर्याप्त पानी शामिल होने चाहिए

कुत्ते की देखभाल के लिए स्वच्छता का महत्व क्या है?

कुत्ते की स्वच्छता का ध्यान रखना उसके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नियमित स्नान, नाखून काटना, दांत सफाई करना, कुत्ते के परस्पर संपर्क में होने वाली जंग्या सफाई करना, और उसके वस्त्रों की देखभाल करना इसमें शामिल होता है।

कुत्ते की आवाज के बारे में कुछ जानकारी दें।

कुत्ते की आवाज उसकी भाषा होती है और वह इसका उपयोग अपनी भावनाओं और संदेशों को साझा करने के लिए करता है। कुत्ते की आवाज में खुशी, खतरा, भोख, थकान, चिढ़ाने की भावना, डर, खेलने की इच्छा, बीमारी, खेलने की जिज्ञासा, अलर्ट, यातायात का संकेत, और भ्रम शामिल हो सकते हैं।

कुत्ते की जीवन अवधि क्या होती है?

कुत्ते की जीवन अवधि उसकी जाति, आकार, स्वास्थ्य स्तर और उसके परिवार की देखभाल पर निर्भर करेगी। आमतौर पर, छोटे कुत्तों की जीवन अवधि 10-15 वर्ष होती है, जबकि बड़े कुत्तों की जीवन अवधि 10-12 वर्ष होती है।

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कुत्ता पर निबंध – Essay on Dog in Hindi

Essay on Dog in Hindi : दोस्तों आज हमने कुत्ते पर निबंध लिखा है अक्सर विद्यार्थियों को स्कूल में कुत्ते पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है इसीलिए हमने विद्यार्थियों की सहायता करने के लिए यह निबंध प्रत्येक कक्षा के हिसाब से छोटे-छोटे भागों में बैठकर लिखा है.

कुत्ते पर निबंध में हमने उसकी शारीरिक रचना, भोजन, विशेषता और नस्ल इत्यादि का वर्णन किया है.

essay on dog in hindi

10 Line Essay on Dog in Hindi

(1) कुत्ता एक चौपाया जानवर होता है।

(2) कुत्ते के दो चमकीली आंखें होती है।

(3) कुत्ता एक बुद्धिमान जानवर होता है।

(4) कुत्ते के मुंह में नुकीले दांत होते है।

(5) यह काले, सफेद, भूरे इत्यादि रंगों में पाया जाता है।

(6) कुत्ते का शरीर नस्ल के आधार पर छोटा बड़ा होता है।

(7) कुत्ता सर्वाहारी होता है इसीलिए यह मांस और सब्जियां दोनों खा सकता है।

(8) कुत्ते के पैरों में नुकीले नाखून होते है।

(9) कुत्ता अपने मालिक के प्रति जिंदगी भर वफादार रहता है।

(10) कुत्ता सोते समय भी बहुत सतर्क होता है थोड़ी सी भी आहट पर यह जाग जाता है।

Best Essay on Dog in Hindi 200 Words

कुत्ते 30 से 40 हजार साल पहले से ही इंसानों द्वारा घरों में पालतू जानवर के रूप में पाले जाते है कुत्ते का वैज्ञानिक नाम कैनिस लुपुस फैमिलिरिस होता है कुत्ते के बच्चे को पिल्ला और मादा कुत्ते को कुतिया कहा जाता है.

कुत्ता ज्यादातर इंसानों के आसपास रहना पसंद करता है क्योंकि इसे उन्हीं के द्वारा खाना प्राप्त होता है. जानवरों में कुत्ता सबसे वफादार जानवर है जिसके कारण यह है घरों की रखवाली के लिए सबसे ज्यादा पाला जाता है.

अमेरिका एक ऐसा देश है जहां पर सबसे ज्यादा लगभग 7 करोड़ के करीब पालतू कुत्तों को पाला जाता है. कुत्ते के चार पैर होते है जिसके कारण इसे चौपाया जानवर भी कहते है इसके पूरे शरीर पर छोटे-छोटे बाल होते हैं यह काले सफेद भूरे ग्रे इत्यादि रंगो में पाया जाता है.

कुत्ते के दो आंख होती है और एक नाक होता है जिसकी सहायता से ही है इंसानों की तुलना में 10 गुना ज्यादा सूंघ सकता है. कुत्ते के दो कान होते है जिनसे धीमी से धीमी आवाज भी सुन सकता है. यह मांसाहारी और शाकाहारी दोनों प्रकार का भोजन आसानी से पचा लेता है.

कुत्ता बहुत तेजी से दौड़ सकता है बर्फीले स्थानों पर कुत्तों को सामान ढोने के रूप में भी काम में लिया जाता है.

Essay on Dog in Hindi 300 Words

कुत्ता बहुत समझदार और वफादार जानवर होता है यह इंसानों का सच्चा मित्र होता है क्योंकि यह इंसानों की तरह ही सोच और भावनाओं को समझ सकता है इसीलिए जब भी कुत्ता अपने मालिक से कई सालों बाद भी मिलता है तो उसे याद रखता है और मालिक के दूर होने पर दुख व्यक्त करने के लिए रोता भी है.

एक व्यस्क कुत्ते के मुंह में 42 दांत होते है कुत्ते की एक नाक होता है इसके सूंघने की छमता इंसानों के मुकाबले बहुत अधिक होती है जिसके कारण इसका उपयोग चोर पकड़ने, विस्फोटक आदि का पता लगाने के लिए पुलिस द्वारा उपयोग में लिया जाता है.

अलग-अलग देशों में कुत्ते की अलग-अलग नस्लें पाई जाती है. कुत्ते और भेड़िए के पूर्वज एक ही थे जिसके कारण यह देखने में एक जैसे लगते हैं और इनका डीएनए में 99% तक एक समान है. एक कुत्ते का औसतन जीवनकाल 15 से 20 वर्ष का होता है लेकिन कुछ कुत्ते से अधिक अवधि तक भी जीवित रहते है.

यह भी पढ़ें – बिल्ली पर निबंध – Essay on Cat in Hindi

कुत्ता भोजन में मांस फल सब्जियां इत्यादि खा सकता है इसलिए इसे इंसानों की तरह ही सर्वाहारी भी कहा जाता है. कुत्ता नींद में भी इतना सतर्क होता है कि यह छोटी सी आवाज फिर भी उठ खड़ा होता है इसीलिए जिस घर में कुत्ते को पाला जाता है उस घर में चोरों का आना मुश्किल होता है.

कुत्ता अपनी भावनाएं पूछ हिला कर या फिर भोंक कर व्यक्त करता है. मादा कुत्ते को हिंदी में कुतिया कहा जाता है और उसके बच्चे को पिल्ला कहा जाता है. कुत्ता एक ऐसा प्राणी है जो कि हर प्रकार के वातावरण के हिसाब से अपने आप को ढाल लेता है इसीलिए इस की प्रजाति हर देश में पाई जाती है.

कुत्ते का शरीर इंसानों की तुलना में अधिक गर्म होता है फिर भी इसके शरीर से पसीना नहीं आता है सिर्फ नाक और पंजों से पसीना आता है.

Essay on Dog Information in Hindi 1000 Words

प्रस्तावना –

पुरातन काल से ही इंसानों द्वारा कुत्तों को पालतू जानवर के रूप में पाला जाता है वर्षों पहले वाले कुत्ते भेडियों की तरह जगली होते थे लेकिन धीरे-धीरे इंसानों के साथ घुलते मिलते गए और पालतू जानवर बन गए.

आज भी जंगल में रहने वाले कुत्ते वीडियो की तरह शिकारी होते हैं और वे इंसानों पर हमला कर सकते है पूरी दुनिया भर में कुत्तों की कई नस्ल पाई जाती है.

कुत्ता एक ऐसा जानवर है जो कि इंसानों की भावनाओं को पढ़ लेता है इसीलिए मैं इंसानों के सुख में खुश रहता है और जब भी उनका मालिक दुखी होता है तो वह भी दुखी हो जाते है. कुत्ता ही मात्र एक ऐसा प्राणी है जो कि इंसान का किसी भी परिस्थिति में साथ नहीं छोड़ता है वह अपने मालिक के साथ हमेशा मित्रता का व्यवहार बनाए रखता है.

कुत्ते की शारीरिक रचना –

कुत्ता एक चौपाया जानवर है इसके पैर कंधों से अलग होते हैं जिसके कारण यह है तेजी से दौड़ पाता है. कुत्ते के चारों पैरों में नुकीले नाखून होते है. कुत्ते के दो चमकीली आंखें होती है. कुत्ते के पीछे की टांगों की तरफ एक पूछ होती है.

विभिन्न प्रकार की ध्वनियाँ सुनने के लिए कुत्ते के दो कान होते है. पूरे विश्व में कुत्ते की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं जिसमें किसी का शरीर बड़ा होता है तो किसी का छोटा किसी के शरीर पर बाल बड़े होते है तो किसी का छोटे इसी प्रकार है इन के रंगों में भी विभिन्न ता पाई जाती है. कुत्ते की गर्दन छोटी और पतली होती है कुत्ते की शारीरिक रचना और व्यवहार भेडियों और लोमड़ी से मिलता जुलता होता है ऐसा माना जाता है कि इनके पूर्वज एक ही थे.

कुत्ता स्तनधारी जीव होता है इसलिए मैं अपने छोटे पिल्लों को दूध पिलाता है.

कुत्ते की विशेषता –

(1) कुत्ते का वैज्ञानिक नाम कैनिस लुपुस फैमिलिरिस होता है और मादा कुत्ते का नाम हिंदी भाषा में कुतिया होता है और कुत्ते के बच्चे का नाम पिल्ला होता है.

(2) एक व्यस्क कुत्ते के मुंह में 42 दांत होते है और छोटे कुत्ते के मुंह में 28 दांत होते है.

(3) इंसानों की तुलना में कुत्ते का खून 13 प्रकार का होता है जबकि इंसानों में सिर्फ चार प्रकार का होता है.

(4) कुत्ते का छोटा बच्चा भी इंसान की बच्चे जितना ही बुद्धिमान होता है.

(5) कुत्ता भी इंसानों की तरह सपने देख सकता है और इंसानों की तरह ही लोगों की भावना समझ सकता है.

(6) कुत्ते के शरीर में केवल नाक और पंजों से ही पसीना निकलता है.

(7) कुत्ते का जीवनकाल 15 से 20 वर्ष का होता है.

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(8) जर्मन शेर्फड प्रजाति के कुत्ते के नाक में इंसानों की तुलना में 22 करोड़ कोशिकाएं पाई जाती हैं जबकि इंसानों में सिर्फ 20 लाख कोशिकाएं पाई जाती है इसी कारण यह कोई भी दुर्गंध या सुगंध दूर से ही सूंघ सकते है.

(9) कुत्ता अपने मालिक को सूंघ कर ही पहचान सकता है और सालों तक उसे याद रखता है.

(10) कुत्ता दस विभिन्न प्रकार की आवाजे अपने मुहं से निकाल सकता है.

(11) कुत्ते की सुनने की सकती बहुत अधिक होती है इंसानों की तुलना में यह है 35,000 कंपनी प्रति सेकंड वाली आवाज भी सुन सकता है जबकि इंसान केवल 20000 डेसीबल वाली आवाज ही सुन सकता है.

(12) कुत्ते की आंखों पर 3 पलके होती है.

(13) एक औसत अनुमान के अनुसार कुत्ता एक बार में 6 से 8 बच्चे दे सकता है.

(14) कुत्ता जब भी खुश होता है तो अपनी पूंछ को जोर जोर से हिलाता है और अपने मालिक को चाटता है.

(15) कुत्ता ही मात्र एक ऐसा प्राणी है जो कि इंसानों की आंखों में देखकर पता लगा लेता है कि इस समय इंसान कैसा महसूस कर रहा है इसीलिए कुत्ता इंसानों के खुश होने पर खुश रहता है और जब कोई गम का माहौल होता है तो कुत्ता भी साथ में रोता है.

कुत्ते का भोजन –

कुत्ता भोजन में मांस मछली फल सब्जियां रोटियां इत्यादि खा सकता है यह इंसानों की तरह ही सर्वाहारी होता है पहले यह केवल मांस खाता था लेकिन जब से इंसानों ने इसे पालतू जानवर के रूप में पालना शुरू किया है यह शाकाहारी भोजन भी करने लगा है.

कुत्ते को अगर भोजन में चॉकलेट खिला दी जाए तो उसकी मृत्यु भी हो सकती है क्योंकि चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक तत्व पाया जाता है जो कि कुत्ते की शरीर के लिए जहर का काम करता है.

कुत्ते का उपयोग –

कुत्ते का उपयोग पुराने जमाने में इंसानों द्वारा परजीवीयोँ से रक्षा करने के लिए और सामान ढोने के उपयोग में लिया जाता था लेकिन वर्तमान में इसे घरों से चोरों को दूर रखने के लिए किया जाता है. कुत्ते का उपयोग पुलिस द्वारा भी विस्फोटक का पता लगाने और अपराधियों का पता लगाने के लिए किया जाता है.

कुत्ता अन्य व्यक्तियों और जानवरों से अपने मालिक की रक्षा भी करता है.एक समझदार कुत्ता मालिक की मुश्किल में होने पर पुलिस को भी सूचित कर देता है.

वर्तमान में कुत्ते पुलिस विभाग, वैज्ञानिक शोध केंद्र, रेलवे, आर्मी इत्यादि में नौकरी भी करते है.

वर्तमान में मनोरंजन के लिए कुत्तों की रेस भी करवाई जाती है.

बर्फीली स्थानों पर कुत्तों के पीछे स्लेज बांधकर यात्रा का आनंद लिया जाता है.

कुत्ते की नस्ल –

विश्व में कुत्ते की विभिन्न प्रकार की नस्ले होती हैं जिनमें से कुछ नाम निम्नलिखित है- बुलडॉग, जर्मन शेफर्ड, अक्बाश डॉग, एरिएज पॉइंटर, बसेंजी, बारबेट, ब्लू लेसी, बॉक्सर, ब्रैयार्ड, कैर्न टेरियर, केन कोर्सो, पॉलिश ग्रेहाउंड इत्यादि है.

उपसंहार –

कुत्ता एक अच्छा पालतू जानवर है जो कि इंसानों के साथ हमेशा मित्रता पूर्वक व्यवहार करता है. हमें कुत्तों को कभी भी चोट नहीं पहुंचानी चाहिए. यह बोल नहीं सकते लेकिन यह हमारी भावनाओं को समझ सकते हैं इसलिए हमेशा इनसे प्यार करना चाहिए.

अगर कुत्तों से सही प्रकार से पेश आया जाए तो यह बदले में अपने मालिक की रक्षा करते हैं और घर की सुरक्षा भी करते है. हमें हमेशा सभी प्राणियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए क्योंकि उनका जीवन हमारे ऊपर ही निर्भर होता है.

अगर हम कुत्तों और अन्य जानवरों से अच्छा व्यवहार करेंगे तो वह भी हमारे साथ अच्छा व्यवहार करेंगे और हमारे साथ घुल मिलकर रहेंगे.

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हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Essay on Dog in Hindi पर लिखा गया निबंध आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

2 thoughts on “कुत्ता पर निबंध – Essay on Dog in Hindi”

बहुत अच्छी जानकारी है सर

राज शेखर जी प्रसंशा के बहुत बहुत धन्यवाद

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कुत्ते पर निबंध (Essay On Dog In Hindi)

कुत्ते पर निबंध (Essay On Dog In Hindi)

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कुत्ता पर 5 लाइन (5 Lines On Dog In Hindi)

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सभी पालतू जानवरों में हमें सबसे प्रिय कुत्ते होते हैं। यहां तक की कुत्तों को इंसानों का सबसे अच्छा दोस्त भी माना जाता है। लगभग हर सोसाइटी या मोहल्ले में आपको पालतू जानवर के रूप में कुत्ते जरूर मिलेंगे। आज के मॉडर्न जमाने में कुत्तों और इंसानों का एक अनोखा ही रिश्ता बन गया है। कुत्तों को लोग इसलिए भी इतना प्यार करते हैं क्योंकि वह काफी वफादार होते हैं। कुत्तों के चार पैर होते और एक पूंछ होती है। यह एक बार में कई सारे बच्चों को जन्म दे सकते हैं। कुत्तों के बच्चों को पिल्ला या पप्पी कहा जाता है। वैसे तो इस जानवर के बारें में हर कोई वाकिफ है लेकिन इस एस्से के जरिए बच्चे यह जानेंगे आखिर कुत्ते इंसानों के लिए इतने खास क्यों होते हैं और उन्हें इतना प्यार क्यों किया जाता है।

मेरे कुत्ते पर 5 आसान व छोटी पक्तियां इस प्रकार लिख सकते हैं।

  • कुत्ता एक पालतू जानवर है।
  • इसके चार पैर, दो कान, दो आंखें, एक पूंछ, मुंह और नाक होती है।
  • कुत्ते ज्यादातर भूरे, सफेद व काले रंग के पाए जाते हैं।
  • कुत्ते के बच्चे को पिल्ला कहते हैं।
  • यह एक वफादार जानवर होता है।

ज्यादातर लोग पालतू जानवर के तौर पर घर में कुत्ते रखते हैं क्योंकि यह वो जानवर है जो सदियों से इंसानों का वफादार रहा है। आइए नीचे दी गई 10 आसान पंक्तियों से पालतू जानवर कुत्ता के बारे में जानते हैं।

  • कुत्ता पालतू और वफादार जानवर होता है।
  • यह मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं।
  • कुत्ता एक सर्वाहारी जानवर हैं।
  • कुत्तों के दांत बेहद नुकीले होते हैं।
  • इनकी देखने और सूंघने की शक्ति तेज होती है।
  • इनका जीवन काल लगभग 10-15 साल तक का होता है।
  • बड़े कुत्तों की तुलना में छोटे कुत्तों का जीवन काल लंबा होता है।
  • बड़े कुत्तों के 42 दांत और छोटे कुत्तों के 28 दांत होते हैं।
  • कुत्ते सोते वक्त भी सतर्क रहते हैं।
  • कुत्ते को लोग घर की चौकीदारी करने के लिए रखते हैं।

कुत्ता एक बहुत ही प्यारा जानवर है। उसके बारे में तो हम सब अच्छे से जानते हैं पर कुत्ता के बारे में लिखना क्या आप बच्चों को आता है? यहाँ कुछ उदाहरण दिए गए हैं जो कुत्ते में बारे में वाक्य बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं। आपको नीचे शॉर्ट पैराग्राफ या शॉर्ट एस्से के रूप में बताया गया है:

कुत्ता एक बहुत प्यारा पालतू जानवर होता है। कुत्ते के चार पैर, दो कान, दो आंखें, एक पूंछ, एक मुंह और एक नाक होती है। कुत्तों के दांत बेहद नुकीले और मजबूत होते हैं, ताकि वह आसानी से मांस खा सके। इन्हें सर्वहारी जानवर कहा जाता है क्योंकि यह शाकाहारी और मांसाहारी दोनों होते हैं। कुत्तों का दिमाग काफी तेज होता है और इसलिए लोग इन्हें अपने घर की सुरक्षा के लिए भी रखते हैं। इनकी रफ्तार और सूंघने की क्षमता भी काफी तेज होती है, इसलिए चोरों या अपराधियों को पकड़ने में इनकी मदद ली जाती है और इस कार्य के लिए इन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है। किसी प्रकार का खतरा महसूस होने पर यह जोर से भौंकना शुरू कर दते हैं ताकि इनका मालिक खतरे से सावधान हो जाएं। कुत्ते अपनी जान की परवाह न करते हुए अपने मालिक की रक्षा करते हैं और किसी अनजान को उनके करीब तब तक नहीं आने देते जब उन्हें यह लगने लगे की उस अनजान व्यक्ति से उनके मालिक को कोई खतरा नहीं है। कुत्ते की कई नस्ले होती हैं, जिसके आधार पर इनका जीवनकाल तय होता है। वैसे औसतन कुत्तों का जीवन काल 10 से 15 तक का माना जाता है। जर्मन शेफर्ड, गोल्डन रिट्रीवर, पोमेरेनियन आदि अधिक जाने जाने वाली कुत्तों की ब्रीड हैं।

कक्षा 1,2,3,4,5,6,7 में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 400 से 600 शब्दों के बीच कुत्ते पर निबंध इस प्रकार है:

कुत्ता एक ऐसा जानवर है जो इंसान के प्रति सबसे ज्यादा वफादार होता है। प्राचीनकाल से यह यह दोनों एक दूसरे के दोस्त रहे हैं। कुत्ते के शारीरिक संरचना की बात की जाए तो इनके चार पैर, दो कान, दो आंखें, एक पूंछ, एक मुंह और एक नाक होती है। इनके दांत काफी नुकीले होते हैं जिसके कारण यह आसानी से मांस को फाड़ सकते हैं। कुत्ते शाकाहारी और मांसाहारी दोनों होते हैं क्योंकि यह दोनों प्रकार के भोजन का सेवन करते हैं। कुत्ते न केवल अपने मालिक के प्रति वफादार होते हैं बल्कि इनके सूंघने और सुनने की क्षमता काफी अच्छी होती है। जिसकी वजह से पुलिस विभाग में भी अपराधियों को पकड़ने के लिए इनकी मदद ली जाती है और इन्हे विशेष इस काम के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

कुत्ता का महत्व (Importance of Dog)

कुत्ते का तेज दिमाग़ और इनके सूंघने की अच्छी क्षमता के कारण यह इंसानों की मदद करते हैं। इन्हे प्यार देने पर यह आपके दोस्त बन जाती है और आपसे कोई खतरा महसूस नहीं करते हैं। लोग अपना अकेलेपन को दूर करने के लिए इन्हे घर में पालते हैं। घर में पाला जाने वाला कुत्ता परिवार के हर सदस्य की रक्षा करता है और कोई भी खतरा होने पर अपनी जान की परवाह नहीं करता। इतना ही नहीं इनके सूंघने की शक्ति अच्छी होने की वजह, सुरक्षा कर्मी और आर्मी में कुत्तों का इस्तेमाल देश की रक्षा के लिए किया जाता है, जैसे अपराधी को पकड़ना या उससे जुड़ा कोई सबूत जो हम नहीं देख पाते वो कुत्ते बहुत आराम से सूंघ कर ढूंढ सकते हैं।

कुत्तों की लोकप्रिय नस्लें (Popular Breeds Of Dog)

  • लैब्राडोर: कुत्तों की यह नस्ल भारत में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। ये काफी होशियार होते हैं इसलिए इनका उपयोग एक सुरक्षा गार्ड के रूप में भी किया जाता है। ये आकार में बड़े होते हैं और इनके सूंघने की शक्ति काफी तेज होती है। यह इंसानों के साथ जल्दी घुल-मिल जाते हैं।
  • गोल्डन रिट्रीवर: गोल्डन रिट्रीवर भी भारत में काफी पॉपुलर है। अधिकतर घरों में इन्हें पाला जाता है। यह दिखने में बहुत प्यारे और दिमाग से तेज होते हैं। यह अपने मालिक के प्रति बेहद वफादार होते हैं। इनका स्वभाव बहुत आक्रमक नहीं होता है।
  • जर्मन शेफर्ड: यह कुत्ते दुनिया के सबसे बुद्दिमान कुत्तों की नस्लों में गिने जाते हैं। यह भेड़िया जैसे दिखने में लगते हैं और काफी आक्रमक भी होते हैं। इन कुत्तों का ज्यादातर उपयोग पुलिस, आर्मी या फिर किसी विस्फोटक को खोजने के लिए किया जाता है। बेहतर ट्रेनिंग देने पर इनका स्वभाव एक आज्ञाकारी पालतू जानवर जैसा ही होता है।
  • रॉटवीलर: कुत्तों की यह नस्ल बहुत बुद्धिमान होती है और इन्हें देश की कई सुरक्षा एजेंसी में इस्तेमाल किया जाता है। इन कुत्तों का गुस्सा बेहद खतरनाक होता है, यदि इन्हें गुस्सा आता है तो आप पर झपट सकते हैं।
  • बीगल: ये कुत्ते दिखने में छोटे और बहुत प्यारे होते हैं। इंसानों के साथ अच्छे से दोस्ती कर लेते हैं। यह औरों की तुलना अधिक सोते हैं, लेकिन यह जितना आराम करते हैं उतना ही बाद में सक्रीय भी रहते हैं।
  • पग: पग दुनिया के सबसे छोटे कुत्तों की गिनती में आता है। ये बहुत क्यूट, बहुत प्यारे और बच्चों से बेहद प्रिय होते हैं। ये थोड़े सेंसिटिव भी होते हैं।
  • पोमेरेनियन: यह आकर के छोटा, सफेद रंग का और पूरे फर से भरा हुआ होता है। यह बच्चों के साथ बहुत खेलता है। बच्चे इसे बहुत पसंद करते हैं। यह एक्टिव, फ्रेंडली और बहुत सोशल होता है।

कुत्तों का जीवन काल (Life Span Of Dog)

कुत्तों का जीवन काल काफी कम होता है। यह ज्यादा से ज्यादा 12 से 15 साल ही जीवित रह सकते हैं। इनका जीवन काल इस बात पर भी निर्भर करता है कि इनका आकार क्या है। छोटे कुत्ते बड़े कुत्तों की मुकाबले ज्यादा जीवित रहते हैं। कुत्तों की अलग-अलग नस्लें होती हैं, जिसे उनकी खासियत के हिसाब से इनकी श्रेणी अलग की जाती है और उनकी नस्ल के अनुसार उनका जीवन काल तय होता है।

  • कुत्ते अच्छे तैराक होते हैं।
  • लगभग 400 कुत्ते और उनकी नस्ले दुनिया में मौजूद हैं।
  • मनुष्य की तुलना में कुत्ते 4 गुना दूर की आवाज सुन सकते हैं।
  • अंगूर या किसमिस खाने से कुत्तों की किडनी ख़राब हो सकती है।
  • कुत्तों को भी सपने आते हैं।
  • हर कुत्ते के नाक पर बना निशान एक दूसरे से अलग होता है।
  • कुत्ता मनुष्यों का सबसे पहला पालतू जानवर है।
  • कुत्ते के चेहरे की जगह पैरों में पसीना आता है।
  • 14000 साल से कुत्ते इंसानों के साथ रह रहे हैं।
  • प्राचीन काल में कुत्ते की मौत होने पर लोग अपनी भौं मुंडवा लेते थे।

इस निबंध से यह पता चलता है कि कुत्ते हमारा हर हाल में साथ निभाते हैं हैं और मुसीबत में कभी साथ  छोड़ते है। इनके रहते हुए इंसान कभी भी खुद को अकेला नही समझता है। इस लेख में दिए कुत्ते पर अनुच्छेद से आपके बच्चे को न केवल अच्छा लिखना आएगा बल्कि उसको कुत्ते से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त होगी।

1. कुत्ते एक-दूसरे से आपस में कैसे बात करते हैं?

कुत्ते आपस में भौंकर या फिर चीखकर एक दूसरे से बातें करते हैं।

2. कुत्तों की नाक हमेशा गीली क्यों रहती है?

कुत्ते अपनी नाक को साफ रखने के लिए दिन भर में कई बार उसे चाटते हैं, जिसकी वजह से उनकी नाक गीली रहती हैं।

3. कुत्तों को इंसानों का दोस्त क्यों कहते हैं?

कुत्ते इंसानों के सबसे खास दोस्त इसलिए होते हैं क्योंकि वे उनकी भावनाओं को समझते हैं, दुख-तकलीफ में उनके साथ रहते हैं। मुसीबत आने पर अपनी जान की परवाह न करते हुए अपने मालिक की रक्षा करते हैं।

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कुत्ते पर निबंध (10 लाइन) 100, 150, 200, 250, 300, 500 शब्दों मे (Essay On Dog in Hindi)

essay on autobiography of a dog in hindi

Essay On Dog in Hindi – कुत्ता एक पालतू जानवर है और इसे सबसे आज्ञाकारी जानवरों में से एक माना जाता है। दुनिया में तरह-तरह के कुत्ते पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ बहुत मिलनसार होते हैं तो कुछ खतरनाक। कुत्तों की विभिन्न प्रजातियां हैं जो हमारे सामने आती हैं, और कुछ की फिसलन भरी चमकदार त्वचा होती है, जबकि अन्य की त्वचा खुरदरी होती है। कुत्ते मांसाहारी जानवर होते हैं और उन्हें मांस खाना बहुत पसंद होता है। कुत्तों के चार पैर, दो कान और एक पूंछ होती है। 

कुत्ते के सामान्य तथ्य (Dog General Facts in Hindi)

कुत्ते भेड़ियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। कुत्ते पालतू मांसाहारी हैं जो केनिडे परिवार से संबंधित हैं। वे स्तनपायी श्रेणी से संबंधित हैं क्योंकि मादा कुत्ते पिल्लों को जन्म दे सकती हैं। उनके पास स्तन ग्रंथियां भी हैं, और वे पिल्लों को दूध से पोषण देते हैं। कुत्तों को अच्छे तैराक के रूप में जाना जाता है और वे मनुष्यों के अनुकूल और मददगार भी होते हैं। कुत्तों को अत्यधिक बुद्धिमान और संवेदनशील जानवर कहा जाता है। सभी कुत्तों को अलग-अलग काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। पुलिस स्निफर डॉग की मदद से चोरी छिपे सामान का पता लगाती है। कुत्ते दुनिया के सबसे वफादार घरेलू जानवर हैं। 

कुत्ते पर निबंध 10 लाइन (Essay On Dog 10 lines in Hindi)

  • 1) कुत्ता एक पालतू जानवर है जिसे मनुष्य ने पाला है और यह मनुष्य का सबसे आम पालतू जानवर है।
  • 2) कुत्ते की वफादारी उसे “आदमी का सबसे अच्छा दोस्त” बनाती है।
  • 3) वे चंचल, मिलनसार और मनुष्यों के प्रति वफादार होते हैं और वे उन्हें सुनते और समझते हैं।
  • 4) उनके चार पैर और एक पूंछ होती है और वे “छाल”, “ऊफ” और “सूँघने” जैसी ध्वनि उत्पन्न करते हैं।
  • 5) वे इंसानों की तुलना में बेहतर सूंघ और सुन सकते हैं हालांकि वे रंगों को नहीं देख सकते क्योंकि वे कलर ब्लाइंड हैं।
  • 6) कुत्ते मांस और अन्य खाद्य पदार्थ दोनों खाते हैं; इसलिए उन्हें “सर्वाहारी” कहा जाता है।
  • 7) मादा कुत्तों को “कुतिया” कहा जाता है; वे अपनी संतान को जन्म देते हैं जिन्हें “पिल्ले” कहा जाता है।
  • 8) एक मादा कुत्ता एक बार में औसतन 3-6 पिल्लों को जन्म दे सकती है।
  • 9) एक कुत्ते की औसत आयु 10 से 13 वर्ष होती है।
  • 10) दुनिया में कुत्तों की लगभग 800 नस्लें हैं।

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कुत्ते पर निबंध 100 शब्द (Essay On Dog 100 Words in Hindi)

एक कुत्ता सहायक जानवरों में से एक है जिसमें एक शराबी बालों वाला शरीर होता है। कुत्ते रात के समय घर को चोरों और धोखेबाज लोगों से बचाने में मदद करते हैं। पृथ्वी पर बहुत सारी नस्लें उपलब्ध हैं। वे अपने मालिक और परिवार के साथ अपने समय का आनंद लेना पसंद करते हैं। वह अपने परिवार के सदस्यों को अजनबियों से भी बचाता है। इसके बजाय, वे अपने परिवार के प्रति कोमल और वफादार रहते हैं। कुत्ते भी अपने मालिक के साथ मॉर्निंग और इवनिंग वॉक का लुत्फ उठाते हैं। उन्हें अपने शरीर के बेहतर विकास के लिए ताजा और स्वस्थ भोजन की आवश्यकता होती है। ताकत बढ़ाने के लिए वे ताजा दूध और मांस खा सकते हैं। कुत्ते भी मालिक को अपने प्यार का एहसास कराने के लिए अपने मालिक को चाटते हैं।

कुत्ते पर निबंध 150 शब्द (Essay On Dog 150 Words in Hindi)

धरती पर सबसे वफादार और मददगार जानवरों में से एक कुत्ता है। दौड़ने और कूदने के लिए कुत्तों के चार पैर होते हैं। इनकी दो आंखें, कान और एक पूंछ होती है, जिससे ये खूबसूरत दिखती हैं। एक कुत्ते के तेजस्वी रूप में एक प्रमुख भाग होता है जो तेज दांत होता है। कुत्ते बहुत तेज दौड़ सकते हैं। इस प्रकार, वे आपको अधिक व्यायाम करने में मदद कर सकते हैं। वे बड़ी मात्रा में मांस, दूध, हरी सब्जियां, फल, चावल, मछली और कई अन्य चीजें खा सकते हैं। फिर भी, सभी मीठे पदार्थ कुत्तों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। कुत्ते जानकार पालतू जानवर होते हैं। इसलिए ये रात में लोगों पर नजर रखते हैं। कई सैन्य और पुलिस कर्मचारी चोरों और अपराधियों को पकड़ने के लिए प्रशिक्षित कुत्तों का इस्तेमाल करते हैं। कुत्तों की सूंघने की शक्ति बहुत तेज और तेज होती है। इस प्रकार, वे चीजों को एक बार सूंघने के बाद दूर से ही महसूस कर सकते हैं। कुत्तों में बहुत दोस्ताना और प्रकृति की रक्षा करने वाली प्रकृति होती है।

कुत्ते पर निबंध 200 शब्द (Essay On Dog 200 Words in Hindi)

सभी जानते हैं कि कुत्ता चार फीट का पालतू जानवर होता है जिसके पतले पैर होते हैं। यह एक सामान्य तथ्य है कि कुत्ता एक घरेलू जानवर है जो अपने मालिकों की कई कामों में मदद करता है। कुत्ते अपने मालिकों की रक्षा के लिए अपराधियों और अजनबियों को काट सकते हैं। कुत्ते की बुद्धिमत्ता को लोग कभी कम नहीं आंक सकते क्योंकि वह हर अपराधी को पकड़ सकता है। साथ ही, बड़े समुदाय दुनिया भर में डॉग इवेंट आयोजित करते हैं। इस प्रकार, हर साल लोग इस विशाल आयोजन में अलग और अनोखी नस्लों को देख सकते हैं। कुछ कुत्ते सर्दियों में बाल झड़ते हैं तो कुछ गर्मियों में बाल झड़ते हैं। लैब्राडोर, ब्लडहाउंड, ग्रेहाउंड और जर्मन शेफर्ड कुत्तों की कुछ नस्लें हैं। डॉग लवर्स हमेशा जर्मन शेफर्ड, रॉटवीलर, पूडल और लैब्राडोर रखना पसंद करते हैं। कुत्तों में तैरने की उच्च गुणवत्ता होती है, और साथ ही, वे अपने मालिकों के लिए अपनी जान भी दे सकते हैं। यह एक आवश्यक तथ्य है कि स्वस्थ रहने के लिए कुत्तों को एक आदर्श वातावरण की आवश्यकता होती है। सैन्य अधिकारी जंगली कुत्तों को प्रशिक्षित करने में मदद करते हैं। प्रशिक्षित कुत्ते बड़े पैमाने पर जांच में मदद करते हैं और बम का पता लगाने में भी मदद करते हैं। सभी कुत्ते प्रेमी कुत्तों को गरिमा का एक बड़ा प्रतीक प्रदान करते हैं। कुत्ते को रोज भौंकने और चिल्लाने की आदत होती है।

कुत्ते पर निबंध 250 शब्द (Essay On Dog 250 Words in Hindi)

कुत्ता पृथ्वी पर एक सुंदर प्राणी है जिसके चार पैर और नुकीले दांत होते हैं। कुत्ते के दांत सख्त और चमकीले होते हैं जो शरीर के मांस को काटने में मदद करते हैं। कुत्तों का स्वभाव बुद्धिमान होता है, इसलिए वे चोरों और अजनबियों को पकड़ने में अधिकारियों की मदद करते हैं। ये बहुत तेज भौंकने वाले स्वभाव के होते हैं। कुत्ता एक बहुत ही वफादार प्राणी होता है जो अपने मालिक की जान को हमेशा सुरक्षित और सुरक्षित रखता है। स्वस्थ जीवन शैली बिताने के लिए एक कुत्ते को एक महत्वपूर्ण व्यायाम की आवश्यकता होती है। इनकी सूंघने की क्षमता बहुत ही अच्छी होती है और ये बहुत दूर से आने वाली आवाजों को भी सुन सकते हैं। कुत्ता पानी में तैर सकता है और लंबी दीवारों से कूद भी सकता है। एक कुत्ता हर भोजन में मांस, मांस, चावल, रोटी और मछली खा सकता है। उन्हें दिन में कम से कम छह बार भोजन करना चाहिए।

एक कुत्ते में वफादारी और चंचलता की उत्कृष्ट क्षमता होती है। वे अपना क्वालिटी टाइम अपने मालिकों और परिवार के साथ बिताना पसंद करते हैं। वे अपने मालिकों को अवसाद और चिंता के मुद्दों से भी दूर रख सकते हैं। कुत्ते व्यायाम करके मनुष्यों के हृदय स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं। वे वयस्कों और बच्चों के सबसे अच्छे साथी हैं। कुत्ते सुरक्षा पुरुषों की सबसे अच्छी भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वे अजनबी की एक चाल को नोटिस कर सकते हैं। कुत्ते अपने मालिक से उसकी अमीरी-गरीबी की परवाह किए बिना प्यार करते हैं। स्वस्थ वातावरण के आधार पर एक कुत्ता बारह या पंद्रह साल तक जीवित रह सकता है। कुत्ते स्तनधारी जंतुओं की श्रेणी में आते हैं क्योंकि वे अपने बच्चों को जन्म देते हैं।

कुत्ते पर निबंध 300 शब्द (Essay On Dog 300 Words in Hindi)

कुत्ते का वैज्ञानिक नाम केनिस ल्यूपस फेमिलेरिस है। यह पूरी दुनिया में पाया जाता है और मुख्य पालतू जानवर के रूप में माना जाता है और पालतू जानवरों के रूप में घर पर रखा जाता है। कुत्ते जंगली भी हो सकते हैं और अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पाए जाते हैं। कुछ कुत्ते, जो पालतू नहीं हैं, इधर-उधर घूमते हैं, जिन्हें अनपेट या स्ट्रीट डॉग कहा जाता है।

हिमाचल प्रदेश, असम, उड़ीसा आदि जैसे जंगली कुत्ते भारत में बहुत कम पाए जाते हैं और लोमड़ियों और भेड़ियों के समान होते हैं। वह स्थान, जहाँ कुत्ता घर में रहता है, केनेल कहलाता है। इसके बच्चे को पप या पपी कहते हैं। कुत्ते अपने प्रकार के आधार पर अपने रंग, आकार, आकार, वजन और आदतों में भिन्न होते हैं। यह चार पैरों वाला मांसाहारी जानवर है लेकिन पालतू जानवर सर्वाहारी हो सकते हैं।

स्लेज खींचने वाले कुछ कुत्ते ग्रीनलैंड और साइबेरिया जैसे ठंडे देशों में पाए जाते हैं। एक मादा कुत्ता एक बार में 3-6 पिल्लों को जन्म दे सकती है। कुत्ते की माँ अपने सभी पिल्लों के स्वतंत्र होने तक दूध पिलाती है और उनकी देखभाल करती है। कुत्ते की उम्र 12 से 15 साल तक हो सकती है। कुत्ता दिन में सोता है लेकिन रात में सक्रिय रहता है इसलिए इसे निशाचर जानवर कहा जाता है। यह अलग-अलग मूड को व्यक्त करने के लिए चीख़, गुर्राना, भौंकना, गुर्राना आदि जैसी विभिन्न आवाजें निकाल सकता है। यह बहुत तेज दौड़ सकता है और चोरों और लुटेरों को पकड़ने में पूरी तरह सक्षम है।

कुत्तों को डिजीग्रेड जानवर के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे दौड़ते या चलते समय अपने पैर की उंगलियों का उपयोग करते हैं। मांस खाने के लिए उनके पास अच्छी तरह से विकसित नुकीले दांत होते हैं। कुत्तों में सूंघने और सुनने की तीव्र शक्ति होती है इसलिए पुलिस और सेना द्वारा अपराधियों का पता लगाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। उनके पास तेज दृष्टि और समझने की शक्ति भी होती है इसलिए उन्हें बुद्धिमान जानवर कहा जाता है। उनकी जीभ में मीठी ग्रंथियां पाई जाती हैं जो हांफने की प्रक्रिया से खुद को ठंडा करने में मदद करती हैं।

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कुत्ते पर निबंध 500 शब्द (Essay On Dog 500 Words in Hindi)

कुत्ता एक पालतू जानवर है। कुत्ते के दांत नुकीले होते हैं जिससे वह आसानी से मांस खा सकता है, उसके चार पैर, दो कान, दो आंखें, एक पूंछ, एक मुंह और एक नाक होती है। यह बहुत चालाक जानवर होता है और चोरों को पकड़ने में बहुत उपयोगी होता है। यह बहुत तेज दौड़ता है, जोर से भौंकता है और अजनबियों पर हमला करता है। एक कुत्ता अपने मालिक की जान खतरे से बचाता है। दुनिया में हर जगह कुत्ते मिल सकते हैं। कुत्ते बहुत ही वफादार जानवर होते हैं। इसके पास तेज दिमाग और चीजों को सूंघने की तीव्र क्षमता है। इसमें पानी में तैरना, कहीं से भी कूदना, अच्छी महक सूंघने जैसे कई गुण भी होते हैं।

कुत्ते का महत्व

कुत्ते में सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है। वे अपनी वफादारी के कारण लोगों द्वारा अधिक पसंद किए जाते हैं। वे बुद्धिमान हैं, वे चौकस हैं। कुत्तों के कई रंग होते हैं जैसे ग्रे, सफेद, काला, भूरा और लाल। वे कई प्रकार के होते हैं जैसे ब्लडहाउंड, ग्रेहाउंड, जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर, रॉटविलर, बुलडॉग पूडल आदि।

आमतौर पर कुत्ता मछली, मांस, दूध, चावल, रोटी आदि खाता है। कुत्तों को कभी-कभी केनाइन भी कहा जाता है। कुत्तों को कभी-कभी मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है क्योंकि उन्हें घरेलू पालतू जानवर के रूप में रखा जाता है और वे आमतौर पर वफादार होते हैं और मनुष्यों के आस-पास रहना पसंद करते हैं। वे तनाव, चिंता और अवसाद, अकेलेपन को कम करने में भी सहायक हैं, व्यायाम और खेलकूद को प्रोत्साहित करते हैं और यहां तक ​​कि आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। एक कुत्ता वृद्ध वयस्कों के लिए मूल्यवान साहचर्य भी प्रदान करता है।

कुत्ते अपने मालिक के प्रति इतने वफादार होते हैं कि कोई भी चीज उन्हें अपने मालिक को छोड़ने के लिए प्रेरित नहीं कर सकती। उसका मालिक कोई गरीब आदमी या भिखारी भी हो सकता है लेकिन फिर भी कुत्ता अपने मालिक को दूर से नहीं छोड़ता। कुत्ते अपने मालिक को काम से घर आते देख उनके पास दौड़ते हैं और अपने प्यार का इज़हार करने के लिए उन पर कूद पड़ते हैं। कुत्ते ईमानदार दोस्त होते हैं जो दोस्त को बचाने के लिए हमेशा मर मिटने को तैयार रहते हैं। यह एक चोर या अजनबी को काट सकता है जब वे इसके भौंकने की उपेक्षा करते हैं और शरारत करने की कोशिश करते हैं। कुत्ते हमेशा दिन-रात मालिक की सुरक्षा करते हैं।

जीवन काल 0f एक कुत्ता

एक कुत्ते का जीवनकाल बहुत छोटा होता है हालांकि यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रह सकता है जो उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे छोटे कुत्ते अधिक जीवन जीते हैं। एक मादा कुत्ता एक बच्चे को जन्म देती है और दूध पिलाती है इसलिए कुत्ते स्तनपायी श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। कुत्ते के बच्चे को पिल्ला या पिल्ला कहा जाता है और कुत्ते के घर को केनेल कहा जाता है। कुत्तों को लोगों के लिए उनकी सेवा के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है जैसे कि गार्ड कुत्ते, चरवाहा कुत्ते, शिकार कुत्ते, पुलिस कुत्ते, गाइड कुत्ते, खोजी कुत्ते, आदि। इसमें पुलिस की सहायता से सूंघने की शक्ति होती है जो हत्यारों, चोरों और चोरों को गिरफ्तार कर सकता है। डाकू। सेना कुत्तों को बमों का पता लगाने और उनका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित करती है।

कुत्तों की आवश्यकता

खोजी कुत्तों को हवाई अड्डों, पुलिस स्टेशनों, सीमाओं और स्कूलों में नियोजित किया जा सकता है। ट्रैकिंग और शिकार करने वाले कुत्ते, हाउंड, टेरियर्स, और डछशंड शिकार और ट्रैकिंग कुत्तों के सबसे लोकप्रिय प्रकार हैं। इन कुत्तों को उनके मानवीय साथियों की आंख, कान और रिट्रीवर बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

कुत्ते बहुत अच्छे तैराक होते हैं। वे वास्तव में एक बहुत ही मददगार पालतू जानवर हैं। वह अपने मालिक का दिल से सम्मान करता है और उसकी गंध से उसकी उपस्थिति का आसानी से अनुमान लगा सकता है। हमें इसकी अच्छी देखभाल करनी चाहिए और उन्हें अच्छी स्थिति में रखना चाहिए।

कुत्ते पर अनुच्छेद पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

कुत्ता कितना अधिक समय तक जीवित रह सकता है.

कुत्ते अन्य जानवरों के बीच संक्षिप्त वर्षों तक जीवित रहते हैं। फिर भी, वे बारह वर्ष से अधिक और पंद्रह वर्ष से कम जीवित रह सकते हैं।

कुत्ते की विभिन्न श्रेणियां क्या हैं?

कुत्तों की विभिन्न श्रेणियां होती हैं जो उन्हें अन्य जानवरों से वर्गीकृत करने में मदद करती हैं। कुछ प्रकार हैं स्निफर डॉग, हंटिंग डॉग, गार्ड डॉग, पुलिस डॉग, मिलिट्री डॉग और चरवाहा कुत्ता।

कुत्ते की सबसे अच्छी क्षमताएं क्या हैं?

कुत्ता बहुत तेजी से कूद सकता है, तैर सकता है और दौड़ सकता है।

कुत्ते अपने मालिकों की मदद कैसे कर सकते हैं?

कुत्ते अपने मालिक को तनावमुक्त और अकेलेपन से मुक्त कर सकते हैं।

कुत्तों की प्रबल शक्ति क्या है?

कुत्ते की तीव्र शक्ति उसकी सूंघने की क्षमता होती है।

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मेरा प्रिय जानवर कुत्ता पर छोटा और बड़ा निबंध

HindiParichay पाठकों को नमस्कार… यहां आपको वफादार पशु कुत्ता पर निबंध के बारे में जानने को मिलेगा।

अगर आप छात्र हो और आपके विद्यालय में आपसे Dog Essay in Hindi Language में लिखने को बोला है तो हमने कुत्तों पर निबंध लिखा है जिसका उपयोग आप अपने विद्यालय में कर सकते हैं।

About Dog in Hindi

प्राचीन काल से ही जब आदिमानव का जमाना हुआ करता था तभी से कुत्तों की प्रजाति का उपयोग होता है। आज के समय में लोग कुत्ता पालना बहुत पसंद करते है।

प्राचीन काल से ही जब आदिमानव जंगलों में रहा करते थे तभी से वह कुत्तों को अपना पालतू जानवर बनाना सही समझते थे क्योंकि कुत्तों में सुनने और सूंघने की जो ताकत होती है व अन्य कई जानवरों से ज्यादा अच्छी होती है।

कुत्तों की सूंघने की शक्ति बहुत ही अच्छी होती है और वह कच्चे माँस और जानवरों की गंध को सूंघ लेते थे जिससे कि उनके साथ आदि मानव जानवर की गंध को पाकर उन्हें खा जाते हैं और रात में जब आदि मानव अपने कबीले में रात के समय सो जाते थे तब कुत्ते रात भर जाग कर अपने मालिक की रक्षा करते थे।

यह प्रथा आज भी चलती आ रही है, कुत्ता आज भी रात में जाकर अपने मालिक और अपने घर की रक्षा करते हैं, कुत्तों के जैसा जानवर पूरे इतिहास में आज तक नहीं पाया गया है।

किसी भी जानवर पर विश्वास नहीं किया जा सकता लेकिन कुत्ता ही एक मात्र एक ऐसा जानवर है जो कई सालों तक अपने मालिक को नहीं भूलता है और उसके लिए इंतजार करता रहता है। कुत्ता अपने मालिक के लिए वफादार और एक पालतू जानवर साबित हुआ है, कुत्ता मांसाहारी, शाकाहारी दोनों होता है।

Dog Essay in Hindi 10 Lines

Dog Essay in Hindi

सभी के लिए एक कुत्ता पालतू जानवर होता है, उनके पास दो आँख, एक नाक, एक मुंह और दो कान होते हैं, इसके साथ-साथ उसके चार पैर और एक छोटी थी पूछ होती हैं। किसी भी कुत्ता के दांत तेज और नुकीले होते हैं, ताकि वह बहुत आसानी से किसी भी चीज  को चीर-फाड़ सके और अपना भोजन आसानी से खा सके।

कुत्ता बहुत ही चालाक जानवर है और चोरों को पकड़ने और घर की रक्षा करने में बहुत उपयोगी है। कुत्तों की दौड़ने और सूंघने की क्षमता बहुत ही अच्छी होती है, कुत्ता बहुत तेजी से दौड़ता है, प्यार से और जोर से भोक्ता है और अजनबियों पर भौकना हमला करना इसकी खासियत होती है। एक कुत्ता अपने मालिक की रक्षा करता है।

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वैज्ञानिकों द्वारा मानित है कि एक कुत्ता का जीवनकाल बहुत ही छोटा होता है। यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रह सकता है।

वैज्ञानिकों की मान्यताओं के अनुसार एक कुत्ता का जीवन काल उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटा कुत्ता लंबा जीवन जीते हैं और बड़ा कुत्ता का जीवन औरों के मुकाबले कम होता है। एक मादा कुत्ता एक समय में 7-8 बच्चे से ज्यादा बच्चे भी दे सकती है और कुत्तों की कुछ नसल ऐसी भी होती है जिसमें वो केवल एक बार में एक ही बच्चे को जन्म देती है और उसे दूध पिलाती है। इसलिए स्तनपायी श्रेणी में कुत्ते आते हैं।

कुत्तों के बच्चे को पिल्ला (puppy) कहा जाता है।

कुत्ता अपने मालिक से बहुत प्रेम करते है, जब भी कुत्ता अपने मालिक को देखता है तो वह अपनी पूंछ हिलाने लगता है और उसकी जीभ बाहर लटकने लगती है, जब तक कुत्ता का मालिक उनके सिर पर हाथ नहीं फेरता वह बेचैन रहते हैं। कुत्ता अपने मालिक से अत्यंत प्रेम करता है।

Essay on Dog in Hindi For Class 1, 2, 3, 4, ,5 ,6 ,7 ,8 , 9, 10, 11, 12

Dog Photo

दुनिया के सभी पालतू जानवरों में कुत्ता सर्वोपरि माना जाता है। एक कुत्ता पालतू जानवर होता है कुत्तों के पास दो आँख, एक नाक, एक मुंह और दो कान होते हैं, उसके साथ-साथ उसके चार पैर और एक छोटी थी पूछ जिसे सब कुत्तों की दुम भी कह सकते हैं।

किसी भी कुत्तों के दांत तेज और नुकीले होते हैं, ताकि वह बहुत आसानी से किसी भी चीज को चीर-फाड़ कर सके और अपना भोजन आसानी से खा सके।

कुत्ता बहुत ही चालाक जानवर है और चोरों को पकड़ने और घर की रक्षा करने में बहुत उपयोगी है।

कुत्तों की दौड़ने की क्षमता बहुत ही अच्छी होता है, कुत्ता बहुत तेज दौड़ता है, प्यार से और जोर से भौंकता है और अजनबियों पर हमला करना इसकी खासियत होती है। एक कुत्ता अपने मालिक की रक्षा करता है।

  • Dog Information in Hindi

वैज्ञानिकों की मान्यताओं के अनुसार एक कुत्ता का जीवन कल उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटे कुत्ते लंबा जीवन जीते हैं और बड़े कुत्तों का जीवन औरों के मुकाबले कम होता है।

एक मादा कुत्ता एक समय में 7-8 बच्चे से ज्यादा बच्चे भी दे सकती है और कुत्तों की कुछ नसल ऐसी भी होती है जिसमें वो केवल एक बार में एक ही बच्चे को जन्म देती है और उसे दूध पिलाती है।

  • कुत्तों का वर्गीकरण

कुत्तों को उनकी नसल के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है। कुत्तों को उनके काम के अनुसार भी वर्गीकृत किया जाता है जैसे हाउस डॉग, बॉडीगार्ड डॉग, गार्ड डॉग, हेरिंग डॉग, हंटिंग डॉग, मिलिट्री डॉग, पुलिस डॉग, गाइड डॉग, स्निफर डॉग, इत्यादि।

कुत्तों में सूंघने की अद्भुत शक्ति होती है, जिसकी सहायता से पुलिस सुराग को आसानी से खोज लेता है, हत्यारों, चोरों, डाकुओं और बारीक से बारीक चीजों को आसानी से पकड़ सकते है। मिलिट्री कुत्तों को ट्रैक करने और बम का पता लगाने के लिए भी प्रशिक्षित करती हैं। कुत्तों को देशी-विदेशी कुत्तों में भी वर्गीकृत किया गया है।

  • कुत्तों की जरूरत

पालतू कुत्ते को लोग अपने परिवार का हिस्सा मानते है, कुत्तों को घर की रख वाली के लिए भी रखा जाता है, मिलिट्री कुत्तों को सरहदों पर रखा  जाता है, खोजी कुत्तों को हवाई अड्डों, पुलिस स्टेशनों, देश की सीमाओं और स्कूलों में नियुक्त किया जाता है।

पालतू कुत्तों की जरूरत घर की और घर में रहने वालों की रक्षा करने के लिए पाला जाता है।

ट्रैकिंग, हंटिंग और शिकार के लिए कुत्तों की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ती हैं। सभी कुत्तों को उनके मानव साथियों के लिए सूंघने, सुनने, देखने और शिकार ढूंढ कर लाने व अपनी रक्षा करवाने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है।

  • कुत्तों का प्यार

कुत्ता अपने मालिक से बहुत प्रेम करता है, जब भी कुत्ता अपने मालिक को देखता है तो उसकी पूंछ हिलने लगती है और उसकी जीभ बाहर लटकने लगती है। जब तक कुत्तों का मालिक उसके सिर पर हाथ नहीं फेरता तो वह बेचैन रहता है। कुत्ता अपने मालिक से अत्यंत प्रेम करता है।

सम्पूर्ण दुनिया में हर जगह कुत्ता मिलता हैं। कुत्तों की नस्ल विभिन्न प्रकार की होती है और इन नस्ल को देशी और विदेशी नस्ल में वर्गीकृत किया गया है।

कुत्ता बहुत वफादार जानवर है, कुत्ता इतना वफादार होते है कि वो मरते दम तक अपने मालिक को नहीं भूलते है।

मालिक के घर न आने पर कई बार कुत्ते खाना पीना तक छोड़ देते है, इनमें तेज दिमाग और चीजों को सूंघने की तीव्र क्षमता होती है। इनमें पानी में तैरना, ऊंचाइयों से, कहीं से भी कूदना जैसे कई गुण होते हैं।  हमेशा अपने मालिक के लिए वफादार रहते है वो कभी अपने मालिक को नुकसान नहीं देते।

कुत्तों की कबर की कहानी: Dog Story in Hindi

Dog Short Story with Moral

कुत्तों के प्यार की कहानी: यह एक सच्चे और वफादार कुत्ते की कहानी है जिसे पढ़ कर आपके दिल में कुत्तों के लिए प्यार उमड़ जाएगा। यह एक ऐसे कुत्ते की कहानी है जिसका अपने मालिक पर अटूट विश्वास और प्रेम था।

यह कहानी है यूपी के बुलंदशहर जिले की जहां एक कुत्ता की कब्र है, जिसकी लोग सालों से पूजा करते आ रहे हैं।

जी ये बात आपको अजीब बेशक लग रही होगी लेकिन यह एकदम सच है, इस कहानी के चलते मैं इस जगह जा कर भी आया हूँ।

वहाँ कोई भी व्यक्ति किसी कुत्तों पर हाथ नहीं उठाता और कुत्तों की कब्र पर जाकर पूजा करते हैं, इसकी अजब-गजब मान्‍यता है। होली , दीपावली को यहां मेला भी लगता है। दूर-दूर से लोग मन्नत मांगने आते हैं।

Dog Short Story with Moral in Hindi

  • इस मंदिर को कुत्तों की कब्र के नाम से जाना जाता है। बड़े-बुर्जुग बताते हैं, करीब 100 साल पहले यहां लटूरिया बाबा रहते थे।
  • उनके साथ एक कुत्ता रहता था। बाबा सिद्ध पुरूष थे, लेकिन उन्‍हें दिखाई नहीं देता था।
  • बाबा को अगर कोई सामान मंगाना होता था, तो वह कुत्ता के गले में थैला डाल देते थे और कुत्ता बाजार से सामान लेकर आ जाता था।
  • लटूरिया बाबा ने करीब 100 साल पहले मंदिर वाले स्‍थान पर समाधि ले ली थी। कहा जाता है कि कुत्ता भी उसी समाधि में कूद गया।
  • लोगों ने उसे बाहर निकाल लिया, लेकिन वह फिर कूद गया। बाबा की समाधि से कुत्ते को जब-जब निकालते थे, तब-तब वह खाना-पीना छोड़ देता था।
  • लटूरिया बाबा ने प्राण त्यागने से पहले कहा- “सबसे पहले कुत्ता की पूजा होगी, उसके बाद मेरी।” तभी से कुत्ता की पूजा शुरू हो गई।

मैं उम्मीद करता हूं कि आपको मेरा यह लेख बहुत ही अच्छा लगा होगा और यदि आपको कुत्ता पर निबंध अच्छा लगा है और कुत्तों की कहानी अच्छी लगी होगी तो कृपया शेयर जरूर करें, आपका एक शेयर हमें बहुत मोटिवेट करता है।

– My Dog Essay in Hindi

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Essay on My Pet Dog in Hindi – मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध

In this article, we are providing information about My Pet Dog in Hindi- Short Essay on My Pet Dog in Hindi Language, Mera Paltu Kutta par Nibandh for students classes 1,2,3,4,5,6,7,8

Essay on My Pet Dog in Hindi – मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध

मेरा पालतू पशु मेरे पिताजी देहरादून से एक कुत्ते का बच्चा लाए थे। उस समय वह चार दिन का था। अब वह एक वर्ष का हो गया है। यही मेरा पालतू पशु है।

हमने उस कुत्ते का नाम रूनी रखा है। वह दूध पीता है और रोटी खाता है। वह मेरे साथ सवेरे शाम खेलता है। दूर फेंकी गई गेंद भी वह पकड़ कर लाता है। वह मेरे साथ घूमने भी जाता है।

रूनी एक बहुत ही सुन्दर कुत्ता है। उसका रंग काला है। उसके माथे पर एक सफेद रंग का चन्द्र-बिन्दु है। उसकी आँखें बड़ी सुन्दर हैं। उसकी पूँछ बहुत बड़ी है। ज़बरे का कद बहुत बड़ा नहीं है।

रूनी रात-दिन मेरे घर की रखवाली करता है। वह किसी नवागन्तुक को देखकर भौंकता है। उसकी सँघने की शक्ति बड़ी तेज है। गत मास उसने एक डाकू की टाँग को काट खाया था। वह बड़ा निडर और शक्तिशाली है। हमारे पड़ोस के लोग उसे बहुत चाहते हैं। छोटे बच्चे उसके साथ खेलते हैं। बड़े बच्चे उसे ज़बरा कहकर दूर किसी दूसरे कुत्ते के पास ले जाते हैं। दूसरे कुत्ते उसको आता देख दुम दबा कर भाग जाते हैं।

रूनी को कार में सैर करना अच्छा लगता है। जब मेरे पिताजी जाता है। अगर वे उसे कार में न ले जाएँ तो वह दूर तक उनकी कार का पीछा करता है।

रूनी हमारे घर में किसी को ज़ोर से नहीं बोलने देता। अगर घर में लड़ाई हो जाए तो वह ज़ोर-ज़ोर से भौंकने लगता है। अगर कोई बाहर का व्यक्ति क्रोध करे या किसी पर आक्रमण करे तो वह तुरंत कूद कर उसके शरीर के किसी अंग पर घाव कर देता है। मुझे मेरा कुत्ता बहुत प्यारा लगता है।

Dog Essay in Hindi

10 lines on Dog in Hindi

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ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Essay on Dog in Hindi – कुत्ता पर निबंध

November 16, 2017 by essaykiduniya

Get information about Dog in Hindi. Here you will get Paragraph and Short Essay on Dog in Hindi Language for students of all Classes in 150, 300 and 400 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में कुत्ता पर निबंध मिलेगा।

Essay on Dog in Hindi

Kutte par Nibandh – Essay on Dog in Hindi – कुत्ता पर निबंध ( 150 Words )

कुत्ता पहला ऐसा जानवर है जो इंसान के द्वारा पालतु बनाया गया था। यह बहुत ही वफादार होता है। यह इंसानों की तरह आँखों में आँखे डालकर हाव भाव को समझ सकता है। कुतों में 13 अलग अलग प्रकार का खुन पाया जाता है। कुत्तों को ज्यादा गर्मी लगती है और यह सिर्फ नाक और पंजो से ही पसीना निकालते है। इनकी सुँघने की शक्ति बहुत ही ज्यादा होती है जिस वजह से इनका इस्तमाल नशीले पदार्थ और विस्फोटक आदि ढुँढने के लिए किया जाता है।

कुतों की सुनने की क्षमता भी इंसानों से 5 गुना ज्यादा होती है। कुतिया अपने बच्चों को 62 दिन तक गर्भ में रखती है। कुते के बच्चे जन्म के समय अँधे, बहरे और बिना दाँतो वाले होते हैं। कुत्ते हमें गलियों में और घरों में देखने को मिल जाते हैं। ये रोटी, ब्रैड आदि खाते हैं। यह जिस घर में रहते है उसकी हमेशा रक्षा करते है और उस घर के लोगों को हानि भी नहीं पहुँचाते हैं।

Short Essay on Dog in Hindi Language – कुत्ता पर निबंध (300 Words) 

‘कुत्ते’ एक पालतू पशु है| यह एक चार-पैर वाला जानवर है इसमें दो उज्ज्वल आँख, दो कान, तेज दांत और एक छोटी पूंछ है। कुत्ते कई प्रकार के होते हैं| कुत्तों के रंग अलग-अलग हैं वे विभिन्न आकार के होते हैं| कुत्ते एक बहुत उपयोगी और एक वफादार पशु है|  कुत्ते पानी में तैर सकते हैं। यह दुनिया में हर जगह पाया जाता है यह अपने मालिक को बहुत प्यार करता है यह घर से चोरों से देखभाल करता है पुलिसकर्मियों ने चोरों और अपराधियों को बाहर निकालने में कुत्तों का इस्तेमाल किया।

कुत्ते चावल, रोटी, मछली, मांस आदि खाते हैं। एक कुत्ते एक समय में चार से पांच पिल्लों को जन्म देती है। कुत्ते की उम्र 15 से 20 वर्ष है और वे दुनिया के लगभग सभी देशों में देखी जा सकती हैं। कुत्ते को मनुष्यों का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है वे अपने जीवन की कीमत पर अपने स्वामी की रक्षा करते हैं कुत्ते को पुलिस द्वारा चोरों और अपराधियों के शिकार और खोज करने के लिए स्लेजें खींचने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। अच्छा भेड़ का कुत्ता भेड़-बकरियों के भेड़-बकरियों के साथ-साथ चरवाहों की देखभाल कर सकता है कई प्रकार के उपयोगी कार्य करने के लिए कुत्तों को प्रशिक्षित किया जा सकता है।

कुत्तों को अपने दोस्तों के रूप में घरों में पालतू जानवरों के रूप में रखा जाता है। लोग कुत्तों को प्यार करना पसंद करते हैं क्योंकि वे अपने स्वामी के प्रति बहुत ही वफादार हैं.वे अपने उद्देश्य को निस्वार्थ निभाते हैं। वे अपने स्वामी जीवन को बचाने के लिए अपने जीवन का त्याग करने के लिए तैयार हैं। लेकिन कुछ लोग डॉन ‘ टी मूल्य कुत्ते। लेकिन कुत्तों वास्तव में पृथ्वी पर वफादार जानवर हैं|

Essay on Dog in Hindi – Story of A Dog in Hindi Language – Kutte ki Kahani ( 400 words )

मेरा जन्म हिमालय गांव के खूबसूरत माहौल में हुआ था, मेरी मां कुत्तों के लाहसस अप्सो नस्ल के थे। मैं सात पिल्ले में से एक था|मेरे मालिक ने मेरा नाम शेरू रखा है। क्योंकि मेरे पुराने सफेद पीठ पर मेरे पास बहुत बड़ा ब्लैक स्पॉट था मेरे जन्म के दिन से ही मेरे लिए रोमांच से भरा हुआ है मेरा मालिक एक खराब चटाई था इसलिए वह हमें देने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं था। मुझे अक्सर अपने भाइयों और बहनों से बहुत कम खाना खाने के लिए लड़ना पड़ता था, जिसे मेरे स्वामी ने अपना रास्ता फेंक दिया था मेरे जन्म के एक साल बाद मेरी ‘माँ’ मुझे छोड़कर चली गई।

मैंने उसे हर जगह खोजा, लेकिन मैं उसे नहीं ढूंढ सका। तब से मैं पड़ोस में लोगों द्वारा फेंका गया भोजन स्क्रैप्स पर रह रहा हूं। मेरे शुरुआती वर्षों में मैं गंभीर रूप से बीमार नहीं था या किसी गंभीर दुर्घटना के साथ मुलाकात में भाग्यशाली था। धीरे-धीरे मैं एक सुंदर कुत्ते में बड़ा हुआ मेरे पास सुंदर सफेद बाल थे-मेरे तन। मेरी नाक छोटी और काली थी मेरे पैर अच्छी तरह से गुदगुदा थे और मेरी आँखों में उनमें चमक थी। वास्तव में मुझे पड़ोस के अन्य सभी कुत्तों के द्वारा एक सुंदर कुत्ता माना जाता था। मेरी गरीबी के बावजूद मेरा मालिक मुझे प्यार करता था और मुझे बहुत ख्याल रखता था और मैंने बदले में इस दयालुता को अपनी अल्प संपत्ति और उसकी भेड़ से दूर देखकर निरंतरता की खोज की है। रात में मैं अपने दोस्तों के साथ गांव में गश्त हो जाता है। कई उदाहरण हैं जब हमारे भौंकने से चोरों और चोरों को दूर किया गया है। लेकिन एक दिन मेरे गुरु की मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु से पहले उसने मुझे एक और सज्जन को दे दिया।

मेरे नए गुरु शायद ही कभी मेरे बारे में परेशान थे हालांकि, उनकी पत्नी एक तरह की औरत थी उसने मुझे दिन में दो बार खिलाया। और मेरी जिंदगी में पहली बार मुझे भोजन से पेट भरा था। धीरे-धीरे हमारे गांव के एक छोटे से शहर में बढ़ी मैंने इसके बारे में कोई सूचना नहीं ली थी एक दिन तक, जब हेमैन के शहर-पैदा हुए बेटे ने अपनी नई कार में अतीत को छोड़ते हुए मेरी पूंछ को कुचल दिया था। लेकिन ऐसी घटनाओं को छोड़कर मेरा जीवन शांतिपूर्ण रहा है आज, जब मैं सूरज में लेटता हूं और अतीत के बारे में सोचता हूं, मुझे लगता है कि मैंने वास्तव में एक विशेषाधिकार प्राप्त जीवन का नेतृत्व किया है। यह हिमालयी कुत्ते के जीवन में एक दुर्लभ वस्तु है।

हम आशा करते हैं कि आप इस निबंध ( Short Essay on Dog in Hindi Language – कुत्ता पर निबंध ) को पसंद करेंगे।

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मेरा पालतू कुत्ता निबंध | Essay On Dogs In Hindi And English Language

मेरा पालतू कुत्ता निबंध | Essay On Dogs In Hindi And English Language : कुत्ते को मनुष्य का सबसे वफादार दोस्त माना गया हैं. हर स्थिति में स्वामिभक्ति दिखाने वाले डॉग्स की तुलना किसी अन्य पालतू जानवर से नहीं की जा सकती हैं.

कई दफा अपनी जान गंवाकर भी कुत्ते अपने नमक का फर्ज अदा करते हैं. आजकल के व्यस्त जीवन में लोगों का रुझान कुत्तों के पालन की तरफ अधिक जा रहा हैं. इस निबंध में हम पालतू डॉग्स के विषय पर कुछ निबंध बता रहे हैं.

Essay On Dogs In Hindi And English

Pet animals are part of our family life. according to our different hobbies, many pets live in our house. Dogs Is my pet animal,

in this short essay (paragraph) 10 lines about dogs helpful for students who read in class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9. and searching for information about my pet dog in Hindi or English.

then you are the right place lets go ahead and read out this short Essay On Dogs.

dogs are kept as pets. they are called our domestic animals. hunting dogs are called hounds. they kill animals as pray for their masters.

lapdogs are those which are tamed and kept in the lap of man. some dogs are tamed to tend sheep.

eskimo dogs have furs against cold winter.

dogs are very faithful. they watch our houses/ they keep strangers, animals and the lives off the houses.

dogs are used to find animals, they are kept with police for investigation.

to be precise, a dog is men’s best and true friend. he readily dies for the sake of his master.

Essay On Dogs In Hindi Language | मेरा पालतू कुत्ता निबंध

हमारे जीवन में पालतू पशुओं का विशेष महत्व है. लोग अपनी रूचि के अनुसार अलग अलग जानवरों को पालते है. मेरा पालतू पशु कुत्ता है, कई कारणों से यह मुझे अन्य जानवरों से पसंद आता है.

जानवरों में कुत्ते को सबसे अधिक वफादार माना जाता है. कहते है, इस जानवर को आप जितना प्यार करोगों यह आपसे सैकड़ों गुना प्रेम करेगा. तथा अपनी अंतिम सांस तक आपसे वफादारी रखेगा.

आज के समय में किसी इंसान से अधिक वफादार कुत्ता होता है. अपने स्वामी की रक्षा के लिए बिना आलस किये यह चौबीस घंटे सतर्क रहता है, तथा अपने स्वामी को अनजान लोगो व जानवरों से हर पल रक्षा करता है, यहाँ तक की वो अपनी जान भी कुर्बान कर देता है.

इसलिए मेरा पालतू कुत्ता मुझे बहुत प्यारा लगता है. यह हर वक्त मेरे घर की रखवाली करने के साथ साथ परिवार के सदस्यों से दिल से प्यार करता है. मै अपना काफी समय अपने कुते के साथ व्यतीत करता हु. सिर्फ मै ही नहीं मेरे परिवार के अन्य सदस्य भी इससे इतना ही प्यार करते है.

इसके फर्र सर्दी व गर्मी से बचाने के साथ ही इसके रूप को भी निखारते है. हमारे प्रशासन में विभिन्न अपराधियों को पकड़ने के लिए भी कुत्तों का उपयोग किया जाता है.

इन सब विशेषताओं के कारण कुत्ता इंसान का सबसे नजदीकी मित्र होता है, तथा यह अपने जीवन के अंत तक मालिक की निस्वार्थ सेवा करते करते जान दे देता है.

मेरा पालतू कुत्ता पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Pet Animal Dog in Hindi)

हमारे घर में एक पालतू कुत्ता है जिसे सभी लोग चार्ली के नाम से बुलाते हैं, लैब्राडोर रिट्रीवर नस्ल का हल्के भूरे रंग का है जो शारीरिक रूप से बलशाली और फुर्तीला भी हैं. यह हमारे लिए दो तरह की भूमिकाओं को निभाता हैं.

चार्ली न केवल हम सभी का अच्छा मित्र है बल्कि अच्छे सुरक्षा गार्ड के रूप में सुरक्षा भी प्रदान करता हैं. दिनभर यह परिवार के सदस्यों के साथ खेलता रहता है. घर में इसकी उपस्थिति सभी को सुरक्षा की अनुभूति कराती हैं.

मैंने जब से समझना शुरू किया है तभी से मै चार्ली के साथ रहता हूँ, उम्रः में वह मुझसे बड़ा हैं. वह अब महज एक पालतू जानवर नहीं रह गया है बल्कि हमारे परिवार के सदस्य की तरह हैं. चार्ली शरीर से जितना ताकतवर है उतना ही फुर्तीला भी, जरा सी आहट सुनकर वह अपनी नजरें गड़ा लेता हैं.

डॉग शो में भागीदारी

अमूमन लोग अपने घरों में पालतू जानवरों को लाकर उसके बारे में भूल जाते हैं. जबकि हमारे परिवार के इस प्रति ख्याल अलग है. हम चार्ली की केयर करते है उन्हें वह सभी कार्य करने देते है जिससे उसे स्वतन्त्रता का अहसास हो तथा वह खुश रह सके. लगभग पिछले दस वर्षों से वह हमारे परिवार का हिस्सा हैं. इस दौरान उसने दो डॉग शो में हिस्सा भी लिया हैं.

हर बार हमारी आशा के अनुरूप प्रदर्शन कर उसने सम्मान प्राप्त किये हैं. चार्ली ने अब तक हंटिंग और डॉग रेस में हिस्सा लिया है दोनों में ही उसने उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया हैं. हम इसे निरंतर प्रशिक्षित भी करते हैं ताकि यह आने वाले समय में स्वयं को अधिक बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सके.

सतर्कता इसकी पहचान

अक्सर कुत्तों में दो तरह की श्रेणियां पाई जाती है आलसी और सतर्क. हमारा चार्ली बचपन से ही सतर्क रहता हैं. वह अपने खड़े कानों से जरा सी असामान्य आवाज सुनकर उस तरफ भाग निकलता हैं. ताकि कोई खतरा हो तो उसे समाप्त कर सके. इसकी घ्राण शक्ति भी उच्च स्तर की हैं.

यह आसानी से किसी भी वस्तु की गंध को सूंघ सकता हैं. वह अपनी इसी क्षमता से घर के तथा अजनबी लोगों की पहचान करता हैं. कुत्तों को सर्वाधिक वफादार माना जाता हैं वे सच्चे स्वामिभक्त होते है. अपने स्वामी की रक्षा के लिए वे किसी भी हद तक जाने के लिए तत्पर रहते हैं.

न केवल मुझे बल्कि हमारे परिवार के सभी सदस्यों को चार्ली डॉग बेहद पसंद हैं. हम सभी उसके साथ काफी समय व्यतीत करते हैं. जब हमारे घर कोई नहीं होता है तो चार्ली उनकी कमी को पूरा करता हैं.

जब शाम को बगीचे में मेरे साथ उछल कूद करता हैं तो मन विभोर हो जाता हैं सारा तनाव एवं थकान दूर हो जाती हैं, जब मैं स्कूल से घर आता हूँ तो वह दरवाजे पर मेरा इन्तजार करता हुआ मिलता हैं एक दुसरे को देखकर दोनों के चेहरे पर मुस्कान छा जाती हैं.

1000 शब्द : मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध (My Pet Dog Essay in Hindi)

इस संसार में कुछ जानवर ऐसे हैं जो हिंसक स्वभाव के होते हैं, वहीं कुछ प्राणी ऐसे भी हैं जो अहिंसक होते हैं और अहिंसक प्राणी ही अक्सर इंसानों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं।

इंसानों के सबसे अच्छे दोस्त की गिनती में कुत्तों की भी गिनती होती है, क्योंकि कई बार हमने कहानियों के माध्यम से यह सुना है कि कुत्तों ने मरते दम तक अपने मालिक की रक्षा की और हमेशा उनके प्रति वफादारी निभाई।

मेरे घर में भी एक कुत्ता है जो कि मेरा पालतू कुत्ता है, जिसे मैंने शेरू का नाम दिया हुआ है। हालांकि यह देसी कुत्ता नहीं है बल्कि यह एक विदेशी नस्ल का कुत्ता है जिसे हमने हमारे एक अंकल से व्यवहार में लिया था।

जब हम अपने शेरू कुत्ते को अपने घर पर लेकर के आए थे तब यह बहुत ही छोटा था और छोटा होने पर यह अत्याधिक प्यारा दिखता था। छोटा होने पर यह अधिकतर समय सोता ही रहता था और खाने में मेरे पालतू कुत्ते को दूध पसंद था।

हालांकि जैसे जैसे मेरा पालतू कुत्ता शेरू बड़ा होता गया वैसे वैसे हमने इसे खाने के लिए और भी चीजें देना चालू किया जैसे कि बिस्किट, ब्रेड, उबला हुआ अंडा इत्यादि।

आज के समय में हमारा पालतू कुत्ता शेरू लगभग 5 साल का हो गया है परंतु इतनी उम्र होने के बावजूद भी हमारे पालतू कुत्ते की क्यूटनेस में कोई भी कमी नहीं आई है। हमारा पालतू कुत्ता आज भी उतना ही प्यारा दिखता है जितना कि यह छोटा होने पर दिखता था।

हमारा शेरू आज भले ही बड़ा हो गया है परंतु यह अभी भी काफी प्यारा लगता है। मेरे पालतू कुत्ते शेरू के शरीर पर बड़े बड़े बाल हैं जो कि सफेद रंग के हैं और यह दिखाई देने में बिल्कुल दूध की तरह ही लगते हैं। इसके अलावा मेरे पालतू कुत्ते शेरू के टोटल 4 पैर हैं।

इसकी एक छोटी सी पूछ भी है जिस पर भी सफेद रंग के बड़े बड़े बाल हैं। इसकी आंखें बिल्कुल मोती के समान काली-काली दिखाई देती है और रात में इसकी आंखें काफी चमकदार दिखाई देती है।

मेरे कुत्ते की जीभ बहुत ही साफ है जोकि गुलाबी रंग की दिखाई देती है। हमारे लाड प्यार के कारण ही आज शेरू मेरे बिना एक पल भी नहीं रह सकता।

मैं जब काम करके बाहर से घर पर आता हूं तब यह एकटक निगाहें लगाकर के मेरा इंतजार करता रहता है और जैसे ही मैं दरवाजा खोल करके घर में प्रवेश करता हूं वैसे ही यह मेरे ऊपर टूट पड़ता है और मुझे यहां वहां चाटने लगता है। इस प्रकार से वह अपने प्यार को मेरे प्रति दर्शाता है।

जब हम रात को सो रहे होते हैं तब शेरू रात भर जागता है और वह हमारे घर की रखवाली करता है। दिन में भी अगर हमारे घर में कोई अनजान आदमी प्रवेश करने का प्रयास करता है तो शेरू उसे देखते ही तुरंत ही भोकने लगता है जिसकी वजह से हमारा घर कई बार सुरक्षित बचा रहता है। सिर्फ अनजान लोगों पर ही नहीं कभी-कभी शेरू हमारे जान पहचान के रिश्तेदारों पर भी 

भोकना चालू कर देता है। ऐसे में हमें उसे चुप कराना पड़ता है और उसे यह समझाना पड़ता है कि सामने वाला व्यक्ति हमारा रिश्तेदार है।

हमारे घर में शेरू को सभी लोग बहुत ही लाड प्यार करते हैं। उसे समय पर हमारे घर के किसी भी व्यक्ति के द्वारा दूध रोटी खिलाई जाती है और खाली समय में हम उसे बिस्किट खाने के लिए देते हैं। हमारा शेरू अब तो सभी प्रकार की शाकाहारी चीजें खाने लगा है।

हमारे घर के पास में ही एक छोटा सा मैदान है जहां पर रोज शाम को मैं अपने कुत्ते को लेकर के टहलने के लिए जाता हूं। उसी मैदान में हम लोग एक दूसरे के साथ खेलते हैं।

मैं मैदान में जब गेंद फेकता हूं तो शेरू गेंद को पकड़ कर के वापस से मेरे पास लाता है। पार्क में जो अन्य लोग खेलने आते हैं वह भी मेरे कुत्ते को काफी ज्यादा पसंद करते हैं और वह भी कभी-कभी मेरे कुत्ते के साथ खेलना चालू कर देते हैं।

एक बार हमारा शेरू बरसात के मौसम में काफी तेज बीमार हो गया था, उसकी बीमारी की हालत को देख कर के हम काफी डर गए थे और हमने तुरंत ही डॉक्टर को बुलाया था। डॉक्टर ने जब आकर के शेरू का चेकअप किया तब उन्होंने बताया कि शेरू को हल्का सा इंफेक्शन है जिसकी वजह से उसे बुखार आ गया है।

इसके बाद डॉक्टर ने कुछ जरूरी इंजेक्शन शेरू को लगाएं जिससे 1 से 2 दिन के अंदर ही उसकी सिचुएशन में काफी सुधार आया और 3 से 4 दिनों के अंदर ही हमारा शेरू फिर से हसमुख मिजाज का हो गया, तब जाकर के हमारी जान में जान आई।

हमारा शेरू नर है। इसलिए जब हम इसे लेकर के बाहर जाते हैं तो अक्सर दूसरे गली के कुत्ते मेरे शेरु को देख करके काफी जोर जोर से भोंकने लगते हैं परंतु मेरा शेरू भी एक निडर कुत्ता है। वह भी सामने वाले कुत्तों पर जोर जोर से भोंकने लगता है।

अगर मैं उसे ना पकड़ु तो वह सामने वाले कुत्तों से झगड़ा भी कर डाले परंतु मैं उसे गली के कुत्तों से बचाता हूं और उसे सुरक्षित तौर पर यहां वहां घुमा कर के वापस से अपने घर पर ले करके आता हूं।

जब मैं घर पर नहीं होता हूं तब शेरू के साथ हमारे घर के अन्य लोग खेलते हैं। एक प्रकार से शेरू हमारे लिए एक बहुत ही बढ़िया टाइम पास भी है। इसके द्वारा हमारा समय भी पास हो जाता है और हमारा मनोरंजन भी हो जाता है। अब तो हमारे कुत्ते और हमारे बीच बहुत ही मजबूत संबंध हो गया है।

कई बार शेरू को लेने के लिए हमारे रिश्तेदारों ने हमसे कहा परंतु हम ने साफ तौर पर उन्हें मना कर दिया और हमने कहा कि शेरू हमारा कुत्ता है और यह हमारे घर में ही रहेगा। हम जब तक शेरू जिंदा रहेगा तब तक उसका ख्याल रखेंगे और उसके साथ खेलेंगे, उसे लाड प्यार करेंगे।

Q. एक कुत्ते का औसतन जीवनकाल कितना होता हैं?

Q. किस प्रजाति का कुत्ता एक अच्छा सैन्य डोगी होता हैं.

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मित्रों आशा करता हु,  Essay On Dogs In Hindi And English Language | मेरा पालतू कुत्ता निबंध dog par nibandh में दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी. यह लेख आपको पसंद आया हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे.

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मेरा पालतू कुत्ता पर निबंध (My Pet Dog Essay in Hindi)

पालतू जानवर विशेष होते हैं और अगर पालतू जानवर कुत्ता हो तो यह अपने मालिक के लिए और अधिक विशेष हो जाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जितना प्यार हम कुत्तों को देते हैं वे उसका सौ गुना प्यार हमें वापिस देते हैं और अपने जीवन के अंत तक हमारे प्रति वफादार बने रहते हैं। मेरा पालतू कुत्ता मुझे बहुत प्यारा है। यह घर की रखवाली करता है, वफादार है और मुझे तहे दिल से प्यार करता है। मुझे इसके साथ समय व्यतीत करना पसंद है। केवल मैं ही नहीं मेरे परिवार का प्रत्येक सदस्य इसे पसंद करता है।

मेरा पालतू कुत्ता पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Pet Dog in Hindi, Mera Paltu Kutta par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द).

मेरा पालतू कुत्ता बार्नी एक लैब्राडोर है। यह हल्के भूरे रंग का है तथा इसके शरीर की बनावट बहुत मजबूत है। एक पालतू पशु के रूप में लैब्राडोर दोहरे उद्देश्य की पूर्ति करता है। आपको न केवल एक वफ़ादार दोस्त मिलता है जो हमेशा आपके साथ खेलने के लिए तैयार रहता है बल्कि यह आपके घर के लिए सुरक्षा गार्ड के रूप में भी काम करता है। बार्नी की उपस्थिति के कारण हमारा घर अधिक सुरक्षित स्थान है।

डॉग शो में भागीदारी

बहुत से लोग घर में पालतू जानवरों को लाते हैं पर उन्हें जल्दी ही भूल जाते हैं। हम उन लोगों जैसे नहीं हैं। हम बार्नी की अच्छी देखभाल करते हैं और हमेशा विभिन्न गतिविधियों में इसे शामिल करना पसंद करते हैं। यह पिछले 5 सालों से हमारे साथ रह रहा है और इस बीच इसने तीन डॉग शो में भाग लिया है। हमने बार्नी को इन डॉग शो के लिए प्रशिक्षित किया और इसने भी सभी कार्यक्रमों में पुरस्कार जीत कर हमें इस पर गर्व करने का मौका दिया। पहले शो के समय बार्नी सिर्फ 10 महीने का था। उस समय यह अति सक्रिय था और तब इसने बाधा दौड़ जीती थी। दूसरी कार्यक्रम के दौरान यह 2 साल का था और तब इसने बर्ड हंट का खेल जीता। तीसरी शो में इसने फिर से एक दौड़ में भाग लिया और तीसरे नम्बर पर आया। उस समय बार्नी 4 साल का था।

मेरा पालतू कुत्ता बहुत सतर्क है

बार्नी हर समय सतर्क रहता है। यह विशेष रूप से रात में घर के पास किसी की भी आवाज को आसानी से सुन लेता है। इसकी सूंघने की शक्ति बहुत तेज़ है और यह आसानी से कुछ भी सूंघ लेता है खासकर तब जब एक कोई अजीब या अपरिचित गंध आस-पास से आ रही है। कुत्ते बहुत विश्वासयोग्य होते हैं और अपने स्वामी के लिए कुछ भी करने से पीछे नहीं हटते। बार्नी कोई अपवाद नहीं है। यह हमारे परिवार के बारे में बहुत सुरक्षात्मक है और हर समय हमारे घर की रक्षा करता है।

मुझे बार्नी के साथ समय बिताना अच्छा लगता है। यह मेरे सभी तनावों और चिंताओं को दूर कर देता है। जब मेरा स्कूल से घर आने का वक़्त होता है तो यह घर के दरवाज़े के पास खड़े होकर मेरा इंतजार करता है और मुझे देख कर यह अपनी पूँछ हिलाना शुरू कर देता है। हम दोनों एक दूसरे को देख कर बहुत खुश होते हैं।

निबंध 2 (400 शब्द)

मेरे पास पालतू जानवर के रूप में प्यारा सा डचशुंड है। यह एक बहुत ही जीवंत कुत्ता है और जब भी हम इसके साथ खेलना चाहते हैं तो यह हमेशा खेलने के लिए तैयार रहता है। हमने इसे बडी नाम दिया है और यह वाकई हमारा सबसे अच्छा दोस्त है। डचशुंड बहुत दोस्ताना और हंसमुख हैं। बडी हमारे परिवार के साथ बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और हम सभी को बहुत प्यार करता है। हम भी इसे तहे दिल से प्यार करते हैं।

मेरे पालतू कुत्ते की विशेषताएं

अपने लंबे और निचले शरीर के कारण डचशुंड कुत्तों की नस्ल अन्य नस्लों से काफी अलग दिखती हैं। यहां आगे बताया है कि मेरा बडी कैसा दिखता है और कैसे व्यवहार करता है:

  • बडी का रंग चॉकलेटी भूरा है और बाल लंबे है।
  • यह छोटे आकार का डाचशुंड है।
  • इसकी बहुत मजबूत गंध सूंघने की शक्ति है।
  • यह बहुत ही शांत और मैत्रीपूर्ण स्वभाव का है। यह हमारे सभी दोस्तों, पड़ोसियों और रिश्तेदारों से दोस्ती बना लेता है जो घर आते हैं और उनके साथ खेलने के लिए उत्सुक रहता है।
  • यह बहुत बहादुर और चतुर है। कौन-कौन हमारे घर के आसपास घूम रहा है तथा अनजान और अपरिचित लोगों को लेकर यह हमेशा सतर्क रहता है। किसी भी संदिग्ध या अपरिचित व्यक्ति के दिखते ही यह तुरंत भौंक पड़ता है।
  • यह चीजों के बारे में भी बहुत उत्सुक है।

बडी के साथ खेलने में मज़ा आता है

डचशुंड बहुत ज्यादा सक्रिय रहते हैं और हमेशा अलग-अलग गेम खेलने के लिए उत्सुक रहते हैं I बडी विशेष रूप से गेंद के साथ खेलना पसंद करता है। इसलिए हर शाम हम इसे करीब आधे घंटे तक गेंद के साथ खिलाते हैं। यह ना केवल बडी के लिए मजेदार पल होते है बल्कि मेरे और मेरे भाई के लिए भी बहुत अद्भुत अनुभव के क्षण होते हैं।

बडी को यात्रा करना बहुत पसंद है। हम अक्सर सप्ताह के आखिर में सैर के लिए जाते हैं और बडी हमेशा हमारे साथ जाने के लिए उत्साहित रहता है। चूंकि यह आकार में छोटा है इसलिए इसे ले जाना परेशानी भरा नहीं है। बडी को ज्यादा भोजन की भी आवश्यकता नहीं है जो इसे काफी यात्रा करने के लिए अनुकूल बनाता है।

बडी को हमारे घर आये हुए एक साल से अधिक का वक़्त हो गया है और इसके आने के बाद से हमारे मित्र और चचेरे भाई हमारे घर अधिक आने लगे हैं। बडी एक हंसमुख दोस्त है। हर कोई इसे चाहता है और इसके साथ समय बिताना चाहता है।

जब हम घर पर होते हैं तो हम ज्यादातर इसे चेन से बांध कर रखते हैं। मेरी मां ने इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा है कि बडी छज्जे के साथ बालकनी के पास बंधा हुआ रहे। इसका कारण यह है कि जिस क्षण हम इसे खोलते हैं वह हर चीज, जो उसके रास्ते में आती है, को तोड़ते हुए घर के चारों ओर भागता रहता है ।

पालतू कुत्तों के आसपास रहने से आनंद की अनुभूति होती है खासकर तब जब वह डचसुंड हो तो आपको बोरियत महसूस नहीं हो सकती। हर दिन इनका साथ बेहद रोमांचदायक और मजेदार लगता है। बडी हमारे परिवार की जीवन रेखा है।

Essay on My Pet Dog in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

जब मैं छोटा था तब हमारे पास पालतू जानवर के रूप में एक डोबरमैन था। मेरे जन्म के पहले ही यह मेरे परिवार का एक हिस्सा बन गया था। तो मैं इसे उस समय से जानता था जब मैं पैदा हुआ था। डोबरमैन की इन्द्रियां बहुत अच्छी होती है और वे हमेशा सतर्क रहते हैं। हालांकि अगर डोबरमैन नस्ल के छोटे बच्चों को देखेंगे तो आपको उनका नरम पक्ष दिखाई देगा और मुझे अपने पालतू डोबरमैन के इस पक्ष का अनुभव है जिसे हम प्यार से ब्रूनो बुलाते हैं।

मेरे माता पिता ने पालतू कुत्ते को लाने का फैसला क्यों किया ?

शादी के तुरंत बाद मेरे माता-पिता गोवा में स्थानांतरित हो गए थे। गोवा में उन्होंने किराए पर घर लिया। यह एक सुंदर घर था जो दो परिवारों के लिए अच्छी तरह से अनुकूल था। हालांकि एकमात्र समस्या यह थी कि घर थोड़ा अलग-थलग था। यह आसपास के अन्य घरों से दूरी पर था। मेरी माता की सुरक्षा और हिफ़ाज़त को सुनिश्चित करने के लिए जब मेरे पिता कार्यालय में गए तो उन्होंने यह तय किया कि घर में एक पालतू कुत्ता लाएंगे। उन्होंने एक डोबरमैन नस्ल का कुत्ता लाने का फैसला किया क्योंकि यह निडर, बहादुर और मजबूत कद-काठी का कुत्ता है। इसी ख़ूबी के कारण दुनिया भर में पुलिस और सैन्य सेवाओं में डोबरमैन कुत्ते को पसंद किया जाता है।

मेरी मां को पहले से ही कुत्तों का बहुत शौक था और ब्रूनो नए शहर में उनका सबसे अच्छा दोस्त बन गया था। चूंकि डोबरमैन को रोजाना व्यायाम की आवश्यकता होती है तो मेरी माँ हर दिन इसे दो बार घुमाने के लिए ले जाती थी। मेरे पिताजी भी इसकी कंपनी का आनंद लेते थे। ब्रूनो मुझसे बहुत प्यार करता था और जब से मेरा जन्म हुआ था तब से वह मेरी हर समय सुरक्षा करता था तथा मेरे साथ खेलता भी था।

क्यों हमें अपने डोबरमैन को दूर करना पड़ा ?

मेरा ब्रूनो से बहुत लगाव था और मेरी मां भी इससे बहुत जुड़ी हुई थी। हालांकि हमें इसे दूर करना पड़ा था क्योंकि मेरे पिता को संयुक्त राज्य में काम करने का मौका मिला जिस वजह हमें दो साल तक वहां रहना पड़ा था। दुखी दिल से हमें उसे हमारे एक पड़ोसी को देना पड़ा जो ख़ुशी से उसे अपने घर ले गए। हम अक्सर ब्रूनो का हाल-चाल पूछने के लिए उनसे बात करते थे।

मैं एक भारतीय स्पिट्ज से कैसे मिला ?

दो साल बाद हम भारत में वापस आ गए। इस बार एक अलग शहर में। मैं फिर से एक पालतू कुत्ते को रखना चाहता था लेकिन मेरी मां इसके लिए तैयार नहीं थी पर ऐसा लग रहा था जैसे भगवान ने मेरी इच्छा सुन ली और इसे पूरा किया दिया।

एक दिन जब मैं स्कूल से घर वापस आ रहा था तो मैंने एक स्पिट्ज कुत्ते को साइकिल के टायर से अपना पैर बाहर निकालने के लिए संघर्ष करते देखा। जैसे ही मैंने यह सब देखा मैं तुरंत मदद करने के लिए आगे आया। यह किसी का पालतू जानवर था लेकिन ऐसा लगता था कि यह अपना रास्ता खो चुका है। मैंने टायर से इसका पैर निकाला और उसके सिर को प्यार से सहलाया।

स्पिट्ज काफी स्नेही हैं। उसने मेरा हाथ चाटना शुरू कर दिया। मैंने इसके मालिक के लिए चारों ओर देखा लेकिन वह मुझे दिखाई नहीं दिया। जैसा ही मैंने अपने घर की ओर चलना शुरू किया इसने मेरे पीछे-पीछे चलना शुरू कर दिया। मैं इसे वापिस उस स्थान पर ले गया जहाँ मैंने इसे पहली बार देखा था ताकि इसका मालिक इसे खोजते-खोजते वापिस आ जाए लेकिन कई हफ्तों कोई इसे लेने नहीं आया। तब से यह हमारे साथ रहता है। मैंने इसका जेगल्स नाम रख दिया।

कुत्ते बहुत प्यारे और देखभाल करने वाले होते हैं। वे अपने स्वामी के प्रति वफादार होते हैं। पालतू जानवर के रूप में कुत्ते को रखना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव है।

निबंध 4 (600 शब्द)

मेरे पास रोजर नामक एक पालतू कुत्ता है। यह एक जर्मन शेफर्ड है और पिछले 3 सालों से मेरे परिवार का हिस्सा रहा है। यह बहुत जोशीला, मैत्रीपूर्ण और चंचल है। हालांकि बाहरी लोगों को यह अक्सर खतरनाक लगता है। ऐसा उसके शरीर की बनावट और रंग के कारण है। यह हर पल सतर्क रहता है और हर समय हमारे घर की रक्षा करता है।

मैं पालतू कुत्ते को क्यों रखना चाहता था ?

मेरे परिवार में हर कोई रोजर को पसंद करता है। हम सब उससे एक परिवार के सदस्य की तरह व्यवहार करते हैं। हम उसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। हालांकि मुझे अभी भी वह समय याद है जब मैं पालतू कुत्ते को रखना चाहता था और मेरे परिवार के सभी सदस्य इस विचार के खिलाफ थे। जब मैं 8 वर्ष का था तब मेरे दोस्त अन्या के पास एक बहुत ही प्यारा पग था। वह हमेशा उसे पार्क में लाती थी। जब भी मैं उसके पर जाता था वह उसके साथ खेलती रहती थी। दोनों बहुत खुश दिखते थे और ऐसा लगता था कि दोनों को एक दूसरे का साथ पसंद है। कई बार मैंने अन्या को अपने घर साथ में खेलने के लिए बुलाया लेकिन वह हर बार यह कह कर इनकार कर देती कि वह रोजर को खिलाने या नहलाने में व्यस्त है। यह सुनकर मुझे बहुत बुरा लगता था और मैं हमेशा यही चाहता था कि मेरे पास भी दोस्त के रूप में एक कुत्ता हो। यही सोचकर तब मैंने घर में एक पालतू कुत्ते को लाने का फैसला किया।

कैसे मैंने अपने पालतू कुत्ते को पाने के लिए संघर्ष किया ?

मुझे पता था कि मैं पालतू जानवर के रूप में एक कुत्ते को चाहता था लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि उसे घर लाने के लिए मुझे मेरे माता-पिता से इतना संघर्ष करना पड़ेगा। जैसे ही एक पालतू कुत्ते को रखने का विचार मेरे मन में आया मैं अपनी माँ के पास गया और उनसे कहा कि मुझे घर में एक कुत्ता चाहिए। यह सुनते ही मेरी मां हँस दी और मेरे गाल पर थपकी देकर मेरे अनुरोध को खारिज कर दिया। मैंने अपनी इच्छा दोहराई और उन्होंने फिर से इसे हल्के ढंग में लिया। मेरी माँ के व्यवहार ने मुझे क्रोधित कर दिया और मैंने उनसे कहा कि मैं वास्तव में एक पालतू कुत्ता चाहता हूँ। तब मेरी मां को पता चला कि मैं इसके बारे में गंभीर हूं और फिर उन्होंने मुझे बैठकर समझाया कि हम पालतू कुत्ता क्यों नहीं रख सकते।

मेरे माता-पिता दोनों नौकरी करते हैं। हालांकि मेरे दादा दादी हमारे साथ रहते थे पर बूढ़े दादा-दादी से पालतू जानवरों की देखभाल करने के बारे में पूछना सही नहीं था। इसके अलावा जब मेरा भाई छोटा था तो मेरी मां को डर था कि वह उसे संक्रमण ना पकड़ ले। उन्होंने इन सभी बिंदुओं को मुझे समझाने की कोशिश की लेकिन मैंने उनके किसी भी स्पष्टीकरण को नहीं सुना। मैं अपनी दादी के पास गया और उससे अनुरोध किया कि वह एक पालतू कुत्ते को घर लाने के लिए माँ को मनाए। मेरी दादी ने भी मेरी माँ का समर्थन करने की कोशिश की लेकिन मैंने उन्हें कई दिन तक समझाना ज़ारी रखा और आखिरकार एक दिन मैंने उन्हें मना ही लिया। जब तक मैं स्कूल से घर वापिस नहीं आ जाता तब तक वह वे आधे दिन के लिए कुत्ते की देखभाल करने के लिए सहमत हो गई। इसके बाद बाकी सब मेरी ज़िम्मेदारी थी।

किसी तरह मैंने भी अपने पिता को आश्वस्त किया। चूंकि उन्हें भी कुत्ते बेहद पसंद है इसलिए उन्हें समझाना मुश्किल नहीं था। इन सबके मानने के बाद आखिरकार मेरी मां भी सहमत हो गई। हम पास की एक पालतू जानवरों की दुकान में गए और इस 2 महीने के जर्मन शेफर्ड, जो एक छोटे से पिंजरे में शांति से सो रहा था, को देखते ही मेरे दिल ने इसे पसंद कर लिया। मुझे इसे देखते ही पता चल गया था कि यह वही है जिसे मैं अपने घर रखना चाहता था।

रोजर ने हर व्यक्ति का दिल जीत लिया

रोजर इतना छोटा और प्यारा था कि जैसे ही उसे घर में लाए वैसे ही मेरे परिवार में लगभग हर कोई उससे प्यार करने लगा। मेरी मां जो पालतू कुत्ते को घर लाने के विचार से घृणा करती थी उन्हें भी समय गुज़रने के साथ वह प्यारा लगने लगा था। कुत्ते को शिशुओं से बहुत प्यार होता है और वह उनके बारे में बहुत सुरक्षात्मक होता है। रोजर और मेरा छोटा भाई इस प्रकार मित्र बन गए। रोजर को परिवार में शामिल करने के लिए मैं बेहद उत्साहित था। मैंने अपने सभी दोस्तों को इस दिन के बारे में पहले ही बता दिया था।

रोजर आज हमारे जीवन का एक अविभाज्य हिस्सा बन गया है और मैं उसे बहुत पसंद करता हूँ। कुत्ते वास्तव में बहुत प्यारे होते हैं। मुझे लगता है कि हर किसी को एक पालतू कुत्ता रखना चाहिए।

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Essay on Dog in Hindi | कुत्ता पर निबंध

Essay on Dog in Hindi: दोस्तो आज हमने  कुत्ता पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

500+ Words Essay On Dog in Hindi

कुत्ता एक पालतू जानवर है। एक कुत्ते के दांत तेज होते हैं ताकि वह बहुत आसानी से मांस खा सके, इसके चार पैर, दो कान, दो आंखें, एक पूंछ, एक मुंह और एक नाक होता है। यह बहुत चालाक जानवर है और चोरों को पकड़ने में बहुत उपयोगी है। यह बहुत तेज दौड़ता है, जोर से भौंकता है और अजनबियों पर हमला करता है। एक कुत्ता मास्टर के जीवन को खतरे से बचाता है। दुनिया में हर जगह कुत्ते मिल सकते हैं। कुत्ते बहुत वफादार जानवर हैं। इसमें तेज दिमाग और चीजों को सूंघने की तीव्र भावना है। इसमें पानी में तैरना, कहीं से भी कूदना, अच्छी महक वाला भाव जैसे कई गुण होते हैं।

Essay On Dog in Hindi

कुत्ते का महत्व

एक कुत्ते में गंध की एक मजबूत शक्ति होती है । उन्हें उनके विश्वासपात्र होने के कारण लोग अधिक पसंद करते हैं। वे बुद्धिमान हैं, वे चौकस हैं। कुत्तों के कई रंग होते हैं जैसे कि ग्रे, सफेद, काला, भूरा और लाल। वे कई प्रकार के होते हैं जैसे कि ब्लडहाउंड, ग्रेहाउंड, जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर, रोटवीलर, बुलडॉग पुडल, आदि।

आमतौर पर, कुत्ते मछली, मांस, दूध, चावल, रोटी आदि खाते हैं। कुत्तों को कभी-कभी कुत्ते भी कहा जाता है। कुत्तों को कभी-कभी मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त के रूप में संदर्भित किया जाता है क्योंकि उन्हें घरेलू पालतू जानवरों के रूप में रखा जाता है और आमतौर पर वे वफादार होते हैं और मनुष्यों के आसपास रहना पसंद करते हैं। वे तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने, अकेलेपन, व्यायाम और खेल को प्रोत्साहित करने और यहां तक ​​कि आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक हैं। एक कुत्ता भी बड़े वयस्कों के लिए मूल्यवान साहचर्य प्रदान करता है।

कुत्ते अपने मालिक के प्रति इतने वफादार होते हैं कि कोई भी चीज उसे अपने मालिक को छोड़ने के लिए प्रेरित नहीं कर सकती है। उसका मालिक एक गरीब आदमी या एक भिखारी भी हो सकता है लेकिन फिर भी, कुत्ता अपने मालिक को दूर से नहीं छोड़ेगा। कुत्ते अपने मालिक को काम से घर आते देखते हैं, वे उनके पास भागते हैं और अपने प्यार को दिखाने के लिए उन पर कूदते हैं। कुत्ते ईमानदार दोस्त हैं जो एक दोस्त को बचाने के लिए हमेशा मरने के लिए तैयार रहते हैं। यह एक चोर या अजनबी को काट सकता है जब वे इसकी भौंकने की अनदेखी करते हैं और शरारत करने की कोशिश करते हैं। कुत्ते हमेशा मालिक को दिन-रात सुरक्षा देते हैं।

कुत्ते का जीवनकाल

एक कुत्ते का जीवनकाल बहुत छोटा होता है, लेकिन यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रह सकता है जो उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटे कुत्ते लंबा जीवन जीते हैं। एक मादा कुत्ता एक बच्चे को जन्म देती है और दूध पिलाती है, इसीलिए स्तनपायी श्रेणी के कुत्ते हैं। कुत्ते के बच्चे को पिल्ला या पिल्ला और कुत्ते के घर को केनेल कहा जाता है। कुत्तों को उनकी सेवा के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है जैसे गार्ड डॉग, हेरिंग डॉग, हंटिंग डॉग, पुलिस डॉग, गाइड डॉग, स्निफर डॉग, आदि। इसमें गंध की एक मजबूत शक्ति होती है जिसकी सहायता से पुलिस हत्यारों, चोरों और डाकुओं। मिलिट्री ने कुत्तों को ट्रैक करने और बम का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया।

500+ Essays in Hindi – सभी विषय पर 500 से अधिक निबंध

कुत्तों के लिए की जरूरत है

खोजी कुत्तों को हवाई अड्डों, पुलिस स्टेशनों, सीमाओं और स्कूलों में नियुक्त किया जा सकता है। ट्रैकिंग और शिकार कुत्ते, शिकारी कुत्ता, टेरियर्स, और डछशुंड शिकार और ट्रैकिंग कुत्तों के सबसे लोकप्रिय प्रकार हैं। इन कुत्तों को उनके मानव साथियों के लिए आंख, कान और रिट्राइजर होने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

कुत्ते बहुत ही उत्कृष्ट तैराक होते हैं। वे वास्तव में एक बहुत ही उपयोगी पालतू जानवर हैं। वह अपने मालिक का दिल से सम्मान करता है और आसानी से अपनी गंध के माध्यम से उसकी उपस्थिति का अनुमान लगा सकता है। हमें इसकी अच्छी देखभाल करनी चाहिए और उन्हें अच्छी स्थिति में रखना चाहिए।

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Write an essay on Dog in Hindi language – कुत्ते पर निबंध| Read an essay on my favourite pet dog in Hindi, but to write better to need to know few lines about Dog in Hindi. Now essay on dog for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 ,9, 10, 11 and 12. Essay on my pet dog in Hindi was asked in many competitive exams as well because they want to see their viewpoint on animals. Get more to know about labrador dog information in Hindi. Read an essay on dog in Hindi to get better results in your exams.

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Essay on Dog in Hindi 100 Words

कुत्ता एक पालतू जानवर है। यह चार टांग का जानवर होता है। इसकी दो ऑख होती है। इसके दो कान और नोकिले दांत व एक पूंछ भी होती है। कुत्ते कई प्रकार के होते है। कुछ कुत्तों के पूरे शरीर पर नरम बाल भी होते है और कुछ कुत्ते के लम्बे बाल होते है।

कुछ कुत्ते कद में लम्बे होते है व कुछ छोटे होते है इनकी उम्र लगभग 12 से 15 साल के बीच में होती है। कुत्ते कई प्रकार के रंगों में पाये जाते है। इनके अलग-अलग वजन भी होता है। यह एक वफादार और आज्ञाकारी जानवर होता है। कुत्ता इंसानों का बहुत ही बडा दोस्त होता है। मुझे कुत्तो से बहुत प्यार है।

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कुत्ता एक पालतू जानवर है, जिसका वैज्ञानिक नाम कैनिस लुपुस फैमिलिरिस है। पूरे विश्व भर में मनुष्य द्वारा सबसे पहले पालतू बनाया जाने वाला जानवर कुत्ते ही हैं और मूल रूप से कुत्ते भेड़ियों की नस्ल के हैं। कुत्ते मनुष्य के के लिए बहुत ही उपयोगी और आज्ञाकारी जानवर है, जिस वजह से यह उनका सबसे प्रिय मित्र माना जाता है। यह मनुष्य के लिए वफादार साबित हो चुके हैं क्योंकि यह मनुष्य द्वारा बोलने के तरीके और स्वभाव हो भली भांति समझते हैं।

कुत्ते स्तनधारियों की श्रेणी में आते हैं क्योंकि यह पिल्ले को जन्म देता है। इनका तेज दिमाग और सूंघने की शक्ति इन्हे और जानवरो से बिलकुल अलग कर देती है। इसके दाँत बहुत ही तेज और नुकीले होते हैं, जबकि पूँछ छोटी और टेढ़ी होती है। कुत्तो की पतली टांगे उन्हें तेज दौड़ने मे मदद करती है। कुत्ते आम तौर पर मांस खाना पसंद करते है किन्तु घरेलू कुत्ते मांस छोड़ कर बिस्कुट खाना पसंद करते है।

कुत्ते अपने मालिक के प्रति बहुत ही वफादार होते है जो उन्हें कबि भी धोखा नहीं देते, चाहे वह गरीब, भिखारी या अमीर हो। यह बहुत ही मित्रवत होता है हालांकि, पागल होने पर बहुत ही खतरनाक हो जाता है। कुत्ता मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त माना जाता है।

कुत्ते बहुत सारी नस्लों में पूरे विष्व भर में पाए जाते है, जिनके रंग, आकार, और वजन अलग अलग है। कुत्तों को उनके काम करने के तरीके के अनुसार श्रेणीबद्ध किया गया है; जैसे की – गार्ड कुत्ते, हैरडिंग (चरवाहा) कुत्ते, शिकारी कुत्ते, पुलिस के कुत्ते, पथप्रदर्शक कुत्ते, खोजी कुत्ते आदि। इसीलिए पुलिस अपराधियों को पकड़ने में कुत्तों की सहायता लेती है। रात मे अगर चोर घर में घुसे तो कुत्ता भोंकने लगता है, जिससे पडोसी भी सावधान हो जाते है, और चोर को मजबूरन वापिस भागना पड़ता है।

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कुत्ता पर निबंध | Essay on Dog in Hindi

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कुत्ता पर निबंध | Essay on Dog in Hindi!

अन्य पालतू पशुओं की भांति कुत्ता भी एक पालतूपशु है । कुत्ते को बड़ा स्वामिभक्त माना जाता है । यह बहुत उपयोगी जानवर है । कुत्ते की अनेक प्रजातियाँ हैं । कुछ कुत्ते बहुत समझदार होते हैं । कुत्ते की घ्राण शक्ति (सूंघने की शक्ति) बड़ी तीव्र होती है ।

इसीलिए पुलिस अपराधियों को पकड़ने में कुत्तों की सहायता लेती है । कुत्ता एक चौपाया पशु है । इस की दो आंखे, दो कान और पूँछ होती है । कुत्ते कई रंग के होते हैं । इसका आकार भी भिन्न-भिन्न होता है । कुछ खरगोश जैसे छोटे और कुछ बकरे से बड़े-बड़े ।

ADVERTISEMENTS:

रईस लोग घर रखवाली के लिए कुत्ते पालते हैं । दरवाजे की घंटी बजते की कुत्ता सावधान हो जाता है और अजनबी आदमी को देखकर भौंकने लगता है । रात में किसी चोर की आहट पाकर भौंकते ही पड़ोसी भी सावधान हो जाते हैं और चोर भागने पर मजबूर हो जाता है या कभी-कभी पकड़ भी लिया जाता है ।

घर के पालतू कुत्तों की तो उनके मालिक देखभाल रखते हैं । उन्हें जंजीर में बांधकर रखा जाता है । समय पर नहलाते धुलाते और खिलाते हैं, पर गलियों में आवारा घूमने वाले कुत्तों की एक बड़ी संख्या होती है । ये कुत्ते अहार की तलाश में दर-दर भटकते हैं ।

उन्हें कहीं टुकड़ा मिलता है तो कहीं से मार कर भगा दिये जाते हैं । ये कुत्ते सर्दी गर्मी और बरसात में मारे-मारे फिरते हैं । कभी-कभी कमेटी वाले ऐसे कुत्तों को पकड़ कर ले जाते हैं । कुत्ता यद्यपि बड़ा लाभदायक जानवर है, पर पागल होने पर बड़ा खतरनाक हो जाता है ।

उसके काटने पर इंजैक्सान लगवाना अनिवार्य हो जाता है । ऐसा न होने पर व्यक्ति के पागल हो जाने की आशंका बनी रहती है । घुमंतू जाति के लोग सदैव अपने साथ कुत्ते रखते हैं । उनमें शिकारी कुत्ते भी होते हैं । इनके मालिक छोटे-छोटे जंगली जानवरों का शिकार करने में इन कुत्तों का प्रयोग करते हैं ।

कुत्तों की स्वामिभक्ति की अनेक कथाएं हमें पुस्तकों में पढ़ने को मिलती हैं । महाराज युधिष्ठिर को तो स्वर्ग तक ले जाने वाला कुत्ता ही था । हमें पालतू कुत्तों की भली प्रकार देख-भाल करनी चाहिए । साथ ही अपरिचित कुत्तों से अपनी रक्षा करनी भी जरूरी है । उसके भौंकते ही हमें सावधान हो जाना चाहिए और अपना बचाव करना चाहिए ।

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Mr Greg's English Cloud

Autobiography Of A Dog

Every dog has a unique tale to tell—a narrative filled with wagging tails, wet noses, and a profound connection with their human companions. As a beloved member of the family, your life as a dog is brimming with moments of joy, loyalty, and unconditional love. Writing an autobiography of a dog is a powerful way to honor the bond you share with your human family, capturing the essence of your canine existence and leaving a legacy that will touch hearts for generations to come.

In this guide, we will explore the art of crafting your autobiography, unleashing the story of your extraordinary life, and immortalizing the memories that have shaped you into the cherished companion you are.

Table of Contents

Autobiography Of A Dog Tips

Reflect on Your Doggy Life: Take time to reflect on your experiences as a dog. Think about the significant moments, both big and small, that have shaped your life. Consider the emotions you’ve felt, the lessons you’ve learned, and the relationships you’ve formed with your human family and other animals.

Find Your Unique Voice: As you write your autobiography, strive to capture your unique voice as a dog. Imagine how you would think and communicate as a canine companion. Use descriptive language and sensory details to bring your experiences to life and create an authentic representation of your perspective.

Outline the Key Chapters: Create an outline that includes the major chapters or sections of your autobiography. Consider organizing them chronologically or thematically. Some potential chapters could include your early years and puppyhood, adventures and travels, relationships with humans and other animals, and any challenges you’ve overcome.

Share Memorable Moments: Recall and share the most memorable moments of your life. These could be heartwarming, funny, or even bittersweet. Include vivid descriptions of the sights, sounds, and scents that accompanied these moments to engage your readers and make them feel like they are experiencing them alongside you.

Explore Relationships: Dogs often form deep connections with their human companions as well as other animals. Write about the relationships you’ve developed throughout your life, highlighting the bonds of love, loyalty, and friendship. Describe how these connections have enriched your life and influenced your actions.

Convey Emotions: Dogs experience a wide range of emotions, from joy and excitement to fear and sadness. Be honest and vulnerable in expressing your emotions throughout your autobiography. Show how you’ve felt during significant events or challenges, and how those emotions have shaped your responses and growth.

Include Lessons Learned: Dogs are known for their wisdom and ability to teach valuable life lessons. Reflect on the lessons you’ve learned throughout your journey and share them with your readers. These may include lessons about resilience, empathy, living in the present moment, and unconditional love.

Use Descriptive Language: Make use of descriptive language to paint a vivid picture of your experiences. Describe the landscapes you’ve explored, the people and animals you’ve encountered, and the sensations you’ve felt. Engage all the senses to create a rich and immersive reading experience.

Stay True to Your Doggy Self: Remain authentic to your doggy nature throughout your writing. Stay true to your instincts, behaviors, and unique personality traits. Let your doggy charm shine through your words, capturing the hearts of your readers.

Revise and Edit: Once you’ve finished writing your autobiography, take the time to revise and edit your work. Polish your sentences, refine your storytelling, and ensure the overall flow of your narrative. Consider seeking feedback from others to gain different perspectives and make further improvements.

Autobiography Of A Dog Example 1

Chapter 1: Paws of Innocence

I was born into a world of warmth and softness, surrounded by the gentle love of my canine family. From the very beginning, I knew that my purpose in life was to bring joy and companionship to the humans I would soon call my own. With each wag of my tail and playful leap, I embraced the wonders of puppyhood and eagerly awaited the adventures that lay ahead.

Chapter 2: A Family’s Embrace

It was on a sunny day that I found myself in the loving arms of my human family. Their smiles and laughter filled my heart with pure delight. They showered me with affection, and I reciprocated with endless licks and tail wags. In their presence, I discovered the true meaning of unconditional love—loyalty, trust, and a bond that would withstand the tests of time.

Chapter 3: Tails of Exploration

As the days turned into years, my curiosity led me to explore the world around me. Together with my humans, we embarked on countless adventures. From long walks in the park to hiking trails through forests, every step was an opportunity to discover new scents, chase butterflies, and revel in the beauty of nature. With my nose to the ground and my ears perked, I embraced the thrill of exploration.

Chapter 4: Lessons from a Snout

Life’s journey is often filled with valuable lessons, and I, too, learned along the way. Through the unspoken language of my snout, I discovered the importance of empathy and understanding. I could sense the emotions of my humans, offering comfort during times of sadness and celebrating their triumphs with a wagging tail. In their presence, I learned the significance of being a source of solace and joy.

Chapter 5: A Dog’s Wisdom

Time has a way of bestowing wisdom upon those who are open to its teachings, and I, as a dog, am no exception. Through the years, I discovered the beauty of living in the present moment—the joy of a belly rub, the thrill of chasing a ball, and the contentment of a peaceful nap by the fireside. I taught my humans the art of embracing life’s simple pleasures, reminding them of the importance of cherishing the moments that truly matter.

Chapter 6: Seasons of Companionship

As the seasons wove their tapestry of change, my bond with my human family deepened. We weathered the storms of life together, finding solace in each other’s presence. Through thick and thin, my loyalty remained unwavering, offering comfort in times of sadness and a playful spirit to uplift weary hearts. Together, we created a symphony of love, leaving pawprints on each other’s souls.

Chapter 7: The Twilight Years

Time has a way of marking its presence, and the signs of aging began to show in my graying muzzle and slower gait. Yet, even as my body aged, my spirit remained ever young and vibrant. My humans showered me with gentle care and unwavering devotion, cherishing the twilight years we shared. In the warmth of their love, I found solace and contentment, knowing that I had fulfilled my purpose as a faithful companion.

Epilogue: Forever in Their Hearts

As my pawprint in time draws to a close, my spirit lives on in the hearts of those I have touched. I leave behind memories of joy, love, and unwavering loyalty. My legacy as a dog will forever be etched in the hearts of my human family, a reminder of the profound impact that the bond between a dog and their humans can have. And as I cross the Rainbow Bridge, I do so with the knowledge that I have fulfilled my purpose—to be a source of unwavering love and companionship, forever and always.

Autobiography Of A Dog Example 2

Chapter 1: Lost and Found

In the bustling streets of the city, I roamed as a stray, my paws navigating the concrete jungle in search of scraps and shelter. Life was a constant battle for survival, but deep inside, I held onto a glimmer of hope, yearning for a place to call home. It was during a cold and lonely night that fate intervened, leading me to cross paths with a compassionate soul who saw past my scruffy appearance and recognized the longing for love in my eyes.

Chapter 2: Unconditional Love

With a gentle touch and a warm embrace, my rescuer brought me into a world I had only dreamed of—a world where love knew no boundaries. In the safety of their home, my heart blossomed, and I discovered the true meaning of family. They saw beyond my troubled past, embracing me with open arms and showering me with affection. In their presence, I learned that love has the power to heal even the deepest wounds.

Chapter 3: A Furry Adventurer

As the days turned into months, I embarked on a journey of exploration and discovery alongside my newfound family. Together, we ventured into the great outdoors—traversing mountains, splashing in rivers, and reveling in the beauty of nature. Each adventure brought us closer, forging bonds that could not be broken. With every wag of my tail and every joyful bark, I expressed my gratitude for the life I had been given.

Chapter 4: Lessons in Loyalty

In the embrace of my human family, I learned the true meaning of loyalty. Through thick and thin, I stood by their side, a steadfast companion through life’s triumphs and tribulations. I offered comfort when tears fell and celebrated with unabashed joy during moments of triumph. In their presence, I discovered that loyalty is not just a word—it is a heartfelt commitment to be there, unwavering, through the highs and lows.

Chapter 5: Pawprints of Joy

Laughter filled the halls of our home as we engaged in playful antics and shared moments of pure joy. Frisbees soared through the air, balls were chased with abandon, and belly rubs were savored with contentment. In those moments, I embraced the simple pleasures of life, reminding my humans to cherish the present and find joy in the smallest of things. Together, we created a symphony of happiness that echoed through our days.

Chapter 6: The Golden Years

As the years passed, my muzzle turned gray and my steps became slower, but my spirit remained as vibrant as ever. In the twilight of my life, my family showered me with gentle care, returning the love and devotion I had given them. In their arms, I found comfort and solace, surrounded by the warmth of their unwavering affection. Together, we embraced the beauty of aging gracefully, cherishing the precious moments we had left.

As the final chapter of my life draws to a close, I leave behind a legacy of unconditional love and unwavering loyalty. Though my physical presence may fade, my spirit will forever live on in the hearts of those I have touched. The bond we shared transcends time and space, reminding them of the profound impact a four-legged companion can have on a human soul. As I cross the Rainbow Bridge, I know that I have found my true home—in the hearts of my beloved family.

Autobiography Of A Dog Example 3

Chapter 1: A Ruff Beginning

My journey began in the harsh world of abandonment and neglect. Separated from my mother and siblings at a young age, I found myself alone and vulnerable. Hunger gnawed at my stomach, and fear clung to my every step. But within the depths of my spirit, I carried an unwavering determination to survive and find a place where I belonged.

Chapter 2: A Glimmer of Hope

In the midst of my darkest days, a compassionate soul extended a helping hand. They saw beyond my scruffy exterior and recognized the spark of potential within me. With a gentle touch and a reassuring voice, they welcomed me into their world, offering me a chance at a new beginning. In their care, I discovered the transformative power of kindness and the resiliency of the canine spirit.

Chapter 3: A Journey of Healing

As I settled into my new home, I embarked on a journey of healing. Patience and understanding became my guiding lights as I learned to trust and let go of the wounds of the past. Through patience, my fears began to fade, replaced by a newfound sense of security and love. Each day brought small victories—a wag of my tail, a playful romp, and the blossoming of a bond built on trust.

Chapter 4: Unconditional Love

Within the embrace of my human family, I experienced a love that knew no bounds. They accepted me for who I was, flaws and all, showering me with affection and devotion. In their presence, I discovered the true meaning of unconditional love—a love that transcends imperfections and celebrates the beauty of our shared journey. Through their unwavering support, I grew into the dog I was destined to be.

Chapter 5: Triumph over Adversity

Life presented its fair share of challenges, but with the love and guidance of my family, I learned to overcome them. Together, we faced obstacles with unwavering determination, turning setbacks into opportunities for growth. I discovered strength within myself that I never knew existed and learned that perseverance and resilience can lead to triumph, even in the face of adversity.

Chapter 6: A Life of Purpose

As the years unfolded, I embraced my role as a faithful companion and a source of joy in the lives of my humans. Whether it was playfully chasing a ball, offering a comforting presence during difficult times, or simply being a listening ear, I discovered the profound impact a dog can have on the human heart. I found purpose in bringing happiness and unconditional love to those who shared their lives with me.

Chapter 7: Forever in Memory

As I navigate the twilight of my life, I know that my time on this earth is limited. But the memories we have created together will live on. In the hearts of my human family, I will forever hold a cherished place—a pawprint etched upon their souls. Though my physical presence may fade, the love and bond we share will remain an eternal flame, illuminating their lives even in my absence.

Epilogue: A Legacy of Love

As I leave behind the world that has been my home, I do so with a heart filled with gratitude. Gratitude for the second chance I was given, for the love that mended my broken spirit, and for the journey that transformed me from a struggling soul to a triumphant spirit. In the tapestry of my life, I have woven a legacy of love—a testament to the resilience of the canine spirit and the transformative power of compassion.

About Mr. Greg

Mr. Greg is an English teacher from Edinburgh, Scotland, currently based in Hong Kong. He has over 5 years teaching experience and recently completed his PGCE at the University of Essex Online. In 2013, he graduated from Edinburgh Napier University with a BEng(Hons) in Computing, with a focus on social media.

Mr. Greg’s English Cloud was created in 2020 during the pandemic, aiming to provide students and parents with resources to help facilitate their learning at home.

Whatsapp: +85259609792

[email protected]

essay on autobiography of a dog in hindi

English Compositions

Autobiography of a Street or Stray Dog [With PDF]

Today we came up with an autobiography writing, which is on a Street Dog or you can say Stary Dog. So without spending more time let’s dive into the composition.

feature-image-of-street-dog-autobiography

When I opened my eyes for the first time, I saw light, a big wall in front of me with a poster of a man holding a gun torn off. Howling sounds were coming from everywhere and there was a strong pungent smell, a smell that I still give me chills.

It was difficult for me to see clearly at first. All I could see was four puppies of my size and two big puppies around me. One of them feeds us two-three times a day and the other growls at people, and other big puppies who try to come near us. It took me a long time to realize that those big puppies are called dogs and the two who were taking care of us were our parents. 

Soon, I started seeing the world with my eyes. There were so many colours around me. So many people, walking at a fast pace, as if they don’t run, they are going to miss something, something important.

I never got out of the big brown rug and neither did my brothers and sisters. We would always lie there, with either of our parents, most often with our mother.

My father would go and get food for my mother. It was always a piece of bread and sometimes he would get her bones to chew. But most of the time he would return with no food hanging from his mouth.

On those days, he would come to my mother, lick her face and they would touch their heads together as if he says sorry and she understands.

 On those times, I could see water trickling down from my father’s eyes. I did not understand why I never had water trickling down from my eyes or from the eyes of my brothers and sisters. But that was when we were young.

Long gone are the days when we would wait for our mother to return home after our father fails to bring home some food. She would come to us, sad and we all would just hover around her and suck the milk out of her, biting her and fighting with each other while she just lies there, helpless. Happy but helpless. 

Days went by and I was the first one to walk among my siblings. My parents looked at me with pride and I thought I was their favourite child. Soon, my brothers and sisters started walking and soon after that, we were running around, everywhere.

Our parents would then go on food hunting together, leaving us behind, but always within an arm’s reach. One afternoon, we all went a little too far and saw things. There was a huge building and people were entering and exiting it with some kind of hurry. They all had huge boxes with wheels at the end.

They will just pull those boxes with them. We entered through one of the doors and saw a big blue vehicle that moved. It was called a train. We were so happy seeing so much commotion that we separated.

After a while when we all returned, one of my brothers was missing. Soon my parents found out and went looking for him, but they also never returned. We waited the whole night, hungry, but no one came. 

The next morning we went to look around for our parents and brother. We walked together, looked everywhere. We barked around the huge dustbins and looked around the garbage that laid down there.

We looked around the place where cars were always parked in a systematic fashion. We looked around the tracks where the train always runs and we looked around the rooms where sweaty people rested on a piece of torn cloth the same as our rug. 

Tired and hungry, we went to the shops nearby where people blow smokes out of their mouth and throw paper plates with food on the streets. We were eating when I noticed that pungent smell again. The smell I first smelled when I opened my eyes. I followed the smell to the back of the shop and there she was, my mother.

Her mouth, wide open. Her eyes, still and filled with shock and desperation. Her face stained black from the water coming out of her eyes. Ants, surrounding her body and inside her eyes and ears and mouth. I barked and called for my brothers and sisters. We circled her, pawed her to wake up. Licked the ants out of her face. But she did not move. 

She lay still, with her cold motionless body. Blood that had dripped from her legs had soaked onto the ground beneath her. We started whining, calling for our mother but she did not move. A minute later, people were shouting at us and throwing water on us.

We ran, we ran like our lives depended on it. I don’t know when and how, but I lost track of my brothers and sisters. I barked and barked and whined and whined trying to find my family but I could not find anyone.

One day I had a family, a protective, loving family and now it’s all gone. I was left alone in an alley where people put pointy pins into their skin and lay still like they are dead. 

Days went by and I ate from the dumpster and there was no torn rug to sleep on. I walked, changing my location every day. I ran from other dogs who tried to chase me, hurt me. I ran and ran and ran. Wherever I went, I was kicked out.

With no parents, no siblings and no friends, I wandered around the road trying to not get crushed under the feet of a huge person who is always at a pace. Like if they don’t run, they are going to miss something, something important. Just like it was at the train station. 

Now I have grown somewhat. Not as big as the giant puppies that are called dogs but large enough not be called a puppy. My voice has changed, my energy has changed and so has my appetite. It is difficult to find food in this world yet I see so many people throwing leftovers in huge dustbins.

It is difficult to find a place to sleep as the people living in big houses do not like me sleeping near the free space of their garage. Many people have dogs of their own.

I have met an alsatian, a pug, a dalmatian and so many other beautiful dogs with their beautiful clothes and collars and silky smooth hair over their body. The people kiss them, feed them, love them yet, whenever I get close to the people they beat me, throw water at me, shout at me and make me wander around the streets during the heavy downpour. 

I miss the busy stinky station and my family. I miss my mother who was always there to feed me. I miss my father who was always there to protect me. I miss my siblings with whom I shared my mother’s womb.

I miss playing with them. As I lay here on the cold ground and think of those good old days, water starts trickling down from my eyes. Now I know what it was, why the water trickled from my eyes. 

So here comes to the end of the autobiography on a Street Dog, I hope you liked this composition, do let me know your thoughts in the comment section, I would love to see those.

English Essay on “Autobiography of A Dog” English Essay-Paragraph-Speech for Class 8, 9, 10, 11 and 12 CBSE Students and competitive Examination.

Autobiography of A Dog

I am lying in my grave now, after my life came to a sudden end, a few years ago.

I was a dark, shiny black Labrador, picked by my loving owner from a dog breeder when I was six months old. I was loved by everyone in the family and named `Blacky’. My day started with a small walk with the master and my favorite breakfast – milk and biscuits. Mornings were a busy time when everyone in the house, got ready to go out except my mistress who wrote books. I fetched paper, ball and bag for my master’s son before he went to his school. He usually talked to me a lot on the way when accompanied him till the main gate of the colony we lived in. I always roamed a little seeing little children trot away to school and then got back to bid good bye to my master. Both the master and mam were very caring. They gave me good shampoo bath in the afternoons, brushed me and combed me. I obeyed their commands and behaved with the guests. During parties at their home I loved being stroked by children and played ball with them. I was careful not to spoil their carpets and rugs. I was quiet comfortable in my cozy little cushion in the corner of the drawing room from where I kept an eye on the entrance.

Evenings were lovely when children played in the wet lawn, people walked to and fro chatting away and I went for an evening walk with my master and his wife. I was proud of my looks and my striking collar which was gifted to me when I completed three years in my family.

There are lovely family photos taken with me sitting beside. I was living very happily but was quiet upset to see some dogs that didn’t have anyone to take care of, roamed in the area freely. Their number increased and people there decided to call dog shooters; I was sad but had no say. The next morning as usual I roamed after seeing off, the master & his son, came back home but found the mam busy over the phone. I went around her and again went out to roam. I went a little away and could hear an approaching van. Suddenly, I felt a piercing pain in my neck and fell. I was shot at, my eyes went dark and I just wished I had not come out…

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