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मेरी रुचि पर निबंध (Essay On My Hobby In Hindi)

Essay On My Hobby In Hindi

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मेरी रुचि पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On My Hobby In Hindi)

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इस व्यस्त जीवन में इंसान कुछ पल अपने लिए जरूर निकालता है जिसमें वह अपने पसंद की चीजें कर सके या फिर अपनी पसंदीदा रुचि का अभ्यास करे। इससे उसे खुशी मिलती है और साथ ही तनाव भी कम होता है। बच्चे हों या बड़े हर कोई काम और पढ़ाई में व्यस्त रहता है लेकिन कुछ समय अपने लिए निकालना भी जरूरी है ताकि बाद में और मन लगाकर काम किया जा सके। इसे ही रूचि, शौक या हॉबी कहा जाता है। वैसे तो किसी भी शौक की आदत बचपन से लोगों को होती है, कुछ लोग उस शौक को पेशा बना लेते हैं और कुछ मनोरंजन का साधन। इस तनावपूर्ण जिंदगी में अगर कुछ पल खुशी के मिल रहे हैं तो उससे इंकार करना सही नहीं होता है। अलग-अलग व्यक्तियों के शौक भी विभिन्न होते हैं। किसी को क्रिकेट खेलना पसंद है, किसी को डांस, कोई नई किताबें पढ़ता है तो कोई कलाकारी में रुचि दिखाता है। बच्चों की दिलचस्पी अक्सर नई-नई रुचियों में देखी जाती है। स्कूल में यदि बच्चों से उनके पसंदीदा शौक के बारे में विस्तार से लिखने को कहा जाता है तो वे हमारे द्वारा लिखे इस लेख की मदद ले सकते हैं, जिससे उन्हें सही ढंग से लिखने का तरीका भी सीखने को मिलेगा। यहां अपने पसंदीदा शौक पर निबंध कैसे लिखना है इसके लिए विभिन्न शब्द सीमा में कुछ सैंपल दिए गए हैं। 

रुचि एक ऐसी मनोरंजक आदत है जो आपके व्यस्त दिन में खुशी लेकर आती है। इससे आपका मानसिक तनाव तो दूर होता ही है बल्कि आप अगली बार और बेहतर ऊर्जा के साथ कार्य करते हैं। रुचियां कई प्रकार की होती हैं, यह आप पर निर्भर है कि आपको किस चीज में दिलचस्पी है। किसी को नृत्य करना पसंद होता है तो किसी को कला और शिल्प में रुचि होती है। चलिए इन दोनों से जुड़ी 10 लाइनों के बारे में आपको बताते हैं।

नृत्य (डांस)

  • मेरी पसंदीदा रुचि नृत्य करना है। 
  • पढ़ाई के तनाव को दूर करने और खुशी के कुछ पल जीने के लिए मैं नृत्य करती हूं। 
  • स्कूल, कोचिंग आदि के बीच मैं हर दिन आधा घंटा नृत्य के लिए निकालती हूं। 
  • नृत्य मुझे स्वस्थ और तनाव मुक्त रहने में मदद करता है। 
  • नृत्य मेरा जुनून है और आगे जाकर मैं एक डांसर या कोरियोग्राफर बनना चाहती हूं। 
  • नृत्य करने से मेरा शरीर लचीला और फिट रहता है। 
  • नृत्य अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है। 
  • ग्रुप डांस करने से हमें टीम के साथ काम करने की प्रेरणा मिलती है। 
  • नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने से मुझे कई पुरस्कार भी मिले हैं। 
  • मेरे माता-पिता मेरे नृत्य के शौक को लेकर समर्थन करते हैं।   

कला और शिल्प (आर्ट और क्राफ्ट)

  • मुझे कला और शिल्प में बेहद रुचि है। 
  • खाली समय में मैं रचनात्मक कलाकारी करती हूं और कुछ नया बनाती हूं। 
  • स्कूल में भी मैंने आर्ट एंड क्राफ्ट का विषय चुना हुआ है। 
  • कला और शिल्प मेरी कलात्मक क्षमताओं का विकास करते हैं। 
  • कला और शिल्प के माध्यम से मैं अपनी भावना व्यक्त कर सकती हूं। 
  • इसकी मदद से मेरा दिमाग और मन शांत होता है। 
  • यह मुझे काल्पनिक चीजों को वास्तविकता में रूप देने में मदद करती है। 
  • इस रुचि के माध्यम से धैर्य रखने की आदत बनती है। 
  • इस एक्टिविटी को हर उम्र के लोग अपना सकते हैं। 
  • इसकी मदद से हम चीजों का पुनः उपयोग करना और उनका मूल्य बढ़ाना सीखते हैं।  

बचपन से लोगों को घूमने, टीवी देखने, किताबें पढ़ने, चित्रकारी करने आदि का शौक होता है। लेकिन मुझे कम उम्र से ही नृत्य में दिलचस्पी रही है। ऐसे अगर आपको भी नृत्य करना पसंद है और अपने इस पसंदीदा शौक के बारे में निबंध लिखना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख की मदद लें और इससे अच्छे शब्दों अथवा वाक्यों का चुनाव करें। 

मैं जब छोटी थी, मुझे तब से ही नृत्य करने का शौक था। जब लोग मुझे डांस करते हुए देखते थे तो वे बहुत खुश होते और तालियां बजाते थे। इसी खुशी का अनुभव करते-करते मैं बड़ी हुई और मुझे पता चला नृत्य मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा और पसंदीदा शौक बन गया है। मैं चाहे जितना भी व्यस्त क्यों न हो जाऊं लेकिन अपने डांस के लिए दिन भर के 24 घंटों में से कुछ समय निकाल लेती हूं। मैं अब बड़ी कक्षा में पढ़ती हूं और मेरी पढ़ाई का तनाव भी काफी बढ़ गया है। लेकिन यह नृत्य मुझे इस तनाव को कम करने में मदद करता है। इसे रोजाना करने से यह मुझे शारीरिक रूप से स्वस्थ तो रखता ही है साथ ही मेरा मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। नृत्य करने के बाद मैं तरोताजा महसूस करती हूं, जिसके बाद पढ़ाई अच्छे से हो जाती है। डांस सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि यह कई बार अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का जरिया भी बनता है। व्यक्ति जब अधिक तनाव में होता है, तो नृत्य कई बार उसके मन को शांत करने का काम करता है। नृत्य करने से शरीर में लचीलापन और संतुलन बनता है, जो कि हमें फिट रखता है। कभी-कभी डांस किसी एक चीज पर एकाग्रता बनाए रखने में मदद करता है। आप अकेले डांस करते हैं या फिर ग्रुप के साथ यह आपकी पसंद है। लेकिन जब व्यक्ति एक ग्रुप के साथ डांस करता है तो उसे टीम वर्क समझ में आता है और यह भी कि बिना टीम वर्क के जीत हासिल करना मुश्किल है। मैं बहुत कम उम्र से नृत्य की दुनिया में हूं और मैंने बचपन से ही कई प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया और पुरस्कार भी जीते हैं। मेरे माता-पिता बचपन से मुझे इसमें समर्थन देते रहे हैं और आगे भी वो मेरा साथ ऐसे ही देंगे। नृत्य सिर्फ मेरा शौक ही नहीं बल्कि जूनून भी बन गया है और मैं बड़ी होकर एक बेहतरीन नृत्यांगना और कोरियोग्राफर का बनने का सपना देखती हूं।   

Meri ruchi par nibandh

आप सभी को किसी न किसी चीज का शौक जरूर होगा, यदि है तो यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि ऐसे में आप अपने खाली समय का सही उपयोग कर सकेंगे। फिर चाहे आप ज्ञानवर्धक किताबें पढ़ें या कोई खेल सीखें। ऐसे में अगर आपके बच्चे को डांस में दिलचस्पी और वह मेरे शौक पर निबंध लिखना चाहता है लेकिन समझ नहीं आ रहा कि कैसे शुरुआत करें तो नीचे 400-600 शब्द सीमा का निबंध का नमूना दिया गया है। इस निबंध को एक बार अपने बच्चे को जरूर पढ़ाएं। 

प्रस्तावना 

दुनिया भर में जितने लोग हैं, सभी के अलग-अलग शौक होते हैं, जैसे चित्रकारी, क्रिकेट, बागवानी, खाना बनाना, किताबें पढ़ना, कला व शिल्प, संगीत सुनना आदि। वैसे ही मुझे भी हमेशा से डांस करने का शौक रहा है। जब मैं ऊबने लगती हूं या फिर मेरा मन पढ़ाई करने का नहीं होता है तो मैं टीवी या स्पीकर पर तेज आवाज में गाने लगाकर नृत्य करती हूं। डांस करने से मैं खुद हल्का, फुर्तीला और तनावमुक्त महसूस करती हूं। ऐसा करने से हम समय बर्बाद नहीं करते बल्कि कुछ नया सीखकर उसका बेहतर उपयोग करते हैं। 

मेरी रुचि ‘नृत्य’ का महत्व

जिन लोगों को नृत्य पसंद है, उनके लिए संगीत और डांसर किसी प्रेरणा से कम नहीं होते हैं। आप चाहे जितना पढ़ाई करें या ज्ञान हासिल करें लेकिन जीवन में कुछ पल ऐसे होते हैं जिनमें आपको अपने मन को शांत और तनाव से दूर करना होता है। कहते हैं डांस और गाने सुनकर लोगों का काफी स्ट्रेस कम होता है। डांस एक मुरझाए हुए व्यक्ति के जीवन में खूबसूरत बरसात के समान होता है। यह न सिर्फ आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है बल्कि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ बने रहते हैं। आप एक्सरसाइज भले न करें लेकिन अगर 24 घंटे में आप आधा घंटा भी डांस कर रहे हैं, तो आपका शरीर फिट रहेगा। 

नृत्य के प्रकार 

भारतीय नृत्य 2 प्रकार के होते हैं – शास्त्रीय और लोकसंगीत पर आधारित। शास्त्रीय नृत्य में कत्थक, भरतनाट्यम, मोहिनीअट्टम, ओडिसी आदि प्रकार आते हैं। वहीं लोकसंगीत आधारित नृत्य में गरबा, लावणी, छाऊ आदि की गिनती होती है। इसके अलावा पश्चिमी डांस के प्रकार जैसे हिप-हॉप, टैंगो और बॉलीवुड नृत्य भी बेहद लोकप्रिय डांस शैलियां हैं। इनमें से हर नृत्य प्रकार के अपने गुण और फायदे हैं। डांस सिर्फ एक शौक नहीं रह गया है बल्कि इस क्षेत्र में खूब नाम भी कमाया जा सकता है। इसलिए लोग नृत्य को अपनी आजीविका का साधन भी बना लेते हैं।

हर व्यक्ति अपने जीवन में कोई न कोई शौक अपनाता ही है। क्योंकि शौक हमारे मनोरंजन का साधन होता है और अपनी तनाव भरी जिंदगी में कुछ पल आनंद भरे होने चाहिए। रोज वही दिनचर्या अपनाने से व्यक्ति अपने जीवन से ऊबने लगता है, इसलिए जीवन शैली में बदलाव होना जरूरी है। दुनिया बहुत बड़ी है और हर किसी की अपनी-अपनी पसंद, शौक और कामनाएं होती है। किसी को किताबें पढ़ना पसंद होता है वहीं कुछ लोग किताब पढ़ने को एक उबाऊ कार्य मानते हैं। इसलिए इंसान की जैसी मनोदशा और सोच होती है उसे उसी प्रकार के शौक में दिलचस्पी होती है। लेकिन हर व्यक्ति को अपने इस व्यस्त जीवन से कुछ पल खुद के लिए निकालने जरूर चाहिए ताकि वह जिंदगी को मन से जी सके न कि सिर्फ एक औपचारिकता निभाए। 

  • नृत्य करने वाले बेहद अनुशासित, केंद्रित और मेहनती व्यक्तित्व वाले लोग होते हैं। 
  • एक स्टडी के अनुसार नृत्य हमारे मन और शरीर का तनाव कम करता है। 
  • नृत्य को भारत में धर्म और संस्कृति का एक अहम हिस्सा माना गया है।
  • भारतीय पारंपरिक कथाओं के अनुसार भारत में नृत्य की शुरुआत देवताओं के काल में हुई थी।  
  • नृत्य के महत्वपूर्ण पांच तत्वों में शरीर, क्रिया, स्थान, समय और ऊर्जा शामिल हैं।
  • कला और शिल्प की शिक्षा बच्चों के रचनात्मक और मोटर कौशल को बेहतर करती है।
  • कला और शिल्प से बच्चे की कल्पना करने की शक्ति बेहतर होती है। 

इस निबंध से यह सीख मिलती है कि अपने काम और पढाई के साथ-साथ लोगों को अन्य गतिविधियों का हिस्सा भी बनना चाहिए ताकि जब वे तनाव में हों या परेशान हों तो तनाव मुक्त करने के लिए एक आदत उनका मनोरंजन कर सके। इतना ही नहीं खाली समय में आप नई कला, बेहतर ज्ञान, और स्वस्थ शरीर भी हासिल कर सकते हैं। इसलिए शौक जरूर रखें लेकिन अपनी पसंद के अनुसार ताकि आप उसका मन से आनंद उठा सकें। 

1. अंग्रेजी शब्द हॉबी की उत्पत्ति कब और कैसे हुई थी?

13वीं शताब्दी में हॉबी शब्द का तात्पर्य छोटे घोड़े से था और बाद में इसका वर्णन एक शौकीन घोड़े के रूप में किया गया। लेकिन बाद में इसको आधुनिक अर्थ दिया गया जो कि पसंदीदा मनोरंजन और शौक हो गया।

2. दुनिया का सबसे पुराना शौक कौन सा है?

दुनिया का सबसे पुराना शौक सिक्कों को इकट्ठा करना है, जिसे मुद्राशास्त्र भी कहा जाता है।

3. भारत में ‘फादर ऑफ डांस’ किसे माना जाता है?

उदय शंकर को भारत के मॉडर्न डांस का जनक माना जाता है, इन्हें ‘आधुनिक नृत्य का संस्थापक’ का सम्मान मिला है।

4. रुचि रखने के क्या फायदे हैं?

किसी शौक को अपनाने से व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति अधिक एकाग्र रहता है और खाली समय में आने वाले नकारात्मक विचारों से भी बचा रहता है।

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मेरा शौक – रूचि पर निबंध Essay on My Hobby in Hindi

मेरा शौक – रूचि पर निबंध Essay on My Hobby in Hindi – Reading

लोगों के शौक कई तरह के होते है जैसे – बागवानी, फोटोग्राफी , मछली पकड़ना, चित्रकला, उड़ान पतंग, मूर्तिकला, कढ़ाई, बुनाई, खाना बनाना, शूटिंग करना, किताबें पढ़ना, टेलीविजन देखना, संगीत सुनना, संगीत वाद्ययंत्र बजाना, पक्षी-देखना, टिकट संग्रह, पुराने सिक्के का संग्रह इत्यादि हैं। वर्तमान समय में लोगों के सबसे पसंदीदा शौक है इसमें से शायद पतंग उडाना, बागवानी, फोटोग्राफी, स्टाम्प संग्रह और पढ़ना सबसे लोकप्रिय शौक हैं।

मेरा शौक / रूचि पर निबंध Essay on My Hobby in Hindi

मेरा शौक पढ़ना है। मैंने कहानी किताबें, पत्रिकाएं, समाचार पत्र और किसी भी तरह की सामग्री को पढ़ा जो मुझे दिलचस्प लगता है। पुस्तकें पाठक को उसके जीवन में कई सारी जानकारी और तथ्यों को प्रदान करती हैं। किताबों ने निश्चित रूप से मेरे जीवन में मेरी काफी मदद की है।

मैं आज हर परेशानी का हल सामान्य तरीके से खोज सकता हूँ। अन्यथा मैं पहले अजीब तरीके से चीजों को सीखने के बारे में सोचता था। असल में यह एक गतिविधि है जिसे हम अपने खाली समय में करते हैं। यह पसंदीदा व्यवसाय है।

यह शौक तब शुरू हुआ जब मैं छोटा लड़का था। मैं हमेशा चाहता था कि मेरे माता-पिता परी कथाओं और अन्य कहानियों को मेरे पास बैठकर पढ़े और मुझे सुनायें। कुछ दिनों में मुझे कहानियां पढ़कर सुना-सुना कर मेरे घर वाले परेशान हो गये तब उन्होंने मुझे खुद अपने आप पढ़ने के लिये प्रेरित किया।

तो मैंने पढ़ने की कोशिश करना शुरू कर दिया, मैंने पढ़ना सीखा। सबसे पहले मैंने सरल भाषा ए बी सी की किताबों के साथ शुरुआत की। जल्द ही मैं सरल परी कथाओं और अन्य कहानियों को पढ़ने में सक्षम होने लगा। अब मैं कोई भी उपलब्ध किताबें, अखबार आदि को आसानी से पढ़ सकता हूं।

पढ़ने से मुझे नई-नई चीजों के बारे में जानकारी मिलती है जिनका ज्ञान मैं बिना पढ़े नहीं ले सकता हूँ। मैंने इस बारे में सीखा कि प्राचीनकाल में लोग कैसे जादू और रहस्य की दुनियां में रहते थे। मैंने दुनिया के चमत्कार, अंतरिक्ष यात्रा, मानव उपलब्धियों, विशाल व्हेल, छोटे वायरस और हमारी दुनिया की अन्य आकर्षक चीजों के बारे में पढ़ा।

पढ़ने के बारे में अद्भुत बात यह है कि मुझे कोई भी बीमारी को पकड़ना है तो अब मैं इन चीजों को कठिन तरीके से नहीं लेता हूँ। उदाहरण के लिये मुझे किसी भी बिमारी के खतरे पता है कि किस चीज से मुझे नुकसान हो सकता है। इसलिए मैं इससे बच सकता हूं। बाघ के बारे में जानने के लिए मुझे जंगल की गहराई में नहीं जाना है। मैं इसके बारे में एक किताब में सब कुछ पढ़ सकता हूँ।

मैं जब स्कूल से घर जाता हूँ, तो सबसे पहले मैं अपना गृहकार्य पूरा करता हूँ उसके बाद मैं कुछ अलग विषयों से संबंधित किताबों को पढ़ना पसंद करता हूँ। मैं अभी 15 वर्ष का हूँ और कक्षा 10 में हूँ और  मैं यह बहुत अच्छी तरह से जानता हूँ, कि किताबों को पढ़ने की आदत हमारे ज्ञान को बढाती है, जो कि हमारे ज्ञान को पूर्ण बनाती है।

हालांकि, मुझे यह प्राकृतिक रुप से उपहार में मिला है। किताबों को पढ़ने से इंसान व्यस्त रहता है। यह आनंद, सूचना, ज्ञान, प्रोत्साहन का अच्छा स्रोत है। ज्ञान हमें न्यायप्रिय, अनुशासित, विश्वसनीय, समय का पाबंद बनता है और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह एक हमें एक सफल और सम्पूर्ण व्यक्ति बनाता है।

कहते है पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है और हम किसी भी उम्र में इसका शौक पूरा कर सकते है। ज्ञान, खुशी और एक नैतिक साहस का स्रोत भी होता है। पुराने दिनों में अगर खेती की पढाई को प्रोत्साहित नहीं किया गया होता तो आज हमारा देश कृषि के मामले में बहुत पीछे होता।

मैंने पढ़कर और भी कई सारी जानकारियाँ गृहण की है जैसे मैंने प्रकृति के बारे में जाना कि पौधे किस तरह अपनी प्रगृति करते है, किस तरह सांस लेते है और छोड़ते है।  मेरी पढ़ने की आदत से मैंने कई एतिहासिक घटनाओं के बारे में जानकारी ली है कि पुराने समय के राजा किस तरह का जीवन व्यतीत करते थे, वे किस तरह अपनी सेना की देखभाल करते थे। वे किस प्रकार के औजारों का प्रयोग करते थे।  

मेरा यह मानना है कि, पढ़ने की आदत संसार में सोने के मूल्य से भी बढ़कर कीमती है। किताबों के पढ़ने से कोई भी व्यक्ति अकेला महसूस नहीं कर सकता। यह हमें अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने के लिये उच्च स्तर का ज्ञान, अच्छी सोच, आदर्श विचार आदि प्रदान करती है।

जो लोग किताबें पढ़ने के शौक रखते हैं, उनके लिये अच्छी किताबें उनके एक अच्छे मित्र की तरह होती है। जिसके पास यह आदत नहीं है, चाहे उसके पास कोई भी मूल्यवान वस्तुयें और धन कितना ही हो, फिर भी वह ज्ञान के बिना गरीब के समान होता है। किताब पढ़ने से हमारा मन प्रसन्न और ज्ञान की प्राप्ति होती है।

मेरा मानना है कि एक व्यक्ति जो व्यापक रूप से पढ़ता है वह दूसरों के साथ जल्दी घुल मिल जाता है। वह अन्य लोगों की तुलना में बेहतर बातचीतवादी होता है। पढ़ने से हमारा दिमाग तेज़ होता है। बेकन ने अपने निबंध में लिखा था, “पढ़ना”, ‘अध्ययन’, “एक पूर्ण आदमी बनाता है: इस प्रकार एक व्यापक रूप से पढ़ा हुआ व्यक्ति एक बेहतर वार्तालापवादी है और दूसरे के दृष्टिकोण को देखने में सक्षम होता है।

मेरे शौक ने मुझे प्रशंसा और सामाजिक मान्यता का एक अच्छा प्रतीक बना दिया है। स्कूल में जहां मैं पढ़ता हूं, मुझे एक उभरते छात्र के रूप में पहचाना जाता है। कई अवसरों पर, मुझे कुछ भाषण देने के रूप में उत्कृष्टता के लिये पुरस्कार दिया गया है।

जब मेरे दोस्त और रिश्तेदार मेरे घर जाते हैं तो वे सभी मेरी नई-नई किताबों के संग्रह को देखना पसंद करते हैं। मैं पढ़ना जारी रखकर दुनिया के बारे में अधिक जानकारी के अलावा, मैं अपना समय लाभदायक रूप से खर्च करता हूं। यह वास्तव में एक अच्छा शौक है।

essay on hobbies in hindi

नमस्कार रीडर्स, मैं बिजय कुमार, 1Hindi का फाउंडर हूँ। मैं एक प्रोफेशनल Blogger हूँ। मैं अपने इस Hindi Website पर Motivational, Self Development और Online Technology, Health से जुड़े अपने Knowledge को Share करता हूँ।

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One Comment

Was good but not the way you end it so totally it was not bad

दा इंडियन वायर

मेरी रुचि/शौक पर निबंध

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By विकास सिंह

my hobby essay in hindi

रुचि एक व्यक्ति की पसंदीदा गतिविधि, आदत या पसंद है जिसे वह खुशी और आनंद के लिए अपने खाली समय में नियमित रूप से करता है।

विषय-सूचि

मेरी रुचि पर निबंध, my hobby essay in hindi (100 शब्द)

हॉबी एक व्यक्ति की पसंदीदा गतिविधि, आदत या पसंद है जिसे वह नियमित रूप से आनंद के लिए अपने खाली समय में करता है। मेरा पसंदीदा शौक खाली समय में फुटबॉल खेलना है। घर पर अपना घरेलू काम पूरा करने के बाद, मैं आमतौर पर अपना बहुत सारा खाली समय फुटबॉल खेलने में बिताता हूं।

मुझे बचपन से ही फुटबॉल खेलने का शौक था लेकिन जब मैं 5 साल का था तब से अच्छा खेलना सीखना शुरू कर दिया था। जब मैं 5 साल का था तब मैं एक क्लास में था।

मेरे पिता ने पीटीएम में मेरे क्लास टीचर से मेरे फुटबॉल के शौक के बारे में पूछा। और मेरे शिक्षक ने उसे बताया कि स्कूल में कक्षा 1 से रोजाना खेल-कूद की सुविधा है, तो आप अपने बच्चे को दाखिला दिला सकते हैं। अब, मुझे वास्तव में फुटबॉल खेलना पसंद है और इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेता हूँ।

मेरा शौक पर निबंध, essay on my hobby in hindi (150 शब्द)

मेरा शौक पढ़ना है चाहे वह न्यूज़ पेपर हो, न्यूज़ हो, नॉवेल हो, जी के बुक हो या किसी भी अच्छे लेखक द्वारा लिखी गई ज्ञानवर्धक किताब हो। मैं हमेशा कहानी की किताबें, समाचार पत्र, पत्रिकाएं, और किसी भी अन्य सामग्री को पढ़ता हूं जो मुझे अपने खाली समय में दिलचस्प लगता है। मेरी किताबों को पढ़ने का यह शौक पहली बार मेरे पिता ने देखा था और उन्होंने मुझे यह कहकर प्रेरित किया कि यह मेरे बेटे को स्वाभाविक रूप से दी जाने वाली एक बहुत अच्छी आदत है, इस आदत को कभी दूर न करें और इसे अभ्यास में रखें। मैं सिर्फ एक छोटा लड़का था और मुझे अपने माता-पिता द्वारा दी गई परियों की कहानियों और अन्य कहानियों को पढ़ने में बहुत दिलचस्पी थी।

अब मैं 10 साल का हूं और 5 वीं कक्षा में पढ़ता हूं। अब मैं वास्तव में अपनी पढ़ने की आदत के लाभों को जानता हूं। यह मुझे किसी भी विषय के बारे में सभी सामान्य ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। यह आदत मुझे दुनिया के चमत्कारों, जीवन की उत्पत्ति का इतिहास, अंतरिक्ष, जानवरों, पौधों, जलीय जानवरों, मानव उपलब्धियों और दुनिया के बारे में अन्य आकर्षक चीजों के बारे में सीखा है।

मेरा प्रिय शौक निबंध, my favorite hobby essay in hindi (200 शब्द)

मेरा शौक मेरे खाली समय में दिलचस्प और ज्ञानवर्धक किताबें पढ़ना हैं। जब भी मैं अपने स्कूल से घर जाता हूं तो मुझे अपने घर का काम पूरा करने के बाद ऐसी किताबें पढ़ना पसंद होता है। मेरी उम्र 12 साल है और मैं 7 वीं कक्षा में पढ़ता हूँ। अब मुझे अच्छी तरह से पता है कि पढ़ना बहुत अच्छी आदत है जो मुझे पूर्ण बना सकती है।

यह शौक किसी के द्वारा भी विकसित किया जा सकता है लेकिन मुझे यह स्वाभाविक रूप से मिला है। किताबें पढ़ने से व्यक्ति हमेशा खुश और व्यस्त रहता है। यह आनंद, ज्ञान, प्रेरणा और शिक्षा का अच्छा स्रोत है। यह हमें अनुशासित, वफादार, समयनिष्ठ और सबसे महत्वपूर्ण रूप से जीवन में एक सफल व्यक्ति बनाता है।

पुस्तकों को पढ़ने के माध्यम से कोई भी अकेला और परेशान महसूस नहीं कर सकता है। मुझे लगता है कि यह आदत सोने या दुनिया के अन्य कीमती पत्थरों से ज्यादा कीमती है। यह हमें कई क्षेत्रों में काम करने के लिए उच्च स्तर का ज्ञान, श्रेष्ठ विचार और विचार प्रदान करता है। अच्छी और दिलचस्प किताबें, जो पढ़ना पसंद करती हैं, उसकी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। जिसके पास यह आदत नहीं है, उसके पास सांसारिक धन हो सकता है, लेकिन सच्चे ज्ञान के धन की कमी के कारण वह हमेशा गरीब रहेगा। किताबें पढ़ने की आदत किसी को भी कम उम्र में हासिल हो सकती है।

मेरी हॉबी पर निबंध, essay on my hobby in hindi (250 शब्द)

मेरा शौक टीवी देखना है। मुझे अपने खाली समय में टीवी देखना बहुत पसंद है। टीवी देखना मेरा शौक है लेकिन यह कभी भी मेरे अध्ययन में बाधा नहीं डालता। पहले मैं अपने स्कूल के घर के कामों को पूरा करना पसंद करता हूँ और फिर अच्छी तरह से पढ़ाई करता हूँ। मुझे लगता है कि मुझे एक अच्छा शौक है क्योंकि टीवी देखने से मुझे कई क्षेत्रों में अच्छा ज्ञान मिलता है। मैं आमतौर पर टीवी पर एनिमल प्लेनेट सहित समाचार और खोज चैनल देखता हूं। मैं अच्छे कार्टून भी देखता हूं जो मुझे कला और कार्टून बनाने के लिए नए और रचनात्मक विचार देते हैं। मेरे माता-पिता मेरे शौक की सराहना करते हैं और वे बहुत खुश हो जाते हैं जब वे मेरी आवाज में मेरे माध्यम से सभी नवीनतम समाचार सुनते हैं।

अब, मैं 8 साल का हूँ और कक्षा 3 वीं कक्षा में पढ़ता हूँ, लेकिन मैं बचपन से ही इस शौक को विकसित करता हूँ। सही मायनों में टीवी देखना हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रचनात्मक तरीकों से इस्तेमाल किया जाए तो यह बहुत लाभ पहुंचाता है। यह हमें सभी समाचारों और दुनिया भर में होने वाली घटनाओं के बारे में अपडेट रखता है। बड़े स्तर पर प्रतिस्पर्धा के कारण घटनाओं के बारे में ज्ञान होना आधुनिक समाज की आवश्यकता बन गई है। यह बहुत सारे लाभ प्रदान करता है क्योंकि यह हमारे ज्ञान को बेहतर बनाता है और साथ ही सूचनाओं को हमारी जीवन शैली को बनाए रखता है। टीवी पर विभिन्न नए कार्यक्रम हैं जो दुनिया भर के मामलों के बारे में हमारी जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष रूप से रिले हैं। हमारे ज्ञान को बढ़ाने के लिए इतिहास, गणित, अर्थशास्त्र, विज्ञान, भूगोल, संस्कृति आदि के बारे में विभिन्न व्यक्तिपरक कार्यक्रम हैं।

मेरी पसंदीदा रुचि पर निबन्ध, my hobby essay in hindi (300 शब्द)

हॉबी किसी भी व्यक्ति की अन्य आदत की तुलना में एक विशेष और सबसे दिलचस्प आदत है। हॉबी एक अच्छी चीज है जो हर किसी के पास होनी चाहिए। हॉबी हर किसी के साथ होना बहुत आवश्यक है क्योंकि यह एक व्यस्त और मुक्त दिमाग बनाता है। यह कभी भी हमें अकेला नहीं छोड़ता और मनोवैज्ञानिक समस्याओं से बचाता है। मुझे अभी भी याद है कि जब मैं सिर्फ 3 साल का था तो मैं आमतौर पर अपना खाली समय अपने हरे भरे बगीचे में बिताना पसंद करता था। मुझे अपने पिता के साथ रोज सुबह-सुबह बगीचे में जाना बहुत पसंद है। जब मैं बच्चा था, मेरे पिता आमतौर पर पौधों को पानी देते हुए मुझ पर हंसते थे। लेकिन अब वह मुझ पर इतना गर्व करने लगा है कि मैं पौधों के जीवन को बचाने के लिए कुछ करता हूं और पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व में उनके मूल्य और महत्व को समझता हूं।

शौक हमारे दैनिक जीवन की गतिविधियाँ हैं जो हमें करनी चाहिए। यह हमें जीवन के दैनिक क्रश से बचने में मदद करता है। यह हमें शरीर, मन और आत्मा की असीम खुशी और शांति प्रदान करता है। यह योग और ध्यान की तरह है और इससे भी अधिक लाभ होता है। यह हमारे दिमाग को रचनात्मकता की ओर खींचता है और हमें जीवन में कुछ बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करता है। अच्छे शौक नाटकीय रूप से हमारे व्यक्तित्व और चरित्र लक्षणों में सुधार करते हैं और साथ ही साथ हमारे प्रदर्शन में सुधार करते हैं। यह हमारी प्रतिभा और क्षमताओं को खोजने में मदद करता है और उनका सही दिशा में उपयोग करता है। हमारे शौक हमें दैनिक जीवन से दूर रखकर हमारे दिमाग को ताजा और शांत बनाते हैं।

मेरा पसंदीदा शौक बागबानी है और मुझे बहुत पसंद है नए पौधे लगाना और उन्हें रोजाना सुबह पानी देना। फूलों के खिलने और पौधों को उगते हुए देखने का आनंद। मैं वास्तव में महान उपलब्धियों की भावना महसूस करता हूं और जीवन के तथ्य को महसूस करता हूं। यह मुझे खुद को फिट, स्वस्थ, मजबूत और तरोताजा रखने में मदद करता है। पौधों को पानी देना और दैनिक आधार पर बागवानी करना मेरे लिए सबसे अच्छा व्यायाम है जो मेरे दिमाग और शरीर को सकारात्मक रूप से ढालता है।

मेरी हॉबी पर निबंध, my favorite hobby essay in hindi (400 शब्द)

हॉबी एक अच्छी चीज है जो एक व्यक्ति को बचपन से मिलती है। यह बचपन से प्राप्त करने के लिए किसी भी उम्र में विकसित किया जा सकता है। हम सभी अपनी रुचि के अनुसार किसी न किसी तरह का काम करते हैं जो हमें खुशी और खुशी दे सकता है जिसे शौक कहा जाता है।

कुछ लोगों को उनकी रुचि, पसंद और नापसंद के अनुसार अलग-अलग शौक होते हैं। कई प्रकार के शौक हैं, जैसे हम नृत्य, गायन, ड्राइंग, इनडोर या आउटडोर गेम, बर्ड वॉचिंग, एंटीक, फोटोग्राफी, लेखन, खाने, पढ़ने, खेल, खेल, बागवानी, संगीत, टीवी देखना, खाना बनाना, बात कर रहे हैं, और इतने सारे। हमारे शौक हमें जीवित रहने और सफल कैरियर बनाने में मदद करते हैं। हॉबी एक ऐसी चीज है जिसे हम अपने अवकाश या खाली समय में पूरी तरह से आनंद ले सकते हैं।

मेरा पसंदीदा खाना बनाना है, संगीत सुनना और बागवानी करना लेकिन मैं हमेशा बागवानी करना पसंद करता हूं। बागवानी मेरे लिए ध्यान की तरह है जो मेरी कार्य क्षमता, रुचि और क्षमता में सुधार करती है। यह मुझे उच्च स्तर की शांति देता है और मेरे पूरे दिन को उपयोगी बनाता है।

हर सुबह मैं अपने खिलते हुए बगीचे का आनंद लेता हूं, दैनिक आधार पर धीरे-धीरे बढ़ते पौधे। मैं अपने बगीचे में सूरज उगने और सूरज की रोशनी का आनंद भी लेता हूं। मैं आमतौर पर अपने स्कूल के घर का काम अपने सदाबहार बगीचे में करना पसंद करता हूं। मैं अपने पिता के साथ रोजाना शाम को अपने बगीचे में बैडमिंटन खेलता हूं और अपनी मॉम के साथ शाम की सैर का आनंद लेता हूं। मैं रोज नए पौधों का विकास देखता हूं और पौधों को पानी देता हूं। अपने रूप और सौंदर्य को बढ़ाने के लिए मैं अपने बगीचे में नए और सजावटी पौधे लगाने की कोशिश करता हूं।

मेरी उम्र 14 साल है और मैं कक्षा 9 वीं कक्षा में पढ़ता हूं। मैं अपने पसंदीदा शौक को अपने जीवन के अंत तक जारी रखना चाहता हूं। वे मुझे व्यस्त, खुश और दैनिक जीवन के सभी तनावों से दूर रखेंगे। मेरे माता-पिता हमेशा मेरे सभी शौक को जारी रखने के लिए मुझे बढ़ावा देते हैं।

वे बहुत खुश हो जाते हैं जब मैं अपनी समस्याओं को आसान तरीके से लेता हूं और बिना क्रोध और तनाव के उन्हें हल करने की कोशिश करता हूं। मेरी माँ का कहना है कि अन्य लोगों की तुलना में बागवानी एक अच्छा शौक है; यह हमें आशीर्वाद देता है क्योंकि हम किसी को पानी देने और नए पौधे लगाने के द्वारा जीवन देते हैं।

बचपन से मैं अपने बगीचे में रोजाना एक घंटे काम करता हूं ताकि इसे अच्छी तरह से बनाए रखा जा सके। मैंने वहाँ मखमली घास का उपयोग करके एक अच्छा और आकर्षक हरा कालीन बनाया है। मैंने बगीचे के हर कोने में सुंदर फूल तैयार किए हैं और रंगीन गुलाब, गेंदे, मोगरा, सूरजमुखी और अन्य मौसमी फूल लगाए हैं। क्रिसमस पर, मैं अपने बगीचे के बीच में एक बड़ा क्रिसमस ट्री सजाता हूं और अपने माता-पिता और दोस्तों के साथ क्रिसमस का जश्न मनाता हूं।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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माय हॉबी निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

माय हॉबी निबंध (My Hobby Essay in Hindi) : लोग हमेशा खाली समय होने पर लोग अपनी रूचि (माय हॉबी) का अभ्यास करना पसंद करते हैं। उन्हें माय हॉबी खुश करता है और उन्हें व्यस्त रखता है। आजकल के व्यस्त तथा तनावपूर्ण वातावरण में खुद को खुश रखने के लिए हर किसी को मनोरंजन की आवश्यकता होती है। हॉबी लगभग तुरंत दिमाग में आती है। अलग-अलग लोगों की भिन्न रुचियां होती हैं। यहाँ "माय हॉबी" पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं। हिंदी में पत्र लेखन सीखें । हिंदी में निबंध- भाषा कौशल, लिखने का तरीका जानें

माय हॉबी निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

100 शब्दों में माय हॉबी निबंध (100 Words My Hobby Essay in Hindi)

माय हॉबी या कोई ऐसी चीज़ जिसका आप आनंद लेते हैं, आपके दिन में रुचि और आकर्षण जोड़ती है। मैं आपसे अपने पसंदीदा हॉबी के बारे में बात करने जा रहा हूँ, जो नृत्य है। आज व्यावहारिक रूप से हर कोई अपनी दिनचर्या में इतना व्यस्त है कि उन्हें समय की कमी महसूस होती है। मेरे साथ भी ऐसा ही है, क्योंकि मुझे अपनी पढ़ाई, प्रवेश परीक्षा की तैयारी और कोचिंग के लिए बहुत अधिक समय देने की आवश्यकता होती है। हालांकि, मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं दिन में कम से कम 30 मिनट अपनी हॉबी यानी डांस के लिए निकालूं। नृत्य मुझे दिन भर के तनाव से मुक्त रखता है और मैं सभी कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए ऊर्जावान महसूस करता हूं। मैं एक अच्छा डांसर हूँ और मैंने स्कूल की विभिन्न प्रतियोगिताओं में विभिन्न पुरस्कार भी जीते है।

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माय हॉबी पर 200 शब्दों का निबंध (200 Words My Hobby Essay in Hindi)

मेरी कई रुचियों(माय हॉबी) में से, मैं पढ़ना अपनी पसंदीदा हॉबी कहूंगा। मुझे मनोरंजन के लिए पढ़ना पसंद है। पढ़ना न केवल हमें खुश करता है, बल्कि हमारी समझ को भी व्यापक बनाता है। पढ़ना एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जो किसी भी प्रकार के कौशल को विकसित करने में सहायक और फायदेमंद है। एक अच्छी किताब हमें खुश करती है और हमारे ज्ञान का विस्तार भी करती है।मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि मैं हर रोज कम से कम एक घंटा पढ़ूं, जो आमतौर पर बिस्तर पर जाने से पहले होता है। सोते समय पढ़ना न केवल मेरे दिमाग को आराम देता है, बल्कि रात की अच्छी नींद का भी स्वागत करता है।

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माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - पुस्तकें पढ़ने का महत्व

किताबें पढ़ना जरूरी है क्योंकि:-

ज्ञान का विस्तार होता है | हम जानते हैं कि किताबें पढ़ने से विभिन्न विषयों के बारे में हमारी समझ बढ़ती है। अलग-अलग किताबें अलग-अलग विषयों को छूती हैं। कुछ हमें हिंदी में पढ़ते हैं, जबकि अन्य हमें गणित या अंग्रेजी में पढ़ते हैं।

शब्दावली को समृद्ध करता है | हम किताबें पढ़कर नए शब्द सीखते हैं। यह हमारे दैनिक जीवन में कई अद्वितीय और मूल्यवान शब्दों को शामिल करने में हमारी सहायता करता है।

शांति देता है | किताबें पढ़ने में कोई शारीरिक व्यायाम शामिल नहीं है; इसके बजाय, यह एक बहुत ही आराम देने वाली आदत है। यह पूर्ण मौन में किया जा सकता है और आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है।

कल्पना को बढ़ावा देता है| पढ़ना हमारी कल्पना को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है, क्योंकि मनुष्य के लिए यह स्वाभाविक है कि वह पाठ में जो कुछ भी पढ़ता है उसके बारे में अपने दिमाग में दृश्य बनाता है। इसलिए, जो जितना अधिक पढ़ता है, वह उतना ही अधिक कल्पना करता है। इसे भी देखें- होली पर निबंध

माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - माय हॉबी पर 500 शब्दों का निबंध (My hobby essay in 500 words hindi)

अगर मुझे माय हॉबी में से किसी एक को चुनना हो तो मैं क्रिकेट को चुनूंगा। भारत में सबसे प्रसिद्ध खेलों में से एक क्रिकेट है। यह व्यावहारिक रूप से हर देश में व्यापक रूप से प्रचलित खेलों में से एक है। इस गतिविधि के लिए आवश्यक उपकरण एक लकड़ी का बल्ला और एक गेंद है। इस खेल में दो टीमें होती हैं, प्रत्येक में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। इस खेल का लक्ष्य अधिक से अधिक रन बनाना है। यह खेल इस अवसर के लिए विशेष रूप से बनाए गए मैदान पर खेला जाता है।

माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - खेल में मेरी शुरुआत

मेरी कई हॉबी हैं, लेकिन मुझे क्रिकेट खेलने में सबसे ज्यादा मजा आता है। यह मुझे ऊर्जावान भी रखता है और मुझे मजबूत और स्वस्थ महसूस करने में मदद करता है। क्रिकेट में मेरी दिलचस्पी तब शुरू हुई जब मैं सिर्फ पांच साल का था। मैं इसके प्रति एक खेल के रूप में आकर्षित हुआ था और इस गतिविधि से रोमांचित था। जब मैं स्कूल से घर आता था तो मुझे क्रिकेट खेलने की जल्दी होती थी और मैं रात में भी खाना खाने के बाद क्रिकेट खेलता था। मैं स्कूल में एक प्रसिद्ध छात्र-एथलीट था।

माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - धोनी: मेरी प्रेरणा

कई अन्य लोगों की तरह, मुझे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से खेलना शुरू करने की प्रेरणा मिली। मेरा लक्ष्य धोनी की तरह खेलना है। भले ही मेरे मैचों के दौरान मेरे दर्शकों द्वारा मेरी सराहना की जाती है, मैं आमतौर पर कभी खुश नहीं होता। मैंने हमेशा खुद से बेहतर प्रदर्शन करने का लक्ष्य रखा है। क्रिकेट के प्रति मेरे प्रेम ने मुझे अपने स्कूल में प्रसिद्ध होने में मदद की। इसके अलावा, मुझे मेरे स्कूल की विदाई के दिन मेरी सराहना करते हुए एक प्रमाणपत्र मिला।

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माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - क्रिकेट खेलना मेरा शौक (माय हॉबी) क्यों है

क्रिकेट, किसी भी अन्य शारीरिक खेल की तरह, इसे खेलने वालों के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए कई फायदे हैं। क्रिकेट खेलने के कुछ लाभ यहाँ सूचीबद्ध हैं:-

क्रिकेट खेलना आनंददायक है।

क्रिकेट सहनशक्ति बनाता है।

मन और शरीर के बीच संतुलन और समन्वय लाता है।

यह हमारी शारीरिक फिटनेस में सुधार करता है।

हाथ से आँख का समन्वय बढ़ता है।

यह हमें टीम वर्क सिखाता है।

यह हमें सिखाता है कि दूसरों के साथ कैसे संवाद करना है और हमें सामाजिक बनाता है।

यह संचार के लिए हमारी क्षमता को भी बढ़ाता है।

क्रिकेट हमारे देश में एक आशाजनक करियर विकल्प है।

माय हॉबी निबंध (My hobby essay in hindi) - क्रिकेटर बनना

जब कोई क्रिकेटर पेशेवर रूप से खेल को आगे बढ़ाने का फैसला करता है, तो वह किसी भी क्लब, शहर की टीम, राज्य की टीम, राष्ट्रीय टीम, फ्रेंचाइजी टीम और अन्य में शामिल होकर खेलता है। एक क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में, कई संभावित मार्ग हैं। कुछ क्रिकेटर एक विशेष खेल प्रारूप पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे कि टी20 क्रिकेट। यदि कोई क्रिकेटर सफल होता है, तो वे अविश्वसनीय रूप से धन कमा सकते हैं। यहां तक कि घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों में भी अच्छा जीवन जीने की क्षमता है। एक क्रिकेट खिलाड़ी का जीवन अविश्वसनीय रूप से चमकदार और शाही होता है।

हमारे पास व्यस्त और प्रतिस्पर्धी दुनिया में शायद ही कभी खुद के लिए समय होता है। हमारा शेड्यूल समय के साथ अविश्वसनीय रूप से नीरस और दोहराव वाला हो जाता है। हमें अपने विचारों को जीवंत और ताज़ा रखने के लिए बीच में कुछ करना चाहिए। इसके लिए हॉबी से बेहतर और क्या हो सकता है? हॉबी रखने से तनाव काफी कम हो जाता है, यह इसके मुख्य लाभों में से एक है। यह वास्तव में आपको इसे करने में खुशी देता है और आपकी आत्मा को भर देता है। क्रिकेट एक शानदार खेल है। क्रिकेट को ‘माय हॉबी’ के रूप में रखना किसी के लिए अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसके हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कई लाभ हैं।

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